शनिवार, 19 दिसंबर 2015

करौली।ढाई साल की मासूम को पत्थर बांध नदी में फेंका



करौली।ढाई साल की मासूम को पत्थर बांध नदी में फेंका


करीब ढाई साल की मासूम बालिका को पत्थरों से बांध बिचपुरी के निकट चूलीदह (नदी) में फेंकने का मामला शुक्रवार शाम सामने आया। इससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई।

पुलिस ने नदी से शव निकाल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है। करौली कोतवाली थानाधिकारी देवेन्द्र जाखड़ ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली एक बालिका का शव चूलीदह के समीप नदी में पानी के किनारे पड़ा है। इस पर वे मौके पर पहुंचे।

उन्होंने बताया कि पुलिस ने किनारे से बालिका का शव बरामद कर लिया। जाखड के अनुसार बालिका के शरीर से दो-तीन किलों के पत्थर बंधे हुए थे। इससे बालिका की हत्या की आशंका जताई जा रही है। शव को तीन-चार दिन पुराना बताया जा रहा है।

शुक्रवार, 18 दिसंबर 2015

बाड़मेर। राजस्व राज्य मंत्री चौधरी ने भामाशाह कार्ड वितरण शिविर का अवलोकन कर व्यवस्थाओ का जायजा लिया

बाड़मेर। राजस्व राज्य मंत्री चौधरी ने भामाशाह कार्ड वितरण शिविर का अवलोकन कर व्यवस्थाओ का जायजा लिया

बाड़मेर। राजस्व राज्य मंत्री अमराराम चौधरी ने शुक्रवार सुबह जिला मुख्यालय पर नगर परिषद कार्यालय पहुंचकर मुख्य मंत्री के बाड़मेर प्रवास के दौरान दिए गए निर्देशांे की पालना की समीक्षा की। उन्हांेने नगर परिषद के आयुक्त को शहर मंे सफाई व्यवस्था एवं सड़कांे की मरम्मत करवाने के निर्देश दिए।

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राजस्व राज्य मंत्री चौधरी ने मुख्य मंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के बाड़मेर प्रवास के दौरान नगरपरिषद के संबंध मंे दिए गए निर्देशांे की बिन्दूवार समीक्षा की। उन्हांेने कहा कि निर्देशांे की शत-प्रतिशत पालना सुनिश्चित की जाए। उन्हांेने शहर मंे गडरा रोड़ चैराहे के समीप कचरे के ढेर हटाने के निर्देश दिए। इस पर आयुक्त श्रवण कुमार विश्नोई ने बताया कि शनिवार को उस स्थान की सफाई कर दी जाएगी। राजस्व राज्य मंत्री ने बाड़मेर शहर मंे पोलीथिन की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि होटल मालिकांे एवं अन्य पोलीथिन का इस्तेमाल करने वाले लोगांे को पाबंद करने के साथ समुचित कार्यवाही की जाए। प्रभारी मंत्री ने कहा कि शहर मंे सड़कांे की मरम्मत करवाते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं पर कोई गडडा नहीं रहे। इस दौरान आयुक्त विश्नोई ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत 1000 लाभार्थियांे की स्वीकृति जारी करने के साथ 750 को प्रथम किश्त जारी कर दी गई है। इसी तरह खाद्य सुरक्षा योजना मंे रसद विभाग की ओर से राशन कार्ड की सीडिंग का कार्य चल रहा है। उन्हांेने बताया कि बाड़मेर शहर मंे 3982 पेंशनर है। इनकी 92 फीसदी सीडिंग का कार्य पूरा हो चुका है। इस दौरान प्रभारी मंत्री ने रोड लाइट ठेकेदार के बकाया भुगतान भी करवाने के निर्देश दिए। इससे पहले प्रभारी मंत्री चौधरी ने नगर परिषद परिसर मंे लगे भामाशाह कार्ड फोलोअप शिविर का अवलोकन कर कार्ड जारी करने की प्रक्रिया एवं अन्य योजनाआंे से इसके सीडिंग प्रक्रिया संबंधित जानकारी ली। इस दौरान बाड़मेर उपखंड अधिकारी एच.आर.मेहरा एवं नगर परिषद के अधिकारी उपस्थित थे।

