बुधवार, 16 जनवरी 2019

लोकसभा चुनाव बारमेर जैसलमेर से मानवेन्द्र सिंह पर सर्व सम्मति बनती नजर आई

लोकसभा चुनाव बारमेर जैसलमेर से मानवेन्द्र सिंह पर सर्व सम्मति बनती नजर आई 


जयपुर आगामी लोकसभा चुनावो के लिए पार्टी प्रत्यासियो को लेकर रायसुमारी और तैयारियों को लेकर आहूत की गयी बैठक में बारमेर जैसलमेर लोकसभा सीट पर पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह पर कार्यकर्ताओ ने सर्वसम्मति जताई ,बैठक में बारमेर जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र से वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता सम्मिलित हुए थे ,बैठक में सभी विधायक और मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ,उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ,प्रभारी अविनाश पण्डे सहित कई नेता शामिल थे ,कार्यकर्ताओ से रायसुमारी ली गयी प्रत्यासी के नाम पर कार्यकर्ताओं ने मानवेन्द्र सिंह पर लगभग सर्व संमति जताई ,बैठक में मानवेन्द्र सिंह ,मेवाराम  जैन ,अमिन खान ,हरीश चौधरी ,रूपाराम धनदे ,प्रमुख अंजना मेघवाल। पूर्व सभापति अशोक तंवर। सहित बारमेर के कार्यकर्ता बड़ी तादाद में थे 

अपनी मातृभाषा में शपथ न लेने देना दुर्भाग्यपूर्ण,14 करोड़ राजस्थानियों का अपमान*

अपनी मातृभाषा में शपथ न लेने देना दुर्भाग्यपूर्ण,14 करोड़ राजस्थानियों का अपमान*

*चारो विधायको का आभार,मातृभाषा के प्रति उनकी निष्ठा को सलाम*

*मंगलवार को नव निर्वाचित विधायको को अपनी मातृभाषा में शपथ लेने से विधानसभा में प्रोटेम स्पीकर द्वारा रोकना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि 14 करोड़ राजस्थानियों का सीधा सीधा अपमान है।।आखिर कब तक जनप्रतिनिधियों को अपनी मातृभाषा में शपथ में लेने से रोकते रहोगे।।जिस भाषा को अमेरिका सीनेट और नेपाल जसए देशों ने मान्यता दे दी उसी भाषा को अपने ही घर मे रोकना दुर्भाग्यपूर्ण है।।गत विधानसभा में भी कई विधायक राजस्थानी भाषा मे शपथ लेने की जिद कर बेठे थे। आखिर राजस्थानी कब तक अपमान का घूंट पीते रहेंगे।।नोखा के विधायक बिहारीलाल विश्नोई को दंडवत धोक जिन्होंने राजस्थानी भाषा को मान्यता और विधानसभा में राजस्थानी भाषा मे शपथ के लिए मुंह पर पट्टी बांध पूरे देश का ध्यान अपनी मायड़ भाषा के प्रति आकर्षित किया।।खुद अशोक गहलोत राजस्थानी भाषा को मान्यता देने का प्रस्ताव दस साल पहले केंद्र सरकार को भेज चुके है।।इसके बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह कई मौकों पर राजस्थानी भाषा को भोजपुरी के साथ मान्यता देने की बात कह चुके है। राजस्थानी भाषा को आठवी संवैधानिक सूची में शामिल करने को लेकर राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति कई सालों से आंदोलनरत है।।विश्व भर में लोकप्रिय राजस्थानी भाषा को जानबूझ कर मान्यता से रोका जा रहा है जो दुर्भाग्यपूर है।।मंगलवार को करीब आधा दर्जन विधायको को राजस्थानी में शपथ लेने से रोकने से ऐसे ही लगा घर से माँ को घसीट के बाहर निकाला जा रहा है।।आखिर कब तक राजस्थानीयो की भावनाओ के साथ खिलवाड़ कर अपमान का दौर चलता रहेगा।।दुनिया की सबसे समृद्ध भाषा के रूप में राजस्थानी अपना खास स्थान रखती है । इस का शब्दकोश विश्व की किसी भी भाषा से सबसे बड़ा है।।विख्यात कवि दिनकर तो राजस्थानी भाषा को हिंदी की माँ बता चुके है।।इसके बाद भी राजस्थानी भाषा बार बार दुत्कारी जा रही है।।आज छोटी से छोटी भाषा को मान्यता मिल चुकी है मगर चौदह करोड़ लोगों की भाषा मान्यतके लिए तरस रही है।।एक बार फिर उन सभी विधयकों का आभार जिन्होंने मायड़ भाषा का मान रखा ।।

*चन्दन सिंह भाटी*

*प्रदेश उप पाटवी*
*अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति

प्रेमिका से नहीं बनी बात तो... शादी से पहले युवक ने उठाया ये कदम

प्रेमिका से नहीं बनी बात तो... शादी से पहले युवक ने उठाया ये कदम



नागौर. रियांबड़ी इलाके के बग्गड़ गांव में एक युवक की मौत हो गई है. शव लाम्पोलाई गांव स्थित के घर से संदिग्घ हालात बरामद की गई है. वहीं पुलिस ने इसे प्रेम प्रसंग का मामला बताया है. मामले में चार लोगों को आरोपी बनाया गया है.

दरअसल रियांबाड़ी इलाके के लम्पोलाई गांव में युवक योगेश उर्फ राजू बेनीवाल का शव फंसी के फंदे से लटका हुआ मिला है. राजेश बग्गड़ गांव का रहने वाला था.


मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि ग्रामीणों ने थाने पर युवक के आत्महत्या करने की सूचना दी थी. जिसमें बताया गया था कि बग्गड़ गांव के युवक राजेश ने फांसी के फंदे से लटककर अपनी जान दे दी है. बताया जा रहा है कि युवक लाम्पालोई की एक युवती से प्यार करता था. लेकिन उसकी शादी बग्गड़ में एक युवती से हो गई थी. एक महीने बाद उसकी शादी होने वाली थी.

घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि उसके गले में फांसी का फंदा लगा हुआ था. जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए को रियांबड़ी अस्पताल पहुंचाया गया.

मामले में मृतक के चाचा सुखदेव ने हत्या का आरोप लगाया है. उन्होंने मामले में उसने चार लोगों को आरोपी बनाया है. साथ आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शव लेने से इंकार कर दिया है. साथ ही मृतक योगेश के परिजन अपनी मांग को लेकर रियांबड़ी अस्पताल में ही मोर्चरी के सामने धरने पर बैठ गए हैं.


वहीं पुलिस ने इसे प्रेम प्रसंग का मामला बताया है. प्रारंभिक जांच में अवैध संबंध का पता चला है. मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. मौके पर पहुंचे नागौर राजकुमार चौधरी ने परिजनों ने मिलकर शव उठाने के लिए समझाइश की है. फिलहाल वे आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं.

जैसलमेर कोख में बच्चे का सिर धड़ से अलग होने का मामला, मानवाधिकार आयोग ने राजस्थान सरकार को थमाया नोटिस


जैसलमेर कोख में बच्चे का सिर धड़ से अलग होने का मामला, मानवाधिकार आयोग ने राजस्थान सरकार को थमाया नोटिस

जैसलमेर के रामगढ़ के सरकारी अस्पताल में महिला की डिलीवरी के दौरान स्टाफ द्वारा लापरवाही बरतने पर नवजात की मौत हो गई थी. इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने राजस्थान सरकार को नोटिस थमाया है.

नई दिल्ली/जैसलमेर: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने जैसलमेर के एक सरकारी अस्पताल में डिलवरी के वक्त  कोख में बच्चे का सिर धड़ से अलग होने के मामले में राजस्थान सरकार को नोटिस थमाया है. आयोग ने सरकार पर इससे रिपोर्ट भी मांगी है. इससे पहले राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा पहले ही सरकारी स्वास्थ्य केंद्र से रिपोर्ट मांग चुके हैं.


यह हृदयविदारक मामला जैसलमेर जिले के रामगढ़ में स्थित सरकारी स्वास्थ्य केंद्र का है. जहां कुछ दिन पहले महिला की डिलीवरी के दौरान अस्पताल स्टाफ की लापरवाही से भ्रूण दो हिस्सों में टूट गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि दो नौसिखियों के कारण नवजात के पैर में फ्रैक्चर हो गया था और लिवर डैमेज हो गया था. इस मामले में दोनों पुरुष नर्सों को सस्पेंड कर दिया गया है और केंद्र के इंचार्ज डॉ. निखिल शर्मा को भी हटा दिया गया है.

वसुंधरा के गढ़ में कांग्रेस के इस दिग्गज ने ठोकी ताल, कहा- कोई आ जाए...जीतूंगा मैं ही

वसुंधरा के गढ़ में कांग्रेस के इस दिग्गज ने ठोकी ताल, कहा- कोई आ जाए...जीतूंगा मैं ही


झालावाड़. जैसे-जैसे देश में लोकसभा आम चुनाव नजदीक आ रहा है. वैसे-वैसे राजस्थान की राजनीति का पारा एक बार फिर चढ़ने लगा है. ऐसे में प्रदेश की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के गढ़ में कांग्रेस के दिग्गज ने लोकसभा चुनाव में उतरने के लिए ताल ठोक दी है.

विधानसभा चुनाव से जनता का मूड भांप चुके नेताओं ने अब लोकसभा चुनाव में भी दावेदारी जताना शुरू कर दिये हैं. ऐसे में राजे का गढ़ माने जाने वाले झालावाड़-बारां क्षेत्र से भी कांग्रेस नेता दावेदारी जता रहे हैं. झालावाड़ की चारों सीटों पर मात मिलने के बाद अब फिर से दावेदार लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं.


ऐसे में अब दावेदारों की सूची में एक और नाम शामिल हो गया है और वो है रघुराज सिंह हाड़ा. हाड़ा झालावाड़ में कांग्रेस के सबसे अनुभवी नेता माने जाते हैं और इनकी झालावाड़-बारां क्षेत्र में अच्छी पकड़ भी मानी जाती है. गांधीवादी छवि के नेता हाड़ा ने पहली बार लोकसभा क्षेत्र झालावाड़-बारां से अपनी दावेदारी प्रस्तुत की है.


उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि वे कांग्रेस में 38 साल से सक्रिय हैं और लगातार पार्टी के विभिन्न पदों पर रहते हुए जनता की सेवा कर रहे हैं. ऐसे में उनको सभी कार्यकर्ताओं का पूर्ण विश्वास प्रस्ताव है और उनका दावा है कि वह भारतीय जनता पार्टी के किसी भी उम्मीदवार को हराने में सक्षम है. हाड़ा कृषि अर्थशास्त्री भी हैं.


