गुरुवार, 7 फ़रवरी 2013

वसुंधरा का जबरदस्त स्वागत

वसुंधरा का जबरदस्त स्वागत
जयपुर/भिवाड़ी। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद वसुंधरा राजे का गुरूवार सुबह जबरदस्त स्वागत किया गया। वसुंधरा के सुबह साढ़े दस बजे शाहजहांपुर बॉर्डर पर भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया,अरूण चतुर्वेदी एवं विधायकों ने जबरदस्त स्वागत किया। इससे पहले वे सवा नौ बजे भिवाड़ी से रवाना हुई। भिवाड़ी सामुदायिक केंद्र में कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ पूर्व मंत्री दिंगबर सिंह,पूर्व एमएलए जगत सिंह सहित अन्य नेता भी उपस्थित थे।


इसके बाद राजे का काफिला कापडिवास में रूका जहां सुभाष्ा महरिया और कालीचरण सर्राफ ने कार्यकर्ताओं के साथ उनकी अगवानी की। 10:27 बजे पर शाहजहांपुर में भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों व विधायकों ने राजे का स्वागत किया। उन्होंने समर्थकों को संबोधित भी किया।


फिर आएगा जनता का राज

शाहजहांपुर में वसुंधरा राजे ने लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा,आपका ऎसा ही प्यार मिला तो एक बार फिर जनता का राज आएगा। पहले भी जनता का राज था। यह तो शुरूआत है,हम सब मिलकर प्रदेश को विकास के मार्ग पर आगे ले जाएंगे। आपका लाड़ हमें यूं ही मिलता रहे। हम ये दिखाएंगे और प्रदेश को विकास के पथ पर अग्रसर करेंगे।


जयपुर सजकर तैयार

वसुंधरा राजे के स्वागत के लिए जयपुर को भाजपाइयों ने बैनर,झंडे और होर्डिँग्स से पाट दिया है। आमेर से लेकर भाजपा प्रदेश कार्यालय और राजे के आवास तक के रास्ते में झंडे और बधाई संदेश देते हुए होर्डिग्स लगाए गए हैं। वहीं भाजपा पदाधिकारी भी देर रात से स्वागत की तैयारी में जुटे रहे।

पहले स्वागत की होड़

शहर भाजपा की वर्तमान कार्यकारिणी व पूर्व कार्यकारिणी में पहले स्वागत की होड़ देखने को मिल रही है। शैलेंद्र भार्गव रामगढ़ मोड पर स्वागत करेंगे तो पूर्व शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने राजे के स्वागत की तैयारी जलमहल के सामने की है। वहीं जयपुर शहर व हवामहल मंडल के पदाधिकारी रामगढ़ मोड़ पर स्वागत करेगें। युवा मोर्चा उससे भी पहले कू कस में राजे के स्वागत के लिए पहुंच गए हैं।


युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री जीतेंद्र मीणा, महेंद्र सिंह शेखावत देर रात से स्वागत की तैयारी में कूकस में जमे हुए हैं। आमेर में पूर्व विधायक सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता देर रात से जमे हुए हैं। सभी व्यापार मंडल पदाधिकारियों को स्वागत के लिए स्थान तय करके बताया गया है।

जयपुर में यह रहेगा मार्ग

राजे का काफिला आमेर से रामगढ़ मोड़-जोरावर सिंह गेट-सुभाष चौक-बड़ी चौपड़-छोटी चौपड़-अजमेरी गेट- पांचबत्ती चौराहे से गोरमेंट हॉस्टल चौराहा-चौमू हाउस सर्किल-भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्यालय -सहकार सर्किल होते हुए राजे के आवास सिविल लाइन तक।


यह होगी यातायात व्यवस्था

यातायात पुलिस उपायुक्त लता मनोज कुमार के मुताबिक राजे की रैली के रामगढ़ मोड़ से सहकार सर्किल पहुंचने के लिए यातायात डायवर्ट किया गया है ताकि लोगों को परेशानी न हो। शहर में भारी वाहन रिक्शा,ठेले,माल वाहक वाहन का प्रवेश वर्जित किया गया है। इसके अलावा जहां-जहां से वसुंधरा राजे का काफिला गुजरेगा वहां-वहां उस समय के लिए ट्रैफिक बंद किया जाएगा।


रूक-रूक कर हाईवे जाम

पुलिस सूत्रों ने बताया कि भाजपा के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा के स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं ने बहरोड़ से नीमराणा तक जगह-जगह स्वागत द्वार मंच बना रखे हैं। जहां पर वसुंधरा का स्वागत किया गया। इसके चलते बहरोड़ से ही यातायात जाम की स्थिति बनी रही।

9 साल की लड़की बनी मां,बॉयफ्रैंड लापता

9 साल की लड़की बनी मां,बॉयफ्रैंड लापता
मेक्सिको सिटी। मेक्सिको के पश्चिमी प्रांत जलिस्को में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहंा की एक नौ वर्षीय स्कूली छात्रा ने एक बच्ची को जन्म दिया है।

सूत्रों के मुताबिक जलिस्को के गुयादालाजारा शहर के एक अस्पताल में एक सप्ताह पहले इस बच्ची ने यह नवजात को जन्म दिया है। दोनों स्वस्थ हैं। लडकी के माता पिता इस घटना से हतप्रभ हैं।

