सोमवार, 9 दिसंबर 2013

विद्युत तारों की चपेट में आने से तीन जने झुलसे

आहोर। कस्बे के गौशाला मार्ग स्थित निर्माणाधीन मकान के पास से गुजर रही 33 केवी विद्युत लाइन के सम्पर्क में आने से तीन मजदूर झुलस गए। जिनमें से दो को गंभीर हालत के चलते अन्यत्र रेफर किया गया।

पुलिस के अनुसार सोमवार सुबह करीब दस बजे कस्बे के गौशाला मार्ग पर अन्नाराम चौधरी के निर्माणाधीन मकान के पास से गुजर रही 33 केवी की बिजली की लाईन से अचानक करंट आने से मौके पर कार्य कर रहे बादनवाड़ी निवासी प्रतापाराम पुत्र वगताराम सुथार, दयालपुरा निवासी दिनेश कुमार पुत्र बाबूलाल हीरागर व कस्बे की शरीफा पत्नी हनीफ खां झुलस गए।

जिन्हे उपचार के लिए कस्बे के राजकीय चिकित्सालय लाया गया। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर घायल प्रतापाराम व दिनेश को सुमेरपुर रेफर किया गया। हादसे की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी गुमानाराम चौधरी, डिस्कॉम के सहायक अभियंता रमेश मेघवाल व कनिष्ठ अभियंता वैभव भाटी भी पहुंचे व मौका मुआयना किया।

आखिर कहां गायब हो गया दूल्हा, दुल्हन पर शक की सूई!

हरियाणा के यमुनानगर के हंडौली गांव में शादी के कुछ ही घंटों के बाद ही एक दूल्हा रहस्यमय हालात में गायब हो गया। दूल्हे के गायब होने के पीछे शक की सूई अब उसकी नई-नवेली दुल्हन पर ही घूम रही है। दूल्हे के परिजनों द्वारा इस बारे में उसकी पत्नी व अन्य लोगों पर शक जताया है। हालांकि इसके बाद पुलिस ने अपहरण का मामला तो दर्ज कर लिया है, लेकिन 20 दिन गुजर जाने पर भी पुलिस उसका कोई सुराग नहीं तलाश पाई है। इस से नाराज दूल्हे के परिजनों ने सोमवार को सैकड़ों लोगों के साथ यमुनानगर लघु सचिवालय में पहुंचकर एसपी शिवास कविराज के सामने अपना रोष व्यक्त किया। परिजनों के कहने पर एसपी ने मामले की जांच डीएसपी बिलासपुर को देते हुए मामले में आरोपी बनाए गए लोगों के लाई डिटेक्टर टेस्ट कराए जाने की भी बात कही है।Groom
हंडौली गांव की परमालों देवी ने अपने छोटे बेटे 21 साल के संजीव की शादी 19 नवंबर को पड़ोस के ही एक गांव की लड़की के साथ कराई थी। शादी के बाद जब संजीव रात को अपने कमरे में गया तो लेकिन फिर दोबारा नज़र नहीं आया। संजीव के परिजनों की मानें तो उसकी पत्नी ने ही अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर उसका अपहरण कराया है। उन्होंने पुलिस को इसकी शिकायत भी दे दी थी।

परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद से लेकर आज तक कुछ नहीं किया गया। यही कारण है कि 20 दिन गुजर जाने के बाद भी संजीव का कुछ पता नहीं चल पाया है, जबकि संजीव के जाने के बाद उसकी पत्नी भी अपने घर चली गई थी। इतना ही नहीं संजीव का मोबाइल भी उसकी पत्नी के ही पास था। पुलिस भी केवल उनके नंबर ही ट्रेस कर रही है। परिजनों ने पुलिस से इस मामले में सख्ती से कार्रवाई करते हुए अपने बेटे को तलाश करने की मांग की है। एसपी का कहना है कि वह तरीके से इस मामले की जांच कराएंगे। साथ ही इसकी जांच डीएसपी बिलासपुर को दे दी गई है और मामले की सच्चाई जानने के लिए लाई डिटेक्टर टेस्ट भी कराए जाएंगे।

'उत्तराखंड के चर्चित सेक्स प्रकरण में युवा कांग्रेस महासचिव रितु कंडियाल की संलिप्तता ?



दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार उत्तराखंड के निलंबित अपर सचिव जे. पी. जोशी को युवती द्वारा ब्लैकमेल किये जाने में मध्यस्थ के रूप में नाम आने पर रितु कंडियाल को प्रदेश युवा कांग्रेस ने सोमवार को महासचिव पद से हटा दिया। वहीं मामले में पूछताछ के लिये पुलिस उनसे संपर्क करने का प्रयास कर रही है।
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जारी किए गए एक बयान में प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भुवन कापड़ी ने कहा, 'उत्तराखंड के चर्चित सेक्स प्रकरण में युवा कांग्रेस महासचिव रितु कंडियाल की संलिप्तता की बात सामने आने से संगठन की भावनाओं को ठेस पहुंची है।' उन्होंने बताया, 'इसलिये राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव शाटव की संस्तुति के आधार पर रितु कंडियाल को तत्काल प्रभाव से पद से हटाया जाता है।' हालांकि उन्होंने कहा कि यदि वह बाद में बेकसूर पायी जाती हैं तो उनके विषय में दोबारा विचार किया जायेगा।

गौरतलब है कि युवती द्वारा निलंबित अपर सचिव जोशी के खिलाफ नौकरी का झांसा देकर कथित रूप से दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराये जाने के बाद आरोपी अधिकारी ने भी युवती तथा उसके साथियों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग और धमकी देने का मामला दर्ज कराया था। प्रकरण में जोशी को गिरफ्तार करने के बाद उनके द्वारा दर्ज कराये गये मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि युवती ने अपने साथियों के साथ मिलकर स्वयं कथित दुष्कर्म की घटना की सीडी बनायी और बाद में उसका उपयोग आरोपी अपर सचिव को ब्लैकमेल करने और धन ऐंठने के प्रयास के लिये किया।

