रविवार, 22 जून 2014

जैसलमेर खत्री के संग्रहालय को मिली अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता

जैसलमेर, साहित्यकार लक्ष्मीनारायण खत्री के जुनून से संग्रहित और तत्कालीन जिला कलक्टर डॉ. के.के.पाठक द्वारा लोर्कापित ‘‘ दी थार हैरिटेज ‘‘ म्यूजियम को इग्लैण्ड ,फ्रान्स ,आस्ट्रेलिया से प्रकाशित ‘‘ ट्रेवल्स -बुकस ‘‘ में इसे बहुआयामी लोकसंस्कृति के एक महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थल के रुप में मान्यता प्राप्त की गई हैं। इससे संग्रहालय को अर्न्तराष्ट्रीय ख्याति मिलने की जबरदस्त कामयाबी हासिल हुई हैं।
मरु प्रदेश के प्राचीन लोककला एवं संस्कृति में गहन अभिरुचि रखने वाले विश्व के अनेक विद्यार्थी ,शौधार्थी एवं कला अनुरागी पर्यटक संग्रहालय में प्रदर्शित दुर्लभ वस्तुओं का अध्य्यन एवं दर्शन का लाभ ले रहे हैं।
उल्लेखनीय हैं कि हाल ही में फ्रांस से प्रकाशित ‘‘ली गिद रोताज ‘‘ ने अनुशंषा करते हुए पृष्ठ संख्या ६४६ पर लेख में लिखा हैं कि थार म्यूजियम में लोकसंगीत के वाद्ययंत्रों , लोक चित्रों , पाण्डुलिपियों , फोटूओं इत्यादि का संग्रहण दर्शनीय हैं।
खत्री के संग्रहालय को मिली अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता
विश्व में भारत के बारे में सर्वाधिक पढी जाने वाली लोनली प्लेनेट ने पृष्ठ संख्या १८७ पर उल्लेखित किया हैं कि थार म्यूजियम में ऐतिहासिक जैसलमेर क्षेत्र की उत्कृष्ठ कलाओं का अनूठा खजाना विद्यमान ह। संग्रहालय में लोक कलाविद् ,इतिहासकार लक्ष्मीनारायण खत्री स्वयं मार्गदर्शन कर संग्रह को जीवंत बना देते हैं।
इसी प्रकार लन्दन से प्रकाशित ‘‘ रफ गाइड ‘‘ पृष्ठ क्रमांक २८९ पर जिक्र किया हैं कि मरु प्रदेश के रीति-रिवाज ,इतिहास ,लोकवाद्य एवं समुद्री जीवाश्म आदि का संग्रह दर्शनीय है। भारत के पर्यटन स्थलों के बारे में फ्रंास में छपी पुस्तक ‘‘पुंती पुते ‘‘में पृष्ठ संख्या २३१ पर उल्लेख कर जोरदार तारीफ में लिखा हैं कि यहां ऊँटों का श्रृंगार , गहने ,रसौई के बर्तन आदि के अलावा सैकडों कलात्मक वस्तुएँ हैं। जिनको देखने से रेगिस्तान की संस्कृति और इतिहास का ज्ञान होता हैं। इसके साथ ही फ्रैंन्च बुक ‘‘ गीद ब्लू ‘‘ ,अमेरिकन ‘‘ लेट्स-गो ‘‘ लाखों लोगों द्वारा देखी जाने वाली वेबसाईट आदि तमाम टूरिज्म एवं कला जगत के पुरोधाओं ने इसे देखने की अनुशंषा प्रदान की हैं।
गौरतलब हैं कि इस संग्रहालय में पश्चिमी राजस्थान के दैनिक लोकजीवन , ऐतिहासिक पृष्ठ भूमि , शिल्प सौंदर्य ,अद्भूत स्थापत्य कला से संबंधित सैकडों विलुप्त हो रही संस्कृति से संबंधित वस्तुओं का संकलन है। लक्ष्मीनारायण खत्री के एकल प्रयास से निर्मित इस संग्रह में रियासतकालीन राजाओं और ठाकुरों के चित्रों , जैसलमेर शैली की पेटिंग ,महिला-पुरुषों के वस्त्राभूषण , ऊँट व घोडे के श्रृंगार की कशीदाकारी ,देशी घी संग्रहण की चीपों , मिट्टी और गौबर से निर्मित कोठार ,रसौई में उपयोग लिये जाने वाले पीतल के बर्तन ,हस्त निर्मित लोहे के पुराने ताले , राजशाही सिक्के , भाटी राजपूतों के धारदार हथियारों के अलावा ग्राम्यसंस्कृति से सम्बन्घित बेमिसाल संग्रह हैं।