बॉयफ्रैंड लापता,पुलिस में शिकायत

लडकी के माता पिता ने अपनी बेटी के गर्भवती होने की सूचना पुलिस को दी थी और बताया था कि जब से उनकी बेटी ने बच्ची को जन्म दिया तब से उस इलाके में रहने वाला लड़की का दोस्त नजर नहींं आ रहा है।

हो सकती है गिरफ्तारी

पुलिस के मुताबिक अगर यह साबित हो जाता कि वह लड़की के बच्ची का पिता है तो उसे बच्चो के साथ दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लड़की ने अपने परिजनों को बताया है कि वह लड़का उसका बॉयफ्रेंड है।

राज्य पुलिस बेड़े में शीघ्र दस हजार कांस्टेबल की भर्ती

  
जोधपुर। राज्य पुलिस बेड़े में शीघ्र ही दस हजार और कांस्टेबलों की भर्ती की जाएगी। साथ ही बाड़मेर में रिफाइनरी लगाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। इसके लिए प्रधानमंत्री व कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी तथा पेट्रोलियम मंत्री से लगातार सम्पर्क किए जा रहे हैं। इसमें 30 से 35 हजार करोड़ रूपए का निवेश होगा। तेल कम्पनी का मुख्य प्रशिक्षण केन्द्र संभागीय मुख्यालय जोधपुर में 45 करोड़ की लागत से बनेगा।
यह घोषणा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को दईजर स्थित ग्रामीण पुलिस लाइन में सरदार पटेल पुलिस, सुरक्षा एवं दाण्डिक न्याय विश्वविद्यालय के अस्थाई अकादमिक भवन का शिलान्यास व अनावरण करने के बाद आयोजित समारोह में की।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अलावा मार्च-अप्रेल तक दस हजार और कांस्टेबल भर्ती किए जाएंगे। इसके लिए डीजीपी हरीशचन्द्र मीना से बातचीत कर ली गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में आठ विश्वविद्यालय शुरू किए हैं। सभी का काम चल रहा है। धौलपुर, अलवर, सीकर, उदयपुर आदिवासियों के लिए विवि तथा जयपुर में पत्रकारिता विवि का कार्य चल रहा है। चित्तौड़ की तर्ज पर झुंझुनूं में भी सैनिक स्कूल बनाया जाएगा।

प्रशिक्षण के बाद भी मिलेगा सरकारी योजनाओ का लाभ ..महेश्वरी

आयुक्त ने किया कठपुतली प्रशिक्षण शिविर का किया अवलोकन

प्रशिक्षण के बाद भी मिलेगा सरकारी योजनाओ का लाभ ..महेश्वरी

जैसलमेर नगर परिषद् जैसलमेर के आयुक्त राम किशोर माहेश्वरी ने श्री कृष्णा संस्था द्वारा नगर परिषद् से वित्पोषित स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के तहत गफूर भटठा पर संचालित त्रेमासिक कठपुतली निर्माण प्रशिक्षण शिविर का अवलोकन किया .इस अवसर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा की स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के तहत आयोजित इस शिविर में प्रशिक्षनार्थी पूरी लगन के अपना कार्य सीखे ताकि इसका लाभ मिल ,सके उन्होंने कहा की प्रशिक्षण के दौरान महिलाए स्वयं सहायता समूहों का गठन कर बचत की आदत डाले .इसके सरकारी योजना का लाभ भी मिलेगा उन्होंने कहा की बस्ती की महिलाओ को सरकारी योजनाओ का पूरा लाभ ले ,चाहिए उन्होंने कहा की पालनहार योजना के तहत भी महिलाए आवदन कर सकती हें जिससे उनके बच्चो के पालन पोषण के साथ उन्हें का भी पुर्रा अवसर मिल सके ,उन्होंने महिलाओ को कहा की वे अपनी समस्याओ के बारे में निःसंकोच हो कर ,बताये समस्याओ का तत्परता से समाधान किया जायेगा उन्होंने कहा की इस योजना का उदेश्य महिलाओ को प्रशिक्षित कर उन्हें स्वरोजगार उपलब्ध करना हें , .इस अवसर पर आयुक्त ने प्रशिक्षनार्थियो द्वारा बने जा रही कठपुतलियो को गौर से ,देखा उन्होंने कठपुतली के निर्माण की पूरी प्रक्रिया को जांचा परखा .आयुक्त ने संस्था के इस अनूठे प्रयास की सराहना की .इस अवसर पर कार्यक्रम प्रभारी प्रदीप गौड़ ने कहा की कठपुतली निर्माण सिखाने के पश्चात् महिलाए अपने घर पर ही रोजगार खोल सकती हें ,पर्यटन से जुड़े इस व्यवसाय में असीम , हें उन्होंने कहा की प्रशिक्षित महिलाओ को नगर परिषद् की स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के तहत लोन भी दिलाया जाएगा ताकि महिलाए अपना व्यवसाय आरम्भ कर सके .इस अवसर पर प्रशिक्षक भंवरी देवी ने भी अब तक गए प्रशिक्षण की जानकारी दी .समारोह में संस्था सचिव चन्दन सिंह भाटी ,राजेंद्र सिंह चौहान ,सिकंदर शैख़ भी मौजूद थे .