बाड़मेर। अवैध कनेक्शनधारियांे की सूची देने के निर्देश

बाड़मेर। अवैध कनेक्शनधारियांे की सूची देने के निर्देश


बाड़मेर। जिले के प्रभारी सचिव कुंजीलाल मीणा ने शुक्रवार को बाड़मेर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के तीन दिवसीय दौरे के समय दिए गए निर्देशांे की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।प्रभारी सचिव कुंजीलाल मीणा ने जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता नेमाराम परिहार को अवैध कनेक्शनांे के मामले मंे प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि इसमंे किसी तरह की कौताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्हांेने अधीक्षण अभियंता को एक सप्ताह के भीतर समस्त अवैध कनेक्शनधारियांे की सूची मय नक्शा संबंधित उपखंड अधिकारियांे को देने के निर्देश दिए। ताकि अवैध कनेक्शन काटने की कार्यवाही की जा सके। उन्हांेने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए ग्रामीणांे से समझाइश करके प्रारंभ करवाई गए सड़क निर्माण कार्याें की भी जानकारी ली। उन्हांेने कहा कि अगर सीमांकन की वजह से भी किसी जगह सड़क निर्माण शुरू नहीं हो पाया है तो इसको प्राथमिकता से प्रारंभ करवाया जाए।

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बाड़मेर। उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी होंगे सम्मानित

बाड़मेर। उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी होंगे सम्मानित

बाड़मेर। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियांे को राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। जिला स्तर उपखंड एवं विकास अधिकारियांे की इस अभियान मंे किए कार्याें के आधार रैकिंग तय की जाएगी।बाड़मेर जिले के प्रभारी सचिव कुंजीलाल मीणा ने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के दौरान भामाशाहांे से अधिकाधिक सहयोग लेकर अभियान को क्रियान्वित करवाने एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए निर्धारित समय मंे कार्याें को पूर्ण करवाने वाले उपखंड एवं विकास अधिकारियांे की रैकिंग निर्धारित की जाएगी। उन्हांेने बताया कि राज्य सरकार इस अभियान को लेकर बेहद गंभीर है। आगामी छह माह मंे उपखंड एवं विकास अधिकारियांे की इस अभियान मंे भूमिका की समीक्षा करते हुए उनकी रैकिंग निर्धारित की जाएगी। इस संबंध मंे संबंधित अधिकारियांे बेहतरीन कार्य संपादित करने के निर्देश दिए गए है। उन्हांेने बताया कि राज्य स्तर पर भी बेहतरीन कार्य करने वाले जिला कलक्टर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अधीक्षण अभियंता वाटरशेड एवं अन्य संबंधित अधिकारियांे को सम्मानित किया जाएगा।

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समदड़ी।बजरी रॉयल्टी ठेकेदार की मनमर्जी के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा।

समदड़ी।बजरी रॉयल्टी ठेकेदार की मनमर्जी के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा। 

रिपोर्ट :- सुनील दवे / समदड़ी 

 समदड़ी।ग्रामीणों सहित बजरी से ओवर लोडिंग ट्रक को रुकवाया और ठेकेदार की मनमर्जी के खिलाफ विरोध प्रदशन किया ।ग्राम पन्सायत के आगे से गुजर रहे ।बजरी से ओवर लोडिंग ट्रक को आज गोविन्द माली सहित भारी संक्या में ग्रामीणों ने बजरी से भरे ट्रक को रुकवाया ग्रामीणों का केहना हे की लिज धारी द्वारा मनमर्जी की जा रही हे। और स्थानीय लोगो को रॉयल्टी जीतनी बजरी नही भरवाई जा रही हे।वही दूसरी और धड़ले से बजरी की जमकर काला बाजारी की जा रही हे।नियम और कायदों की भी पालना नही की जा रही हे।कोर्ट का आदेश हे।की बजरी समता से अधिक नही भरी जा सकती साथ ही तिरपाल से ढककर ले जा जाना होता हे।मगर धेकेदार दबंग और अधिकारियो की अनदेखी से बेख़ौफ़ होकर हे।बगैर तिरपाल के ही ट्रैक भरवाकर ले जाते हे।जिससे रोड़ पर बजरी गिरने से कई मोटरसाइकिल सवार दुर्घटना के शिकार हो चुके हे।मगर ना ही तो यहा के अधिकारी ध्यान ना ही खनन विभाग आखिर आज ग्रामीणों का गुषा फुठा करीब 2 घण्टे की बातचीत के बात ट्रक को समदड़ी ठाकुर नटवर करण गोविन्द माली और ग्रामीणों ने मिलकर वापस लूणी नदी में ट्रक को खाली करवाया।और ठेकेदार को समानता से सभी को बजरी भरवाने की ठेकेदार की सहमती पर मामला सांत हुआ।


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बाड़मेर । भाषण देना भी एक कला है :- पुरोहित

बाड़मेर । भाषण देना भी एक कला है :- पुरोहित

बाड़मेर । भाषण देना भी एक कला है तथा नेहरू युवा केन्द्र के राष्ट्रीय युवा कोर स्वंय सेवक को भाषण कला में भी निपुण होना चाहिए । भाषण देने से पूर्व भाषण के विषय से सम्बधित पूर्ण जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए,अपने श्रौताओ को जान ले,अपने भाषण को समझ ले,भाषण लम्बा और बोरियत पूर्ण न हो इसी के साथ भाषण देते समय वक्ता की दर्शको से आंख मिला कर बोले । यह बात स्वंय सेवको को नेहरू युवा केन्द्र के राजेन्द्र पुरोहित ने राष्ट्रीय युवा कोर स्वंय सेवक प्रशिक्षण के दौरान समझायी ।

