भाग्यम् खोलगा थार के "भाग्य"
बाड़मेर. दो साल पहले मंगला से तेल उत्पादन शुरू होने के बाद केयर्न इण्डिया ने इस वर्ष की पहली तिमाही से भाग्यम् क्षेत्र से तेल उत्पादन शुरू करने की तैयारियां आरम्भ कर दी हैं।
ओएनजीसी और पेट्रोलियम मंत्रालय के अधीन हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय ने राजस्थान के दूसरे बड़े ब्लॉक भाग्यम् से तेल उत्पादन शुरू करने की मंजूरी दे दी है। उम्मीद है मार्च तक प्रदेश के सबसे बड़े तेल क्षेत्र मंगला से सटे भाग्यम् में उत्पादन कार्य आरम्भ कर लिया जाएगा।
भाग्यम् क्षेत्र से केयर्न इण्डिया प्रतिदिन चालीस हजार बैरल तेल का उत्पादन करेगी। फिलहाल मंगला क्षेत्र से केयर्न प्रतिदिन सवा लाख बैरल तेल पाइप लाइन के जरिए गुजरात भेज रही है। केयर्न की इस साल मंगला से तेल उत्पादन क्षमता करीब पौने दो लाख बैरल प्रतिदिन करने की योजना है। साथ ही इस वर्ष के अंत तक संभवत: भाग्यम् से भी उत्पादन चालीस से बढ़ाकर साठ हजार बैरल प्रतिदिन किया जाएगा। इस तरह दोनों क्षेत्र से प्रतिदिन करीब पौने दो लाख से दो लाख बैरल तेल उत्पादन हो सकेगा। मंगला क्षेत्र से तेल उत्पादन के बदले केयर्न ने दिसम्बर में सरकार को तीन सौ करोड़ रूपए से अधिक की रॉयल्टी चुकाई है। भाग्यम् से तेल उत्पादन शुरू होने के बाद सरकार की रॉयल्टी में इजाफा होगा।
हाइवे जाम मामले में तहसीलदार के बयान दर्ज
बाड़मेर शिव उपखंड मुख्यालय पर मॉडल स्कूल मुद्दे को लेकर किए गए हाइवे जाम मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद गुरुवार को शिव तहसीलदार के बयान कलमबद्ध किए गए। पुलिस के अनुसार बुधवार को शिव के तहसीलदार प्यारेलाल सोंठवाल ने संघर्ष समिति संयोजक सहित कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने पुलिस ने गुरुवार को तहसीलदार सोंठवाल के बयान दर्ज करने के साथ धरना-प्रदर्शन की वीडियो रिकॉर्डिंग प्राप्त की।
ढाणी से अफीम व डोडा-पोस्त बरामद
बाड़मेर शिव थाना अंतर्गत रामदेरिया काश्मीर सरहद में स्थित एक ढाणी पर पुलिस ने दबिश देकर अफीम व डोडा-पोस्त बरामद किया। थानाधिकारी मनीष देव ने बताया कि मुखबिर की इत्तला पर रामदेरिया काश्मीर सरहद में स्थित लालूराम जाट की ढाणी पर दबिश दी गई। पुलिस पहुंचने से पहले आरोपी चूना राम पुत्र लालूराम ढाणी से फरार हो गया। तलाशी के दौरान ढाणी से 910 ग्राम अफीम व 25 किलो डोडा-पोस्त बरामद हुए। पुलिस ने माल कब्जे में लेकर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की।
फर्जी दस्तावेजों से भूमि बेचान का मामला दर्ज
बालोतरा सिवाना थानातंर्गत कूटरचित दस्तावेजों से खातेदारी भूमि बेचान का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस ने बताया कि किशनाराम गोद पुत्र सोनाराम निवासी चिरडिया ने मामला दर्ज करवाया कि प्रवीण पुत्र बलजीत हरिजन निवासी गुडग़ांव, भगवाना पुत्र उद्धा मेघवाल निवासी सेवड़ी भीनमाल, फरसाराम पुत्र गंगाराम खटीक निवासी बालोतरा ने उसके पिता सोनाराम के हिस्से की खातेदारी जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार कर उक्त जमीन को बेचान कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज
बालोतरा सिवाना थानातंर्गत एक जने के खिलाफ दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने बताया कि शंकर पुत्र मंगलाराम प्रजापत निवासी माजीवाला ने मामला दर्ज करवाया कि उसकी पुत्री गुड्डी देवी का विवाह लिखमाराम पुत्र चुन्नीलाल प्रजापत के साथ कर रखा है। उसके पति ने दहेज के लिए उसके साथ मारपीट की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ढाणी से अफीम व डोडा-पोस्त बरामद
बाड़मेर शिव थाना अंतर्गत रामदेरिया काश्मीर सरहद में स्थित एक ढाणी पर पुलिस ने दबिश देकर अफीम व डोडा-पोस्त बरामद किया। थानाधिकारी मनीष देव ने बताया कि मुखबिर की इत्तला पर रामदेरिया काश्मीर सरहद में स्थित लालूराम जाट की ढाणी पर दबिश दी गई। पुलिस पहुंचने से पहले आरोपी चूना राम पुत्र लालूराम ढाणी से फरार हो गया। तलाशी के दौरान ढाणी से 910 ग्राम अफीम व 25 किलो डोडा-पोस्त बरामद हुए। पुलिस ने माल कब्जे में लेकर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की।
संदिग्धावस्था में घूमते एक बांग्लादेशी गिरफ्तार
रामगढ़ सीमावर्ती क्षेत्र में बीएसएफ की 62वीं वाहिनी घंटियाली के पास बुधवार देर रात्रि संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए एक बांग्लादेशी को गिरफ्तार किया। उसे गुरुवार को पुलिस के सुपुर्द किया गया। सूत्रों के अनुसार मोहम्मद अब्दुल पुत्र मो. खैयाद उम्र 38 वर्ष, निवासी मौलवी बाजार, सिल्हात बांग्लादेश को बीएसएफ के जवानों ने संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए पकड़ा। तलाशी लेने पर उसके पास से 110 रुपए भारतीय मुद्रा एवं जिला मुख्यालय स्थित जवाहिर चिकित्सालय की पर्ची मिली है।
चौहटन रोड पर बनेगा रेलवे अंडरब्रिज
बाड़मेर शहर में विकास को लेकर एक और आयाम जुडऩे जा रहा है। ट्रैफिक दबाव को कम करने और रेलवे क्रॉसिंग की परेशानी को दूर करने के लिए रुडिप की ओर से चौहटन रोड पर अंडरब्रिज बनाने के प्रस्ताव तैयार कर सरकार की स्वीकृति के लिए जयपुर भिजवाए गए हैं। अगर यहां स्वीकृति मिल जाती है तो शहर के इस मुख्य मार्ग पर रेलवे की बाधा बिना रुके पार की जा सकेगी। इसको लेकर विधायक मेवाराम जैन ने पहल की है। विधायक ने रुडिप को प्रस्ताव भेजे, जिस पर विभाग ने सरकार की अनुमोदना के लिए प्रस्ताव जयपुर भिजवा दिए हैं। हालांकि अंडरब्रिज का भविष्य रेलवे की स्वीकृति ही तय करेगी, मगर फिर भी सरकारी तौर पर इसके प्रयास जारी है।
पांच करोड़ से बनेगा अंडरब्रिज : सूत्रों के अनुसार चौहटन रोड पर बनने वाले अंडरब्रिज की लागत करीब पांच करोड़ रुपए आएगी। इसको लेकर रुडिप की ओर से एस्टीमेट भी तैयार किया गया है। अगर स्वीकृति मिल जाती है तो एक साल बाद चौहटन रोड पर अंडरब्रिज तैयार हो जाएगा। मगर इसमें लागत कौन वहन करेगा, रेलवे, रुडिप या एमएलए इस पर संशय बरकरार है।
