नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नितिन गडकरी ने कहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी देश के राष्ट्रपति बनने के योग्य हैं और यह पद उनके कद के अनुरूप है।
एक निजी टीवी चैनल पर बातचीत में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री गडकरी ने कहा कि उन्हें (आडवाणी को) लोकसभा का अध्यक्ष बनाना अच्छा नहीं होता क्योंकि पार्टी के अनुभवी नेता पहले ही उपप्रधानमंत्री रह चुके हैं।
चैनल की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, गडकरी ने कहा, 'आडवाणीजी उपप्रधानमंत्री थे और उन्हें लोकसभाध्यक्ष बनाना उचित नहीं होता। आडवाणीजी देश के राष्ट्रपति बनने के योग्य हैं।' उन्होंने कहा, 'हम सब आडवाणीजी का सम्मान करते हैं और हम चाहते हैं कि उन्हें उनके कद के अनुरूप कोई पद मिलना चाहिए।'
गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विवेकपूर्ण फैसला किया कि 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को मंत्री नहीं बनाया जाए, जिसकी वजह से आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेता केंद्रीय कैबिनेट में स्थान नहीं पा सके।
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की तुलना बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन से की जो अब नायक की भूमिका नहीं निभाते, क्योंकि पीढ़ी बदल गई है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि आज से दस साल बाद नए लोगों के लिए रास्ता बनाने की खातिर उन्हें भी बदल दिया जाए। उन्होंने मीडिया में लगायी जा रही अटकलों को खारिज कर दिया कि जोशी योजना आयोग का उपाध्यक्ष बनना चाहते हैं।
गडकरी ने चैनल से कहा, 'जोशीजी हमारे थिंकटैंक, हमारे वरिष्ठ नेता हैं। हमारी पार्टी निश्चित रूप से उनके अनुभव और ज्ञान का उपयोग करेगी।'
एक निजी टीवी चैनल पर बातचीत में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री गडकरी ने कहा कि उन्हें (आडवाणी को) लोकसभा का अध्यक्ष बनाना अच्छा नहीं होता क्योंकि पार्टी के अनुभवी नेता पहले ही उपप्रधानमंत्री रह चुके हैं।
चैनल की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, गडकरी ने कहा, 'आडवाणीजी उपप्रधानमंत्री थे और उन्हें लोकसभाध्यक्ष बनाना उचित नहीं होता। आडवाणीजी देश के राष्ट्रपति बनने के योग्य हैं।' उन्होंने कहा, 'हम सब आडवाणीजी का सम्मान करते हैं और हम चाहते हैं कि उन्हें उनके कद के अनुरूप कोई पद मिलना चाहिए।'
गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विवेकपूर्ण फैसला किया कि 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को मंत्री नहीं बनाया जाए, जिसकी वजह से आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेता केंद्रीय कैबिनेट में स्थान नहीं पा सके।
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की तुलना बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन से की जो अब नायक की भूमिका नहीं निभाते, क्योंकि पीढ़ी बदल गई है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि आज से दस साल बाद नए लोगों के लिए रास्ता बनाने की खातिर उन्हें भी बदल दिया जाए। उन्होंने मीडिया में लगायी जा रही अटकलों को खारिज कर दिया कि जोशी योजना आयोग का उपाध्यक्ष बनना चाहते हैं।
गडकरी ने चैनल से कहा, 'जोशीजी हमारे थिंकटैंक, हमारे वरिष्ठ नेता हैं। हमारी पार्टी निश्चित रूप से उनके अनुभव और ज्ञान का उपयोग करेगी।'
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