बुधवार, 17 अक्टूबर 2012

शिक्षकों की मांग को लेकर स्कूल को जड़ा ताला


शिक्षकों की मांग को लेकर स्कूल को जड़ा ताला 
ग्राम पंचायत राजमथाई के अन्तर्गत लोंगासर राजस्व गांव के राणसिंह की ाणी राउप्रावि में शिक्षकों की कमी के चलतें ग्रामीणों नें बुधवार कों विद्यालय पर ताला जड़ दिया। ग्रामीण वयोवृद्व स्वरूपसिंह के नेतृत्व में  उम्मेदसिंह, तनेरावसिंह, भीमसिंह,भंवरसिंह,भोमसिंह,खंगारसिंह,अर्जुनसिंह,चनणाराम,जीवणाराम,बालाराम,धनपालसिंह , अमरसिंह, सहित सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण मौजूद थें। ग्रामीण डेपुटेशन पर गए विद्यालय के दो शिक्षकों को मूल पद पर नियुक्ति नहीं देनें,तथा विद्यालय प्रशासन के ुलमुल रवैये से नाराज थे।अपनी मांगां को लेकर ग्रामीण अड़े रहे।दोपहर करीब दो बजे एबीओ भंवरलाल सूडिंया,एबीओ हिंगलाजदान व नोडल प्रधानाध्यापक जालमसिंह मौके पर पहुचें तथा ग्रामीणो से समझाइश की। एबीओ नें आश्वासन दिया कि प्रतिनियुक्ति पर चल रहे अध्यापक भगवानसिंह को चांदसिंह की ाणी से मूल पद पर राण्सिंह की ाणी लगाया जाएगा। जिससे विद्यालय की शिक्षण व्यवस्था में सुधार हो। इसके बाद ग्रामीणों की रजामंदी से स्कूल का ताला खोलकर शिक्षण व्यवस्था सुचारू की गई।

तालाब के पानी में उतरा रोशनी भरा आसमान..


तालाब के पानी में उतरा रोशनी भरा आसमान..



जसेदर तालाब में आयोजित हुआ दीपदान 

जलसंरक्षण की अनूठी पहल का हुआ आगाज 

बाड़मेर 
बुधवार की अलमस्त सुबह स्थानीय जसदेर तालाब े पानी में रोशनी भरा मानो आसमान उतरता नजर आ रहा था मौका था जलस्वास्थ्य अभियात्रिकी विभाग और सीसीडीयू े आईईसी अनुभाग द्वारा नवरात्रा े पावन पर्व पर जल संरक्षण े लिए अनूठी पहल े रूप में दीपदान कार्यक्रम का। 
स्थानीय जसदेर तालाब में बुधवार प्रातः गौरव विद्या मन्दिर उच्च माध्यमिक विद्यालय और भीमविद्या मन्दिर उच्च प्राथमिक विद्यालय तिलक नगर े सैकड़ो बच्चों ने चौहटन प्रधान शम्मा खां और अधीशाषी अभियन्ता बीएल जाटोल े साथ मिलकर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और सीसीडीयू े आईईसी विभाग द्वारा आयोजित जल संरक्षण े लिए दीपदान कार्यक्रम का आगाज किया। सीसीडीयू े आईईसी कन्सलटेंट अशोकसिंह ने बताया कि भारत भर में दीपदान एक परंपरा है और इसे पीछे कई सारे अर्थ छीपे है हालांकि धार्मिक परंपरा े मुताबिक दीपदान हमें बूरे कर्मों से बचने का संदेश देता है। राज्यभर में सरकार द्वारा आम जनता में जलचेतना को लेकर कई कार्य कर रही है। उसी सदर्भ में इस दीपदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और सीसीडीयू द्वारा जिले े विभिन्न तालाबों और नाडियों में दीपदान का आयोजन किया जाएगा उसी क्रम में इस आयोजन का आगाज बुधवार की रोज स्थानीय जसदेर तालाब में किया गया । इस दीपदान े जरिए प्रकृति और परमात्मा को इस बात का विश्वास दिलाया कि हम प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करेंगे। इस मौे पर सैकड़ो बच्चो को सम्बोधित करते हुए चौहटन प्रधान शम्मा खां ने कहा कि किसी भी बदलाव े लिए हमें अपनी परम्पराओं का साथ निभाना होगा और दीपदान शरीखे पारम्परिक कार्यक्रम े जरिये जलचेतना की बात सही मायने आमजनता तक सीधे पहुंच करने वाली बात रहेगी। इस मौे पर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग े बीएल जाटोल ने कहा कि सीसीडीयू े आईईसी विभाग द्वारा किया गया आयोजन जनजागरण की नवीन पहल होगा। सीसीडीयू े आईईसी अनुभाग द्वारा दीपदान े इस आयोजन े जरिए जिले भर में दस हजार े करीब दीप जल स्त्रोतों में प्रवाहित कर संकल्प दिलाने का लक्ष्य रखा गया है। आगामी दिनों में इस अनुठे आयोजन े लिए जहा चौहटन े छीपल नाडी, शिव े मानसरोवर तालाब सहित कई तालाबों और नाडियों में दीपदान किया जाएगा। इस मौे पर सीसीडीयू े भू-जल वैज्ञानिक डॉ शंकरलाल नामा, गौरव विद्या मन्दिर उच्च माध्यमिक विद्यालय े प्रबंध हरीश चौधरी, भीमविद्या मन्दिर े प्रबंधक प्रेम परिहार, पृथ्वीसिंह सेवड़, गजेश कुमावत और सवाईसिंह गोदारा सहित कई गणमान्य लोग उपिस्थत थे।

जोधपुर एम्स का नामकरण पुन: भक्त शिरोमणि मीरा बाई एम्स करने की मांग

जोधपुर एम्स का नामकरण पुन: भक्त शिरोमणि मीरा बाई एम्स करने की मांग 
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा जोधपुर एम्स का नामकरण पुन: भक्त शिरोमणि मीरा बाई एम्स करने की मांग को लेकर जिला कलक्टर को, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री, राज्यपाल मुख्यमंत्री व सांसद के नाम ज्ञापन गुरूवार को जिला कलेक्टर को सौंपा जाएगा ।

समिति के महासचिव विजय कुमार ने बताया की राजस्थानी संसक्रति प्रेमियो को इस बात को लेकर भारी रोष है कि मीरा बाई नाम तय करने के बाद भी जोधपुर एम्स से हटा दिया गया। राजस्थान के समस्त प्रबुद्ध नागरिको और साहित्यकारों में मीरा बाई का नाम हटाने पर आपत्ति है।

