बुधवार, 25 जून 2014

एक मरीज को लगाए पशुओं के 10 इंजेक्शन

बाड़मेर के बायतु निवासी 60 वर्षीय गोसाईराम सारणा। यह वक्त हाथ कंपकंपाते थे। तेज बुखार से पीडित थे। गत 13 जून को मथुरादास माथुर अस्पताल के मेडिकल वार्ड बी में भर्ती किया गया। a patient four day in ten veterinary injections in jodhpur hospital


मरीज को 17 से 20 जून तक पशुओं के ये 10 मेरीपीनाम इंजेक्शन लगाए गए। परिजनों का कहना है कि इन इंजेक्शनों से सेहत सुधरना तो दूर, तबीयत और बिगड़ गई। बाद में सेहत में सुधार ना होते देख उन्होंने मरीज को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया।

पालरोड़ स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। पालरोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती हुए गोसाईराम के पुत्र बागाराम ने बताया कि जब उसे पशुओं के लेबल वाले इन मेरीपीनाम इंजेक्शन के बारे में पता चला तो उन्होंने एमडीएम की दवा पर्चियां टटोली।

उनमें इस इंजेक्शन का नाम देख चौंक गया। बागाराम ने बताया कि पशुओं के इंजेक्शन के कारण ही उनके पिता का इलाज नहीं हो पाया। दिनों दिन सेहत सुधरने की बजाए बिगड़ती रही। पुत्र ने एमडीएम की पर्चियंा दिखाते हुए आरोप लगाया कि उनके पिता को पशुओं के ये 10 इंजेक्शन लगाए गए।

निजी अस्पताल में ट्रीटमेंट बदलने के बाद अब गोसाईराम स्वस्थ है। श्रीराम अस्पताल के संचालक डॉ. सुनील चांडक ने बताया कि मरीज 20 जून को बेहोशी की हातल में यहां आया था। एंटिबायोटिब बदल कर उसका इलाज किया गया। अब मरीज की हालत ठीक है।

मुरादें पूरी करती हैं माता आशापूर्णी जी

मुरादें पूरी करती हैं माता आशापूर्णी जी

उत्तर भारत का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल पठानकोट स्थित मंदिर माता आशापूर्णी जी लगभग 200 वर्ष पूर्व पंडित जल्ला भक्त ने बनवाया था। एक रात माता जी उन्हें स्वप्न में आई और कहा कि मेरी मूर्ति यहां से एक किलोमीटर दूर दबी पड़ी है। उसे लेकर आओ और उसकी स्थापना इस स्थान पर करो। सुबह होते ही वह अपने भाई बंधुओं के साथ उस स्थान पर गए। खुदवाई करने पर माता जी की मूर्ति चक्की नदी से निकालकर बैंडबाजों के साथ बड़ी धूमधाम से बाजार के बीचों बीच उगे पीपल के वृक्ष के नीचे विधी विधान से उसकी स्थापना कर दी गई। चार दिवारी का र्निमाण करके उसे मंदिर का रूप दे दिया गया। एक वारहदारी पिछले हिस्से में तथा एक कुआ भी खुदवाया गया। उस समय पठानकोट एक मामूली सा कस्बा था। मंदिर की देखभाल ठीक समय पर न हो सकने के कारण यह खंडर बन गया।

अचानक एक चमत्कार हुआ। अमृतसर से एक सेल्समैन किसी काम से पठानकोट आया उसने खंडर रूपी मंदिर को देखा और मन ही मन बहुत दुखी हुआ कि यह कैसा शहर है। यहां के लोगों ने माता के मंदिर का क्या हाल बना रखा है। उसने मंदिर के भीतर प्रवेश किया उसे महसूस हुआ कि कोई अदृश्य शक्ति उसे कह रही है कि हे प्रिय भक्त यह मंदिर अब तेरे हवाले है। इसका पुर्न निर्माण करवा। सेल्समैन को यह सब अपने मन का वहम लगा और वह वापिस अपने शहर लौट गया।

कुछ माह उपरांत वह फिर से पठानकोट आया और उसे अदृश्य शक्ति का वही संदेश फिर से सुनाई दिया। उसने अपने मन में प्रार्थना करी हे मां यदि आपकी एसी ही इच्छा है तो सदा के लिए मुझे इस शहर में बसा दो। जब वह वापिस अपने शहर गया तो उसे जाते ही नौकरी से निकाल दिया गया। मां का आर्शिवाद जान वह पठानकोट आ गया और यहां आकर चाय की पत्ती का थोक का काम आरंभ कर दिया। उसे व्यापार में बहुत नुकसान हुआ मगर उसने हिम्मत नहीं हारी और दिन रात मेहनत करता रहा। माता जी की कृपा से व्यापार में सफलता मिलने लगी।

जब उसके पांव जम गए तो उन्होंने मंदिर के संस्थापक से इस संबंध में बातचीत की तो उन्होंने खुशी खुशी स्वीकृति दे दी। मां की कपा से जल्द ही निर्माण कार्य आरंभ हो गया। इसी बीच बहुत से भक्त तन, मन और धन से योगदान देने लगे। जल्द ही खूबसूरत मंदिर का र्निमाण हो गया। प्रत्येक मंगलवार को यहां प्रशाद बनने तथा बंटने की प्रथा भी आरंभ हो गई, जागरण पार्टीयों द्वारा माता जी का गुनगान आरंभ हो गया। भक्तों द्वारा चढ़ाए चढ़ावें से मंदिर की आमदनी में बढ़ौतरी होने लगी। जिससे हर प्रकार की उसारी का काम होने लगा।

इसी दौरान मंदिर कमेटी का भी गठन किया गया जो शहर वासियों से चंदा इकट्ठा करती और मंदिर के अधूरे काम पूर्ण करवाए जाते साथ ही वार्षिक जागरण का भी आयोजन होने लगा। धीरे धीरे मंदिर प्रगती की तरफ अग्रसर होने लगा। कमेटी द्वारा मंदिर में चांदी के दरवाजे, सिंहासन, शीशे की मीनाकारी, परिसर में संगमरमर, गणेश जी, हनुमान जी तथा माता जी की प्रतिमाएं इत्यादि स्थापित करवाए गए।

प्राचीन एवंम ऐताहिसक माता आशापूर्णी जी के मंदिर में जो भक्त सच्चे मन से मन्नत मांगता है उसकी मुरादें माता जी अवश्य पूरी करती है। दूर दराज से लोग मां की पूजा अर्चना के लिए यहां पहुंचते हैं।

फेसबुक पर गैंगरेप का वीडियो, छिना यूपी पुलिस का चैन -

मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के शाहपुर क्षेत्र में एक महिला के साथ गैंगरेप के दौरान उसका वीडियो भी बनाया गया। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब उक्त वीडियो फेसबुक पर सार्वजनिक हो गया। पुलिस ने आनन फानन कार्रवाई करते हुए इस मामले में पूछताछ के लिए कई लोगों को हिरासत में लिया है। teenage girl allegedly gangraped by eight youths and video uploded on facebook


