जयपुर। राष्ट्रपति भवन से जल्द ही राजस्थान के नए राज्यपाल के नाम का ऎलान होने की संभावना है। प्रदेश की मौजूदा राज्यपाल माग्रेट आल्वा का राज्यपाल के पद पर कार्यकाल 5 अगस्त को पूरा हो रहा है।
आल्वा के कार्यकाल पूरा होने पर उनकी विदाई समारोह के लिए राजभवन में तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंत्रिमंडल विस्तार भी नए राज्यपाल की नियुक्ति के बाद होगा।
राजभवन सूत्रों के अनुसार राजस्थान के नए राज्यपाल के नाम का ऎलान किसी भी समय राष्ट्रपति भवन से हो सकता है। मौजूदा राज्यपाल माग्रेट आल्वा को 6 अगस्त, 2009 को उत्तराखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया था।
इसके बाद 12 मई, 2012 को उन्हें राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया। केन्द्र सरकार ने राजस्थान के नए राज्यपाल को लेकर होमवर्क पूरा कर लिया है।
सूत्रों के अनुसार राजस्थान के राज्यपाल के लिए कैलाश चंद्र जोशी का नाम सबसे आगे चल रहा है। भाजपा से जुड़े जोशी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। इसी के साथ वे दो बार लोकसभा सदस्य रहे हैं।
फिर होगा मंत्रिमंडल विस्तार
सूत्रों की मानें तो प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार व फेरबदल का काम भी नए राज्यपाल के आने के बाद ही होगा। सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और जिन नामों पर संशय चल रहा था, उन्हें भी मुख्यमंत्री स्तर पर दूर कर लिया गया है।
आल्वा के कार्यकाल पूरा होने पर उनकी विदाई समारोह के लिए राजभवन में तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंत्रिमंडल विस्तार भी नए राज्यपाल की नियुक्ति के बाद होगा।
राजभवन सूत्रों के अनुसार राजस्थान के नए राज्यपाल के नाम का ऎलान किसी भी समय राष्ट्रपति भवन से हो सकता है। मौजूदा राज्यपाल माग्रेट आल्वा को 6 अगस्त, 2009 को उत्तराखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया था।
इसके बाद 12 मई, 2012 को उन्हें राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया। केन्द्र सरकार ने राजस्थान के नए राज्यपाल को लेकर होमवर्क पूरा कर लिया है।
सूत्रों के अनुसार राजस्थान के राज्यपाल के लिए कैलाश चंद्र जोशी का नाम सबसे आगे चल रहा है। भाजपा से जुड़े जोशी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। इसी के साथ वे दो बार लोकसभा सदस्य रहे हैं।
फिर होगा मंत्रिमंडल विस्तार
सूत्रों की मानें तो प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार व फेरबदल का काम भी नए राज्यपाल के आने के बाद ही होगा। सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और जिन नामों पर संशय चल रहा था, उन्हें भी मुख्यमंत्री स्तर पर दूर कर लिया गया है।