दुल्हनिया फेरे के इंतजार में, दूल्हे को ले गया प्रेमी किन्नर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक युवक को किन्नर से दोस्ती इस कदर महंगी पडी है कि अब वह चाहकर भी उससे सम्बंध नहीं तोड़ पा रहा है।bride waiting for the  vows and groom is with shemale lover
हाथरस के सहपऊ में एक किन्नर और एक युवक के बीच की प्रेमकहानी का ऎसा आगाज हुआ कि अंजाम ने सभी के होश उडा दिये। किन्नर अपने प्रेमी युवक से शादी करने पर अड़ा है।

युवक केपरिजन किन्नर की मान मनुहार में लगे हैं कि कुछ दिन बाद युवक की शादी होने वाली है। किन्नर ने युवक की होने वाली ससुराल में भी चेतावनी दे दी है कि अगर उन्होंने अपनी लडकी की शादी उसके प्रेमी से की तो अंजाम ठीक नहीं होगा।

किन्नर और युवक गत शुक्रवार को कोतवाली पहुंच गये। उनके साथ कस्बे की सैकडों की संख्या में तमाशबीन भीड भी थी।

फिरोजाबाद के किन्नर के बहन की ससुराल सहपऊ कस्बे के एक मोहल्ला में है। अकसर वह अपनी बहन के पास आता रहता है। किन्नर का दिल बहन के पडोस में रहने वाले एक युवक पर आ गया।

काफी दिनों तक इसी तरह चलता रहा। इस बीच युवक का किन्नर से मेलजोल बढ गया। इनके सम्बंधों का राज उस समय खुला जब उस युवक के प्रस्तावित ससुराल वाले आ धमके और शादी नहीं करने की बात करने लगे। मामले में हालांकि पुलिस बुरी तरह उलझी हुई है।

100 की उम्र, मनरेगा मे मजदूरी!

बाड़मेर। कहते हैं मजदूर इतना मजबूर होता है कि उसे न सेहत की परवाह होती है न उम्र का लिहाज, लेकिन मनरेगा में तो हद ही पार होने लगी है। सौ साल पार करने वाले भी मजदूरी कर रहे हैं। Age of 100, wages in NREGA!
आंकड़ों पर विश्वास किया जाए तो बाड़मेर जिले के आंटी गांव की इन्द्रीदेवी 102 साल की उम्र में मनरेगा में मजदूरी पर गई है। समदड़ी की सोमती ने 103 साल की उम्र में 19 दिन मनरेगा में काम किया है। जिले में 90 से 100 की उम्र के 551 लोगों ने अप्रेल व मई माह की भीषण गर्मी में मजदूरी की है। जिस उम्र में चलना फिरना मुश्किल हो उसमें मजदूरी पर जाना ताज्जुब की बात है।

80 पार के साढ़े 13 हजार पंजीकृत

मनरेगा मजदूरों का उम्र के अनुसार विश्लेषण करें तो जिले में 80 से ज्यादा उम्र के 13 हजार 639 लोग पंजीकृत हैं। इनमें से मई -जून में 551 लोगों को मजदूरी पर दर्शाया है। बाड़मेर पंचायत समिति की आंटी ग्राम पंचायत में तो 102 साल की इन्द्रीदेवी का नाम भी इस सूची में शामिल है।

डूंगरपुर और बाड़मेर आगे

ऎसा नहीं है कि यह स्थिति केवल बाड़मेर में ही है। पिछले साल में वित्तीय वर्ष 2013-14 में डूंगरपुर में 2564, बाड़मेर में 2012, बांसवाड़ा में 1412, श्रीगंगानगर में 1129 लोगों को 80 से अधिक उम्र के बावजूद मजदूरी पर नियोजित किया गया। प्रदेश के अन्य जिलों में यह आंकड़ा पांच सौ से कम ही था। प्रदेशभर में 80 से अधिक उम्र के14 हजार 643 लोगों ने मजूदरी की।

इधर पैंसठ साल अधिकतम
सरकारी सेवा में 60 साल तक ही सेवा की उम्र है। सेवानिवृत्ति के पांच साल बाद यानि 65 की उम्र तक अधिकतम कार्य करने की अनुमति दी जा सकती है।

अधिकतम उम्र का प्रावधान नहीं
मनरेगा में अधिकतम उम्र की कोई सीमा नहीं है। न्यूनतम उम्र 18 साल जरूरी है। ऎसे में मजदूर नियोजित हो सकते हैं। मनरेगा कार्याें पर बच्चों को झूला झुलाने और पानी पिलाने का कार्य बुजुर्गो और नि:शक्तों से करवाया जाता है।
- रंजनकुमार कंसारा, अधिशासी अभियंता, मनरेगा, जिला परिषद, बाड़मेर

रेल बजट से पहले दौड़ सकती है वैष्णो देवी तक ट्रेन



रेलवे को आखिरकार कटरा तक ट्रेन सेवा शुरू करने की मंजूरी मिल गई है. रेल सुरक्षा आयुक्त ने सेवा शुरू करने को हरी झंडी दी. माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाने वाले लोगों को पहले कटरा ही पहुंचना पड़ता है. रेल बजट 2014-15 से पहले इस बहुप्रतीक्षित रेल सेवा की शुरुआत हो सकती है.