सूत्रों के अनुसार अभी तक पीडिता की ओर से थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। उन्होंने बताया कि एक संप्रदाय विशेष के युवक ने अपनी पहचान छुपाकर शाहपुर क्षेत्र में एक युवती को प्रेमजाल में फं सा लिया। आरोपी युवक ने युवती को मिलने के बहाने बुलाया और एक खेत में बंधक बना लिया।

आरोपी युवक ने अपने कुछ साथियों के साथ युवती के साथ सामूहिक बलात्कार किया और वीडियो फिल्म बनाई और कुछ फोटोग्राफ भी लिए। युवती को मुंह बंद रखने की धमकी देकर युवती को छोड़ दिया। लोकलाज के डर से युवती ने अपने परिजनों को घटना के बारे में जानकारी नहीं दी।

हाल ही में आरोपियों ने युवती की अश्लील वीडियो और फोटोग्राफ सार्वजनिक कर दिए। इसके बाद मामला तूल पकड़ गया। इस बीच शाहपुर थाना प्रभारी ने बताया कि मीडिया से मामले की जानकारी मिलने पर पूछताछ के लिए कुछ युवकों को हिरासत में लिया गया है।

उन्होंने बताया कि पीडिता की ओर से पुलिस में अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है। मामले की जांच की जा रही है और यदि शिकायत नहीं मिलती है तो पुलिस वीडियो के आधार पर कार्रवाई करेगी।

अमेठी में 6 साल की बच्ची से दुष्कर्म

उत्तर प्रदेश मे अमेठी के पीपरपुर क्षेत्र में एक युवक द्वारा छह साल की बालिका के साथ मंगलवार को दुराचार किया गया। पुलिस के अनुसार पीपरपुर इलाके के लहना गांव में शुक्लादीनखजुरी गांव का रहने वाला गोपाल शुक्ला एक घर में घुस गया और छह साल की बालिका को अकेला पाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। उन्होंने बताया कि बालिका के परिजन जब घर पहंुचे तो बालिका खून से लथपथ बेहोश पड़ी थी। बालिका को अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

राशन की दुकान पर महिला के साथ रेप

उत्तर प्रदेश में कौशाम्बी जिले के करारी क्षेत्र में सरकारी राशन की दुकान पर चीनी लेने गई एक महिला के साथ दुकानदार द्वारा बलात्कार किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस के अनुसार शाहपुर टीकरी गांव में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान में एक महिला चीनी लेने गई थी। विवाहिता का आरोप है कि कोटेदार ने धमकी देकर उसके साथ बलात्कार किया। महिला की शिकायत पर कोटेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया और पीडिता को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल भेज दिया गया। आरोपी की तलाश जारी है। -  

जैसलमेर अतिक्रमण की जद मे करोड़ों की जमीन!

जैसलमेर। पाकिस्तान सीमा से सटा खूबसूरत जिला जैसलमेर अतिक्रमणो के आगोश मे आकर सिकुड़ता जा रहा है। प्रशासन मौन है, भू-माफिया सक्रिय हैं और राजनीतिक संरक्षण हावी है। बेशकीमती जमीन पर गिद्धदृष्टि बनाए अतिक्रमियो की नापाक हरकतें दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं, लेकिन इन्हे रोकने का साहस अभी तक प्रशासनिक तंत्र नहीं जुटा पाया है। समय-समय पर अतिक्रमण हटाने के नाम पर महज खानापूर्ति की जाती है। यही कारण है कि नियम व कायदो को ताक पर रखकर अतिक्रमण व अवैध कब्जो के लिए जैसलमेर पसंदीदा स्थली बनती जा रही है। JD land encroachment in the millions
कड़वा सच यह है कि चाहे कोई भी सरकार हो या कैसा भी बोर्ड हो, कोई कड़ा कदम उठाने को तैयार नहीं है। नेता, भू-माफिया और अधिकारी की मौजा ही मौजा है, लेकिन गरीब तबके का वह व्यक्ति सबसे ज्यादा परेशान है, जिसे रहने के लिए छोटा सा भूखंड भी नहीं मिल पा रहा है। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि जैसलमेर मे आए दिन अवैध कब्जो व अतिक्रमणो के मामले सामने आ रहे हैं और कई बार झगड़े तक की नौबत आ रही है, लेकिन निराशाजनक यह है कि सब कुछ जानते हुए भी जिले के अधिकारी, नगरपरिषद व जनप्रतिनिधि आंखे मूंदे हुए हैं।

इसी का यह नतीजा है कि करोड़ों की बेशकीमती जमीन पर अवैध कब्जों का सिलसिला सतत रूप से चलता ही जा रहा है। शहर की जमीन पर भू-माफियो व अतिक्रमियो की काली नजर से आम आदमी मायूस है। ये अतिक्रमण व अवैध कब्जे ही हंै, जिनके कारण जैसलमेर की विश्वस्तरीय ख्याति प्राप्त सुंदरता प्रभावित हो रही है। रसूखदार व प्रभावी अतिक्रमियों के अवैध कब्जों को हटाने के लिए अभी तक प्रशासनिक तंत्र ने साहस नहीं दिखाया है। केवल कागजों में चेतावनी देने की कार्यवाही हो रही है। जहां देखो वहां अतिक्रमणों की बाढ़ आई हुई है। अतिक्रमणों में नगरपरिषद के कुछ लोगो के शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

कच्ची बस्तियो मे आलीशान इमारते
कच्ची बस्ती का नाम लेते ही झुग्गी झोपड़ी, कच्चे मकान, समूह मे खेलते अधनंगे बच्चे, एक छोटे से आशियाने मे समूह मे रहते लोग व आधारभूत सुविधाओ का टोटा.. कुछ ऎसी ही तस्वीर दिमाग मे बनती है। ऎसे मे यदि जैसलमेर मे कच्ची बस्तियो मे जाकर देखें तो ऑलीशान इमारतो को देखने के बाद यह समझा जा सकता है कि माजरा आखिर क्या है? जैसलमेर की कच्ची बस्तियों में गिनती के ही कच्चे मकान हैं। गरीबों को दिए गए 900 रूपयों के भूखण्डो पर आलीशान इमारतें, दुकानें व होटल बन गए हैं।

न तो कोई इन्हे रोकने वाला है और न ही नगर परिषद कोई एतराज कर रही है। गफूर भट्टा व बबर मगरा कच्ची बस्तियो को वर्ष 2002 मे समाप्त कर उन्हे क्रमश: शास्त्री व नेहरू कॉलोनी के रूप मे मान्यता दी गई थी। 15 अगस्त 1998 तक के काबिज लोगो को 20 गुणा 45 के भूखंड आवंटित किए गए थे। इन दो कॉलोनियो की नगर नियोजक की ओर से निर्मित नक्शो के आधार पर बसावट की गई थी, लेकिन उसके बाद वर्ष 2004 मे इसी कॉलोनी मे नए सर्वे कराए गए । इसी दुबारा सर्वे के कारण अतिक्रमण बढे और लोगो को गलत-सलत करने का मौका मिला।