रेलवे की स्वीकृति की दरकार : जानकारों की मानें तो अंडरब्रिज बनना सिर्फ और सिर्फ रेलवे की स्वीकृति पर निर्भर है। हालांकि एमएलए की अनुशंषा पर सरकार को प्रस्ताव भिजवाए गए है लेकिन सरकार की स्वीकृति के बाद भी रेलवे की स्वीकृति अहम रहेगी। जब तक रेलवे हरी झंडी नहीं दे देता अंडरब्रिज बनना नामुमकिन है।
इसमें यह बातें भी अहम रहेगी कि स्वीकृति के बाद क्या भारत-पाक के बीच चलने वाली थार लिंक एक्सप्रेस को रोक दिया जाएगा। क्योंकि अंडर ब्रिज बनाते समय रेल गुजरना नामुमकिन है। बहरहाल प्रस्ताव को सरकार और रेलवे की स्वीकृति का इंतजार है।
कौन करेगा काम! : रुडिप की ओर से भेजे गए प्रस्ताव में यह बात साफ नहीं है कि अंडरब्रिज का काम कौन करेगा, रुडिप या रेलवे। रेलवे की परिधि में दूसरा कोई काम कर नहीं सकता और परिधि के बाहर काम करने को क्या रेलवे राजी होगा। सवाल यह भी कि ब्रिज के मार्ग किस तरफ होंगे, क्योंकि चौहटन रोड स्थित रेलवे फाटक के पास से चार मार्ग निकलते है। फाटक की दूसरी तरफ तो एक ही मार्ग है लेकिन शहर की ओर तीन मार्ग है। देखना यह है कि स्वीकृति किस मार्ग के लिए मिलती है, कल्याणपुरा, श्मशान घाट या फिर मुख्य सड़क।
जवानों को मिलने लगा मीठा पानी
बाड़मेर सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत मुनाबाव स्थित बीएसएफ हैड क्वाटर के पास बना आरओ (रिवर्स ऑस्मोसिस) प्लांट सीमावर्ती बाशिंदों के लिए वरदान साबित हो रहा है।
हालांकि अभी प्लांट से मुनाबाव रेलवे स्टेशन तक पाइप लाइन बिछाने सहित कुछ काम बाकी है, पर मीठे पानी की सप्लाई शुरू कर दी गई है। फिलहाल प्लांट से 1000 से 1500 लीटर प्रतिघंटा मीठा पानी उत्पादन हो रहा है। उल्लेखनीय है कि इस प्लांट के तहत वर्ष 2010 में बीएडीपी मद से 67.36 लाख रुपए स्वीकृत हुए थे, जिसमें से करीब 44 रुपए खर्च हो चुके हैं।
रेलवे की इजाजत का इंतजार : प्लांट से मुनाबाव रेलवे स्टेशन तक मीठा पानी पाइप लाइन के जरिए पहुंचाने की योजना है। इसके लिए फंड भी तैयार है, पर पटरी पार करने के लिए रेलवे से इजाजत का इंतजार है। इसके लिए पहले इस आधार पर प्रयास हुए कि रेलवे कर्मचारियों को मीठा पानी सप्लाई कर रहे हैं तो रेलवे इसकी इजाजत निशुल्क दे देगा। मगर जिला कलेक्टर स्तर के प्रयास भी इसके लिए काम नहीं आए, आखिर में पाइप लाइन पटरी क्रॉस कराने के लिए प्लांट निर्माण के फंड से रेलवे में राशि जमा करवाई गई है। इजाजत मिलते ही मुनाबाव स्टेशन तक पाइप लाइन बिछा दी जाएगी।
आरओ प्लांट से बीएसएफ जवानों के साथ मुनाबाव रेलवे स्टाफ व सीमावर्ती ग्रामीणों भी को मिली राहत, 67.36लाख रुपए की योजना पर अब तक करीब 44 लाख रुपए खर्च निकलने वाला अत्यधिक टीडीएस वाला खारा पानी आरओ प्लांट में मीठा व स्वच्छ बनकर निकल रहा है। प्लांट के एकदम सही ढंग से चलने से जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ बीएसएफ जवान भी खुश नजर आ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि थार सीमा के पास रहने वाले ग्रामीणों के साथ बीएसएफ जवान भी वर्षों से खारा पानी मजबूर थे। दूरी ज्यादा होने के चलते यहां मीठे पानी की सप्लाई भी काफी महंगी साबित होती। अब आरओ प्लांट से मीठे पानी की सप्लाई शुरू हो जाने से काफी राहत मिली है।
टीबों पर फैली ढाणियों व बीएसएफ चौकियों तक पहुंच रहा है पानी
॥मुनाबाव में बना आरओ प्लांट वाकई किसी वरदान से कम नहीं। प्लांट पर मीठा पानी लेने आने वाले सीमावर्ती वाशिंदों के चेहरों पर आने वाली खुशी को देखकर सुकून मिलता है। पाइप लाइन बिछाने सहित कुछ छोटे काम बाकी है, जो जल्दी ही पूरे करवा दिए जाएंगे।
सुनील जोशी, एक्सईएन, राइजेम खंड, बाड़मेर।
सीमावर्ती गांवों की ढाणियों व दूर-दराज बनी बीएसएफ की चौकियों तक आरओ प्लांट का पानी सप्लाई होता है। प्लांट में बने भू-तल जलाशय से सभी को मीठा पानी निशुल्क दिया जा रहा है। बीएसएफ जवान जहां यहां से टैंकर भरकर चौकियों तक ले जाते हैं, वहीं ग्रामीण भी अपने संसाधनों से मीठा पानी घर ले जा रहे हैं। प्लांट परिसर में ही ओवरहेड टैंक भी बनकर तैयार हैं,पर मुनाबाव रेलवे स्टेशन तक पाइप लाइन बिछ जाने के बाद उसमें पानी भरना शुरू किया जाएगा।
सीबीआई और सेंट्रल फोरेंसिक लेबोरेट्री (सीएफएसएल) के विशेषज्ञों ने गुरुवार को भंवरी की मौत से जुड़े सबूत जुटाए। सीएफएसएल की टीम गुरुवार सुबह जोधपुर पहुंची और सीबीआई अफसरों के साथ सीधे फलौदी व लोहावट के बीच स्थित जालोड़ा गांव चली गई। उन्होंने यहां नहर के पानी और मुरड़ के गड्ढे से सैंपल लिए। इसी गड्ढे में भंवरी को दबाए जाने की आशंका है। नहर से निकली मिट्टी में हड्डियों जैसे टुकड़े मिले। इन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। हालांकि सीबीआई ने इसकी पुष्टि नहीं की है। गड्ढे की दीवारों में राख और बाल तलाशने के लिए भी कई सैंपल लिए।
नहर में तलाशी के लिए बुधवार को ही पानी रोकने के लिए कह दिया गया था, मगर गुरुवार दोपहर तक महज 2 फीट पानी ही कम हो पाया। नहर में शाम तक लगभग 5 फीट पानी बह रहा था। इस बीच, सीबीआई डायरेक्टर एपी सिंह, एडिशनल डायरेक्टर सलीम अली और ज्वाइंट डाइरेक्टर आरपी अग्रवाल भी दिल्ली से जोधपुर पहुंचे और जांच अधिकारियों से पूरे केस पर चर्चा कर फाइनल चार्जशीट के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। वे शाम करीब चार बजे दिल्ली प्रस्थान कर गए।
विशनाराम व कैलाश 16 तक रिमांड पर
भंवरी को ठिकाने लगाने वाली दूसरी गैंग के सरगना विशनाराम विश्नोई को महाराष्ट्र पुलिस गुरुवार दोपहर पुणे से जोधपुर ले आई। दोपहर बाद विशनाराम और उसके साथी कैलाश जाखड़ को अपर मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट (सीबीआई) कोर्ट में पेश किया गया। सीबीआई ने कहा कि विशनाराम और कैलाश पर भंवरी को ठिकाने पर लगाने का आरोप है, उसे मौका तस्दीक कराने के लिए रिमांड की जरूरत है। इस पर कोर्ट ने दोनों को 16 जनवरी तक रिमांड पर भेज दिया। इसके बाद सीबीआई उन्हें लाल सागर स्थित ऑफिस ले गई जहां उनसे पूछताछ की गई।