एम्स से मीरा बाई का नाम हटाने पर बाड़मेर ने नाराजगी जाहिर की है। 
मीरा का नाम मारवाड़ में स्थापित जोधपुर एम्स में शिलान्यास के बाद हटाना, उस महान् आत्मा का अपमान करना है।अतः एम्स का नामकरण पुनः मीरा बाई के नाम से करने को लेकर गुरूवार को ज्ञापन दिया जाएगा ,

पधारो म्हारी लाडो’े’’ का हुअुआ आगाज

पधारो म्हारी लाडो’े’’ का हुअुआ आगाज 

बेिटियां बचाने को लेकेकर स्वास्थ्य विभाग का अनूठूठा प्रय्रयास, एक वशर चलेगेगा जागरूकता

महाअभियान, केयेयर्न देगेगा िक्षण व स्वास्थ्य सामग्री्री 

 
बाडमेरेर। बेटियों को लेकर हमें और हमारे समाज को सोच बदलनी होगी और इसके जिए जरूरी है 

कि हम जन्म से ही बेटेबेटियों के बीच के भेदभाव खत्म करें। यह भी बहुत बुरी स्थिति है कि 

पुरूश की बजाए महिलाएं भी बेटियों के साथ भेदभाव करती हैं। इसलिए आज प्रण लें कि हम इस 

भेदभाव को जड़ से समाप्त करेंगे। ये भावनाएं बुधवार को जिला प्रमुख मदनकौर ने व्यक्त की, जो 

स्वास्थ्य विभाग, केयर्न इंडिया, हेल्पेज इंडिया और स्माईल फाउंडोन इंडिया के संयुक्त तत्वावधान 

में आयोजित ॔॔पधारो म्हारी लाडो’’ जागरूकता महाअभियान को संबोधित कर रही थीं। इस मौके 

पर चौहटन प्रधान भामा बानो, सीएमएचओ डॉ. हेमराज सोनी, केयर्न इंडिया की वेरोनिका ज्योरज, 

सुमन तालुकदार, यावंत सिन्हा, सीपी राजावत एवं उर्मिला स्वामी मौजूद थी। अभियान की 

भाुरूआत वार्ड नंबर 20 के आंगनबाड़ी केंद्र और बायतु ब्लॉक के खानजी का तला ग्राम पंचायत से 

हुआ। इस अवसर पर बालिकाओं का जन्मदिन केक काटकर मनाया गया और उन्हें विभिन्न उपहार 

दिए गए। 

चौहटन पंचायत समिति की प्रधान भामा बानो ने कहा कि कन्या भू्रण हत्या और बेटेबेटियों के बीच 

के भेदभाव का कम करने के उद्देय से जो यह कदम उठाया गया है, वह बेहद सराहनीय है। 

मुझे खुाी है कि धीरेधीरे बेटियों के प्रति समाज की धारणा बदल रही है, लेकिन इस धारणा को 

पूरी तरह से बदलने के लिए हमें सामूहिक प्रयास करने होंगे। केयर्न इंडिया की वेरोनिका ज्योरज 

ने कहा कि किसी भी समाज या दो की प्रगति के लिए जरूरी है कि बेटेबेटियों के बीच के 

भेदभाव को समाप्त किया जाए। विभाग द्वारा उठाए गए इस कदम की सराहना करते हुए उन्होंने 

कहा कि इससे समाज में सकारात्मक संदो जाएगा और बदलाव की बयार आएगी। जिला आईईसी 

समन्वयक विनोद बिनोई ने बताया कि अभियान के तहत आगामी कार्यक्रम भाहरी आंगनबाड़ी केंद्र 

के साथ ही धोरीमन्ना ब्लॉक में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। बुधवार को आयोजित 

कार्यक्रम में पंचायत समिति सदस्य आईएम खान, प्रधानाध्यापक हेमाराम, हेल्पेज इंडिया के केदार 

भार्मा, स्माईल फाउंडोन इंडिया के संजय जोाी, आयुश अधिकारी डॉ. अनिल झा, आा समन्वयक 

राको भाटी, आा सहयोगिनी रेणुका, अरूणा, मनसा आदि भी मौजूद थे। 

छलक आते हैं ैं आसंसं ू 

जिला प्रमुख मदनकौर ने कहा कि अब तो हर रोज नवजात बच्चियों को झांडियों में फैंकने की 

खबर अखबारों में पॄने को मिल जाती है, जिसे देख दिल पसीज उठता है। उन्होंने कहा कि यह 

हमारे समाज व दो के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है, जिससे हमसब को मिलकर मुकाबला करना 

होगा। उन्होंन आह्वान किया कि ऐसे लोगों को हमें कड़ी से कड़ी सजा दिलानी चाहिए और इनका 

जिला ग्रामीण स्वास्थ्य ग्रा्रामीण्समिति, बाड़म़मेरेर 

कार्यालय मुखुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बाड़म़मेरेर 

फोनेन ़919829762729 पमबण्इंतउमत/हउंपसण्बवउ 

बहिश्कार करना चाहिए। जिला प्रमुख मदनकौर ने कार्यक्रम के दौरान अपने व्यक्तिगत अनुभवों को 

भी आमजन के साथ साझा किया। उन्होंने बच्चियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे अधिक से 

अधिक िक्षा ग्रहण कर बाडमेर और दो का नाम रोान करें। उन्होंने बच्चियों के परिजनों से भी 

बालिकाओं को िक्षित करने के लिए प्रेरित किया। 

हुइुई बेटेटी, बजी थाली 

स्वास्थ्य विभाग के आईईसी अनुभाग और केयर्न इंडिया द्वारा आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की 

आगामी कड़ी में बेटी के जन्म पर थाली बजाने की प्रथा भाुरू की जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य 

संस्थानों में एएनएम व आाओं के जरिए मुख्यतः थाली बजवाई जाएगी। बुधवार को आयोजित 

कार्यक्रम के दौरान जिला प्रमुख मदनकौर द्वारा बेटी के जन्म पर थाली बजाने की प्रथा भाुरू करने 

की घोशणा की गई तो वार्ड में बच्ची के जन्म अवसर देखते हुए आंगनबाड़ी केंद्र पर थाली बजाई 

गई। आाओं एवं आमजन ने भी इस प्रथा में सहभागिता अदा करने का निर्णय लिया। 

बेिटियों ें की हुइुई मनुहुहार 

वार्ड नंबर 20 में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर राधिका, पूनम, भूमिका और मानसी का जन्मदिवस केक 

काटकर मनाया गया। अतिथिगणों ने सभी बालिकाओं को िक्षण सामग्री उपहार स्वरूप प्रदान की। 