बढ़ने लगीं कच्ची बस्तियां
जैसलमेर मे कच्ची बस्तियो मे मकान के लिए अनुदान देने संबंधी योजनाओ के बाद तो इन बस्तियो मे अवैध कब्जो का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा। पहले जहां शहर मे छह कच्ची बस्तियां थीं, वहीं इनकी संख्या वर्तमान मे बढ़कर 13 तक पहुंच गई है। एक सर्वे मे नाम जुड़ने के बाद कुछ लोगो ने और कब्जा कर लिया और अगले सर्वे मे नाम जुड़ाने की कवायद शुरू कर दी। ऎसे मे यह समस्या दिन-ब-दिन लाइलाज बीमारी के रूप मे सामने आ रही है।

यहां भी हिमाकत

भू-माफियो की गोचर, ओरण, पड़त भूमि व वन विभाग के क्षेत्र पर काली नजरें गड़ चुकी हैं। गांव में मवेशी चराने वाले ग्वालो के साथ भू-माफिया आए दिन मारपीट करते रहते हंैं।
भू-माफियो की ओर से कहीं भी खाली जमीन, गोचर ओरण या फिर पड़त भूमि दिखते ही वहां अवैध काश्त कर फसल बुवाई कार्य शुरू कर दिया जाता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग व राज्य राजमार्गो पर बसे गांवों में बड़ी संख्या में अतिक्रमण हो रहे हंै तथा अतिक्रमी बेखौफ होकर यहां दुकान व मकान निर्माण करवा रहे हैं। यही नहीं दिनोंदिन बढ रहे भू-माफिया जगह-जगह सरकारी जमीनों पर अवैध निर्माण करवाकर उन्हें बेचने का गोरखधंधा कर रहे हैं।
भूमाफियों ने अतिक्रमण कर जमीनों को बेचने का व्यवसाय बना रखा हैं, इस गोरखधंधे में इन भूमाफियों ने लाखों रूपए के वारे न्यारे कर दिए। बरसाती नदियों के साथ चारों तरफ हुए अतिक्रमणो के कारण कई बार बाढ़ के हालात पैदा हो जाते हैं।
खाली पड़ी ओरण भूमि पर एक के बाद एक अतिRमण इसलिए हो गए, क्योंकि अतिक्रमण के दौरान स्थानीय प्रशासन ने कभी भी कड़ी कार्रवाई नहीं की।
करोड़ों रूपए की सैकड़ों बीघा जमीन पर भू-माफियाओं की ओर से अवैध निर्माण करवाकर, पत्थर डालकर तथा राजस्व, ओरण, गोचर आदि भूमि पर अवैध काश्त कर अतिक्रमण किया जा रहा है। -  

LPG सिलेंडर पर हर माह 5 रुपये बढ़ाएगी सरकार!



नई दिल्ली। रेल किराये के बाद अब केंद्र सरकार एलपीजी सिलेंडर और केरोसीन के दामों में भी जोर का झटका धीरे से देने की तैयारी में है। ये फॉर्मूला पूर्ववर्ती मनमोहन सरकार डीजल के दामों में लागू कर चुकी है, जहां डीजल कीमतों में हर महीने 50 पैसे की वृद्धि की जाती है। मोदी सरकार मनमोहन के इस फॉर्मूले को एलपीजी सिलेंडर और केरोसीन पर लागू करने पर विचार कर रही है।



केंद्र सरकार एलपीजी सिलेंडर में हर महीने पांच रुपये की वृद्धि करने की तैयारी कर रही है। इसी तरह केरोसीन की कीमत में भी हर महीने 50 पैसे से एक रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी का प्रस्ताव सरकार के समक्ष विचाराधीन है। ऐसा हुआ तो रेल किराये में बढ़ोतरी के बाद ये मोदी सरकार की जनता के लिए दूसरी कड़वी गोली होगी। सरकार अभी एलपीजी और केरोसीन पर 80 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी देती है और उसका लक्ष्य बढ़ते बजट घाटे को पूरा करने के लिए इसी राशि को कम से कम करने पर है।



वैसे 14.2 किलो के हर एलपीजी सिलेंडर पर सरकार 432.71 रुपये सब्सिडी देती है। अगर पांच रुपये हर महीने दाम बढ़ाए गए तो इस सब्सिडी को खत्म करने में 7 साल लग जाएंगे। मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि अगर राजनीतिक नेतृत्व राजी हुआ तो सिलेंडर पर हर महीने 10 रुपये भी बढ़ाए जा सकते हैं।



दूसरी ओर केरोसीन पर वर्तमान में 32.87 रुपये प्रति लीटर की सब्सिडी है। अगर केंद्र सरकार एक रुपये हर महीने बढ़ाती है तो ढाई साल में पूरी सब्सिडी खत्म हो जाएगी। वर्तमान में डीजल, एलपीजी और केरोसीन पर सरकार 1 लाख 15 हजार 548 करोड़ रुपये की सब्सिडी देती है। इनमें से 50 हजार 324 करोड़ एलपीजी पर, 29 हजार 488 करोड़ केरोसीन पर खर्च होते हैं।

बिहार में राजधानी एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 4 की मौत



नई दिल्ली। बिहार के छपरा के पास गोल्डीनगंज में राजधानी एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई है। दिल्ली से चलकर डिब्रूगढ़ जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस की 12 बोगियां पटरी से उतर गई हैं। इस हादसे में कम से कम 4 लोगों के मारे जाने की खबर है और कई घायल हैं। घायलों को निकट के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे में मरने वालों की तादाद बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।


ये हादसा रात 2 बजकर 13 मिनट पर हुआ। इसमें राजधानी एक्सप्रेस के B1 से B7 तक के सभी डिब्बे पटरी से उतर गए। उस वक्त ट्रेन में सभी लोग सो रहे थे, तभी ट्रेन पटरी से उतर गई। मौके पर राहत-बचाव का काम शुरू हो गया है।



रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अरुणेंद्र कुमार के मुताबिक इंजन और 12 डिब्बे पटरी से उतरे हैं। हालांकि जीएम के मुताबिक कुल 10 डिब्बे पटरी से उतरे हैं। रेलवे बोर्ड ने अध्यक्ष अरुणेंद्र कुमार ने घटना में नक्सलियों हमले की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों ने बंद का एलान किया था। ऐसे में इस हादसे में नक्सलियों का हाथ होने से भी इनकार नहीं किया जा सकता।



रेलवे बोर्ड ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवार को 2 लाख रुपये का मुआवजा, घायलों को 1 लाख का और मामूली रूप से घायल हुए लोगों को 20 हजार रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है।











रेलवे ने हादसे की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 06279-6510, 06224- 2226778 जारी किए हैं।