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पुरोहित ने कहा कि मंच पर जाने पर कई बार घबराहट होती है लेकिन आप दर्शको की ओर देखकर मुस्कराये और उन्हे यह मालूम न होने दे कि आप कही भयभीत है।

पुरोहित ने युवाओ से राष्ट्रीय मूल्यो पर चर्चा करते हुए भारतीय संविधान के ध्येय व उदेश्यो के बारे कहा कि हमारा संविधान न्याय,सवतत्रता एव समानता प्राप्त करने तथा व्यक्ति की गरिमा एवं राष्ट्रीय की एकता व अखंडता की बात करता है।

समूह चर्चा में नागरिको के अधिकार एवं कर्तव्य पर चर्चा की गई जिसमें एन0वाई0सी0 धनपत सिंह ,तगाराम ,मनोज, जुझार ंिसह ने मौलिक अधिकारो व कर्तव्यो पर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। प्रार्थना सभा में काभल खा,भरत व चनणी ने हिन्द देश के निवासी गीत प्रस्तुती के साथ अन्य चेतना गीतो का अभ्यास कराया।

सांसद देवजी पटेल ने लोकसभा में डार्कजोन क्षेत्रों के लिए प्रस्तुत किया विधेयक


सांसद देवजी पटेल ने लोकसभा में डार्कजोन क्षेत्रों के लिए प्रस्तुत किया विधेयक


जालोर.सिरोही सांसद देवजी पटेल ने लोकसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान डार्कजोन क्षेत्रों में पेयजल एवं सिंचाई सुविधाओं के विकास के लिए विशेष पेयजल एवं सिंचाई विकास निधि का गठन करना और उससे संसक्त विषयो का उपबंध करने के लिए विधेयक प्रस्तुत किया।

सांसद पटेल ने विधेयक में बताया कि देश का एक तिहाई से अधिक भाग भू.गर्भ जल संकट की चपेट में हैं। भारत के कुछ हिस्सों विशेषकर उत्तर.पश्चिम भारत में भूजल का स्तर प्रति वर्ष लगभग चार सेंटीमीटर की दर से गिर रहा हैं। इन राज्यों में राजस्थानए दिल्लीए हरियाणा और पंजाब के साथ पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई हिस्से शामिल हैं। देश के कुल 5ए723 ब्लाॅकंे में से 839 अत्यधिक भू.गर्भ जल के दोहन के कारण डार्क जोन में चले गए हैं। 226 की स्थिति क्रिटीकल और 550 सेमी क्रीटिकल में हैं। पंजाबए हरियाणाए राजस्थानए आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु गंभीर रूप से इस संकट का सामना कर रहे हैं। जबकि उत्तर प्रदेशए उत्तराखंडए पश्चिम बंगालए गुजरात और केरल भी इस समस्या से अछूते नहीं हैं। राज्यवार यदि देखें तो तमिलनाडु के 385 ब्लॉक में से 33 क्रिटीकल और 57 सेमी क्रीटिकल जोन में हैं। आंध्रप्रदेश में 219 ब्लॉक में 77 क्रिटीकल और 175 सेमीक्रिटीकल जोन में हैं। हरियाणा के 113 ब्लॉक में से 11 क्रिटीकल और पांच सेमी क्रिटीकल हैं। सर्वाधिक खराब स्थिति पंजाब की है जहां के 137 ब्लॉक में पांच क्रिटीकल और चार सेमी क्रिटीकल जोन में हैं। राजस्थान में जमीन का पानी दोहन लायक नहीं बचा है। राज्य के 236 ब्लॉकों में से 164 ब्लॉक अत्यधिक दोहन और 34 चिंताजनक श्रेणी में आ चुके हैं। यहां वर्ष 1984 में 203 ब्लॉकों का भूमिगत जल पीने लायक था पर वर्ष 2015 में अप्रत्याशित रूप से सुरक्षित ब्लाकों की संख्या मात्र 30 रह गई है। भूजल के अत्यधिक दोहन के कारण ही देशभर में डार्क जोेन का क्षेत्र बढता जा रहा है। इस भयावह परिस्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि वर्षाजल को अधिकारिक मात्रा में धरती में उतारा जाए। डार्कजोन एरिया में पेयजल और सिंचाई एक बहुत बडा संकट का रूप ले रही है। इस क्षेत्र में पेयजल और सिंचाई के लिए राज्य सरकार के पास पर्याप्त निधियां नहीं है। अतः डार्कजोन एरिया में बेहतर सिंचाई पेयजल वर्षा का जलसंचय वृक्षा रोपन रेतिली भूमि पर वन का विकास हेतु केन्द्रीय सरकार द्वारा एक निधि की स्थापना किए जाने की आवश्यकता हैं।



