बुधवार, 3 अगस्त 2011

रेप नहीं कर पाए, तो दलित स्टूडेंट को जिंदा जलाया


लखनऊ।। बारहवीं क्लास की एक दलित स्टूडेंट के साथ गैंगरेप में विफल होने के बाद दबंगों ने उसे जिंदा जलाकर मारने का प्रयास किया।

गंभीर रूप से झुलस जाने वाली इस छात्रा के बचने की उम्मीद सीतापुर जिला अस्पताल के डॉक्टरों को नहीं है। मंगलवार की रात को ममता नामक युवती के पिता ने पांच लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई है, मगर सभी फरार हैं।

लखनऊ कमिश्नरी के सीतापुर जिले थाना रामकोट क्षेत्र स्थित जुहरी गांव की ममता अपने घर में जब मंगलवार की सुबह सो रही थी, तो इसी गांव के धर्मेंद्र, टिल्लू, टुइयां, बिल्लू एवं अजय नाम के चार दंबग घर में घुस आए।

लड़की के पिता मोल्हू जब तक कुछ समझते इन लोगों ने मिट्टी का तेल डालकर सोती ममता को जलाकर मारने का प्रयास किया। एफआईआर के अनुसार यह हरकत इन दबंगों ने इसलिए की थी क्योंकि सोमवार की रात को इन लोगों ने ममता की इज्जत लूटने का विफल प्रयास किया था।

मामला थाने में न जाए, इसलिए ममता को मार देने का इरादा इन लोगों ने बनाया था। ममता का चेहरा एवं बीच का हिस्सा बुरी तरह झुलस चुका है। उसे सीतापुर के जिला अस्पताल में गंभीर अवस्था में भर्ती कराया गया।

मामले की जानकारी मिलने के बाद सीतापुर डीएम-एसपी ने एफआईआर दर्ज कर दबंगों को पकड़ने के निर्देश दिए। सीतापुर के डॉक्टरों ने ममता को लखनऊ रेफर करने की तैयारी कर रखी है।

3 बच्‍चों की मां से 3 लोगों ने किया सामूहिक बलात्‍कार

बैंगलुरु। बैंगलुरु के चंद्रा ले आउट इलाके में रविवार को घर के बाहर टहलते समय एक महिला से तीन लोगों ने सामुहिक बलात्‍कार किया फिर उसका मंगलसूत्र और नगद लूटकर फरार हो गये। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है और महिला को मेडिकल जांच के लिये भेज दिया है। पुलिस को अभी तक बलात्‍कारी लूटेरों के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। महिला की उम्र 40 वर्ष है और वह तीन बच्‍चों की मां है।

पुलिस से प्राप्‍त जानकारी के अनुसार गंगोडलाहल्‍ली निवासी 40 वर्षीय महिला कपड़ों के कारखानों में काम करती है। रविवार को उसका अवकाश होता है तो वह अपने अभिभावकों से मिलने के लिये मद्देर गई थी। वह देर रात लगभग 12 बजे बैंगलुरु पहुंची। बस से उतरने के बाद वह पैदल ही घर जा रही थी कि दो लोग उसे चाकू दिखाकर पुरानी इतारत के पीछे ले गये और फिर वहां उसे अपनी हवस का शिकार बनाया।

महिला ने पुलिस को बताया कि पहले तो दो लोग थे उसके बाद दोनों ने फोनकर कर अपने एक और दोस्‍त को बुला लिया। फिर तीनों ने मिलकर उसके साथ फिर बलात्‍कार किया। महिला ने पुलिस को बताया कि बलात्‍कार के बाद उन लोगों ने उसे मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी और फिर 4,500 रुपये नगद तथा गले में मौजूद मंगलसूत्र लेकर फरार हो गये। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस ने महिला को मेडिकल जांच के लिये भेज दिया है।