उधमपुर-कटरा के 25 किलोमीटर के रेल खंड का उद्घाटन इस माह के आखिर तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री सदानंद गौड़ा द्वारा किया जा सकता है. सुरक्षा आयुक्‍त ने 27 जनवरी से तीन दिन तक उधमपुर-कटरा लाइन का निरीक्षण किया. इन लाइन के निर्माण पर करीब 1,050 करोड़ रुपये की लागत आई है. रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रेल सुरक्षा आयुक्त ने कुछ मुद्दे उठाए थे. इन मुद्दों को सुलझाने के बाद आवश्यक मंजूरी मिल गई है.

हालांकि, कटरा लाइन को खोलने की तारीख अभी तय नहीं की गई है, लेकिन माना जा रहा है कि इसकी शुरुआत रेल बजट से पहले हो सकती है. रेल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इन लाइन के शुभारंभ की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. सुरक्षा आयुक्‍त की मंजूरी के बाद उधमपुर कटरा लाइन पर परीक्षण के तौर पर ट्रेन चलाई जा चुकी है.

मोदी सरकार का पहला रेल बजट 9 जुलाई को पेश होने की उम्मीद है. रेल बजट से पहले ही रेल यात्री किरायों में 14.2 फीसदी की बढ़ोतरी की जा चुकी है.

संपर्क क्रांति कटरा तक!
जम्मू-उधमपुर की 53 किलोमीटर की रेल लाइन पहले से ही चालू है. कटरा तक रेल लाइन में कई सुरंगें और 30 छोटे-बड़े पुल हैं. उधमपुर-कटरा लाइन शुरू होने के बाद रेलगाड़ियां सीधे कटरा तक आ सकेंगी. रेल मंत्रालय जम्मू मेल तथा संपर्क क्रांति ट्रेनों को कटरा तक बढ़ाने पर विचार कर रहा है. इसके अलावा कुछ नई ट्रेनों मसलन कटरा-कालका एक्सप्रेस, दिल्ली सराय रोहिल्ला-उधमपुर एक्सप्रेस तथा अहमदाबाद-उधमपुर ट्रेनों की शुरुआत हो सकती है.

अधिकारी ने बताया कि कई जोन से कटरा के लिए रेल सेवाओं की मांग आ रही है. जम्मू और पठानकोट से दर्शनार्थियों को कटरा तक ले जाने के लिए भी जम्मू से कटरा और पठानकोट से कटरा तक लोकल ट्रेनों की शुरुआत हो सकती है. हर साल करीब एक करोड़ लोग माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाते हैं.

कांग्रेस में शामिल होंगे एनसीपी के शरद पवार!



नई दिल्ली। महाराष्ट्र की राजनीतिक सरगर्मियों के बीच राज्य में एक बड़ा स्तर का बदलाव हो सकता है। सूत्रों की माने तो कांग्रेस पार्टी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार को कांग्रेस में विलय करने का ऑफर दिया है। इसके साथ ही राज्य में दिसबंर में होने वाले विधानसभा चुनाव में पवार को पार्टी का नेतृत्व करने की पेशकश भी की गई है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेहद करीबी माने जाने वाले अहमद पटेल और एके एंटनी ने शरद पवार से मिलकर उन्हें यह ऑफर दिया है। साथ ही कांग्रेस ने कहा है कि अगर एनसीपी का विलय कांग्रेस में हो जाता है तो जल्द ही महाराष्ट्र में होने वाले चुनावों में पवार पार्टी का नेतृत्व संभाल सकते हैं।
Congress offers sharad pawar to merge ncp in congress
लोकसभा चुनाव में पार्टी के राज्य में बुरे प्रदर्शन के बाद कांग्रेस ने यह कदम उठाया है। सूत्रों का का कहना है कि कांग्रेस ने ये कदम नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के खिलाफ लामबंद होने के लिए उठाया है। हालांकि शरद पवार ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई फैसला नहीं लिया है। इसके साथ ही राज्य में पार्टी के नेतृत्व को बदलने की मांग भी बराबर उठ रही है। कांग्रेस सहयोगी दल एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ही महाराष्ट्र के सीएम पृथ्वीराज चव्हाण को सीएम पद से हटाने की मांग की थी। जिसके बाद कांग्रेस में इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए बैठकों का दौर चल रहा है। आशंका जताई जा रही है कि राज्य के सीएम की कुर्सी पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे को मिल सकती है। कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी अभी देश से बाहर गए हुए हैं। अंदाजा लगाया जा रहा है कि उनके स्वदेश लौटने के बाद ही महाराष्ट्र के सीएम की किस्मत का फैसला होगा।