मंगलवार, 24 जून 2014

दबाव में झुकी सरकार, लोकल का बढ़ा किराया वापस



नई दिल्ली। रेल किराये में एक झटके में की गई भारी भरकम वृद्धि के विरोध के बाद केंद्र सरकार ने कुछ हद तक अपने पांव पीछे खींचे हैं। सरकार ने 80 किलोमीटर दूरी तक की सभी लोकल ट्रेनों का किराया अगले आदेश तक बढ़ने से रोक दिया है। ये फैसला मुंबई लोकल सहित सभी शहरों में 80 किलोमीटर तक चलने वाली लोकल ट्रेनों पर लागू होगा। इस फैसले से एमएसटी (मंथली सीजनल टिकट) धारकों को सबसे ज्यादा फायदा होने की उम्मीद है।



गौरतलब है कि रेल किराये में वृद्धि का विरोध विपक्ष तो कर ही रहा है, एनडीए और खुद बीजेपी में भी इसे लेकर विरोध सामने आ गया है। मुंबई लोकल का किराया बढ़ाने के खिलाफ दिल्ली में शिवसेना और बीजेपी के दस सांसदों ने रेल मंत्री सदानंद गौड़ा से मुलाकात की।



इन सांसदों की चिंता इस बात को लेकर थी कि कुछ महीने बाद महाराष्ट्र में चुनाव होने वाले हैं और मुंबई की लाइफ-लाइन कही जाने वाली लोकल की किराया वृद्धि जीत की हसरतों को पलीता लगा सकती है। सदानंद गौड़ा ने भी इस ‘मजबूरी’ को समझा और इस मुलाकात के कुछ घंटों बाद रेलवे ने ये फैसला लिया कि फिलहाल उपनगरों में चलने वाली लोकल ट्रेनों के सेकेंड क्लास पास की दरें पुरानी ही रहेंगी। ये पुरानी दरें फिलहाल पहले 80 किलोमीटर की यात्रा तक के लिए लागू रहेंगी।









इससे पहले रेल मंत्रालय ने लोकल के सेकेंड क्लास और फर्स्ट क्लास की दरों में दोगुने से ज्यादा की बढ़ोतरी की थी। फर्स्ट क्लास का किराया बढ़ोतरी के हिसाब से ही आज आधी रात से लागू हो जाएगा। इसके अलावा पूरे देश में रेल किराये में हुई 14 फीसदी तक की वृद्धि भी आज रात से लागू हो जाएगी।

राजस्थान के टोंक में रिश्तेदारों ने युवती को निर्वस्त्र कर घुमाया -

Relatives stripped a girl and molested in Tonk

देवली। राजस्थान के टोंक जिले में मंदिर जा रही एक युवती को उसके रिश्तेदारों द्वारा निर्वस्त्र कर घुमाने और गुप्तांगों में लकड़ी डालने की अमानवीय घटना सामने आई है। ये अमानवीय कृत्य करने वाले आरोपी पीडिता के रिश्ते में चाचा और ताऊ लगते हैं। घटना जिले के दूनी थाना क्षेत्र के रामपुरा गांव में मंगलवार सुबह की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

दूनी थाना प्रभारी हरलाल गुर्जर ने बताया कि रामपुरा थाना दूनी निवासी युवती दोपहर में गांव के ही बजरंग बली मंदिर पूजा करने गई थी। जहां से लौटते समयरास्ते में रिश्ते के सात ताऊ-चाचाओं ने युवती को पकड़ कर निर्वस्त्र कर दिया। बाद में सभी ने उसके गुप्तांगों में लकड़ी डालकर बर्बरता दिखाई। बाद में युवती जैसे-तैसे आरोपितों के चंगुल से छूटकर अपने घर आई तथा माता-पिता को सारी घटना बताई।

बाद में पीडिता माता-पिता के साथ दूनी थाने पहुंची तथा आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। दूनी में स्त्री रोग विशेषज्ञ मौजूद नहीं होने पर पुलिस ने युवती को देवली ले जाकर मेडिकल बोर्ड से मेडिकल मुआयना कराया। युवती की रिपोर्ट पर पुलिस सात जनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। घटना की सूचना पर देवली वृताधिकारी हरिमोहन शर्मा ने भी रामपुरा गांव में घटनास्थल पहुंचकर मामले की जानकारी ली।

जैसलमेर सैनिक की पत्नी ने फंदा लगा की आत्महत्या

जैसलमेर सैनिक  की पत्नी ने फंदा लगा की आत्महत्या 

जैसलमेर शहर में सम रोड पर बी.एस.एफ की 103 बटालियन के परिसर में 1011 आर.टी बी.एस.एफ के कांस्टेबल की पत्नी ने मंगलवार दिन में आवासीय घर में फांसी का फंदा लगा कर आत्म हत्या कर दी। प्रथम दृष्टया में आत्महत्या के कारणों के बारे में पति-पत्नी के बीच काफी दिनो से मनमुटाव चल रहा था। मृतका की दो बच्चिया जिसमें एक 6 माह की व दूसरी 4 साल ही हैं। बी.एस.एफ का कांस्टेबल व मृतका आंध्रप्रदेष के रहने वाले हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी हैं, तथा शव को मोर्चरी में रखवाया हैं। आंधप्रदेष से परिजनो के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा।

बाड़मेर आयल फिल्ड नागाणा में कार्यरत श्रमिक की जुबान काटी ,इंजीनियरों का अपहरण

बाड़मेर आयल फिल्ड नागाणा में कार्यरत श्रमिक की जुबान काटी ,इंजीनियरों का अपहरण 

आरोपी गिरफ्तार 


बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर के तेल गैस कम्पनियो की साईटो पर स्थानीय लोगो की गुंडागर्दी दिन ब दिन बढ़ती  ,  जिले के नागाणा थाना क्षेत्र में आयल फिल्ड क्षेत्र  में कार्यरत एक बिहारी श्रमिक को स्थानीय बदमाश प्रवर्ति के युवको  पीटा ,उसे अधमरा करने के बाद जुबान को चाकू से काट ली ,ताकि घटना के बारे में किसी को बता न सके ,पुलिस थाना नागाणा में दर्ज कराये इस मामले में पुलिस उप अधीक्षक ओम प्रकाश उज्जवल ने मई टीम के कार्यवाही करते हुए पांच में से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया ,इसी तरह रागेश्वरी आयल फिल्ड  कार्यरत कजाकिस्तान निवासी  दो इंजीनियर  एलेक्जेंडर और मिखाइल स्टाइपनो सहित तीन का अपहरण करने के  आरोपी मांगीलाल विश्नोई को गिरफ्तार किया गया 

बाड़मेर पर्यवेक्षक के सामने कोंग्रेसियों में जूतम पैजार

बाड़मेर पर्यवेक्षक के सामने कोंग्रेसियों में जूतम पैजार


अमिन खान ने कर्नल सोनाराम का साथ देने वाले साठ फीसदी कोंग्रेसियों को पार्टी से बहार करने की बात कही


