गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

अंजीर खाने के 8 फायदे जो आपको सालभर रखेंगे सेहतमंद

अंजीर खाने के 8 फायदे जो आपको सालभर रखेंगे सेहतमंद

अंजीर खाने के 8 फायदे जो आपको सालभर रखेंगे सेहतमंद
अंजीर जिसे अंग्रेजी में figs कहते हैं, उसका नाम तो आपने जरूर सुना होगा। ये बहुत कॉमन फल नहीं है जो हर फल वाले के पास आसानी से मिल जाए लेकिन बेहद पुराना फल जरूर है। इसका सदियों से इस्तेमाल हो रहा है। अंजीर टेस्टी होने के साथ-साथ पोषक तत्वों से भरपूर होता है। लेकिन शायद अंजीर एकमात्र ऐसा फल है जो फल के रूप में खाया ही जाता है लेकिन सूखने के बाद सेहत के लिए और भी गुणकारी हो जाता है। अंजीर को हम फल और ड्राईफ्रूट दोनों तरह से खा सकते हैं। आज हम आपको बताएंगे अंजीर खाने के उन फायदों के बारे में जो आपको सालभर हेल्दी रखने में मदद करेंगे।

​पोषक तत्वों से भरपूर अंजीर

NBT
अंजीर में विटमिन ए, सी, के, बी के साथ-साथ पोटैशियम, मैग्नीशियम, जिंक, कॉपर, मैंगनीन, आयरन और कैल्शियम पाया जाता है। 100 ग्राम सूखे हुए अंजीर में 209 कैलरी, 4 ग्राम प्रोटीन, 1.5 ग्राम फैट, 48.6 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 9.2 ग्राम फाइबर होता है। वहीं, 100 ग्राम ताजे अंजीर में 43 कैलरी, 1.3 ग्राम प्रोटीन, 0.3 ग्राम फैट, 9.5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 2 ग्राम फाइबर होता है। अंजीर एक बेहद मीठा फल है क्योंकि इसमें नैचरल शुगर की मात्रा भी बहुत होती है और यह ऐंटिऑक्सिडेंट का भी बेहतरीन सोर्स है जिस वजह से यह हमें सेहतमंद रखने में मदद करता है।

​हार्ट के लिए फायदेमंद है अंजीर

NBT
शरीर में फ्री रैडिकल्स बनने पर हार्ट में मौजूद कोरोनरी धमनियां जाम हो जाती हैं और हार्ट से जुड़ी बीमारियां होने लगती हैं। ऐसे में अंजीर में मौजूद ऐंटिऑक्सिडेंट गुण इन फ्री रैडिकल्स को खत्म कर हार्ट को सुरक्षित रखता है। इसके अलावा अंजीर में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी ऐसिड गुण भी होते हैं, जो आपके हार्ट को हेल्दी रखने में मदद करते हैं।

​डायबीटीज में फायेदमंद

NBT
अंजीर की पत्तियों में पाया जाने वाले एक तत्व इंसुलिन सेन्सिटिविटी को बेहतर बनाने में मदद करता है। 2003 में की गई एक स्टडी में भी देखा गया है कि अंजीर एक्स्ट्रैक्ट खून में मौजूद फैटी ऐसिड और विटमिन ई के लेवल को सामान्य रखने में मदद करके डायबीटीज ट्रीटमेंट में लाभ पहुंचा सकता है।

​कलेस्ट्रॉल लेवल को करे कम

NBT
अंजीर में पेक्टिन नाम का सॉल्युबल फाइबर होता है जो खून में मौजूद बैड कलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने के लिए जाना जाता है। साथ ही अंजीर का फाइबर गुण पाचन तंत्र से भी एक्स्ट्रा कलेस्ट्रॉल को साफ कर सकता है।

​कब्ज दूर करता है अंजीर

अंजीर का सेवन करने से कब्ज की समस्या दूर हो सकती है और पाचन तंत्र अच्छी तरह काम करने लगता है। अंजीर में पर्याप्त मात्रा में डाइट्री फाइबर पाया जाता है। इसलिए अंजीर खाने से पेट साफ करने में मदद मिलती है। पाचन तंत्र को बेहतर करने के लिए 2-3 अंजीर को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दें और अगली सुबह खा लें।

​अनीमिया दूर करता है अंजीर

NBT
शरीर में जब आयरन की कमी हो जाती है तो व्यक्ति अनीमिया का शिकार हो जाता है। सूखे अंजीर को आयरन का मेन सोर्स माना जाता है। इसके सेवन से शरीर में हीमॉग्लोबिन का स्तर बढ़ता है। अंजीर खाने से शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ सकती है और शरीर किसी भी तरह की बीमारी से लड़ने में सक्षम हो जाता है।

​अस्थमा में भी अंजीर फायदेमंद

NBT
अंजीर अस्थमा से भी बचाने में भी मदद करता है। अंजीर के सेवन से शरीर के अंदर म्यूकस झिल्लियों को नमी मिलती है और कफ साफ होता है, जिससे अस्थमा के मरीज को राहत मिलती है। अंजीर फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं। अगर फ्री रेडिकल्स शरीर में बने रहें, तो अस्थमा को और गंभीर बना सकते हैं।

ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मददगार

NBT
अगर नियमित रूप से अंजीर खाएं तो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखा जा सकता है। अंजीर में पाए जाने वाले फाइबर और पोटैशियम दोनों मिलकर हाई ब्लड प्रेशर की आशंका को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा अंजीर में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी ऐसिड भी पाया जाता है, जो ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है।

​हड्डियों के लिए फायदेमंद अंजीर

NBT
अंजीर में कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है और ये सभी चीजें हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए जरूरी मानी जाती हैं। कैल्शियम से भरपूर अंजीर, हड्डियों को स्ट्रॉन्ग बनाने में मदद करता है जिससे हड्डी टूटने का खतरा कम हो जाता है।

राजस्थान : 2 नामी कंपनी जैसलमेर में करेंगी 2000 करोड़ का निवेश, रोजगार सिर्फ इन लोगों को मिलेगा

राजस्थान : 2 नामी कंपनी जैसलमेर में करेंगी 2000 करोड़ का निवेश, रोजगार सिर्फ इन लोगों को मिलेगा

 जैसलमेर। पाकिस्तान बॉर्डर से लगता पश्चिमी राजस्थान का इलाका 'रोजगार की खान' बनता जा रहा है। सरहदी जिले बाड़मेर के धोरों से तेल निकलने के बाद अब जैसलमेर की 'आबो-हवा' पर करोड़ों का निवेश होगा। देश के एक प्रमुख औद्योगिक समूह तथा एक विदेशी कंपनी ने जैसलमेर में सौर और विंड एनर्जी प्रोजेक्ट लगाने की इच्छा जताई है। सब कुछ योजनानुसार हुआ तो अकेले जैसलमेर में 2 हजार करोड़ रुपए का निवेश होना तय है। इससे बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा।

