लुधियाना जनता की सेवा के वादे कर पंचायत सदस्य बनी महिला व देश की रक्षा में जुटे जवान की पत्नी नशीले पदार्थो की तस्करी कर रही है। जनता की सेवक महिला पंचायत सदस्य दंपति के साथ 13 किलो अफीम के साथ पकड़ी गई महिला दिल्ली में आर्मी हेड क्वार्टर में तैनात फौजी की पत्नी है।
सिंगल विडों में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए एसीपी गिल गुरप्रीत सिंह वालियां ने बताया कि बुधवार को थाना डेहलों की पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी कर रखी थी। इस दौरान आरोपी गांव रामपुर निवासी जसवंत सिंह, उसकी पत्नी पंचायत सदस्य गुरमीत कौर व आर्मी कांस्टेबल की पत्नी राजस्थान स्थित जिला बाडमेर निवासी सुमन जेन कार में सवार होकर जा रहे थे। पुलिस नाकाबंदी को देख कर आरोपी जसवंत सिंह ने कार पीछे मोड़नी चाही, लेकिन सिंगल रोड होने के कारण गाड़ी नहीं घूमी। थाना डेहलों के प्रभारी सब इंस्पेक्टर हरबंस सिंह ने आरोपी को काबू कर लिया। सूचना मिलने के बाद एसीपी गुरप्रीत सिंह वालिया भी मौके पर पहुंच गए। चेकिंग के दौरान पुलिस ने आरोपी जसवंत सिंह से चार किलो, पंचायत सदस्य गुरमीत कौर से चार किलो व आर्मी कांस्टेबल की पत्नी सुमन से पांच किलो अफीम बरामद की।
ट्रांसपोर्टर से बना अफीम तस्कर
एसीपी गुरप्रीत सिंह वालिया ने बताया कि आरोपी जसवंत सिंह का ट्रांसपोर्ट का काम था। उसकी टाटा 407 व 709 चलती थी। ट्रांसपोर्ट के काम में घाटा होने के बाद आरोपी ने पैसे कमाने का शार्टकट रास्ता अपनाया और अफीम तस्करी के काम में जुट गया। आरोपी पहले भी चार पांच चक्कर लगाकर अफीम की तस्करी कर चुका है और उसके खिलाफ पहले भी एनडीपीएस एक्ट का मामला दर्ज हो चुका है।
राजस्थान से लाकर करते थे सप्लाई
एसीपी गिल गुरप्रीत सिंह ने बताया कि आरोपी राजस्थान से सस्ते भाव में अफीम की खरीद करते थे और उसे महंगे भाव में सप्लाई करते थे। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है कि आरोपी इतनी बड़ी खेप किसे सप्लाई करने जा रहे थे।
तीनों आरोपियों को ले जाया जाएगा इंटेरोगेशन सेंटर
एसीपी गुरप्रीत सिंह वालियां ने बताया कि पुलिस ने तीनों आरोपियों से इतनी बड़ी खेप बरामद की गई है। तीनों आरोपी अभी बताने को तैयार नहीं है कि वह अफीम किसे सप्लाई करने के लिए जा रहे थे। तीनों आरोपियों को अमृतसर स्थित ज्वाइंट इंटेरोगेशन सेंटर में ले जाया जाएगा और वहां पर तीनों से पूछताछ की जाएगी।
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