शुक्रवार, 1 जुलाई 2016

बाड़मेर चुतरसिंह हत्याकांड: शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह ने मुख्यमंत्री एंव गृह मंत्री को लिखा पत्र मामले की जांच सीबाआई से कराने की मांग



बाड़मेर चुतरसिंह हत्याकांड: शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह ने मुख्यमंत्री एंव गृह मंत्री को लिखा पत्र

मामले की जांच सीबाआई से कराने की मांग



बाड़मेर 02 जुलाई

शिव से भाजपा विधायक मानवेन्द्रसिंह ने जैसलमेर पुलिस फायरिंग में एक युवक की मौत के मामलें की जांच सीबाआई से करवाने की पैरवी करते हुए कहा कि पुलिस के बयानों में विरोधाभास की स्थिति है। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को लिखे पत्र में मानवेन्द्रसिंह ने बताया कि घटना के बाद पुलिस अधिकारियों द्वारा उनकों दी गयी जानकारी और इस मामलें में दर्ज मुकदमें में वर्णित तथ्यों में जमीन आसमान का अंतर है। मानवेन्द्रसिंह ने कहा कि इस व्यवहार से मामलें में पुलिस का दोहरा चरित्र स्पष्ट झलकता है।




मानवेन्द्रसिंह ने लिखा कि उनकी जानकारी के अनुसार मृतक चुतरसिंह के विरूद्ध चोरी जैसे सामान्य प्रवृति के अपराधिक मामले दर्ज थे। घटना के दिन भी चुतरसिंह और उसके साथियों द्वारा पुलिस दल पर हमला किया गया हो या क्रास फायरिंग हुई हो, ऐसी कोई बात ना तो सामने आयी है और ना ही पुलिस द्वारा कोई ऐसी कोई जानकारी दी गयी है। पुलिस ने इस मामलें में चुतरसिंह और उसके साथियों के पास से कोई हथियार भी बरामद किया है।




मानवेन्द्रसिंह ने लिखा कि उपरोक्त तथ्यों के आधार पर उक्त घटना में पुलिस द्वारा फायरिंग करना एक गैर जिम्मेदारना कृत्य है और हत्या का विषय बनता है।




मानवेन्द्रसिंह ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया वर्तमान माहौल में यह एक यक्ष प्रश्न है कि जब कानून के रक्षक ही हत्यारें बन जाए, तो आम नागरिक और लोक शांति का क्या होगा। उन्होनें कहा कि ऐसे संवेदनशील मामलों में पुलिस के आला अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैयें के प्रदेश के शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में तनाव की स्थितियां उत्पन्न हो गयी है।




मानवेन्द्रसिंह ने पत्र में लिखा कि इस प्रकरण में पुलिस के दोहरे रवैये के कारण आम जनमानस इस प्रकरण की जांच की स्वतंत्र एंजेसी से करवाना चाहता है। ऐसे में जनभावनाओ को देखते हुए मामलें की जांच सीबीआई को सौंपी जाए।

झालावाड़ जिले में हर्षोल्लास से मनाया गया आंगनबाड़ी प्रवेशोत्सव



झालावाड़ जिले में हर्षोल्लास से मनाया गया आंगनबाड़ी प्रवेशोत्सव
झालावाड़ 1 जुलाई। झालावाड़ जिले में स्थित 1508 आंगनबाडियों में आज एक साथ प्रवेशोत्सव का आयोजन किया गया जिसमें 3 से 6 साल के बच्चों को ढोल-नगाड़ों के साथ आंगनबाडी केन्द्रों पर लाया गया तथा फूल मालाओं एवं उपहारों से उनका स्वागत किया गया।

झालावाड़ जिला मुख्यालय पर वार्ड नम्बर 1 में स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र जो कि नन्दघर योजना के अन्तर्गत संचालित है, में जिला प्रमुख श्रीमती टीना कुमारी भील तथा जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बच्चों का तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर मुंह मीठा करवाया। उन्होंने बच्चों को बैग, स्केच कलर, खिलौने तथा अन्य शिक्षण सामग्री वितरित की। बच्चों को गणवेश भी वितरित किया गया। जिला प्रमुख एवं जिला कलक्टर ने बच्चों के साथ लगभग एक घन्टा व्यतीत किया तथा इस दौरान वृक्षारोपण भी किया। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक श्रीमती रमा गौतम, सीडीपीओ डॉ. जी.एम. सैयद, मनोज कुमार मीणा उपस्थित थे।

इसी प्रकार पूरे जिले में विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पंचायती राज जनप्रतिनिधियों एवं सरकारी अधिकारियों द्वारा प्रवेशोत्सव में भाग लिया गया। इस दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मिठाईयां बांटी गई तथा हर्षोल्लास का वातावरण रहा।

---00---

गागरीन परियोजना से जलापूर्ति क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक सम्पन्न
झालावाड़ 1 जुलाई। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में उनके कक्ष में आज गागरीन परियोजना से जलापूर्ति क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा की गई।

जिला कलक्टर ने एसपीएमएल कम्पनी के महाप्रबंधक मनोज कुमार सिंह को निर्देश दिये कि निर्धारित कलैण्डर के अनुसार विभिन्न गतिविधियां क्रियान्वित की जाएं ताकि परियोजना से संबद्ध गांवों को जलापूर्ति आरंभ करने में विलम्ब नहीं हो। बैठक में बताया गया कि परियोजना क्षेत्र में 315 ग्राम स्तरीय समितियों का गठन किया जाना है जिनमें से 185 समितियों का गठन कर लिया गया है, प्रत्येक समिति में 10 से 11 सदस्य लिये गये है। इस परियोजना में कुल 1518 किलो मीटर लम्बी पाईप लाईन बिछाई जानी है जिसमें से 523 किलो मीटर पाईप लाईन बिछा दी गई है। इसी प्रकार कुल 53 पानी की टंकियां बनाई जाएगी जिनमें से 42 टंकियों पर काम चल रहा है। आज की बैठक में जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता अशोक कुमार जैन तथा अधिशासी अभियन्ता मनीष भट्ट भी उपस्थित थे।