सांसद पटेल ने बताया कि इस विधेयक निधि का उपयोग कई प्रयोजनों के लिए किया जाएगा। जैसे. डार्कजोन क्षेत्रो मे चल रहे पेयजल एवं सिचाई परियोजनाओ को शीघ्र पूरा करनेए किसानों के उपयोग के लिए छोटे तालाबों का निर्माण करनेए कुओं व नलकूपों की खुदाई करनेए सिंचाई एवं पेयजल हेतु विद्युत पंप लगानेए पुराने तलाब व बावडियों आदि जलाशयों का जीर्णोद्वार करनेए तालाब व नहर आदि जलाशयों के किनारे पर वृक्ष लगाना एवं शहरांे मंे उद्यान का विकास करनाए स्कूलों सरकारी व निजी भवनों पर वर्षा जल को संरक्षण करनाए प्राकृतिक नालों का संरक्षण करनाए पंचायत एवं ग्राम स्तर पर चारागाह का विकास करनाए नहरांे एवं चेक डेम का निर्माण करनाए बंजर एवं रेगिस्तानी भूमि का विकास करना आदि।

दौसा। समलेटी बम कांड मामले में मास्टर माइंड डॉ अब्दुल हमीद को फांसी की सजा

दौसा। समलेटी बम कांड मामले में मास्टर माइंड डॉ अब्दुल हमीद को फांसी की सजा


दौसा। समलेटी बम कांड मामले में पूर्व में सुनाया गया फैसला रखा न्यायालय ने बरकरार, मास्टर मांइड मुख्य आरोपी डॉ.अब्दुल हमीद की फांसी की सजा बरकरार। महवा के पास समलेटी गांव के पास 22 मई 1996 को राजस्थान रोडवेज बस में हुए बम विस्फोट के मास्टर मांइड डॉ अब्दुल हमीद को बांदीकुई न्यायालय ने मामले की पुन: सुनवाई में भी दोषी करार देते हुए पूर्व में सुनाई गई सजा सजा ए मौत को बरकरार रखा।

दौसा। समलेटी बम कांड मामले में मास्टर माइंड डॉ अब्दुल हमीद को फांसी की सजा के लिए चित्र परिणाम

पूरा मामला22 मई 1996 को महवा के पास समलेटी गांव में एक राजस्थान की रोडवेज बस संख्या 07 पी 1038 में एक बम विस्फोट हुआ था जिसमें 14 लोगों की मौत और 37 लोग घायल हुए थे। जिस पर 29 सितम्बर 2014 को एडीजे कोर्ट बांदीकुई ने मामले में फैसला आया कि मुख्य आरोपी डॉ अब्दुल हमीद को फांसी व मामले के बाकी 6 आरोपियों जावेद खान उर्फ जावेद जूनियर, असादुल्ला उर्फ अब्दुल गनी, लतीफ अहमद, मोहम्मद अली बेग, मिर्जा निसार हुसैन व रहीस बेग को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।



मामले के मुख्य आरोपी डॉ अब्दुल हमीद ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की कि उसे दोष सिद्धी के बाद सुनने का मौका न्यायालय ने नहीं दिया गया। जिसपर उच्च न्यायालय ने बांदीकुई एडीजे कोर्ट को निर्देश दिया कि उक्त अभियुक्त की सजा बिन्दू पर पुन: विचार कर आरोपी को सुना जाए। जिसके बाद कई ट्राईल के बाद आज बांदीकुई एडीजे कोर्ट के न्यायाधीश अल्का बंसल ने पूर्व की सजा को बरकरार रखते हुए डॉ अब्दुल हमीद की फांसी की सजा बरकरार रखी है।

फैसले के बाद आरोपी के वकील मोहम्मद असद हयाब ने कहा कि हम इस फैसले के बाद उच्च न्यायालय में जाएगें।मामले की सुनवाई के दौरान बांदीकुई न्यायालय के बाहर पुलिस का भारी जाब्ता दिनभर तैनात रखा, सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन चाक चौबंद नजर आया।