 जैसलमेर नयी इबारत लिखने को तैयार 

बता दें कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने अपनी पहली वर्षगांठ के मौके पर नई निवेश प्रोत्साहन नीति जारी की थी, जिसमे निवेशकों को कई तरह की रियायतें और प्रोत्साहन दिए गए हैं। राजस्थान में निवेश प्रोत्साहन नीति लागू होने के बाद जैसलमेर जिला सौर और पवन ऊर्जा में निवेश की इच्छा रखने वाले औद्योगिक घरानों और कंपनियों को अनुकूल माहौल प्रदान कर जिले सहित प्रदेश में ऊर्जा उत्पादन की नयी इबारत लिखने को तैयार है।

 तीस हजार मेगावाट का लक्ष्य 

जैसलमेर जिला कलेक्टर नमित मेहता ने बताया कि विंड और सौर ऊर्जा के लिए पूर्णतयः उपयोगी जैसलमेर में प्रशासन ने निवेश के इच्छुक निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल पैदा करने कवायद भी शुरू कर दी है। नई निवेश नीति के तहत राजस्थान में 30,000 मेगावाट सौलर प्रोडक्शन का लक्ष्य रखा है।

 सौर ऊर्जा के लिए जैसलमेर सबसे उपयुक्त  

जैसलमेर जिला प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे हिंदुस्तान में सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए आइडियल लोकेशन है। राजस्थान सरकार की नई निवेश नीति के अनुसार निवेशकों के लिए इस क्षेत्र में पिछली नीति की कमियों को हटाकर और उसमें सुधार करके नए सिरे से प्रोत्साहन नीति के अनुरूप कार्य किया जायेगा, जिससे जैसलमेर जिले में हजारों करोड़ रुपए का निवेश हो सकेगा

भारत-पाक बॉर्डर की 464 किमी जैसमेर से लगती 

रोजगार में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता मिलेगी। साथ ही उन लोगों को भी रोजगार मिलेगा जो विंड और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में काम कर सकते हैं। जैसलमेर जिला प्रशासन ने भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्टीय सीमा के 25 किलोमीटर अंदर खाली जमीन पर सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट के लिए प्रस्ताव भी राज्य सरकार को भिजवा दिए हैं। बता दें कि भारत-पाक ​की 1080 किलोमीटर सीमा राजस्थान से लगती है। इसमें से सबसे ज्यादा 464 किलोमीटर सीमा जैसलमेर जिले से सटी हुई है।


करण जौहर की तख्त की शूटिंग होगी जैसलमेर में,तीन महीने तक विभिन लोकेशन पर होगी दिग्गज कलाकारों का रहेगा जमावड़ा इस पीरियड फ़िल्म शूटिंग के लिए

करण जौहर की तख्त की शूटिंग होगी जैसलमेर में,तीन महीने तक विभिन लोकेशन पर होगी

दिग्गज कलाकारों का रहेगा जमावड़ा इस पीरियड फ़िल्म शूटिंग के लिए

जैसलमेर स्वर्ण नगरी जैसलमेर को बॉलीवुड अब चोंकाने वाला शहर कहने लगा है।बॉलीवुड का मोह लगातार स्वर्ण नगरी के प्रति बढ़ता जा रहा है।।आने वाले दिनों में बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार विभिन फिल्मों की शूटिंग के लिए जेसलमेर आ रहे है।।

बॉलीवुड के दिग्गज निर्माता निर्देशक धर्मा प्रोडक्शन के करण जोहर की महत्त्वकांक्षी पीरियड फ़िल्म तख्त की शूटिंग इस बार जेसलमेर के विभिन बेहद खूबसूरत लोकेशन पर होगी।।गत दिनों करण जौहर जेसलमेर आकर   लोकेशन्स की रेकी कर गए है।।

जानकारी के मुताबिक बता दें कि करण जौहर पहली बार कोई पीरियड फिल्म बना रहे हैं. इसकी कहानी मुगल बादशाह औरंगजेब और उनके भाई दारा शिकोह के संबंधों के पर आधारित है. हुसैन हैदरी ने इस फिल्म के संवाद लिखे हैं.

इस ऐतिहास कालीन फ़िल्म तख्त की तीन महीने नॉन स्टॉप शूटिंग जेसलमेर के बेहद खूबसूरत लोकेशन पर होगी।।इस फ़िल्म में बॉलीवुड के हॉटेस्ट रणवीर सिंह मुख्य भूमिका में है तो अनिल कपूर,विक्की कौशल,आलिया भट्ट,करीना कपूर,भूमि पेडेनकर सहित बहुत से कलाकार शामिल हो रहे है।।

करण जौहर जैसे स्टार मेकर की महत्वकांक्षी फ़िल्म की शूटिंग जेसलमेर होने से जेसलमेर को पर्यटन क्षेत्र के साथ साथ फ़िल्म इंडस्ट्री में भी जबरदस्त फायदा मिलने वाला है।।सम रोड स्थित आलीशान होटल तीन महीने के लिए तख्त के लिए बुक किया गया है।यह फील अगले साल 24 दिसम्बर को प्रदर्शित की जाएगी ।

बाड़मेर जिले में भीषण सड़क दुर्घटना, गुजरात के गांधीधाम से आ रहे 4 जनों की दर्दनाक मौत*

बाड़मेर जिले में भीषण सड़क दुर्घटना, गुजरात के गांधीधाम से आ रहे 4 जनों की दर्दनाक मौत*

बाड़मेर  सरहदी जिले बाड़मेर गुजरात हाई वे पर गुरुवार अलसुबह दो वाहनों की भीषण भिड़ंत में एक ही परिवार के एक महिला सहित चार लोगो की मौत हो गयी ,ये लोग गुजरात से अपने पैतृक गांव किसी रिश्तेदार के उठावणे में शामिल होने आ रहे थे ,मूलतः बाड़मेर के पचपदरा, हाल-गांधीधाम (गुजरात) निवासी जैन समाज के एक ही परिवार के भगवानचन्द्र  सकंलेचा,कमलकिशोर  सकंलेचा,ज्ञानलतादेवी सकंलेचा,यश सकंलेचा निजी वाहन से गांधीधाम से पचपदरा रिस्तेदार के उठावने में शामिल होने आ रहे थे की सीमावर्ती गुड़ामलानी थानांतर्गत सेडवा गोलाई के पास सामने आ रहे वाहन से भिड़ंत हो गयी ,भिड़ंत इतनी भीषण थी की वाहनों के परखच्चे उड़ गए ,वाहन में सवार एक ही परिवार के तीन जनो साहिर चार की मौके पे मौत हो गयी ,दुर्घटना का समाचार मिलते ही पुलिस बल मौके पे पहुंचा,दुर्घटना का समाचार पचपदरा पहुंचते ही शोक की लहर फेल गयी ,  

सोमवार, 17 फ़रवरी 2020

अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में शुभंकर के रूप में छाया हुआ है राजस्थान का राज्य पक्षी गोडावण

अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में शुभंकर के रूप में छाया हुआ है राजस्थान का राज्य पक्षी गोडावण 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मांेदी ने संयुक्त राष्ट्र के तेरहवें सम्मेलन का वीसी से किया उद्घाटन
दुनिया के 130 देशों के प्रतिनिधि और वन्य जीव विशेषज्ञ एवं उच्चाधिकारी जुटे हैं मंथन में


जैसलमेर, 17 फरवरी/राजस्थान का राज्य पक्षी और जैसलमेर की शान ‘गोडावण’ इन दिनों अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चाओं में है। गांधीनगर गुजरात में महात्मा मन्दिर में चल रहे संयुक्त राष्ट्र संघ के 8 दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के शुभंकर के रूप में गोडावण को प्रतिदर्शित किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा संयुक्त राष्ट्र के युनाइटेड नेशन्स कांफ्रेंस आॅफ द पार्टिस टू द कन्वेंशन आॅन माइग्रेटरी स्पीशिज आॅफ वाइल्ड एनिमल्स (सीएमएस सीओपी 13) न्दपजमक छंजपवदे ब्वदमितमदबम व िजीम च्ंतजपमे जव जीम ब्वदअमदजपवद वद डपहतंजवतल ैचमबपमे व िॅपसक ।दपउंसे ;ब्डै ब्व्च्13द्ध  के तेरहवें सम्मेलन का उद्घाटन किया।
इस सम्मेलन में विश्व के 130 देषों के प्रतिनिधि तथा वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने वाले प्रख्यात पर्यावरणविद् तथा एन.जी.ओ., विभिन्न राज्यों के वन अधिकारीगण आदि मुख्य रूप से भाग ले रहे हैं। इस सम्मेलन की थीम ‘‘माइग्रेटरी स्पीशिज कनेक्ट द प्लानेट एण्ड टूगेदर वी वेलकम देम होम’’ डपहतंजवतल ेचमबपमे बवददमबज जीम चसंदमज ंदक जवहमजीमत ूम ूमसबवउम जीमउ ीवउमश् है। गर्व और गौरव की बात यह है कि सम्मेलन का शुभंकर राजस्थान राज्य का राज्य पक्षी तथा जैसलमेर की शान ‘‘गोडावण‘‘ पक्षी ‘‘ जीआईबीआई’’ है।
इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में राजस्थान के वन मंत्री सुखराम विश्नोई के साथ ही जैसलमेर के उप वन संरक्षक (वन्य जीव) कपिल चन्द्रवाल एवं मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक अरिन्दम तोमर भी हिस्सा ले रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अतिसंकटग्रस्त प्रजाति गोडावण के संरक्षण के क्षेत्र में वन विभाग तथा भारतीय वैज्ञानिकों की अहम् भूमिका की सराहना की और इनके द्वारा ‘‘इन्टरनेशनल फण्ड फोर हाउबरा कंजर्वेशन आबू धावी’’  प्दजमतदंजपवदंस थ्नदक वित भ्वनइंतं ब्वदेमतअंजपवद.।इन क्ींइप  की तकनीकि सहायता से केप्टिव ब्रीडिंग प्रोग्राम के अन्तर्गत गोडावण के 9 अण्डों से कृत्रिम हेचिंग द्वारा गोडावण के स्वस्थ चूजों के विकास पर अत्यधिक प्रसन्नता जाहिर की।
उल्लेखनीय है कि गोडावण के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए गोडावण संरक्षण प्रजनन एवं अनुसन्धान कार्यक्रम के तहत वन एवं पर्यावरण जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार, भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून एवं राजस्थान सरकार के मध्य वर्ष 2018 में त्रिपक्षीय संयुक्त समझौता( एम.ओ.ए.) किया गया है।
इसके अन्तर्गत अति संकटग्रस्त प्रजाति की श्रेणी में दर्ज इस पक्षी की संख्या में बढ़ोतरी के लिए कन्जरर्वेषन ब्रीडिंग प्रोग्राम संचालित किया जा रहा है। इसके लिए जैसलमेर में स्थित रामदेवरा एन्क्लोजर में अण्डा एकत्रीकरण एवं कृत्रिम हेचिंग सेन्टर का निर्माण वन विभाग तथा भारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा किया जा रहा है।
वर्तमान में अण्डा एकत्रीकरण करने के लिए सम क्षेत्र में अस्थाई रूप से कृत्रिम हेचिंग सेंटर स्थापित किया जाकर कुल 9 अण्डे हेचिंग सेंटर पर इनक्यूबेषन हेतु पहुंचाए गए हंै जिसमें सभी 9 अण्डों से चूजे सुरक्षित बाहर आ चुके हैं। इन चूजों को वैज्ञानिकों की देखरेख में पाला जा रहा है एवं इन्हें भोजन के लिए कीट इत्यादि सेन्टर पर ही एकत्रित एवं परिष्कृत किए जा रहे हैं।
इसके अतिरिक्त गोडावण पक्षी के विचरण क्षेत्र व ऋतु अनुसार क्षेत्र उपयोग की बहुत ही सीमित जानकारी उपलब्ध होने के कारण इस प्रोग्राम के अन्तर्गत इस वर्ष भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून की सहायता से 2 गोडावण पक्षियों को जी.पी.एस. टेग लगाया गया है जिससे कि इस पक्षी के लोकल माइग्रेशन एवं क्षेत्र उपयोग के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो रही है।
वन विभाग की निरन्तर चैकसी व प्रजनन क्षेत्र को सुरक्षा प्रदान करने से इस वर्ष गोडावण के प्राकृतिक आवास में प्रजनन में भी भारी सफलता प्राप्त हुई है। सुदासरी एवं रामदेवरा क्षेत्र सहित इस प्रजनन काल में लगभग 8 चूजे मादा सहित प्राकृतिक आवास में देखे जा चुके हैं।

बाडमेर, इंदिरा महिला शक्ति निधि महिला उद्यमियों में व्यापक प्रोत्साहन एवं प्रचार के निर्देश

बाडमेर,  इंदिरा महिला शक्ति निधि
महिला उद्यमियों में व्यापक प्रोत्साहन एवं प्रचार के निर्देश