---00---

पत्रकार दल का दौरा शनिवार को डग-चौमहला-सुनारी क्षेत्र में
झालावाड़ 1 जुलाई। मुख्यमंत्री जलस्वावलम्बन अभियान के कार्यों के अवलोकन के लिये पंचायती राज, जिला प्रशासन एवं सूचना तथा जनसम्पर्क कार्यालय द्वारा आयोजित मीडिया दल का दौरा 2 जुलाई शनिवार को डग पंचायत समिति के डग, चौमहला, सुनारी क्षेत्र में होगा।

मीडिया दल के दौरे के दौरान चौमहला में चरण पादुका कार्यक्रम तथा आंगनवाड़ी केन्द्रों के बच्चों को गणवेश वितरण कार्यक्रम का भी आयोजन किया जायेगा।

चुतर सिंह प्रकरण जैसलमेर बंद के मद्दे नजर जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 11 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त

चुतर सिंह प्रकरण जैसलमेर बंद के मद्दे नजर जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 11 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त


जैसलमेर, 30 जून । जिला मजिस्ट्रेट मातादीन शर्मा ने एक आदेष जारी कर 2 जुलाई को राजपूत समाज द्वारा जैसलमेेर बंद के आहवान् को ध्यान में रखते हूए जिले में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाएं रखने के लिए 11 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किये है।


आदेष के अनुसार मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद नारायणसिंह चारण को कलेक्ट्रेट परिसर एवं निकटवर्ती क्षेत्र के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट लगाया गया है। इसी प्रकार उपायुक्त उपनिवेषन नाचना को रेलवे स्टेषन से गडीसर चैराहा,मदरसा रोड, नीरज होटल से गडीसर चैराहा तक,उपखंड अधिकारी जैसलमेर संजयकुमार वासु व तहसीलदार जैसलमेर पुखराज भार्गव को हुकमे की चक्की,मदरसा रोड,मुख्य बाजार एवं आस पास का क्षेत्र,हनुमार चैराहा से अमरसागर प्रोल के आसपास के क्षेत्र एवं कलेक्ट्रेट तक के लिए,मणीलाल तीरगर सहायक आयुक्त उपनिवेषन मोहनगढ-1 को आसरी मठ,ढिब्बा पाडा एवं इसके आसपास के बाहरी क्षेत्र के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है।




इसी प्रकार उपखंड अधिकारी पोकरण काषीराम चैहान को पोकरण एवं सांकडा समस्त क्षेत्र के लिए,उपखंड अधिकारी जयसिंह को फतेहगढ एवं देवीकोट के समस्त क्षेत्र के लिए,तहसीलदार भणियाणा सुरेन्द्र कुमार जाखड को भणियाणा एवं फलसूण्ड,तहसीलदार पोकरण नारायण गिरी को लाठी-चांधन,तहसीलदार फतेहगढ तुलछाराम विष्नोई को झिनझिनयाली,म्याजलार,खुहडी क्षेत्र के लिए,उपनिवेषन तहसीलदार मोहनगढ-2 डालाराम को रामगढ क्षेत्र के लिए तथा उपनिवेषन तहसीलदार मोहनगढ-1 भगाराम को मोहनगढ क्षेत्र के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट लगाया है। इसके साथ ही अतिरिक्त जिला कलक्टर नखतदान बारठ,उपायुक्त उपनिवेषन जैसलमेर प्रहलाद कुमार मीना व उपनिवेषन तहसीलदार नाचना रेवन्ताराम को अतिरिक्त ड्यूटी मजिस्ट्रेट लगाया हैं।




आदेष के अनुसार ड्यूटी मजिस्ट्रेट 2 जुलाई,षनिवार को प्रातः 7 बजे से पूर्व ड्यूटी स्थल पर उपस्थित होकर उन्हें आंबटित क्षेत्र में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पेट्रोलिंग कर सतत निगरानी रखेगें एवं प्रत्येक घटना की सूचना जिला मजिस्ट्रेट को उपलब्ध करायेगें। शहरी क्षेत्र के लिए नियुक्त मजिस्ट्रेटगण को एक-एक विडियोग्राफर उपलब्ध रहेगा ताकि वे घटनाक्रम की विडियोग्राफी कराया जाना सुनिष्चित करेगें। कानून एवं शांति व्यवस्था तथा अन्य संबंधित व्यवस्थाओं के लिए समग्र प्रभारी अतिरिक्त जिला कलेक्ट्रेट जैसलमेर रहेगें एवं समय समय पर ड्यूटी मजिस्टेªट एवं पुलिस अधिकारीगण से समन्वय रखते हुए आवष्यक कार्यवाही सुनिष्चित करेगें।

जैसलमेर जिले में इन्टरनेट सेवाओं पर प्रतिबन्ध दो दिन और बढ़ाया



जैसलमेर जिले में इन्टरनेट सेवाओं पर प्रतिबन्ध  दो दिन और बढ़ाया 
जैसलमेर, 30 जून । जिला मजिस्ट्रेट मातादीन शर्मा ने एक आदेष जारी कर दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए जैसलमेर जिले कि सम्पूर्ण सीमा क्षेत्र में 2,3,4 जी डाटा,इन्टरनेट सर्विस,ब्लक एसएमएस,एमएमएस,वाटसएप,फेसबुक,टवीटर,टेलीग्राम एवं अन्य सोषल मीडिया द्वारा इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडरर्स (वाइस काॅल एवं लेण्डलाईन व मोबाईल फोन के अलावा) पर लगाया गया प्रतिबन्ध 48 घण्टे की अवधि के लिए और बढाया गया है जो 3 जुलाई रात्रि 9 बजे तक प्रभावी रहेगा।