सहीराम व मदेरणा आज कोर्ट में पेश होंगे
भंवरी मामले में रिमांड पर चल रहे सहीराम को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। उसे न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की संभावना है। पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और परसराम विश्नोई को भी शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। वे 6 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में हैं। उनकी हिरासत बढ़वाई जा सकती है।
इंद्रा की जमानत पर सुनवाई आज
भंवरी मामले में वांछित और लूणी से विधायक मलखानसिंह विश्नोई की बहन इंद्रा की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई शुक्रवार तक टल गई। विशेष अदालत (एससी-एसटी मामलात) में बुधवार को इंद्रा की ओर से अग्रिम जमानत याचिका दायर की गई थी। इस मामले में कोर्ट ने केस डायरी मांगी है। अदालत में केस डायरी तलब की गई थी। सीबीआई की ओर से अदालत में कहा गया कि चूंकि गिरफ्तार आरोपी विशनाराम को सीबीआई अदालत में पेश किया जाना है इसलिए डायरी उस अदालत में पेश करनी है। अब इस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी।
हथकड़ियां लगाने के बाद मांगी इजाजत
सीबीआई आरोपी विशनाराम, कैलाश जाखड़ और ओमप्रकाश को हथकड़ी पहना कर ही कोर्ट लाई। ओमप्रकाश को पहले भी हथकड़ी लगा कर ही मौका तस्दीक कराने ले जाया जाता रहा है, मगर कोर्ट के भीतर ले जाने पर विशनाराम व कैलाश की हथकड़ी खोल दी गई और उन्हें हथकड़ी लगाने की इजाजत देने का प्रार्थना पत्र पेश कर दिया। सीबीआई का कहना था कि तीनों कुख्यात आरोपी हैं और उन पर सरकार ने इनाम घोषित कर रखा है। अनुसंधान के लिए उन्हें बाहर ले जाना पड़ेगा, इसलिए हथकड़ी लगाने की इजाजत दी जाए। कोर्ट इस पर शुक्रवार को आदेश सुनाएगी।
वॉइस सैंपल मामले की सुनवाई 11 तक टली
जेल में बंद आरोपियों व सोहनलाल विश्नोई व शहाबुद्दीन के वॉइस सैंपल लेने बाबत सीबीआई कोर्ट द्वारा दी गई अनुमति के खिलाफ हाईकोर्ट में दायर अपील की सुनवाई 11 जनवरी तक टल गई है। न्यायाधीश संगीत लोढ़ा ने आरोपियों की ओर से दायर अपील के तहत हाईकोर्ट की ओर से दिए गए रोक के आदेश को अगली सुनवाई तक बढ़ा दिया है।
अशोक का गिरफ्तारी वॉरंट मांगा
सीबीआई ने गुरुवार को विशनाराम के साथी अशोक का गिरफ्तारी वॉरंट जारी करने की अर्जी लगाई है। अशोक और शहाबुद्दीन ने ही नेवरा रोड पर भंवरी को सोहनलाल की बोलेरो से विशनाराम की स्कॉर्पियो में शिफ्ट किया था। वह अब तक फरार है।
बलदेव की जेल से रिपोर्ट मंगवाई
जेल में बंद शहाबुद्दीन के साथी बलदेव पर सरकारी गवाह बनने का दबाव बनाने की अर्जी पर कोर्ट ने जेल से रिपोर्ट मंगवाई है। बलदेव के वकील प्रदीप चौधरी ने कोर्ट में कहा कि सीबीआई बार-बार बिना इजाजत जेल में जाकर बलदेव को गवाह बनने के लिए प्रलोभन दे रही है और धमका रही है।
बाड़मेर/. भंवरी मामले में पूर्व जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा गलत थे, उनसे इस्तीफा भी मांगा गया, जब दिया नहीं तो उन्हें तत्काल बर्खास्त कर दिया गया। विधायक मलखानसिंह को भी जब सीबीआई ने गिरफ्तार किया तभी कांग्रेस ने उन्हें सस्पेंड किया। यह बात पूर्व चिकित्सा मंत्री और कांग्रेस नेता राजेंद्रसिंह चौधरी ने कही।
मदेरणा के खिलाफ साजिश के सवाल पर उन्होंने कहा कि मदेरणा ने स्वयं सीबीआई जांच कराने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि भंवरी कांड से कांग्रेस की किरकिरी हुई है लेकिन कांग्रेस ने भी तो मंत्री और विधायक को बर्खास्त कर दिया। कार्रवाई को देखते हुए कांग्रेस को भंवरी कांड से कतई नुकसान नहीं होगा।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान की ओर से हाल ही में दिए गए बयान कि अगर अब चुनाव होते हैं तो कांग्रेस 70-80 सीटों से ज्यादा नहीं जीत सकती, के जवाब में उन्होंने कहा कि इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की हालत इतनी खराब नहीं है, जितना उन्होंने बयान में कहा है।
शास्त्रों के अनुसार भगवान की पूजा के संबंध में कई नियम बताए गए हैं। इन्हीं नियमों में से एक है कि कुछ खाने के तुरंत बाद पूजा नहीं करना चाहिए। साथ ही स्नान के बाद ही भोजन आदि ग्रहण करना चाहिए। इसके अलावा ऐसा भी नियम है कि दान करने के बाद हमें भोजन या अन्य अन्न ग्रहण करना चाहिए। इस संबंध में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि-
ऊख वारि पय मूल, पुनि औषधहू खायके।
तथा खाय तांबूल, स्नान दान आदिक उचित।।
ऊख, जल, दूध, पान, फल-फूल, औषधि इन 6 चीजों को खाने के बाद भी हम स्नान कर सकते हैं, दान कर सकते हैं, पूजा कर सकते हैं।
सामान्यत: ऐसा माना जाता है कि भगवान की पूजा से पहले हमें कुछ भी खाद्य पदार्थ ग्रहण नहीं करना चाहिए। भोजन आदि खाने की चीजों को नहाने के बाद ही खाना चाहिए। जबकि इस संबंध में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि यदि कोई व्यक्ति किसी बीमारी से ग्रस्त है तो उसे इन नियमों में बांधा नहीं जा सकता है। बीमारी की अवस्था में रोगी व्यक्ति दूध, जल, फल, दवाई आदि ग्रहण करके भी स्नान आदि क्रियाएं कर सकता है। इसके बाद वह पूजा आदि धार्मिक कार्य भी कर सकता है, ऐसा करने से भी रोगी पाप का भागी नहीं होता है।
शुक्रवार के दिन मां संतोषी का व्रत-पूजन किया जाता है, जिसकी कथा इस प्रकार से है- एक बुढिय़ा थी, उसके सात बेटे थे. 6 कमाने वाले थे जबकि एक निक्कमा था. बुढिय़ा छहो बेटों की रसोई बनाती, भोजन कराती और उनसे जो कुछ झूठन बचती वह सातवें को दे देती. एक दिन वह पत्नी से बोला- देखो मेरी मां को मुझ पर कितना प्रेम है. वह बोली- क्यों नहीं, सबका झूठा जो तुमको खिलाती है. वह बोला- ऐसा नहीं हो सकता है. मैं जब तक आंखों से न देख लूं मान नहीं सकता. बहू हंस कर बोली- देख लोगे तब तो मानोगे.