जयपुर।नगर निगम के सफाई समिति चेयरमेन का आॅडियों सोशल साइट्स पर हुआ वायरल

जयपुर।नगर निगम के सफाई समिति चेयरमेन का आॅडियों सोशल साइट्स पर हुआ वायरल


जयपुर। जयपुर नगर निगम के सफाई समिति चेयरमेन का एक आॅडियों सोशल साइट्स पर वायरल हो गया है। इस अॉडियों में दो सफाई समिति चेयरमेन अनिल शर्मा और प्रकाश गुप्ता ठेकेदार द्वारा दिए गए पैसों का आपस में लेन देन का जिक्र कर रहे हैं।इस अॉडियों के वायरल होने के बाद कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेसी पार्षदों ने सफाई समिति चेयरमेनों और महापौर को निशाना साधते हुए भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है। कांग्रेसी पार्षद कल निगम मुख्यालय पर सफाई समिति चेयरमेनों को हटाने की मांग को लेकर धरना देंगे।
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जयपुर।दूसरों की पीड़ा देखी तो मकान बेच बना डाला अस्पताल, अब उद्घाटन के लिए सरकार का इंतजार

जयपुर।दूसरों की पीड़ा देखी तो मकान बेच बना डाला अस्पताल, अब उद्घाटन के लिए सरकार का इंतजार


जयपुर। गांव की एक गर्भवती महिला की पीड़ा देख उसने मन ही मन ठान लिया कि गांव की दूसरी महिलाएं उपचार के अभाव में पीड़ा नहीं सहेंगी। इसके लिए गांव में ही एक अस्पताल बनवाऊंगा, इसी प्रण को पूरा करने के लिए उसने हाड़ तोड़ मेहनत कर कमाई गयी जमा पूंजी से बनवाए गए सपनों के मकान को बेच दिया और गांव में अस्पताल बनवा डाला। ये कहानी है ग्राम लुहकना खुर्द निवासी भामाशाह हनुमान सहाय अग्रवाल की। लेकिन हनुमान का यह सपना मुख्यमंत्री से उद्घाटन के इंतजार में अधूरा है।

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जानकारी के अनुसार करीब पांच साल पहले शाहपुरा के लुहाकना गांव की एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर उसे गांव से दूर अस्पताल ले जाया रहा था। महिला की असहनीय पीड़ा देख हनुमान सहाय ने ठान लिया कि वे गांव में ही एक अस्पताल बनवाएंगे ताकी गांव की अन्य महिलाओं को तुरंत समय पर उपचार मिल सके। अस्पताल को बनवाने के लिए उसने शाहपुरा की पॉश कॉलोनी में बने अपने मकान को बेच दिया तथा खुद किराये से रहने लगा। 2014 में चिकित्सा विभाग से अनुमति मिलने के बाद 20 मई 2015 को भवन बनकर तैयार हो गया। इस भवन में अलग-अलग महिला, पुरुष वार्ड और आॅपरेशन कक्ष समेत कुल 27 कमरे हैं। इसके अलावा डॉक्टरों के रहने के लिए परिसर में ही अलग से क्वार्टर भी बनवाए हैं। अब गांव के लोगों को इसका इंतजार है कि मुख्यमंत्री यहां आकर इस अस्पताल का उद्घाटन करे और आमजन को चिकित्सीय लाभ मिल सके। इसके लिए वे कई बार विभाग और सीएम ऑफिस के चक्कर काट चुके हैं।



स्थानीय लोगों का कहना है कि हनुमान सहाय का यह प्रयास एक प्रेरणादायी उदहारण है। अब सरकार को भी शीघ्रता से इसका उद्घाटन कर जनता को सुविधा मुहैया करवानी चाहिए।

अजमेर। हर वस्तु की खरीद पर बिल तो शराब की खरीद पर ग्राहक को बिल क्यों नही

अजमेर। हर वस्तु की खरीद पर बिल तो शराब की खरीद पर ग्राहक को बिल क्यों नही


अजमेर। उपभोक्ताओं के अधिकार को लेकर कई जन जागरूकता के अभियान समय समय पर सरकार की ओर से चलाए जाते है। इन अभियानों की बदौलत लोगों में जागरूकता भी आई है। लोग बाजार से हर खरीद पर बिल लेने लगे है। मगर शराब के मामले में सरकारों का रवैया हमेशा से लचीला रहा। दरअसल शराब से सरकार को भारी राजस्व की प्राप्ति होती है। ऐसे में शराब की बिक्री पर ग्राहक को बिल देने के नियम को प्रभावी तरीके जारी करने में सरकारों की उदासीनता हमेशा से रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि जब 2 रूपए की दवा पर बिल देना जरुरी है तो शराब की बोतल खरीदने पर ग्राहक बिल देना क्यों जरुरी नही है।