जांच के दौरान यह बात भी सामने आयी कि युवती तथा उसके साथियों ने जोशी से कहा कि इस मामले को निपटाने के लिये रकम का खुलासा कांग्रेस नेता रितु कंडियाल करेंगी। जांच के अनुसार, कंडियाल ने जोशी को फोन कर बताया कि युवती तथा उसके साथी इस मामले को निपटाने के लिये तीन करोड़ रुपये मांग रहे हैं। पुलिस को दिये अपने बयान में जोशी भी कह चुके हैं कि उनसे रितु ने संपर्क कर युवती तथा उसके साथियों की ओर से तीन करोड़ रुपये की मांग की थी।

युवती द्वारा दिल्ली में इस साल 22 नवंबर को मामला दर्ज किये जाने से तीन दिन पहले रितु दुबई चली गयीं। इस बीच, रितु के दुबई से भारत लौटने की चर्चाओं के बीच उससे पूछताछ करने के लिये उससे संपर्क करने का प्रयास कर रही है। इस बाबत पूछे जाने पर पुलिस महानिरीक्षक (कानून और व्यवस्था) रामसिंह मीणा ने कहा कि जांच दल रितु से संपर्क करने का प्रयास कर रहा है। हालांकि उसके सभी फोन 'स्विच ऑफ' आ रहे हैं।

पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि रितु से संपर्क होने होने के बाद पुलिस उससे मामले में पूछताछ करेगी। गौरतलब है कि पुलिस ने युवती तथा उसके एक अन्य साथी नीरज चौहान को ब्लैकमेलिंग और धमकी देने के आरोप में गत शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। हालांकि युवती के ट्रांजिट जमानत पर होने के कारण उसे छोड़ दिया गया।

यह हें कांग्रेस कि मारवाड़ में बड़ी हार के कारन

यह हें कांग्रेस कि मारवाड़ में बड़ी हार के कारन 
जानिए उन कारणों को जिनसे राजस्थान कांग्रेस की डूबी लुटिया
जयपुर। राजस्थान के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने ऎतिहासिक जीत दर्ज की है। पार्टी को कुल 162 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस सिर्फ 21 सीटों पर सिमट गई। राजस्थान के इतिहास में कांग्रेस को पहली बार इतनी करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है।

जाट राजपूतो के साथ नाइंसाफी मारवाड़ में अशोक गहलोत ने जाट राजपूतो के साथ नाइंसाफी कि ,राजपूतो को मात्र दो टिकट दिए तो जाट समाज को कांग्रेस से तोड़ने कि रणनीति पर कम किया ,जिससे राजपूत समाज गहलोत के खिलाफ लामबंद हो गया तो जाट समाज ने गहलोत के जाट विरोधी रवैये के कारन कांग्रेस से किनारा कर लिया लिहाजा गहलोत कांग्रेस मारवाड़ में एक भी जाट राजपूत को जीता नहीं पाई मात्र तीन सीटे मिली। गहलोत ने दिग्गज जाट नेता हेमाराम चौधरी और कर्नल सोनाराम चौधरी से पंगा ले लिया था। कर्नल वैसे ही उनके खिलाफ थे , हेमाराम को उनकी इच्छानुसार टिकट नहीं दी जिससे उनकी नाराजगी बढ़ी।


रिफायनरी पर कोरी राजनीती। । अशोक गहलोत जिस रिफायनरी को अपनी सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट बता कर आनन् फानन में सोनिए गण्डशी से शिलान्यास करवाया ,पुरे विधानसभा चुनावो में कांग्रेस ने प्रचार में रिफायनरी के मुद्दे को दूर रखा ,रिफायनरी महज चुनावी स्टंट बन कर रह गया।

इससे पहले 1977 में कांग्रेस को 41 सीटें मिली थी। अशोक गहलोत का कहना है कि वसुंधरा राजे ने झूठा प्रचार किया और अफवाहें फैलाई। इसकी वजह से उनकी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। लेकिन हार की कई अन्य वजहें भी हैं।

ऎसा नहीं है कि अशोक गहलोत सरकार ने अच्छा काम नहीं किया। मुफ्त दवा, मुफ्त जांच, जननी सुरक्षा सहित कई अन्य योजनाओं से आम जनता को बहुत फायदा हुआ लेकिन पार्टी सत्ता विरोधी लहर को भांपने में नाकाम रही।

वे कारण जो कांग्रेस की हार की वजह बने

1. बढ़ती महंगाई के कारण लोगों में जबरदस्त गुस्सा था। भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने इस गुस्से को हवा दी।

2. एंटी मीणा(जाति)सेंटिमेंट:जातियों के अंदर अंडरकरंट था कि अगर किरोड़ी लाल मीणा की पार्टी राजपा जीत गई तो वह सरकार को बंधक बनाकर रखेगी। मीणा वोटरों ने करौली,दौसा,सवाई माधोपुर,भरतपुर और अलवर में राजपा को खूब वोट दिए। पार्टी ने पांच सीटें भी जीती लेकिन अन्य जातियां भाजपा के पक्ष में हो गई। इसका नतीजा यह हुआ कि किरोड़ी लाल मीणा सवाई माधोपुर से चुनाव हार गए। उनकी पत्नी गोलमा देवी भी महुवा से चुनाव हार गई।

3. गहलोत सरकार ने प्रमोशन में आरक्षण का समर्थन किया। समता आंदोलन और मिशन 72 ने इसका विरोध किया था। गहलोत सरकार ने इस आंदोलन को कुचलने की कोशिश की। इससे अगड़ी जातियों में यह संदेश गया कि गहलोत अगड़ी जातियों के विरोधी हैं। ऎसे में वे भाजपा के पक्ष में एकजुट हो गई।

4. अल्पसंख्यक विरोधी सेंटिमेंट:गोपालगढ़ में दंगों के बाद कांग्रेस हाईकमान ने अशोक गहलोत की जमकर खिंचाई की। गहलोत सरकार पर आरोप लगा कि वह अल्पसंख्यकों की सुरक्षा में नाकाम रहे। बजट में भी गहलोत ने अल्पसंख्यकों को बड़ी सौगातें दी। बहुसंख्यक समुदाय ने इस पर रिएक्ट किया।

5. साढ़े चार साल तक गहलोत सरकार ने बड़ी घोषणाएं नहीं की। चुनाव नजदीक आने पर पिछले छह महीने में गहलोत सरकार ने मुफ्त में लैपटॉप, टैबलेट, साडियां, ब्लैंकेट, साइकिलें और दवाइयां बांटनी शुरू की। इस पर भाजपा ने लोगों तक यह संदेश पहुंचाया कि कांग्रेस वोटों को खरीदने की कोशिश कर रही है।

चाइनीज पति-पत्नी निकले भाई-बहन!