दिल्‍ली: बलात्‍कार के बाद युवती के बाल काटे

 दिल्‍ली में 2 अलग- अलग जगहों पर नाबालिगों के साथ बलात्‍कार किया गया। पहला मामला दिल्‍ली के सीमापुरी इलाके का है जहां 16 साल की एक लड़की का उसके पड़ोस में रहने वाले युवकों ने सामूहिक बलात्‍कार किया। दूसरे मामले में रोहिणी इलाके में एक जिम के मैनेजर ने नौकरी का झांसा देकर 17 वर्षीय युवती को अपनी हवस का शिकार बना डाला।

रोहिणी नार्थ इलाके एक 17 वर्षीय किशोरी को नौकरी दिलाने के नाम जिम के मैनेजर ने रेप कर दिया। हालांकि वहां तक उसका एक परिचित ही ले गया था। परिजनों रिपोर्ट दर्ज कराई है। किशोरी परिवार के साथ नांगलोई में रहती है। उसने डायटिशियन का कोर्स किया है। इन दिनों वह नौकरी की तलाश कर रही थी। पास ही स्थित एक जिम में बतौर ट्रेनर रोहिणी सेक्टर-आठ निवासी नवीन से उसकी पहचान थी। किशोरी का आरोप है कि उसने जिम में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उसके मैनेजर से मिलने पीतमपुरा में बुलाया। वहां एक फ्लैट में उससे दुष्कर्म किया।

उधर सीमापुरी में भी रेप की एक वारदात हुई । यहां पड़ोसी युवकों ने 16 वर्षीय एक किशोरी को रात अगवा कर दुष्कर्म किया। इस वारदात के दौरान बदमाशों ने पीड़िता के बाल भी काट दिए। देर रात दोनों ने जान से मारने की धमकी देकर किशोरी को गली में छोड़ दिया गया। पुलिस ने एक आरोपी शाह आलम (30) को गिरफ्तार किया है। अफसाना (बदला हुआ नाम) परिवार के साथ सीमापुरी में रहती है। रात आठ बजे अफसाना सहेली के घर जाने के लिए निकली थी। इस बीच एक युवक के साथ पड़ोसी शाह आलम और उसके एक साथी ने धोखे से उसे अगवा कर लिया। थोड़ी दूर जाकर एक कमरे उसने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। दूसरे आरोपी को पुलिस तलाश रही है।

उधर द्वारका में सौतेले बाप ने नाबालिग बेटी से रेप किया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। द्वारका साउथ थाने में 14 वर्षीय किशोरी की मां ने बेटी से दुष्कर्म की शिकायत की थी । उसके मुताबिक वह घरों में बर्तन साफ करने का काम करती है जबकि उसका पति मुन्नीराम (37) मजदूरी करता है। दोपहर मुन्नीराम ने घर में बेटी को अकेला पाकर दुष्कर्म किया। मेडिकल जांच में पुष्टि होने पर पुलिस ने मुन्नीराम को गिरफ्तार कर लिया। उसे अदालत में पेश किया गया

रेगिस्तान में बिना गुठली की खजूर

रेगिस्तान में बिना गुठली की खजूर 
 

बाड़मेर। खेती-किसानी के शौकीन एक बुजुर्ग काश्तकार ने अपनी मेहनत से रेगिस्तान में बिना गुठली की खजूर पनपाने में कामयाबी हासिल की है। सात वर्ष की हाड़ तोड़ मेहनत के बाद उसे यह सफलता मिली है। जिला मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर मारूड़ी गांव की सरहद में छोगालाल सोनी का फार्म हाऊस है। करीब पचपन बीघा भूमि पर फैले इस फार्म हाऊस में बादाम, आम, नारियल, मौसमी, अनार, गूंदा, शहतूत, बेर, नारंगी सहित कई प्रकार फलों से युक्त करीब ढाई हजार पौधे हैं।

इन सबके बीच बिना गूठली वाला खजूर का पौधा, जो अब पेड़ बन चुका है। करीब सात वर्ष की सेवा के बाद फलदायी बन गया है। इस पेड़ पर लटालूम खजूर चकित करती है। सत्तर वर्षीय काश्तकार छोगालाल सोनी बताते हैं कि सात वर्ष पहले खजूर के पेड़ की कल्पना ही थी, जो अब साकार हो गई है। खजूर के गुच्छ देखकर वे बताते हैं कि अब इनके पकने का इंतजार है। वे इतने उत्साहित है कि अब और पौधे पनपाने की तैयारी में जुट गए हैं। उन्हें अच्छी बारिश का इंतजार है। उनका कहना है कि अच्छी बरसात से खजूर के पौधे जरूर पनपेंगे।