आदेष के अनुसार जिले के सभी नागरिकों को इस आदेष की पालना करने एवं अवहेलना नहीं करने के निर्देष प्रदान किए है। यदि कोई व्यक्ति उपयुक्त प्रतिबंधात्मक आदेषों का उल्लंघन करेगा तो वह भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत अभियोजित किया जा सकेगा।

------000-------




चुतर सिंह प्रकरण। 2 जुलाई बंद के आह्वान को देख सरकारी अधिकारियो की छुट्टी रद्द

चुतर सिंह प्रकरण। 2 जुलाई बंद के आह्वान को देख सरकारी अधिकारियो की छुट्टी  रद्द 
जैसलमेर, जिला स्तरीय अधिकारी शनि एव रविवार को राजकीय अवकाष में मुख्यालय परित्याग नहीं करेगें
जैसलमेर, 1 जुलाई। जिला कलक्टर मातादीन शर्मा ने एक आदेष जारी कर जिले के समस्त जिला अधिकारियांे को निर्देष दिया है कि वे 2 जुलाई शनिवार व 3 जुलाई रविवार को राजकीय अवकाष के दौरान मुख्यालय परित्याग नहीं करेगंे। आदेष के अनुसार जिला स्तरीय अधिकारी को जरुर काम से अत्यावष्यक रुप से जाना हो तो वे जिला कलक्टर की अनुमति लेने के बाद ही मुख्यालय छोडेगें।

------000-------

ईदुलफितर त्यौहार को कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त
जैसलमेर, 1 जुलाई। 1 जुलाई को जुमामुलविदा एवं 6 जुलाई को ईदुलफितर त्यौहार को ध्यान में रखते हुए जिला मजिस्ट्रेट मातादीन शर्मा ने एक आदेष जारी कर जिलें मंे कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने एवं महत्वपूर्ण एवं सार्वजनिक पर सुरक्षा व्यवस्था पर सतत निगरानी रखने के लिए उपखंड मजिस्ट्रेट जैसलमेर/पोकरण/भणियाणा/फतेहगढ को अपने अपने क्षेत्राधिकार में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है। उपखंड मजिस्ट्रेट अपने अधीनस्थ तहसीलदार की सेवाएं कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग प्राप्त करेगें एवं समस्त निरोधात्मक कदम उठायेगें।

------000-------

ग्राम पंचायत बडाबाग व मोडरडी में 11 नामान्तरकरण खोल गए व 3 खातो का विभाजन
जैसलमेर: 30 जून । ग्राम पंचायत बडाबाग एवं मोडरडी में गुरुवार को आयोजित हुआ राजस्व लोक अदालत षिविर ग्रामीणों के लिए काफी लाभदायी रहा। इन पंचायतों में संबंधित तहसीलदारों द्वारा 11 नामान्तरकरण खोले गए एवं 3 खातो का आपसी सहमति से बंटवारा किया गया।

अतिरिक्त जिला कलक्टर नखतदान बारठ ने बताया की ग्राम पंचायत बडाबाग में आयोजित हुए षिविर के दौरान उपखंड अधिकारी जैसलमेंर संजय कुमार वासु द्वारा धारा 136 के तहत 1 खातों में दुरस्ती की गयी इसी प्रकार ग्राम पंचायत मोडरडी में आयोजित षिविर में उपखंड अधिकारी पोकरण काषीराम चैहान द्वारा 1 खातों में दुरस्ती की।

उन्हांेने बताया की ग्राम पंचायत बडाबाग में आयोजित षिविर के दौरान तहसीलदार जैसलमेंर पुखराज भार्गव द्वारा 5 नामान्तकरण खोलकर लोगों को राहत प्रदान की। इसी प्रकार 1 खातों में दुरुस्ती की गई 3 खातों में आपसी सहमति से बंटवारा किया गया एवं 10 राजस्व नकलें प्रदान की गई तथा 32 अन्य प्रकरण निस्तारित किए गए। ग्राम पंचायत मोडरडी में आयोजित षिविर के दौरान तहसीलदार नारायण गिरी द्वारा 6 नामान्तरकरण खोले गए तथा 10 राजस्व नकलें प्रदान की गई।

चुतर सिंह प्रकरण। दो जुलाई के जैसलमेर बंद के आह्वान से पहले शांति समिति की बैठक

चुतर सिंह प्रकरण। दो जुलाई के जैसलमेर बंद के आह्वान से पहले शांति समिति की बैठक 
जिला प्रषासन एवं शान्ति समिति के सदस्यों ने जिलें में शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखनें की अपील की

जिलें में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध

जिला शांति समिति की बैठक में शांति एवं भाईचारे का माहौल बना रहें इस पर विस्तार से चर्चा


जैसलमेर, 1 जुलाई। जिले में हाल ही में हुई घटनाक्रम के संबंध में 2 जुलाई को बंद के आहवान् के संबंध में शांति व्यवस्था बनी रहें इसके लिए जिला कलक्टर मातादीन शर्मा की अध्यक्षता में जिला शांति की बैठक शुक्रवार को कलेक्टेªट सभागार में आयोजित हुई जिसमें जिला प्रषासन एवं शांति समिति के सदस्यों ने विषेष समाज वर्ग के लोगों के साथ ही सभी समुदाय को शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने की अपील की गई। बैठक में सभी सदस्यों ने इस घटना को दुःखद पूर्ण बताया एवं कहा की राज्य सरकार स्तर पर इसके संबंध में सकारात्मक प्रयास किए जा रहे है।

