शुक्रवार, 22 नवंबर 2013

राजस्थान में नुम्बर दो के मंत्री का क्षेत्र विकास से महरूम। । विश्नोई


राजस्थान में नुम्बर दो के मंत्री का क्षेत्र विकास से महरूम। । विश्नोई 

प्रकाशचंद बिश्नोई

धोरीमन्ना न्यूज़ - गुड़ामालानी विधानसभा क्षेत्र से - भाजपा के प्रत्याक्षी लादूराम बिश्नोई जन संपर्क दिन रात लगा रहे है सता को हासिल करने में दामन पर दाव पछाड़ रहे हैं, गली गलियारों में यूवाओ के साथ जमा रहे है. अपना नाता जमा सह परिवार के साथ वार करने में जुटे, पार्टी कार्यकर्ताओं के सहित जन संपर्क पचांयत बूथ स्तर पर सभा को सभोधित नज़र आरहे हैं नेड़ी नाड़ी, कोजा भलीसर रणासर कल्ला, मिठड़ा ख़ुर्द, सुदाबेरी, बोर, डबोई, अरणियाली, चैनपुरा,खारी, हाल में जारी दौरा लुहारवा,भीमथल ,पिपराली,बांटा,आलमपुरा रैलियों में बजा रहे बाजा चुनवी दिन नजदीक है बिश्नोई ने कहा कि अब यूवाओ पर चुनावी गाज हैं कांग्रेश पार्टी का जज्बा काफ़ी वर्षो जमाकर अपना बिगुल बजा रही है. ग्रामीणों मतदाताओं से कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कोई खास कार्य नहीं हो पाए। लादूराम जी कहा कि गुड़ामालानी में शिक्षा। चिकित्सा। उद्य़ोग एवं व्यापार क्षेत्र में विकास कि अभी भी असीमित संभवनाएं है। अच्छी सोच के साथ अगर जनप्रतिनिधी चाहे तो कुछ भी कर सकता है। हेमाराम जी अपना नाम गुड़ामालानी में बिछाकर रखा हैं। हर पार्टी का नेता आपनी विकास बारे में का विवरण देते तो गुड़ामालानी विधानसभा क्षेत्र में क्यों नहीं विकास का नाम नहीं अगर लेंगे तो पच्चास वर्षो पहले कि बग़ावत सुनाएंगे आप ने भी उसी कमरो पढ़ाई कि आप बच्चों ने भी अब तक नहीं सुधार का कोई नाम नहीं गुड़ामालानी में क्यो अगर सही वकल्प को अपनाना है तो बीजेपी लाना है


भजपा उपाध्य्क्ष श्रीमती नंदा डागला ने सभा को सभोधित करते हुए कोंग्रेश पल्ले झाड़ते हुए है मैंने पार्टी मनपसंद से नहीं छोड़ी में जान चुकी उनके इरादे - राजस्थान में पानी नहीं कि समस्या थी तो जल आपूर्ति को पूर्ति करने का आग्रह किया बीजेपी पार्टी ने आप तक नर्मदा नहर का पानी पहुचाया बीजेपी कि सरकार वापस नहीं आयी तो जहा पर था वहीं नर्मदा नहर ठप हो गई आगे बढ़ाने में नहर का नाम ही नहीं। तो खेतों में बने घर पानी से घिर गए व किसानों की खेतों व खलिहानों में पड़ी फसलें खराब हो गई। ... खेतो में खड़ी फसले डूब गई निकटवर्ती केरिया गांव में नर्मदा नहर का ऑवरफलों पानी के जमा होने से ग्रामीणों का रास्ता बंद होने से किसानों ने खरीदी नाव- केरिया के किसानों ने अपने खेतो में आने-जाने के लिए नावें अपने बलबुते पर खरीदी है नाव को लाने हालत हो गयी है किसानो कि घर रहना रहस्य बन गया है उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेषा फूट डालों और राज करो की राजनीति की। जबकि भाजपा भाईचारा व एकता की बात कर सभी को एकजुट करती है। आह्वान करती हु। छत्तीस कौम के लोग एकजुट होकर भाजपा के पक्ष में मतदान करें।