बीजिंग। इस बात का जवाब तो मिलना शायद मुश्किल है कि इन पति-पत्नी पर तब क्या गुजरेगी होगी जब शादी के कई सालों बाद उन्हें पता चले की को दोनों आपस में सगे भाई बहन है। लेकिन ये दोनों और सुनने वाला आदमी हर आदमी आश्चर्य में हैं कि पति-पत्नी बने दोनों भाई-बहन हैं।
इस बात का पता पहले इन पति-पत्नी को भी नहीं था कि वो आपस में सगे भाई-बहन है। और यदि पता होता तो वे शायद शादी ही नहीं करते। लेकिन इस सच्चाई से पर्दा तब उठा जब मेडिकल रिपोर्ट में उनका डीएनए समान पाया गया।

दरअसल यह घटना चीन की है जहां पति-पत्नी एक स्वस्थ बच्चा पैदा करने की प्लानिंग के तहत अपना चैकअप करवाने एक हॉस्पिटल में गए। चैकअप रिपोर्ट में पाया गया कि इन दोनों का डीएनए 99.9 फीसदी समान है जो सिर्फ भाई-बहन का ही हो सकता है।

हालांकी इस घटना से पहले भी कई लोग इन दोनों को कह चुके थे कि वो आपस में एक जैसे दिखते हैं, तब उन्होने लोगों की इस बात पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन मेडिकल रिपोर्ट में तो साफ-साफ प्रतीत हो चुका था कि वो दोनों भाई बहन हैं।

इस बात की सत्यता जानने के लिए जब पत्नी ने अपने पिता से पूछा तो उन्होने इसें स्वीकार कर लिया। उनका कहना था कि वो उसके पति की मां से प्यार करते थे और उसको एक बच्चा भी हो गया लेकिन दोनों ने शादी किसी ओर से की। इस बात का पता उन्हें इन दोनों की शादी के समय भी था लेकिन तब कुछ नहीं कहा।

तिवाड़ी होंगे विधानसभाध्यक्ष ,मानवेन्द्र को केबिनेट में जगह मिलने कि सम्भावना ?

तिवाड़ी होंगे विधानसभाध्यक्ष ,मानवेन्द्र को केबिनेट में जगह मिलने कि सम्भावना ?

जयपुर। राजस्थान में भारी बहुमत के बाद भारतीय जनता पार्टी में सरकार और मंत्रिमंडल के गठन की कवायद शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री पद के लिए वसुंधरा राजे 13 दिसंबर को शपथ लेंगी। उनके साथ आधा दर्जन से अधिक मंत्रियों के शपथ लेने की तैयारी भी की जा रही है। जानकारी के अनुसार, भाजपा विधायक दल के नेता के लिए भाजपा मुख्यालय में जल्द ही बैठक होने की संभावना है।

इसके लिए प्रदेश भर से चुने गए भाजपा विधायक आज जयपुर आ रहे हैं। वहीं सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है।

इधर, राजभवन से आज सरकार के गठन के लिए पत्र भाजपा प्रदेशाध्यक्षा को भेजे जाने की संभावना है। दिसंबर के तीसरे सप्ताह में विधानसभा का सत्र बुलाकर शपथ ग्र्रहण व विधानसभा अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, सरकारी मुख्य सचेतक व उपमुख्य सचेतक सहित विभिन्न पदों पर चयन किया जाएगा।

खासाकोठी में ठहरेंगे विधायक

सामान्य प्रशासन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि विधायकों को खासा कोठी, आरटीडीसी के होटलों व ओटीएस कैंम्पस में ठहराया जाएगा। साथ ही विभाग के दो अधिकारियों को मॉनिटरिंग के लिए भी तैनात किया गया है, ताकि विधायकों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो।

विस्तार लोकसभा चुनाव बाद
मंत्रिमंडल की प्रारंभिक कवायद के बाद अगला विस्तार लोकसभा चुनाव के बाद होने की संभावना है। प्रदेश में मुख्यमंत्री सहित 27 मंत्री बनाए जा सकते हैं। इस हिसाब से करीब डेढ़ दर्जन नए मंत्रियों का निर्णय लोकसभा चुनाव में क्षेत्रवार विधायकों के कार्य को देखने के बाद ही किया जाएगा। वहीं करीब दो दर्जन संसदीय सचिव भी बनाए जा सकते हैं।

तिवाड़ी या सिंह बन सकते हैं विधानसभा अध्यक्ष
पिछली सरकार में मंत्री रहे घनश्याम तिवाड़ी को इस बार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए प्रमुख दावेदार बताया जा रहा है। इसके अलावा शाहपुरा से राव राजेन्द्र सिंह भी इस पद के लिए दावेदारों में माने जा रहे हैं।

ये बनाए जा सकते हैं मंत्री

गुलाब चंद कटारिया
क्या : गृह विभाग, क्यों: भाजपा सरकार में गृह और शिक्षा विभाग संभाला था। चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सांवरलमल जाट
क्या : जलदाय, क्यों: पूर्व सरकार में जलदाय मंत्री पद पर रहे थे। इस बार भी प्रबल दावेदारी।
कालीचरण सराफ
क्या : शिक्षा या उद्योग, क्यों: छह बार विधायक और दो बार मंत्री रहे। पिछली सरकार में शिक्षा विभाग संभाला था।
मानवेन्द्र सिंह। . सांसद रहे मानवेन्द्र सिंह वसुंधरा राजे सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ले सकते हें उन्हें कौन मंत्रालय दिया जायेगा मानवेन्द्र सिंह को चिकित्सा या पेयजल मंत्रालय दिया जा सकता हें 