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महंगाई के दौर में हर वस्तु के दाम बेतहाशा बढ़ चुके है। इस कमर तोड़ती महंगाई से शराब भी अछूती नही रही। सरकार ने शराब को आमजन के लिए सुलभ तो बना दिया। मगर शराब को खरीदने वाले लोगों को सरकार उनका हक नही दिला पाई जो कानून उनका अधिकार है। मसलन शराब की दूकान पर शराब खरीदने वाले व्यक्ति को बतौर ग्राहक के रूप में नही बल्कि शौकीन के रूप में देखा जाता है। फिर चाहे दुकानदार उसे मिलावटी शराब बेचे या अन्य राज्य से तस्करी करके लाइ गई शराब। क्योंकि बेची जाने वाली शराब का तो कोई बिल नही है और यदि ग्राहक शराब को लेकर कोई आपत्ति भी करे तो उसके पास कोई सबूत नही है कि वह शराब उसने कहां से खरीदी क्योंकि उसके पास बिल नही है। यही वजह है कि ग्राहक शराब खरीदने के बाद खुद की रिस्क पर हो जाता है और दुकानदार रिस्क के बाहर।



बरसों से शराब की दुकाने ग्राहकी से आबाद रही है। यही वजह है कि सरकार का खजाना भी शराब की बिक्री से बढ़ा है। यह कार्य तो सरकार का आबकारी विभाग बखूबी अंजाम दे रहा है। मगर क्या राजस्व बढ़ाना ही सरकार की जिम्मेदारी है। शराब के ग्राहकों को शराब की एवज में बिल क्यों नही दिया जा रहा। शराब का शौक रखने वाले अधिकांश लोगों को यह नही मालूम की शराब की खरीद पर वे चाहे तो दुकानदार से बिल प्राप्त कर सकते है। मगर लोगों में जागरूकता की कमी से ग्राहक को दुकानदार बिल नही थमाते और सेल टैक्स बचाकर अपनी चांदी काटते है। वही उन दुकानदारों के लिए मिलावटी या तस्करी की सस्ती शराब को बेचना भी ग्राहक की जागरूकता की कमी से आसान हो जाता है। ग्राहक के लिए हर वास्तु की खरीद पर दुकानदार से बिल लेना जरुरी है। वही शराब खरीदने पर भी बिल लेना नही भूले। याद रखे शराब का बिल आपके पास है तो आपके पास न्याय पाने की भी ताकत है।



सरकार के राजस्व को बढ़ाने में लगे आबकारी विभाग को ग्राहकों के अधिकार से कोई सरोकार नही है। यही वजह है कि बरसों से सरकार के साथ आबकारी विभाग भी शराब की खरीद पर ग्राहक को बिल दिलाने की कवायद आज तक नही कर पाया। विभाग के अधिकारी भी इस बात को मानते है। हालांकि विभाग ने एमआरपी की रेट से अधिक शराब का मूल्य लेने पर दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई भी की है। अजमेर में 25 मामलो और प्रदेश में हजार बारह सौ दुकानों पर शराब की निर्धारित मूल्य से ज्यादा कीमत वसूलने पर शराब अनुज्ञाधारी के खिलाफ कार्रवाई की है। मगर क्या आपको लगता है कि यह कार्रवाई ना काफी है। आबकारी विभाग को भी अब लगने लगा है कि ऐसे मामलो में ज्यादा दिन सख्ती और नजर नही रखी जा सकती। लिहाजा विभाग के अधिकारी भी मानते है कि ग्राहक को शराब का बिल देने से कई तरह की समस्या से विभाग को राहत मिलेगी। वही ग्राहक को भी संतुष्टि मिलेगी। यही वजह है कि अगली आबकारी निति के तहत शराब की खरीद पर बिल देने के नियम को प्रभावी बनाने की अधिकारी बात कर रहे है।



सहायक आबकारी अधिकारी की माने तो अगले वित्तीय वर्ष में शराब की खरीद पर ग्राहक को बिल जरूर मिलेगा। जाहिर है कि ग्राहक को बिल थमाने से शराब की बिक्री का रिकॉर्ड मेंटेन रहेगा। वहीं बैकडोर से बेची जाने वाली शराब पर भी अंकुश लगेगा। जिससे ग्राहकों को उनके अधिकार पाने में सहूलियत होगी वही सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा। अब देखना यह है कि शराब के ग्राहकों को उनका अधिकार देने की सरकार की मंशा क्या रहती है।

दागी और अनफिट पुलिसवालों को पुलिस सेवा से बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी

जयपुर। दागी और अनफिट पुलिसवालों को पुलिस सेवा से बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी



— गृह मंत्री के आदेशों के बाद कवायद शुरू
— दागदार सर्विस रिकॉर्ड वालों की बन रही है सूची
— मार्च तक रिकॉर्ड तैयार कर बाहर करने की तैयारी
— अनफिट पुलिसवालों को सुधरने के लिए तीन माह का वक्त
— दागी पुलिसवालों को सर्विस से बाहर किया जाएगा
— गृह मंत्री की चली तो हजारों पुलिसवाले होंगे बाहर
— गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा, मार्च तक बाहर होंगे दागी सर्विस रिकॉर्ड वाले



