जवानों को मिलने लगा मीठा पानी
बाड़मेर सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत मुनाबाव स्थित बीएसएफ हैड क्वाटर के पास बना आरओ (रिवर्स ऑस्मोसिस) प्लांट सीमावर्ती बाशिंदों के लिए वरदान साबित हो रहा है।
हालांकि अभी प्लांट से मुनाबाव रेलवे स्टेशन तक पाइप लाइन बिछाने सहित कुछ काम बाकी है, पर मीठे पानी की सप्लाई शुरू कर दी गई है। फिलहाल प्लांट से 1000 से 1500 लीटर प्रतिघंटा मीठा पानी उत्पादन हो रहा है। उल्लेखनीय है कि इस प्लांट के तहत वर्ष 2010 में बीएडीपी मद से 67.36 लाख रुपए स्वीकृत हुए थे, जिसमें से करीब 44 रुपए खर्च हो चुके हैं।
रेलवे की इजाजत का इंतजार : प्लांट से मुनाबाव रेलवे स्टेशन तक मीठा पानी पाइप लाइन के जरिए पहुंचाने की योजना है। इसके लिए फंड भी तैयार है, पर पटरी पार करने के लिए रेलवे से इजाजत का इंतजार है। इसके लिए पहले इस आधार पर प्रयास हुए कि रेलवे कर्मचारियों को मीठा पानी सप्लाई कर रहे हैं तो रेलवे इसकी इजाजत निशुल्क दे देगा। मगर जिला कलेक्टर स्तर के प्रयास भी इसके लिए काम नहीं आए, आखिर में पाइप लाइन पटरी क्रॉस कराने के लिए प्लांट निर्माण के फंड से रेलवे में राशि जमा करवाई गई है। इजाजत मिलते ही मुनाबाव स्टेशन तक पाइप लाइन बिछा दी जाएगी।
आरओ प्लांट से बीएसएफ जवानों के साथ मुनाबाव रेलवे स्टाफ व सीमावर्ती ग्रामीणों भी को मिली राहत, 67.36लाख रुपए की योजना पर अब तक करीब 44 लाख रुपए खर्च निकलने वाला अत्यधिक टीडीएस वाला खारा पानी आरओ प्लांट में मीठा व स्वच्छ बनकर निकल रहा है। प्लांट के एकदम सही ढंग से चलने से जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ बीएसएफ जवान भी खुश नजर आ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि थार सीमा के पास रहने वाले ग्रामीणों के साथ बीएसएफ जवान भी वर्षों से खारा पानी मजबूर थे। दूरी ज्यादा होने के चलते यहां मीठे पानी की सप्लाई भी काफी महंगी साबित होती। अब आरओ प्लांट से मीठे पानी की सप्लाई शुरू हो जाने से काफी राहत मिली है।
टीबों पर फैली ढाणियों व बीएसएफ चौकियों तक पहुंच रहा है पानी
॥मुनाबाव में बना आरओ प्लांट वाकई किसी वरदान से कम नहीं। प्लांट पर मीठा पानी लेने आने वाले सीमावर्ती वाशिंदों के चेहरों पर आने वाली खुशी को देखकर सुकून मिलता है। पाइप लाइन बिछाने सहित कुछ छोटे काम बाकी है, जो जल्दी ही पूरे करवा दिए जाएंगे।
सुनील जोशी, एक्सईएन, राइजेम खंड, बाड़मेर।
सीमावर्ती गांवों की ढाणियों व दूर-दराज बनी बीएसएफ की चौकियों तक आरओ प्लांट का पानी सप्लाई होता है। प्लांट में बने भू-तल जलाशय से सभी को मीठा पानी निशुल्क दिया जा रहा है। बीएसएफ जवान जहां यहां से टैंकर भरकर चौकियों तक ले जाते हैं, वहीं ग्रामीण भी अपने संसाधनों से मीठा पानी घर ले जा रहे हैं। प्लांट परिसर में ही ओवरहेड टैंक भी बनकर तैयार हैं,पर मुनाबाव रेलवे स्टेशन तक पाइप लाइन बिछ जाने के बाद उसमें पानी भरना शुरू किया जाएगा।