उन्होंने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में झालावाड़ की चारों सीटों पर कांग्रेस की हार को लेकर वसुंधरा राजे पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अनाप-शनाप पैसों का वितरण किया. उसी के चलते वह जीतने में सक्षम हो पायी और साथ ही कुछ खामियां कांग्रेस पार्टी में भी रहीं, जिसके चलते झालावाड़ में हार का मुंह देखना पड़ा. हाड़ा का कहना है कि उनकी लीडरशिप चाहती है कि वसुंधरा राजे को हराया जाए और उन्हें पूरा आत्मविश्वास है कि वे वसुंधरा राजे को उसके गढ़ में हरा सकते हैं.


गौरतलब है कि झालावाड़ पूर्व सीएम राजे का गढ़ माना जाता है और कांग्रेस के लिए झालावाड़-बारां लोकसभा सीट पर जीत मिलना हमेशा से टेढ़ी खीर रहा है. झालावाड़-बारां लोकसभा सीट पर पिछले 5 बार से वसुंधरा राजे और उनके पुत्र दुष्यंत सिंह सांसद रहे हैं. ऐसे में इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस के लिए जीतना बड़ी चुनौती रहती है.


दरअसल इस सीट के लिए वर्तमान कांग्रेस सरकार कैबिनेट मंत्री प्रमोद जैन भाया की पत्नी उर्मिला जैन के चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं. साथ ही कांग्रेस के जिला अध्यक्ष कैलाश मीणा ने भी अपनी झालावाड़ के प्रभारी मंत्री रमेश मीणा के सामने दावेदारी घोषित कर दी है. अब इसी लिस्ट में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रघुराज सिंह हाड़ा भी आ गए हैं.

विधायक हेमाराम को मंत्री नहीं बनाने का मुद्दा उठाने पर पांडे ने चलती बैठक से कांग्रेस नेता को निकाला बाहर

विधायक हेमाराम को मंत्री नहीं बनाने का मुद्दा उठाने पर पांडे ने चलती बैठक से कांग्रेस नेता को निकाला बाहर


सीएम अशोक गहलोत की सरकार में मंत्री नहीं बनाए जाने से बाड़मेर के गुढ़ामालानी विधायक हेमाराम चौधरी की नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है. जिसके चलते पार्टी के भीतर हलचल शुरू हो गई है....

जयपुर . गहलोत सरकार में बाड़मेर के गुढ़ामालानी से विधायक हेमाराम चौधरी को मंत्री नहीं बनाए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. नाराज विधायक हेमाराम जहां जयपुर में होने के बाद भी विधानसभा में शपथ लेने के लिए नहीं पहुंचे. वहीं, लोकसभा प्रत्याशियों को लेकर हुई बैठक के दौरान भी हेमाराम चौधरी को मंत्री बनाने की मांग उठी. बैठक के बीच में एक पीसीसी सद्स्य की ओर से यह मामला उठाने के बाद नाराज प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने उसे बैठक से बाहर निकाल दिया.


दरअसल, गहलोत सरकार में बनी मंत्रिपरिषद में पूर्व मंत्री हेमाराम को जगह नहीं दी गई है. इसके बाद से ही हेमाराम नाराज हैं, साथ ही  उनके समर्थकों में भी रोष बना हुआ है. ये नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है. हेमाराम जयपुर में होने के बाद भी विधानसभा में शपथ लेने के लिए नहीं पहुंचे. एकमात्र हेमाराम ही ऐसे विधायक हैं, जिन्होंने शपथ नहीं ली है. वहीं, इस नाराजगी का असर मंगलवार को लोकसभा प्रत्याशियों को लेकर हुई बैठक में भी  दिखाई दिया. बैठक के दौरान पीसीसी मेंबर विश्वनाथ सिंह ने ये मामला सीएम गहलोत डिप्टी सीएम पायलट और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे समेत तमाम नेताओ के सामने उठा दिया. उन्होंने भरी बैठक में कह दिया कि हेमाराम चौधरी को मंत्री नही बनाने का नुकसान पार्टी को हुआ है. अगर अब ये गलती नहीं सुधारी गई तो पार्टी को लोकसभा चुनावों में नुकसान उठाना पड़ेगा.


इस बात पर उन्हें पार्टी नेताओं के द्वारा रोका गया, लेकिन वो नहीं माने.  इस पर प्रभारी अविनाश पांडे नाराज हो गए और विश्वनाथ सिंह को बाहर निकाल दिया. धोरीमन्ना प्रधान ताजा राम ने भी ये बात उठाई तो उन्हें समझा कर बैठा दिया गया. वहीं, बैठक के दौरान बाड़मेर जैसलमेर के साथ ही पाली लोकसभा पर भी मंथन हुआ . पाली ही एकमात्र ऐसा जिला रहा था जहां से कांग्रेस ने विधानसभा में एक भी सीट नही जीती थी. बैठक में भी इस बात पर चर्चा हुई . लोकसभा में प्रत्याशी को लेकर पाली कांग्रेस के नेताओं ने आलकमान पर ही सब छोड़ दिया. लेकिन इस दौरान कुछ समर्थको ने नाम लिए बगैर कहा कि टिकट किसी अनपढ़ को नही दिया जाए. इस पर गहलोत ने भी चुटकी लेते हुए कहा कि हमने तो पंचायतो में भी ये बाध्यता हटा दी है.