नरपत सिंह राजवी
क्या : उद्योग व चिकित्सा, क्यों: पूर्व सरकार में उद्योग व चिकित्सा विभाग का कार्यभार संभाला। इस बार भी मिलेगा मौका।
युनूस खान
क्या : परिवहन विभाग, क्यों: अल्पसंख्यक नेता के रूप में अच्छी छवि, पिछली सरकार में परिवहन विभाग संभाला था।
नंदलाल मीणा
क्या : जनजाति विकास, क्यों: जनजाति क्षेत्र में अच्छी पकड़ के कारण इस बार सरकार में मौका मिल सकता है।
कालूलाल गुर्जर
क्या : पंचायती राज, क्यों: पार्टी के
वरिष्ठ नेताओं में अच्छी पकड़। पिछली सरकार में पंचायती राज विभाग संंभाला था।
संतोष अहलावत
क्या : जलदाय विभाग, क्यों: पिछली सरकार में बीसूका की उपाध्यक्ष रहीं। इस बार जाट के रूप में मंत्री पद के लिए दावेदार होगी।

बाड़मेर आठ में से छह पहली बार पहुंचे विधानसभा


बाड़मेर आठ में से छह पहली बार पहुंचे विधानसभा


बाड़मेर राज्य विधानसभा के गठन के लिए सम्पन हुए चुनावो के बाद आये परिणामो में भाजपा ने बाड़मेर जैसलमेर कि आठ सीटो पर फ़तेह हासिल कर नै इबारत लिखी हें। इनमे से छह जने पहली बार विधायक बने हें

बाड़मेर जिले कि शिव विधानसभा से भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह ने कांग्रेस के दिग्गज नेता अमिन खान को करीब बतीस हज़ार मतों से हराकर पहली बार विधायक बने। चूँकि वो बाड़मेर जैसलमेर से तीन बार लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हें ,इक बार जीते तो दो बार हारे हें ,इस बार उने भाजपा ने शिव से विधानसभा में उतारा और उन्हें बड़ी कामयाबी मिली।

गुड़ा मलानी से भाजपा के लादूराम विश्नोई पहली बार विधानसभा जायेंगे ,उन्होंने 2003 और 2008 में विधानसभा का चुनाव लड़ा दोनों बार हर गए ,तीसरे प्रयास में इस बार करीब तेंतीस हज़ार मतों से कांग्रेस के दिग्गज जाट नेता और राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी को हराया

चौहटन से भाजपा के तरुण कागा भी पहली बार विधायक बने। उन्होंने भी दो चुनाव लड़े। एक बार निर्दलीय चुनाव लड़ा दूसरी बार भाजपा से। दोनों बार चुनाव हार गए ,इस बार उन्होंने विधायक पदमाराम मेघवाल को करीब तेईस हज़ार से अधिक मतो से हरकलर पिछली हर का बदला ले लिया। वो पहली बार विधायक बने

सिवाना से हमीर सिंह भायल भी पहली बार विधायक बने ,उनका यह पहला चुनाव था ,पहली बार में उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के महंत निर्मलदास को तेईस हज़ार से अधिक मतो से हराया


बायतु से भाजपा के युवा कैलाश चौधरी भी पहली बार विधायक बने ,गत बार वो कांग्रेस के दबंग जाट नेता कर्नल सोनाराम चौधरी से चौंतीस हज़ार मतो से हर गए थे ,इस बार उन्होंने कर्नल को तेरह हज़ार मतो से हरा कर बदला ले लिया।


पोकरण से शैतान सिंह राठोड पहली बार विधायक बने ,गत बार वो कांग्रेस के साले मोहम्मद से तीन सौ सैंतीस मतो से चुनाव हर गए थे ,इस बार उन्होंने साले मोहम्मद को चौंतीस हज़ार चार सौ चवालीस मतो से हरा दिया। मारवाड़ कि सबसे बड़ी जीत के हक़दार बने



एक को उम्रकैद,3 को 10 साल सजा



कासरगोंड। केरल में कासरगोंड की एक अदालत ने 15 साल पुराने सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड में मुख्य आरोपी को आजीवन, तीन लोगों को 10 और एक को सात साल के सश्रम कारावास की सोमवार को सजा सुनाई।

सत्र न्यायाधीश एम जे शक्तिधरन ने तालनकारा में 23 फरवरी1998 में पी एस बीफातिमा (58) और उसकी नौकरानी सेल्वी (16) की मौत के मामले में बेंगूलर के डोडाहनुमा (45) को आजीवन क ैद की सजा सुनाई। दूसरे आरोपी पुतोकोकली वेेंकटेश (45), तीसरे आरोपी मुनि कृष्णा (43) और चौथे आरोपी नल्ला तिम्मा (43) क ो 10-10 साल के सश्रम के कारावास की सजा दी गई।

अदालत ने मामले के पांचवे आरोपी डोडाहनुमा की पत्नी लक्ष्मी (45)को सात साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। ये बदमाश हत्या के 44 मामलों समेत 88 अन्य मामलों में आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में भी वांछित थे।



जैसलमेर में चिंकारा का मांस और बर्तन बरामद



जैसलमेर जिले के रामगढ़ नहरी क्षेत्र में वन विभाग और पुलिस के संयुक्त अभियान में एक स्थान पर छापा मारकर चिंकारा का मांस और उसे पकाने के बर्तन बरामद किए है.
जैसलमेर में चिंकारा का मांस और बर्तन बरामद
पुलिस ने मामला दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में लिया है, जबकि दो आरोपियों की तलाश कर रही है.

उपवन संरक्षक मुकुट बिहारी माथुर के अनुसार चिंकारा के शिकार की सूचना मिलने पर वन विभाग व पुलिस दल ने दबिश देकर एक बर्तन में रखा चिंकारा का मांस बरामद किया लेकिन दो आरोपी फरार हो गए.