जैसलमेर दुनिया का एक मात्र देवी मंदिर जन्हा अमर बकरों की बलि नहीं देखभाल होती हे।

जैसलमेर दुनिया का एक मात्र देवी मंदिर जन्हा अमर बकरों की बलि नहीं देखभाल होती हे। 




जैसलमेर पश्चिमी पाकिस्तानी सरहद से सटा जैसलमेर जिले का सैन्य देवी मंदिर तनोट माता मंदिर अपनी विशेषताओ के कारण देश भर में ख्याति अर्जित कर रहा हें।1965 और 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान सरहद वासियों की सुरक्षा माता जी के द्वारा करने के बाद सुर्खियों में आये इस मंदिर की पूजा से लेकर यात्रियों की सुविधा मंदिर की देख भाल सीमा सुरक्षा बल के जवान करते हें। इस मंदिर में अपनी मनोकामनाए पूर्ण होने के बाद बकरे की बलि चढाने सेकड़ो की तादाद में लोग अपनी कुलदेवी को प्रसन्न करने बकरे बलि चढाने के लिए लाते हे। पूर्व में इस मंदिर में बकरों की बलि चढ़ती थी। मगर बाद में मंदिर प्रबंधन सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियो ने बलि पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगा दिया। 

इसके बावजूद लोग अपनी कुलदेवी को समर्पण के लिए चढ़ावे के रूप में बकरे लाते हे। सीमा सुरक्षा बल के पास अब तक एक हज़ार से अधिक बकरे एकत्रित हो चुके हे। चूँकि बलि पर रोक के बाद इन बकरों को देवी के नाम अमर कर दिया। इनके चारे पानी का प्रबंध बल के जवान करते हें। एक हज़ार से अधिक बकरों की एवड के लिए वन भूमि की व्यवस्था भी की हें। इनकी पूरी देख भाल होती हें। भारतीय महीनो में भद्रवा और चेत्र बड़े महीने माने जाते हे। इन महीनो में सर्वाधिक बकरे बलि के लिए श्रद्धालु लाते हे। सबसे बड़ी बात की बकरों को बांध के नहीं रखा जाता। 
बकरे मंदिर परिसर में आसानी से विचरण कर अपने बाड़े में चले जाते हें। अमूमन जैसलमेर की सभी नौ देवी मंदिरों में से आठ मंदिरों में बकरों की बलि आज भी चढ़ाई जाती हें ।मगर तनोट मंदिर प्रबंधन ने अनूठी पहल कर बकरों को न केवल जीवन दान दे रहे अपितु उनकी समुचित देखभाल भी करते हें। इसी मंदिर परिसर में मुस्लिम धर्म के बाबा की दरगाह हें। हिन्दू मंदिर परिसर में दरगाह वाला यह संभवत पहला मंदिर हें। इस मंदिर में श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूर्ण के लिए परिसर में रुमाल बंधाते हें ।इस परिसर में हजारो रुमाल बंधे हें ।मनोकामना पूर्ण होने के बाद रुमाल को वापस खोलते हे शराद्धालू। तनोत माता का यह चमत्कारिक मंदिर देश भर में ख्याति अर्जित कर रहा हें ।हजारो की तादाद में देश भर से सेना के जवान अधिकारी जनप्रतिनिधि धोक देने पहुंचाते हें।

राजे ने करणी मंदिर में धोक लगाई

देशनोक। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शनिवार शाम को देशनोक पहुंची। यहां राजे ने करणी मंदिर में धोक लगाई व पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली व तरक्की की कामना की। राजे शाम करीब साढ़े पंाच बजे गजनेर पैलेस से रवाना होकर देशनोक पहुंची। यहां उन्होंने मां करणी की पूजा अर्चना के बाद मंदिर परिसर में ही बने तेमड़ाराय मंदिर और फिर नेहड़ीजी मंदिर में धोक लगाई। इसके बाद मीडिया कर्मियों से हुई बातचीत में राजे ने कहा कि सही समय पर, सही काम करने के लिए सख्ती करनी होगी। Take strict measures for immediate action
अब वक्त तत्काल कार्रवाई का आ गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने मंत्रियों और अधिकारियों को साफ कह दिया है कि हमारे पास समय कम हैै। इसलिए हमें सुविधा और सेवा कार्यो को समय पर पूर्ण करना होगा। मुझे दुख है कि हमारे पिछले कार्यकाल में जो कार्य शुरू किए थे, वे आज भी अधूरे पडे हैं। पिछले पांच वषोंü में हमारे इन कामों पर ध्यान नहीं दिया गया। वरना बेहतर नतीजे सामने आ सकते थे। अब हम इनको ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें सफलता मिलेगी।

