लंदन। रंगीले नशे में मदमस्त होने के लिए पी जाने वाली भांग के बारे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। भांग पर हुए अध्ययन में सामने आया है कि इसका का सेवन करने वाले पुरूषों की प्रजनन क्षमता पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है क्योंकि इससे उनके शुक्राणुओं का आकार प्रभावित होता है। इतना ही नहीं बल्कि नपुंसकता जैसी बीमारी होने की संभावना भी रहती है।
शैफील्ड और मैनचेस्टर विश्वविद्यालयों के एक अनुसंधान दल ने यह पता लगाने की कोशिश की कि हमारी जीवनशैली से जुड़े कारक शुक्राणओं के आकार को किस तरह प्रभावित करते हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि गर्मी के महीनों में स्खलित वीर्य के शुक्राणुओं का आकार अच्छा नहीं था लेकिन जिन पुरूषों की यौन गतिविधि 6 दिन से अधिक समय बाद हुई उनके शुक्राणुओं का आकार बेहतर था।
इतना ही नहीं बल्कि धूम्रपान, मद्यपान एवं अन्य मादक पदार्थो के सेवन का भी असर शुक्राणुओं पर देखा गया। अध्ययन ब्रिटेन के करीब 14 प्रजनन केंद्रों में आए 2,249 लोगों पर किया गया। इस अध्ययन के नतीजे "ह्यूमन रिप्रोडक्शन" जर्नल में प्रकाशित हुए हैं।
शैफील्ड विश्वविद्यालय में एंड्रोलॉजी विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ एलन पेसी का कहना है कि "हमारे आंकड़े सुझाव देते हैं कि भांग का सेवन करने वाले अगर परिवार शुरू करने की योजना बना रहे हैं तो उनको इसका उपयोग बंद कर देना चाहिए।" प्रयोगशाला में किए गए अध्ययन से पता चलता है कि असामान्य आकार की वजह से शुक्राणु कम असरदार हो जाते हैं जिससें नपुंसकता जैसी बीमारी होने का भी खतरा रहता है।
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