बाड़मेर लोकसभा चुनावो में कांग्रेस प्रत्यासी की करारी हार के कारणों से रूबरू होने आये जोधपुर संभाग के कांग्रेस पर्यवेक्षक प्रताप सिंह खाचरियावास के सामने मंगलवार को सफ़ेद आकड़ा में आयोजित आत्म मंथन बैठक में कांग्रेसी भीड़ गए ,खाचरियावास कांग्रेस्सियो के बीच होती जूतम पैजार को चुपचाप देखते रहे ,

पर्यवेक्षक प्रताप सिंह द्वारा कांग्रेस संघठन की बैठक सफ़ेद आकड़ा में आयोजित की ,बैठक में बड़ी संख्या में कांग्रेसी पहुंचे ,बैठक में लोक सभा चुनावो में पार्टी प्रत्यासी की हर पर चर्चा शुरू हुई ,आरोप प्रत्यारोप के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री अमिन खान ने कहा की कर्नल सोनाराम ने दवा किया हे की साथ फीसदी कांग्रेसी उनके साथ थे ,अमिन ने कहा की थोड़ा कचरा कर्नल के भाजपा ने जाने से हटा था अब पार्टी प्रत्यासी के खिलाफ काम करने वालो के खिलाफ पार्टी को कडा कदम उठा कर इस कचरे को उठकर बाहर कर देना क्चहिये ,अमिन के इस बयान कांग्रेस के जाट नेता आक्रोशित हो गए। जाट नेताओ ने अमिन खान पर छींटा कशी शुरू कर दी,जाट नेताओ ने अमिन से माफ़ी मांगने को कहा तो मुस्लिम नेता अमिन के पक्ष में आ गए जिससे माहौल गरमा गया ,दोनों पक्षों के बीच हाथा पाई की नौबत आ गयी ,प्रताप सिंह ने बीच बचाव कर मामला शांत किया , अमिन खान ने माफ़ी मांगने से साफ़ मना कर दिया। पर्यवेक्षक प्रताप सिंह ने अमिन खान की बात का समर्थन करते हुए कहा पार्टी के साथ धोखा करने वालो को बक्शा नहीं जायेगा ,दो घंटे चली इस बैठक में हार के कोई ठोस कारन सामने नहीं आये ,जातिवाद और जाट समाज के कर्नल के पक्ष में एकजुट होना हार का कारन रहा ,बैठक में स्थानीय नेता एक दुसरो पर पार्टी खिलाफ काम करने का आरोप लगते रहे ,

जयपुर: थानेदार ने न्यूड होकर किया डांस

जयपुर। शास्त्री नगर थाने के पीछे बने क्वॉर्टर में सोमवार दोपहर थानेदार ने अपने एक साथी के साथ शराब पीने के बाद जमकर हुड़दंग किया। दोनों ने अपने कपड़े उतार दिए और करीब दो घंटे तक नग्न होकर नाचते रहे।

इस दौरान उनकी हरकतों को एक क्वॉर्टर की खिड़की से देख रहे युवक ने कैमरे में कैद कर लिया गया। मामला उच्चाधिकारियों के सामने आने के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी नॉर्थ अशोक गुप्ता के आदेश पर देर रात मामला दर्ज लिया और थानेदार को जांच होने तक निलंबित कर दिया गया है।
jaipur police asi two hour naked dance
जानकारी के अनुसार, भट्टा बस्ती थाने में तैनात एएसआई झाबरमल की रविवार रात में ड्यूटी थी। ड्यूटी पूरी कर सोमवार सुबह करीब 10 बजे वह शास्त्री नगर थाना परिसर स्थित अपने क्वार्टर में पहुंचा।

थोड़ी देर बाद उसके पास परिचित प्रॉपर्टी कारोबारी रमेश चंद भी आ गया। दोनों ने साथ बैठकर देर रात शराब पार्टी की। इसके बाद अपने-अपने कपड़े उतार दिए और नाचने लगे।

शराब पीकर नाचने के बाद प्रॉपर्टी कारोबारी ने थानेदार पर कुकर्म का अरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। यह सारा माजरा भी कैमरे में कैद किया गया है। हांलाकि मेडिकल में कुकर्म की पुष्टि नहीं हुई है। गिरफ्तारी के समय भी दोनों ने शराब के नशे में धुत थे।

फंसाने की साजिश!
रिकार्ड किए गए वीडियो में एएसआई झाबरमल व प्रॉपर्टी डीलर रमेश दोनों नंगे होकर डांस कर रहे है। कुछ देर बाद थानेदार कपड़े पहनने की कोशिश कर रहा है, लेकिन रमेश उसे पहनने नहीं दे रहा है।

खिड़की के बाहर से रिकॉर्डिग कर रहा युवक और रमेश दोनों परिचित भी बताए जा रहे है। ऎसे में पुलिस अधिकारियों को इसमें एएसआई को फंसाने की संभावना ज्यादा लग रही है।

शादी के 5 दिन बाद ही बहू बनी मां

शिवपुरी।पांच दिन पहले खुशी-खुशी बेटे के लिए बहू ब्याह कर लाए पिता की खुशियों को उस समय ग्रहण लग गया जब बहू ने एक बच्चे को जन्म दे दिया। मुंह दिखाई की रस्म के दौरान महिलाओं ने बहू को देखकर यह खुलासा किया कि यह तो गर्भवती है। Mother in law made 5 days after wedding

बहू के गर्भवती होने के संदेह पर सोमवार दोपहर दोनों परिवार नववधू के चिकित्सकीय परीक्षण के लिए जिला चिकित्सालय पहुंचे। परीक्षण के दौरान ही प्रसव पीड़ा के बाद वधू ने एक बालक को जन्म दे दिया। फिर क्या था नवविवाहिता के माता-पिता के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई और वे बेटी को अस्पताल में ही छोड़कर भाग गए। जबकि ससुर, बहू के परिजनों पर धोखे में रखकर ब्याह रचाने का आरोप लगाते हुए कोतवाली जा पहुंचा।

इस मामले को लेकर पुलिस ने भी फिलहाल कोई कायमी नहीं की है और संबंधित थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कहकर नववधू के ससुर को चलता कर दिया।


17 जून को हुआ था विवाह: ग्राम मोतीपुर नई कॉलोनी निवासी इमरत जाटव के पुत्र लाखन का विवाह 17 जून को ग्राम सलैया पिछोर में हुआ था।

मुझे न बहू चाहिए न पोता

न्याय की आस में कोतवाली पहुंचे इमरत जाटव का कहना था कि कोई उसे उसकी बहू व उसके परिजनों से बचा ले। उसे न तो ऎसी बहू चाहिए न पोता और न ही ऎसे धोखेबाज रिश्तेदार।