जिला शांति समिति कि बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ0 राजीव पचार,जिला प्रमुख श्रीमति अंजना मेघवाल,नगर परिषद सभापति श्रीमति कविता खत्री,नगर विकास न्यास के अध्यक्ष डाॅ0 जितेन्द्र सिंह,अतिरिक्त जिला कलक्टर नखतदान बारठ, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सज्जनसिंह, समिति सदस्य जुगलकिषोर व्यास,स्वरुपसिंह हमीरा,गोपीकिषन मेहरा,भीखसिंह राठौड,महेन्द्र व्यास,सुमार खां के साथ ही अन्य सदस्य गण उपस्थित थे। जिला कलक्टर शर्मा ने सभी समाज वर्ग के प्रबुद्व नागरिकों एवं शांति समिति के सदस्यों से कहा कि जैसलमेर की भाईचारे,प्रेम एवं सौहार्दपूर्ण की परम्परा बनी रही है उसको हमें कायम रखना है इसके लिए सभी का सहयोग जरुरी है। उन्होंने कहा कि बंद के दौरान कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार का उपद्रव नही करें इसके लिए समाज के प्रबुद्व नागरिकों को युवाओं को समझाईष करनी है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात को अवष्य रखें।

उन्होंने कहा कि जैसलमेर का वातावरण शांत रहा है लेकिन बाहरी लोग किसी प्रकार का माहौल खराब नहीं करे इसके लिए भी शांति समिति के सदस्यों को सजग रहना है। उन्होंने किसी प्रकार के दुष्प्रचार एवं बहकावे में नहीं आने की बात कही। उन्होंने कहा कि वे विषेष समाज वर्ग के लोगों के साथ बैठक कर उन्हें समझाईष करें की वे शांति से अपना पक्ष रखें। उन्होंने कहा कि जिला एवं पुलिस प्रषासन द्वारा कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा के कडे प्रबंध किए गयें है एवं किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो इस पर पूरी नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि बंद के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा किसी प्रकार की अप्रिय घटना करने की सम्भावना हो तो उसकी सूचना पुलिस एवं प्रषासन को दे ताकि समय रहते आवष्यक कार्यवाही की जा सके। जिला कलेक्टर ने बताया कि जैसलमेर बंद के दौरान जिला प्रषासन द्वारा भी पुख्ता प्रबंध किए गए है एवं इस दौरान डयुटी मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगें एवं विडियोग्राफी करवाई जायेगी।

जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ0 पचार ने बताया कि जिलें में जो घटना हुई है वह दुर्भाग्य पूर्ण है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रषासन निष्पक्ष भाव से इस घटना में कार्य कर रही है एवं दोषी के खिलाफ अवष्य कार्यवाही होगी । उन्होंने समाज वर्ग के लोगों को शांति व्यवस्था बनाए रखनें कि अपील की एवं युवा वर्ग संयमित व्यवहार रखते हुए अपनी बात को अवष्य रखें। उन्होंने बताया कि सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था बनाए रखनें के लिए पुलिस का पर्याप्त मात्रा में जाब्ता लगाया गया है किसी प्रकार से भयभीत होने की जरुरत नहीं है।

नगरविकास न्यास के अध्यक्ष डाॅ0जितेन्द्र सिंह ने कहा कि इस घटनाक्रम में राज्य सरकार स्तर पर सकारात्मक एवं संवेदनषीलता के साथ प्रयास हो रहे है एवं इसके अच्छे परिणाम आयेगें। उन्होंने भी शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की एवं कहा कि जैसलमेर के वांषिदे बाहरी लोगों के बहकावे में आकर किसी प्रकार का माहौल खराब नहीं करें। समिति सदस्य जुगल किषोर व्यास,भीखसिंह राठौड,सुमार खां,गोपीकिषन मेहरा,विमल शर्मा,उम्मेदसिंह तंवर ने भी घटना के दुःखद पूर्ण बताया एवं कहा कि जिला एवं पुलिस प्रषासन को सघर्ष समिति एवं समाज के प्रबुद्वाजनों के साथ वार्ता कर सकारात्मक कार्यवाही करावें ताकि जिलें में शांति व्यवस्था बनी रहें। उन्होंने इस मामले में बुजुर्गो को आगे आकर अपने हाथ में कमान लेनी है युवाओं से समझाईष कर माहौल को शांत करना है।

अतिरिक्त जिला कलक्टर नखतदान बारठ एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सज्जनसिंह ने भी जिला एवं पुलिस प्रषासन को सहयोग देने का आहवान् किया। बैठक में समिति सदस्यांे ने विष्वास दिलाया कि वे इस मामले में शांति बनी रहें इसके लिए पूरा प्रयास करेगें एवं प्रषासन को असम्भव सहयोग देगें।

------000-------



जैसलमेर। मुझे बेमतलब घसीटा जा रहा: सांसद, संयम बरतने की अपील

जैसलमेर। मुझे बेमतलब घसीटा जा रहा: सांसद, संयम बरतने की अपील

जैसलमेर। बाड़मेर-जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने कहा कि मोकला के पास पुलिस की गोली से चतुरसिंह की मौत के मामले में उनका नाम बेमतलब घसीटा जा रहा है। सांसद ने कहा कि यह मामला कानून व्यवस्था से जुड़ा हुआ है। इसमें उनकी किसी तरह की भूमिका होने का सवाल ही पैदा नहीं होता। सांसद गुरुवार को जैसलमेर प्रवास के दौरान जैसल क्लब में पत्रकारों के साथ बातचीत कर रहे थे।