वहीं यहां मौजूद सभी बच्चों को टॉफियां भी वितरण की गई। इसी तरह बायतु ब्लॉक के खानजी 

का तला गांव में सलमा व भानूप्रिया का जन्मदिन मनाकर उन्हें िक्षण सामग्री दी गई। वहीं तीन 

माह तक की बच्चियों दुर्गा, बबली, भगवती, मीरां, गंगा, बरजू एवं अचली को स्वास्थ्य सुरक्षा सामग्री 

प्रदान की गई। 

एक वशर चलेगेगा अभियान 

केयर्न इंडिया के सुमन तालुकदार ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि ॔॔पधारो म्हारी लाडो’’ 

जागरूकता महाअभियान एक वशर तक नियमित रूप से चलेगा। केयर्न द्वारा जिले के चार ब्लॉकों में 

तीन माह की बेटियों को स्वास्थ्य सामग्री और एक से तीन वशर तक की बच्चियों को िक्षण सामग्री 

दी जाएगी। अभियान के तहत प्रत्येक माह इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित कर आमजन में 

जागरूकता पैदा की जाएगी। जबकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चियों का 

जन्मदिन मनाया जाएगा। इसके साथ ही अन्य जागरूकता गतिविधियां भी जल्द ही भाुरू की 

जाएंगी।

सलमान खुर्शीद ने केजरीवाल को धमकाया

सलमान खुर्शीद ने केजरीवाल को धमकाया

नई दिल्ली। ट्रस्ट पर लगे आरोपों के कारण केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद अपना आपा खोते जा रहे हैं। अब तो वह खुले आम आरोप लगाने वाले अरविंद केजरीवाल को धमका रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने फर्रूखाबाद में खुर्शीद के खिलाफ आंदोलन की बात कही है। इससे खुर्शीद उखड़ गए हैं।

उन्होंने कहा कि मैं केजरीवाल को वहां जाने का वीजा नहीं दूंगा। फर्रूखाबाद जाने के लिए लंबा रास्ता है। दिल्ली से फर्रूखाबाद 300 किलोमीटर दूर है। केजरीवाल को वहां जाने दीजिए। उसे यह ध्यान में रखना चाहिए कि वहां से वापस भी आना है। बहुत दिनों से मेरे हाथ में कलम थी। मुझे वकीलों का मंत्री बनाया गया था। मुझे कहा गया था कि कलम से काम करूं लेकिन अब मैं लहू से भी काम करूंगा। सवाल करने वाले भूल जाएंगे कि सवाल कैसे पूछा जाता है। कानून मंत्री ने यह बात अपने घर पर समर्थकों के सामने कही।

खुर्शीद की इस धमकी पर केजरीवाल के सहयोगी कुमार विश्वास ने कहा कि हम हर हाल में फर्रूखाबाद जाएंगे। खुर्शीद को जो करना है कर ले। हमें तो खुर्शीद के ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई करने को लेकर भी संदेह हो रहा है। विश्वास ने कहा कि प्रधानमंत्री खामोश बैठे हैं इसलिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को खुर्शीद की धमकियों को संज्ञान में लेना चाहिए।

इससे पहले खुर्शीद ने जब दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस की थी तो उन्होंने स्टिंग ऑपरेशन करने वाले पत्रकार को भी धमकाया था। उन्होंने चैनल के खिलाफ 200 करोड़ का मानहानि का केस भी किया है। निजी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन के खुलासे के बाद अरविंद केजरीवाल ने खुर्शीद के इस्तीफे की मांग को लेकर दिल्ली में तीन दिन तक आंदोलन चलाया था। वह तीन दिन तक संसद मार्ग पर धरने पर बैठे रहे। जब खुर्शीद का इस्तीफा नहीं हुआ तो उन्हें ही अपना धरना समाप्त करना पड़ा।

मोदी को बनाओ प्रधानमंत्री

एक्स्क्लूसिव: इस पत्र से भाजपा में हड़कंप

मोदी को बनाओ प्रधानमंत्री 


नई दिल्ली। गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले ही मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का समर्थन मिलने लगा है। राजस्थान से राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी ने बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी को पत्र लिखकर मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाने की वकालत की है। इस पत्र को लेकर बीजेपी में हड़कंप सा मच गया है और पार्टी अध्यक्ष गडकरी ने इस सवाल पर चुप्पी साध ली है ।

अगले आम चुनाव के लिए पार्टी में अभी तक राय यही है कि किसी भी नेता को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया जाए,क्योंकि पार्टी के कई नेता इस लायक हैं। नाम तय करने से पार्टी के कई बड़े नेताओं के बीच आपसी विवाद बढ़ सकता है। पार्टी में मोदी के अलावा लालकृष्ण आडवाणी,अरूण जेटली, सुषमा स्वराज,राजनाथ सिंह, शिवराज सिंह चौहान आदि खुद को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार मानते हैं।

इससे पहले 1996,1998,1999 और 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी और 2009 में लालकृष्ण आडवाणी बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे,लेकिन इस बार अभी तक किसी एक नाम पर आमराय नहीं बन पाई है। हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि संघ परिवार ने मोदी के नाम पर अपनी हामी भर दी है। बीजेपी की हाल में सूरजकुंड में हुई नेशनल एक्जीक्यूटिव में नहीं बुलाए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए जेठमलानी ने 27 सितंबर 2012 को पार्टी अध्यक्ष को पत्र लिखा था।

जेठमलानी ने कहा है कि मैं नेशनल एक्जीक्यूटिव में अपने नेताओं के सामने अपनी कुछ बात रखना चाहता था लेकिन मुझे नहीं बुलाया गया। ये तय किए बिना कि हमारा प्रधानमंत्री कौन होगा, 2014 से पहले के चुनाव प्रचार की एक्सरसाइज बेमानी सी होगी। जेठमलानी ने तो एक शेडा कैबिनेट बनाने की सलाह भी दी है जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों को सरकार में शामिल किया जाए। हालांकि इससे कुछ लोगों को परेशानी हो सकती है लेकिन वोटर को अनिश्चितता में रखने के बजाए बेहतर होगा इस सच का सामना किया जाए।

नेशनल एक्जीक्यूटिव में तो जेठमलानी के इस पत्र को गडकरी ने चर्चा के लिए नहीं रखा, लेकिन जेठमलानी ने कहा है प्रधानमंत्री का उम्मीदवार चुनना कोई मुश्किल काम नहीं है और नरेन्द्र मोदी की काबिलियत पर शक से परे है। उन्हें माइनोरिटी विरोधी प्रचार का शिकार बनाया गया है और इस धब्बे को हटाना ज्यादा मुश्किल काम नहीं है। जेठमलानी ने दो पन्नों के इस पत्र में सेक्यूलरिज्म को ठीक से समझाने का सुझाव भी दिया है और कहा है कि अल्पसंख्यकों को उनकी सुरक्षा और प्रगति का भरोसा दिलाया जाना चाहिए। पिछली बातों को भूलने और माफ करने की जरूरत है।

भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पार्टी के कुछ नेताओं के रवैये को लेकर जेठमलानी ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि अगले दो साल हमें भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाना चाहिए। लेकिन इससे पहले इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि हमारे नेताओं और उ?मीदवारों के चेहरे भी साफ हों। जेठमलानी ने इस बात पर व्यंग करते हुए नाराजगी जाहिर की है कि पार्टी के कुछ नेता ये कहते फिर रहे हैं कि ब्लैक मनी कोई मुद्दा नहीं हैं और हमारे प्रवक्ताओं को ये इशारा किया गया है कि वो ब्लैक मनी के मुद्दे पर जोर ना दें। जेठमलानी ने आखिर में लिखा है कि और भी बहुत सी बातें हैं जिन पर बात करनी है,उम्मीद है कि अगली मुलाकात से पहले आप इस पत्र पर ध्यान देंगे ।

रेप को लेकर चार विवादित बयान

रेप को लेकर चार विवादित बयान
नई दिल्ली। हरियाणा में बलात्कार की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच नेताओं और खाप पंचायतों के उल्टे सीधे बयान जारी हैं। कोई कह रहा है कि चाउमिन खाने से रेप हो रहे हैं तो कोई कह रहा है कि अगर लड़कियों की शादी 15 साल में कर दी जाए तो रेप नहीं होंगे। ऎसे बयानों से साफ जाहिर होता है कि पुरूष प्रधान समाज अभी भी महिलाओं को दोयम दर्जे का ही नागरिक समझता है।

चाउमिन से हो रहे रेप

एक खाप नेता ने रेप की बढ़ती घटनाओं के लिए फास्ट फूड को जिम्मेदार ठहराया है। खाप नेता जितेंद्र छत्तर का कहना है कि दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं के पीछे सिनेमा और संस्कृति में आए बदलाव तो वजह है ही लेकिन सबसे प्रमुख कारण है फास्ट फूड यानि चाउमिन,बर्गर और पिज्जा जैसी चीजें। छत्तर ने विशेषज्ञ की तरह तर्क देते हुए कहा कि जब हमलोग फास्ट फूड खाते हैं तो गर्मी पैदा होती है जिससे शरीर में सेक्स हॉर्मोन तेजी से बनने लगता है। इससे उत्तेजना पैदा होती है। हमें फास्ट फूड खाने के बाद कुछ ठंडी चीजें खानी चाहिए।

15 की उम्र में शादी हो तो नहीं होंगे रेप

इससे पहले खाप नेता सूबे सिंह ने कहा था कि अगर लड़कियों की शादी 15 साल में ही करवा दी जाए तो रेप की घटनाएं नहीं होगी। सूबे सिंह से पूछा गया कि राज्य में बलात्कार की घटनाएं क्यों बढ़ रही है तो उन्होंने कहा कि इसकी वजह टीवी और फिल्में है।

सिंह ने कहा कि ऎसी घटनाएं इसलिए बढ़ रही है क्योंकि हमारी युवा पीढ़ी फिल्मों और टीवी से बुरी तरह प्रभावित है। मेरा मानना है कि लड़कियों की शादी 15 साल में ही कर देनी चाहिए। इससे उनकी सेक्स की डिमांड पति पूरी कर देगा और उन्हें कहीं और जाने की जरूरत नहीं होगी। ऎसा होने पर रेप भी नहीं होंगे।

"रेप नहीं सहमति से हो रहा है सेक्स"

हरियाणा के कांग्रेसी नेता धर्मवीर गोयल का कहना है कि रेप के 90 फीसदी मामलों में आपसी सहमति से सेक्स होता है। बात बिगड़ने पर रेप का आरोप लगा दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि अगर रेप के मामलों की तह तक जाएं तो पता चलेगा कि पीडिता और आरोपी भागने वाले कपल होते हैं।

खाप के सुर में मिलाए सुर

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने खाप पंचायत के उस सुझाव का समर्थन किया है जिसमें कहा गया था कि अगर लड़कियों की शादी 15 साल में कर दी जाए तो बलात्कार नहीं होंगे। चौटाला ने कहा कि मुगलों के शासन के दौरान आक्रांताओं से रक्षा के लिए बेटियों की छोटी उम्र में शादी कर दी जाती थी। राज्य में भी ऎसे ही हालात उत्पन्न हो रहे हैं। हमें इतिहास से सबक लेना चाहिए और खाप पंचायतों के उस सुझाव को मान लेना चाहिए। मैं खाप पंचायत के सुझाव का समर्थन करता हूं।

हरियाणा में अब शादीशुदा महिला से रेप

हरियाणा में अब शादीशुदा महिला से रेप
रोहतक। हरियाणा में बलात्कार की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही है। अब रोहतक के लखन माजरा गांव में शादीशुदा महिला से बलात्कार की घटना सामने आई है। 30 साल की महिला ने पति के रिश्तेदारों पर रेप का आरोप लगाया है। घटना 13 अक्टूबर की है। इस महीने रेप का यह 18 वां मामला है।

पीडिता ने बताया कि पति के रिश्तेदार उसे बाइक पर बिठाकर गांव के बाहर सुनसान जगह पर ले गए और बलात्कार किया। पुलिस ने आईपीसी की धारा 376 के तहत केस दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह मामला उस वक्त सामने आया है कि जब 30 सांसदों की एक टीम रेप पीडिताओं से मिलकर सच्चाई का पता लगाने हरियाणा जाने वाली है।

महिला की शिकायत के बाद रोहतक के एसपी विवेक वर्मा लाखन माजरा गांव गए और पीडिता के रिश्तेदारों से पूछताछ की। इसके बाद पुलिस ने गांव में तलाशी अभियान चलाया और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान राज कुमार और सुभाष के रूप में हुई है।

बूढ़ी मां को आठ साल बाद मिला न्याय



बूढ़ी मां को आठ साल बाद मिला न्याय


जोधपुर। बाइस साल पहले पति के क्रूरतापूर्ण व्यवहार के कारण अपना घर छोड़ने को मजबूर हुई एक मां ने जैसे-तैसे तीन बेटों को पाल-पोस कर बड़ा तो कर दिया, लेकिन उसकी परेशानियां और दु:ख बुढापे में भी कम नहीं हुए। बीमारियों से जूझती मां को आठ साल तक अदालत में न्याय के लिए संघर्ष करना पड़ा। आखिर अदालत ने उसका प्रार्थना पत्र स्वीकार करते हुए तीनों पुत्रों को सात-सात सौ रूपए भरण पोषण के रूप में मां को अदा करने के आदेश दिए हैं।