रेगिस्तान में नखलिस्तान
एक बुजुर्ग काश्तकार की मेहनत का जीता जागता उदाहरण पचपन बीघा में फैला यह फार्म हाऊस है। चारों तरफ पहाडियों से घिरे इस फार्म हाऊस को पनपाने के लए सोनी बूंद-बूंद सिंचाई पद्धति का सहारा लिया है और रेगिस्तान में नखलिस्तान के स्वप्न को साकार कर दिखाया है।

बादाम के तीस-तीस फीट ऊंचे लच्छेदार पेड़ पूरे फार्म की शोभा कई गुणा बढ़ा देते हैं। सोनी बताते हैं कि इस फार्म में लहलहा रहे विभिन्न किस्म के पेड़-पौधों को उन्होंने अपने बच्चों से भी अधिक पोषण व संरक्षण दिया है। धुन का पक्का यह बुजुर्ग काश्तकार किसी मिसाल से कम नहीं है।
 

आरसीए विवाद हाइकोर्ट में

आरसीए विवाद हाइकोर्ट में 
 

जयपुर। सीपी जोशी और महेश जोशी के बीच सुलह सफाई के बाद आरसीए विवाद खत्म होने का दावा किया जा रहा है। लेकिन अभी तक संजय दीक्षित समर्थक गुट ने अपने हथियार नहीं डाले हैं। दीक्षित के समर्थक माने जाने वाले गंगानगर जिला क्रिकेट संघ के सचिव संजय मील इस पूरे विवाद को अब हाइकोर्ट में ले गए हैं। मामले की सुनवाई जस्टिस प्रेम शंकर आसोपा की अदालत में होगी। मील ने अपनी रिट में उदयपुर में हुई ईजीएम में लिए गए फैसलों पर आपत्ति उठाते हुए उन पर रोक लगाने की मांग की है।

इधर संजय दीक्षित खुद भी कह चुके हैं कि वह इस पूरे खेल में बली का बकरा नहीं बनेंगे। उन्होंने कहा, "...इस राजनीति के जरिए आरसीए में वे लोग दखल दे रहे हैं जिनका क्रिकेट से कोई वास्ता ही नहीं। उनका मकसद कुछ और हो सकता है क्रिकेट तो नहीं। फिलहाल इस मामले को अब लीगल तरीके से ही निपटा जाएगा।" 

पाक में जल्लाद ढूंढ रहा है नौकरी

पाक में जल्लाद ढूंढ रहा है नौकरी 
 

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में 200 से भी ज्यादा कैदियों को फांसी के फंदे पर लटकाने वाला एक जल्लाद अब नौकरी ढूंढ रहा है। सूत्रों के अनुसार राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने जब से पद संभाला है, तभी से उन्होंने फांसी की सजा पर रोक लगा रखी है। जरदारी से मृत्युदंड की अनुमति नहीं मिल पाने के कारण पिछले दो सालों से यह जल्लाद बेरोजगार बैठा है। 

पाकिस्तान के कोट लखपत जेल के 27 वर्षीय जल्लाद सबीर मसीह का कहना है कि "जब से राष्ट्रपति जरदारी कुर्सी पर बैठे हैं, उन्होंने किसी को भी फांसी पर चढ़ाने की अनुमति नहीं दी है। इसलिए अब मैं एक नई नौकरी की तलाश में हूं।" मसीह ने बताया कि उसके पुरखे ब्रिटिश शासनकाल से ही जल्लाद का काम करते आ रहे हैं और अपने उसने भी जल्लाद की नौकरी को ही अपना पेशा बनाया था। मसीह के अनुसार "हालांकि, मुझे नौकरी से निकाला नहीं गया है, लेकिन चूंकि पिछले दो सालों से किसी को भी फंासी पर नहीं लटकाया गया, इसलिए मुझे नौकरी पर जाना बेकार लगता है।" मसीह ने बताया कि "जल्लाद का काम करने के लिए मुझे 10 हजार रूपए सैलरी मिलती है और किसी कैदी को फंदे पर लटकाने के एवज में 20 रूपए अलग से मिलते हैं। 