आज कि सभा इन गावों में गांधव, बेरिगाँव,रतनपुरा,भाखरपुरा,सिंधासवा, मिटींग कि पूर्ण तारीख 28 नवेम्बर को होगी जब तक चुनावी सभा जरी रहेगी।


यहां चुनावी रणनीति बनाते लोग समूह विचार विमर्श करते हुए या फिर जनजातिगत वोटो पर चर्चा करने मे मशगूल कार्यकर्ताओ को देखा जा सकता है। यहां यह भी चर्चा हो रही है जाट नेताओ का राज रहा है अब ऐसा लग रहा है कि कोई जाट नेताओ जति पर भार रखा ना जाट का भला ना भील मेघवाल न बिश्नोई का हेमाराम को वोट ३६ कोमजातियो के पड़ते हर समाज में चर्चित रही राजनीति आगामी चुनाव में हेमरामजी टिकिट वितरण से पहले अपनी आनाकानी शरू कर दी पार्टी के दबाव में कांग्रेस पार्टी के अध्य़क्ष राहुल गाँधी कि बात पर हुंकार तो भर दी अब मुस्कील के तक़रार में पार्टी। गुडा मालानी विधानसभा सीट का गठन 1957 में स्वतंत्र रूप से हुआ। तब से लेकर अब तक बारह विधानसभा चुनाव चुनाव हो चुके हें। सभी बारह बार जाट नेता ही विधायक चुने गए। हालांकि इस सीट पर जाट और विश्नोई उनीस बीस के अंतर में मतदाता हें। कांग्रेस का गढ़ हें यह सीट एक बार कांग्रेस छोड़ कर लड़ी श्री मति मदन कौर ने जीती। इसके आलावा कोई दल कांग्रेस के सामने टिक नहीं पाया। प्रथम चुनाव जाट समाज के प्रेरणास्रोत राम दान चौधरी लड़े उन्होंने इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। पांच बार हेमाराम ,चार बार गंगाराम ,एक बार रामदान,मदन कौर,परसराम मदेरण, विधायक बने थे। अभी कांग्रेस पार्टी पाव पछाड़ रही है




अब हेमाराम जी चुनावी चर्चा ठंडक का महोल है दूसरी ओर भाजपा का घोषणा पत्र जारी, 15 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी का वादा तथा टेट की परिक्षाओं की बाधाओं को दूर करने का वादा:- ये वादा कुछ दम वाला लग रहा है...जहा कांग्रेस ने राजस्थान मे पिछले पांच सालो मे सबसे पहले आते ही तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परिक्षाओ मे टेट की अनिवार्यता लागु की. टेट लागु करने का फैसला पुर्णरुप से फैल हुआ..सारी भर्तिया हाईकोर्ट मे लटकी पडी है...जो अभ्यर्थी पास हुए और जो नोकरी कर रहे है वो सब लटके हुए है...सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस सरकार के टेट अनिवार्यता के कारण...जितनी भर्तिया कांग्रेस के राज मे हुई वो सब भ्रष्ट भर्तिया थी और जो सरकारी नोकरी चढ गए वो बेचारे भी कोर्ट के द्वारा लटके हुए है...अब अगर राजस्थान मे कांग्रेस आ जाती है तो राजस्थान का युवा वर्ग सरकारी नोकरी को तरसेगा...!! आम आदमी को और गरीब और आलसी बनाने का भरपूर साधन "मनरेगा" यह है मनमोहन सरकार की 9 वर्षो की उपलब्धि और कमाई का मुख्य साधन" जो मजदूरी इसमें दी जाती उसका मात्र 50 % राशि ही मजदुर तक पहुँचता हैं ये सुनकर के घोषणा पत्र ओर वादे फिके पड़ गए है।

कांग्रेस के बागी अब्‍दुल रहमान मोयला छ: साल के लिए पार्टी से निष्‍कासित

कांग्रेस के बागी अब्‍दुल रहमान मोयला छ: साल के लिए पार्टी से निष्‍कासित


बाड़मेर। पचपदरा के कांग्रेस प्रत्‍याशी मदन प्रजापत के खिलाफ चुनाव लड़ने के कारण कांग्रेस के पूर्व ब्‍लॉक अध्‍यक्ष अब्‍दुल रहमान मोयला को छ: साल के लिए पार्टी से निष्‍कासित कर दिया गया है। कांग्रेस के जिला उवाध्‍यक्ष यज्ञदत्‍त जोशी ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष डॉ:चन्‍द्रभान के निर्देशानुसा जिला कांग्रेस कमेटी के अध्‍यक्ष फतेह खान ने शुक्रवार को अब्‍दुल रहमान मोयला को छ: साल के लिए पार्टी से निष्‍कासित करने का आदेश जारी किया।

स्टील से 200 गुना मजबूत होगा कॉन्डम!