अमेरिकी बाला से इश्‍क लड़ा रहे हैं 50 साल के अजहरुद्दीन?



ई दिल्‍ली. कांग्रेस सांसद और पूर्व क्रिकेटर मोहम्‍मद अजहरुद्दीन की नई दोस्‍त को लेकर चर्चे हो रहे हैं। आईपीएल में कोच बनने की ख्‍वाहिश जताने वाले अजहरुद्दीन के बारे में खबर है कि दिल्‍ली में रह रही एक अमेरिकी बाला शेनन मैरी तलवार से उनकी करीबी बढ़ रही है। अजहर इस बाला के साथ विदेशों की सैर भी कर रहे हैं।
PHOTOS: अमेरिकी बाला से इश्‍क लड़ा रहे हैं 50 साल के अजहरुद्दीन?
एक वेबसाइट ने अजहर और तलवार की कुछ तस्‍वीरें प्रकाशित की हैं। इन तस्‍वीरों में अजहर को तलवार के साथ पेरिस में वक्‍त बिताते देखा जा सकता है। 

नाबालिग से गैंगरेप, मां की मृत्यु के कारण तीन दिन तक छुपी रही बात!


जोधपुर/फलौदी.लोहावट थानांतर्गत गांव में मूंजासर की एक नाबालिगा के साथ तीन युवकों द्वारा गैंगरेप करने का मामला दर्ज करवाया गया। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक युवक फरार है। बुधवार को पुलिस ने पीड़िता को जोधपुर ले जाकर मेडिकल करवाया। पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुटी है।

थानाधिकारी कैलाशदान ने बताया कि मंगलवार रात को मूंजासर गांव की ही नाबालिग लड़की ने चाचा के साथ आकर तीन के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। दर्ज रिपोर्ट में बताया कि लड़की 2 फरवरी रात को अपने चाचा के घर से अपने घर जा रही थी कि रास्ते में गांव के तीन युवक हंसराज पुत्र तेजाराम मेघवाल, प्रवीणसिंह पुत्र सवाईसिंह राजपुरोहित व राजूसिंह पुत्र खींवसिंह राजपूत ने उसका मोटरसाइकिल पर बैठा कर ले गए।

आरोपियों ने रातभर उसे अज्ञात स्थान पर रखा और बारी-बारी से दुष्कर्म किया। सुबह आरोपी युवक उसे गांव में छोड़ गए। घर पहुंच कर उसने परिजनों को आपबीती बताई तो सब सन्न रह गए।

पुलिस के अनुसार पीड़िता की मां 29 जनवरी से बीमारी की वजह से जोधपुर में उपचाराधीन थी इसलिए वह अपने चाचा के घर रही थी। तीन फरवरी की रात को उसकी मां की मौत हो गई। इसकी वजह से परिवार वाले उसे पुलिस थाना नहीं ला सके। दाह संस्कार व अन्य क्रियाकर्म के बाद पांच फरवरी रात को पीड़िता अपने चाचा के साथ पुलिस थाना पहुंची और मामला दर्ज करवाया।

मामला दर्ज होते ही पुलिस हरकत में आई और रात को ही आरोपियों की तलाश प्रारंभ कर दी। बुधवार दोपहर दो आरोपियों हंसराज व प्रवीणसिंह को गिरफ्तार कर लिया। थानाधिकारी ने बताया कि एडीशनल एसपी केसरसिंह शेखावत के दिशा निर्देशन में टीम का गठन कर तीसरे आरोपी की तलाश की जा रही है।

900 पुरुषों के साथ सोने वाली वेश्या ने बताया पति-पत्नी के रिश्ते का अनकहा सच

वेलेंटाइन डे का दिन आते ही दुनियाभर में प्रेमी जोड़े प्रेम के पर्व की तैयारियां शुरू कर देते हैं। अन्य लोगों की तरह सुप्रसिद्ध प्रॉस्टिट्यूट रेबेका डॉकिन भी वेलेंटाइन डे की तैयारियों में लगी हुई हैं।
900 पुरुषों के साथ सोने वाली वेश्या ने बताया पति-पत्नी के रिश्ते का अनकहा सच
मजेदार बात यह है कि 37 वर्षीय इस हसीना का फेवरेट ग्राहक 70 साल का बूढ़ा शख्स है। हाल ही में रेबेका ने एक अखबार से अपने सेक्स अनुभवों के बारे में खुल कर बिंदास चर्चा की थी।