रामगढ़ थानाधिकारी जेठाराम व सहायक वनसंरक्षक बजरंगलाल यादव के नेतृत्व में टीम ने मौके से सुखदेव निवासी टिबरा माइनर व सोनूराम बावरी निवासी टिबरा माइनर को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया.

वहीं मौके से मुख्य आरोपी रामकिशन बावरी निवासी सादा माइनर व हनुमान बावरी निवासी सादा माइनर फरार हो गए.

जेठाराम के अनुसार सुखदेव व सोनूराम से पूछताछ की जा रही है.

सरहद के नए सुलतान मानवेन्द्र सिंह

सरहद के नए सुलतान मानवेन्द्र सिंह





बाड़मेर विधानसभा चुनावो के परिणाम आने के साथ ही सरहदी जिलो बाड़मेर जैसलमेर में जिस तरह कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ हुआ हें उनमे एक नए नेता के रूप में कर्नल मानवेन्द्र सिंह सरहद के सुल्तान के रूप में उदीयमान हुए हें। मुस्लिम बाहुल्य बाड़मेर जैसलमेर जिलो कि राजनीती में मुस्लिमो के नेताओ के रूप में गाज़ी फ़क़ीर ,अब्दुल हादी और अमिन खान का वाटचासव रहा मगर इस बार मुस्लिमो ने मानवेन्द्र सिंह को अपना नेता मान बाड़मेर जैसलमेर में भाजपा को खुलकर समर्थन दिया। मानवेन्द्र सिंह को शिव में मुस्लिम समाज ने अप्रत्यासित समर्थन दिया जिसके चलते उन्होंने अमिन खान को बड़े अंतराल से हराया। बाड़मेर जैसलमेर के सिंधी मुस्लिम जसवंत सिंह परिवार के मुरीद हें ,इस परिवार के प्रति उनकी अपणायत देखते बनती हें।


मानवेन्द्र सिंह के चुनाव प्रचार कि कमान भी सिंधी मुस्लिम नेताओ ने थाम राखी थी मुराद अली मेहर ,सफी खान तामलियर ,जब्बल खान ,हसन खान गगरिया ,एडवोकेट मलार खान उनके सारथि बने। मुस्लिमो ने ना केवल मानवेन्द्र सिंह बल्कि उनके समर्थक मुस्लिमो ने जैसलमेर में भाजपा प्रत्यासी छोटू सिंह भाटी ,पोकरण में शैतान सिंह राठोड ,चौहटन में तरुण कागा को भरपूर समर्थन देकर जिताया ,मानवेन्द्र सिंह को अमूमन बीस फीसदी मत मुस्लिमो के मिलते आये हें मगर इस बार चालीस फीसदी मत मुस्लिमो के मिले। जिस तरह मुस्लिमो ने उन्हें समर्थन दिया वो परिणामो से साफ़ हो गया। अलबता भाजपा का शासन होगा पांच साल तक मानवेन्द्र सिंह अल्पसंख्यको के विकास के लिए क्या कदम उठाते हें यह देखने वाली बात होगी ,

मुस्लिमो ने नाकारा अमिन खान का नेतृत्व। । अल्पसंख्यक नेता के रूप में अमिन खान का वर्चस्व बाड़मेर जिले कि राजनीती में चार दसक से हें ,उनका वर्चस्व मानवेन्द्र सिंह ने तोड़ा ,सरहद के मुस्लिम बाहुल्य इन विधानसभा क्षेत्रो में मुस्लिम धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर ,हुसैन फ़क़ीर ,अमिन खान का जादू नहीं चला




मानवेन्द्र सिंह के विजय जुलुस में जिस प्रकार अल्पसंख्यक समुदाय उम्दा उससे साफ़ लगा कि सरहद के नए सुल्तान कि ताज़पोशी भी हो गयी ,




नरेंद्र मोदी के लिए एक आदर्श। . आगामी लोक सभा चुनावो में नरेंद्र मोदी मानवेन्द्र सिंह को एक आदर्श के रूप में प्रस्तुत कर मुस्लिम समाज के सामने रख सकते हें कि सरहद पर भी मुस्लिम हिन्दू नेता का नेतृत्व स्वीकार कर उनमे विश्वास व्यक्त करते हें , अल्पसंख्यको कि हिमायती हें।




मैंने सांसद रहते हुए और बाद में भी राजनीती में सक्रीय रहते हुए अल्पसंख्यको के विकास के काम प्राथमिकता से किये हें ,इस समाज का मुझे पूरा समर्थन और स्नेह मिला हें ,यह मेरे लिए गौरव कि बात हें। मेरे पास इस समाज के विकास कि कई योजनाए हे जिस पर काम करेंगे। नरेंद्र मोदी के प्रति इन समुदाय में गज़ब का विश्वास हें।

रविवार, 8 दिसंबर 2013

यहां बाइक के साथ बीवी भी है बिकाऊ!

न्यूयॉर्क। घर में रखे पुराने सामान के साथ शायद ही कोई पति अपनी सुन्दर सी पत्नी को बेचे, लेकिन एक सख्श है ऎसा जिसने अपनी पुरानी बाइक के साथ खुद की बीवी को भी बेचने का ऑनलाइन एड दे दिया।
अपनी पुरानी हार्ले डेविडसन के साथ बीवी को भी बेचने का एड क्रेगलिस्ट नाम की वेबसाइट पर देने वाला यह आदमी अमरीका का रहने वाला है, जिसका नाम बॉब है।

बॉब ने इस वेबसाइट पर दिए एड में अपनी हार्ले डेविडसन बाइक तथा बीवी के की एकसाथ फोटो खींचकर डालने के साथ उनके बारे में मजेदार जानकारियां भी पोस्ट की।

बॉब ने यह तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि मेरी हार्ले डेविडसन स्पोर्टस्टर बाइक 2006 की मॉडल है जो शानदार है। जबकि मेरी पत्नी 1959 का मॉडल है इसें पसंद करने वाले खरीदार को यह भी बता दूं कि वह दिखने में बहुत खूबसूरत है।