मुझे बेमतलब घसीटा जा रहा: सांसद


सीआईडी जांच पर करें भरोसा
कर्नल ने कहा कि राज्य सरकार ने उक्त मामले की जांच सीआईडी सीबी से करवाने का निर्णय लिया है। यह एजेंसी जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी। उन्होंने कहा कि सीआईडी जांच पर भरोसा नहीं करने का मतलब है, मुख्यमंत्री पर अविश्वास करना।





संयम बरतने की अपील
सांसद ने चतुरसिंह की मौत के बाद आंदोलित लोगों से संयम बरतने की अपील करते हुए कहा कि मामले की जांच होने से सच सामने आएगा। जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। तब तक संयम बरतना आवश्यक है। उन्होंने कभी भी जातिवादी राजनीति नहीं की। यही कारण है कि बाड़मेर-जैसलमेर के मतदाताओं ने उन्हें चार बार सांसद का चुनाव जिताया और एक बार विधायक भी बनाया।

जैसलमेर। चुतरसिंह हत्याकांड : सड़कों पर उतरा गुस्सा, किया प्रदर्शन,2 को जैसलमेर बंद का आह्वान

जैसलमेर। चुतरसिंह हत्याकांड : सड़कों पर उतरा गुस्सा, किया प्रदर्शन,2 को जैसलमेर बंद का आह्वान


जैसलमेर। जिले के मोकला गांव में गत दिनों हुए पुलिस के गोलीकाण्ड को लेकर उपजे विरोध के स्वर ग्रामीण क्षेत्रों में भी मुखर हो गए। गौरतलब है कि गोलीकांड में चतुरसिंह की मौत हो गई थी। गुरुवार को जिले के प्रमुख कस्बे व गांव बंद रहे। कई जगह जुलूस निकालकर ज्ञापन सौंपे गए तो सड़कों पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। पुलिस प्रशासन की ओर से ऐहतियात के तौर पर जगह-जगह जाब्ता तैनात किया गया। इस दौरान राजमथाई, नाचना, रामदेवरा, फलसूण्ड, सांकड़ा, चांधन, बडोड़ा गांव, रामगढ़, मोहनगढ़, भैंसड़ा आदि ग्रामीण क्षेत्र बंद रहे और दुकानें नहीं खुली।

जैसलमेर पुलिस गोलीकांड : सड़कों पर उतरा गुस्सा, किया प्रदर्शन

नहीं खुली दुकानें
पोकरण कासं-गुरुवार को उपखण्ड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में विरोध प्रदर्शन करते हुए लोगों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे तथा रोष जताया। क्षेत्र के राजमथाई सहित कई गांवों में लोगों ने रोष जताते हुए अपनी दुकानें बंद रखी। जिसके चलते बाजार बंद रहे। लोगों ने जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की। दुकानें बंद रहने से आमजन को परेशानी हुई।

नाचना बंद पूरी तरह से सफल रहा। गांव में दवाइयों, सब्जी, डेयरी, किराणा, होटलें, केबिन आदि सुबह से ही बंद थे। सुबह से ही आसपास क्षेत्र के ग्रामीणों का नाचना आने का दौर शुरू हो गया। गांव में देवीसिंह सत्याया, भाजपा मंडल अध्यक्ष छगनसिंह व भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष ओमसिंह अवाय के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने जुलूस निकाला। जुलूस में लोग पुलिस व प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए गांव के मुख्य मार्गों से उपनिवेशन उपायुक्त कार्यालय पहुंचे।

फलसूण्ड गांव आधे दिन तक बंद रहा तथा ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। गांव में सुबह से ही व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद थे, जो दोपहर 12 बजे तक पूरी तरह से बंद रहे। व्यापार मंडल की ओर से एक जुलूस निकाला गया।

टायर जलाकर प्रदर्शन
बंद के दौरान कुछ युवकों द्वारा सीएडी कॉलोनी चौराहे पर टायर जलाए गए। राजपूत समाज छात्रावास के भूखण्ड पर बैठक आयोजित की गई। दो मिनट को मौन रखकर चतुरसिंह सोढ़ा को श्रद्धांजलि दी।

जुलूस निकाला, ज्ञापन दिया
रामगढ़ कस्बा गुरुवार को बन्द रहा। एक दिन पूर्व किए गए बंद के आह्वान के चलते रामगढ़ में सुबह से ही दुकानें नहीं खुली। कस्बे में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। रामगढ़ बन्द के दौरान कस्बे में राजपूत समाज की बैठक का आयोजन किया।

पुलिस चौकी के सामने विरोध
बडोड़ा गांव पूर्णतया बंद रहा। बड़ी संख्या में लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर पुलिस चौकी के आगे प्रदर्शन किया। बडोड़ा गांव सहित अभयनगर व जसकरणपुरा में बंद पूर्णतया सफल रहा। प्रदर्शन के बाद मृतक को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

2 जुलाई को जैसलमेर बंद का आह्वान
पुलिस की गोली से युवक की मौत के विरोध में 'चतुरसिंह फर्जी एनकाउंटर संघर्ष समिति' के बैनर तले 2 जुलाई को जैसलमेर जिला मुख्यालय बंद रखने व रैली निकालने का आह्वान किया गया है। इस संबंध में गुरुवार शाम को आयोजित पत्रकार वार्ता में समिति के सवाईसिंह देवड़ा और एडवोकेट कंवराजसिंह राठौड़ ने कहा कि मामले की सीबीआई से जांच सहित अन्य प्रमुख मांगों को नहीं माने जाने तक लोकतांत्रिक ढंग से आंदोलन जारी रहेगा।