उन्होंने अपने करियर की शुरुआत से लेकर पहले क्लाइंट की फीस का जिक्र किया. इसके साथ ही बदलते समाज में पति-पत्नी के रिश्ते में किस तरह बदलवा आ रहे है उसके बारे में कई चौंकने वाले खुलासे किए.
900 पुरुषों के साथ सोने वाली वेश्या ने बताया पति-पत्नी के रिश्ते का अनकहा सच
रेबेका कहती हैं कि उन्हें पहले क्लाइंट से 1400 पाउंड की रकम मिली थी। एक बार मैं जब बैंक में लोन लेने के लिए गई थी और मैंने वहां बताया था कि मैं प्रॉस्टीट्यूट हूं। तब बैंक ने तुरंत हां कर दी थी। ब्रिटेन के डर्बीशर की रहने वाली रेबेका के माता-पिता उनका करियर प्रॉस्टीट्यूट के रूप में जानते हैं। रेबेका जब पहले क्लाइंट के पास गई थी तब, उनकी मां ने ही उन्हें बस स्टॉप पर छोड़ा था। रेबेका अपना पहला अनुभव शेयर करते हुए बताती हैं कि एक बार बात है कि एक क्लाइंट ने सेक्स के तुरंत बाद होटल रिसेप्शन पर फोन करके एक शैम्पेन और एक साफ चादर लाने के लिए कहा था। दरअसल, वह क्लाइंट इसलिए डरा हुआ था कि 30 मिनट में उसकी पत्नी उस रूम में ही आने वाली थी।इतना ही नहीं, अपने सेक्स अनुभवों के चलते रेबेका अब सेक्स टिप्स देने वाली किताब की लेखक भी बन चुकी है। रेबेका कहती है, अगर आपका पति आपके साथ सेक्स में रुचि नहीं लेता है तो इसका मतलब है कि उसे कहीं और से सेक्स मिल रहा है। क्योंकि शादी के बाद कोई भी मर्द बिना सेक्स के नहीं रह सकता।

रेबेका कहती है कि मुझे मालूम है कि अधिकतर महिलाओं को यह मालूम होता है कि उनके पतियों का अफेयर किसी अन्य महिला से चल रहा है। लेकिन, फिर भी वह इसका विरोध नहीं करती और वे भी पति के साथ सेक्स करने में रुचि नहीं लेती। आमतौर पर लोग एस्कॉर्ट को बुरा समझते हैं, लेकिन आप इस बात का नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं कि मर्दो को वेश्याओं के साथ अच्छा लगता है।रेबेका की किताब: द गर्लफ्रेंड एक्सपीरिएंस

रेबेका इतनी बड़ी प्रॉस्टीट्यूट है कि वह अपने क्लाइंट के साथ हांगकांग, दुबई, इटली, पेरिस, स्विटजरलैंड तक जा चुकी है। इनमें से कई तो उनके नियमित ग्राहक हैं और रेबेका इन लोगों से अच्छे संबंध है।

रेबेका कहती है कि उनका बेस्ट क्लाइंट 70 वर्षीय बूढ़ा इंसान है और शादीशुदा है। उसकी वाइफ अक्सर उसके साथ सोने से मना कर देती है। इसलिए उसे मेरे पास आना पड़ता है। वह एक फैक्ट्री का मालिक है और मुझे अब तक महंगी ज्वलरी और कपड़े दे चुका है। मुझे उसके साथ अच्छा लगता है। रेबेका कहती है कि वह एक अच्छा इंसान है और उसके पास बहुत अच्छा सेंस ऑफ ह्यूमर है। सच कहूं तो हमारे बीच सेक्स संबंध ही नहीं है बल्कि दोस्ती भी है।रेबेका अब तक कई अखबरों और मैगजीनों को इंटरव्यू दे चुकी हैं।

सोना खरीदने पर लग सकता है बैन

नई दिल्‍ली. देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सोने की बढ़ती मांग को कम करने के लिए जल्द ही इस बिक्री पर रोक लगा सकता है। हालांकि, यह रोक बैंकों तक ही सीमित होगी। आरबीआई के इस कदम के बाद लोग बैंकों से सोना नहीं खरीद पाएंगे। ऐसे में सोना खरीदने वालों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
सोना खरीदने पर लग सकता है बैन
रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रहे चालू खाता घाटे को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक आने वाले दिनों में बैंकों द्वारा खरीदे जाने वाले सोने पर अत्याधिक जरूरी परिस्थितियों में आंशिक प्रतिबंध लगा सकता है। सरकार और आरबीआई का मानना है कि सोने के आयात के कारण देश में आयात-निर्यात असंतुलन बढ़ता जा रहा है जिससे चालू खाते का संकट खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है ऐसे में इसे नियंत्रित करने के लिए ठोस उपाय जरूरी हो गए हैं।

आरबीआई ने भी सोने की खरीद को हतोत्साहित करने के लिए बैंको को सोने से जुड़े वित्तीय उत्पादों की बिक्री के आदेश दिए हैं तथा बैंको द्वारा सोने के बदले ऋण दिए जाने पर रोक लगाई है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इसके बावजूद हालात काबू नहीं आ रहे ऐसे में आगे सोने के आयात पर अंकुश लगाने के तमाम विकल्प खुले रखे जा रहे हैं।