मंगलवार, 15 जनवरी 2019

22 करोड़ खर्च करने के बाद भी घट रहे हैं गोडावण पक्षी, हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

22 करोड़ खर्च करने के बाद भी घट रहे हैं गोडावण पक्षी, हाईकोर्ट ने मांगा जवाब
22 करोड़ खर्च करने के बाद भी घट रहे हैं गोडावण पक्षी, हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

जोधपुर हाईकोर्ट ने 22 करोड़ खर्च करने के बाद भी राज्य पक्षी गोडावण की घटती संख्या पर सरकार से जवाब तलब किया है.राजस्थान सरकार ने विलुप्त होते राज्य पक्षी गोडावण को बचाने के लिए 8 साल पहले शुरू हुए प्रोजेक्ट पर करीब 22 करोड़ रुपए खर्च कर दिए हैं. इसके बावजूद गोडावण की संख्या लगातार घटती जा रही है. हाईकोर्ट ने इसे गंभीरता से लिया है. जोधपुर हाईकोर्ट  में जस्टिस संगीत लोढ़ा की खंडपीठ ने इस बारे में एक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर पर स्वत: संज्ञान लेते हुए  केंद्र और राज्य सरकार को नोटिस जारी कर 25 जनवरी तक जवाब तलब किया है. कोर्ट ने इस मामले में अधिवक्ता विकास बालिया को न्याय मित्र नियुक्त किया है. एक समाचार पत्र में लिखा गया है कि गोडावण की घटती संख्या को लेकर 8 साल पहले प्रोजेक्ट तैयार करने और 2 साल बाद फंड  के मिलने बावजूद पिछले कुछ समय में राज्य पक्षी गोडावण की संख्या 250 से घटकर 60-70 ही रह जागई है.

हाईकोर्ट में जस्टिस संगीत लोढ़ा की खंडपीठ ने उस खबर को स्व प्रेरणा से संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका में बदल दिया. साथ ही खंडपीठ ने इस मामले में केंद्र सरकार के संजीत पुरोहित और राज्य सरकार के अतिरिक्त महाधिवक्ता संदीप शाह को नोटिस जारी करते हुए 25 जनवरी तक जवाब तलब किया. हाई कोर्ट में अब इस मामले में अगली सुनवाई 25 जनवरी को होगी. अगली सुनवाई में मामले में केंद्र सरकार और राज्य सरकार को अपना जवाब पेश करना होगा.

आतंकियों से लोहा लेते हुए सीकर का लाल शहीद, लांपुआ गांव में होगा अंतिम संस्कार

आतंकियों से लोहा लेते हुए सीकर का लाल शहीद, लांपुआ गांव में होगा अंतिम संस्कार

आतंकियों से लोहा लेते हुए सीकर का लाल शहीद, लांपुआ गांव में होगा अंतिम संस्कार

सीकर जिले के लांपुआ गांव का जवान महेश कुमार मीणा सीआरपीएफ की श्रीनगर बटालियन में तैनात था. पुलवामा जिले में आतंकियो के साथ हुई मुठभेड़ में उसने डटकर मुकाबला किया और तीन गोली लगने के बाद शहीद हो गया.सीकर जिले के एक और लाड़ले ने देश की रक्षा के लिए आतंकियों से लोहा लेते हुए मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए. रींगस कस्बे के लांपुआ गांव के लाड़ले महेश कुमार मीणा ने श्रीनगर के पुलवामा जिले में आतंकियो के साथ हुई मुठभेड़ में डटकर मुकाबला किया. तीन गोली लगने के बाद जवान महेश को को दिल्ली के एम्स अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया, जहां सोमवार शाम साढ़े पांच बजे उसने अंतिम सांस ली. मंगलवार को दोपहर बाद सैनिक की पार्थिव देह उनके पैतृक गांव लांपुआ पहुंचेगी, जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.

लांपुआ गांव का जवान महेश कुमार मीणा सीआरपीएफ की श्रीनगर बटालियन में तैनात था. पांच जनवरी को पुलवामा जिले के त्राल के अरिपाल क्षेत्र के एक घर में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. सूचना पर सीआरपीएफ के जवानों ने मकान को घेर लिया. आतंकवादियों से हुई मुठभेड में दोनों ओर से जबरदस्त गोलीबारी हुई, जिसमें जवान महेश कुमार मीणा को श्वांस नली में एक व कंधे पर दो गाली लगी थी. सैनिकों ने घायल जवान को श्रीनगर के 92 बीएच सैनिक अस्पताल में भर्ती करवाया था, जिसे बाद में एम्स दिल्ली रेफर कर दिया गया था.

जवान के घायल होने के सूचना गांव में मिलने के बाद से ही मंदिरों में उनकी लम्बी उम्र के लिए प्रार्थना की गई. सोमवार देर शाम ग्रामीणों को महेश के शहीद होने की सूचना मिली, जिसके बाद गांव में माहौल गमगीन हो गया. शहीद के परिजनों को इसकी सूचना नहीं दी गई. सरपंच रिछपाल सिंह बाजिया ने बताया कि शहीद का पार्थिव देह मंगलवार को दोपहर बाद ही पैतृक गांव पहुंचेगी, जिसका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएग. शहीद के परिवार में पिता गोधाराम, माता गणपति, पत्नी सरोज देवी, बेटा हर्षित व बेटी पलक है.

डिप्टी सीएम पायलट की डिनर पार्टी में पहुंचे CM गहलोत, मंत्रियों के बीच जमकर लगे ठहाके

डिप्टी सीएम पायलट की डिनर पार्टी में पहुंचे CM गहलोत, मंत्रियों के बीच जमकर लगे ठहाके

राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सोमवार को अपने आवास पर रात्रिभोज का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल हुए.

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डिप्टी सीएम पायलट की डिनर पार्टी में पहुंचे CM गहलोत, मंत्रियों के बीच जमकर लगे ठहाके राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट. 
 

डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ सचिन पायलट के घर सोमवार को डिनर पार्टी का आयोजन किया गया. मंत्री और कांग्रेस विधायकों के लिए रखे इस डिनर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खास मेहमान बनकर पहुंचे. शाम 8 बजे से पायलट के आवास पर मंत्री और विधायकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ और करीब सवा नौ बजे सीएम गहलोत पहुंचे. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने के बाद नए साल और मकर सक्रांति को देखते हुए इस रात्रिभोज का आयोजन किया गया.


सचिन पायलट की डिनर पार्टी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मौजूदगी में कई बार ठहाके भी लगे. डिप्टी सीएम समेत मंत्री और विधायकों के बीच इस दौरान चर्चाओं का दौर भी चला. सीएम गहलोत पायलट के आवास पर आधा घंटे से अधिक समय तक रुके.



बता दें कि सचिन पायलट को PCC चीफ बने हुए सोमवार को ही 5 साल हुए हैं, 14 जनवरी 2014 को पायलट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का चीफ बनाने की घोषणा हुई थी. हालांकि, पायलट ने बाद में पद संभाला था लेकिन डिनर पार्टी को इससे भी जोड़कर देखा जा रहा है.

इस रात्रिभोज में मंत्री शांति धारीवाल, बीडी कल्ला, सुभाष गर्ग, टीकाराम जूली, प्रताप सिंह खाचरियावास, रघु शर्मा, रमेश मीणा, विश्वेन्द्र सिंह, लालचंद कटारिया, राजेंद्र यादव के साथ डॉ. सीपी जोशी, विधायक राजकुमार शर्मा, जोहरी लाल मीणा, जितेंद्र सिंह समेत अन्य कांग्रेस नेता पायलट के आवास पर पहुंचे.

रविवार, 13 जनवरी 2019

बाड़मेर। कथित लव जिहाद मामले में पीड़िता का बड़ा खुलासा, कहा ' ब्रेनवॉश की कोशिश हुई

बाड़मेर। कथित लव जिहाद मामले में पीड़िता का बड़ा खुलासा, कहा 'ब्रेनवाश की कोशिस हुई'

बाड़मेर । कथित लव जिहाद के मामले में 9 महीने बाद पीड़िता ने आज अपनी पूरी दर्द भरी दास्तान सुनाई और कहा कि किस तरीके से उसका पहले ब्रेनवाश हुआ और उसके बाद उसको कश्मीर ले जाया गया और उसके बाद उसको किस तरीके से पाकिस्तान से सटे बॉर्डर के एक गांव में रखा गया इन सब बातों पर पीड़िता ने बताया कि जब वह कॉलेज में पढ़ती थी तो।



इस दौरान गुलजार नाम के युवक ने उसकी कुछ तस्वीरें ले ली थी और फिर अशलील तस्वीर बनाकर उसे ब्लैकमेल करता था तो उसने बातचीत शुरू की और उसके बाद जब वह बड़ौदा जा रही थी इस दौरान गुलजार ने उसे अहमदाबाद उतरने को कहा और अहमदाबाद से उसे दिल्ली होते हुए जम्मू-कश्मीर बुला लिया था उसके बाद उसको दो-तीन महीने तक जम्मू कश्मीर के इलाके में रखा गया।

ओर उसके बाद 3 महीने बाद अपने घर गुलजार ले गया जो कि पाकिस्तान से सटे कुपवाड़ा में है जहां पर उसी तरह तरीके की यातनाएं दी जाती थी और इस्लाम धर्म कबूल करने के लिए उसके घर वाले उसके साथ जुल्म करते थे और उसे कहते थे कि नमाज अदा करो और साथ ही यह भी कहते थे कि गौ मांस खाने के लिए भी मजबूर करते थे जब वह मना करती थी तो उसका भाई उसे तरीके से यातनाएं देता था यहां तक की बंदूक से भी डरा धमका था था एक दिन जब गुलजार और उसका भाई उर्दू में कुछ बातचीत कर रहे थे तो पीड़िता ने उनकी बातचीत सुन ली और पीड़िता को लगा कि वह उसे दुबई भेजना चाहते हैं और इसी दिन से पीड़िता ने उनकी साजिश के बारे में पीड़िता को अंदेशा हो गया उसके बाद पीड़िता अपनी जान बचाने के लिए मौके की तलाश कर रही थी ।

इस दौरान गुलजार श्रीनगर आ गया और जॉब करना शुरू कर दिया तो पीड़िता ने 1 दिन उसके जेब से पैसे चुराकर टिकट बना कर किसी तरीके से अपनी जान बचाकर वह अहमदाबाद आ गई और उसके बाद अपने घर वालों से बातचीत कर बाड़मेर आई उसने अपनी पूरी आपबीती अपने परिवार को बताएं बहरहाल इस पूरे मामले में पीड़िता पुलिस के पास कल ही पेश हुई थी तो इस दौरान एसपी ने पीड़िता की पूरी मदद करने के लिए उसे भरोसा दिया है और अब पीड़िता को भी लग रहा है कि पुलिस इस पूरे मामले में जल्दी उसके के बयान करवाएगी और उसे जल्दी न्याय मिलेगा।

बाड़मेर। कल से दुपहिया वाहन चालक घर से हेलमेट पहनकर ही निकले ,नही तो कटेगा चालान

बाड़मेर। कल से दुपहिया वाहन चालक घर से हेलमेट पहनकर ही निकले ,नही तो कटेगा चालान

रिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर


बाड़मेर । जिलेभर में सोमवार से दुपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनना तथा चार पहिया वाहनों को गाड़ी चलाते समय सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य है। चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बैल्ट नही लगाये होने तथा दुपहिया वाहन पर बिना हेलमेट पहनने पकड़े जाने पर पुलिस नियमों अनुसार कार्यवाही करते हुए चालान काटेगी।