जयपुर। प्रदेश भर में दागी और अनफिट पुलिसवालों को सरकार सर्विस से बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर रही है। गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने भ्रष्ट और दागदार सर्विस वाले पुलिसवालों का रिकॉर्ड तैयार करने के आदेश दिए हैं। जिलेवार रिकॉर्ड तैयार कर उसे कंपाइल किया जाएगा। गृह मंत्री के आदेशों के बाद पुलिस मुख्यालय ने कवायद शुरु की है। गृह मंत्री ने काम और छवि के आधार पर चार कैटेगरी बनाई है, उसमें ए, बी, सी और डी कैटेगरी में बांटा है। डी कैटेगरी में ज्यादातर दागी हैं, इस सूची में कांस्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर स्तर तक के पुलिसकर्मी शामिल हैं। पहले भी पुलिस में कई दागियों को जबरन रिटायर किया जाता रहा है लेकिन उनकी संख्या बहुत कम होती थी। अब एक साथ दागियों को बड़ी तादाद में बाहर करने की योजना है।



बेडोल और अनफिट हो चुके पुलिसवालों को सुधरने के लिए तीन माह का समय दिया जाएगा। अगर तीन माह के भीतर वे फिटनेस हासिल नहीं कर पाते तो ऐसे पुलिसकर्मियों को भी सर्विस से बाहर करने की योजना है। दागी पुलिसवालों की अलग् से सूची बन रही है, इनमें भ्रष्टाचार और कदाचार के गंभीर आरोपों वाले पुलिसवालों को शामिल किया जाएगा। अगर गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया की चली तो मार्च 2016 तक दागी और अनफिट पुलिसवालों को सर्विस से बाहर का रास्ता दिखाने का काम शुरू हो जाएगा। अगर यह काम हो पाया तो यह पहला मौका होगा जब पुलिसबल की ओवरहॉलिंग के लिए इतनी बड़ी तादाद में दागियों को बाहर किया जाएगा। अभी सूची बन रही है, इसलिए संख्या कितनी होगी इसका ठीक ठाक अनुमान लगाना मुश्किल है लेकिन एक मोटे अनुमान के मुताबिक ये संख्या हजारों में होगी। पुलिस से भ्रष्ट और दागियों को बाहर करने की यह योजना है तो बहुत आकर्षक लेकिन इसे सिरे चढा पाना बड़ी चुनौती है। फिर भी इस कवायद से इतना जरूर है कि पुलिस महकमे के सभी दागी इस पूरी कवायद से लिस्टेड होकर आॅन रिकॉर्ड जरूर आ जाएंगे।

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दागी सर्विस वालों की सूची बन रही है, मार्च तक बाहर कर देंगे : कटारियागृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया का कहना है कि अनफिट और दागी पुलिसवालों की सूची बन रही है, मार्च तक इन्हें सर्विस से बाहर कर दिया जाएगा। जो अनफिट हैं उन्हें सुधरने के लिए तीन माह का मौका दिया जाएगा। दागी सर्विस रिकॉर्ड वालों की सूची बन रही है। पुलिसकर्मियों की ए, बी, सी और डी कैटेगरी बना रखी है, इसमें से डी कैटेगरी में जो हैं उनकी तो तबादले तक में डिजायर की सुनवाई नहीं करता।

सीकर। 6 साल की मासूम से दुष्कर्म करने वाले को आजीवन कारावास की सज़ा

सीकर।  6 साल की मासूम से दुष्कर्म करने वाले को आजीवन कारावास की सज़ा


सीकर। सीकर में साढ़े तीन महीने पहले एक छह साल की मासूम से दुष्‍कर्म के आरोपी को जिला एवं सैशन न्‍यायाधीश पवन एन चन्‍द्र ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। यह सजा आरोपी के मरते दम तक लागू रहेगी। लोक अभियोजक शिव रतन शर्मा ने बताया कि आरोपी को सजा सुनाते हुए कहा है कि आरोपी का अपराध जघन्‍य है और इस मामले में जब तक आरोपी को यह सजा मरते दम तक रहेगी।



फैसले में सरकार को भी लिखा गया है कि हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं वहीं पीड़िता के भरण पोषण की भी व्‍यवस्‍था सरकार करे। वहीं प्राधिकरण की ओर से ढाई लाख रूपए पहले दिए जा चुके हैं और ढाई लाख रूपए और दिए गए है। वहीं इसमें लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों व चिकित्‍साकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। मामले के अनुसार 9 सितम्‍बर को आरोपी नोखा निवासी पवन विश्‍नोई ने सीकर के कल्‍याण सर्किल पर अपने परिजनों के साथ फुटपाथ पर सो रही छह साल की मासूम को उठाकर ले गया और सुनसान जगह लेजाकर उससे दुष्‍कर्म किया। इसके बाद आरोपी ने मासूम को लावारिस छोड़ दिया और वहां से फरार हो गया। आरोपी सात दिनों तक पकड में नहीं आया। पुलिस को एक गली में सीसीटीवी फुटेज मिले जिस आधार पर आरोपी को तलाश शुरू की गई।