बंद रहे कस्बे
जिले के मोकला गांव में गत दिनों हुए पुलिस के गोलीकाण्ड को लेकर उपजे विरोध के स्वर ग्रामीण क्षेत्रों में भी मुखर हो गए। गौरतलब है कि गोलीकांड में चतुरसिंह की मौत हो गई थी। गुरुवार को जिले के प्रमुख कस्बे व गांव बंद रहे। कई जगह जुलूस निकालकर ज्ञापन सौंपे गए तो सड़कों पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। पुलिस प्रशासन की ओर से ऐहतियात के तौर पर जगह-जगह जाब्ता तैनात किया गया। इस दौरान राजमथाई, नाचना, रामदेवरा, फलसूण्ड, सांकड़ा, चांधन, बडोड़ा गांव, रामगढ़, मोहनगढ़, भैंसड़ा आदि ग्रामीण क्षेत्र बंद रहे और दुकानें नहीं खुली।

बाड़मेर। माटी की हो जाती है मिट्टी पलीत

बाड़मेर। माटी की हो जाती है मिट्टी पलीत


दुर्गेश चौधरी@बाड़मेर.
बाड़मेर। सीमावर्ती जिले के सबसे बड़े चिकित्सालय में स्थित मोर्चरी में शवों को सुरक्षित रखने के लिए डीप फ्रिज नहीं होने से कई बार शव की दुर्गति हो जाती है। यहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की तरफ से आधुनिक मोर्चरी का निर्माण तो कर दिया गया है, लेकिन डीप फ्रिज नहीं दिया गया है। इससे कई बार मुश्किल खड़ी हो जाती है।

माटी की हो जाती है मिट्टी पलीत


जिले में पिछले एक दशक में व्यावसायिक गतिविधियां बढऩे के साथ ही अपराध में तेजी से वृद्धि हुई है। बाहरी प्रदेश के किसी व्यक्ति की मौत पर उसके परिजनों को सूचित करने एवं आने में कई बार 2 से 3 दिन लग जाते हैं। ऐसे में उस शव की सुरक्षा करना चिकित्सा विभाग व पुलिस के लिए मुश्किल हो जाता है। वहीं दूसरी तरफ किसी की मौत पर परिजनों व समाज के विरोध के बाद पोस्टमार्टम में देरी से भी शव को सुरक्षित रखना भारी पड़ जाता है।





जीवाणुओं से खतरा

व्यक्ति की मौत के बाद एक बार शव कड़क हो जाता है। करीब सात-आठ घंटे बाद शव शिथिल पडऩे लगता है और उसमें जीवाणुओं की संख्या तेजी से बढऩे लगती है। उसके सारे अंगों में पानी निकलने लगता है। एेसे में तेज गर्मी से शव सड़ांध मारने लगता है। अधिकांश मामलों में परिजनों के अभाव में मोर्चरी में रखे शवों के लिए बर्फ की व्यवस्था नहीं हो पाती। लिहाजा शव की हालत भी खराब होने लगती है।





आधुनिक मोर्चरी का निर्माण पूर्ण

राजकीय चिकित्सालय में आधुनिक मोर्चरी का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। यहां पर पुरानी मोर्चरी के पास ही 15 लाख रुपए की लागत से तीन कमरों का निर्माण किया जा चुका है। इसमें से एक कक्ष में शव का पोस्टमार्टम व क्लिनिंग कक्ष है। वहीं अन्य दो कक्षों में से एक चिकित्सक कक्ष। यहां विद्युत, पानी, पेयजल व परिजनों के रात में रुकने की व्यवस्था भी की गई है। मोर्चरी के आगे सड़क भी बनाई गई है।





प्रयास कर रहे हैं

चिकित्सालय में आधुनिक मोर्चरी का निर्माण हो चुका है। भीषण गर्मी में शव को सुरक्षित रखने के लिए डीप फ्रिज आवश्यक है। इसके लिए प्रयास कर रहे हैं।

डॉ. देवेन्द्र भाटिया, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, राजकीय चिकित्सालय

बाड़मेर। डब्ल्यूएचओ : 1 हजार पर हो 1 चिकित्सक, बाड़मेर : 12750 लोगों पर 1 चिकित्सक

बाड़मेर। डब्ल्यूएचओ : 1 हजार पर हो 1 चिकित्सक, बाड़मेर : 12750 लोगों पर 1 चिकित्सक


बाड़मेर। सीमावर्ती बाड़मेर जिले में 26 लाख की आबादी के लिए चिकित्सकों की कमी रोगियों का मर्ज पर भारी पड़ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 1:1000 चिकित्सक-मरीज अनुपात होना चाहिए, लेकिन यहां तो 12 गुणा से भी ज्यादा लोगों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी एक चिकित्सक पर है। ऐसे में बढ़ते काम के भरोसे चिकित्सक परेशान हो हरे हैं।


डब्ल्यूएचओ : 1 हजार पर हो 1 चिकित्सक, बाड़मेर : 12750 लोगों पर 1 चिकित्सक

वहीं दूसरी ओर सरकार लाख कोशिशों के बावजूद इस अनुपात को पाटने में नाकाम रहा है। इस कारण सरकार नि:शुल्क जांच व दवा योजना का लाभ लोगों को पहुंचाने में काफी हद तक नाकाम साबित हो रही है। और तो और बाड़मेर जिले में गंभीर बीमारियों का उपचार ही संभव नहीं है। इस कारण यहां से मरीजों को रेफर टू जोधपुर या रेफर टू गुजरात कर दिया जाता है।

भगवान भरोसे उपचार
जिले की विकट भौगोलिक परिस्थितियों एवं आवागमन के साधनों की कमी के बावजूद यहां चिकित्सकों के स्वीकृत पद भी नहीं भरे गए हैं। जिले में अधिकांश लोग ढाणियों में निवास करते है, जहां सड़कों के साथ साधनों की भी कमी है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं, सर्पदंश सहित आपातस्थितियों में मरीज को चिकित्सक तक समय पर पहुचंने में मशक्कत करनी पड़ती है।

