जोधपुर। भंवरी मामले में वांछित आरोपी बिश्नाराम तथा उसके साथी कैलाश जाखड़ को गुरूवार को अदालत में पेश किया गया। एसीजेएम सीबीआई मामलात की अदालत ने दोनों आरोपियों को 16 जनवरी तक सीबीआई की हिरासत में रखने के आदेश दिए।
बिशनाराम को भंवरी मामले की अहम कड़ी के रूप माना जा रहा है उसे सीबीआई की सूचना पर महाराष्ट्र पुलिस ने मंगलवार रात में महाराष्ट्र के लोनावाला में पकड़ा था। अदालत में बिश्नाराम की ओर से अधिवक्ता नीलकमल बोहरा ने अपने क्लाईंट को पुलिस हिरासत में दिए जाने का जोरदार विरोध किया। उन्होंने फंडामेंटल राइट्स का हवाला देते हुए कहा कि बिश्नाराम एक व्यापारी आदमी है तथा वह महाराष्ट्र व्यापार के सिलसिले में गया था, उसे पुलिस ने क्यों पकड़ा है, उसे मालूम नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि मेरा क्लाइंट कुछ भी बोलना नहीं चाहता, लेकिन यदि अदालत उसे पुलिस को रिमांड पर देती है तो उसे बुलवाने के लिए कौनसे हथकंडे अपनाए जाएंगे, यह सरासर अन्यायपूर्ण है। इस पर सीबीआई के वकील ने कहा कि बिशनाराम के खिलाफ अनेक मामले दर्ज हैं तथा भंवरी मामले में 5 लाख का ईनाम रखा हुआ है। अदालत में बिशनाराम के साथी कैलाश जाखड़ को भी 16 तक रिमांड पर भेजा गया।
बिशनाराम को भंवरी मामले की अहम कड़ी के रूप माना जा रहा है उसे सीबीआई की सूचना पर महाराष्ट्र पुलिस ने मंगलवार रात में महाराष्ट्र के लोनावाला में पकड़ा था। अदालत में बिश्नाराम की ओर से अधिवक्ता नीलकमल बोहरा ने अपने क्लाईंट को पुलिस हिरासत में दिए जाने का जोरदार विरोध किया। उन्होंने फंडामेंटल राइट्स का हवाला देते हुए कहा कि बिश्नाराम एक व्यापारी आदमी है तथा वह महाराष्ट्र व्यापार के सिलसिले में गया था, उसे पुलिस ने क्यों पकड़ा है, उसे मालूम नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि मेरा क्लाइंट कुछ भी बोलना नहीं चाहता, लेकिन यदि अदालत उसे पुलिस को रिमांड पर देती है तो उसे बुलवाने के लिए कौनसे हथकंडे अपनाए जाएंगे, यह सरासर अन्यायपूर्ण है। इस पर सीबीआई के वकील ने कहा कि बिशनाराम के खिलाफ अनेक मामले दर्ज हैं तथा भंवरी मामले में 5 लाख का ईनाम रखा हुआ है। अदालत में बिशनाराम के साथी कैलाश जाखड़ को भी 16 तक रिमांड पर भेजा गया।
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