बाडमेर, 17 फरवरी। इंदिरा महिला शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना के संबंध मे सोमवार को जिला कलक्टर अंशदीप की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। जिला कलक्टर ने योजना का व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला कलक्टर अंशदीप ने कहा कि राज्य सरकार की इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओे को सशक्त बनाने में सहयोग करना है।  उन्होने कहा कि उक्त योजना का अधिकाधिक प्रचार प्रसार किया जावे ताकि अधिकाधिक महिलाओं, महिला स्वयं सहायता समुहों, कलस्टर एवं महिला स्वयं सहायता समुहो के फेडरेशन को उद्यम व रोजगार के लिए सुगम ऋण की उपलब्धता की जानकारी कराई जा सके। उन्होने आगामी मार्च माह के प्रथम सप्ताह में इस संबंध में पुनः बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए जिससे की योजना की प्रगति पर आवश्यक कार्यवाही एवं समीक्षा की जा सके।
इस दौरान महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक प्रहलादसिंह राजपुरोेहित ने कहा कि राज्य सरकार ने महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से इंदिरा महिला शक्ति निधि के गठन की घोषणा की है। उक्त निधि से महिलाओं को उद्यम की स्थापना, स्थापित उद्यम के विस्तार, विविधीकरण या आधुनिकरण के लिए बैंको के माध्यम से अनुदान युक्त ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा ताकि महिलाओं के लिए रोजगार के नवीन अवसर सृजित किए जा सके। उन्होन बताया कि उक्त योजना के अन्तर्गत व्यक्तिगत महिला आवेदक के साथ-साथ संस्थागत आवेदक जैसे महिला स्वयं सहायता समुह, महिला स्वयं सहायता समुहो के कलस्टर एवं महिला स्वयं सहायता समुहों के फेडरेशन भी पात्र होंगे। उन्होने बताया कि उक्त योजना 18 दिसम्बर 2019 से 31 मार्च 2024 तक प्रभावी रहेगी।
इस दौरान बैठक में लीड पोजेक्ट मैनेजर राजकुमार एवं राजिविका के डीपीएम जिला परियोजना मैनेजर गणेशराज भी मौजूद रहे।
-0-

कोटा शहर लोडेड देशी पिस्टल मय जिन्दा कारतुस सहित अपराधी मुकेश सुमन उर्फ मुकेश थापा को किया गिरफ्तार

कोटा शहर
लोडेड देशी पिस्टल मय जिन्दा कारतुस सहित 
अपराधी मुकेश सुमन उर्फ मुकेश थापा को किया गिरफ्तार


जिला पुलिस अधीक्षक कोटा शहर श्री गौरव यादव ने बताया कि बताया कि कोटा शहर  अवैध हथियारो की धरपकड हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोटा शहर श्री दिलीप सैनी, सुश्री कल्पना सोलंकी पुलिस उप अधीक्षक वृत्त पंचम के निर्देशन मे मन थानाधिकारी मुनीन्द्र सिंह पुनि. के नेतृत्व मे टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा अवैध हथियार का पता लगाकर मुकेश सुमन उर्फ मुकेश थापा को अवैध देशी पिस्टल मय एक जिन्दा कारतुस सहित किया गिरफ्तार।
लोडेड अवैध पिस्टल मय कारतुस गिरफ्तारीः- मन थानाधाकरी के निर्देशन मे गठित टीम द्वारा अवैध हथियारो की धरपकड के सम्बन्ध मे पुराने चालान शुदा अपराधियो से पूछताछ गई व मुखबीर मामुर किये गये इसी दौराने  जर्ये मुखबीर टीम सदस्य श्री बहादुर सिंह हेकानि. 239 को जर्ये मुखबीर सूचना मिली कि एक व्यक्ति जिसके पास अवैध देशी पिस्टल है जो कोई वारदात करने हेतु मल्टीमेटल फैक्ट्री के सामने खडा है। इस पर टीम द्वारा तुरन्त मौके पर पंहुचकर मल्टीमेटल के सामने मुल0 मुकेश सुमन उर्फ मुकेश थापा पुत्र बाबू लाल जाति माली उम्र 32 साल निवासी सूमर थाना खानपुर जिला झालावाड हाल आईअप्पा मन्दिर के सामने छत्रपुरा तालाव थाना विज्ञान नगर उडिया बस्ती थाना विज्ञान नगर कोटा शहर को राउण्डअप कर उसके कब्जे से लोडेड एक अवैध पिस्टल मय एक जिन्दा कारतुस बरामद किया किया जाकर प्रकरण संख्या 131/2020 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट मे दर्ज कर मुल्जिम का न्यायालय से पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया गया है जिससे से हथियार की खरीद फरोख्त व अन्य साथियो के बारे मे गहनता से अनुसंधान किया जा रहा है मुल्जिम से अन्य हाथियारो के बारे मे जानकारी प्राप्त होने की पूर्ण सम्भावना है।

टीमः- श्री मुनीन्द्र सिंह पुनि. थानाधिकारी थाना उद्योगनगर, श्री खेमचन्द सउनि., बहादुर सिंह हेकानि., सुरेन्द्र सिंह कानि., श्री अशोक कुमार कानि.,

बाड़मेर,33 प्रतिशत से अधिक नुकसान पर आदान-अनुदान सहायता राशिः राजस्व मंत्री

बाड़मेर,33 प्रतिशत से अधिक नुकसान पर आदान-अनुदान सहायता राशिः राजस्व मंत्री

बाड़मेर, 17 फरवरी। राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने सोमवार को विधानसभा में बताया कि आपदा राहत प्रावधानों के तहत कृषक की खेत में खड़ी फसल में 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने पर नियमानुसार  आदान-अनुदान सहायता राशि वितरित की जाती है।

चौधरी ने प्रश्नकाल में विधायक गिरधारी लाल के मूूल प्रश्न के जवाब में बताया कि श्रीडूंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2019 में अक्टूबर-नवम्बर माह में बेमौसमी वर्षा से मूंगफली की कटी हुई फसल को नुकसान पहुंचा है एवं मोठ, बाजरा व ग्वार की फसलों में भी नुकसान हुआ है। माह नवम्बर में फसल पकने के पश्चात फसलों की कटाई हो चुकी थी। खेतों में जो फसल काट कर रखी गई थी उस पर वर्षा होने से फसलों में नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि आपदा राहत प्रावधानों के तहत कृषक की खेत में खड़ी फसल में 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने पर एनडीआरएफ,एसडीआरएफ नोर्मस के तहत आदान-अनुदान सहायता राशि वितरित की जाती है। फसल कटाई के पश्चात बीमित कृषकों के नुकसान बाबत प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसान द्वारा फसल खराब होने पर प्रतिवेदन,सूचित करने पर कृषि विभाग एवं अधिकृत बीमा कम्पनी के द्वारा संयुक्त रूप से सर्वे कार्यवाही की जाकर फसल खराबे का आंकलन किये जाने का प्रावधान है। चौधरी ने बताया कि कृषि विभाग से प्राप्त रिपोर्ट अनुसार तहसील श्रीडूंगरगढ़ के 6963 प्रतिवेदन, इन्टीमेशन प्राप्त हुए जिन पर सर्वे आंकलन अनुसार विधानसभा क्षेत्र श्रीडूंगरगढ़ के 45 पटवार मण्डलों की फसलों में 5 प्रतिशत से लेकर 40 प्रतिशत तक खराबा पाया गया। कटी हुई फसल की गिरदावरी का कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने फसल खराबे की सर्वे रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी। उन्होेंने बताया कि फसल बीमा योजना में फसल कटाई प्रयोगों का सम्पादन राजस्व एवं कृषि विभाग के कार्मिकों के जरिए किया जाता है जिसमें कृषक व बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहते हैं। यह कार्य मोबाइल एप के माध्यम से कराया गया है, जिसमें उपस्थित कार्मिकों एवं उपज की फोटोग्राफी भी होती है। बीमा कम्पनियों को लाभ पहुंचाए जाने संबंधित कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।