इन सुविधाओं की दरकार

- जिला मुख्यालय पर 16 करोड़ की लागत से निर्मित मातृ एवं शिशु चिकित्सालय को जल्द शुरू किया जाए।

- राज्य सरकार की ओर से खरीद की स्वीकृति के ढाई वर्ष भी डायलिसिस मशीन की सुविधा नहीं होने से सैकड़ो मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

- जिले में नेत्र चिकित्सकों के पद रिक्त होने से आंखों के मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

- ट्रोमा सेंटर में सभी तरह के संसाधन उपलब्ध होने के बावजूद मरीजों को इसकी सुविधा नहीं मिल रही।





वैकल्पिक व्यवस्था के भरोसे

जिले में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी से चिकित्सकीय कार्य प्रभावित हो रहा है। इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर कार्य कर रहे हैं।

डॉ. सुनिल कुमारसिंह बिष्ट, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी





जिला अस्पताल पर पड़ रहा भार

ग्रामीण चिकित्सालयों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी के कारण जिला चिकित्सालय में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। यहां भी विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी के कारण कार्य प्रभावित होता है।

डॉ. देवेन्द्र भाटिया, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, बाड़मेर





जिले में पदों की स्थिति

पदनाम स्वीकृत रिक्त

कनिष्ठ विशेषज्ञ औषध 22 19

कनिष्ठ विशेषज्ञ शल्य 22 20

कनिष्ठ विशेषज्ञ स्त्री 6 6

कनिष्ठ विशेषज्ञ शिशु 6 5

कनिष्ठ विशेषज्ञ नेत्र 2 2

कनिष्ठ विशेषज्ञ क्षय 1 1

क. विशेषज्ञ निश्चेतना 2 2

व. चिकित्सा अधिकारी 20 15

बीसीएमओ 8 7

चिकित्सा अधिकारी 179 22

चिकित्सा अधिकारी दंत 13 9

राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर

वरिष्ठ विशेषज्ञ 6 5

उप नियन्त्रक 1 -

कनिष्ठ विशेषज्ञ 19 13

व. चिकित्सा अधिकारी 4 1

चिकित्सा अधिकारी 30 10

कुल 341 137





फैक्ट फाइल

26 लाख से ज्यादा है जिले की आबादी

2600 चिकित्सक होने चाहिए डब्ल्यूएचओ के अनुसार

341 पद स्वीकृत है बाड़मेर में

204 ही कार्यरत हैं विभिन्न अस्पताल में

सिणधरी। छुट्टी के बाद ढही संस्कृत विद्यालय भवन की छत

सिणधरी। छुट्टी के बाद ढही संस्कृत विद्यालय भवन की छत


सिणधरी। नाकोड़ा ग्राम पंचायत में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय फौजोणियों की ढाणी के बरामदे की छत बुधवार शाम भरभरा ढह गई। यह भवन लम्बे अर्से से जर्जर हाल था। इसको लेकर संस्था प्रधान ने वर्ष 2010 में संस्कृत शिक्षा विभाग को विद्यालय की स्थिति से अवगत करवा दिया था।

इसके 6 वर्ष बाद भी विद्यालय भवन मरम्मत करने को लेकर विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। बुधवार शाम विद्यालय बरामदे की छत ढह गई तो दो कक्षाकक्ष एवं एक हॉल की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई।

छुट्टी के बाद ढही संस्कृत विद्यालय भवन की छत

अवगत करवा दिया था
राउप्रावि संस्कृत विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार ने बताया कि जर्जर विद्यालय भवन की सूचना वर्ष 2010 से संस्कृत शिक्षा के विभागीय शिक्षा अधिकारी को भिजवाई जा रही है। लेकिन विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

चुतरसिंह हत्याकांड: शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह ने मुख्यमंत्री एंव गृह मंत्री को लिखा पत्र मामले की जांच सीबाआई से कराने की मांग

चुतरसिंह हत्याकांड: शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह ने मुख्यमंत्री एंव गृह मंत्री को लिखा पत्र मामले की जांच सीबाआई से कराने की मांग



बाड़मेर। शिव से भाजपा विधायक मानवेन्द्रसिंह ने जैसलमेर पुलिस फायरिंग में एक युवक की मौत के मामलें की जांच सीबाआई से करवाने की पैरवी करते हुए कहा कि पुलिस के बयानों में विरोधाभास की स्थिति है। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को लिखे पत्र में मानवेन्द्रसिंह ने बताया कि घटना के बाद पुलिस अधिकारियों द्वारा उनकों दी गयी जानकारी और इस मामलें में दर्ज मुकदमें में वर्णित तथ्यों में जमीन आसमान का अंतर है। मानवेन्द्रसिंह ने कहा कि इस व्यवहार से मामलें में पुलिस का दोहरा चरित्र स्पष्ट झलकता है।




मानवेन्द्रसिंह ने लिखा कि उनकी जानकारी के अनुसार मृतक चुतरसिंह के विरूद्ध चोरी जैसे सामान्य प्रवृति के अपराधिक मामले दर्ज थे। घटना के दिन भी चुतरसिंह और उसके साथियों द्वारा पुलिस दल पर हमला किया गया हो या क्रास फायरिंग हुई हो, ऐसी कोई बात ना तो सामने आयी है और ना ही पुलिस द्वारा कोई ऐसी कोई जानकारी दी गयी है। पुलिस ने इस मामलें में चुतरसिंह और उसके साथियों के पास से कोई हथियार भी बरामद किया है।




मानवेन्द्रसिंह ने लिखा कि उपरोक्त तथ्यों के आधार पर उक्त घटना में पुलिस द्वारा फायरिंग करना एक गैर जिम्मेदारना कृत्य है और हत्या का विषय बनता है।