नव नियुक्त जिला पुलिस अधीक्षक श्रीमती राशि डोगरा के निर्देशो पर यातायात पुलिस ने जिलेभर में अलग अलग जगहों पर शुरुवाती तीन दिनों में दुपहिया वाहनो पर वाहन चालकों से समझाईश करने के साथ ही वाहन रैली निकाल कर हेलमेट पहनने को लेकर आमजन को जागरूकता का संदेश दिया। अब सोमवार यानी कल से चालान काटने की कार्यवाही शुरू करेगी।

*ना किसी से बात सिर्फ कार्यवाही*

बिना हेलमेट पकड़े जाने पर सीधा चालान ही काटेगा क्योंकि पुलिस आपके किसी जान पहचान वाले से बात नही करते हुए सीधी कार्यवाही करेगी ।


*चालान के डर से वाहन को इधर - उधर, तेज रफ्तार से नही भगाए , हादसा हो सकता है*

दुपहिया वाहन चालक कई बार चालान काटने के डर से अपने वाहन को इधर - उधर करने के साथ तेज रफ्तार से भगाते है तो ऐसे में कई बार हादसे ही हो जाते है । इसलिए आप घर से निकले तो हेलमेट पहन ले अन्यथा चालान कटवा ले । ऐसा करने से कम से कम आप किसी हादसे का शिकार नही होंगे। 

हनी ट्रैप में फंसे सेना के जवान ने किए कई चौंकाने वाले खुलासे

हनी ट्रैप में फंसे सेना के जवान ने किए कई चौंकाने वाले खुलासे

आईएसआई एजेंट की फेक फेसबुक आईडी पर यह प्रोफाइल पिक्चर लगाई गई थी। दूसरी तस्वीर में जवान सोमवीर।


जयपुर. राजस्थान इंटेलिजेंस शाखा ने हनी ट्रैप मामले में गिरफ्तार किए गए सेना के जवान सोमवीर सिंह से गहन पूछताछ की है जिसमें उसने कई चौंकाने वाले राज खोले हैं. हनी ट्रैप मामले में जैसलमेर से सेना के जवान सोमवीर सिंह को गिरफ्तार कर पीसी रिमांड पर लिया गया है.

इंटेलिजेंस शाखा ने शनिवार को सोमवीर सिंह को जयपुर की विशेष अदालत में पेश किया, जहां से 18 जनवरी तक आरोपी को पीसी रिमांड पर भेजा गया है. अब इंटेलिजेंस के अधिकारी सोमवीर सिंह से अलग-अलग चरणों में पूछताछ करेंगे. अभी तक की पूछताछ के दौरान सोमवीर सिंह ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.


भाई के अकाउंट में जमा करवाई गई धनराशि
पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि हनीट्रैप के जाल में फंसे सेना के जवान सोमवीर सिंह ने सेना की जानकारी आईएसआई के एजेंट से साझा की जिसकी एवज में उसे धनराशि भी उपलब्ध करवाई गई. सोमवीर सिंह ने यह धनराशि खुद के बैंक अकाउंट में ना मंगवा कर अपने भाई के बैंक अकाउंट में मंगवाई.


इसके साथ ही जिस फेसबुक और व्हाट्सएप अकाउंट के जरिए आईएसआई एजेंट युवती बनकर सोमवीर से बात किया करते थे उसकी भी पड़ताल की जा रही है. जिस कंप्यूटर के माध्यम से सोमवीर बात करता था उसकी हार्ड डिस्क को भी जांच के लिए जप्त किया गया है. इसके अलावा कुछ अन्य लोग भी इंटेलिजेंस की रडार पर बताए जा रहे हैं.

सजे-धजे ऊंटों के साथ शुरू हुआ बीकानेर में अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव

सजे-धजे ऊंटों के साथ शुरू हुआ बीकानेर में अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव
International Camel Festival starts in Bikaner

बीकानेर. पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान रखने वाले अंतरराष्ट्रीय उत्सव का आज बीकानेर में आगाज हुआ. बीकानेर में अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव के साथ ही राजस्थान की संस्कृति का नजारा देखने को मिलेगा. ऊंट उत्सव में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में देश ही नहीं बल्कि दुनिया के अलग-अलग देशों से विदेशी पर्यटक बीकानेर में आए हैं.

दो दिन तक चलने वाले इस कैमल फेस्टिवल का आगाज जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम और एसपी प्रदीप मोहन शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर शोभा यात्रा को रवाना कर किया. जूनागढ़ किले से शुरू हुई शोभायात्रा महाराजा करणी सिंह स्टेडियम तक पहुंची. जहां दो दिन तक देसी-विदेशी सैलानियों से गुलजार रहने वाले बीकानेर में अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव के साथ ही राजस्थान की संस्कृति का नजारा देखने को मिलेगा. ऊंट उत्सव में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में देश ही नहीं बल्कि दुनिया के अलग-अलग देशों से विदेशी पर्यटक बीकानेर में आए हैं. इससे पहले शोभायात्रा में सजी-धजी ऊंट पर सवार राजस्थान के रौबीले नज़र आए.