बेटी की रेप के बाद हत्या, बेटे ने देखा तो उसे भी मार डाला



रोहट(पाली)। राजस्थान के पाली जिले में एक व्यक्ति ने सोमवार देर रात खूनी खेल खेला। पहले तो उसने अपनी आठ वर्षीय बेटी से दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी, वारदात को अंजाम देते हुए देखने पर 6 वष्ाीüय बेटे को भी जान से मार दिया। सनसनीखेज घटना रोहट थाना क्षेत्र के राखांणा गांव की है।
Man raped, murdered own 6 year old daughter and son
पुलिस के अनुसार राखांणा निवासी पप्पाराम (32) पुत्र सुलताराम भील अपनी पुत्री सुमित्रा (8) और पुत्र ओमाराम (6) के साथ रहता था। उसकी पत्नी छह माह पहले उसे छोड़ चुकी है। सोमवार देर रात उसने हवस में आकर अपनी ही बेटी से पहले दुष्कर्म किया और बाद में उसकी हत्या कर दी। इस वारदात को अंजाम देते हुए उसके बेटे ओमाराम ने देख लिया तो उसने उसे भी मौत के घाट उतार दिया।

घटना के बाद वह फरार हो गया। मंगलवार अल सुबह ग्रामीणों को वारदात की जानकारी मिली तो पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस अधीक्षक जयनरायण समेत आला अधिकारी पहुंचे। पुलिस ने दोनों शव पोस्टमार्टम के लिए रखवाए हैं। आरोपी की तलाश में पुलिस दल भेजे गए हैं।

-  

पत्नी को जान से मारा, सीसीटीवी फुटेज ने पहुंचाया जेल -



नई दिल्ली। कल्याणपुरी इलाके में कॉल सेंटर कर्मी ने अवैध संबंधों के चलते पत्नी नीतू की गला घोंटकर हत्या कर दी। मंगलवार सुबह उसका शव यमुना खादर की झाडियों में बैग में पड़ा मिला। मेट्रो के सीसीटीवी फुटेज से खुलासा होने के बाद पुलिस ने उसके पति ओमप्रकाश को गिरफ्तार कर लिया है और शव पोस्टमार्टम के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल भिजवा दिया गया है। हत्या के बाद ओमप्रकाश नीतू के परिजनों को गुमराह करने के लिए उनके साथ रहा ओर उसे ढूंढने का नाटक करता रहा।
Missing woman found dead in mayur vihar
गाजियाबाद में जीटी रोड पर स्थित 36, अरूण एनक्लेव निवासी ओमप्रकाश ग्रेटर नोएडा स्थित एक कॉल सेंटर में काम करता है। उसकी नवंबर, 2013 में कल्याणपुरी निवासी नीतू से शादी हुई थी। विगत 8 जून को नीतू कल्याणपुरी अपने माता.पिता से मिलने आई थी। इस दौरान ओमप्रकाश उससे दो बार मिलने आया था। विगत 21 जून को ओमप्रकाश ने फिल्म देखने के बहाने नीतू को नोएडा सेक्टर 18 मेट्रो स्टेशन पर बुलाया, उसके बाद वह घर नहीं पहुंची। ओमप्रकाश ने नीतू के परिजनों को बताया कि उसने नीतू को बुलाया था, लेकिन वह नहीं आई। उसका मोबाइल फोन भी बंद था। परिजनों द्वारा पुलिस को सूचना देने पर मेट्रो स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज देखने पर यह पता चला कि मेट्रो स्टेशन पर नीतू ओमप्रकाश से मिली थी।

पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर ओमप्रकाश ने हत्या की बात कुबूल ली। उसने बताया कि उसके अपनी पत्नी से संबंध अच्छे नहीं थे। इसी वजह से उसने नीतू की हत्या कर शव बैग में रखकर मयूर विहार में समाचार अपार्टमेंट के पास यमुना खादर में फेंक दिया। पुलिस के अनुसार, ओमप्रकाश के नोएडा निवासी किसी शादीशुदा महिला से अवैध संबंध थे। नीतू इस पर आपत्ति करती थी जिसके बाद परिजनों ने ओमप्रकाश को डांटा भी था। उसने इसी बात से नाराज होकर वारदात को अंजाम दिया।

"जयपुर में मन नहीं लगता तो सरकार घूमने निकल जाती है" -



जयपुर। जब सरकार का जयपुर में मन नहीं लगता है तो भ्रमण पर निकल जाती है। पहले भरतपुर और अब बीकानेर संभाग का दौरा करना गुड गवर्नेन्स नहीं है। गुड गवर्नेन्स तो जयपुर से बैठकर ही दी जा सकती है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्य की भाजपा सरकार की कार्यशैली पर जमकर बरसे।
Former CM Ashok Gehlot slams Raje government
संजय गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम के बाद गहलोत ने पत्रकारों से कहा कि जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में मरीजों को पशुओं की चिकित्सा में काम आने वाले इंजेक्शन लगाने, भीलवाड़ा के एक पुलिस थाने में विधायक-सांसद द्वारा मुल्जिम को छुड़ा ले जाने जैसे मामलों को राज्य सरकार की नाकामी बताया। उन्होंने कहाकि ऎसे जन प्रतिनिधियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवानी चाहिए थी।

इराक में फंसे भारतीयों के मुद्ये पर गहलोत ने कहा कि अच्छी बात है कि विदेश मंत्री ने मुख्यमंत्री से इस संबंध में बात की है। उम्मीद करता हूं कि भारत सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर पूरा सहयोग देने की बात कही है।

-

मोदी ने निहाचंद को सौंपा सूखे से निपटने का काम



नई दिल्ली। मोदी मंत्रिमंडल में राजस्थान से एकमात्र केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री निहाल चंद मेघवाल देश में सूखे की संभावित समस्या से निपटने में जुट गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें विशेष तौर पर कहा है कि वे सूखे के मोर्चे पर जुटें। दुष्कर्म के आरोप को लेकर विपक्ष द्वारा उन पर बनाए जा रहे इस्तीफे का दबाव के कम होते ही निहाल ने सूखे के खिलाफ अपनी जंग तेज कर दी है।
PM Modi directs state minister Nihalchand to focus on drought issue
निहाल का कहना है कि वे देश के किसी भी हिस्से में किसानों को खाद की कमी नहीं होने देंगे। बीते सप्ताह उन्होंने अपने मंत्रालय समेत परिवहन विभाग के तमाम सचिवों की बैठक बुलाई थी। उन्होंने जहाजरानी और रेलवे मंत्रालयों के अधिकारियों से कहा है कि वे खाद की ढुलाईमें कोताही न बरतें।

मेघवाल ने सूखे की समस्या से निपटने के लिए तमाम विभागों के सचिवों की एक अहम बैठक 25 जून को बुलाई है, जिसमें वे पिछले सप्ताह दिए अपने निर्देशों के पालन की समीक्षा लेंगे। उन्होने विभागों के अधिकारियों से कहा है कि वे खाद ढुलाई की स्थिति को लेकर हर माह के अंत में बैठक करेंगे और सच्चाइयों का पता लगाएंगे। उन्होंने रेलवे मंत्रालय से भी आग्रह किया है कि देश में संभावित सूखे की समस्या को देखते हुए रेलवे खाद ढुलाई के रेट चार्ज में कटौती करे। साथ ही रैकों का प्रतीक्षा शुल्क घटाए।