उल्लेखनीय है कि आंकड़ों के अनुसार नवंबर 2008 में जब जरदारी राष्ट्रपति बने थे, उस दौरान लगभग 7000 कैदियों को मौत की सजा मिली हुई थी। हालांकि, राष्ट्रपति बनने के बाद जरदारी ने सभी कैदियों की फांसी की सजा पर रोक लगा दी थी। वहीं, प्रधानमंत्री यूसफ रजा गिलानी ने भी केबिनेट के उस फैसले पर मुहर लगा दी थी, जिसके तहत कैदियों की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने की सिफारिश की गई थी। 

llegal mining of gypsum around Air Force Station Uttarlai in Barmer district of Rajasthan has been substantially reduced after concerted efforts
































Barmer illegal mining of gypsum around Air Force Station Uttarlai in Barmer district of Rajasthan has been substantially reduced after concerted efforts, Defence Minister A K Antony told Rajya Sabha today. 
 

"The matter of illegal mining of gypsum around Air Force Station Uttarlai has been taken up by the Air Force officials with the Barmer district administration," he said replying to supplementaries during Question Hour. 

"Following concerted efforts by the Air Force and civil authorities in this regard, Air Force has reported that there has been significant reduction in the illegal mining activities around the Uttarlai Air Force Station," he said. 

Though there was substantial reduction in illegal mining, he said the defence ministry wanted "total stoppage of illegal mining." 

Minister of State for Defence M M Pallam Raju said patrolling around the air force station has been intensified to check illegal mining. 

As a result, illegal mining "activity has reduced to about 5 per cent," he said, adding the issue first came to notice in 2010. 

Air Force officials took up the matter with the district authorities and the issue has since then been regularly discussed in the month coordination meetings between them, he added.

मंगलवार, 2 अगस्त 2011

भुट्टो का हत्यारा 12वीं में टॉपर

भुट्टो का हत्यारा 12वीं में टॉपर 
 

इस्लामाबाद। पाकि स्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के हत्यारे ने रावलपिंडी जेल से ही इम्तिहान देकर 12वीं में तीसरा स्थान प्राप्त किया है।

बेनजीर के हत्यारों में से एक अब्दुल रहीम तारबी नाम के अभियुक्त ने रावलनिपंडी जेल से रावलपिंडी सेकेंडरी एजुकेशन की 12वीं की परीक्षा दी और सबसे ज्यादा अंक प्राप्त किए हंै। फिलहाल अब्दुल को आदिला जेल में चार और अभियुक्तों के साथ रखा गया है। सोमवार को रावलपिंडी में इंटरमीडिएट सेकेंडरी एजुकेशन के परिणाम घोषित किए गए थे। जिसमें अब्दुल को 1050 में 848 अंक मिले हैं।

गौरतलब है कि 2007 दिसम्बर में पीपी पार्टी की अध्यक्ष बेनजीर भुट्टो को गोली मार दी गई थी। इस केस में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था।

आदिला जेल अधीक्षक के मुताबिक अब्दुल रशीद अहमद नाम के अभियुक्त ने जेल में रहकर ही पढ़ाई पूरी की। उन्होंने बताया कि अब्दुल और उसके साथ पकड़े गए चार और लोगों के लिए जेल में ही टीचर की व्यवस्था की गई थी। उन्होंने कहा कि अब्दुल का मन पढ़ाई में लगता था। इसलिए जेल प्रशासन ने खुद ही उसके लिए टीचर और किताबों की व्यवस्था की। जेल अधीक्षक ने कहा कि अब्दुल के अच्छे रिजल्ट को देखते हुए जेल प्रशासन ने उसे सम्मानित करने का विचार किया है। 