मानवेन्द्रसिंह ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया वर्तमान माहौल में यह एक यक्ष प्रश्न है कि जब कानून के रक्षक ही हत्यारें बन जाए, तो आम नागरिक और लोक शांति का क्या होगा। उन्होनें कहा कि ऐसे संवेदनशील मामलों में पुलिस के आला अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैयें के प्रदेश के शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में तनाव की स्थितियां उत्पन्न हो गयी है।


मानवेन्द्रसिंह ने पत्र में लिखा कि इस प्रकरण में पुलिस के दोहरे रवैये के कारण आम जनमानस इस प्रकरण की जांच की स्वतंत्र एंजेसी से करवाना चाहता है। ऐसे में जनभावनाओ को देखते हुए मामलें की जांच सीबीआई को सौंपी जाए।

ढाका।बांग्लादेश: हिन्दू पुजारी की चाकूओं से गोदकर निर्मम ह्त्या, तीन हमलावरों ने दिया वारदात को अंजाम



ढाका।बांग्लादेश: हिन्दू पुजारी की चाकूओं से गोदकर निर्मम ह्त्या, तीन हमलावरों ने दिया वारदात को अंजाम
बांग्लादेश: हिन्दू पुजारी की चाकूओं से गोदकर निर्मम ह्त्या, तीन हमलावरों ने दिया वारदात को अंजाम

बंगलादेश की राजधानी ढाका से लगभग तीन सौ किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में स्थित झिनयीदाह जिला मुख्यालय के पास शुक्रवार को एक हिन्दू पुजारी की मंदिर के बाहर कुछ अज्ञात हमलावरों ने धारदार हथियारों से हमला कर हत्या कर दी।




झिनयीदाह जिला प्रशासन के प्रमुख महबूबुर रहमान के मुताबिक़ मृतक की पहचान 45 वर्षीय श्यामनंदा दास के तौर पर हुई है। जानकारी में सामने आया है कि पुजारी श्यामनंदा दास सुबह मंदिर में पूजा की तैयारी कर रहा था तभी अचानक मोटर साइकिल पर सवार तीन युवकों ने उन पर चाकू से हमला कर उनकी हत्या कर दी।




16 करोड़ की मुस्लिम बहुल आबादी वाले बंगलादेश में पिछले कुछ महीनों से इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा उदारवादी कार्यकर्ताओं, मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमले किए जा रहे हैं।




पुलिस ने बताया कि हिन्दू पुजारी की हत्या के पीछे का कारण अभी तक साफ़ नहीं हो सका है और न ही इस मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार किया गया है। महबूबुर रहमान ने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में बताया कि हमले की प्रकृति स्थानीय आतंकवादियों से मिलती जुलती है।




गौरतलब है कि अभी हाल ही में हुई कई हत्याओं की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है, हालांकि सरकार ने इस बात का खंडन किया है।

गुजरात में सेक्स वर्कर्स की जिंदगी बदल रही झुंझुनूं की आईपीएस बेटी सरोज कुमारी

गुजरात में सेक्स वर्कर्स की जिंदगी बदल रही झुंझुनूं की आईपीएस बेटी सरोज कुमारी


सीकर. वे कई साल से जिस्मफरोशी के दलदल में फंसी थीं। ना बेटियां बच पा रहीं थीं ना बहुएं। अफसर और नेता तो कई बदले। किसी ने उन्हें 'धंधे' से छुटकारा नहीं दिलाया, मगर गुजरात के बोटाद जिले की एसपी बनकर आईं राजस्थान की आईपीएस बेटी सरोज कुमारी इनके लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं, जो डंडे के दम पर नहीं बल्कि प्यार और समझाइश से इनकी जिंदगी बदल रही हैं। अब तक 30 महिला सेक्स वर्कर्स 'गंदा काम' छोड़ चुकी हैं। ऐसी ही 15 और महिलाएं हैं, जो बदलाव की इस राह पर चल पड़ी हैं।

महिलाएं इसलिए अपना रही यह रास्ता


-गांव में अशिक्षा व गरीबी अधिक है।

-यहां शादियां देरी से होती हैं।

-लिंगानुपात में अंतर अधिक है।

-परिवार के पुरुष सदस्यों की मौन स्वीकृति।

-फैक्ट्रियों/कपास के खेतों में काम करने आते बाहर के श्रमिक।

-----




कौन हैं आईपीएस सरोज कुमारी

सरोज कुमारी वर्ष 2011 की गुजरात कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं। मूल रूप से राजस्थान के झुंझुनूं जिले की चिड़ावा तहसील के गांव बुडानिया की रहने वाली हैं। बोटाद में इनकी छवि लेडी सिंघम की है। फिरौती व वसूली करने वाले कई अपराधियों को ये जेल भिजवा चुकी हैं। पिछले साल से माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने निकले भारतीय लोक सेवा अधिकारियों के दल सरोज कुमारी एकमात्र महिला अधिकारी थीं।

बाड़मेर जैसलमेर के एस पी सहित 51 आईपीएस के तबादले गगनदीप सिंगला बाड़मेर गौरव यादव जैसलमेर के नए एस पी



बाड़मेर जैसलमेर के एस पी सहित 51 आईपीएस के तबादले


गगनदीप सिंगला बाड़मेर गौरव यादव जैसलमेर के नए एस पी






जयपुर राज्य सरकार ने देर रात्रि आधेश जारी कर 51 आईपीएस के तबादले किये।बहुप्रतीक्षित सूचि आज देर रात जारी की गयी जिसमे बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक पद पर गगनदीप सिंगला और जैसलमेर में गौरव यादव को लगाया।वहीं बाड़मेर एस पी परिस देशमुख को नागौर और डॉ राजीव पचार को हनुमानगढ़ लगाया गया हे।0