कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर में बिस्कुट कारोबारी की पत्नी ज्योति देशानी का कातिल उसका पति ही निकला। दोनों की शादी 19 महीने पहले ही हुई थी। उसके पति पीयूष श्याम देशानी को चालक अवधेश के साथ गिरफ्तार कर बुधवार को जेल भेज दिया गया जबकि उसकी गर्लफ्रेंड और एक पान मसाला व्यवसायी की पुत्री को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उसके चालक को पुलिस ने औरैया से दबोचा।
पुलिस महानिरीक्षक आशुतोष पाण्डेय ने दावा किया कि पीयूष ने चालक अवधेश को 50 हजार रूपए में हत्या की सुपारी दी थी। पेशगी के तौर पर उसे 30 हजार रूपए दे दिए थे। पाण्डेय के अनुसार हत्या में प्रयुक्त चारों चाकू एक माल से खरीदे गए थे और पीयूष ने इसके पैसे चालक को दिए थे। पाण्डेय ने कहा कि सभी आरोपियों पर हत्या के साथ साथ भारतीय दण्ड संहिता की लगने वाली अन्य धाराएं एकरूप होंगी। इस बीच पुलिस उप महानिरीक्षक आरके चतुर्वेदी के अनुसार इस हाई प्रोफाइल हत्याकाण्ड में गिरफ्तार पीयूष और चालक को बुधवार को ही अदालत में पेश किया गया।
चतुर्वेदी क ा कहना है कि कारचालक अवधेश ने कुछ बदमाशों के साथ मिलकर ज्योति की हत्या की और इसमें पीयूष ने उसका साथ दिया। पीयूष ने हत्याकाण्ड वाले दिन अपनी कथित गर्लफ्रेंड को दिन में लगभग सौ से अधिक एसएमएस किए। वह हत्याकाण्ड के समय भी उनसे सम्र्पक में था। चतुर्वेदी ने बताया कि पहले पीयूष ने काफी नानुकू र किया लेकिन होटल की सीसीटीवी कैमरे की फुटेज दिखाने के बाद वह टूट गया और उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली।
पहले वह कहता रहा कि पत्नी को छोड़कर होटल से बाहर नहीं गया लेकिन फुटेज के अनुसार वह रेस्टोरेन्ट में पत्नी को अकेले छोड़ 20 मिनट से अधिक समय के लिए बाहर गया था। इस दौरान उसने अपने गर्लफ्रेण्ड और चालक अवधेश से सम्पर्क साधा। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से पता चलता है कि पीयूष ने अपनी पत्नी ज्योति के साथ डिनर और वारदात के बाद रिपोर्ट दर्ज कराते समय अलग अलग कपड़े पहने थे। पीयूष ने वारदात के एक घण्टे बाद रिपोर्ट की थी।
हत्या की रिपोर्ट पीयूष ने ही लिखाई थी जिसमें कहा गया था कि वह 27 जुलाई की रात अपनी पत्नी ज्योति श्याम देशानी के साथ कार से खाना खाने के लिए रेस्त्रां गया था। खाने के बाद जब वे रात करीब साढे 12 बजे घर लौट रहे थे तो कम्पनी बाग चौराहे और रावतपुर रेलवे क्रासिंग के बीच चार मोटरसाइकिलों पर सवार सात-आठ बदमाशों ने सामने से उनकी कार में टक्कर मार दी थी।
इसके बाद बदमाशों ने देशानी को कार से बाहर फेंक दिया और उनकी पत्नी को लेकर फरार हो गए। घटना के करीब दो घंटे बाद पनकी इलाके के ई ब्लाक में रेलवे लाइन के निकट देशानी की कार खड़ी पाई गई जिसमें उनकी पत्नी ज्योति देशानी मृत अवस्था में पड़ी मिलीं थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उसके शरीर पर चाकू के 17 निशान थे। शरीर पर दांत से काटे जाने के दो निशान मिले। ज्योति की गर्दन पर ही चाकू से दस वार किए गये थे। कार से पुलिस ने तीन चाकू भी बरामद किए थे।
पांच चिकित्सकों के पैनल द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराया गया था। पोस्टमार्टम में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई थी। इस मामले में ज्योति के पिता ने अपने दामाद की बातों पर संदेह व्यक्त करते हुए पुलिस से मामले की गहराई से छानबीन करने की मांग की थी। पुलिस ने ज्योति देशानी के पति पीयूष श्याम देशानी को मंगलवार को हिरासत में लेकर लम्बी पूछताछ की थी।