बाड़मेर,केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री आज बालोतरा आएंगे

बाड़मेर,केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री आज बालोतरा आएंगे


बाड़मेर,17 फरवरी। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी मंगलवार को एक दिवसीय दौरे पर बालोतरा आएंगे।
निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी मंगलवार को प्रातः 7.31 बजे रेल के जरिए बालोतरा पहुंचेंगे। केन्द्रीय राज्य मंत्री चौधरी मंगलवार को बालोतरा मंे स्थानीय कार्यक्रमांे मंे शामिल होने के बाद रात्रि मंे 9.30 बजे जोधपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। इसके उपरांत केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री चौधरी का 19 फरवरी की रात्रि मंे वापिस बालोतरा आने का कार्यक्रम निर्धारित है।


बाडमेर, अन्तर मंत्रालयिक केन्द्रीय दल का टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा आज

बाडमेर,  अन्तर मंत्रालयिक केन्द्रीय दल का टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा आज


बाडमेर, 17 फरवरी। अन्तर मंत्रालयिक केन्द्रीय दल मंगलवार 18 फरवरी को जिले में टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुकसान का दौरा करेंगे।
अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि भारत सरकार के अन्तर मंत्रालयिक केन्द्रीय दल सदस्य मंगलवार 18 फरवरी को प्रातः 8.30 बजे जोधपुर से प्रस्थान कर 11.30 बजे बाडमेर पहुंचेगे तथा जिला कलक्टर अंशदीप एवं जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर टिड्डी से हुए नुकसान की समीक्षा करेंगे। इसके पश्चात् केन्द्रीय दल दोपहर 12 से 2 बजे तक टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण करेंगे। दोपहर भोजन के पश्चात् 2.30 से 5.30 बजे तक टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर केन्द्रीय दल सायं 5.30 सांचोर के लिए प्रस्थान करेंगे।
-0-

अन्तर मंत्रालयिक केन्द्रीय दल के साथ बैठक आज
बाड़मेर, 17 फरवरी। भारत सरकार के अन्तर मंत्रालयिक केन्द्रीय दल द्वारा जिले के धोरीमना एवं सेडवा तहसील क्षेत्रों के टिड्डी प्रभावित ग्रामों के भ्रमण कार्यक्रम के सन्दर्भ में केन्द्रीय दल के साथ 18 फरवरी को प्रातः 11 बजे जिला कलक्टर सभागार में बैठक का आयोजन किया जाएगा।
अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा ने संबंधित अधिकारियों को विभागीय सूचनाओं के साथ निर्धारित समय पर बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिए है।
-0-

गंगासरा में जिला कलक्टर की रात्रि चौपाल आज
बाड़मेर, 17 फरवरी। जिले की फागलिया पंचायत समिति के गंगासरा गांव में जिला कलक्टर अंशदीप मंगलवार को रात्रि चौपाल करेंगे।
अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि जिले की फागलिया पंचायत समिति के गंगासरा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर रात्रि चौपाल सायं 6 बजे शुरू होगी। इस दौरान जिला कलक्टर अंशदीप ग्रामीणों की सुनवाई कर शिकायतों का हाथो हाथ निराकरण करेंगे। साथ ही वे पानी, बिजली, चिकित्सा आदि पब्लिक सर्विस डिलीवरी का फीडबेक लेंगे एवं राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं एवं कल्याणकारी कार्यक्रमों के धरातल पर क्रियान्वयन की समीक्षा करेंगे। इस दौरान विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी जन कल्याणकारी योजनाओं की आमलोगों को जानकारी देंगे।
-0-

सरल दुग्ध विक्रय केन्द्र आवंटन हेतु समिति का पुनर्गठन
बाडमेर, 17 फरवरी। माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की राज्य में 5000 नये सरस दुग्ध विक्रय केन्द्र स्थापित करने की घोषणा के अनुपालन में बूथ आवंटन हेतु गठित जिला स्तरीय कमेटी के क्रम में जिलेवार गैर सरकारी सदस्यों के रूप में सम्मिलित करते हुए समिति का पुनर्गठन किया गया है।
शासन उप सचिव प्रशासनिक सुधार अनु.3 विभाग जयपुर द्वारा जारी आदेश के मुताबिक अतिरिक्त जिला कलक्टर की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय कमेटी में जिले के बेरियों का वास निवासी किशनसिंह पुत्र टीलसिंह, शास्त्री नगर निवासी दिलीप कुमार पुत्र शंकरलाल परमार, नेहरू कॉलोनी वार्ड नम्बर 23 निवासी मेहबुब खान पुत्र बच्ची खान एवं सवाऊ मूलराज तहसील गिडा निवासी जोगाराम पुत्र पीराराम को गैर सरकारी सदस्य के रूप में सम्मिलित करते हुए समिति का पुनर्गठन किया गया है।
-0-

जिला उद्यम समागम एवं प्रदर्शनी का आयोजन 19 एवं 20 को
बाडमेर, 17 फरवरी। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार, उद्योग विभाग तथा जिला प्रशासन के सहयोग से जिला उद्यम सेमीनार एवं प्रदर्शनी का आयोजन 19 एवं 20 फरवरी को आरसेटी रीको परिसर औद्योगिक क्षेत्र बाडमेर में किया जाएगा।
जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक एस.आर. देवासी ने बताया कि दो दिवसीय जिला उद्यम सेमीनार के मुख्य अतिथि जिला कलक्टर अंशदीप होंगे तथा अध्यक्षता नगर परिषद सभापति दिलीप माली करेंगे। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू समीनार के विशिष्अ अतिथि होंगे। उन्होने विभागीय अधिकारियों को उनके विभाग से संबंधित राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी कराने के साथ प्रचार सामग्री उपलब्ध कराने को कहा ताकि अधिकाधिक लोग योजनाओं से लाभान्वित हो सकें।
-0-