प्रेमी के लिए अपाहिज पति की हत्या

 ममदोट . थाना ममदोट के अंतर्गत पड़ते गांव भूरे कलां में एक नवविवाहिता ने अपने प्रेमी की खातिर अपने पति को मौत के घाट उतार दिया। मृतक के पिता सुखमंदर सिंह ने बताया कि उसका बड़ा बेटा बादल सिंह विदेश में रहता है जबकि छोटा बेटा गुरविंदर सिंह बचपन से ही एक टांग से अपाहिज होने के चलते कृषि में उसके साथ हाथ बंटाता था।

उन्होंने गुरविंदर सिंह की शादी 23 फरवरी 2011 को जिला मोगा के गांव मेहरो में रहते रिश्तेदार की बेटी सुखप्रीत कौर के साथ की थी। शादी के पश्चात रामूवाला कलां का जसकरण प्रीत सिंह उर्फ जस्सा अकसर उनकी बहू से मिलने आता था और सुखप्रीत कौर उसे मामा का बेटा बताती थी। गुरविंदर सिंह को कई बार जसकरण प्रीत एवं सुखप्रीत के बीच कुछ गलत होने का आभास हुआ लेकिन हर बार सुखप्रीत उसे बातों में उलझा कर जसकरण प्रीत पर बेवजह लांछन लगाने से रोकती रहती।

सुखमंदर सिंह ने बताया कि 24 जुलाई की रात्रि वह अपनी पत्नी बलजीत कौर के साथ घर के आंगन में सो गया जबकि बहू और बेटा ऊपर छत पर सोने चले गए। सुबह जब वह नीचे नहीं उतरे तो सुखमंदर सिंह ने ऊपर जाकर देखा तो उनका बेटा चारपाई पर मृत अवस्था में पड़ा था जबकि बहू साथ बैठी हुई थी। परिवार ने इसे एक हादसा मानते हुए 25 जुलाई को गुरविंदर सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया।

जब परिवार अंतिम संस्कार कर घर वापस लौटा तो आरोप हैं कि उनकी बहू बाथरूम में चोरी छिपे किसी से फोन पर बात कर रही थी कि उसने प्यार के लिए पति को मौत के घाट उतार दिया है और सोना व नकदी तैयार कर ली है। परिवार के लोगों ने दरवाजा तोड़ कर जब बहू को बाहर निकाला तो उसने मोबाइल की सिम अपने मुंह में डाल कर उसे नष्ट कर दिया। सुखमंदर सिंह का आरोप है कि उसकी बहू एवं उसके प्रेमी ने गुरविंदर सिंह को योजनाबद्ध ढंग से मौत के घाट उतारा। थाना ममदोट पुलिस ने सुखप्रीत कौर एवं जसकरण प्रीत सिंह के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।

प्रेमी के लिए अपाहिज पति की हत्या

 ममदोट . थाना ममदोट के अंतर्गत पड़ते गांव भूरे कलां में एक नवविवाहिता ने अपने प्रेमी की खातिर अपने पति को मौत के घाट उतार दिया। मृतक के पिता सुखमंदर सिंह ने बताया कि उसका बड़ा बेटा बादल सिंह विदेश में रहता है जबकि छोटा बेटा गुरविंदर सिंह बचपन से ही एक टांग से अपाहिज होने के चलते कृषि में उसके साथ हाथ बंटाता था।

उन्होंने गुरविंदर सिंह की शादी 23 फरवरी 2011 को जिला मोगा के गांव मेहरो में रहते रिश्तेदार की बेटी सुखप्रीत कौर के साथ की थी। शादी के पश्चात रामूवाला कलां का जसकरण प्रीत सिंह उर्फ जस्सा अकसर उनकी बहू से मिलने आता था और सुखप्रीत कौर उसे मामा का बेटा बताती थी। गुरविंदर सिंह को कई बार जसकरण प्रीत एवं सुखप्रीत के बीच कुछ गलत होने का आभास हुआ लेकिन हर बार सुखप्रीत उसे बातों में उलझा कर जसकरण प्रीत पर बेवजह लांछन लगाने से रोकती रहती।