पुलिस महानिरीक्षक आशुतोष पाण्डेय ने दावा किया कि पीयूष ने चालक अवधेश को 50 हजार रूपए में हत्या की सुपारी दी थी। पेशगी के तौर पर उसे 30 हजार रूपए दे दिए थे। पाण्डेय के अनुसार हत्या में प्रयुक्त चारों चाकू एक माल से खरीदे गए थे और पीयूष ने इसके पैसे चालक को दिए थे। पाण्डेय ने कहा कि सभी आरोपियों पर हत्या के साथ साथ भारतीय दण्ड संहिता की लगने वाली अन्य धाराएं एकरूप होंगी। इस बीच पुलिस उप महानिरीक्षक आरके चतुर्वेदी के अनुसार इस हाई प्रोफाइल हत्याकाण्ड में गिरफ्तार पीयूष और चालक को बुधवार को ही अदालत में पेश किया गया।
चतुर्वेदी क ा कहना है कि कारचालक अवधेश ने कुछ बदमाशों के साथ मिलकर ज्योति की हत्या की और इसमें पीयूष ने उसका साथ दिया। पीयूष ने हत्याकाण्ड वाले दिन अपनी कथित गर्लफ्रेंड को दिन में लगभग सौ से अधिक एसएमएस किए। वह हत्याकाण्ड के समय भी उनसे सम्र्पक में था। चतुर्वेदी ने बताया कि पहले पीयूष ने काफी नानुकू र किया लेकिन होटल की सीसीटीवी कैमरे की फुटेज दिखाने के बाद वह टूट गया और उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली।
पहले वह कहता रहा कि पत्नी को छोड़कर होटल से बाहर नहीं गया लेकिन फुटेज के अनुसार वह रेस्टोरेन्ट में पत्नी को अकेले छोड़ 20 मिनट से अधिक समय के लिए बाहर गया था। इस दौरान उसने अपने गर्लफ्रेण्ड और चालक अवधेश से सम्पर्क साधा। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से पता चलता है कि पीयूष ने अपनी पत्नी ज्योति के साथ डिनर और वारदात के बाद रिपोर्ट दर्ज कराते समय अलग अलग कपड़े पहने थे। पीयूष ने वारदात के एक घण्टे बाद रिपोर्ट की थी।
हत्या की रिपोर्ट पीयूष ने ही लिखाई थी जिसमें कहा गया था कि वह 27 जुलाई की रात अपनी पत्नी ज्योति श्याम देशानी के साथ कार से खाना खाने के लिए रेस्त्रां गया था। खाने के बाद जब वे रात करीब साढे 12 बजे घर लौट रहे थे तो कम्पनी बाग चौराहे और रावतपुर रेलवे क्रासिंग के बीच चार मोटरसाइकिलों पर सवार सात-आठ बदमाशों ने सामने से उनकी कार में टक्कर मार दी थी।
इसके बाद बदमाशों ने देशानी को कार से बाहर फेंक दिया और उनकी पत्नी को लेकर फरार हो गए। घटना के करीब दो घंटे बाद पनकी इलाके के ई ब्लाक में रेलवे लाइन के निकट देशानी की कार खड़ी पाई गई जिसमें उनकी पत्नी ज्योति देशानी मृत अवस्था में पड़ी मिलीं थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उसके शरीर पर चाकू के 17 निशान थे। शरीर पर दांत से काटे जाने के दो निशान मिले। ज्योति की गर्दन पर ही चाकू से दस वार किए गये थे। कार से पुलिस ने तीन चाकू भी बरामद किए थे।
पांच चिकित्सकों के पैनल द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराया गया था। पोस्टमार्टम में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई थी। इस मामले में ज्योति के पिता ने अपने दामाद की बातों पर संदेह व्यक्त करते हुए पुलिस से मामले की गहराई से छानबीन करने की मांग की थी। पुलिस ने ज्योति देशानी के पति पीयूष श्याम देशानी को मंगलवार को हिरासत में लेकर लम्बी पूछताछ की थी।
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