उचित मूल्य दुकान आवंटन सलाहकार समितियों हेतु गैर सरकारी सदस्यों का मनोनयन
बाडमेर, 17 फरवरी। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग जयपुर द्वारा आदेश जारी कर जिले में तहसील स्तरीय उचित मूल्य दुकान आवंटन सलाहकार समितियों में गैर सरकारी सदस्यों का मनोनयन किया गया है।
उपायुक्त एवं उप शासन सचिव द्वारा जारी आदेश के मुताबिक तहसील स्तरीय उचित मूल्य दुकान आवंटन सलाहकार समितियों में सामाजिक कार्यकर्ता, सामाजिक उपभोक्ता एवं महिला उपभोक्ता के रूप में गैर सरकारी सदस्यों का मनोनयन किया गया गया है। जिले में बाडमेर ग्रामीण के लिए मेगवालों की बस्ती आगोर निवासी मूलाराम मेगवाल, बलदेव नगर निवासी रेवन्तसिंह एवं गादान निवासी श्रीमती गंगा राजपुरोहित को क्रमशः सामाजिक कार्यकर्ता, सामाजिक उपभोक्ता एवं महिला उपभोक्ता के रूप में गैर सरकारी सदस्य मनोनित किया गया है। इसी प्रकार नगर परिषद क्षेत्र बाडमेर मे हमीरपुरा निवासी रतनलाल सोनी, जटियों का वास शास्त्री नगर निवासी सम्पत सवांसिया एवं शास्त्री नगर निवासी श्रीमती शारदा परमार, धोरीमना तहसील क्षेत्र में मीठडाखुर्द निवासी भाखराराम विश्नोई, लोहारवा निवासी ओमप्रकाश मेघवाल एवं दूधू निवासी श्रीमती रेखा चौधरी, सिणधरी तहसील क्षेत्र में धोबली (लोलावा) निवासी रहमान खान, लूखों का तला निवासी आईदान चौधरी एवं आडेल निवासी श्रीमती सुमन, गुडामालानी तहसील क्षेत्र में शिवपुरा नया नगर निवासी दलाराम चौधरी, भेडाणा निवासी सांवलाराम कलबी एवं रतनपुरा निवासी सुश्री सीमा मेघवाल, गडरारोड तहसील क्षेत्र में अम्बेडकर नगर निवासी नन्द किशोर मेघवाल, कमाल बस्ती निवासी रहमतुल्ला एवं ताणुरावजी निवासी श्रीमती शाह कंवर, रामसर तहसील क्षेत्र में लकडीयाली निवासी कचरा खां, रामसर निवासी जोगेन्द्रसिंह एवं उभरे का पार निवासी श्रीमती सानिया तथा शिव तहसील क्षेत्र में कानासर निवासी नगाराम, जुनेजों की बस्ती निवासी हयात खां एवं स्वामी का गांव निवासी श्रीमती शान्ति देवी को गैर सरकारी सदस्य मनोनित किया गया है।
आदेशानुसार चौहटन तहसील क्षेत्र में भोजारिया निवासी हुसैन खां, चौहटन निवासी गौतमचन्द धारीवाल एवं मिठराऊ निवासी श्रीमती कमला देवी, धनाऊ तहसील क्षेत्र में तालसर निवासी मलूक खां, बींजासर निवासी भीमाराम एवं गूले की बेरी निवासी श्रीमती मीरों देवी, सेड़वा तहसील क्षेत्र में पूंजासर निवासी कंडा खान, भलगांव निवासी कलाराम एवं सियोलों का डेर निवासी श्रीमती देवबाला, समदडी तहसील क्षेत्र में रामदेव कालोनी समदडी निवासी पुरूषोतम सोनी, जोशियों का वास निवासी सफी खान रंगरेज एवं जेठन्तरी निवासी श्रीमती ममता, सिवाना तहसील क्षेत्र में खालसों का वास निवासी अशोक कुमार, काठाडी निवासी मुकनवन एवं सिपाहियांे का मोहल्ला निवासी रायसा हुसैन, पचपदरा ग्रामीण तहसील में उमरलाई जागीर निवासी जितेन्द्रसिंह, मूंगडा निवासी ओमप्रकाश एवं मैन बाजार पचपदरा निवासी श्रीमती गायत्री देवी तथा पचपदरा शहरी क्षेत्र में पीडब्ल्युडी के सामने बालोतरा निवासी मेहबूब खां, राजीव गांधी नगर वार्ड नम्बर 35 बालोतरा निवासी रामेश्वर प्रजापत एवं गौर का चौक बालोतरा निवासी श्रीमती पुष्पा नाहर को गैर सरकारी सदस्य मनोनित किया गया है।
-0-

जैसलमेर ,ब्रह्मसर तीर्थ पर 687वां कुशलगुरू मेला 23 व 24 को आयोजित होगा आचार्यश्री मनोज्ञसागर के निश्रा में होगा फाल्गुन मेला बाड़मेर से बसें 22 को रवाना होगी

जैसलमेर ,ब्रह्मसर तीर्थ पर 687वां कुशलगुरू मेला 23 व 24 को आयोजित होगा
आचार्यश्री मनोज्ञसागर के निश्रा में होगा फाल्गुन मेला
बाड़मेर से बसें 22 को रवाना होगी



जैसलमेर  17 फरवरी।ब्रह्मसर तीर्थ पर दादा श्री जिनकुशलसूरिश्वर जी म.सा. की 687वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष में दो दिवसीय भव्य मेला 23 व 24 फरवरी को आयोजित होगा, जिसमें बाडमेर से 22 फरवरी को बसें रवाना होगी। दो दिवसीय चलने वाले इस मेले का भव्य आयोजन प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी वसी मालाणी रत्न शिरोमणी ब्रह्मसर तीर्थोद्वारक आचार्य भगवन्त श्री मनोज्ञसूरीश्वर जी म.सा. की पावन निश्रा व दादा श्री जिनकुशलसूरि ट्रस्ट के तत्वावधान में मनाया जायेगा ।
कुशल भक्ति मण्डल के अध्यक्ष पुखराज लूणिया ने बताया कि ब्रह्मसर मेले मे जाने के लिए कुशल भक्ति मण्डल के तत्वाधान में बाडमेर से ब्रह्मसर जाने के लिए बसें 22 फरवरी शनिवार को रात्रि 9 बजे आराधना भवन से रवाना होगी। ब्रह्मसर जाने के लिए टिकट बांकीदास मालू जैन न्याति नोहरे के पास,पुखराज लूणिया पीपली चैक व केवलचन्द धारीवाल लीलरिया धोरे पर अपना नाम लिखावे।
ब्रह्मसर ट्रस्ट के अध्यक्ष दानमल डूंगरवाल व सहमंत्री ज्ञानीराम मालू ने बताया कि ब्रहमसर का यह प्राचीन तीर्थ दादा कुशलगुरू के स्वतः उत्कीर्ण चरण पादुका से चमत्कारी जल कुण्ड होने होने से पूरे विश्व में सुप्रसिद्ध है।मालू ने बताया कि इस तीर्थ का जीर्णाेद्वार वसी मालाणी रत्न शिरोमणी ब्रह्मसर तीर्थोद्वारक आचार्य भगवन्त श्री मनोज्ञसूरीश्वर जी म.सा. की पावन प्रेरणा और सदुपदेश से हुआ। मेले के इस आयोजन में 23 फरवरी को प्रातः 10बजे वरघोड़े के साथ ध्वजारोहण किया जायेगा। इसके बाद कार्यक्रम स्थल पर दीप प्रज्जवलित व गुणानुवाद सभा तथा अतिथियों का स्वागत किया जावेगा। दोपहर में दादा कुशलगुरू का महापूजन कराया जायेगा और शाम को महाआरती का आयोजन किया जायेगा। रात्रि में बाहर से सुप्रसिद्व संगीतकार द्वारा व अन्य बाहर से आने वाले भजन मण्डली द्वारा रात्रि जागरण होगा, रात्रि 9 बजे कार्यालय में दादा श्री जिनकुशसूरि ट्रस्ट मण्डल की साधारण सभा का आयोजन होगा ।
ब्रह्मसर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष राणामल संखलेचा व ट्रस्टी बाबूलाल टी बोथरा ने बताया कि मेला व्यवस्था के लिये मेला समिति का गठन कर संयोजकों की एक समिति बनाई गई। 24 फरवरी को जिनालय व दादावाडी का वार्षिक ध्वजारोहण सत्तरभेदी पूजन, देवदर्शन तथा अन्य धार्मिक आयोजनों के साथ मेले का विधि-विधान सहित समापन होगा । ब्रह्मसर मेले में बाडमेर-जैसलमेर सहित पुरे भारतभर से गुरूभक्त शिरकत करेगे।

