लखनऊ. उत्तर प्रदेश के बदायूं में पुलिस चौकी में रेप का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि जब आरोपी रेप कर रहा था तो एक पुलिसकर्मी बाहर पहरा दे रहा था। आरोपी सिपाही और उसका दोस्त गिरफ्तार हो गया है। पर विपक्ष ने राज्य की बिगड़ती कानून-व्यवस्था को मुद्दा बना कर हंगामा शुरू कर दिया है।
पीडि़त लड़की बड़े सरकार की दरगाह पर जियारत करने आई थी। उसके साथ परिवार के लोग भी थे। करीब डेढ़ बजे रात को सभी दरगाह के पास ही सो रहे थे। इसी बीच मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने पीड़ित पर आपत्तिजनक हालत में होने के आरोप लगाए। इस बीच पुलिस आ गई लेकिन वह भक्षक साबित हुई।
उसके साथ कोतवाली की लालपुर चौकी के अंदर बलात्कार हुआ। आरोपों के मुताबिक सिपाही का दोस्त जिस वक्त चौकी के अंदर बलात्कार कर रहा था उस वक्त खुद सिपाही चौकी के बाहर पहरा दे रहा था ताकि किसी को बलात्कार की भनक न लगे। कोतवाली पुलिस ने मौके से ही आरोपी गोपाल और बाहर बैठे सिपाही को पकड़ लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पीड़ित लड़की का मेडिकल भी करा दिया गया है।
अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य में अपहरण के 13 मामले दर्ज हो गए हैं और बलात्कार के भी अनगिनत मामले सामने आए हैं। सोमवार को नई सरकार बनने के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ तो विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाया। राज्यपाल का भाषण शुरू होते ही विपक्षी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। बसपा के विधायकों ने सदन में ही नारेबाजी और पोस्टर लहराना शुरू कर दिया। उन्होंने राज्य में गुंडा राज का आरोप लगाया और राज्यपाल को भाषण नहीं पढ़ने दिया। वे कुर्सियों पर चढ़ गए और सदन में धक्कामुक्की भी की राज्यपाल की ओर कागज के गोले भी फेंके गए। विधानसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
अखिलेश राज्य के सबसे युवा मुख्यमंत्री हैं और यह सदन में उनकी पहली परीक्षा है। उन्होंने कानून-व्यवस्था सुधारने का वादा कर ही सत्ता पाई है।
पीडि़त लड़की बड़े सरकार की दरगाह पर जियारत करने आई थी। उसके साथ परिवार के लोग भी थे। करीब डेढ़ बजे रात को सभी दरगाह के पास ही सो रहे थे। इसी बीच मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने पीड़ित पर आपत्तिजनक हालत में होने के आरोप लगाए। इस बीच पुलिस आ गई लेकिन वह भक्षक साबित हुई।
उसके साथ कोतवाली की लालपुर चौकी के अंदर बलात्कार हुआ। आरोपों के मुताबिक सिपाही का दोस्त जिस वक्त चौकी के अंदर बलात्कार कर रहा था उस वक्त खुद सिपाही चौकी के बाहर पहरा दे रहा था ताकि किसी को बलात्कार की भनक न लगे। कोतवाली पुलिस ने मौके से ही आरोपी गोपाल और बाहर बैठे सिपाही को पकड़ लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पीड़ित लड़की का मेडिकल भी करा दिया गया है।
अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य में अपहरण के 13 मामले दर्ज हो गए हैं और बलात्कार के भी अनगिनत मामले सामने आए हैं। सोमवार को नई सरकार बनने के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ तो विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाया। राज्यपाल का भाषण शुरू होते ही विपक्षी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। बसपा के विधायकों ने सदन में ही नारेबाजी और पोस्टर लहराना शुरू कर दिया। उन्होंने राज्य में गुंडा राज का आरोप लगाया और राज्यपाल को भाषण नहीं पढ़ने दिया। वे कुर्सियों पर चढ़ गए और सदन में धक्कामुक्की भी की राज्यपाल की ओर कागज के गोले भी फेंके गए। विधानसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
अखिलेश राज्य के सबसे युवा मुख्यमंत्री हैं और यह सदन में उनकी पहली परीक्षा है। उन्होंने कानून-व्यवस्था सुधारने का वादा कर ही सत्ता पाई है।