कुछ दिन बाद त्यौहार आया. घर में सात प्रकार के भोजन और चूरमे के लड्डू बने. वह जांचने को सिर दुखने का बहाना कर पतला वस्त्र सिर पर ओढ़े रसोई घर में सो गया. वह कपड़े में से सब देखता रहा. छहों भाई भोजन करने आए. उसने देखा, मां ने उनके लिए सुन्दर आसन बिछा नाना प्रकार की रसोई परोसी और आग्रह करके उन्हें जिमाया. वह देखता रहा. छहों भोजन करके उठे तब मां ने उनकी झूठी थालियों में से लड्डुओं के टुकड़े उठाकर एक लड्डू बनाया. जूठन साफ कर बुढिय़ा मां ने उसे पुकारा- बेटा, छहों भाई भोजन कर गए अब तू ही बाकी है, उठ तू कब खाएगा. वह कहने लगा- मां मुझे भोजन नहीं करना, मै अब परदेस जा रहा हूं. मां ने कहा- कल जाता हो तो आज चला जा. वह बोला- हां आज ही जा रहा हूं. यह कह कर वह घर से निकल गया. चलते समय पत्नी की याद आ गई. वह गौशाला में कण्डे थाप रही थी. वहां जाकर बोला- हम जावे परदेस आवेंगे कुछ काल, तुम रहियो संन्तोष से धर्म आपनो पाल. वह बोली- जाओ पिया आनन्द से हमारो सोच हटाय, राम भरोसे हम रहें ईश्वर तुम्हें सहाय. दो निशानी आपनी देख धरूं में धीर, सुधि मति हमारी बिसारियो रखियो मन गम्भीर.
वह बोला- मेरे पास तो कुछ नहीं, यह अंगूठी है सो ले और अपनी कुछ निशानी मुझे दे. वह बोली- मेरे पास क्या है, यह गोबर भरा हाथ है. यह कह कर उसकी पीठ पर गोबर के हाथ की थाप मार दी. वह चल दिया, चलते-चलते दूर देश पहुंचा. वहां एक साहूकार की दुकान थी. वहां जाकर कहने लगा- भाई मुझे नौकरी पर रख लो. साहूकार को जरूरत थी, बोला- रह जा. लड़के ने पूछा- तनखा क्या दोगे. साहूकार ने कहा- काम देख कर दाम मिलेंगे. साहूकार की नौकरी मिली, वह सुबह 7 बजे से 10 बजे तक नौकरी बजाने लगा. कुछ दिनों में दुकान का सारा लेन-देन, हिसाब-किताब, ग्राहकों को माल बेचना सारा काम करने लगा. साहूकार के सात-आठ नौकर थे, वे सब चक्कर खाने लगे, यह तो बहुत होशियार बन गया. सेठ ने भी काम देखा और तीन महीने में ही उसे आधे मुनाफे का हिस्सेदार बना लिया. वह कुछ वर्ष में ही नामी सेठ बन गया और मालिक सारा कारोबार उसपर छोड़कर चला गया.
इधर उसकी पत्नी को सास ससुर दु:ख देने लगे, सारी गृहस्थी का काम कराके उसे लकड़ी लेने जंगल में भेजते. इस बीच घर के आटे से जो भूसी निकलती उसकी रोटी बनाकर रख दी जाती और फूटे नारियल की नारेली मे पानी.
एक दिन वह लकड़ी लेने जा रही थी, रास्ते मे बहुत सी स्त्रियां संतोषी माता का व्रत करती दिखाई दी. वह वहां खड़ी होकर कथा सुनने लगी और पूछा- बहिनों तुम किस देवता का व्रत करती हो और उसके करने से क्या फल मिलता है. यदि तुम इस व्रत का विधान मुझे समझा कर कहोगी तो मै तुम्हारा बड़ा अहसान मानूंगी. तब उनमें से एक स्त्री बोली- सुनों, यह संतोषी माता का व्रत है. इसके करने से निर्धनता, दरिद्रता का नाश होता है और जो कुछ मन में कामना हो, सब संतोषी माता की कृपा से पूरी होती है.
तब उसने उससे व्रत की विधि पूछी. वह बोली- सवा आने का गुड़ चना लेना, इच्छा हो तो सवा पांच आने का लेना या सवा रुपए का भी सहूलियत के अनुसार लाना. बिना परेशानी और श्रद्धा व प्रेम से जितना भी बन पड़े सवाया लेना. प्रत्येक शुक्रवार को निराहार रह कर कथा सुनना, इसके बीच क्रम टूटे नहीं, लगातार नियम पालन करना, सुनने वाला कोई न मिले तो धी का दीपक जला उसके आगे या जल के पात्र को सामने रख कर कथा कहना. जब कार्य सिद्ध न हो नियम का पालन करना और कार्य सिद्ध हो जाने पर व्रत का उद्यापन करना. तीन मास में माता फल पूरा करती है. यदि किसी के ग्रह खोटे भी हों, तो भी माता वर्ष भर में कार्य सिद्ध करती है, फल सिद्ध होने पर उद्यापन करना चाहिए बीच में नहीं. उद्यापन में अढ़ाई सेर आटे का खाजा तथा इसी परिमाण से खीर तथा चने का साग करना. आठ लड़कों को भोजन कराना, जहां तक मिलें देवर, जेठ, भाई-बंधु के हों, न मिले तो रिश्तेदारों और पास-पड़ोसियों को बुलाना. उन्हें भोजन करा यथा शक्ति दक्षिणा दे माता का नियम पूरा करना. उस दिन घर में खटाई न खाना.
यह सुन बुढ़िया के लड़के की बहू चल दी. रास्ते में लकड़ी के बोझ को बेच दिया और उन पैसों से गुड़-चना ले माता के व्रत की तैयारी कर आगे चली और सामने मंदिर देखकर पूछने लगी- यह मंदिर किसका है. सब कहने लगे संतोषी माता का मंदिर है, यह सुनकर माता के मंदिर में जाकर चरणों में लोटने लगी. दीन हो विनती करने लगी- मां मैं निपट अज्ञानी हूं, व्रत के कुछ भी नियम नहीं जानती, मैं दु:खी हूं. हे माता जगत जननी मेरा दु:ख दूर कर मैं तेरी शरण में हूं. माता को दया आई - एक शुक्रवार बीता कि दूसरे को उसके पति का पत्र आया और तीसरे शुक्रवार को उसका भेजा हुआ पैसा आ पहुंचा. यह देख जेठ-जिठानी मुंह सिकोडऩे लगे. लड़के ताने देने लगे- काकी के पास पत्र आने लगे, रुपया आने लगा, अब तो काकी की खातिर बढ़ेगी. बेचारी सरलता से कहती- भैया कागज आवे रुपया आवे हम सब के लिए अच्छा है. ऐसा कह कर आंखों में आंसू भरकर संतोषी माता के मंदिर में आ मातेश्वरी के चरणों में गिरकर रोने लगी. मां मैने तुमसे पैसा कब मांगा है. मुझे पैसे से क्या काम है. मुझे तो अपने सुहाग से काम है. मै तो अपने स्वामी के दर्शन मांगती हूं. तब माता ने प्रसन्न होकर कहा-जा बेटी, तेरा स्वामी आवेगा. यह सुनकर खुशी से बावली होकर घर में जा काम करने लगी.
अब संतोषी मां विचार करने लगी, इस भोली पुत्री को मैने कह तो दिया कि तेरा पति आवेगा लेकिन कैसे? वह तो इसे स्वप्न में भी याद नहीं करता. उसे याद दिलाने को मुझे ही जाना पड़ेगा. इस तरह माता जी उस बुढिय़ा के बेटे के पास जा स्वप्न में प्रकट हो कहने लगी- साहूकार के बेटे, सो रहा है या जागता है. वह कहने लगा- माता सोता भी नहीं, जागता भी नहीं हूं कहो क्या आज्ञा है? मां कहने लगी- तेरे घर-बार कुछ है कि नहीं. वह बोला- मेरे पास सब कुछ है मां-बाप है बहू है क्या कमी है. मां बोली- भोले पुत्र तेरी बहू घोर कष्ट उठा रही है, तेरे मां-बाप उसे त्रास दे रहे हैं. वह तेरे लिए तरस रही है, तू उसकी सुध ले. वह बोला- हां माता जी यह तो मालूम है, परंतु जाऊं तो कैसे? परदेश की बात है, लेन-देन का कोई हिसाब नहीं, कोई जाने का रास्ता नहीं आता, कैसे चला जाऊं? मां कहने लगी- मेरी बात मान, सवेरे नहा धोकर संतोषी माता का नाम ले, घी का दीपक जला दण्डवत कर दुकान पर जा बैठ. देखते-देखते सारा लेन-देन चुक जाएगा, जमा का माल बिक जाएगा, सांझ होते-होते धन का भारी ठेर लग जाएगा.