बुधवार, 6 फ़रवरी 2013

foto...बहुमुखी प्रतिभा की धनी ओम शिखा तंवर का अभिनन्दन


बहुमुखी प्रतिभा   की धनी ओम शिखा तंवर  का अभिनन्दन  





जैसलमेर बहुमुखी प्रतिभा की धनी ॐ शिखा द्वारा विभिन क्षेत्रो में हासिल की गई उपलब्धियों को लेकर उनका श्री कृष्णा संस्था जैसलमेर द्वारा अभिनन्दन समारोह रखा गया ,संस्था के उपाध्यक्ष डॉ अशोक तंवर ने बताया की समाज में प्रतिभाशाली बालक बालिकाओ के सम्मान की कड़ी में  द्वारा ओम शिखा का सम्मान समारोह आयोजित  गया . बताया की ओम शिखा द्वारा मरू महोत्सव में मिस मूमल प्रतियोगिता की विजेता रही  वहीं  गत साल जोधपुर टाउन हॉल में आयोजित मोडलिंग  के  आयोजित प्रतियोगिता में ओम शिखा तंवर ने अपनी खूबसूरती से जमकर रखना कदम कॉम्पीटीशन के मॉडलिंग राउंड में प्रदेश में पहला स्थान अर्जित किया था । इसी साल छबीस जनवरी को झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई बन कर  में उतर कर विजेता रही .शहर के सेंट पौल विद्यालय के छठी कक्षा की छात्र ओम शिखा तंवर ने कम  में बड़ी उपलब्धिया हासिल कर  मुकाम बनाया  हें ,ओम शिखा नगर परिषद् के सभापति अशोक सिंह तंवर की सुपुत्री हें .ओम शिखा की कामयाबियो को लेकर संस्था द्वारा    और प्रसस्ति  भेंट कर सम्मानित किया गया .कार्यक्रम में संस्था सचिव चन्दन सिंह भाटी ,राजेंद्र सिंह ,चौहान ,डॉ सीमा तंवर ,प्रदीप  सहित कई लोग उपस्थित थे 

foto....मुग़ल संस्कृति और स्थापत्य कला का प्रतिक हें किशनगढ़ का किला











मुग़ल संस्कृति और स्थापत्य कला का प्रतिक हें किशनगढ़ का किला
चन्दन सिंह भाटी 

जैसलमेर के सांस्कृतिक इतिहास में यहाँ के स्थापत्य कला का अलग ही महत्व है। किसी भी स्थान विशेष पर पाए जाने वाले स्थापत्य से वहां रहने वालों के चिंतन, विचार, विश्वास एवं बौद्धिक कल्पनाशीलता का आभास होता है। जैसलमेर में स्थापत्य कला का क्रम राज्य की स्थापना के साथ दुर्ग निर्माण से आरंभ हुआ, जो निरंतर चलता रहा। यहां के स्थापत्य को राजकीय तथा व्यक्तिगत दोनो का सतत् प्रश्रय मिलता रहा। इस क्षेत्र के स्थापत्य की अभिव्यक्ति यहां के किलों, गढियों, राजभवनों, मंदिरों, हवेलियों, जलाशयों, छतरियों व जन-साधारण के प्रयोग में लाये जाने वाले मकानों आदि से होती है।इसी कड़ी में जैसलमेर का पाकिस्तान सरहद पर निर्मित किला हे किशनगढ़ .समय की मार झेलते झेलते आज जर्जर अवस्था में पहुँच गया ,हें किशनगढ़ का किला अपने आप में अनूठा हे सुरक्षा के लिहाज़ हे मुग़ल कालीन शैली में इसे बनाया गया था .इसकी विशेषता हे की इस किले में एक बारगी प्रवेश करने के बाद किसी को ढूँढना काफी मुश्क्किल था .इसके ख़ुफ़िया रास्ते इसके निर्माण की खाशियत हें ,

जैसलमेर इतिहासकारों के अनुसार सीमावर्ती इलाके में बना किशनगढ़ दुर्ग मुस्लिम शैली में बना हुआ है। इसका पुराना नाम दीनगढ़ था। इसका निर्माण महारावल मूलराज ने 1820 से 1876 ई. के मध्य करवाया था। 1965 के भारत पाक युद्ध में इस किले को खासा नुकसान पहुंचा था। इस किले में देवी की बड़ी बड़ी प्राचीन मूर्तियां भी है,मुग़ल शैली की निर्माण कला अनायास ही अपनी और आकर्षित करती हें ,जैसलमेर के किले जहां पत्थरो से निर्मित हें वही किशनगढ़ का किला पूर्णतया ईंटो से बना हें ,इस किले को हासिल करने के लिए मुग़ल शासको ने काफी प्रयास किये थे .अविभाजित भारत के समय इसका निर्माण किया था इसके निर्माण की शैली वर्तमान पाकिस्तान के कई किले के सामान हें ,इसकी निर्माण कला अनायास को अपनी और आकर्षित करती हें .