इसके बाद बॉब ने लिखा की बाइक "वेल मेंटेन" है, जबकि बाइक के साथ मुस्कुराती हुई बीवी के बारे में लिखा की वो "हाई मेंटेन" है। इसके आगे लिखा की मेरी बाइक नया नवेला या अनुभवी कोई भी चला सकता है,उसें अच्छ लगेगा। जबकि चेतावनी देते हुए आगे लिखा कि मेरी पत्नी को सिर्फ "विशेषज्ञ" ही पसंद है।

वेबसाइट पर दिए गए इस एड में बाइक तथा बीवी दोनों की कीमत 5900 डॉलर रखी और लिखा कि वो मोलभाव के लिए तैयार है। यदि खरीददार वर्जिनिया से है तो वो उसकी डिलीवरी भी कर सकता है।

भाजपा विधायक दल की बैठक कल

जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनावों में शानदार जीत दर्ज करने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विधायक दल की बैठक सोमवार शाम को सात बजे पार्टी के प्रदेश कार्यालय में होगी। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष वसुंधरा राजे करेंगी। भाजपा विधायक दल की बैठक कल
बैठक में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक शामिल होंगे। बैठक में राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सचिव भूपेन्द्र यादव, प्रदेश भाजपा प्रभारी कप्तान सिंह सोलंकी एवं राष्ट्रीय सहसंगठन मंत्री श्योदान सिंह विशेषतौर पर भाग लेंगे।

जैसलमेर में भाजपा कि पताका शैतान सिंह ऐतिहासिक जीत ,छोटू सिंह फिर विधायक

जैसलमेर में भाजपा कि पताका
शैतान सिंह ऐतिहासिक जीत ,छोटू सिंह फिर विधायक





जैसलमेर जैसलमेर जिले कि दोनों विधानसभा सीटो पर भाजपा ने पताका फहरा दी हें ,जैसलमेर विधानसभा सीट छोटू सिंह भाटी ने दमदार जीत हासिल कर लगातार दूसरी बार विधायक बने तो पोकरण से भाजपा के शैतान सिंह ने पिछली हार का बदला ब्याज सहित कांग्रेस विधायक साले मोहम्मद को हराकर चुका ढोया। बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक ने पूर्व में दावा किया था कि शैतान सिंह मारवाड़ कि सबसे बड़ी जीत हासिल करेंगे। वाही हुआ ,पोकरण से शैतान सिंह 34444वोटो से जीते वाही छोटू सिंह इकतीस सौ पचास मतों से विजयी हुए। भाजपा ने दोनों सीटे जित कर कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ कर दिया

यह हें जिले वार नए विधायक कौन कहा जीता


यह हें जिले वार नए विधायक कौन कहा जीता 

जयपुर। राजस्थान विधानसभा के 199 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा ने 162 सीटें जीतीं। वहीं कांग्रेस महज 21 सीटों पर सिमट गई। राजस्थान के इतिहास में ऎसा पहली बार हुआ जब भाजपा ने इतनी ज्यादा सीटें जीतकर इतिहास रचा, वहीं कांग्रेस की इतनी बुरी स्थिति रही।

तीसरे मोर्चे ने अपनी ताकत को बढ़ाने के लिए खूब मशक्कत की। लेकिन जनता ने इन्हें नकार दिया। अन्य दलों में बसपा ने 3 जबकि किरोड़ीलाल मीणा की राजपा ने 4 सीटें जीतीं। नौ निर्दलीय भी जीत दर्ज करने में सफल रहे।

राजस्थान में किस उम्मीदवार को जनता का आशीर्वाद मिला, डालते हैं एक नजर

बीकानेर संभाग

बीकानेर

खाजूवाला-भाजपा-विश्वनाथ मेघवाल
बीकानेर पश्चिम-भाजपा-गोपाल जोशी
बीकानेर पूर्व-भाजपा-सिद्धी कुमारी
कोलायत-कांग्रेस-भंवर सिंह भाटी
लूणकरणसर-निर्दलीय-माणिक चंद
डूंगरगढ़-भाजपा-किशनाराम नाई
नोखा-कांग्रेस-रामेश्वर डूडी

श्रीगंगानगर

सादुलशहर-भाजपा-गुरजंट सिंह
गंगानगर-जमींदारा पार्टी-कामिनी जिंदल
करणपुर-भाजपा-सुरेन्द्रपाल टीटी
सूरतगढ़-राजेन्द्र भादू
रायसिंहनगर-जमीदारा पार्टी- सोना बावरी
अनूपगढ़-भाजपा-शिमला बावरी

हनुमानगढ़

हनुमानगढ़-भाजपा-डॉ. रामप्रताप
संगरिया-भाजपा-कृष्ण कड़वा
पीलीबंगा-भाजपा-द्रोपदी मेघवाल
नोहर-भाजपा-अभिषेक नोहर
भादरा-भाजपा-संदीप बेनीवाल

झुंझुनूं

झुंझुनूं-कांग्रेस-बृजेन्द्र ओला
पिलानी-भाजपा-सुंदर लाल
सूरजगढ़-भाजपा-संतोष अहलावत
मंडावा-निर्दलीय-नरेन्द्र खींचड़
नवलगढ़-निर्दलीय-राजकुमार शर्मा
उदयपुरवाटी-भाजपा-शुभकरण चौधरी
खेतड़ी-बसपा-पूरण सैनी

चूरू

सुजानगढ़-भाजपा-खेमाराम मेघवाल
सादुलपुर-बसपा-मनोज न्यांगली
तारानगर-भाजपा-जयनारायण पूनिया
सरदारशहर-कांग्रेस-भंवरलाल शर्मा
रतनगढ़-भाजपा-राजकुमार रिणवा

कोटा संभाग

कोटा

कोटा उत्तर-भाजपा-प्रहलाद गुंजल
कोटा दक्षिण-भाजपा-ओम बिड़ला
रामगंजमंडी-भाजपा-चन्द्रकंाता मेघवाल
पीपल्दा-भाजपा-विद्याशंकर नंदवाना
सांगोद-भाजपा-हीरालाल नागर
लाडपुरा-भाजपा-भवानी सिंह राजावत