अब बूढ़े की बात मानकर वह नहा धोकर संतोषी माता को दण्डवत धी का दीपक जला दुकान पर जा बैठा. थोड़ी देर में देने वाले रुपया लाने लगे, लेने वाले हिसाब लेने लगे. कोठे में भरे सामान के खरीददार नकद दाम दे सौदा करने लगे. शाम तक धन का भारी ठेर लग गया. मन में माता का नाम ले चमत्कार देख प्रसन्न हो घर ले जाने के वास्ते गहना, कपड़ा सामान खरीदने लगा. यहां काम से निपट तुरंत घर को रवाना हुआ.
उधर उसकी पत्नी जंगल में लकड़ी लेने जाती है, लौटते वक्त माताजी के मंदिर में विश्राम करती. वह तो उसके प्रतिदिन रुकने का जो स्थान ठहरा, धूल उड़ती देख वह माता से पूछती है- हे माता, यह धूल कैसे उड़ रही है? माता कहती है- हे पुत्री तेरा पति आ रहा है. अब तू ऐसा कर लकडिय़ों के तीन बोझ बना ले, एक नदी के किनारे रख और दूसरा मेरे मंदिर पर व तीसरा अपने सिर पर. तेरे पति को लकडिय़ों का गट्ठर देख मोह पैदा होगा, वह यहां रुकेगा, नाश्ता-पानी खाकर मां से मिलने जाएगा, तब तू लकडिय़ों का बोझ उठाकर जाना और चौक मे गट्ठर डालकर जोर से आवाज लगाना- लो सासूजी, लकडिय़ों का गट्ठर लो, भूसी की रोटी दो, नारियल के खेपड़े में पानी दो, आज मेहमान कौन आया है? माताजी से बहुत अच्छा कहकर वह प्रसन्न मन से लकडिय़ों के तीन गठ्ठर बनाई. एक नदी के किनारे पर और एक माताजी के मंदिर पर रखा. इतने में मुसाफिर आ पहुंचा. सूखी लकड़ी देख उसकी इच्छा उत्पन्न हुई कि हम यही पर विश्राम करें और भोजन बनाकर खा-पीकर गांव जाएं. इसी तरह रुक कर भोजन बना, विश्राम करके गांव को गया. सबसे प्रेम से मिला. उसी समय सिर पर लकड़ी का गट्ठर लिए वह उतावली सी आती है. लकडिय़ों का भारी बाझ आंगन में डालकर जोर से तीन आवाज देती है- लो सासूजी, लकडिय़ों का गट्ठर लो, भूसी की रोटी दो. आज मेहमान कौन आया है.
यह सुनकर उसकी सास बाहर आकर अपने दिए हुए कष्टों को भुलाने हेतु कहती है- बहु ऐसा क्यों कहती है? तेरा मालिक ही तो आया है. आ बैठ, मीठा भात खा, भोजन कर, कपड़े-गहने पहिन. उसकी आवाज सुन उसका पति बाहर आता है. अंगूठी देख व्याकुल हो जाता है. मां से पूछता है- मां यह कौन है? मां बोली- बेटा यह तेरी बहु है. जब से तू गया है तब से सारे गांव में भटकती फिरती है. घर का काम-काज कुछ करती नहीं, चार पहर आकर खा जाती है. वह बोला- ठीक है मां मैने इसे भी देखा और तुम्हें भी, अब दूसरे घर की ताली दो, उसमें रहूंगा. मां बोली- ठीक है, जैसी तेरी मरजी. तब वह दूसरे मकान की तीसरी मंजिल का कमरा खोल सारा सामान जमाया. एक दिन में राजा के महल जैसा ठाट-बाट बन गया. अब क्या था? बहु सुख भोगने लगी.
इतने में शुक्रवार आया. उसने पति से कहा- मुझे संतोषी माता के व्रत का उद्यापन करना है. पति बोला- खुशी से कर लो. वह उद्यापन की तैयारी करने लगी. जिठानी के लड़कों को भोजन के लिए कहने गई. उन्होंने मंजूर किया परन्तु पीछे से जिठानी ने अपने बच्चों को सिखाया, देखो, भोजन के समय खटाई मांगना, जिससे उसका उद्यापन पूरा न हो. लड़के जीमने आए खीर खाना पेट भर खाया, परंतु बाद में खाते ही कहने लगे- हमें खटाई दो, खीर खाना हमको नहीं भाता, देखकर अरूचि होती है. वह कहने लगी- भाई खटाई किसी को नहीं दी जाएगी. यह तो संतोषी माता का प्रसाद है. लड़के उठ खड़े हुए, बोले- पैसा लाओ, भोली बहु कुछ जानती नहीं थी, उन्हें पेसे दे दिए. लड़के उसी समय हठ करके इमली खटाई ले खाने लगे. यह देखकर बहु पर माताजी ने कोप किया. राजा के दूत उसके पति को पकड़ कर ले गए. जेठ जेठानी मन-माने वचन कहने लगे. लूट-लूट कर धन इकठ्ठा कर लाया है, अब सब मालूम पड़ जाएगा जब जेल की मार खाएगा.
बहु से यह सहन नहीं हुए. रोती हुई माताजी के मंदिर गई, कहने लगी- हे माता, तुमने क्या किया, हंसा कर अब भक्तों को रुलाने लगी. माता बोली- बेटी तूने उद्यापन करके मेरा व्रत भंग किया है. वह कहने लगी- माता मैंने कुछ अपराध किया है, मैने तो भूल से लड़कों को पैसे दे दिए थे, मुझे क्षमा करो. मै फिर तुम्हारा उद्यापन करूंगी. मां बोली- अब भूल मत करना. वह कहती है- अब भूल नहीं होगी, अब बतलाओ वे कैसे आवेंगे? मां बोली- जा पुत्री तेरा पति तुझे रास्ते में आता मिलेगा. वह निकली, राह में पति आता मिला. वह पूछी- कहां गए थे? वह कहने लगा- इतना धन जो कमाया है उसका टैक्स राजा ने मांगा था, वह भरने गया था. वह प्रसन्न हो बोली- भला हुआ, अब घर को चलो.
कुछ दिन बाद फिर शुक्रवार आया. वह बोली- मुझे फिर माता का उद्यापन करना है. पति ने कहा- करो. बहु फिर जेठ के लड़कों को भोजन को कहने गई. जेठानी ने एक दो बातें सुनाई और सब लड़कों को सिखाने लगी. तुम सब लोग पहले ही खटाई मांगना. लड़के भोजन से पहले कहने लगे- हमे खीर नहीं खानी, हमारा जी बिगड़ता है, कुछ खटाई खाने को दो. वह बोली- खटाई किसी को नहीं मिलेगी, आना हो तो आओ, वह ब्राह्मण के लड़के लाकर भोजन कराने लगी, यथा शक्ति दक्षिणा की जगह एक-एक फल उन्हें दिया. संतोषी माता प्रसन्न हुई.