21 जून को ही पहले आई थी
देशनोक करणी मंदिर में दर्शन के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इससे पूर्व पिछले साल 21 जून को मैं सुराज संकल्प यात्रा के दौरान यहां करणी माता के दर्शन के लिए आई थी। आज एक साल बाद वही 21 जून का दिन है। मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में करणी माता मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष गिरिराज सिंह बारहठ, सचिव ईश्वरदान बारहठ और नगरपालिका देशनोक की चेयरमैन श्रीमती दुर्गा देवी चारण से मंदिर परिसर एवं देशनोक के विकास के बारे में चर्चा की।

पूर्व मंत्री भाटी के घर किया रात्रिभोज
मुख्यमंत्री राजे देशनोक से रात करीब आठ बजे पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी के जस्सू सर गेट के बाहर स्थित निवास पहुंची। यहां उनका पूर्व मंत्री भाटी सहित भाजपा के कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने रात्रि भोज लेने के बाद पूर्व मंत्री भाटी से बीकानेर संभाग की समस्याओं और विकास से जुड़े मसलों पर चर्चा की। बताया जा रहा है कि राजे ने भाटी से राजनीतिक मामलों पर भी बातचीत की। इस दौरान भाटी ने मीडिया को कहा कि जनहित के मामलों को लेकर सरकार काफी गंभीर है, अब भी अधिकारियों ने इसमें लापरवाही बरती तो वे सड़कों पर भी उतर सकते हैं। - 

सीमा चौकियों का निरीक्षण, जवानों का बढ़ाया हौसला



सीमा चौकियों का निरीक्षण, जवानों का बढ़ाया हौसला 

बीएसएफ के नवनियुक्त महानिदेशक डीके पाठक ने जैसलमेर की सीमा चौकियों का किया दौरा 



जैसलमेर. बीएसएफ के नवनियुक्त महानिदेशक डीके.पाठक ने शनिवार को जैसलमेर से लगती पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने जवानों की ओर से गर्मी के दौरान मुस्तैदी से की जा रही चौकसी को सराहा तथा जवानों की हौसला अफजाई की। पाठक दो दिवसीय यात्रा पर शनिवार सुबह 10.20 बजे एयरफोर्स के हवाई अड्डे पहुंचे। जहां राजस्थान फ्रन्टियर के महानिरीक्षक पीसी.मीणा, उपमहानिरीक्षक ऑपरेशन विमल सत्यार्थी, जैसलमेर सेक्टर साउथ के उपमहानिरीक्षक भंवर सिंह राजपुरोहित, सेक्टर नॉर्थ के उपमहानिरीक्षक अमित लोढा आदि ने स्वागत किया तथा हवाई अड्डे पर ही उन्हें पाकिस्तान से लगती जैसलमेर की 471 किमी की सीमा के संबंध में बीएसएफ के क्रियाकलापों व अन्य सामरिक स्थितियों के संबंध में ब्रीफिंग दी। जहां से महानिदेशक हेलिकॉप्टर द्वारा शाहगढ़ बल्ज क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए रवाना हुए। सीमा चौकी मुरार पहुंचे जहां पर 194 वीं वाहिनी के कार्यवाहक कमांडेंट दिलबाग सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने उनकी अगवानी की। एकल तारबंदी का भी निरीक्षण किया। यहां से पाठक वाहनों से सीमा चौकी सोमा गेप पहुंचे, यहां पर उन्होंने सुरक्षा व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त कर बीएसएफ के जवानों से मुलाकात की ।
सीमा चौकी तनोट पहुंचने पर डीआईजी अमित लोढा, 62 वीं बीएसएफ के कमाण्डेंट मनोज कार्की, डिप्टी कमाण्डेंट दिनेश सान्याल ने उनकी अगवानी की। तनोट मातेश्वरी मन्दिर में पूजा अर्चना की तथा मन्दिर के इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त की। यहां से वे सीमा वौकी बबलियान पहुंचे। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस सीमा चौकी में उन्होंने सीमा पार की स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की तथा बीएसएफ के अधिकारियों से पूरी सामरिक गतिविधियों के बारे में ब्रीफिं ग ली।
नए परिसर का उद्घाटन
सीमा चौकियों पर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेने के बाद महानिदेशक डीके.पाठक ने जैसलमेर जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर रामकुंडा रोड बीएसएफ की 79वीं वाहिनी के नए परिसर का उद्घाटन किया। महानिदेशक रात्रि विश्राम जैसलमेर में ही कर रहे हैं, रविवार को वे 103 बटालियन में नए परिसर का उद्घाटन कर एक सैनिक सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
जैसलमेर. सैनिकों से चर्चा करते महानिदेशक डीके पाठक।


