जैसलमेर। चुतरसिंह हत्याकांड : सड़कों पर उतरा गुस्सा, किया प्रदर्शन,2 को जैसलमेर बंद का आह्वान
जैसलमेर। जिले के मोकला गांव में गत दिनों हुए पुलिस के गोलीकाण्ड को लेकर उपजे विरोध के स्वर ग्रामीण क्षेत्रों में भी मुखर हो गए। गौरतलब है कि गोलीकांड में चतुरसिंह की मौत हो गई थी। गुरुवार को जिले के प्रमुख कस्बे व गांव बंद रहे। कई जगह जुलूस निकालकर ज्ञापन सौंपे गए तो सड़कों पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। पुलिस प्रशासन की ओर से ऐहतियात के तौर पर जगह-जगह जाब्ता तैनात किया गया। इस दौरान राजमथाई, नाचना, रामदेवरा, फलसूण्ड, सांकड़ा, चांधन, बडोड़ा गांव, रामगढ़, मोहनगढ़, भैंसड़ा आदि ग्रामीण क्षेत्र बंद रहे और दुकानें नहीं खुली।
नहीं खुली दुकानें
पोकरण कासं-गुरुवार को उपखण्ड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में विरोध प्रदर्शन करते हुए लोगों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे तथा रोष जताया। क्षेत्र के राजमथाई सहित कई गांवों में लोगों ने रोष जताते हुए अपनी दुकानें बंद रखी। जिसके चलते बाजार बंद रहे। लोगों ने जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की। दुकानें बंद रहने से आमजन को परेशानी हुई।
नाचना बंद पूरी तरह से सफल रहा। गांव में दवाइयों, सब्जी, डेयरी, किराणा, होटलें, केबिन आदि सुबह से ही बंद थे। सुबह से ही आसपास क्षेत्र के ग्रामीणों का नाचना आने का दौर शुरू हो गया। गांव में देवीसिंह सत्याया, भाजपा मंडल अध्यक्ष छगनसिंह व भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष ओमसिंह अवाय के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने जुलूस निकाला। जुलूस में लोग पुलिस व प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए गांव के मुख्य मार्गों से उपनिवेशन उपायुक्त कार्यालय पहुंचे।
फलसूण्ड गांव आधे दिन तक बंद रहा तथा ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। गांव में सुबह से ही व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद थे, जो दोपहर 12 बजे तक पूरी तरह से बंद रहे। व्यापार मंडल की ओर से एक जुलूस निकाला गया।
टायर जलाकर प्रदर्शन
बंद के दौरान कुछ युवकों द्वारा सीएडी कॉलोनी चौराहे पर टायर जलाए गए। राजपूत समाज छात्रावास के भूखण्ड पर बैठक आयोजित की गई। दो मिनट को मौन रखकर चतुरसिंह सोढ़ा को श्रद्धांजलि दी।
जुलूस निकाला, ज्ञापन दिया
रामगढ़ कस्बा गुरुवार को बन्द रहा। एक दिन पूर्व किए गए बंद के आह्वान के चलते रामगढ़ में सुबह से ही दुकानें नहीं खुली। कस्बे में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। रामगढ़ बन्द के दौरान कस्बे में राजपूत समाज की बैठक का आयोजन किया।
पुलिस चौकी के सामने विरोध
बडोड़ा गांव पूर्णतया बंद रहा। बड़ी संख्या में लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर पुलिस चौकी के आगे प्रदर्शन किया। बडोड़ा गांव सहित अभयनगर व जसकरणपुरा में बंद पूर्णतया सफल रहा। प्रदर्शन के बाद मृतक को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
2 जुलाई को जैसलमेर बंद का आह्वान
पुलिस की गोली से युवक की मौत के विरोध में 'चतुरसिंह फर्जी एनकाउंटर संघर्ष समिति' के बैनर तले 2 जुलाई को जैसलमेर जिला मुख्यालय बंद रखने व रैली निकालने का आह्वान किया गया है। इस संबंध में गुरुवार शाम को आयोजित पत्रकार वार्ता में समिति के सवाईसिंह देवड़ा और एडवोकेट कंवराजसिंह राठौड़ ने कहा कि मामले की सीबीआई से जांच सहित अन्य प्रमुख मांगों को नहीं माने जाने तक लोकतांत्रिक ढंग से आंदोलन जारी रहेगा।
बंद रहे कस्बे
जिले के मोकला गांव में गत दिनों हुए पुलिस के गोलीकाण्ड को लेकर उपजे विरोध के स्वर ग्रामीण क्षेत्रों में भी मुखर हो गए। गौरतलब है कि गोलीकांड में चतुरसिंह की मौत हो गई थी। गुरुवार को जिले के प्रमुख कस्बे व गांव बंद रहे। कई जगह जुलूस निकालकर ज्ञापन सौंपे गए तो सड़कों पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। पुलिस प्रशासन की ओर से ऐहतियात के तौर पर जगह-जगह जाब्ता तैनात किया गया। इस दौरान राजमथाई, नाचना, रामदेवरा, फलसूण्ड, सांकड़ा, चांधन, बडोड़ा गांव, रामगढ़, मोहनगढ़, भैंसड़ा आदि ग्रामीण क्षेत्र बंद रहे और दुकानें नहीं खुली।