बाड़मेर, निरोगी राजस्थान सामाजिक सुरक्षा की महत्वपूर्ण योजना - विधायक मेवाराम जैन

 बाड़मेर, निरोगी राजस्थान सामाजिक सुरक्षा  की महत्वपूर्ण योजना -  विधायक मेवाराम जैन

बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने सदन में निरोगी राजस्थान कार्यक्रम पर हुई चर्चा में भाग लेते हुए प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में हो रहे नवाचार पर अपनी बात रखी ।


जयपुर 17 फरवरी 2020
बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने सदन में मुख्यमंत्री जी के महत्वपूर्ण कार्यक्रम निरोगी राजस्थान पर हुई चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि प्रदेश के मुखिया की सोच है कि प्रदेश का हर नागरिक स्वस्थ रहे,निरोगी रहे इस हेतु एक मुहिम के तौर पर सरकार ने निरोगी राजस्थान कार्यक्रम 18 दिसम्बर 2019 को शुरू किया ,जो प्रदेश ही नही देश में अपने आप में ऐसा पहला कार्यक्रम है ।सरकार की सोच सरकार के जनहितैषी कार्यक्रमों से परिलक्षित होती है।
देश में प्रदेश की पहली ऐसी सरकार है जो कि न केवल मनुष्यों के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं दे रही है अपितु पशुओं के लिए भी निःशुल्क इलाज कर रही है ।मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती के लिए जनता क्लिनिक खोलने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया जिसके कारण गली,मौहल्लों में स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही है ।
बाड़मेर में सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बने- जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने मेडिकल कॉलेज के लोकार्पण कार्यक्रम में बाड़मेर में बढ़ती व्यवसायिक गतिविधियों के फलस्वरूप सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनाने की घोषणा की है जिसको उक्त बजट में शामिल कर उक्त कार्य को गति दी जाये ताकि बाड़मेर के आम अवाम को इसका फायदा मिल सके।इस हेतु सरकार जिले में कार्य कर रही जेएसडब्ल्यू एवम केयर्न वेदन्ता कम्पनियों के सीएसआर फंड के माध्यम से इस कार्य को गति मिल सकती है।
जिला हॉस्पिटल बाड़मेर में बेडो का विस्तार कर 500 बेड के करने की मांग की ।
जैन ने कहा कि जिला मुख्यालय का राजकीय हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी विभाग की स्वीकृति सरकार जारी करे जिसके की ह्रदय रोग के मरीजों को फायदा हो सके साथ ही हॉस्पिटल में न्यूरो सर्जन का पदस्थापन किया जाए ताकि न्यूरो पेसेंट जो कि रेफर किये जाते है उनका इलाज बाड़मेर में हो सके।
विधायक जैन ने कहा कि बाड़मेर जिला सुदूर सीमावर्ती रेगिस्तानी जिला है जहाँ पर ढाणियों की बसावट दूर दूर है सरकार उपस्वास्थ्य केंद्र जहाँ महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ के काफी पड़ रिक्त पड़े है उन रिक्त पदों पर पदस्थापन करावे ताकि ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिल सके।
जैन ने कहा कि राजकीय हॉस्पिटल बाड़मेर में NHM,MNJY योजना में करीबन 2 करोड़ से ज्यादा भुगतान बकाया चल रहा है सरकार उक्त बकाया भुगतान हेतु शीघ्र बजट का आवंटन करे ।
विधायक जैन ने निरोगी राजस्थान कार्यक्रम के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए मैराथन दौड़,कॉन्फ्रेंस,खाद्य पदार्थो में मिलावटों के खिलाफ़ अभियान चलाए,जनजागरण करे इस सभी मे हम सभी प्रमुखता से भागीदारी निभाये ताकि यह कार्यक्रम सफल हो सके।

बाडमेर विश्व शांति यात्रा पर पाकिस्तान जा रहे बौद्ध भिक्षुओं के जत्थे को आगे की यात्रा से अनुमति के अभाव में रोका*

बाडमेर  विश्व शांति यात्रा पर पाकिस्तान जा रहे बौद्ध भिक्षुओं के जत्थे को आगे की यात्रा से अनुमति के अभाव में रोका*

*बाडमेर पश्चिमी सरहद बाडमेर जिले के मुनाबाव पाकिस्तान सड़क मार्ग से पाकिस्तान जाने रविवार को बाडमेर पहुंचे 12 बौद्ध बिक्षुओं के जत्थे को प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने से बाडमेर ग्रामीण पुलिस ने सक्षम अनुमति के अभाव में रोक दिया।।तथा उन्हें आगे की यात्रा के लिए अनुमति मिलने तक रोक बाडमेर एक निजी होटल में ले आये जंहा उनसे पुलिस पूछताछ कर रही है।।

पुलिस उप अधीक्षक विजय सिंह ने बताया कि थाईलैंड से  12 बौद्ध भिक्षुओं का एक जत्था रविवार शाम बाडमेर पहुंचा था जो विश्व शांति यात्रा के लिए विश्व भ्रमण पर निकला।।ये जत्था बाडमेर जिले के सरहदी मुनाबाव खोखरापार सड़क मार्ग से पाकिस्तान जाने के लिए सोमवार सुबह पैदल मुनाबाव रास्ते के लिए निकले।।चूंकि इनके पास प्रतिबंधित क्षेत्र और पाकिस्तान सड़क मार्ग यात्रा के लिए किसी स्तर की अनुमति नहीं थी।।इसलिए इस जत्थे को ग्रामीण पुलिस थाना अधिकारी दीप सिंह द्वारा जसाई फांटे पर रोक इन्हें वापस बाडमेर ले आये।।उन्हें फिलहाल एक निजी होटल में ठहराया गया है।जंहा पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।।उनके पास पाकिस्तान जाने के लिए कोई अनुमति नही है।।उनके द्वारा अनुमति लेने की प्रक्रिया करने तथा अनुमति मिलने तक उन्हें आगे की यात्रा के लिए रोक दिया गया है।।