शनिवार, 21 जून 2014

खबर पढ़ोगे तो पता चलेगा कि "भांग" क्या बना सकती है आपको! -



लंदन। रंगीले नशे में मदमस्त होने के लिए पी जाने वाली भांग के बारे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। भांग पर हुए अध्ययन में सामने आया है कि इसका का सेवन करने वाले पुरूषों की प्रजनन क्षमता पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है क्योंकि इससे उनके शुक्राणुओं का आकार प्रभावित होता है। इतना ही नहीं बल्कि नपुंसकता जैसी बीमारी होने की संभावना भी रहती है।
Taking cannabis can decrease men's fertility
शैफील्ड और मैनचेस्टर विश्वविद्यालयों के एक अनुसंधान दल ने यह पता लगाने की कोशिश की कि हमारी जीवनशैली से जुड़े कारक शुक्राणओं के आकार को किस तरह प्रभावित करते हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि गर्मी के महीनों में स्खलित वीर्य के शुक्राणुओं का आकार अच्छा नहीं था लेकिन जिन पुरूषों की यौन गतिविधि 6 दिन से अधिक समय बाद हुई उनके शुक्राणुओं का आकार बेहतर था।

इतना ही नहीं बल्कि धूम्रपान, मद्यपान एवं अन्य मादक पदार्थो के सेवन का भी असर शुक्राणुओं पर देखा गया। अध्ययन ब्रिटेन के करीब 14 प्रजनन केंद्रों में आए 2,249 लोगों पर किया गया। इस अध्ययन के नतीजे "ह्यूमन रिप्रोडक्शन" जर्नल में प्रकाशित हुए हैं।

शैफील्ड विश्वविद्यालय में एंड्रोलॉजी विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ एलन पेसी का कहना है कि "हमारे आंकड़े सुझाव देते हैं कि भांग का सेवन करने वाले अगर परिवार शुरू करने की योजना बना रहे हैं तो उनको इसका उपयोग बंद कर देना चाहिए।" प्रयोगशाला में किए गए अध्ययन से पता चलता है कि असामान्य आकार की वजह से शुक्राणु कम असरदार हो जाते हैं जिससें नपुंसकता जैसी बीमारी होने का भी खतरा रहता है।

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शराब पीते हैं तो ध्यान से पढ़े ये खबर



मैड्रिड। अगर आप भी अधिक मात्रा शराब पीते हैं ये खबर आपके लिए चौंकाने वाली है। क्योंकि हाल ही में हुई शोध में सामने आया है कि बहुत अधिक शराब पीने वाले लोगों के लिए सेहत से जुड़ा बहुत बड़ा खतरा सामने आया है।
Drinking Wine in a lot of quantity causes invisibility: Reaserch
यूनिवर्सिटी ऑफ ग्रनाडा में हुए हाल ही में एक शोध में पता चला है कि अधिक शराब का सेवन करने वाले लोगों को रात में दृष्टिहीनता की बीमारी होने संभावना अधिक रहती है।

शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया है कि नशे की हालत में छवि की ऑप्टिकल क्वालिटी प्रभावित होती है जिससे आंखों पर चढ़ी टीयर फिल्म को नुकसान पहुंचता है और देखने की क्षमता घटती है।

शोधकर्ताओं का कहना है कि एल्कोहल में मौजूद इथेनॉल नामक तत्व आंसुओं के जरिए आंखों की ऊपरी परत यानी टीयर फिल्म को नुकसान पहुंचाता है जिससें रात के समय देखने में परेशानी हो सकती है। इसी के चलते ज्यादा मात्रा में शराब पीने वाले लोग कुछ देखते हैं तो वह धुंधला प्रतीत होता है।

यूर्निवर्सिटी ऑफ ग्रानाडा की यह चौंकाने वाली शोध जर्नल ऑफ ऑप्टेमोलॉजी में प्रकाशित हुई है।