जैसलमेर। जिले के मोकला गांव में गत दिनों हुए पुलिस के गोलीकाण्ड को लेकर उपजे विरोध के स्वर ग्रामीण क्षेत्रों में भी मुखर हो गए। गौरतलब है कि गोलीकांड में चतुरसिंह की मौत हो गई थी। गुरुवार को जिले के प्रमुख कस्बे व गांव बंद रहे। कई जगह जुलूस निकालकर ज्ञापन सौंपे गए तो सड़कों पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। पुलिस प्रशासन की ओर से ऐहतियात के तौर पर जगह-जगह जाब्ता तैनात किया गया। इस दौरान राजमथाई, नाचना, रामदेवरा, फलसूण्ड, सांकड़ा, चांधन, बडोड़ा गांव, रामगढ़, मोहनगढ़, भैंसड़ा आदि ग्रामीण क्षेत्र बंद रहे और दुकानें नहीं खुली।
नहीं खुली दुकानें
पोकरण कासं-गुरुवार को उपखण्ड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में विरोध प्रदर्शन करते हुए लोगों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे तथा रोष जताया। क्षेत्र के राजमथाई सहित कई गांवों में लोगों ने रोष जताते हुए अपनी दुकानें बंद रखी। जिसके चलते बाजार बंद रहे। लोगों ने जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की। दुकानें बंद रहने से आमजन को परेशानी हुई।
नाचना बंद पूरी तरह से सफल रहा। गांव में दवाइयों, सब्जी, डेयरी, किराणा, होटलें, केबिन आदि सुबह से ही बंद थे। सुबह से ही आसपास क्षेत्र के ग्रामीणों का नाचना आने का दौर शुरू हो गया। गांव में देवीसिंह सत्याया, भाजपा मंडल अध्यक्ष छगनसिंह व भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष ओमसिंह अवाय के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने जुलूस निकाला। जुलूस में लोग पुलिस व प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए गांव के मुख्य मार्गों से उपनिवेशन उपायुक्त कार्यालय पहुंचे।
फलसूण्ड गांव आधे दिन तक बंद रहा तथा ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। गांव में सुबह से ही व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद थे, जो दोपहर 12 बजे तक पूरी तरह से बंद रहे। व्यापार मंडल की ओर से एक जुलूस निकाला गया।
टायर जलाकर प्रदर्शन
बंद के दौरान कुछ युवकों द्वारा सीएडी कॉलोनी चौराहे पर टायर जलाए गए। राजपूत समाज छात्रावास के भूखण्ड पर बैठक आयोजित की गई। दो मिनट को मौन रखकर चतुरसिंह सोढ़ा को श्रद्धांजलि दी।
जुलूस निकाला, ज्ञापन दिया
रामगढ़ कस्बा गुरुवार को बन्द रहा। एक दिन पूर्व किए गए बंद के आह्वान के चलते रामगढ़ में सुबह से ही दुकानें नहीं खुली। कस्बे में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। रामगढ़ बन्द के दौरान कस्बे में राजपूत समाज की बैठक का आयोजन किया।
पुलिस चौकी के सामने विरोध
बडोड़ा गांव पूर्णतया बंद रहा। बड़ी संख्या में लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर पुलिस चौकी के आगे प्रदर्शन किया। बडोड़ा गांव सहित अभयनगर व जसकरणपुरा में बंद पूर्णतया सफल रहा। प्रदर्शन के बाद मृतक को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
2 जुलाई को जैसलमेर बंद का आह्वान
पुलिस की गोली से युवक की मौत के विरोध में 'चतुरसिंह फर्जी एनकाउंटर संघर्ष समिति' के बैनर तले 2 जुलाई को जैसलमेर जिला मुख्यालय बंद रखने व रैली निकालने का आह्वान किया गया है। इस संबंध में गुरुवार शाम को आयोजित पत्रकार वार्ता में समिति के सवाईसिंह देवड़ा और एडवोकेट कंवराजसिंह राठौड़ ने कहा कि मामले की सीबीआई से जांच सहित अन्य प्रमुख मांगों को नहीं माने जाने तक लोकतांत्रिक ढंग से आंदोलन जारी रहेगा।
बंद रहे कस्बे
जिले के मोकला गांव में गत दिनों हुए पुलिस के गोलीकाण्ड को लेकर उपजे विरोध के स्वर ग्रामीण क्षेत्रों में भी मुखर हो गए। गौरतलब है कि गोलीकांड में चतुरसिंह की मौत हो गई थी। गुरुवार को जिले के प्रमुख कस्बे व गांव बंद रहे। कई जगह जुलूस निकालकर ज्ञापन सौंपे गए तो सड़कों पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। पुलिस प्रशासन की ओर से ऐहतियात के तौर पर जगह-जगह जाब्ता तैनात किया गया। इस दौरान राजमथाई, नाचना, रामदेवरा, फलसूण्ड, सांकड़ा, चांधन, बडोड़ा गांव, रामगढ़, मोहनगढ़, भैंसड़ा आदि ग्रामीण क्षेत्र बंद रहे और दुकानें नहीं खुली।
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