कौन है बौद्ध भिक्षु

12 बौद्ध भिक्षुओं ने बाड़मेर जिला मुख्यालय पर रविवार को प्रवेश किया। विश्व शांति की कामना को लेकर पदयात्रा पर निकला यह जत्था थाईलैंड से म्यांमार होते हुए बाड़मेर पहुंचा है। इस जत्थे का दावा है कि वह मुनाबाव होते हुए पाकिस्तान में प्रवेश करेगा। जबकि जिला प्रशासन सहित अन्य एजेंसियों के पास इस संबंध में गृह मंत्रालय का अब तक कोई आदेश नहीं आया है। यदि ऐसा होता है तो मुनाबाव स्थित भारत-पाक बॉर्डर तीसरी बार खोला जाएगा।
जानकारी के मुताबिक विश्व में शांति के लिए अपने पहले पड़ाव थाईलैंड से अमेरिका के नौ हजार किलोमीटर की पदयात्रा के बाद अब थाईलैंड से फ्रांस तक करीब 10 हजार से ज्यादा किलाेमीटर की पदयात्रा को लेकर 11 थाई नागरिकों और 1 कैनेडियन बौद्ध भिक्षुओं का जत्था बाड़मेर पहुंचा। जत्था के मुखिया पा सुथाम नाती धोम मांग के नेतृत्व में 11 सदस्य वाॅक फोर पीस के लिए विश्व की पदयात्रा पर निकले हैं।

जैसलमेर.जवानों के परिवारजनों को सीमा क्षेत्र का भ्रमण करवाया

जैसलमेर.जवानों के परिवारजनों को सीमा क्षेत्र का   भ्रमण करवाया 


जैसलमेर. सीमा सुरक्षा बल की 149 वीं वाहिनी डाबला में कार्यरत जवानों के परिवारजनों को सीमा क्षेत्र का   भ्रमण करवाया गया। इस दौरान वाहिनी परिसर में रहने वाले 110 परिवारों के सदस्यों को लक्ष्मण सीमा चौकी पर भ्रमण करवाया व बॉर्डर पर होने वाले कार्यों की जानकारी दी। इस दौरान सभी ने देखा कि जवानों को कठिन परिस्थितियों में मुस्तैदी के साथ अपना कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं। इस दौरान आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में जवानों के परिवार जनों ने उत्साह के साथ भाग लिया। इस दौरान देशभक्ति के गीतों व भारत माता की जय के नारों से वातावरण गुंजायमान हो गया। वाहिनी के कमांडेट शिवानंद यादव ने कहा कि वाहिनी में कार्यरत जवानों के परिवारजनों को पहली बार सीमा क्षेत्र का भ्रमण करवाया गया है। परिवारों और बच्चों ने जमीनी हकीकत को देखा । उन्होंने सीमा चौकियों पर परोसे जाने वाले भोजन का स्वाद लिया, जवान बैरकों को देखा और पानी के महत्व को भी जाना । उन्हें सिवनी घास और गायों की थापरकर नस्ल दिखाई गई।इस मौके पर हथियारों की प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। परिवारों और 12 से 18 आयु वर्ग के बच्चों ने गर्व की अनुभूति की। एक अनूठा अनुभव जवानों के लिए अपने बच्चों के साथ परिवार को देखना एक भावनात्मक आश्चर्य था, जिसमें माता-पिता भी शामिल थे। सीमा पर सैनिकों और उनके परिवारों के बीच प्यार और सम्मान का अनूठा माहौल देखने को मिला। ऐसे कई परिवार थेए जिन्हें पहली बार यह अवसर मिला था। सीसुब के 149 वीं वाहिनी के समादेष्टज्ञ शिवानंद यादव और अधिकारी सपत्नीक पहुंचे। सीमा चौकी पर कल्याणकारी बैठक भी आयोजित की गई।

जैसलमेर . साइबेरियन क्रेनों कुर्जा की वतन वापसी शुरू ,


 जैसलमेर . साइबेरियन क्रेनों कुर्जा की वतन वापसी शुरू ,

जैसलमेर . हजारों किमी का सफर तय कर सर्दी के मौसम में भारत व विशेष रूप से पश्चिमी राजस्थान में अपना प्रवास करने वाली कुरजाओं की वापसी का दौर अब शुरू हो चुका है। गौरतलब है कि चीन, मंगोलिया, कजाकिस्तान सहित मध्य एशिया से कुरजां पक्षी सर्दी के मौसम में भारत व पश्चिमी राजस्थान में प्रवास करती है। सितम्बर से फरवरी व मार्च माह तक मध्य एशिया में बर्फबारी होती है। ऐसे में कुरजाओं के लिए मौसम अनुकूल नहीं रहता है। इसी कारण वे यहां आती है। यहां का वातावरण उनके लिए अनुकूल रहता है। वे सितम्बर व अक्टूबर माह से लेकर फरवरी व मार्च माह तक यहां निवास करती है। जिससे क्षेत्र के सरोवर भी कुरजाओं की कलरव से गूंजते नजर आते है।इस बार हुई अधिक आवक गत कुछ वर्षों से जिले में कम बारिश के कारण अकाल की स्थिति है। सरोवरों में पानी की कमी तथा कड़ाके की ठण्ड नहीं होने के कारण कुरजाओं का जैसलमेर जिले में प्रवास कम नजर आया, लेकिन वर्ष 2019 में जिलेभर में अच्छी बारिश होने के कारण क्षेत्र के सरोवरों में पानी भरा हुआ है। इसी के कारण इस वर्ष कुरजाओं की अधिक आवक नजर आई। जिले में दर्जनों स्थानों पर कुरजा अपना पड़ाव डालती है। इस वर्ष क्षेत्र के लाठी के पास डेलासर, सोढ़ाकोर, खेतोलाई तालाब, भणियाणा के भीम तालाब, रामदेवरा के मावा सहित कई तालाबों पर सैंकड़ों की तादाद में कुरजाओं ने अपना पड़ाव डाला। जिससे ये तालाब कुरजाओं की कलरव से गूंजते नजर आए।पानी के पास कुरजां का बसेरा प्रवासी पक्षी कुरजां वजन में करीब दो से ढाई किलो की होती है तथा यह पानी के आसपास खुले मैदानों व समतल जमीन पर ही अपना अस्थायी डेरा डालकर रहती है। इन पक्षियों का मुख्य भोजन वैसे तो मोतिया घास होता है तथा पानी के किनारे पैदा होने वाले कीड़े मकोड़ों को खाकर भी अपना पेट भरती है एवं खेतों में होने वाला मतीरा भी इनका पसंदीदा भोजन माना जाता है। इन पक्षियों की पसंदीदा जगह खुले मैदान होते है। यह करीब छह-सात माह तक भारत में रहने के पश्चात् यहां गर्मी के साथ ही पुन: अपने घरों की ओर लौट जाती है।अब लौट रही है वतन गत सितम्बर से अक्टूबर माह तक क्षेत्र में सैंकड़ों कुरजाओं ने अपना पड़ाव डाला था। फरवरी माह के दूसरे पखवाड़े में इनकी वतन वापसी का दौर शुरू हो गया है। इस बार विशेषज्ञों की ओर से इन पर शोध भी किया गया तथा कई नई कुरजाएं भी नजर आई।