सुखमंदर सिंह ने बताया कि 24 जुलाई की रात्रि वह अपनी पत्नी बलजीत कौर के साथ घर के आंगन में सो गया जबकि बहू और बेटा ऊपर छत पर सोने चले गए। सुबह जब वह नीचे नहीं उतरे तो सुखमंदर सिंह ने ऊपर जाकर देखा तो उनका बेटा चारपाई पर मृत अवस्था में पड़ा था जबकि बहू साथ बैठी हुई थी। परिवार ने इसे एक हादसा मानते हुए 25 जुलाई को गुरविंदर सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया।

जब परिवार अंतिम संस्कार कर घर वापस लौटा तो आरोप हैं कि उनकी बहू बाथरूम में चोरी छिपे किसी से फोन पर बात कर रही थी कि उसने प्यार के लिए पति को मौत के घाट उतार दिया है और सोना व नकदी तैयार कर ली है। परिवार के लोगों ने दरवाजा तोड़ कर जब बहू को बाहर निकाला तो उसने मोबाइल की सिम अपने मुंह में डाल कर उसे नष्ट कर दिया। सुखमंदर सिंह का आरोप है कि उसकी बहू एवं उसके प्रेमी ने गुरविंदर सिंह को योजनाबद्ध ढंग से मौत के घाट उतारा। थाना ममदोट पुलिस ने सुखप्रीत कौर एवं जसकरण प्रीत सिंह के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।

कॉलेज स्टूडेंट की कपड़े उतारकर तलाशी ली टीचर ने

चेन्नै।। चेन्नै के एक कॉलेज में फिजिकल एजुकेशन के एक टीचर ने कथित तौर पर फाइनल ईयर की छात्रा को कॉलेज के वॉशरूम में ले जाकर कपड़े उतारकर तलाशी ली।

लड़की की तलाशी क्यों ली गई यह पूछने पर छात्रा ने बताया, वह हमारे बैग्स में सेलफोन की तलाश कर रहे थे। बैग्स में सेलफोन की तलाशी अक्सर की जाती थी, लेकिन इस तरह हमारे शरीर की तलाशी लेना बेहद शर्मनाक है।' पीड़ित छात्रा ने इस मामले की शिकायत मद्रास यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के पास की है।

गौरतलब है कि प्रिंस वेंकेटश्वर कॉलेज ऑफ आर्ट्स ऐंड साइंस के स्टाफ के खिलाफ इससे पहले भी दो और लड़कियां इस तरह की शिकायत की है। कॉलेज अधिकारियों के खिलाफ मद्रास यूनिवर्सिटी में करीब 150 स्टूडेंट्स ने विरोध प्रदर्शन किया।

कॉलेज के स्टाफ और अधिकारियों के खिलाफ इस तरह के मामलों की लंबी लिस्ट है। पीड़ित छात्रा मीरा की शिकायत सुनने के बाद इस मामले पर मद्रास यूनिवर्सिटी के वीसी ने कहा, कॉलेज स्टूडेंट कोई अपराधी नहीं है जिनकी इस तरह से तलाशी ली जाए। अगर यह शिकायत सच पाई गई तो हम इस पर तुरंत कार्रवाई करेंगे। 

उन्होंने बताया कि वह इस मामले की जांच के लिए एक कमिटी बना रहे हैं जो स्टूडेंट्स और अधिकारियों से बात करेगी और इस महीने के आखिर तक अपनी रिपोर्ट देगी। रिपोर्ट मिलने के बाद ही कॉलेज के खिलाफ ऐक्शन लिया जाएगा।

वीसी ने यह भी कहा, हमने कॉलेज को इस बारे में चेतावनी दे दी है कि अगर शिकायतकर्ता स्टूडेंट के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई की गई या उसे डराया-धमकाया गया तो हम इस पर कार्रवाई करेंगे।

यूनिवर्सिटी में करीब 150 स्टूडेंट्स ने विरोध प्रदर्शन किया। विरोध कर रहे एक छात्र ने बताया कि हम कॉलेज के बाहर कई दिनों से धरने पर बैठे थे लेकिन कॉलेज प्रशासन ने आरोपियों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं की इसलिए हम वीसी को अपनी बात कहने आए हैं।