बूंदी

बूंदी-भाजपा-अशोक डोगरा
हिंडोली-कांग्रेस-अशोक चांदना
केशोरायपाटन-भाजपा-बाबूलाल वर्मा

बारां

अंता-प्रभूलाल सैनी-भाजपा
किशनगंज-ललित मीणा-भाजपा
बारां-अटरू-रामपाल मेघवाल-भाजपा
छबड़ा-प्रताप सिंह सिंघवी-भाजपा

झालावाड़

मनोहरथाना-भाजपा-कंवरलाल मीणा
खानपुर-भाजपा-नरेन्द्र नागर
झालरापाटन-भाजपा-वसुंधरा राजे
डग-भाजपा-आरसी सुनेरीवाल


जोधपुर संभाग

जोधपुर

शेरगढ़-बाबूसिंह राठौड़-भाजपा
ओसियां-भैराराम चौधरी-भाजपा
लूणी-जोगाराम पटेल-भाजपा
जोधपुर शहर-कैलाश भंसाली- भाजपा
सूरसागर-सूर्यकांता व्यास-भाजपा
लोहावट-गजेन्द्र सिंह खींवसर-भाजपा
बिलाड़ा-अर्जुन गर्ग-भाजपा
फलौदी-भाजपा-पब्बाराम
लोहावट-भाजपा-गजेन्द्र सिंह
भोपालगढ़-भाजपा-कमसा मेघवाल
सरदारपुरा-कांग्रेस-अशोक गहलोत

पाली

पाली-भाजपा-ज्ञान प्रकाश पारख
जैतारण-भाजपा-सुरेन्द्र गोयल
सोजत-भाजपा-संजना आगरी
मारवाड़-जक्षन-भाजपा-केशाराम चौधरी
बाली-भाजपा-पुष्पेन्द्र सिंह
सुमेरपुर-भाजपा-मदन राठौड़


जैसलमेर

जैसलमेर-भाजपा-छोटूसिंह भाटी
पोकरण-भाजपा-शैतान सिंह भाटी

बाड़मेर

बाड़मेर-मेवाराम जैन-कांग्रेस
चौहटन-तरूणराय कागा-भाजपा
गुढ़ामालानी-लादूराम विश्Aोई-भाजपा
शिव-मानवेन्द्र सिंह-भाजपा
बायतू-भाजपा-कैलाश चौधरी्र
पचपदरा-भाजपा-अमराराम
सिवाना-भाजपा-हम्मीर सिंह

सिरोही

सिरोही-भाजपा-ओटाराम देवासी
पिण्डवाड़ा-भाजपा-समाराम
रेवदर-भाजपा-जगसीराम कोली

जालौर

जालौर-भाजपा-अमृता मेघवाल
आहोर-भाजपा-शंकर सिंह राजपुरोहित
भीनमाल-भाजपा-पूराराम मेघवाल
सांचौर-कांग्रेस-सुखराम विश्Aोई
रानीवाड़ा-भाजपा-नारायण सिंह देवल

अजमेर संभाग

किशनगढ़-भाजपा-भागीरथ चौधरी
पुष्कर-भाजपा-सुरेश रावत
अजमेर उत्तर-भाजपा-वासुेदव देवनानी
अजमेर दक्षिण-भाजपा-अनिता भदेल
नसीराबाद-भाजपा-सांवरलाल
ब्यावर-भाजपा-शंकर सिंह रावत
मसूदा-भाजपा-सुशील कंवर पलाड़ा
केकड़ी-भाजपा-शत्रुघ्न गौतम

टोंक

मालपुरा-भाजपा-कन्हैयालाल
निवाई-भाजपा-हीरालाल रैगर
टोंक-भाजपा-अजित मेहता
देवली-उनियारा-भाजपा-राजेन्द्र गुर्जर

नागौर

नागौर-भाजपा-हबीबुर्रहमान
लाडनूं-भाजपा-मनोहर सिंह
डीडवाना-भाजपा-युनूस खां
जायल-भाजपा-मंजू बाघमार
खींवसर-निर्दलीय-हनुमान बेनीवाल
मेड़ता-भाजपा-सुखराम नेतडिया
डेगाना-भाजपा-अजय सिंह
नावां-भाजपा-विजय सिंह
मकराना-भाजपा-श्रीराम भिंचर
परबतसर-भाजपा-मानसिंह किनसरिया

भीलवाड़ा

भीलवाड़ा-भाजपा-विट्ठल शंकर अवस्थी
मांडल-भाजपा-कालूलाल गुर्जर
साहड़ा-भाजपा-बालूराम जाट
शाहपुरा-भाजपा-कैलाश मेघवाल
जहाजपुर-कांग्रेस-धीरज गुर्जर
मांडलगढ़-भाजपा-कीर्ति कुमारी
आसींद-भाजपा-रामलाल गुर्जर

भरतपुर

वैर-भाजपा-बहादूर सिंह कोली
बयाना-भाजपा-बच्चू सिंह बंशीवाल
नगर-भाजपा-अनीता गुर्जर
कामां-भाजपा- कु.जगत सिंह
भरतपुर-भाजपा-विजय बंसल
डीग-कुम्हेर-कांग्रेस-विश्वेन्द्र सिंह
नदबई-भाजपा-कृष्णेन्द्र कौर दीपा

सवाई माधोपुर

सवाई माधोपुर-भाजपा-दीया कुमारी
गंगापुरसिटी-भाजपा-मानसिंह गुर्जर
खंडार-भाजपा-जितेन्द्र गोठवाल
बामनवास-भाजपा-कुं जीलाल मीणा

धौलपुर

बाड़ी-कांग्रेस- गिर्राज सिंह मलिंगा
राजाखेड़ा-कांगे्रस-प्रद्युम्न सिंह
धौलपुर-बसपा-बी एल कुशवाह
बसेड़ी-भाजपा-रानी कोली

करौली

करौली-कांग्रेस-दर्शन सिंह
सपोटरा-कांग्रेस-रमेश मीणा
हिंडौन-भाजपा-राजकुमारी
टोडाभीम-कांग्रेस-घनश्याम मेहर