माता की कृपा होते ही नवमें मास में उसके चन्द्रमा के समान सुन्दर पुत्र प्राप्त हुआ. पुत्र को पाकर प्रतिदिन माता जी के मंदिर को जाने लगी. मां ने सोचा- यह रोज आती है, आज क्यों न इसके घर चलूं. यह विचार कर माता ने भयानक रूप बनाया, गुड़-चने से सना मुख, ऊपर सूंड के समान होठ, उस पर मक्खियां भिन-भिन कर रही थी. देहली पर पैर रखते ही उसकी सास चिल्लाई- देखो रे, कोई चुड़ैल डाकिन चली आ रही है, लड़कों इसे भगाओ, नहीं तो किसी को खा जाएगी. लड़के भगाने लगे, चिल्लाकर खिड़की बंद करने लगे. बहु रौशनदान में से देख रही थी, प्रसन्नता से पगली बन चिल्लाने लगी- आज मेरी माता जी मेरे घर आई है. वह बच्चे को दूध पीने से हटाती है. इतने में सास का क्रोध फट पड़ा. वह बोली- क्या उतावली हुई है? बच्चे को पटक दिया. इतने में मां के प्रताप से लड़के ही लड़के नजर आने लगे. वह बोली- मां मै जिसका व्रत करती हूं यह संतोषी माता है. सबने माता जी के चरण पकड़ लिए और विनती कर कहने लगे- हे माता, हम मूर्ख हैं, अज्ञानी हैं, तुम्हारे व्रत की विधि हम नहीं जानते, व्रत भंग कर हमने बड़ा अपराध किया है, जग माता आप हमारा अपराध क्षमा करो. इस प्रकार माता प्रसन्न हुई. बहू को प्रसन्न हो जैसा फल दिया, वैसा माता सबको दे, जो पढ़े उसका मनोरथ पूर्ण हो. बोलो संतोषी माता की जय.
भले ही सनी लिओन पॉर्न स्टार हैं , लेकिन वह बॉलिवुड में न्यूड पोज नहीं देना चाहतीं। सनी लिओन के इस कदम से बॉलिवुड में उनकी एंट्री खटाई में पड़ती नज़र आ रही है।
दरअसल , सनी बॉलिवुड की फिल्मों के लिए कपड़े नहीं उतारना चाहतीं , लेकिन पिछले दिनों पूजा भट्ट ने ' जिस्म 2 ' को लेकर मीडिया से जो बातें की हैं , उसका एक ही मतलब है और वह यह कि फिल्म में न्यूडिटी होगी। और अगर यही फिल्म का सच है और सनी न्यूड न होने पर अड़ी रहती हैं , तो वह फिल्म से आउट हो सकती हैं।
बेशक पूजा भट्ट सनी के पॉर्न स्टार के स्टेटस को कैश करना चाहती हैं और यही वजह है कि उन्होंने इस फिल्म में उन्हें लेने का मन बनाया है। ऐसे में वह चाहती हैं कि सनी फिल्म के फर्स्ट सीन में ही न्यूड पोज दें। पूजा की कंपनी फिशआई नेटवर्क ने हाल में एक न्यूड फोटो शूट किया है , जिसमें एक मॉडल ट्रांसपैरंट शीट के नीचे लेटी है।फिल्म मेकर्स ने बताया कि यह शूट सनी लिओन के फर्स्ट लुक के लिए तैयार किया गया है। यही नहीं , महेश व पूजा सनी से इस सीन के बारे में डिस्कस कर चुके हैं।
लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि सनी ने अभी फिल्म साइन नहीं की है और वह शर्तों से हट सकती हैं। हालांकि महेश कहते हैं कि कॉन्ट्रैक्ट रेडी है और सनी व पूजा में इसे लेकर बात चल रही है। जाहिर है , अगर सनी न्यूड होने के लिए तैयार नहीं होती हैं , तो वह फिल्म से बाहर भी हो सकती हैं।
सोर्स का कहना है कि अगर सनी इस प्रॉजेक्ट को साइन नहीं करतीं , तो भट्ट कैंप की सेकंड चॉइस मल्लिका सहरावत होंगी। और जहां तक फाइनल पोस्टर की बात है , तो वह उस हिरोइन के साथ तैयार होगा , जो इस फिल्म में काम करेगी।
गौरतलब है कि भट्ट कैंप पोस्टर को लेकर पहले भी एक्सपेरिमेंट कर चुके हैं। आपको याद होगा कि ' जिस्म 'फिल्म की हिरोइन बिपाशा बसु के पोस्टर में उनकी लेग्स को शहद में दिखाया गया था। चूंकि अब फिल्म में सनी लिओन को लेने की चर्चा है , इसीलिए इसे इतना हॉट बनाया गया है।
नई दिल्ली।। रिलायंस कंपनी ने एम्बिएंस मॉल स्थित अपने शोरूम में मैनेजर के खिलाफ अमानत में खयानत का केस दर्ज कराया है। जांच के दौरान सीसीटीवी कैमरे ने चोरी की फुटेज के साथ मैनेजर और उसकी मित्र की अश्लील हरकतों की रिकॉर्डिंग भी दिखा दी।
यह घटना वसंत कुंज में हुई। यहां एम्बियंस मॉल के ग्राउंड फ्लोर पर 'रिलायंस ब्रैंड्स लिमिटेड कंपनी' का मैसर्स डीजल स्टोर्स है। रिलायंस के मैनेजर (रिटेल ऑपरेशंस) सन्मति भार्ज ने डीजल स्टोर के मैनेजर के खिलाफ 11 लाख रुपये की हेराफेरी का केस दर्ज कराया।
सन्मति ने पुलिस को बताया कि मैनेजर स्टोर के कर्मचरियों का हेड था। एक महिला कर्मचारी ने उसकी हरकतों के बारे में कंपनी को खबरदार किया था। इसके बाद कंपनी ने पिछले कई महीनों की सीसीटीवी फुटेज चेक की।
सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग देखकर कंपनी के अधिकारी हैरान रह गए। उन्होंने पुलिस को लिखकर दिया है कि इस रिकॉर्डिंग में स्टोर के अंदर मैनेजर और एक युवती के बीच अश्लील हरकतें भी रिकॉर्ड हो गईं।
डीजल स्टोर के कर्मचारियों ने इस युवती को इस शोरूम से ग्रे कलर की स्कर्ट और ग्रे टी शर्ट पहनकर बाहर जाते देखा था। उसके साथ मैनेजर भी शोरूम के कपड़े पहनकर बाहर चला गया। इसकी खबर भी मैनेजमेंट को दी गई।
सीसीटीवी ने मैनेजर को शोरूम के सामानों को अपने निजी सामान से अदलाबदली करते हुए भी देखा। इसके अलावा शोरूम के कैश से रकम निकालते हुए भी मैनेजर की फुटेज रिकॉर्ड कर ली गईं। एक कर्मचारी ने उसे बगैर बिल दिए 13 हजार रुपये का माल बेचते भी देखा।
सन्मति भार्ज के मुताबिक, मैनेजर ने डीजल स्टोर के कर्मचारी गंधर्व भटेजा को भी कंपनी के सामान और रकम पर हाथ साफ करने के लिए उकसाया, लेकिन भटेजा ने ऐसा नहीं कर मैनेजमेंट को खबर कर दी। इसके बाद पूरे सबूत और कर्मचारियों के लिखित बयान लेकर रिलायंस ब्रैंड्स लिमिटेड की ओर से वसंत कुंज (नॉर्थ) थाने में कंप्लेंट की।
पुलिस ने सोमवार को मैनेजर और उसकी मित्र युवती के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। पुलिस ने बताया कि तहकीकात की जा रही है।
कॉमन सर्विस सेन्टर होंगे कारगर
बाड़मेर, 5 जनवरी। जिले में ई गर्वनेन्स की पहल को आगे बढाते हुए अब कॉमन सर्विस सेन्टरों को अधिक कारगर बनाया जाएगा। इन सेन्टरों पर पेन कार्ड बनने के साथ ही जल्दी ही रेल तथा बस के टिकट भी मिलने लगेंगे। अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित की अध्यक्षता में गुरूवार को आयोजित बैठक में यह जानकारी दी गई।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने बताया कि सूचना तकनीकी क्रान्ति का जन सुविधाओं के इस्तेमाल के लिए अधिक से अधिक उपयोग होना चाहिए। उन्होने बताया कि सूचना तकनीकी के ग्राम स्तर पर उपयोग की प्रारम्भिक इकाई कॉमन सर्विस सेन्टर है, इसलिए कॉमन सर्विस सेन्टरों को अधिक कारगर बनाया जाने की आवश्यकता है। उन्होने बताया कि शिकायतों के लिए वेब पोर्टल ई-सुगम शुरू होने के बाद में प्रशासन तक पहुंच आसान हो गई है। इसके माध्यम से किसी भी विभाग से संबंधित समस्या, शिकायत, सुविधा के लिए संबंधित विभाग अथवा ब्लॉक, जिला मुख्यालय तक जाने की आवश्यकता नहीं है तथा कॉमन सर्विस सेन्टर के माध्यम से ऑन लाईन शिकायत दर्ज करवाकर उसकी जानकारी भी की जा सकेगी।
