सरहद के नए सुलतान मानवेन्द्र सिंह
बाड़मेर विधानसभा चुनावो के परिणाम आने के साथ ही सरहदी जिलो बाड़मेर जैसलमेर में जिस तरह कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ हुआ हें उनमे एक नए नेता के रूप में कर्नल मानवेन्द्र सिंह सरहद के सुल्तान के रूप में उदीयमान हुए हें। मुस्लिम बाहुल्य बाड़मेर जैसलमेर जिलो कि राजनीती में मुस्लिमो के नेताओ के रूप में गाज़ी फ़क़ीर ,अब्दुल हादी और अमिन खान का वाटचासव रहा मगर इस बार मुस्लिमो ने मानवेन्द्र सिंह को अपना नेता मान बाड़मेर जैसलमेर में भाजपा को खुलकर समर्थन दिया। मानवेन्द्र सिंह को शिव में मुस्लिम समाज ने अप्रत्यासित समर्थन दिया जिसके चलते उन्होंने अमिन खान को बड़े अंतराल से हराया। बाड़मेर जैसलमेर के सिंधी मुस्लिम जसवंत सिंह परिवार के मुरीद हें ,इस परिवार के प्रति उनकी अपणायत देखते बनती हें।
मानवेन्द्र सिंह के चुनाव प्रचार कि कमान भी सिंधी मुस्लिम नेताओ ने थाम राखी थी मुराद अली मेहर ,सफी खान तामलियर ,जब्बल खान ,हसन खान गगरिया ,एडवोकेट मलार खान उनके सारथि बने। मुस्लिमो ने ना केवल मानवेन्द्र सिंह बल्कि उनके समर्थक मुस्लिमो ने जैसलमेर में भाजपा प्रत्यासी छोटू सिंह भाटी ,पोकरण में शैतान सिंह राठोड ,चौहटन में तरुण कागा को भरपूर समर्थन देकर जिताया ,मानवेन्द्र सिंह को अमूमन बीस फीसदी मत मुस्लिमो के मिलते आये हें मगर इस बार चालीस फीसदी मत मुस्लिमो के मिले। जिस तरह मुस्लिमो ने उन्हें समर्थन दिया वो परिणामो से साफ़ हो गया। अलबता भाजपा का शासन होगा पांच साल तक मानवेन्द्र सिंह अल्पसंख्यको के विकास के लिए क्या कदम उठाते हें यह देखने वाली बात होगी ,
मुस्लिमो ने नाकारा अमिन खान का नेतृत्व। । अल्पसंख्यक नेता के रूप में अमिन खान का वर्चस्व बाड़मेर जिले कि राजनीती में चार दसक से हें ,उनका वर्चस्व मानवेन्द्र सिंह ने तोड़ा ,सरहद के मुस्लिम बाहुल्य इन विधानसभा क्षेत्रो में मुस्लिम धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर ,हुसैन फ़क़ीर ,अमिन खान का जादू नहीं चला
मानवेन्द्र सिंह के विजय जुलुस में जिस प्रकार अल्पसंख्यक समुदाय उम्दा उससे साफ़ लगा कि सरहद के नए सुल्तान कि ताज़पोशी भी हो गयी ,
नरेंद्र मोदी के लिए एक आदर्श। . आगामी लोक सभा चुनावो में नरेंद्र मोदी मानवेन्द्र सिंह को एक आदर्श के रूप में प्रस्तुत कर मुस्लिम समाज के सामने रख सकते हें कि सरहद पर भी मुस्लिम हिन्दू नेता का नेतृत्व स्वीकार कर उनमे विश्वास व्यक्त करते हें , अल्पसंख्यको कि हिमायती हें।
मैंने सांसद रहते हुए और बाद में भी राजनीती में सक्रीय रहते हुए अल्पसंख्यको के विकास के काम प्राथमिकता से किये हें ,इस समाज का मुझे पूरा समर्थन और स्नेह मिला हें ,यह मेरे लिए गौरव कि बात हें। मेरे पास इस समाज के विकास कि कई योजनाए हे जिस पर काम करेंगे। नरेंद्र मोदी के प्रति इन समुदाय में गज़ब का विश्वास हें।
