बनेंगे ‘आयरन फीस्ट’ का साक्षी, पहली बार सीधे रणक्षेत्र पहुंचेंगे राष्ट्रपति
जैसलमेर एयरफोर्स के तीन साल बाद होने वाले युद्धाभ्यास ‘आयरन फीस्ट’ का साक्षी बनने के लिए सुप्रीम कमांडर प्रणब मुखर्जी पहली बार सीधे रणक्षेत्र में पहुंचेंगे। इसके लिए चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में चार किमी लंबी हवाई पट्टी बनाई गई है।
अब तक सुप्रीम कमांडर या अन्य वीवीआईपी विशेष विमान से सीधे जैसलमेर हवाई पट्टी पर उतरा करते थे और वहां से हेलिकॉप्टर में फायरिंग रेंज पहुंचते थे। राष्ट्रपति के अलावा रक्षा मंत्री एके एंटनी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एनएके ब्राउन सहित कई राष्ट्रों के रक्षा मंत्री व विशेषज्ञ भी सीधे विमान से वहां पहुंचेंगे। विशेष विमान यहां लैंडिंग के बाद वीवीआईपी को छोड़कर जैसलमेर एयरबेस पर लैंड करेंगे।
‘तेजस’ का तय होगा भविष्य :
आयरन फीस्ट’ के दौरान पहली बार स्वदेशी लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट (एलसीए) ‘तेजस’ पूरी क्षमता के दौरान अचूक निशाने साधेगा। यह विमान 500 किलो तक का बम और मिसाइल ले जा सकता है। इसमें छह मिसाइल व कई बम लोड हो सकते हैं। यह दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों पर निशाना साधेगा। इस आधार पर इस विमान का भविष्य तय होगा।
इसके बाद विमान को दूसरी ऑपरेशनल क्लियरेंस मिलेगी। इसके बाद ही हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन शुरू करेगा।
छह घंटे रहेंगे युद्ध के मैदान में :
राष्ट्रपति दिल्ली से रवाना होकर दोपहर साढ़े तीन बजे बजे चांधन पहुंचेंगे। यहां पर वे डे डस्क और नाइट यानी दिन, शाम के धुंधलके व रात में वायुसेना का रण कौशल देखेंगे। इसके बाद वे रात करीब दस बजे दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे। उनकी यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं। एयरफोर्स के अलावा स्थानीय प्रशासन ने भी तैयारियां शुरू की हैं।
मुख्य सचिव ने की समीक्षा
जयपुरत्नराष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के दौरे की तैयारियों के लिए शुक्रवार को मुख्य सचिव सी.के. मैथ्यू ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। मुखर्जी सेना के एक अभ्यास कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। बैठक में जोधपुर रेंज के सेना अधिकारियों के अलावा सामान्य प्रशासन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, जोधपुर के संभागीय आयुक्त, कलेक्टर, एसपी समेत विभिन्न विभागों के सचिव व अन्य अधिकारी मौजूद थे। मुख्य सचिव ने अधिकारियों से तैयारियों की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए।
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