उन्होने जिले के सभी पंचायत मुख्यालयों पर राजीव गांधी सेवा केन्द्रों में कॉमन सर्विस सेन्टर स्थापित करने के निर्देश देते हुए उक्त सीएससी के माध्यम से अधिकांश कार्य सम्पादित करने के निर्देश दिए। उन्होने बताया कि जिले में ई मित्र तथा कॉमन सर्विस सेन्टर के जरिए अब राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सभी भर्ती परीक्षाओं के आवेदन ऑन लाईन के जरिए किए जा सकते है। बैठक में उपस्थित विभागों के नोडल अधिकारियों से जिला ई मित्र सोसाईटी एवं कोमन सर्विस सेन्टरों द्वारा किए गए ट्रांजेक्शन पर विस्तृत विचार विमर्श किया तथा बकाया कमीशन के भुगतान की बाबत जानकारी ली। विद्युत विभाग व जलदाय विभाग से बकाया कमीशन के शीध्र भुगतान के निर्देश दिए गए।
बैठक में ई ग्राम, राजस्वान, आन्तरिक नेटवर्किग, ऑन लाईन सेवाएं आदि पर विस्तृत चर्चा की गई।
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जसाई में आयोजित होने
वाली रात्रि चौपाल स्थगित
बाडमेर, 5 जनवरी। शुक्रवार को बाडमेर तहसील के जसाई ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित होने वाली रात्रि चौपाल स्थगित कर दी गई है। आगामी रात्रि चौपाल की तिथि अलग से निर्धारित की जाएगी।
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देशी अंदाज में दिया पेयजल गुणवता का दिया सन्देश
बाड़मेर 5 जनवरी। पानी की एक एक बंूद की कीमत को समझना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है और इसी बात को आम अवाम तक पहुचाने के लिए गुरूवार को सी सी डी यू की टीम देशी अंदाज में सन्देश देती नजर आई। पानी की एक एक बंूद को तरसने वाले रेतीले इलाके बाड़मेर में जहा कई इलाको में पानी की भयंकर किल्लत का सामना करना पड़ रहा है वही कुछ इलाको में जो पानी में मौजूद है उसकी गुणवत्ता को समझना बेहद जरुरी है इसी बात को आम आदमी को समझाने के लिए रेली निकाल कर सन्देश दिया गया। राजस्थान राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल गुणवत्ता जंाच एवं निगरानी कार्यक्रम और जिला प्रशासन की तरफ से जिले भर में पानी की गुणवत्ता को लेकर खास कार्यक्रमों श्रृखंला के तहत स्थानीय होटल माधव पैरेडाइज से जल स्वछता रेली की शुरुआत की गई। सीसीडीयू के आईईसी कं सलटेंट अशोक सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा जहा पानी की गुणवता और आम अवाम में शुद्ध पानी पहुचने के लिए आतिशी प्रयास किये जा रहे हे वही सदूर अंतिम गाव से लेकर शहर की हर गली तक पानी की शुद्धता के लिए सजग रहने के लिए हर किसी को कदम बढऩे की जरूरत है। इसी सजगता को बढ़ाने के लिए जल स्वछता रेली का आयोजन किया गया। ऊ ठ पर जल शुद्धता के सन्देश लिए ग्रामीण जहा ईस रेली में हर राहगीर का ध्यान अपनी और खेच रहे थे वही कई ढोल के धमाको के बीच चेतना सामग्री वितरण भी ख़ास नजर आ रहा था। रेली में सेकड़ो लोगो को सीसीडीयू की आई ई सी सामग्री का भी वितरण किया गया। पूरी रेली के दोरान सीसीडीयू के डाक्टर शंकर लाल नामा ऩे राहगीरों को सरकार द्वारा पानी को लेकर अपने गंभीर प्रयासों के साथ साथ हर किसी को पानी पर नई सिख और नई समझ देने वाली बाते बताई। जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल गुणवता जंाच एवं गिनरानी कार्यक्रम के तहत आगामी दिनो में जिला स्तर पर वाद विवाद प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता, नारा लेखन प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। निजी जनसहभागिता से आयोजित होने वाले इन आयोजनो के साथ साथ नगरपालिका क्षैत्र के वार्डो में जल स्वच्छता वाल पेन्टिग और सीसीडीयू के आईईसी बैनर और पोस्टर लगाये जायेगे। राजस्थान राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल गुणवत्ता जंाच एवं निगरानी कार्यक्रम और जिला प्रशासन द्वारा इन आयोजनो को लेकर जहंा विस्तृत कार्ययोजना को तैयार किया जा रहा है गुरूवार को आयोजित हुई रेली जल स्वछता चोहटन चोराहे से रेन बसेरा मार्ग होते हुए प्रताप जी की प्रोल , सदर बाजार, गँाधी चोंक, राय कोलेनी होते हुए विवेकानंद सर्किल पर आकर खत्म हुई।
फोटो केप्सन:-
1,2,3. बाड़मेर में निकली देशी अंदाज में जल स्वच्छता रैली।
4. रैली के दौरान चेतना सामग्री बाटते सीसीडीयू कन्सलटेट अशोकसिंह।
जल संरक्षण को लेकर होगी Þधार्मिक जलयात्राÞ
बाड़मेर 5 जनवरी। जल संरक्षण के संदेश के लिए विख्यात संत ज्ञानेश्वर की पालकी अनूठी जल यात्रा की तर्ज पर जल्द ही रेतीले बाड़मेर में भी धार्मिक जल यात्रा का आयोजन किया जायेगा। इस यात्रा को इसकी शुरूआत के पीछे मुख्य उद्देश्य आम जन में पानी के महत्व को रखना है। पानी की एक एक बंूद को बचाने की बात को आगे लाने के मानस को लेकर शुरू होने वाली इस यात्रा का नाम ‘जल डिंडी’रखा जायेगा । राजस्थान जल एवं स्वछता मिशन और राष्ट्रीय पेयजल गुणवत्ता जाच एवं निगरानी कार्यक्रम के तहत इस यात्रा को धरातल पर उतरा जा सकता है। सीसीडीयू के आई ई सी कं सल्टेंट अशोक सिंह ने बताया कि इस पर्यावरण जागरुकता कार्यक्रम के तहत लोग जागरण पताका लेकर पैदल यात्रा करेगे। यह हमारे लिए खास मौका होगा क्योंकि गाव स्तर तक इस पहल को समर्थन प््रााप्त होगा। राजस्थान राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल गुणवत्ता जंाच एवं निगरानी कार्यक्रम और जिला प्रशासन की तरफ से जिले भर में पानी की गुणवत्ता को लेकर खास कार्यक्र मों की श्रृखला का जल डिंडी ख़ास पड़ाव होगा। इसमें निचले क्षेत्रों के कस्बों के लोग भी भागीदारी देगे जो प्रदूषित पानी के असर से सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं । इस अभियान में कॉलेज के कई छात्रों को भी शामिल होगे। इस जलयात्रा के दौरान स्वयंसेवक जल प्रदूषण का स्तर नापेंगे। अपनी पूरी यात्रा के दौरान ‘जल डिंडी’ कार्यकर्ता लूनी नदी के किनारों पर रहने वाले लोगों के लिए पर्यावरण संरक्षण और पारिस्थितिकी आधारित फिल्मों का प्रदर्शन और पौधारोपण करेंगे। इस अभियान को स्कूली छात्रों को भी शामिल किया जायेगा।