कीर्तिनगर मगरा पूंजला निवासी सरोज ने अदालत में दायर प्रार्थना पत्र में कहा कि 22 वर्ष पहले उसके पति ने मारपीट कर घर से निकाल दिया था। तीन बेटों को पाल पोस कर बड़ा किया। अब बेटे अपने पिता के पास रहते हैं और तीनों कमाते हैं। उसका भरण पोषण करने वाला कोई नहीं हैं।

सुनवाई के बाद पारिवारिक न्यायालय संख्या-2 के न्यायाधीश जगदीश प्रसाद शर्मा ने तीनों पुत्र कैलाश, धीरेन्द्र व विनोद को सात-सात सौ रूपए कुल 21 सौ रूपए प्रतिमाह भरण पोषण के रूप में अदा करने के आदेश दिए। साथ ही मुकदमा दायर करने के वर्ष 2004 से फैसला होने तक यानी 2012 तक तीन-तीन सौ रूपए प्रतिमाह से हिसाब से अलग से राशि देने को कहा।

राज्य में 3500 ग्राम पंचायतें बढऩे की संभावना

.राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव सुधार की खातिर ग्राम पंचायतों के पुनर्सीमांकन का काम उसके माध्यम से कराने, पंच-सरपंच के चुनाव में नामांकन-मतदान के बीच पांच दिन का समय देने, अमानत राशि बढ़ाने और सीटों का आरक्षण आयोग के माध्यम कराने के महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। इन पर फैसला कब होगा, अभी तय नहीं है, लेकिन नामांकन व मतदान के बीच अंतराल जैसे सुझावों को अगले माह होने वाले पंचायती राज के उपचुनावों में परीक्षण के तौर पर शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। 
सुझाव मंजूर हुआ तो 3500 से अधिक पंचायतें बढ़ जाएंगी:आयोग ने 2011 की जनसंख्या के आधार पर नई पंचायतें गठित करने को कहा है। अभी 1991 की जनसंख्या के आधार पर 9,177 पंचायतें हैं। अधिकारियों के अनुसार राजस्थान पंचायती राज अधिनियम, 1994 के प्रावधानों के अनुरूप 2011 की जनगणना के अनुसार ग्राम पंचायतों का पुनर्सीमांकन करना जरूरी है। इस आधार पर पंचायती राज विभाग पुनर्सीमांकन करे तो 3500 से अधिक पंचायतें बढ़ जाएंगी।
इनके साथ ही 14,000 से अधिक वार्ड पंच, जिला परिषदों और पंचायत समितियों के सदस्य बढ़ जाएंगे। हमारा विभाग राज्य निर्वाचन आयोग के सुझावों पर विचार कर रहा है।
- सीएस राजन, अतिरिक्त मुख्य सचिव, पंचायती राज विभाग
ग्राम पंचायतें बढऩे का आधार राज्य में 2011 की जनगणना के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र की जनसंख्या 5,15,40,206 है और एक ग्राम पंचायत के लिए कम से कम 4,000 की जनसंख्या होना जरूरी है। इसके मुताबिक 12,885 पंचायतें होनी चाहिए, जबकि अभी 9,177 ही हैं। जाहिर है कि 3,708 पंचायतें कम हैं।
इसलिए बनाया प्रस्ताव:राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त एके पांडे का कहना है कि पंच-सरपंचों के चुनाव में एक ही दिन में नामांकन भरना, फार्म वापस लेना और अंतिम सूची जारी करने का काम होता है। इसके बाद चुनाव पार्टी के लोगों को रात-रात भर बैठकर हाथ से मतपत्र तैयार करना होता। पुनर्सीमांकन समय पर नहीं होने से भी प्रतिनिधित्व का असंतुलन हो रहा है। आरक्षण भी आयोग से माध्यम से हो, तो संतुलन बना रह सकता है।
बदलाव का संभावित असर:पंचायती राज विभाग का मानना है कि चुनाव में मतदान से पहले समय देने से पंच-सरपंच प्रत्याशियों का चुनाव खर्च बढ़ जाएगा। कानून व्यवस्था बिगडऩे का भी अंदेशा रहेगा। पंचायती राज विभाग ने वार्डों के पुनर्सीमांकन, सीटों के आरक्षण, उपसरपंचों के चुनाव आयोग से करवाने, सरपंचों के लिए शैक्षणिक योग्यता १०वीं तक रखने के सुझावों पर असहमति जता चुका है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने अवश्य अन्य राज्यों की स्थिति जानने का सुझाव दिया था, जिसकी पूर्ति कर दी गई है।
चुनाव सुधार के लिएः कुछ और सुझाव
> विधानसभा और पंचायती राज चुनाव के लिए एक ही मतदाता सूची हो।
> चुनाव में अमानत राशि सामान्य प्रत्याशी के लिए 5000 रु. (अभी 500), आरक्षित वर्ग के लिए 2500 रु. (अभी 250 रु.) हो।
> सीटों पर आरक्षण की व्यवस्था आयोग के माध्यम से समय रहते हो।
> चार से अधिक नामांकन नहीं भरने की व्यवस्था हो।
> निर्वाचित के खिलाफ याचिका का अधिकार आम आदमी को दिया जाए।
> राज्य के बाहर तैनात सैन्यकर्मियों और उनके परिजनों को पंचायत चुनाव में मताधिकार मिले।

पीडिता ने कहा, हुआ दुराचार

पीडिता ने कहा, हुआ दुराचार

परबतसर (नागौर)। समीपवर्ती ग्राम खोखर से युवती के अपहरण के मामले में सोमवार को एसीजेएम कोर्ट में पीडिता के बयानों का लिफाफा खुला। इनमें पीडिता ने आरोपी रामनिवास पर अपहरण कर दुराचार करने का आरोप लगाया है। उसने रामनिवास के मित्रों पर अपहरण में सहयोग करने का आरोप लगाया है।

यह है मामला
खोखर निवासी पीडिता के पिता ने 1 जुलाई को उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। इसके बाद 8 जुलाई को परबतसर थाने में उसके अपहरण का मामला दर्ज कराया। इसमें आरोप लगाया कि गांधी चौराहे से रामनिवास वगैरह 4-5 जनों ने कार से उसकी पुत्री का अपहरण कर लिया। युवती के पिता ने जोधपुर हाईकोर्ट में उसकी पुत्री को बरामद कराने की मांग को लेकर याचिका भी दायर कर दी।

