सागरिका बोली, मारता- पीटता है पति
कोलकाता। नार्वे सरकार द्वारा दो भारतीय बच्चे अभिज्ञान और ऎश्वर्या को भारत भेजे जाने के बाद एक नया मोड़ सामने आ गया है। अब दोनों बच्चों की मां सागरिका भट्टाचार्य ने अपने पति पर प्रताडित करने का आरोप लगाया है। सागरिका के मुताबिक उसका पति नार्वे में उसके साथ मारपीट करता था।
सागरिका ने आरोप लगाया कि उसका पति अजय भट्टाचार्य बच्चों से मिलने नहीं देता था। जब मैं इसका विरोध करती तो वह मेरे साथ मारपीट करता। सागरिका ने अनुरूप के परिवार वालों पर भी दबाव बनाने का आरोप लगाया है। अपने बयान में कहा कि जब मैं अपने बच्चों को देखना चाहती थी तो मुझे बदमाश व्यक्ति का भय दिखाकर मानसिक रूप से प्रताडित किया जाता था।
इस मामले की जानकारी होने के बाद जब सागरिका के परिवार वालों ने बच्चों से मिलना चाहा तो अनुरूप के घरवालों ने गाली गलौज करनी शुरू कर दी। इस मामले के बाद सागरिका के परिवार वालों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि अनुरूप के परिवार ने अभिज्ञान और ऎश्वर्या का अपहरण कर के रखा है।
उल्लेखनीय है कि अप्रैल में नार्वे सरकार ने अभिज्ञान और ऎश्वर्या को उनके माता- पिता की सहमति के बाद भारत में कोलकाता में रहने वाले अंकल के यहां भेज दिया गया था।
कोलकाता। नार्वे सरकार द्वारा दो भारतीय बच्चे अभिज्ञान और ऎश्वर्या को भारत भेजे जाने के बाद एक नया मोड़ सामने आ गया है। अब दोनों बच्चों की मां सागरिका भट्टाचार्य ने अपने पति पर प्रताडित करने का आरोप लगाया है। सागरिका के मुताबिक उसका पति नार्वे में उसके साथ मारपीट करता था।
सागरिका ने आरोप लगाया कि उसका पति अजय भट्टाचार्य बच्चों से मिलने नहीं देता था। जब मैं इसका विरोध करती तो वह मेरे साथ मारपीट करता। सागरिका ने अनुरूप के परिवार वालों पर भी दबाव बनाने का आरोप लगाया है। अपने बयान में कहा कि जब मैं अपने बच्चों को देखना चाहती थी तो मुझे बदमाश व्यक्ति का भय दिखाकर मानसिक रूप से प्रताडित किया जाता था।
इस मामले की जानकारी होने के बाद जब सागरिका के परिवार वालों ने बच्चों से मिलना चाहा तो अनुरूप के घरवालों ने गाली गलौज करनी शुरू कर दी। इस मामले के बाद सागरिका के परिवार वालों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि अनुरूप के परिवार ने अभिज्ञान और ऎश्वर्या का अपहरण कर के रखा है।
उल्लेखनीय है कि अप्रैल में नार्वे सरकार ने अभिज्ञान और ऎश्वर्या को उनके माता- पिता की सहमति के बाद भारत में कोलकाता में रहने वाले अंकल के यहां भेज दिया गया था।