जैसलमेर राज्य मे हर २०-३० किलोमीटर के फासले पर छोटे-छोटे दुर्ग दृष्टिगोचर होते हैं, ये दुर्ग विगत १००० वर्षो के इतिहास के मूक गवाह हैं। मध्ययुगीन इतिहास में इनका परम महत्व था। ये राजनैतिक आवश्यकतानुसार निर्मित कराए जाते थे। दुर्ग निर्माण में सुंदरता के स्थान पर मजबूती तथा सुरक्षा को ध्यान में रखा जाता था। परंतु यहां के दुर्ग मजबूती के साथ-साथ सुंदरता को भी ध्यान मं रखकर बनाया गया था। दुर्गो में एक ही मुख्य द्वारा रखने के परंपरा रही है। किशनगढ़, शाहगढ़ आदि दुर्ग इसके अपवाद हैं। ये दुर्ग पक्की ईंटों के बने हैं। इस दुर्ग में आठ से अधिक बुर्ज बने हें । ये दुर्ग को मजबूती, सुंदरता व सामरिक महत्व प्रदान करते थे।जैसलमेर राज्य भारत के मानचित्र में ऐसे स्थल पर स्थित है जहाँ इसका इतिहास में एक विशिष्ट महत्व है। भारत के उत्तर-पश्चिमी सीमा पर इस राज्य का विस्तृत क्षेत्रफल होने के कारण अरबों तथा तुर्की के प्रारंभिक हमलों को यहाँ के शासकों ने न केवल सहन किया वरन दृढ़ता के साथ उन्हें पीछे धकेलकर शेष राजस्थान, गुजरात तथा मध्य भारत को इन बाहरी आक्रमणों से सदियों तक सुरक्षित रखा। राजस्थान के दो राजपूत राज्य, मेवाइ और जैसलमेर अनय राज्यों से प्राचीन माने जाते हैं, जहाँ एक ही वंश का लम्बे समय तक शासन रहा है। हालाँकि मेवाड़ के इतिहास की तुलना में जैसलमेर राज्य की ख्याति बहुत कम हुई है, इसका मुख्य कारण यह है कि मुगल-काल में बी जहाँ मेवाड़ के महाराणाओं की स्वाधीनता बनी रही वहीं जैसलमेर के महारावलों द्वारा अन्य शासक की भाँती मुगलों से मेलजोल कर लिया जो अंत तक चलता रहा। आर्थिक क्षेत्र में भी यह राज्य एक साधारण आय वाला पिछड़ा क्षेत्र रहा जिसके कारण यहाँ के शासक कभी शक्तिशाली सैन्य बल संगठित नहीं कर सके। फलस्वरुप इसके पड़ौसी राज्यों ने इसके विस्तृत भू-भाग को दबा कर नए राज्यों का संगठन कर लिया जिनमें बीकानेर, खैरपुर, मीरपुर, बहावलपुर एवं शिकारपुर आदि राज्य हैं। जैसलमेर के इतिहास के साथ प्राचीन यदुवंश तथा मथुरा के राजा यदु वंश के वंशजों का सिंध, पंजाब, राजस्थान के भू-भाग में पलायन और कई राज्यों की स्थापना आदि के अनेकानेक ऐतिहासिक व सांस्कृतिक प्रसंग जुड़े हुए हैं।


आज़ादी के बाद जैसलमेर रियासत के समय पाकिस्तान के लडाको हूर्रो का काफी आंतक किशनगढ़ में रहा .उस दौरान हुर्रो से निपटने के लिए जैसलमेर के तत्कालीन महारावल ने जिम्मेदारी सत रामजी हजूरी को सौंपी ,थी सत रामजी ने हुर्रो से धर्मेला कर इस समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पा लिया .

सदियों तक आवागमन के सुगम साधनों के आभाव में यह स्थान देश के अनय प्रांतों से लगभग कटा सा रहा। इस कारण बाहर के लोगों केकिशनगढ़ के बारे में बहुत कम जानकारी रही है। सामान्यत: लोगों की कल्पना में यह स्थान धूल व आँधियों से घिरा रेगिस्तान मात्र है। परंतु वस्तुस्थिति ऐसी नहीं है, इतिहास एवं काल के थपेड़े खाते हुए भी यहाँ प्राचीन, संस्कृति, कला, परंपरा व इतिहास अपने मूल रुप में विधमान रहा तथा यहाँ के रेत के कण-कण में पिछले आठ सौ वर्षों के इतिहास की गाथाएँ भरी हुई हैं। जैसलमेर राज्य ने मूल भारतीय संस्कृति, लोक शैली, सामाजिक मान्यताएँ, निर्माणकला, संगीतकला, साहित्य, स्थापत्य आदि के मूलरुपंण बनाए हुए .

किशनगढ़ किले के जिर्नोदार के लिए पुरातत्व विभाग ने ढाई करोड़ रुपये स्वीकृत किये थे मगर इस बजट का किशनगढ़ के किले में इस्तेमाल नज़र नहीं आ रहा .आज चमगादड़ो का डेरा बन चुका यह की सरंक्षण की दरकार रखता हें ,इस किले का जिर्णोदार कराया जाये तो यह जैसलमेर आने वाले पर्यटकों  के लिए ख़ास आकर्षण का केंद्र बन सकता हें .

पंचायत के फरमान का शिकार हुआ एक और युगल, पति-पत्नी को भाई-बहन बनाया

सोनीपत. पंचायत के फरमान का एक और जोड़ा शिकार हो गया। रविवार को सात फेरे लेकर दोनों ने शादीशुदा जीवन शुरू ही किया था कि मंगलवार को उन्हें भाई-बहन बना दिया। वाकया गोहाना के जौली गांव का है।

पंचायत ने नवविवाहित जोड़े को अलग-अलग रहने का आदेश दिया। इसके बाद शादी टूट गई। शगुन में मिला सामान व रुपया-पैसा भी वापस कर दिया गया। दुल्हन अपने मायके चली गई।