पिता संग जाने को राजी
पीडिता 4 अक्टूबर हो हाईकोर्ट में पेश हुई। यहां से उसे नारीशाला भेज दिया गया। उसे 8 अक्टूबर को पुन: पेश किया गया, जहां उसे उसकी इच्छा पर पिता के सुपुर्द कर दिया गया। इसके बाद परबतसर पुलिस ने पीडिता का मेडिकल करवाकरबयान लिए तथा गत शुक्रवार को मकराना न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 के बयान कराए। सोमवार को परबतसर एसीजेएम कोर्ट में बयानों क ा लिफाफा प्राप्त हुआ। परबतसर थानाधिकारी राजूराम ज्याणी ने उसकी फोटो प्रतिलिपि प्राप्त की।


बयानों में क्या बताया
पीडिता ने बयानों में बताया कि 11 मई को रामनिवास ने उसके एक मित्र विक्रमसिंह के साथ उसे कार से अजमेर ले जाकर आर्य समाज में शादी कर ली। इसके बाद 1 जुलाई को गांधी चौराहे से कार में अपहरण करके जयपुर ले गया। वहां से मुम्बई, गोवा, बेंगलूरू, अहमदाबाद, दिल्ली, श्रीनगर ले गया। इन शहरों में वो जहां भी रूके रामनिवास ने उसके साथ बलात्कार किया। वहां से फिर वे रोहतक में रूके। इसके बाद 4 अक्टूबर हो वह हाईकोर्ट जोधपुर में पेश हुई। उसने बयानों में बताया कि रामनिवास ने उसके साथ बलात्कार किया तथा उसके तीन मित्रों ने साथ ले जाने, ठहराने एवं अपहरण में सहयोग किया। पुलिस आरोपियों को तलाश कर रही है।

सात साल से लगातार बेटी का रेप करता रहा बाप



फरीदाबाद। थाना सूरजकुंड के तहत सात साल की उम्र से अपनी बेटी के साथ बलात्कार करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसको नीमका जेल 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
 
मामले के जांच अधिकारी अजीत सिंह के अनुसार गुरुकुल एरिया में एक फैक्ट्री में चपरासी की नौकरी करने वाला आरोपी पिता (38) इसी कंपनी की दूसरी मंजिल पर बने एक कमरे में रहता था। उसकी छह बेटियां हैं। सबसे बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। दूसरे नंबर की बेटी 14 साल की है और वह सातवीं कक्षा में पढ़ती है। इसी बेटी ने सूरजकुंड थाने में शिकायत देकर आरोप लगाया है कि जब वह सात साल की थी तो उसके पिता ने पहली बार उसके साथ दुष्कर्म किया।

अक्सर उसका पिता शराब के नशे में धुत होकर उसके साथ बलात्कार करता था। उसको चुप रहने के लिए जान से मार देने की धमकी दी जाती थी। इसलिए वह डर के कारण चुप रही। अब वह 14 साल की हो गई है। उसके पिता का यह सिलसिला जारी रहा। इसके बाद वह अपनी सहेली की मां को लेकर सूरजकुंड थाने आई। जांच अधिकारी का कहना है कि उन्होंने दोनों का मेडिकल कराया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

जब इस मामले में पीडि़ता की मां से बात की गई तो उसने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। जांच अधिकारी का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। इस मामले में आरोपी के अन्य बच्चों से भी बात की जाएगी। शिकायत के समय पीडि़ता अपनी मां को साथ लेकर क्यों नहीं आई, इसकी जांच की जा रही है।

जालोर संत गंगानाथ आज से भैरू अखाड़े के गादीपति


संत गंगानाथ आज से भैरू अखाड़े के गादीपति 

 जालोर जालोर के इतिहास में बुधवार का दिन एक नया अध्याय बन जाएगा। जब सवेरे शुभ मुहूर्त में सिरे मंदिर, भैरूनाथ अखाड़े के गादीपति के रूप में पीर शांतिनाथ महाराज के शिष्य गंगानाथ महाराज ा गादी तिलक किया जाएगा। 1 अक्टूबर को पीरजी के देवलोकगमन के बाद यह महास्थान रिक्त चल रहा था और अब उनकी वसीयत के अनुसार इस पर गंगानाथ महाराज विराजेंगे। समारोह सिरे मंदिर पर सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। समारोह में जिले भर के अलावा दक्षिणी राज्यों और आसपास के जिलों से भी लोग शामिल होंगे। अनेक लोगों के आने का सिलसिला मंगलवार को ही शुरू हो गया। यह दिन अनेक लोगों के लिए गौरव का क्षण होगा। जब वे अपने आराध्य पीर शांतिनाथ महाराज की गादी पर इस तिलक समारोह के साक्षी बनेंगे। संत गंगानाथ के लिए यह दिन भावनापूर्ण होगा जब वे अपने गुरुदेव के स्थान पर इस गादी पर विराजेंगे। 

> सादगी का जीवन 

पीरजी जहां भी जाते हमेशा सादगी का संदेश देते। यही कारण था कि उनके कार्यक्रमों में ज्यादा तामझाम नहीं होते थे। वे सहज थे और सरल थे। इसीलिए हर कोई उनसे मिल सकता था। यही हम शिष्यों ने उनसे सीखा। 

> संत की मर्यादा 

उन्होंने हमेशा मर्यादा में रहकर प्रतिष्ठा बढ़ाने की सीख दी। उन्होंने मर्यादा की एक परंपरा बनाई। जो हमने भी उनसे सीखी। वे हमेशा यही कहते कि संतों जैसे गुण जीवन में हमेशा रहने चाहिए। 

> सहिष्णुता का पाठ 

नाथजी ने सिखाया कि सबसे बड़ा ज्ञान सहिष्णुता का है। सब एक हैं। सबका मालिक एक है। उसी में विश्वास करो। तभी संपूर्ण ज्ञान की प्राप्ति होगी। वे हमेशा सर्वधर्म सद्भाव की बात कहते। 

> सभी का सम्मान 

नाथजी ने हमें सभी का समान रूप से सम्मान करने की बात सिखाई। भक्त छोटा हो या बड़ा वे सभी को समान मानते थे। सभी के लिए सहज उपलब्ध होते थे। यही हमने भी उनसे सीखा। 

> सबकी सहायता 

नाथजी ने प्रत्येक जरूरतमंद की सहायता करना सिखाया। यदि कोई मदद मांगने के लिए आता है तो उसकी जो भी सहायता की जा सके। जरूर करनी चाहिए। जो कुछ उसके लिए किया जा सकता है उससे ज्यादा करना चाहिए। 