बाड़मेर सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत मुनाबाव स्थित बीएसएफ हैड क्वाटर के पास बना आरओ (रिवर्स ऑस्मोसिस) प्लांट सीमावर्ती बाशिंदों के लिए वरदान साबित हो रहा है।
हालांकि अभी प्लांट से मुनाबाव रेलवे स्टेशन तक पाइप लाइन बिछाने सहित कुछ काम बाकी है, पर मीठे पानी की सप्लाई शुरू कर दी गई है। फिलहाल प्लांट से 1000 से 1500 लीटर प्रतिघंटा मीठा पानी उत्पादन हो रहा है। उल्लेखनीय है कि इस प्लांट के तहत वर्ष 2010 में बीएडीपी मद से 67.36 लाख रुपए स्वीकृत हुए थे, जिसमें से करीब 44 रुपए खर्च हो चुके हैं।
रेलवे की इजाजत का इंतजार : प्लांट से मुनाबाव रेलवे स्टेशन तक मीठा पानी पाइप लाइन के जरिए पहुंचाने की योजना है। इसके लिए फंड भी तैयार है, पर पटरी पार करने के लिए रेलवे से इजाजत का इंतजार है। इसके लिए पहले इस आधार पर प्रयास हुए कि रेलवे कर्मचारियों को मीठा पानी सप्लाई कर रहे हैं तो रेलवे इसकी इजाजत निशुल्क दे देगा। मगर जिला कलेक्टर स्तर के प्रयास भी इसके लिए काम नहीं आए, आखिर में पाइप लाइन पटरी क्रॉस कराने के लिए प्लांट निर्माण के फंड से रेलवे में राशि जमा करवाई गई है। इजाजत मिलते ही मुनाबाव स्टेशन तक पाइप लाइन बिछा दी जाएगी।
आरओ प्लांट से बीएसएफ जवानों के साथ मुनाबाव रेलवे स्टाफ व सीमावर्ती ग्रामीणों भी को मिली राहत, 67.36लाख रुपए की योजना पर अब तक करीब 44 लाख रुपए खर्च निकलने वाला अत्यधिक टीडीएस वाला खारा पानी आरओ प्लांट में मीठा व स्वच्छ बनकर निकल रहा है। प्लांट के एकदम सही ढंग से चलने से जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ बीएसएफ जवान भी खुश नजर आ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि थार सीमा के पास रहने वाले ग्रामीणों के साथ बीएसएफ जवान भी वर्षों से खारा पानी मजबूर थे। दूरी ज्यादा होने के चलते यहां मीठे पानी की सप्लाई भी काफी महंगी साबित होती। अब आरओ प्लांट से मीठे पानी की सप्लाई शुरू हो जाने से काफी राहत मिली है।
टीबों पर फैली ढाणियों व बीएसएफ चौकियों तक पहुंच रहा है पानी
॥मुनाबाव में बना आरओ प्लांट वाकई किसी वरदान से कम नहीं। प्लांट पर मीठा पानी लेने आने वाले सीमावर्ती वाशिंदों के चेहरों पर आने वाली खुशी को देखकर सुकून मिलता है। पाइप लाइन बिछाने सहित कुछ छोटे काम बाकी है, जो जल्दी ही पूरे करवा दिए जाएंगे।
सुनील जोशी, एक्सईएन, राइजेम खंड, बाड़मेर।
सीमावर्ती गांवों की ढाणियों व दूर-दराज बनी बीएसएफ की चौकियों तक आरओ प्लांट का पानी सप्लाई होता है। प्लांट में बने भू-तल जलाशय से सभी को मीठा पानी निशुल्क दिया जा रहा है। बीएसएफ जवान जहां यहां से टैंकर भरकर चौकियों तक ले जाते हैं, वहीं ग्रामीण भी अपने संसाधनों से मीठा पानी घर ले जा रहे हैं। प्लांट परिसर में ही ओवरहेड टैंक भी बनकर तैयार हैं,पर मुनाबाव रेलवे स्टेशन तक पाइप लाइन बिछ जाने के बाद उसमें पानी भरना शुरू किया जाएगा।
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