शनिवार, 16 फ़रवरी 2013

शिक्षा निदेशक डॉ. वीणा प्रधान ने स्कूलों का अवलोकन कर शिक्षा की गुणवत्ता को परखा




स्कूल पहुंचे अफसर, शिक्षक बनकर बताए नवाचार



आने वाले दिनों में शिक्षा का स्तर बढ़ेगा : डॉ. प्रधान



शिक्षा निदेशक डॉ. वीणा प्रधान ने स्कूलों का अवलोकन कर शिक्षा की गुणवत्ता को परखा



शिक्षा संबल अभियान का तीसरा चरण, पहले दिन 78 टीमों ने 78 स्कूलों का किया निरीक्षण

बाड़मेर. शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश में शिक्षा का स्तर जानने के लिए सबंलन अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत छोटे से बड़े अधिकारी स्कूल में जाकर पढ़ाई का स्तर क्या है, शिक्षक किस तरह पढ़ा रहे हैं आदि जानकारी जुटाकर मूल्यांकन कर रहे हैं। इसके बाद निरीक्षण किए गए स्कूलों के शिक्षकों को क्या करना चाहिए, जिससे वे और अच्छी तरह से पढ़ा सकें। इसके लिए पैरवी की जाएगी। जिससे शिक्षा का स्तर बढ़ेगा। ये बात निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ. वीणा प्रधान ने प्रेसवार्ता में कही। उन्होंने बताया कि आईसीटी के माध्यम से बच्चों को कंप्यूटर सिखाने की पहल की जा रही है। इसके साथ ही स्कूल के एक शिक्षक को कंप्यूटर शिक्षा में दक्ष किया जाएगा। शिक्षा में गुणवत्ता के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू कर रखी हैं। शिक्षा से जोडऩे के लिए सभी बालिकाओं को साइकिल वितरित की जाएगी। चुनाव के अलावा अन्य किसी कार्य में शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। उन्होंने माना कि जिस प्रकार की शिक्षा हमारे बच्चों को मिलनी चाहिए। उसमें अभी कमी हैं। हम सभी को मिलकर इसके लिए कदम उठाने चाहिए। उन्होंने बताया कि शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अतिरिक्त कक्षाएं, लैब, कंप्यूटर शिक्षा, पढ़ाने के लिए आधुनिक टूल्स, शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे आने वाले दिनों में शिक्षा के स्तर बढ़ेगा। दिल्ली में हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में उन्होंने कहा कि इन आरोपियों की शिक्षा में कमी नहीं थी, संस्कारों में कमी थी। 

बाड़मेर
बाड़मेर. घोनरी नाडी प्रथम में संबलन के तहत निरीक्षण करतीं शिक्षा निदेशक। 



शिक्षा का स्तर जांचने के उद्देश्य से शुक्रवार को शिक्षा विभाग के अधिकारी शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों में पहुंचे। जहां पर शिक्षा की गुणवत्ता को परखा गया। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड बीकानेर की निदेशक डॉ. वीणा प्रधान ने स्कूलों का निरीक्षण किया। इसके अलावा अतिरिक्त निदेशक, सहायक निदेशक समेत कई आला अफसरों ने अलग अलग स्कूलों में शिक्षा संबल अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियों की जांच की। पहले दिन जिले की 78 स्कूलों का 78 टीमों ने जायजा लिया।

विद्यालय पर्यवेक्षण कार्यक्रम संबल 2013 के तृतीय चरण के पहले दिन शुक्रवार को विभिन्न टीमें अलग अलग स्कूलों में पहुंची। जहां पर अफसरों ने प्रार्थना सभा लेकर स्कूल का समय पूर्ण होने तक शाला परिसर में ही मौजूद रहे। इस दौरान प्रशासनिक व शैक्षिक अधिकारियों ने स्कूलों में कक्षा तीन, पांच व छह में अध्ययनरत बालक- बालिकाओं के पठन-पाठन कार्य की जानकारी हासिल की। यह अभियान 16 फरवरी तक चलेगा। संबल अभियान के तृतीय चरण में 78 अधिकारी जिले की 156 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों का अवलोकन करेंगे। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. वीणा प्रधान ने शुक्रवार को राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सियोली की ढाणी शिवकर का अवलोकन कर विद्यार्थियों की पढ़ाई के स्तर को परखा। प्रधान ने छात्र छात्राओं से अंग्रेजी व हिन्दी का पाठ पढ़ाकर शिक्षा की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया। इसके बाद राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय घोनरी नाडी प्रथम का भी अवलोकन किया। इसी तरह कलेक्टर भानु प्रकाश एटूरू, एडीएम, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद समेत कई अधिकारियों ने अलग अलग स्कूलों का निरीक्षण किया।

जांच के लिए प्रश्न-बैंक

संबल अभियान के तहत जांच के लिए राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा परिषद की ओर से प्रत्येक अवलोकन कर्ता को एक प्रश्न बैंक उपलब्ध करवाया गया है। इसके आधार पर अधिकारियों की ओर से बच्चों के शैक्षिक स्तर की जांच की गई। अवलोकन रिपोर्ट े आधार पर जिन स्कूलों में शिक्षा का स्तर संतोषजनक नहीं होगा उनमें शैक्षिक स्तर में सुधार के लिए कार्य योजना तैयार की जाएगी।

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