> सबके हित की बात 

संत गंगानाथ महाराज ने बताया कि नाथजी ने हमेशा सबके हित की बात सिखाई। कोई एक संतुष्ट हो और दूसरा नाराज। ऐसा नहीं होना चाहिए। किसी के साथ भेदभाव या पक्षपात भी नहीं होना चाहिए। 

> प्रकृति से प्यार 

नाथ जी ने प्रकृति से प्यार करना सिखाया। पेड़ पौधे, जल, मिट्टी, मूक प्राणी यह सभी हमारी ही तरह समझते हैं। नाथजी ने बताया कि हमेशा उनसे प्यार करो। तभी वे तुम्हे अनमोल उपहार देंगे। इसीलिए उन्होंने सिरे मंदिर पर हजारों पौधे लगाए। 

'पता ही नहीं चला नाथजी ने कब मुझे इस योग्य समझ लिया' 

गादी तिलक समारोह से एक दिन पहले दैनिक भास्कर ने संत गंगानाथ से बात की। यह भावुकता और श्रद्धा का क्षण था। इस महास्थान की ओर बढ़ रहे संत गंगानाथ ने कहा कि गुरुदेव पीर शांतिनाथ के साथ रहते-रहते पता ही नहीं चला कि कब इतना समय बीत गया। कब उन्होंने मुझे इस योग्य समझ लिया कि मुझे इतना बड़ा काम सौंप दिया। कब वे इस प्रकार बीच में छोड़कर चले गए। सब कुछ आज अचानक से हो रहा है, लेकिन उनका आशीर्वाद है कि सब कुछ बिल्कुल वैसे ही चल रहा है जैसा उनके सानिध्य में चलता था। उनके सानिध्य में रहते हुए पता ही नहीं चला कि कैसे वे यह सब संभाल लेते थे। गंगानाथ महाराज ने भास्कर को बताया कि नाथजी की कृपा से ही उन्हें सीखने को मिला। वे बातें जिन पर अक्सर नाथजी जोर दिया करते थे और अब जीवन में उन्हीं बातों को आगे बढ़ाया जाएगा। शांतिनाथजी से यह सीखा उन्होंने। 

शुभारंभ की घड़ी 

संत गंगानाथ के साथ ही आज का दिन जालोर के धार्मिक इतिहास में नई शुरूआत का दिन, पीरजी के बताए मार्ग पर चलने का लेंगे संकल्प, उनके अधूरे कार्यों को करेंगे पूरा। सवेरे नौ बजे होगा गादी तिलक। 

स्वर्णिम यादों के पल 

गादी तिलक के इस ऐतिहासिक अवसर पर याद आएंगे पीर शांतिनाथ, उनका सौम्य स्वरूप रहेगा सभी की आंखों के सामने, उनके कृतित्व और व्यक्तित्व को करेंगे सभी याद। 

गौरव का क्षण 

हम सभी के साथ-साथ आज जिले के दांतवाड़ा गांव के लिए गौरव का दिन, जब इस गांव में जन्मे गंगानाथ आज विराजेंगे इस गादी पर, गांव के लोगों में खुशी, अनेक लोग शामिल होंगे समारोह में। 

भावुकता का दिन 

संत गंगानाथ के लिए आज भावुकता का दिन। अपने गुरु के स्थान पर उनके आशीर्वाद से संभालेंगे गादी। धीरता और गंभीरता के धनी हैं संत गंगानाथ। कहा- मैं हमेशा शिष्य ही बना रहा, गुरुदेव सौंपकर गए बड़ा काम। 




आज दांतवाड़ा गांव के लिए गौरव का दिन


जीवन परिचय

सिरे मंदिर पर आज होगा गादी तिलक समारोह, पीर शांतिनाथजी के देवलोकगमन के बाद खाली था यह महास्थान, हजारों संतों और श्रद्धालुओं की मौजूदगी में उनके शिष्य गंगानाथ महाराज बनेंगे गादीपति, तैयारियां हुई पूरी, वैदिक मंत्रों के बीच संतों के सानिध्य में होगा समारोह।




करड़ा कस्बे से मात्र तीन किलोमीटर दूर स्थित छोटा सा गांव दांतवाड़ा। अब तक तमाम प्रकार की चर्चाओं और ख्याति से दूर। सुविधाओं का विस्तार भी यहां कुछ खास नहीं, लेकिन आज इन सभी की चिंताओं से दूर यह गांव अपने आप पर गौरवान्वित हो रहा है। आज का दिन इस गांव के लिए स्वर्णिम बन गया है। जब यहां जन्मा एक साधारण सा बालक अपने तप और निष्ठा की बदौलत पीर शांतिनाथ महाराज का स्थान लेगा। राजाराम नामक यह बालक 21 वर्ष की आयु में दीक्षा ग्रहण कर गंगानाथ के रूप में जाने गए और तब से लगातार पीरजी के साथ ही रहे। आज वे ही गंगानाथ उनके स्थान पर गादीपति बनेंगे। जो इस गांव के लिए गर्व की बात है। 

बचपन से ही मृदुभाषी

उनके सांसारिक परिजन बताते हैं कि संत गंगानाथ बचपन से ही मृदुभाषी, शांत और धीर-गंभीर रहे हैं। आज भी उनका यही स्वभाव है। काकाई भाई वजाराम देवासी ने बताया की हम दोनों साथ-साथ खेला करते थे। बचपन से ही स्वभाव शांत रहा। आज भी ऐसा ही स्वभाव है। जब भी मिलते हैं तो थोड़ी बहुत बात हो जाती है ज्यादा नहीं बोलते। वहीं भाई हरचंद ने बताया कि यह हमारे पूरे गांव के लिए गर्व की बात है कि पीरजी के स्थान पर गंगानाथ विराजेंगे।

सिरे मंदिर एवं भैरूनाथ अखाड़ा

सिरे मंदिर एवं भैरूनाथ अखाड़ा देश में नाथ संप्रदाय की प्रमुख पीठ है। सिरे मंदिर का इतिहास काफी प्राचीन है। जहां जलंधरनाथ ने तपस्या की। उन्हीं के नाम से इस शहर का नाम जालोर पड़ा। जोधुपर के राजघराने के लिए यह मंदिर पूजनीय रहा है और राजा मानसिंह ने यहां जीर्णोद्धार का कार्य करवाया। इससे पूर्व परमार राजा रतनसिंह ने यहां शिव मंदिर का निर्माण करवाया। जिन्हें जलंधरनाथ जी ने अपने तपोबल का चमत्कार दिखाया था। यह पीठ हमेशा से ही जन जन की आराध्य रही है। करीब सवा सौ साल पहले भैरूनाथ महाराज ने भैरूनाथ अखाड़े की स्थापना की थी। इसके बाद पीर शांतिनाथ महाराज ने इसका जीर्णोद्धार करवाया। यह दोनों ही स्थान जन जन के लिए आराध्य है और आज गंगानाथ महाराज यहां के गादीपति बनेंगे।