बाड़मेर विधानसभा चुनावो के परिणाम आने के साथ ही सरहदी जिलो बाड़मेर जैसलमेर में जिस तरह कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ हुआ हें उनमे एक नए नेता के रूप में कर्नल मानवेन्द्र सिंह सरहद के सुल्तान के रूप में उदीयमान हुए हें। मुस्लिम बाहुल्य बाड़मेर जैसलमेर जिलो कि राजनीती में मुस्लिमो के नेताओ के रूप में गाज़ी फ़क़ीर ,अब्दुल हादी और अमिन खान का वाटचासव रहा मगर इस बार मुस्लिमो ने मानवेन्द्र सिंह को अपना नेता मान बाड़मेर जैसलमेर में भाजपा को खुलकर समर्थन दिया। मानवेन्द्र सिंह को शिव में मुस्लिम समाज ने अप्रत्यासित समर्थन दिया जिसके चलते उन्होंने अमिन खान को बड़े अंतराल से हराया। बाड़मेर जैसलमेर के सिंधी मुस्लिम जसवंत सिंह परिवार के मुरीद हें ,इस परिवार के प्रति उनकी अपणायत देखते बनती हें।
मानवेन्द्र सिंह के चुनाव प्रचार कि कमान भी सिंधी मुस्लिम नेताओ ने थाम राखी थी मुराद अली मेहर ,सफी खान तामलियर ,जब्बल खान ,हसन खान गगरिया ,एडवोकेट मलार खान उनके सारथि बने। मुस्लिमो ने ना केवल मानवेन्द्र सिंह बल्कि उनके समर्थक मुस्लिमो ने जैसलमेर में भाजपा प्रत्यासी छोटू सिंह भाटी ,पोकरण में शैतान सिंह राठोड ,चौहटन में तरुण कागा को भरपूर समर्थन देकर जिताया ,मानवेन्द्र सिंह को अमूमन बीस फीसदी मत मुस्लिमो के मिलते आये हें मगर इस बार चालीस फीसदी मत मुस्लिमो के मिले। जिस तरह मुस्लिमो ने उन्हें समर्थन दिया वो परिणामो से साफ़ हो गया। अलबता भाजपा का शासन होगा पांच साल तक मानवेन्द्र सिंह अल्पसंख्यको के विकास के लिए क्या कदम उठाते हें यह देखने वाली बात होगी ,
मुस्लिमो ने नाकारा अमिन खान का नेतृत्व। । अल्पसंख्यक नेता के रूप में अमिन खान का वर्चस्व बाड़मेर जिले कि राजनीती में चार दसक से हें ,उनका वर्चस्व मानवेन्द्र सिंह ने तोड़ा ,सरहद के मुस्लिम बाहुल्य इन विधानसभा क्षेत्रो में मुस्लिम धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर ,हुसैन फ़क़ीर ,अमिन खान का जादू नहीं चला
मानवेन्द्र सिंह के विजय जुलुस में जिस प्रकार अल्पसंख्यक समुदाय उम्दा उससे साफ़ लगा कि सरहद के नए सुल्तान कि ताज़पोशी भी हो गयी ,
नरेंद्र मोदी के लिए एक आदर्श। . आगामी लोक सभा चुनावो में नरेंद्र मोदी मानवेन्द्र सिंह को एक आदर्श के रूप में प्रस्तुत कर मुस्लिम समाज के सामने रख सकते हें कि सरहद पर भी मुस्लिम हिन्दू नेता का नेतृत्व स्वीकार कर उनमे विश्वास व्यक्त करते हें , अल्पसंख्यको कि हिमायती हें।
मैंने सांसद रहते हुए और बाद में भी राजनीती में सक्रीय रहते हुए अल्पसंख्यको के विकास के काम प्राथमिकता से किये हें ,इस समाज का मुझे पूरा समर्थन और स्नेह मिला हें ,यह मेरे लिए गौरव कि बात हें। मेरे पास इस समाज के विकास कि कई योजनाए हे जिस पर काम करेंगे। नरेंद्र मोदी के प्रति इन समुदाय में गज़ब का विश्वास हें।
aane wale 20 sal ki rajniti ki aadarsila rakhi h. sindhio ko sayed nya neta mila h jo sarhad ke dono or many h.jasol pariwar ka jadu yha ke logo ke sir par chad kar bol rha sath hi 36 koum ka vastvik neta kesa hota h dikha diya.samsat jatiyo ke vot 50-50% mile h jo sarvmanyta ka dhyotak h.great leader ki nayi pari mubark.aane wale m.p.election mein bade sab ka intjar........
जवाब देंहटाएं