बाड़मेर।शान से मनाया नंदघर के बच्चों ने आज़ादी दिवस, नंदघर की झांकी अव्वल घोषित
बाड़मेर। जिले के सुदूर गाँवों में स्थित आधुनिक आंगनवाड़ियों - नंदघर में सैंकड़ों बच्चों ने भारत की आज़ादी का 70 वां दिवस जोश और उत्साह के साथ मनाया। महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय और वेदान्ता के संयुक्तावधान में जारी नंदघर प्रोजेक्ट की झांकी को आदर्श स्टेडियम में आयोजित राजकीय समारोह में प्रथम घोषित किया गया।
नंदघर में आयोजित इन खुशनुमा आयोजनों में स्थानीय ग्रामीण महिलाओं ने भी भागीदारी निभाई। यहाँ बच्चों के बीच तिरंगा फहराने मिठाई वितरण के द्वारा स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग और नंदघर ने संयुक्त रूप से मुख्य समारोह में शिरकत की। में ग्रामीण इलाकों में डिजिटल शिक्षा, कौशल विकास, स्वास्थ्यवर्धक भोजन और रोग जांच सुविधा का जीवंत स्वरुप प्रस्तुत किया गया। रंग बिरंगी इस झांकी को प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया।
भौतिक सुख सुविधाओं से कोसों दूर सूदूर गाँवों के लिए बड़े शहरों के प्ले स्कूल जैसे 'नंदघर' आंगनवाड़ी के अच्छे दिनों की तरफ पहला कदम साबित होंगे। चार हज़ार उन्नत आंगनवाड़ियों यानी नंदघर को देश के ग्यारह राज्यों में निर्मित किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत पचास आंगनवाड़ियां बाड़मेर की सूदूर ढाणियों में बन कर तैयार हो चुकी हैं।
बाड़मेर। जिले के सुदूर गाँवों में स्थित आधुनिक आंगनवाड़ियों - नंदघर में सैंकड़ों बच्चों ने भारत की आज़ादी का 70 वां दिवस जोश और उत्साह के साथ मनाया। महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय और वेदान्ता के संयुक्तावधान में जारी नंदघर प्रोजेक्ट की झांकी को आदर्श स्टेडियम में आयोजित राजकीय समारोह में प्रथम घोषित किया गया।
नंदघर में आयोजित इन खुशनुमा आयोजनों में स्थानीय ग्रामीण महिलाओं ने भी भागीदारी निभाई। यहाँ बच्चों के बीच तिरंगा फहराने मिठाई वितरण के द्वारा स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग और नंदघर ने संयुक्त रूप से मुख्य समारोह में शिरकत की। में ग्रामीण इलाकों में डिजिटल शिक्षा, कौशल विकास, स्वास्थ्यवर्धक भोजन और रोग जांच सुविधा का जीवंत स्वरुप प्रस्तुत किया गया। रंग बिरंगी इस झांकी को प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया।
भौतिक सुख सुविधाओं से कोसों दूर सूदूर गाँवों के लिए बड़े शहरों के प्ले स्कूल जैसे 'नंदघर' आंगनवाड़ी के अच्छे दिनों की तरफ पहला कदम साबित होंगे। चार हज़ार उन्नत आंगनवाड़ियों यानी नंदघर को देश के ग्यारह राज्यों में निर्मित किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत पचास आंगनवाड़ियां बाड़मेर की सूदूर ढाणियों में बन कर तैयार हो चुकी हैं।