जयपुर संभाग

जयपुर

कोटपूतली-कांग्रेस-राजेन्द्र यादव
विराटनगर-भाजपा-फूलचंद भिंडा
शाहपुरा-भाजपा-राव राजेन्द्र सिंह
चौमूं-भाजपा-रामलाल शर्मा
फुलेरा-भाजपा-निर्मल कुमावत
दूदू-भाजपा-प्रेम चंद बैरवा
झोटवाड़ा-भाजपा-राजपाल सिंह
आमेर-राजपा-नवीन पिलानिया
जमवारामगढ़-भाजपा-जगदीश मीणा
हवामहल-भाजपा-सुरेन्द्र पारीक
विद्याधर नगर-भाजपा-नरपत सिंह
सिविल लाइंस-भाजपा-अरूण चतुर्वेदी
किशनपोल-भाजपा-मोहन लाल गुप्ता
आदर्श नगर-भाजपा-अशोक परनामी
मालवीय नगर-भाजपा-कालीचरण सर्राफ
सांगानेर-भाजपा-घनश्याम तिवाड़ी
बगरू-भाजपा-कैलाश वर्मा
बस्सी-निर्दलीय अंजू धानका
चाकसू-भाजपा-लक्ष्मीनारायण बैरवा

अलवर

अलवर ग्रामीण-भाजपा-जयराम जाटव
तिजारा-भाजपा-मम्मन सिंह यादव
कठूमर-भाजपा-मंगलराम कोली
मुण्डावर-भाजपा-धर्मपाल चौधरी
रामगढ-भाजपा-ज्ञानदेव आहूजा
बानूसर-कांग्रेस-शकुंतला रावत
किशनगढ़बास-भाजपा-रामहेत सिंह यादव
बहरोड-भाजपा-जसवंत यादव
अलवर शहर-भाजपा-बनवारी लाल सिंघल
थानागाजी-भाजपा- हेमसिंह भडाना
राजगढ़-लक्ष्मणगढ़-राजपा -गोलमा देवी

दौसा

दौसा-भाजपा- शंकर शर्मा
बांदीकुई-भाजपा-अल्का सिंह
ुमहुवा-भाजपा-ओमप्रकाश हुडला
सिकराय-राजपा-गीता वर्मा
लालसोट-राजपा-किरोड़ी लाल

सीकर

फतेहपुर-निर्दलीय-नन्दकिशोर महरिया
लक्ष्मणगढ़-कांग्रेस-गोविंद सिंह डोटासरा
धोद-भाजपा-गोरधन
सीकर-भाजपा-रतन जलधारी
दांतारामगढ़-कांग्रेस-नारायण सिंह
खण्डेला-भाजपा-बंशीधर बाजिया
नीम का थाना-भाजपा-प्रेम सिंह बाजौर
श्रीमाधोपुर-भाजपा-झाबर सिंह खर्रा

उदयपुर संभाग

गोगुन्दा-भाजपा-प्रतापलाल भील
झाड़ोल-कांग्रेस-हीरालाल दरांगी
खैरवाड़ा-भाजपा-नानालाल अहारी
उदयपुर ग्रामीण-भाजपा-फूलचंद मीणा
उदयपुर-भाजपा-गुलाब चंद कटारिया
मावली-भाजपा-दलीचन्द डांगी
वल्लभनगर-निर्दलीय-रणधीर सिंह
सलूम्बर-भाजपा-अमृत लाल मीणा

चित्तौड़गढ़

कपासन-भाजपा-अर्जुनलाल जीनगर
बेगूं-भाजपा-सुरेश धाकड़
निम्बोहड़ा-भापजा-श्रीचंद $कपलानी
चित्तौड़गढ़-भाजपा-चन्द्रभान सिंह आक्या
बड़ी सादड़ी-भाजपा-गौतम

प्रतापगढ़

्रप्रतापगढ़-भाजपा-नंदलाल मीणा
धरियावाद-भाजपा-गौतम मीणा

राजसमंद

राजसमंद-भाजपा-किरण माहेश्वरी
नाथद्वारा-भाजपा-कल्याण सिंह चौहान
भीम-भाजपा-हरीसिंह रावत
कुंभलगढ़-सुरेन्द्र सिंह राठौड़

बासंवाड़ा

बांसवाड़ा-भाजपा-धनसिंह रावत
घाटोल-भाजपा-नवनीत निनामा
गढ़ी-भाजपा-जीतमल खांट
बागीदौरा-कांग्रेस-महेन्द्रजीत मालवीय
कुशलगढ़-भाजपा-भीमा

डूंगरपुर

डूंगरपुर-देवेन्द्र कटारा-भाजपा
आसपुर-भाजपा-गोपीचन्द मीणा
सागवाड़ा-भाजपा-अनिता कटारा
चौरासी-भाजपा-सुशील कटारा

हार से खिन्न चन्द्रभान ने इस्तीफा दिया

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में हार का ठीकरा केन्द्र सरकार पर फोड़ा है। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान ने हार स्वीकार करते हुए इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा सोनिया गांधी को भेजा है। वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने जीत का सेहरा जनता और मोदी के सिर बांधा। गहलोत ने कहाकि केन्द्र सरकार के कामों के कारण जनता ने कांग्रेस के खिलाफ वोट किया। गहलोत शाम सात बजे राजभवन जाकर राज्यपाल मार्गरेट आल्वा को इस्तीफा सौंपेंगे।

गहलोत ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहाकि विपक्षी दल के झूठे आरोप लगाए जिसके कारण जनता गुमराह हो गई। हम अपने कामों को जनता को समझा पाने में विफल रहे। हमने काम करने में कोई कमी नहीं, लेकिन विपक्षी पार्टी ने जनता को झूठे आरोप लगाकर भ्रमित कर दिया।

वसुंधरा राजे ने झालावाड़ में कहाकि मुझे जनता पर भरोसा था। इसके अलावा मोदी फैक्टर ने भी भाजपा के पक्ष में काम कि या। राजे ने इससे पहले बांसवाड़ा में त्रिपुरा सुंदरी में पूजा-अर्चना की।