जौली के गांव ख्याली राम के बेटे अनिल की शादी उम्मेदगढ़ में सब्रवाल गोत्र की लड़की के साथ रविवार को हुई थी। अनिल का गोत्र मेहरा है। इस लिहाज से सब ठीक था। लेकिन गांव में सब्रवाल गोत्र के लोग भी रहते हैं। उन्हें जब पता चला कि लड़की उनके गोत्र की है तो मामला बिगड़ गया।

रविवार को लड़की के पिता, चाचा, मामा व अन्य रिश्तेदारों को गांव में बुलाया गया। इसके बाद पंचायत हुई। पंचायत में लड़का व लड़की पक्ष के लोग, दोनों के गोत्र के प्रतिनिधियों के अलावा लाठ गांव के सरपंच जगबीर, जौली के सरपंच रतन सिंह, तपेदार हरिसिंह आदि भी मौजूद रहे। इसमें फैसला हुआ कि यह शादी गलत है।

इसलिए पति-पत्नी एक दूसरे को भाई बहन स्वीकार करें। साथ ही शादी को अमान्य करार दिया गया और सारा सामान वापस कर दिया गया। गौरतलब है कि तीन दिन पहले हिसार के बिठमड़ा गांव में ऐसी ही घटना हुई थी।

लड़का और लड़की जो भी मदद मांगेंगे, हम देंगे

पुलिस व अन्य अफसरों से बात कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। लड़का या लड़की पक्ष को जो मदद चाहिए वह दी जाएगी।

-पंकज अग्रवाल, उपायुक्त सोनीपत

भाईचारा कायम रखने के लिए ऐसा जरूरी था

गांव के गोत्र में शादी नहीं हो सकती। इससे भाईचारा बिगड़ता है। दोनों को भाई-बहन मानते हुए शादी रद्द कर दी गई।

-रतन सिंह, जौली गांव के सरपंच

मनोहर सिंह अडबाला राजस्थानी भाषा समिति जैसलमेर के जिला संयोजक मनोनित

मनोहर सिंह अडबाला राजस्थानी भाषा  समिति जैसलमेर के जिला संयोजक मनोनित


जैसलमेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति जैसलमेर के जिला संयोजक पद पर मनोहर सिंह अडबाला को मनोनित किया गया ,हें समिति के संभाग उप पाटवी और जैसलमेर जिला प्रभारी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की प्रदेश अध्यक्ष के सी मालू और प्रदेश मंत्री राजेंद्र सिंह बारहट के निर्देशानुसार जैसलमेर में अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति का गठन करने की
दिशा में मनोहर सिंह अडबाला को जिला संयोजक मनोनित किया गया हें .भाटी ने बताया अडबाला को संयोजक मनोनित कर उन्हें शीघ्र समिति और उसके घटक संघठनो राजस्थानी चिंतन ,परिषद् राजस्थानी महिला परिषद् ,राजस्थानी छात्र परिषद् और राजस्थानी मोटियार परिषद् के जिला अध्यक्षों तथा कार्यकारिणी के गठन के निर्देश दिए गए हें ,समिति जैसलमेर में राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के जन अभियान का आगाज़ करने तथा राजस्थानी भाषा के प्रचार प्रसार का जिम्मा संभालेंगे .

मंदिर निर्माण पर निर्णय लेगी विहिप!

मंदिर निर्माण पर निर्णय लेगी विहिप!
अयोध्या। प्रयाग के कुम्भ मेले में विश्व हिन्दू परिषद की तरफ से बुधवार को केन्द्रीय मार्ग दर्शक मण्डल की बैठक होनी है। अयोध्या में स्थित विवादित श्रीरामजन्म भूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का मुद्दा इस बैठक में छाया रहने वाला है। विश्व हिन्दू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा के अनुसार श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए विहिप की केन्द्रीय मार्ग दर्शक मण्डल की बैठक रसिया बाबा स्थान पर होगी।

बैठक में शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं छावनी परिषद के महंत नृत्यगोपालदास, रामजन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य महंत डा. रामविलास दास वेदान्ती, जगतगुरू धराचार्य, जगतगुरू पुरूषोत्तमाचार्य म कौशलकिशोर दास, म.किशोरी शरण दास,शंकराचार्य वासुदेवानंद,डा. रामेश्वर दास, स्वामी विश्वेसरतीर्थ, जगतगुरू राम भद्राचार्य सहित देश के विभिन्न संत धर्माचार्य भाग लेंगे। इस सम्मेलन में विश्व हिन्दू परिषद के संरक्षक अशोक सिंघल, विहिप के कार्याध्यक्ष डा.प्रवीणभाई तोगडिया, महामंत्री चम्पत राय, संगठन महामंत्री दिनेश चन्द्र तथा केन्द्रीय मार्गदर्शक मण्डल के संयोजक पं. जेवेश्वर मिश्र आदि सहित भक्त लोग भी शामिल होंगे।