सीसीटीवी कैमरे काफी धुंधले थे इसलिए आरोपी की पहचान नही हो पाए। इसके बाद पुलिस ने पूरे शहर में पड़ताल शुरू की। इस मामल के विरोध में तथा आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सीकर जिले झुंझुनूं में बंद भी रहा था। काफी प्रदर्शन हुए थे। इसके बाद एक होटल मालिक ने पुलिस को सूचना दी कि उसके यहा पर काम करने वाला कर्मचरी गायब है उसके आधार पर आरोपी को उसके गांव नोखा से गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने अपराध करना स्‍वीकार कर लिया था। आज आरोपी को मासूम से दुष्‍कर्म करने का दोषी मानते हुए न्‍यायाधीश पवन एन चन्‍द्र ने आजीवन कारावास की सजा मरते दम तक सजा सुनाई।
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जयपुर। 9 साल के मासूम की हत्या, ताबीज के धागे से गला घोंटा

जयपुर। 9 साल के मासूम की हत्या, ताबीज के धागे से गला घोंटा




 जयपुर। मालवीय नगर मॉडल टाउन इलाके में पड़ोस में रहने वाला एक युवक 9 साल के बालक का अपहरण करके सूने फ्लैट में ले गया और उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। फ्लैट मालिक की सूचना पर मालवीयनगर थाना पुलिस और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। मृतक की शिनाख्त संदीप के रूप में हुई। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए मुर्दाघर रखवाया है।

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                                 (9 साल के मासूम संदीप का 15 दिसम्बर को हुआ था अपरहण)

पुलिस ने आरोपी शशी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। आरोपी शशी ने संदीप की हत्या करने के लिए उसके गले में बंधे ताबीज के धागे को काम में लिया है। पुलिस ने शशी को दो दिन पहले ही संदीप के परिजनों की रिपोर्ट पर अपहरण करने के आरोप में हिरासत में लिया था, लेकिन एक सिपाही के कहने पर दो घंटे बाद ही छोड़ दिया था। एफएसएल के अधिकारियों का मानना है कि संदीप की हत्या बुधवार दोपहर बाद हुई है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। मृतक के परिजनों ने पुलिस की लापरवाही के कारण संदीप की मौत हो जाने का आरोप लगाया है।



मालवीयनगर थाना प्रभारी नीरज भारद्वाज ने बताया कि मॉडल टाउन प्रेमनगर में किराये पर रहने वाले श्याम सुंदर ने रिपोर्ट दी थी कि उसके बेटे संदीप को पड़ोस में रहने वाला शशी मंगलवार दोपहर अपहरण करके ले गया। पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर शशी के खिलाफ बुधवार को रिपोर्ट दर्ज की थी। गुरुवार शाम मॉडल टाउन विनोबा नगर में रहने वाले मोहन मीणा ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसके फ्लैट पर एक बच्चे का शव पड़ा हुआ है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव की शिनाख्त संदीप के रूप में हुई। संदीप के हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए थे। पुलिस ने संदीप से कुकर्म करने की घटना से भी इंकार नहीं किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।



फ्लैट मालिक मोहन मीणा के विनोबा नगर स्थित फ्लैट में शशी साफ-सफाई का काम करता था। माेहन मीणा ने पड़ोसियों को चाबी दे रखी थी। शशी जब भी साफ-सफाई करने आता था तो पड़ोसियों से चाबी लेता था। लेकिन वारदात को अंजाम देने के लिए शशी ने फ्लैट के ताले तोड़ दिए थे। इसकी भनक पड़ोसियों को भी नहीं थी। मोहन गुरुवार शाम को सार-संभाल करने आया तब पुलिस को घटना की भनक लगी।

जालोर। ड्यूटी के दौरान शराब पीता है ये तहसीलदार

जालोर। ड्यूटी के दौरान शराब पीता है ये तहसीलदार


जालोर। जालोर जिले का नेहड़ क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ है।  लोगों की सुविधाओं के लिये चितलवाना में सरकार ने तहसील खोलकर कर्मचारियों और तहसीलदार को नियुक्त कर रखा है,लेकिन चितलवाना तहसील में तहसीलदार रामसिंह राव के ही नियम ओर कानून चलते हैं।कई महीनों से तहसीलदार द्वारा दिन में भी शराब पीकर तहसील कार्यालय के पास ही में बने प्याउ में ड्यूटी के दौरान सोने की शिकायतें मिल रही हैं| जब कोई शिकायत लेकर पहुंचा है, तो उसे डांटकर भगा दिया जाता है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर लीपापोती की जा रही है|
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