मंगलवार, 16 अगस्त 2016

राखियों के दामों में हुई बढ़ोतरी ,रक्षाबंधन पर भी महंगाई की मार

 राखियों के दामों में हुई बढ़ोतरी ,रक्षाबंधन पर भी महंगाई की मार



भाई-बहनों के प्यार का प्रतीक त्योहार रक्षा बंधन को अब मात्र दो दिन शेष रहे हैं। रक्षाबंधन पर्व नजदीक आते ही बाजारों में खरीददारों की चहल-पहल शुरू हो गई है। वैसे तो राखियों की खरीददारी एक पखवाड़े पहले से शुरू हो गई थी, लेकिन अब रक्षाबंधन का त्योहार नजदीक होने से मिठाइयों की दुकानें भी सजने लगी हैं।




पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष राखियों के दामों में 15 से 20 प्रतिशत का इजाफा हो गया है। हालांकि बढ़ी हुई कीमतों का असर खरीदारों पर नहीं पड़ेगा। राखी विक्रेता चिंटू गर्ग ने बताया कि कई दिनों से राखियों की बिक्री जारी है। इन दिनों राखियों की ग्राहकी में अन्य दिनों की अपेक्षा इजाफा हुआ है। 10 से 40 रुपए तक की राखियों की अधिक मांग हो रही है। क्रिस्टल राखियों के तमाम रंगों के कांच को विभिन्न डिजाइनों में काटकर चिपकाया गया है।

रक्षाबंधन पर भी महंगाई की मार, राखियों के दामों में 20 प्रतिशत तक का इजाफा


उन्होंने बताया कि इस बार स्टोन की राखियों में कई वैरायटी उपलब्ध है। दुकानों में स्टोन वर्क 20 से 100 रुपए तक, टेडीवियर राखी 15 से 40 रुपए, चंदन डोरी 40 से 50 रुपए, ब्रेसलेट पेटर्न 15 से 40 रुपए, पाट वाली राखी 5 रुपए दर्जन, चूड़ा राखी 40 से 220 रुपए तक उपलब्ध है। गौरतलब है कि रक्षाबंधन पर्व 18 अगस्त को मनाया जाएगा। बाजार में दुकानों पर विशेषकर जरी, क्रिस्टल, तुलसी और चंदन से निर्मित राखियों की मांग अधिक हो रही है। शहर के लाल बाजार आदि इलाकों में जगह-जगह राखियों की दुकानों पर दिनभर ग्राहकी बनी हुई है। इस बार चाइना मेड राखियां भी आ गई हैं।








इसके अलावा सुगंधित चंदन से निर्मित राखियां भी ग्राहकों को आकर्षित कर रही है। बच्चों के लिए सुपरमैन, टेेडीबियर मिक्की-माउस गणेश जी हनुमान जी एवं स्पाइडरमैन आदि कार्टून की राखियां उपलब्ध है। साथ ही म्यूजिकल, लाइटिंग, काजू-बादाम-लोंग इलायची सहित रोली व चावल आदि सामग्री से निर्मित राखियों की भी मांग अधिक है। स्वर्णकारों के यहां चांदी व सोने से निर्मित राखी भी उपलब्ध है।

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