ममदोट . थाना ममदोट के अंतर्गत पड़ते गांव भूरे कलां में एक नवविवाहिता ने अपने प्रेमी की खातिर अपने पति को मौत के घाट उतार दिया। मृतक के पिता सुखमंदर सिंह ने बताया कि उसका बड़ा बेटा बादल सिंह विदेश में रहता है जबकि छोटा बेटा गुरविंदर सिंह बचपन से ही एक टांग से अपाहिज होने के चलते कृषि में उसके साथ हाथ बंटाता था।
उन्होंने गुरविंदर सिंह की शादी 23 फरवरी 2011 को जिला मोगा के गांव मेहरो में रहते रिश्तेदार की बेटी सुखप्रीत कौर के साथ की थी। शादी के पश्चात रामूवाला कलां का जसकरण प्रीत सिंह उर्फ जस्सा अकसर उनकी बहू से मिलने आता था और सुखप्रीत कौर उसे मामा का बेटा बताती थी। गुरविंदर सिंह को कई बार जसकरण प्रीत एवं सुखप्रीत के बीच कुछ गलत होने का आभास हुआ लेकिन हर बार सुखप्रीत उसे बातों में उलझा कर जसकरण प्रीत पर बेवजह लांछन लगाने से रोकती रहती।
सुखमंदर सिंह ने बताया कि 24 जुलाई की रात्रि वह अपनी पत्नी बलजीत कौर के साथ घर के आंगन में सो गया जबकि बहू और बेटा ऊपर छत पर सोने चले गए। सुबह जब वह नीचे नहीं उतरे तो सुखमंदर सिंह ने ऊपर जाकर देखा तो उनका बेटा चारपाई पर मृत अवस्था में पड़ा था जबकि बहू साथ बैठी हुई थी। परिवार ने इसे एक हादसा मानते हुए 25 जुलाई को गुरविंदर सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया।
जब परिवार अंतिम संस्कार कर घर वापस लौटा तो आरोप हैं कि उनकी बहू बाथरूम में चोरी छिपे किसी से फोन पर बात कर रही थी कि उसने प्यार के लिए पति को मौत के घाट उतार दिया है और सोना व नकदी तैयार कर ली है। परिवार के लोगों ने दरवाजा तोड़ कर जब बहू को बाहर निकाला तो उसने मोबाइल की सिम अपने मुंह में डाल कर उसे नष्ट कर दिया। सुखमंदर सिंह का आरोप है कि उसकी बहू एवं उसके प्रेमी ने गुरविंदर सिंह को योजनाबद्ध ढंग से मौत के घाट उतारा। थाना ममदोट पुलिस ने सुखप्रीत कौर एवं जसकरण प्रीत सिंह के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
उन्होंने गुरविंदर सिंह की शादी 23 फरवरी 2011 को जिला मोगा के गांव मेहरो में रहते रिश्तेदार की बेटी सुखप्रीत कौर के साथ की थी। शादी के पश्चात रामूवाला कलां का जसकरण प्रीत सिंह उर्फ जस्सा अकसर उनकी बहू से मिलने आता था और सुखप्रीत कौर उसे मामा का बेटा बताती थी। गुरविंदर सिंह को कई बार जसकरण प्रीत एवं सुखप्रीत के बीच कुछ गलत होने का आभास हुआ लेकिन हर बार सुखप्रीत उसे बातों में उलझा कर जसकरण प्रीत पर बेवजह लांछन लगाने से रोकती रहती।
सुखमंदर सिंह ने बताया कि 24 जुलाई की रात्रि वह अपनी पत्नी बलजीत कौर के साथ घर के आंगन में सो गया जबकि बहू और बेटा ऊपर छत पर सोने चले गए। सुबह जब वह नीचे नहीं उतरे तो सुखमंदर सिंह ने ऊपर जाकर देखा तो उनका बेटा चारपाई पर मृत अवस्था में पड़ा था जबकि बहू साथ बैठी हुई थी। परिवार ने इसे एक हादसा मानते हुए 25 जुलाई को गुरविंदर सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया।
जब परिवार अंतिम संस्कार कर घर वापस लौटा तो आरोप हैं कि उनकी बहू बाथरूम में चोरी छिपे किसी से फोन पर बात कर रही थी कि उसने प्यार के लिए पति को मौत के घाट उतार दिया है और सोना व नकदी तैयार कर ली है। परिवार के लोगों ने दरवाजा तोड़ कर जब बहू को बाहर निकाला तो उसने मोबाइल की सिम अपने मुंह में डाल कर उसे नष्ट कर दिया। सुखमंदर सिंह का आरोप है कि उसकी बहू एवं उसके प्रेमी ने गुरविंदर सिंह को योजनाबद्ध ढंग से मौत के घाट उतारा। थाना ममदोट पुलिस ने सुखप्रीत कौर एवं जसकरण प्रीत सिंह के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
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