उन्होंने खाद का उत्पाद करने वाली कंपनियों को आश्वस्त किया है कि उन्हें खाद ढुलाई में कोई परेशानी नहीं होगी। सूत्रों के अनुसार मेघवाल अपने उर्वरक एवं रसायन मंत्रालय के आगामी सौ दिनों की कार्य योजना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 29 जून को बैठक करेंगे। इसी दिन प्रधानमंत्री के यहां माइंस, स्टील और श्रम मंत्रालयों के मंत्री भी अपने सौ दिन के एजेंडे से प्रधानमंत्री को अवगत कराएंगे।

-

बाड़मेर भाजपा न घर के रहे न घाट के पार्टी के प्रति वफ़ादारी महँगी पड़ी


बाड़मेर भाजपा न घर के रहे न घाट के पार्टी के प्रति वफ़ादारी महँगी पड़ी

बाड़मेर सरहदी जिले बाड़मेर में लोकसभा चुनावो में पूर्व वित्त विदेश मंत्री जसवंत सिंह के मैदान में उतरने के बाद आये चक्रवात में पार्टी के प्रति वफ़ादारी दिखने वाले भाजपा की जिला संघठन को चुनावो में जीत के बाद भी पूरी कार्यकारिणी को बर्खास्त कर पार्टी नेता की स्थति न घर के न घाट के वाली हो गयी हैं ,पार्टी के प्रति वफ़ादारी के बदले उन्हें पार्टी से पद गंवाने पड़े ,दबी जुबान में लोग कहते हैं  की पार्टी के लोगो ने जसवंत सिंह का साथ नहीं दिया इसीलिए उन्हें पद गंवाना पड़ा ,भाजपा जिला अध्यक्ष सहित पार्टी के कई अग्रिम संघठनो के नेता पार्टी प्रत्यासी कर्नल सोनाराम के पक्ष में काम कर रहे थे ,इन लोगो ने ईमानदारी से अपना काम पार्टी हिट में किया ,मगर कांग्रेस संस्कृति से भाजपा में आये कर्नल सोनाराम ने इनकी वफ़ादारी पर शक करते हुए इनकी शिकायत चुनाव परिणाम से पहले पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और दी की इन लोगो ने अप्रत्यक्ष रूप से जसवंत सिंह का साथ दिया ,नए नवेले उम्मीदवार कर्नल सोनाराम की बात मन प्रदेश इकाई ने आनन फानन में जिला कार्यकारिणी भांग कर बाड़मेर से अस्तित्व ही ख़त्म कर दिया क्यूंकि पूर्व में पार्टी के जिन लोगो ने बागी जसवंत सिंह का साथ खुले में दिया उन्हें पहले ही निष्कद्शित कर दिया ,जबकि जिला संघठन के परीति के साथ होते हुए भी उन्हें हटाने से कार्यकर्ता मायूस हैं ,कार्यकर्ताओ को अब लगने लगा हे की संघठन पर कांग्रेसनीत लोगो का कब्ज़ा होने जा रहा हैं।जीत के बाद भाजपा संसद ने भाजपाईयों से दूरी बने राखी हैं वाही कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओ से नज़दीकियां बना राखी हैं। अब भांग जिला संघठन के पदाधिकारी पछता रहे हैं की उन्होंने जसवंत सिंह जैसे कद्दावर नेता का साथ छोड़ कर्नल का साथ देकर गलती की थी ,बहरहाल वफ़ादारी के बड़कले पद गंवाने की यह पहली अनूठी घटना राजनीती में हुई ,इस सदमे से संघठन उबार नहीं पा रहा हैं ,

श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र जगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव 23 से 29 जून,2014 तक-

जगन्नाथ रथयात्रा ( 23 से 29 जून,2014 तक) महोत्सव : ---एक नजर में---


श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र जगन्नाथ रथयात्रा महोत्सव 23 से 29 जून,2014 तक----

पंडित दयानंद शास्त्री 

भारत भर में मनाए जाने वाले महोत्सवों में जगन्नाथपुरी की रथयात्रा सबसे महत्वपूर्ण है। यह परंपरागत रथयात्रा न सिर्फ हिन्दुस्तान, बल्कि विदेशी श्रद्धालुओं के भी आकर्षण का केंद्र है। श्रीकृष्ण के अवतार जगन्नाथ की रथयात्रा का पुण्य सौ यज्ञों के बराबर माना गया है। 

इस वर्ष रथयात्रा महोत्सव 23 से 29 जून,2014 तक मनाया जाएगा। 
रथयात्रा का शुभारंभ सोमवार को होना है। आषाढ़ शुक्ल द्वितिया को संपूर्ण भारतवर्ष में रथयात्रा-उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। सबसे अधिक प्रतिष्ठित समारोह जगन्नाथ पुरी में मनाया जाता है। इस उत्सव का देश ही नहीं विदेशों में भी धूमधाम से आयोजन होता है। बंगाल की खाड़ी के निकट बसा यह पवित्र स्थान उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर से आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। प्राचीन काल में पुरी को पुरुषोत्तम क्षेत्र एवं श्रीक्षेत्र भी कहा जाता था। पुरी में यात्रा प्रारंभ होने के एक दिन पूर्व रविवार को नवयौवन दर्शन के मौके पर लाखों भक्त भगवान के दर्शन करते थे। नव यौवन दर्शन को नेत्रोत्सव के नाम से भी जाना जाता है। 
यह एक बड़ा समारोह है, जिसमें भारत के विभिन्न भागों से श्रद्धालु आकर सहभागी बनते हैं। दस दिन तक मनाए जाने वाले इस पर्व/ यात्रा को 'गुण्डीय यात्रा' भी कहा जाता है। 

पिछले नौ सौ वर्ष से आयोजित होने वाली जगन्नाथपुरी रथ यात्रा की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व देवी सुभद्रा के पंद्रह दिन के एकांतवास समाप्त होने की याद में इसे मनाया जाता है। मान्यता है कि पन्द्रह दिन की बीमारी के बाद भगवान जगन्नाथ स्वस्थ होकर श्रध्दालुओं को दर्शन देते हैं, जिसे नेत्रोत्सव के रूप में जाना जाता है। उसके अगले दिन भगवान अपनी मौसी के घर नौ दिन के प्रवास के लिए रवाना होते हैं। 

माना जाता है कि इस रथयात्रा में सहयोग से मोक्ष प्राप्त होता है, अत: सभी कुछ पल के लिए रथ खींचने को आतुर रहते हैं। जगन्नाथ जी की यह रथयात्रा गुंडीचा मंदिर पहुंचकर संपन्न होती है। जगन्नाथपुरी का वर्णन स्कंद पुराण, नारद पुराण, पद्म पुराण और ब्रह्म पुराण में मिलता है।