बच्चे आते थे स्कूल में पढ़ने लेकिन वो करती थी यौन शोषण

जॉर्जिया की एक महिला टीचर को छात्रों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है। इस अध्यापिका पर एक 14 वर्षीय बच्चे के साथ जबरन यौन संबंध बनाने के आरोप है।

पिछले हफ्ते एक 14 वर्षीय बच्चे के परिजनों ने जॉर्जिया पुलिस को एमी बास के खिलाफ शिकायत की। पुलिस ने जांच के दौरान 35 वर्षीय अध्यापिका एमी बास पर बच्चे के यौन शोषण करने के आरोपों को सही पाया और अध्यापिका को गिरफ्तार कर लिया है।
जांच में सामने आया कि अध्यापिका कई और छात्रों का भी शारीरिक शोषण करती थी। छानबीन में अध्यापिका के कंप्यूटर से अश्लील सामग्री भी बरामद की गई है।

हिंसा की आग में जला कराची, पंजाब में वहशीपन की हद


इस्‍लामाबाद. हिंसा की आग में जल रहे कराची में मंगलवार को भी सात जानें चली गईं। इसके साथ ही कराची में कई दिनों से जारी हिंसा में पिछले 24 घंटे में मरने वालों की संख्‍या 29 पहुंच गई है। उधर, पाकिस्‍तान का पंजाब सूबा एक टीचर की हरकत से शर्मसार है। 

कराची में बेकाबू हो रही हिंसा रोकने के लिए मुत्‍ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्‍यूएम) के चीफ अलताफ हुसैन ने सरकार को 48 घंटे का अल्‍टीमेटम दिया है। उन्‍होंने लंदन से बयान जारी कर साफ कहा है कि अगर 48 घंटों के भीतर सरकार खून-खराबा खत्‍म नहीं कर पाई तो जनता सड़कों पर उतर जाएगी और अपनी सुरक्षा आप करने के लिए मजबूर होगी। ‘जियो न्‍यूज’ की रिपोर्ट के मुताबिक लंदन से जारी बयान में हुसैन ने कहा कि यदि हमलावरों को नहीं रोका गया तो लोग अपनी सुरक्षा के लिए खुद कदम उठाएंगे और इसके बाद पैदा होने वाले हालात के लिए सरकार जिम्‍मेदार होगी। 
गृह मंत्री रहमान मलिक ने ऐलान किया है कि आतंकवादियों ने सरकार की नाक में दम कर रखा है और अब उनसे सख्‍ती से निपटा जाएगा। रहमान मलिक ने कराची में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि शहर में फैले माफिया के जाल को तत्‍काल खत्‍म किया जाना जरूरी है। उनके साथ मौजूद सिंध सूबे के गृह मंत्री मंजूर वासन ने बताया कि अब अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई पहले की जाएगी, इसके बाद मीडिया को इसकी सूचना दी जाएगी।


टीचर ने किया शर्मसार
वहीं पंजाब सूबे में एक कम्‍प्‍यूटर ट्रेनिंग इंस्‍टीट्यूट के प्रिंसिपल ने स्‍टूडेंट की अस्‍मत लूटने की कोशिश की जिसका विरोध करने लड़की की गोली मार कर हत्‍या कर दी गई। 22 साल की स्‍टूडेंट का शव तक्षशिला शहर में एक निर्माणाधीन इमारत से बरामद किया गया है। स्‍थानीय अखबार ‘द डॉन’ के मुताबिक आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी प्रिंसिपल ने स्‍टूडेंट के साथ जबरदस्‍ती करने की कोशिश की। लड़की ने जब इसका विरोध किया तो टीचर ने उसके सिर में गोली मार दी।