गौरतलब है कि राजीव गांधी के प्रधानमंत्रित्वकाल सन् 1989 में अयोध्या में शिलान्यास और देश भर में शिलापूजन कराए जाने का निर्णय महाकुम्भ में ही लिया गया था। छह दिसम्बर 1992 को अयोध्या में कारसेवा किए जाने की सैद्धान्तिक सहमति भी महाकुम्भ में बनी थी। हालांकि इसका औपचारिक निर्णय बाद में दिल्ली में हुआ था। सन् 2001 में विहिप ने मन्दिर के मॉडल की प्रदर्शनी लगाने का भी निर्णय महाकुम्भ में लिया था। विहिप के इस आयोजन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत भी आएंगे। जानकारों के अनुसार इलाहाबाद में चल रहा महाकुम्भ अयोध्या के लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि लगभग हाशिये पर पहुंच गए विहिप एवं उसके अनुषांगिक संगठन अगले वर्ष प्रस्तावित लोकसभा चुनाव के मद्देनहर कुंभ में कोई कड़ा फैसला ले सकते हैं।

अयोध्या में गत 26 नवम्बर को आयोजित सन्त सम्मेलन में रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महन्त नृत्य गोपाल दास ने इसका संकेत देते हुए कहा था कि महाकुम्भ में मन्दिर निर्माण की तिथि घोषित किए जाने जैसा कड़ा फैसला लिया जा सकता है। दास ने कहा था कि सन् 1949 से 30 सितम्बर 2010 तक यहमामला जिला अदालत से लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय तक चला और अब उच्चतम न्यायालय में लम्बित है।

सन्तों का मानना है कि यह मामला आस्था का है इसलिए अदालत इसमें एक सीमा से आगे जाकर आदेश शायद ही कर पाए। उसी सन्त सम्मेलन में विहिप के संरक्षक अशोक सिंघल ने कहा थाकि अब हिन्दू संसद की जरूरत आ पड़ी है । हिन्दू संसद के बगैर गोवध, आतंकवाद, धर्मान्तरण एवं मठ मन्दिरों का अधिग्रहण नहीं रूक सकता। इस आधार पर कहा जा सकता है कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए विहिप और उसके समर्थक संगठन हिन्दुत्व को हवा देने में कोई कोरकसर नहीं छोडेंगे।

विहिप सूत्रों ने बताया कि सात फरवरी को महाकुम्भ क्षेत्र में आयोजित सन्त सम्मेलन में 20 हजार लोगों को आमंत्रित किया गया है। सूत्रों ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यह बैठक हिन्दुत्व के नजरिये से काफी महत्वपूर्ण होगी और विहिप इसे मजबूती देने में कोई कोरकसर नहीं छोडेगी। विवादित राम जन्मभूमि मन्दिर माडल के दर्शन के लिए महाकुम्भ में मन्दिर के माडल की आकृति बनाई गई है।

संगम तीरे बना यह खास माडल श्रद्धालुओं के आकर्षण का केन्द्र है। माडल को लगभग विहिप के प्रस्तावित मन्दिर के ढांचे की तरह ही तैयार किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को बद्रीनाथ, केदारनाथ और राम जन्मभूमि के दर्शन का अहसास हो सके। महाकुम्भ में अब बद्रीनाथ और केदारनाथ के भी दर्शन हो रहे हैं। इन तीर्थस्थलों के अलावा भी अरैल में बने पुष्प विहार में कई ऎतिहासिक धरोहरों का भी नवीनकरण कराया जा रहा है।

रेप नहीं कर सका तो मुंह में घुसा दी रॉड

रेप नहीं कर सका तो मुंह में घुसा दी रॉड
नई दिल्ली। दिल्ली में एक व्यक्ति ने दुष्कर्म का प्रयास करने के दौरान महिला के मुंह में रॉड घुसा दिया, जिससे 24 वर्षीया महिला की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि दक्षिणी दिल्ली के लाजपत नगर के एक मकान में एक केबल आपरेटर अनिल कुमार (26) पहुंचा। उसने महिला को घर में अकेली पाकर उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। यह घटना सोमवार रात करीब 8.30 बजे हुई।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुमार केबल टीवी का मासिक किराया वसूलने महिला के घर गया था। उसने महिला को घर में अकेली पाकर दुष्कर्म का प्रयास किया। महिला जब मदद के लिए चिल्लाने लगी, तब उसने उसके मुंह में रॉड घुसा दिया।

महिला की की चीख-पुकार सुनकर पड़ोस के लोग आए और उन्होंने उसकी मदद की, लेकिन कुमार तब तक फरार हो गया। उसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारी ने बताया कि पीडित महिला को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ले जाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई गई है।

समधन का समधन ने करवाया दुष्कर्म

समधन का समधन ने करवाया दुष्कर्म 

बाड़मेर अपनी बेटी से मिलने गई मां का समधन ने ही सामूहिक दुष्कर्म करवा दिया। इस आशय का मामला महिला पुलिस थाना बाड़मेर में दर्ज किया गया है। पीडि़ता की मेडिकल जांच बुधवार को होगी। महिला पुलिस थाना से मिली जानकारी के अनुसार होडू निवासी एक महिला ने मामला दर्ज करवाया कि 21 जनवरी को वह अपनी बेटी से मिलने के लिए शिवकर गांव गई थी। जहां पर उसने अपनी बेटी की सास दमी से मिलकर कुशलक्षेम पूछी। वह रात्रि को बेटी के यहां रुक गई। समधन दमी ने रात्रि में जगदीश पुत्र पूराराम निवासी भुरटिया एवं बांकाराम पुत्र गोरखाराम निवासी शिवकर को बुलाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करवा दिया। इस आशय का मामला दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।