अजमेर।अजमेर बने ऐसा, मुम्बई वाला भी कहे मैं रहूंगा यहां
मुख्यमंत्री ने कहा कि अजमेर को स्मार्ट सिटी बनाकर रहेंगे। अजमेर को ऐसा स्मार्ट शहर बनाना होगा कि मुम्बई वाला भी यह कहे कि मैं अजमेर में रहूंगा। सभी संकल्प लेकर एक साथ कल की तरफ आगे बढ़ेंगे तो सफलता आपके कदम चूमेगी। मुख्यमंत्री शनिवार को रीजनल कॉलेज में आयोजित जनसभा को सम्बोधित कर रही थीं। मुख्यमंत्री ने रविवार को 713 करोड़ 50 लाख की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और लोकार्पण भी किया। उन्होंने जनसभा में कहा कि पर्यटन अजमेर के लिए बहुत बड़ी चीज है। अजमेर के किले को टॉप क्लास का बनाया जाएगा। आनासागर के चारों ओर पाथ-वे बनाने से यह मुम्बई की चौपाटी से कम नहीं लगेगा।
पुष्कर को धार्मिक पर्यटन का हब बनाना होगा। सरकार दिसम्बर में पुष्कर में भक्ति फेस्टिवल का आयोजन करने जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फेस्टिवल ऐसा होना चाहिए कि जिसमें देश और दुनिया के कोने-कोने से लोग आएं। सावित्री माता मंदिर रोप-वे के बाद अब सीढिय़ां भी ठीक कराई जाएगी। सभा को शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल, सांसद सांवरलाल जाट, राज्यसभा सदस्य भूपेन्द्र यादव, संसदीय सचिव सुरेश रावत, विधायक भागीरथ चौधरी, शत्रुघ्न गौतम, शंकर सिंह रावत, सुशील कंवर पलाड़ा, महापौर धर्मेन्द्र गहलोत ने भी सम्बोधित किया।
मकान भी बनाते हैं तो समय लगता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें इस बार विरासत में राज्य की जर्जर स्थिति मिली है। खजाने की स्थिति ठीक नहीं थी। फिर भी उन्होंने कभी नहीं कहा कि खजाना खाली है। फिर भी जो काम करके दिए हैं, कभी सड़क पर खड़े होकर यह नहीं कहा कि मेरे पास पैसा नहीं है, काम नहीं कर सकती। मुख्यमंत्री ने कहा कि दो साल के भीतर प्रदेश में कई काम हुए हैं। बदहाल स्थिति को सुधारने में समय तो लगता है। अजमेर की तरह दूसरे जिलों में भी काम हो रहे हैं।
ई मित्र पर गड़बड़ी की तो लाइसेंस निरस्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 35 हजार ई-मित्र कियोस्क संचालित हैं। इन पर 252 सेवाएं दी जा रही है। इलेक्ट्रोनिक स्क्रीन लगाई जा रही है। ई-मित्र कियोस्क पर सेवाओं की दर लिखी जाएगी, यदि कियोस्क संचालक गड़बड़ी करता है तो उसका लाइसेंस निरस्त कर उसे हटा दिया जाएगा
...तो जनता के बीच नहीं जा पाएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने विधायकों को अपने क्षेत्र में विकास कार्यों की डायरी बनाने को कहा है। डायरी बनाई तो पता लगा कि सभी के क्षेत्रों में करोड़ों के काम हुए हैं। यदि काम नहीं किया तो जनता के बीच नहीं जा पाएंगे।