मिग 21 दुर्घटनाग्रस्त,पायलट की मौत

जोधपुर। भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान मिग 21 मंगलवार दोपहर बीकानेर स्थित नाल एयरबेस पर उड़ान भरने के दौरान ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार फ्लाइंग आफिसर एम एस पिल्लई की घटनास्थल पर मौत हो गई। वायुसेना ने इस हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं।
वायुसेना के नाल एयरबेस पर मंगलवार दोपहर करीब बारह बजे फ्लाइंग आफिसर पिल्लई लड़ाकू विमान मिग 21 में नियमित उड़ान के लिए रवाना हुए। लेकिन विमान में अचानक तकनीकी खराबी आने से एयरबेस से कुछ दूरी पर जाकर उसका संतुलन बिगडऩे लगा। विमान में आग लगने पर पायलट ने पैराशूट की मदद से निकलने का प्रयास किया।
लेकिन विमान तेज धमाके के साथ एयरबेस के नजदीक सूने खेत पर आ गिरा। वहीं विमान से निकलने के बावजूद फ्लाइंग आफिसर की जमीन के बल नीचे गिरने से घटनास्थल पर मौत हो गई। विमान का मलबा खेत में बिखर गया।
हादसे की सूचना मिलते ही वायुसेना के विशेषज्ञों ने मौके पर पहुंच पायलट के शव के कब्जे में लिया। साथ ही विमान का ब्लैक बाक्स तलाश शुरू की गई। हादसे की सूचना मिलने पर बीकानेर एसपी हबीब खान गौरान सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। रक्षा प्रवक्ता एस डी गोस्वामी ने बताया कि मिग 21 हादसे की जांच के लिए वायुसेना ने जांच के आदेश दिए हैं।

लहरिये से रंगा बाजार























लहरिये से रंगा बाजार 
 
तीज-त्यौहार नजदीक आने और सावन माह के शुरू होने के साथ ही महिलाओं में लहरिये के प्रति आकर्षण बढ़ता जा रहा है। सुहागिनों को संवारने के लिए बाजार लहरियों से सज चुका है। शहर में इन दिनों साडियाें की दुकानों पर लहरिये की खूब बिक्री हो रही है। दुकानदारों ने बताया कि परम्परा के मुताबिक तीज त्योहार की तैयारी के लिए इन दिनों काफी संख्या में महिलाएं लहरिया खरीद रही है।

लहरिये की बढ़ती मांग के साथ उन्होंने कोलकता व सूरत से माल मंगवाया है। यहां पर महिलाओं में विशेष रूप से प्योर शिकोन, 60 ग्राम शिकोन तथा चामुंडी शिकोन के लहरिये की मांग बनी हुई है। बाजार में लहरिया तीन सौ रूपए से लेकर चार हजार रूपए तक बिक रहा है।

कारीगरी से निखरता रूप
 
कपड़ा व्यवसायी गोपालसिंह ने बताया कि लहरिये में हैण्डवर्क, पेचवर्क, सिकवेंस के रूप में कार्य कर इसे और अधिक सुंदर बनाया गया है। महिलाएं इसे अपनी रूचि के अनुसार खरीद कर ले जा रही है। सावन माह में कई महिलाएं शिव की आराधना भी लहरिये की साड़ी पहन कर ही कर रही है।
 

धार्मिक महत्व ने बढ़ाया क्रेज
लहरिया का धार्मिक व सामाजिक रीति रिवाजों में काफी महत्व है। नवविवाहित दुल्हन को उसके ससुराल पक्ष की ओर से शादी के बाद तीज के मौके पर लहरिया, श्ृंगार के सामान व मिठाइयां भेजी आती है। ऎसी मान्यता है कि लहरिये को पहन कर विवाहिताएं तीज-त्यौहार मनाती है।
 

सदाबहार मोठरा
बदलते परिवेश के साथ लहरिया अलग-अलग तरह का आ रहा है। लेकिन मोठरा ग्रामीण व शहरी महिलाओं के लिए सदा बहार है। मोठरा यहां पर प्योर शिकोन, आर्ट सिल्क में मिल रहा है। इसी प्रकार सतरंगी व पंचरंगी लहरिये भी सदाबहार लहरिये में आते हंै। जिन्हें भी महिलाएं बड़े चाव से पहनती है।