साधारण परिवार में हुआ जन्म

विक्रम संवत 2016 में मार्गशीर्ष का माह था। गांव के साधारण व्यक्ति नगाराम देवासी के घर एक बालक ने जन्म लिया। जिसके बाद पिता नगाराम और माता रकमादेवी की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। बालक का नाम राजाराम रखा गया। बालक धीरे-धीरे बड़ा हुआ, लेकिन मन अन्य बालकों की तरह किसी खेल या उछलकूद में नहीं लगता था बल्कि सारे दिन भक्ति की ही बातें अच्छी लगती। एक बार माता-पिता सिरे मंदिर आए और मन्नत मांगी। मन्नत पूरी होने पर अपने बड़े पुत्र राजाराम को सिरे मंदिर भेज दिया। 21 वर्ष की आयु में उन्होंने पीर शांतिनाथ महाराज से दीक्षा ग्रहण की और इनका नाम गंगानाथ रखा गया। हालांकि दीक्षा से पूर्व ही उनकी सगाई हो चुकी थी, लेकिन इसके अगले दिन ही उन्होंने दीक्षा ग्रहण कर ली और फिर शादी नहीं की। उनके माता-पिता का देहावसान हो चुका है और सांसारिक परिवार में एक छोटा भाई तथा तीन बहनें हैं।

गंगानाथ महाराज

गुरु

पीर शांतिनाथ महाराज

दीक्षा

21 वर्ष की आयु में

बचपन का नाम

राजाराम

पिता का नाम

नगाराम देवासी

माता का नाम

रकमादेवी

जन्म स्थान

करड़ा के निकट दांतवाड़ा गांव

जन्म

मार्गशीर्ष माह विक्रम संवत् 2016

भीनमाल 111 कार्टन शराब बरामद

111 कार्टन शराब बरामद

भीनमाल। आबकारी विभाग के अभियान चलाकर विभिन्न स्थानों से 27 कार्टन अंग्रेजी शराब बरामद की। इसके अलावा एक हजार लीटर वॉश नष्ट की। जिला आबकारी अधिकारी गेमराराम जांगिड़ के नेतृत्व में आबकारी निरीक्षक जितेंद्रपालसिंह सोढ़ा ने नांदिया गांव में नरपतसिंह के कृषि बेरे पर दबिश देकर 27 कार्टन अंग्रेजी शराब बरामद की। कार्रवाईकी भनक लगते ही अभियुक्त मौके से फरार हो गया।

हाड़ेचा. सरवाना थाना पुलिस ने मंगलवार तड़के बावरला सरहद में एक जीप-ट्रोला से 84 कर्टन हरियाणा निर्मित शराब बरामद कर दो जनों को गिरफ्तार किया। बरामद शराब की कीमत करीब पौने दो लाख रूपए आंकी गई है। थानाधिकारी सत्यदेव चारण ने बताया कि गश्त के दौरान केसूरी सरहद मे एक जीप-ट्रोला को रोकने का इशारा किया, लेकिन चालक उसे भगा ले गया।

जिस पर पुलिस ने पीछा कर बावरला सरहद में जीप-ट्रोला को रूकवाया व ट्रोला में भरी अंग्रेजी शराब के 84 कार्टन बरामद कर गांधी नगर बाड़मेर निवासी शिवपालसिंह राजपूत व बावड़ी चौहटन निवासी समद्रसिंह राजपूत को गिरफ्तार किया। पुलिस ने प्रकरण दर्जकर जंाच शुरू की।

"प्रतिभाओं को तराशने की जरूरत"

"प्रतिभाओं को तराशने की जरूरत"
जैसलमेर। शहर के एसबीके राजकीय महाविद्यालय में मंगलवार को महिला प्रकोष्ठ के तत्वावधान में विविध गतिविधियों का आगाज समारोहपूर्वक किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. जेके पुरोहित ने की। विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ व्याख्याता डॉ. आईदानसिंह भाटी व अशोक दलाल थे।

प्राचार्य डॉ. पुरोहित ने कहा कि आज के युग में प्रतिभाओं को तरासने की महती जरूरत है। महाविद्यालय स्तर पर महिला प्रकोष्ठ इस दिशा में निरंतर प्रयास कर रहा है कि छात्राएं शैक्षणिक उपलब्धियों के साथ-साथ अन्य सह-शैक्षणिक गतिविधियों में भाग लेकर अपने व्यक्तित्व में निखार लाएं। डॉ. आईदानसिंह भाटी व दलाल ने कहा कि भारतीय परिप्रेक्ष्य में नारी सदैव से पूज्य रही है। डॉ. उम्मेदसिंह इंदा ने कहा कि 21वीं सदी के दहलीज पर नारी की जिम्मेवारी भारी है। उन्हें समय, संबंल, सूझबूझ और सहायता से समाज को दिशा देनी है। इस अवसर पर बोलते हुए किरण राठौड़ ने नारी के कार्यो के महत्व को स्पष्ट किया।

गुरूदत्त हर्ष ने गीत और पूराराम ने भजन पेश किए। महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी श्रीमती साधना मेघवाल ने महिला प्रकोष्ठ की गतिविधियों व कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी।

इस अवसर पर आयोजित रंगोली प्रतियोगिता में शोभा पंवार, शोभा और एकतासिंह क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रही। एकल गान प्रतियोगिता में प्रियंका पुरोहित, स्वेता सिंह एवं राधिका आचार्य क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रही। पोस्टर प्रतियोगिता में प्रतिभासिंह, शोभा व प्रीति पालीवाल क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रही। कार्यक्रम का संचालन किरण राठौड़ ने किया। निर्णायक मंडल मे डॉ. अशोक तंवर, एमआर सोऊ, एसएस मीणा, गुरूदत्त हर्ष, डॉ. सीमा तंवर व श्रीमती जयश्री शामिल थे। इस अवसर पर केआर गर्ग, जीआर सुथार, मेहराब खां, नेमीचंद गर्ग, संजय अखावत, दिनेश सुखवाल, संजीव कुमार वर्मा, नारायणदास प्रजापत एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में श्रीमती मेघवाल नेे सभी आगंतुको को धन्यवाद ज्ञापित किया।