International Camel Festival starts in Bikaner
ऊंट उत्सव में राजस्थान की संस्कृति भी देखने को मिली राजस्थान के साथ ही देश के अन्य राज्य पंजाब की संस्कृति भी शोभायात्रा में साकार होती नजर आई. जहां पंजाब से आए एक विशेष बैंड दल ने अपनी प्रस्तुतियां दी. दो दिन तक चलने वाले इस ऊंट उत्सव में रंगारंग कार्यक्रमों के साथ ही राजस्थानी संस्कृति को साकार करने वाले कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देखने की मिलेगी. इसके साथ ही मिस मरवण प्रतियोगिता और रविवार को हेरिटेज वॉक में विदेशी सैलानियों के साथ आयोजन भी होगा. साथ ही विदेशी सैलानियों के लिए मटका दौड़ समेत अन्य प्रस्तुतियां भी देखने को मिलेगी. ऊंट उत्सव के चलते शहर के सभी होटल में बुकिंग शुरू हो गई है. इससे में पहली बार आदिवासी नृत्य और वेशभूषा की कलाकार भी नजर आ रहे हैं.

25 सालों से आयोजित हो रहा ऊंट उत्सव
राजस्थानी संस्कृति के साथ ही देश के अन्य राज्यों की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करते अंतरराष्ट्रीय कैमल फेस्टिवल में सतरंगी बीकानेर की नजारे भी देखने को मिले. पहली बार बीकानेर में लगातार 25 सालों से आयोजित हो रहे ऊंट उत्सव में 300 साल पुरानी एक वैवाहिक परंपरा का प्रचार और झांकी भी देखने को मिली. बीकानेर में पुष्करणा समाज में हर 2 साल में आयोजित होते सामूहिक सावे यानी कि ओलंपिक असावा की जीवंत झांकी और उसमें आकर्षण का केंद्र रही भगवान विष्णु के वेश में सजी-धजी दूल्हे और उसके साथ परिवार और रिश्तेदारों यह झांकी जूनागढ़ से शुरू हुई.


दरअसल, बीकानेर में पुष्करणा समाज के ब्राह्मण लोग की तादाद काफी ज्यादा है. समाज में एकरूपता और ऊंच-नीच का भेद मिटाने के लिए 300 साल पहले सामूहिक विवाह की परंपरा शुरू की गई. कालांतर में ओलंपिक खेलों की भांति ही इसका नाम भी ओलंपिक सावा हो गया, क्योंकि ओलंपिक खेलों की तरह यह आयोजन भी 4 साल में एक बार होता था, लेकिन धीरे-धीरे बढ़ती जनसंख्या के बाद इस अंतराल को घटाते हुए कुछ साल पहले 2 साल कर दिया गया और अब हर 2 साल में पुष्करणा समाज में सामूहिक विवाह यानी कि ओलंपिक सभा का आयोजन होता है.


इस बार यह आयोजन 21 फरवरी को है. ऐसे में पुष्करणा समाज ने ऊंट उत्सव के दौरान समाज की इस परंपरा को आम लोगों में प्रचार और ऊंट उत्सव के दौरान देश विदेश से आए सैलानियों के बीच समाज की एक छाप छोड़ने के लिए यह पहल की. अंतरराष्ट्रीय उत्सव के दौरान समाज की इस पहल को आम लोगों ने काफी सराहा और इसे विकसित समाज की सोच बताया.

शनिवार, 12 जनवरी 2019

बाड़मेर। कथित लव जिहाद मामले में जल्द होगी बड़ी कार्यवाही

बाड़मेर। कथित लव जिहाद मामले में जल्द होगी बड़ी कार्यवाही

बाड़मेर। कथित लव जिहाद के मामले में अब बाड़मेर पुलिस बड़ी कार्यवाही करने जा रही है। बाड़मेर पुलिस इस पूरे मामले को बेहद गम्भीरता से ले रही है।



नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक राशि डोगरा ने भी शनिवार की रोज पीड़िता को बुलाकर इस पूरे मामले की उस से जानकारी ली। पुलिस अधीक्षक का कहना है हम इस मामले को लेकर गंभीर है जांच अधिकारी इसकी जांच के लिए जम्मू कश्मीर में ही है जैसे ही वह जांच करके वापस बाड़मेर पहुंचेंगे तो इनके कोर्ट में 164 के बयान करवा दिए जाएंगे।



साथ ही मैंने इसकी जांच बदल कर वरता अधिकारी बाड़मेर को सौंप दिए और जल्द ही पीड़िता को न्याय मिलेगा। लेकिन मामला जम्मू कश्मीर से जुड़ा होने के कारण थोड़ी सी कार्रवाई में देरी जरूर हो गई है