नई दिल्ली। वोडाफोन और एयरटेल ने अपने ग्राहकों को कहा है कि वे विदेश से आने वाले अनजान कॉल को रिसीव न करें और न ही ऐसी किसी मिस्ड कॉल पर जवाबी कॉल करें। इन कंपनियों ने कहा है कि यह देखा गया है कि ऐसी किसी कॉल पर जवाबी फोन करने पर उसके मद में भारी-भरकम राशि चार्ज कर रहे हैं।
कंपनियों ने कहा है कि अगर कोई ग्राहक ऐसी किसी कॉल पर जवाबी कॉल करता है तो उस मद में वसूली जाने वाली राशि में वह कोई मदद नहीं कर सकता है। यही वजह है कि वह ग्राहकों को पूर्व में ही ऐसी किसी कॉल पर जवाब नहीं देने की सलाह दे रहा है।
सूत्रों के मुताबिक इस तरह की कॉल के अधिकतर मामले ग्रामीण इलाकों में आ रहे हैं। खासकर तमिलनाडु और पश्चिम भारत के कई राज्यों में इस तरह की कॉल आ रही है। यह मिसड कॉल होती है जिसके बाद लोग उत्साह और व्यग्रता में कॉल करते हैं। इसके एवज में जब उनके मोबाइल से पैसे काट लिए जाते हैं तो उन्हें पता चलता है कि उनके साथ धोखा हो गया है।
एयरटेल के एक अधिकारी ने कहा ‘व्यावसायिक प्रतिबद्धता की वजह से वह विदेश में किए गए कॉल का प्रभार संबंधित ग्राहक से वसूलते हैं। वह किसी विदेशी ऑपरेटर को यह नहीं कह सकते हैं कि उनके किसी नंबर से भारत के लोगों के साथ धोखा किया जा रहा है। ऐसे में वह सिर्फ अपने ग्राहकों को सलाह दे सकते हैं कि वे अनजान विदेशी नंबर पर कॉल बैक न करें।’
अनचाही कॉल-एसएमएस भी आने लगे विदेशों से
देश में डू नॉट कॉल रजिस्ट्री के पहले से अधिक प्रभावी होने और जुर्माना राशि बढऩे के बाद कई संस्थान-समूह-सेवा प्रदान कर्ता अब विदेशी सर्वर का सहारा ले रहे हैं। वे लोगों को विदेशी सर्वर से ऐसे अनचाहे मैसेज-कॉल कर रहे हैं। जिनके आगे ट्राई भी मजबूर दिख रहा है।
हजार करोड़ रुपए की राशि से विशेष कंपनी
गांवों में फाइबर ऑप्टिकल बिछाने और ब्रॉड बैंड का विस्तार करने के लिए दूरसंचार मंत्रालय 1 हजार करोड़ रुपए की राशि वाली एक विशेष कंपनी (स्पेशल पर्पज व्हीकल) बनाने पर विचार कर रहा है। इसकी प्रारंभिक निवेश राशि 100 करोड़ रुपए रखने का प्रस्ताव है। कैबिनेट इस तरह की विशेष कंपनी को पहले ही संस्तुति प्रदान कर चुकी है। एक अधिकारी ने कहा कि गांवों में तेज गति से ब्रॉडबैंड के लिए अलग कंपनी बनाने पर शिद्दत से विचार चल रहा है
जोधपुर। भंवरी मामले में वांछित आरोपी बिश्नाराम तथा उसके साथी कैलाश जाखड़ को गुरूवार को अदालत में पेश किया गया। एसीजेएम सीबीआई मामलात की अदालत ने दोनों आरोपियों को 16 जनवरी तक सीबीआई की हिरासत में रखने के आदेश दिए।
बिशनाराम को भंवरी मामले की अहम कड़ी के रूप माना जा रहा है उसे सीबीआई की सूचना पर महाराष्ट्र पुलिस ने मंगलवार रात में महाराष्ट्र के लोनावाला में पकड़ा था। अदालत में बिश्नाराम की ओर से अधिवक्ता नीलकमल बोहरा ने अपने क्लाईंट को पुलिस हिरासत में दिए जाने का जोरदार विरोध किया। उन्होंने फंडामेंटल राइट्स का हवाला देते हुए कहा कि बिश्नाराम एक व्यापारी आदमी है तथा वह महाराष्ट्र व्यापार के सिलसिले में गया था, उसे पुलिस ने क्यों पकड़ा है, उसे मालूम नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि मेरा क्लाइंट कुछ भी बोलना नहीं चाहता, लेकिन यदि अदालत उसे पुलिस को रिमांड पर देती है तो उसे बुलवाने के लिए कौनसे हथकंडे अपनाए जाएंगे, यह सरासर अन्यायपूर्ण है। इस पर सीबीआई के वकील ने कहा कि बिशनाराम के खिलाफ अनेक मामले दर्ज हैं तथा भंवरी मामले में 5 लाख का ईनाम रखा हुआ है। अदालत में बिशनाराम के साथी कैलाश जाखड़ को भी 16 तक रिमांड पर भेजा गया।
चंडीगढ़ निर्मित 680 पेटी शराब पकड़ी
पुलिस ने नाकाबंदी कर रुकवाया ट्रक, लकड़ी के बुरादे के नीचे छिपा कर रानीवाड़ा की ओर ले जाई जा रही थी शराब, देर शाम न्यायालय में पेश किया आरोपियों को
थाना बदलते ही चार बड़े मामले पकड़े
गौरतलब है कि पुलिस थाना मोदरान को रामसीन में स्थानांतरित करने के बाद पिछले तीन महीनों में तीन बड़ी वारदातों का खुलासा हुआ है, जबकि बुधवार को शराब का जखीरा बरामद किया गया। जानकारी के अनुसार बीते नवंबर माह में रामसीन पुलिस ने कार्यवाही करते हुए अंतर्राष्ट्रीय चोर वाहन गिरोह को पकड़ा। इसके बाद मोदरान में 20 लाख की लूट के आरोपी व रामसीन में एक साथ 7 दुकानों में हुई चोरी के आरोपियों को भीनमाल से पकड़ा था।
रामसीन
कस्बे की पुलिस ने बुधवार अल सवेरे कार्रवाई करते हुए नाकाबंदी कर एक ट्रक से 680 पेटी चंडीगढ़ निर्मित लाखों रुपए की शराब बरामद की है।
एसपी राहुल बारहठ के निर्देशों पर अवैध शराब की धरपकड़ व तस्करी की रोकथाम को लेकर थानाधिकारी आनंदकुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। टीम में शामिल हेड कांस्टेबल शराफत खान, कांस्टेबल नरपतलाल, शहजाद खान, लालाराम, डूंगरराम, रामनिवास, बुद्धाराम, शक्तिसिंह, रजाक खान, पारसाराम व खसाराम मीणा मय दल की ओर से कस्बे के पेट्रोल पंप के निकट बुधवार सवेरे करीब 4 बजे नाकेबंदी की गई। इस दौरान वहां से गुजर रहे ट्रक को रुकवाकर तलाशी ली गई। जिसमें हरियाणा (चंडीगढ़) निर्मित 680 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद हुई। पुलिस ने ट्रक चालक सिहा, रेवाड़ी (हरियाणा) निवासी ओमप्रकाश पुत्र रामकुमारसिंह राजपूत व मुकेश कुमार पुत्र रतीराम अहीर यादव को गिरफ्तार कर देर शाम भीनमाल कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस की ओर से फिलहाल आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है।
इस तरह ले जा रहे थे शराब
थानाधिकारी आनंदकुमार ने बताया कि बुधवार तड़के नाकाबंदी के दौरान संदेह होने पर एक ट्रक को रुकवाया गया। इस दौरान ट्रक की तलाशी ली गई, जिसमें बाजरा व लकड़ी का बुरादा कट्टों में भरा हुआ था। इन्हीं कट्टों के नीचे शराब की 680 पेटियां भर रखी थीं। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे इस ट्रक को रानीवाड़ा की ओर ले जा रहे थे।