चीफ को दिया तोहफा: युवतियों को कतार में खड़ा कर चुनने को कहा -



नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका में एक ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन ने अपने चीफ को तोहफे में युवती गिफ्ट कर दी। चैनल के कार्यकारी प्रमुख हलाउदी मोत्सोएनेंग को एक समुदाय द्वारा तोहफे में एक युवती, एक गाय और बछड़ा दिया गया। चैनल के प्रमुख को एक स्थानीय पारंपरिक कबीले के नेताओं ने ये अजीबो-गरीब तोहफा भेंट किया।
TV broadcaster given wife as a gift in south africa
साउथ अफ्रीका के स्थानीय अखबार में छपी खबर के मुताबिक लिंपोपो प्रांत के थोहोयांदोऊ में वेंदा कबीले के प्रमुख चैनल प्रमुख से खुश होकर उनके सामने 10 लड़कियों को कतार में खड़ा कर दिया और मोत्सोएनेंग को ऑफर किया कि वो इनमे से किसी एक को चुन लें। कबीले के नेताओं के कहने पर मोत्सोएनेंग ने कतार में खड़ी लड़कियों में से एक 22 साल की युवती को चुना। यह युवती हयूमन रिसॉर्स मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रही है।

अखबार के मुताबिक चुने जाने के बाद युवती ने मोत्सोएनेंग के साथ अंतरंग संबंध बनाए। वहीं इस घटना के बाद साउथ अफ्रीका की महिला संगठनों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए आंदोलन छेड़ दिया है। विरोध के बाद इस मामले के जांच के आदेश दे दिए गए हैं। साउथ अफ्रीका के लैंगिक समानता आयोग के प्रवक्ता जावू बालोयी ने कहा कि हमें इस मामले में बहुत सारी शिकायतें मिली हैं। आरोपों की जांच की जाएगी।

पाताल में है इस भैरव का निवास, धन की करते हैं वर्षा -



जयपुर। भैरव या स्थानीय भाषा में भैंरू नाम से जाने जाने वाले इस भैरवनाथ की उपासना से धन की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि इनकी उपासना का फल भी शीघ्र मिलता है।

यह भैरव हैं स्वर्णाकर्षण भैरव। भैरव का यह सात्विक रूप मुख्य रूप से उपासक को धन-धान्य का आशीर्वाद देता है।
Swarnakarshan Bhairaw blesses with financial success
धार्मिक पुस्तकों में मिले वर्णन के अनुसार स्वर्णाकर्षण भैरव पाताल में निवास करते हैं। इनकी उपासना का समय रात्रि 12 बजे से 3 बजे तक है। उपासकों का कहना है कि इनकी उपस्थिति का अनुमान गंध के माध्यम से किया जाता है। इसी कारण श्वान को इनकी सवारी बताया गया है जो गंध सूंघने में माहिर होता है।

मान्यता यह भी है कि काल भैरव के 40 दिनों तक दर्शन करने से हर मानोकामना पूर्ण होती है। चन्द्रमास के 28 दिनों और 12 राशियों को जोड़कर बने इन दिनों को चालीसा कहते हैं। आम तौर पर भैरव का विशेष दिन रविवार माना गया है। इसी दिन भैरव नाथ को प्रसन्न करना और विशेष पूजा करने का विधान है।

शिवजी के प्रिय हैं भैरवनाथ

भैरवजी भगवान शिव के अतिप्रिय और विश्वासपात्र हैं। कुछ विद्वान उन्हें प्रकारांतर से शिव का अवतार मानते हैं। प्रचलित मान्यता के अनुसार भैरव जी शिव जी के सर्वप्रधान गण हैं। शिव दरबार के अध्यक्ष अथवा मुख्य सचिव। उन्हें शिवजी के गणों में सर्वोच्च अधिकारी माना जाता है। प्रत्येक शिव मंदिर की अदृश्य रूप में देखभाल श्री भैरवजी ही करते हैं। जहां भी शिवमंदिर स्थापित होता है, वहां रक्षक (कोतवाल) के रूप में भैरव जी की प्रतिमा भी स्थापित की जाती है। जहां नहीं की जाती, वहां मानसिक रूप से उनकी उपस्थिति की कल्पना करके उनकी पूजा की जाती है। शिवजी के गणों में वीरभद्र का भी नाम प्रसिद्ध है, किन्तु वह केवल अनुचर हैं, जबकि भैरवजी स्वयं समर्थ और देवतुल्य अधिकार सम्पन्न हैं।

घर से उठाकर पति के सामने किया गैंगरेप और फिर घर छोड़ गए.