बाड़मेर, सरकारी नीतियांे एवं फैसलांे की क्रियान्विति सुनिश्चित करेंःकल्ला

बाड़मेर, सरकारी नीतियांे एवं फैसलांे की क्रियान्विति सुनिश्चित करेंःकल्ला


बाड़मेर, 12 जनवरी। सरकारी नीतियांे एवं फैसलांे की क्रियान्विति सुनिश्चित की जाएं। इसमंे किसी तरह की कौताही बरतने पर संबंधित की जिम्मेदारी निर्धारित की जाएगी। विभिन्न योजनाआंे मंे 31 मार्च तक आवंटित लक्ष्यांे को प्राप्त किया जाएं। बाड़मेर जिले के प्रभारी एवं ऊर्जा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, भूजल, कला, साहित्य, संस्कृति तथा पुरातत्व विभाग मंत्री बी.डी.कल्ला ने शनिवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे जिला स्तरीय अधिकारियांे की बैठक के दौरान यह बात कही।
इस दौरान प्रभारी मंत्री बी.डी.कल्ला ने कहा कि किसानांे को प्राथमिकता से बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्हांेने कहा कि जन प्रतिनिधियांे के सहयोग से जन कल्याणकारी योजनाआंे की क्रियान्विति के जरिए आम आदमी को राहत पहुंचाई जाएं। राज्य सरकार के स्तर की समस्याआंे एवं बजट वगैरह के संबंध मंे जिला प्रशासन को अवगत कराएं। राज्य स्तर पर समस्याआंे के समाधान का प्रयास किया जाएगा। उन्हांेने कहा कि विकास योजनाआंे का बजट खर्च होना चाहिए। उन्हांेने सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के पूर्ण बजट को व्यय करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसमंे किसी तरह की कौताही नहीं बरती जाए। उन्हांेने मनरेगा मंे अधिकाधिक लोगांे को रोजगार उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि राज्य सरकार ने बेहम कम समय मंे आम आदमी को राहत पहुंचाने वाले फैसले लिए है। किसानांे का ऋण माफ करने, पेंशन राशि मंे बढ़ोतरी के साथ एक लाख कृषि कनेक्शन दिए जा रहे है। आगामी पांच साल तक बिजली की दरंे नहीं बढ़ाई जाएगी। उन्हांेने बाड़मेर जिले मंे पशु शिविर एवं चारा डिपो प्रारंभ करने का भरोसा दिलाया। इस दौरान राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने जन कल्याणकारी फैसलांे की जानकारी देते हुए कहा कि राज्य सरकार आम आदमी को राहत प्रदान करने के लिए तत्पर है। उन्हांेने कहा कि जन कल्याणकारी योजनाआंे का फायदा धरातल पर पहुंचे, इसके लिए विभागीय अधिकारी समन्वित प्रयास करें। उन्हांेने कहा कि जलप्रदाय योजनाआंे की नियमित रूप से मोनेटरिंग के जरिए जलापूर्ति सुनिश्चित की जाएं। शिव विधायक अमीन खान ने कहा कि जलदाय विभाग मंे श्रमिकांे की भर्ती पर रोक लगी हुई है। पुराने कार्मिक सेवानिवृत हो गए है। ऐसे मंे कार्मिकांे की कमी के चलते पेयजल योजनाआंे का संचालन करना मुश्किल हो गया है। उन्हांेने जलदाय विभाग मंे रिक्त पदांे का हवाला देते हुए कार्मिकांे की नियुक्ति करवाने की जरूरत जताई। बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने जलदाय विभाग के हेल्पर एवं फीटर वगैरह के स्थानांतरण के अधिकार स्थानीय अधिकारियांे को देने की बात कही। उन्हांेने जलप्रदाय योजनाआंे के लिए अनापति प्रमाण पत्र देने की बात कही। पचपदरा विधायक मदन प्रजापत ने कहा कि नागाणा क्षेत्र मंे पुरानी पाइप लाइनांे मंे जलापूर्ति चालू रखी जाएं। उन्हांेने कहा कि पहले नहरी पानी से तालाब भरने की बात कही। प्रभारी मंत्री कल्ला ने जलदाय विभाग के अधिकारियांे को निर्देशित किया कि जिले मंे किसी भी इलाके मंे पानी की समस्या नहीं आनी चाहिए। चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल ने कहा कि पहले जनता जल योजना के संचालन के लिए अतिरिक्त बजट उपलब्ध कराया जाता था। मौजूदा समय मंे ऐसा नहीं होने से दिक्कत हो रही है। उन्हांेने गौरव पथ के निर्माण मंे अनियमितता एवं विद्युत कनेक्शन से कई लोगांे के वंचित रहने का मामला उठाया। जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल ने दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना से वंचित लोगांे को विद्युत कनेक्शन उपलब्ध करवाने तथा ग्रामीण इलाकांे मंे मीटर रीडरांे के जरिए नियमित रूप से रीडिग लेने की व्यवस्था करवाने की बात कही।
बैठक के दौरान प्रभारी मंत्री कल्ला ने बाड़मेर जिले के विधायकांे एवं जलदाय विभाग के अधिकारियांे को 16 जनवरी को जयपुर मंे उपस्थित होने के लिए कहा। जहां पेयजल से जुड़ी समस्याआंे एवं योजनाआंे की प्रगति पर विचार-विमर्श किया जाएगा। जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने समीक्षा बैठक के दौरान दिए गए निर्देशांे की पालना सुनिश्चित करने का भरोसा दिलाया। उन्हांेने कहा कि जिले मंे राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाआंे की प्रभावी क्रियान्विति के साथ पेयजल, चारे तथा रोजगार के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। डिस्काम के अधीक्षण अभियंता एम.एल.जाट ने दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना की प्रगति से अवगत कराते हुए बताया कि बाड़मेर जिले की 103 ग्राम पंचायतांे मंे कार्य पूरा कर लिया गया है। जबकि 215 ग्राम पंचायतांे मंे कार्य प्रगति पर है। अब तक 82 हजार विद्युत कनेक्शन जारी किए गए है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी ने चिकित्सा विभाग की योजनाआंे की प्रगति एवं स्वाइन फ्लू की स्थिति के बारे मंे जानकारी दी। इस दौरान राष्ट्रीय मरू उद्यान, इंदिरा गांधी नहर परियोजना, नर्मदा नहर परियोजना के साथ बिजली एवं पानी से जुड़े विभिन्न मुददांे पर चर्चा हुई। इस दौरान गडरारोड़ प्रधान तेजाराम मेघवाल, धोरीमन्ना प्रधान ताजाराम, चौहटन प्रधान कुंभाराम सेंवर,गिड़ा प्रधान लक्ष्मणराम, जिला परिषद सदस्य फतेह मोहम्मद सहित कई जन प्रतिनिधियांे ने जन समस्याआंे से प्रभारी मंत्री को अवगत कराया। बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक राशि डोगरा डूडी,जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कालूराम, अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।