हरियाणा के यमुनानगर के हंडौली गांव में शादी के कुछ ही घंटों के बाद ही एक दूल्हा रहस्यमय हालात में गायब हो गया। दूल्हे के गायब होने के पीछे शक की सूई अब उसकी नई-नवेली दुल्हन पर ही घूम रही है। दूल्हे के परिजनों द्वारा इस बारे में उसकी पत्नी व अन्य लोगों पर शक जताया है। हालांकि इसके बाद पुलिस ने अपहरण का मामला तो दर्ज कर लिया है, लेकिन 20 दिन गुजर जाने पर भी पुलिस उसका कोई सुराग नहीं तलाश पाई है। इस से नाराज दूल्हे के परिजनों ने सोमवार को सैकड़ों लोगों के साथ यमुनानगर लघु सचिवालय में पहुंचकर एसपी शिवास कविराज के सामने अपना रोष व्यक्त किया। परिजनों के कहने पर एसपी ने मामले की जांच डीएसपी बिलासपुर को देते हुए मामले में आरोपी बनाए गए लोगों के लाई डिटेक्टर टेस्ट कराए जाने की भी बात कही है।
हंडौली गांव की परमालों देवी ने अपने छोटे बेटे 21 साल के संजीव की शादी 19 नवंबर को पड़ोस के ही एक गांव की लड़की के साथ कराई थी। शादी के बाद जब संजीव रात को अपने कमरे में गया तो लेकिन फिर दोबारा नज़र नहीं आया। संजीव के परिजनों की मानें तो उसकी पत्नी ने ही अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर उसका अपहरण कराया है। उन्होंने पुलिस को इसकी शिकायत भी दे दी थी।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद से लेकर आज तक कुछ नहीं किया गया। यही कारण है कि 20 दिन गुजर जाने के बाद भी संजीव का कुछ पता नहीं चल पाया है, जबकि संजीव के जाने के बाद उसकी पत्नी भी अपने घर चली गई थी। इतना ही नहीं संजीव का मोबाइल भी उसकी पत्नी के ही पास था। पुलिस भी केवल उनके नंबर ही ट्रेस कर रही है। परिजनों ने पुलिस से इस मामले में सख्ती से कार्रवाई करते हुए अपने बेटे को तलाश करने की मांग की है। एसपी का कहना है कि वह तरीके से इस मामले की जांच कराएंगे। साथ ही इसकी जांच डीएसपी बिलासपुर को दे दी गई है और मामले की सच्चाई जानने के लिए लाई डिटेक्टर टेस्ट भी कराए जाएंगे।
हंडौली गांव की परमालों देवी ने अपने छोटे बेटे 21 साल के संजीव की शादी 19 नवंबर को पड़ोस के ही एक गांव की लड़की के साथ कराई थी। शादी के बाद जब संजीव रात को अपने कमरे में गया तो लेकिन फिर दोबारा नज़र नहीं आया। संजीव के परिजनों की मानें तो उसकी पत्नी ने ही अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर उसका अपहरण कराया है। उन्होंने पुलिस को इसकी शिकायत भी दे दी थी।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद से लेकर आज तक कुछ नहीं किया गया। यही कारण है कि 20 दिन गुजर जाने के बाद भी संजीव का कुछ पता नहीं चल पाया है, जबकि संजीव के जाने के बाद उसकी पत्नी भी अपने घर चली गई थी। इतना ही नहीं संजीव का मोबाइल भी उसकी पत्नी के ही पास था। पुलिस भी केवल उनके नंबर ही ट्रेस कर रही है। परिजनों ने पुलिस से इस मामले में सख्ती से कार्रवाई करते हुए अपने बेटे को तलाश करने की मांग की है। एसपी का कहना है कि वह तरीके से इस मामले की जांच कराएंगे। साथ ही इसकी जांच डीएसपी बिलासपुर को दे दी गई है और मामले की सच्चाई जानने के लिए लाई डिटेक्टर टेस्ट भी कराए जाएंगे।
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