पुरी का जगन्नाथ मंदिर भक्तों की आस्था केंद्र है, जहां वर्षभर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। जो अपनी बेहतरीन नक्काशी व भव्यता लिए प्रसिद्ध है। यहां रथोत्सव के वक्त इसकी छटा निराली होती है, जहां प्रभु जगन्नाथ को अपनी जन्मभूमि, बहन सुभद्रा को मायके का मोह यहां खींच लाता है। रथयात्रा के दौरान भक्तों को सीधे प्रतिमाओं तक पहुंचने का मौका भी मिलता है।

यह दस दिवसीय महोत्सव होता है। इस दस दिवसीय महोत्सव की तैयारी का श्रीगणेश अक्षय तृतीया को श्रीकृष्ण, बलराम और सुभद्रा के रथों के निर्माण से होता है और कुछ धार्मिक अनुष्ठान भी महीने भर किए जाते हैं। 

=== भगवान जगन्नाथजी का रथ 'गरुड़ध्वज' या 'कपिलध्वज' कहलाता है। 16 पहियों वाला रथ 13.5 मीटर ऊंचा होता है जिसमें लाल व पीले रंग के कप़ड़े का इस्तेमाल होता है। विष्णु का वाहक गरुड़ इसकी हिफाजत करता है। रथ पर जो ध्वज है, उसे 'त्रैलोक्यमोहिनी' कहते हैं।

===बलराम का रथ 'तलध्वज' के बतौर पहचाना जाता है, जो 13.2 मीटर ऊंचा 14 पहियों का होता है। यह लाल, हरे रंग के कपड़े व लकड़ी के 763 टुकड़ों से बना होता है। रथ के रक्षक वासुदेव और सारथी मताली होते हैं। रथ के ध्वज को उनानी कहते हैं। त्रिब्रा, घोरा, दीर्घशर्मा व स्वर्णनावा इसके अश्व हैं। जिस रस्से से रथ खींचा जाता है, वह बासुकी कहलाता है।

==='पद्मध्वज' यानी सुभद्रा का रथ। 12.9 मीटर ऊंचे 12 पहिए के इस रथ में लाल, काले कपड़े के साथ लकड़ी के 593 टुकड़ों का इस्तेमाल होता है। रथ की रक्षक जयदुर्गा व सारथी अर्जुन होते हैं। रथध्वज नदंबिक कहलाता है। रोचिक, मोचिक, जिता व अपराजिता इसके अश्व होते हैं। इसे खींचने वाली रस्सी को स्वर्णचुडा कहते हैं। 

===मंदिर से जुड़ी कथाएं ---

इस मंदिर के उद्गम से जुड़ी परंपरागत कथा के अनुसार, भगवान जगन्नाथ की इंद्रनील या नीलमणि से निर्मित मूल मूर्ति, एक अंजीर वृक्ष के नीचे मिली थी। यह इतनी चकचौंध करने वाली थी, कि धर्म ने इसे पृथ्वी के नीचे छुपाना चाहा। मालवा नरेश इंद्रद्युम्न को स्वप्न में यही मूर्ति दिखाई दी थी। तब उसने कड़ी तपस्या की, और तब भगवान विष्णु ने उसे बताया कि वह पुरी के समुद्र तट पर जाए, और उसे एक दारु (लकड़ी) का लठ्ठा मिलेगा। 
उसी लकड़ी से वह मूर्ति का निर्माण कराए। राजा ने ऐसा ही किया, और उसे लकड़ी का लठ्ठा मिल भी गया। उसके बाद राजा को विष्णु और विश्वकर्मा बढ़ई कारीगर और मूर्तिकार के रूप में उसके सामने उपस्थित हुए। किंतु उन्होंने यह शर्त रखी, कि वे एक माह में मूर्ति तैयार कर देंगे, परन्तु तब तक वह एक कमरे में बंद रहेंगे, और राजा या कोई भी उस कमरे के अंदर नहीं आए। माह के अंतिम दिन जब कई दिनों तक कोई भी आवाज नहीं आई तो उत्सुकता वश राजा ने कमरे में झांका, और वह वृध्द कारीगर द्वार खोलकर बाहर आ गया, और राजा से कहा, कि मूर्तियां अभी अपूर्ण हैं, उनके हाथ अभी नहीं बने थे। 
राजा के अफसोस करने पर, मूर्तिकार ने बताया, कि यह सब दैववश हुआ है, और यह मूर्तियां ऐसे ही स्थापित होकर पूजी जाएंगी। तब वही तीनों जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की मूर्तियां मंदिर में स्थापित की गईं।

===मंदिर का आकर्षण---

 ऐसी धारणा है कि कभी यहां भगवान बुध्द का दांत गिरा था, इसलिए इसे दंतपुर भी कहा जाता था। यहां का जगन्नाथ मंदिर अपनी भव्य एवं ऐतिहासिक रथयात्रा के लिए पूरे संसार में प्रसिद्ध है। पश्चिमी समुद्र तट से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर उत्तर में नीलगिरी पर्वत पर 665 फुट लंबे और इतने ही चौड़े घेरे में 22 फुट ऊंची दीवारों के मध्य स्थित यह प्राचीन एवं ऐतिहासिक मंदिर कलिंग वास्तुशैली में बना 12वीं सदी का सबसे उत्कृष्ट उदाहरण है। कृष्णवर्णी पाषाणों को तराशकर बनाए गए इस मंदिर का निर्माण 12वीं सदी के नरेश चोड़गंग ने करवाया था।

पुष्‍कर में विदेशी दंपति के साथ हुई मारपीट


पुष्कर में एक विदेशी महिला के साथ मारपीट हुई और उसके कपडे फाड़ दिए गए. यही नहीं, उसके गले से सोने की चेन और नकद रुपये भी शराबी युवकों ने छीन लिए.

यह विदेशी युवती आस्ट्रेलिया मूल की हैं. इसने भगवान पुरा के पास एक गांव के भारतीय युवक से विवाह किया है. विदेशी युवती अपने पति के साथ घर से खाना खाकर आ रही थी. इस दौरान रास्ते में शराब के नशे में धुत युवकों ने विदेशी युवती के साथ बदसलूकी की, उसके कपड़े फाड़े और फिर मार-पिटाई की. रात के समय हुई इस घटना से युवती बहुत डरी हुई है और कुछ बता नहीं पा रही है.

भगवान पुरा गांव में विदेशी दंपति के साथ हुई इस घटना की रिपोर्ट तो लिख ली गई है, लेकिन शराबी युवक पकड़ से दूर है. इस दंपति ने आरोप लगाया कि जब वे अपने साथ हुई मारपीट की घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने पुष्कर थाने पहुंचे तो पुलिस ने उनकी बताई गई घटना का विश्वास नहीं किया और रिपोर्ट दर्ज करने से इंकार कर दिया.

पुलिस ने मीडिया को देखकर मामला दर्ज किया और फिर पीड़‍ितों का मेडिकल करवाकर जांच शुरू की.