इंदौर। छह बदमाशों ने एक चौकीदार दंपत्ति को धमकाकर अगवा किया, फिर एक सूने स्थान पर ले जाकर पति के सामने ही युवती के साथ गैंग रेप किया। उद्योग नगर पालदा में निर्माणाधीन मकान पर तीन सप्ताह पहले चौकीदार के रूप में रहने पहुंचे एक दंपत्ति ने शुक्रवार रात भंवरकुआं थाने पर इस शर्मनाक वारदात की शिकायत दर्ज करवाई है। शुक्रवार रात करीब साढ़े आठ बजे पीडित दंपत्ति ने टीआई प्रदीप राणावत से शिकायत की तो पुलिस ने छह अज्ञात लोगों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार, अपहरण व धमकाने का केस दर्ज किया है।
Woman gangraped in front of husband, dumped
पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के तत्काल बाद ही मामले को गंभीरता से लेते हुए पड़ताल शुरू कर दी। टीआई राणावत पीडित दंपत्ति को लेकर घटनास्थल की तस्दीक करने पहुंचे तो पति-पत्नी उस जगह को पहचानने में असफल रहे। आधी रात युवती को मेडिकल के लिए एमवाय अस्पताल भिजवाया गया।

पुलिस का मानना है कि घटना के हालात को देखते हुए लगता है कि बदमाश पीडित दंपत्ति को पहचान के हो सकते हैं। साथ ही पुलिस का अनुमान है कि किसी रंजिश के कारण ही यह शर्मनाक वारदात की गई है, शायद इसीलिए बदमाश युवती के साथ उसके पति को भी अगवा कर साथ ले गए थे।

गौरतलब है कि अपने घिनौने कृत्य को अंजाम देने के बाद आरोपी कुछ ही घंटों बाद दंपत्ति को कार में बैठाकर लाए व उनके झोपड़े के पास छोड़ कर भाग निकले। आम तौर पर ऎसी वारदातों में आरोपी पकड़े जाने से बचने के लिए पीडिता को लावारिस हाल में छोड़ जाते हैं।

पीडित दंपत्ति पुलिस को सही स्थान बताने में भी असफल रहे जहां बदमाशों ने अपनी कार खड़ी कर बारी-बारी से दुष्कर्म किया था। फिलहाल पुलिस इस सनसनीखेज घटनाक्रम की गहराई से पड़ताल कर रही है।

विदेश में जमा है भारत का 265 टन से ज्यादा सोना

RTI पर र‌िजर्व बैंक ने दी सारी जानकारी


RTI पर र‌िजर्व बैंक ने दी सारी जानकारी

भारत के पास क‌ितना सोना मौजूद है और कहां रखा हुआ है। ये हमेशा से आम लोगों के बीच उत्सुकता का व‌िषय रहा है। इस उत्सुकता से पर्दा उठाते हुए भारतीय र‌िजर्व बैंक ने एक आरटीआई के जवाब में बताया है क‌ि भारत के पास सोने का कितना भंडार है।

ये सोना कहां रखा है। ये सोना स‌िर्फ भारत में ही या व‌िदेश में भी रखा हुआ है।आरटीआई के जवाब में र‌िजर्व बैंक ने ये भी बताया क‌ि सोने को क‌िस रूप में रखा गया है।

देश के राष्ट्रपति बनने के योग्य हैं आडवाणी : नितिन गडकरी

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नितिन गडकरी ने कहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी देश के राष्ट्रपति बनने के योग्य हैं और यह पद उनके कद के अनुरूप है।Advani deserves to be President of India: Gadkari
एक निजी टीवी चैनल पर बातचीत में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री गडकरी ने कहा कि उन्हें (आडवाणी को) लोकसभा का अध्यक्ष बनाना अच्छा नहीं होता क्योंकि पार्टी के अनुभवी नेता पहले ही उपप्रधानमंत्री रह चुके हैं।

चैनल की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, गडकरी ने कहा, 'आडवाणीजी उपप्रधानमंत्री थे और उन्हें लोकसभाध्यक्ष बनाना उचित नहीं होता। आडवाणीजी देश के राष्ट्रपति बनने के योग्य हैं।' उन्होंने कहा, 'हम सब आडवाणीजी का सम्मान करते हैं और हम चाहते हैं कि उन्हें उनके कद के अनुरूप कोई पद मिलना चाहिए।'

गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विवेकपूर्ण फैसला किया कि 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को मंत्री नहीं बनाया जाए, जिसकी वजह से आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेता केंद्रीय कैबिनेट में स्थान नहीं पा सके।

बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की तुलना बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन से की जो अब नायक की भूमिका नहीं निभाते, क्योंकि पीढ़ी बदल गई है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि आज से दस साल बाद नए लोगों के लिए रास्ता बनाने की खातिर उन्हें भी बदल दिया जाए। उन्होंने मीडिया में लगायी जा रही अटकलों को खारिज कर दिया कि जोशी योजना आयोग का उपाध्यक्ष बनना चाहते हैं।

गडकरी ने चैनल से कहा, 'जोशीजी हमारे थिंकटैंक, हमारे वरिष्ठ नेता हैं। हमारी पार्टी निश्चित रूप से उनके अनुभव और ज्ञान का उपयोग करेगी।'