नई दिल्ली। नेक्स्ट जनरेशन कॉन्डम कैसा होगा? क्या यह काफी पतला और इंसान की स्किन की तरह होगा और बूचड़खाने से आएगा? ऎसे तमाम सवालों पर विराम लगाने के लिए बिल और मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने नेक्स्ट जेनरेशन कॉन्डम से जुड़ी रिसर्च की स्पॉन्सरशिप के लिए 11 इनोवेटर्स को शार्टलिस्ट किया है। इनमें से एक भारतीय भी है।
शॉर्ट लिस्टेड यूनिट्स में शामिल तिरूअनंतपुरम की एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड के लक्ष्मीनारायण रघुपति को उनके उस रिसर्च के लिए चुना गया है जिसमें उन्होंने स्टील से 200 गुना मजबूत पदार्थ से कॉन्डोम बनाने को दिशा दी है।

उल्लेखनीय है कि एडवांस नए जमाने के कॉन्डोम के लिए फाउंडेशन ने मार्च में इसके लिए एप्लिकेशन मंगाई थी, जिसके तहत 1,00,000 डॉलर का ग्रांट दिए जाने की बात है। रघुपति और उनकी टीम लिस्ट में अमेरिकी के 6, ब्रिटेन के 2 और साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के एक-एक रिसर्चरों से आगे है।

ग्रैफीन से बनाएंगे कॉन्डम

रघुपति ग्रैफीन से कॉन्डम बनाने की बात करते हैं। यह कई तरह की परस्पर विरोधी चीजों का बेहतरीन मिश्रण है। यह पेपर शीट से लाखों गुना पतला, स्टील से 200 गुना मजबूत और रबर से ज्यादा लचीला है। 36 साल के रघुपति कहते हैं, "यह अब तक सबसे मजबूत स्ट्रेचेबल मटीरियल है, लिहाजा कॉन्डम के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।" ग्रैफीन से कॉन्डम बनाने का आइडिया यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर में रिसर्च करते वक्त आया था।

जैसलमेर /बाड़मेर सरहद पर गरजे राजनाथ सिंह

सरहद पर गरजे राजनाथ सिंह 


मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे। पड़ौसी देशो कि हिम्मत नहीं होगी आँख उठाकर हमारी तरफ देखने कि 


जैसलमेर /बाड़मेर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने केन्द्र की संप्रग सरकार को सभी मोर्चे पर विफल बताते हुए कहा कि मंहगाई से आम आदमी त्रस्त है ,देश परिवर्तन चाहता है. राजनाथ सिंह बाड़मेर जैसलमेर में भाजपा प्रत्यासियो के समर्थन में आम सभो को सम्बोधित कर रहे थे। 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में महंगाई और गरीबी लगातार बढाती जा रही। इनका इलाज़ जरुरी हें। आखिर कांग्रेस को कितना वक्त चाहिए इन समस्याओ का समाधान करने में ,उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री ,राहुल गांधी और सोनिआ गांधी को जनता के दुःख दर्द से कोई सरोकार नहीं हें ,उन्होंने कहा कि भाजपा शासन काल में किसानो को चार फीसदी और अब भाजपा शासित प्रदेशो में सुनी फीसदी ब्याज कृषि के लिए दिया जा रहा हें ,उन्होंने कहा कि हैम चाहते हें राज्य में वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री और केंद्र में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। उन्होंने युवाओ से कहा कि भाजपा सरकार बनी तो युवाओ को स्वरोजगार के लिए बीस लाख का ऋण सरकार कि गारंटी पर दिया जाएगा ,

 उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर होने की वजह से देशवासी परेशान है, देशवासियों में विश्वास का संकट पैदा हो गया है।भाजपा ने इसे चुनौतियों के रूप में मंजूर किया है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस आन्तरिक सुरक्षा, बाहरी सुरक्षा, आर्थिक, कुटनीतिक समेत अन्य मोर्च पर बूरी तरह से विफल रहीं है।कांग्रेस देश के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देशवासियों के हौसले को तोडा है ,यदि हौसला बुलंद हो तो चुनौती चाहे कैसी हो उससे निपटा जा सकता है।कांग्रेस ने देशवासियों का हौसला और जनमानस में अपनी साख खो दी हैं ऐसे में देश परिवर्तन चाहता है ,भाजपा सुराज देने का वायदा करती है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि मंहगाई ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए है ,रूपये का अवमूल्यन, राजकोषीय घाटा, चालू खाते का घाटा नियंत्रण से बाहर हो रहा है विदेशी कर्ज का बोझ भारत पर लगातार बढ रहा है।पडोसी देशों से सम्बध मधुर नहीं है बल्कि कडवे हो रहे है, हमारे जवानों को पाकिस्तान अपनी ही धरती पर मार रहा है, हमारे सैनिको के सर कट पर ले जा रहे हें इसके बाद भी कांग्रेस के तीनो बड़े नेता अपना मुंह नहीं खोलते ,देश का स्वाभिमान गिरवी रखने के प्रयास सफल नहीं होंगे ,उन्होंने कहा कि हमारे सैनिको को छूट दो फिर देखो किस माई के लाल कि हिम्मत होती हें जो भारत कि तरफ आँख उठाकर भी देखे। 

राजनाथ सिंह ने कहा कि आगामी मई को होने वाले लोकसभा चुनावो में भाजपा कि सरकार बनेगी और नरेंद्र मोदी हमारे प्रधानमंत्री होंगे ,मोदी प्रधानमंत्री बने तो पाकिस्तान और चीन आँख उठा कर हमारी तरफ नहीं देखेगा ,चीन लगातार घेराबंदी कर रहा है सरकार के पास इन चुनौतियों से निपटने के लिए कोई योजना नहीं है।

 उन्होंने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार और वसुंधरा राजे की तत्कालीन सरकार की तुलना करेंगे तो राजे की तत्कालीन सरकार गुड गर्वेनंस देने वाली सरकार साबित हुई है। उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री के रूप में प्रस्तुत कर चुनाव मैदान में उतरे है । उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्य को बीमारू राज्य की श्रेणी में ला दिया है ,राज्य में भाजपा की सरकार बनने पर राजस्थान विकासशील राज्यों की श्रेणी में शामिल हो जाएगा।उन्होंने जनता से आह्वान किया कि भाजपा के उम्मीदवारो को जिताए वसुंधरा को मुख्यमंत्री बनाये। 

जैसलमेर में राजनाथ सिंह का पूर्व वित् मंत्री और भाजपा नेता जसवंत सिंह और बाड़मेर में पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह ने साथ दिया। सभाओ में भाजपा के प्रत्यासी डॉ प्रियंका चौधरी भी उपस्थित थी। 

भाई-भाभी पर लज्जाभंग का आरोप

जयपुर। सदर थाना क्षेत्र में एक युवती ने अपने भाई-भाभी के विरूद्ध जान से मारने के प्रयास का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है। साथ ही पीडिता का आरोप है कि आरोपी उसमें डायन आने की बात कहकर प्रताडित करते रहे और कई तरह की शारीरिक यातनाएं दी।
थाना इंस्पेक्टर दशरथ सिंह ने बताया कि एनबीसी रोड निवासी युवती ने इस्तगासा दिया है कि करीब दो साल पहले विनोद कुमार, उत्तमचंद, ममता देवी व बाबू ने उसको प्रताडित किया। पीडिता का आरोप है कि वष्ाü 2011 में उसके भाई-भाभी ने मिलकर डायन आने की बात की अफवाह फैलाकर उसके साथ बुरा व्यवहार किया। उसके सिर पर गर्म चाकू से त्रिशुल बनाने का प्रयास किया और उसकी जीभ भी काटने का प्रयास किया गया।

आरोप है कि उस प्रयास में उसका हाथ कट गया व मुहं पर चाकू लगने के कारण उसका चेहरा कुरूप हो गया। पुलिस ने बताया कि इस्तगासे के आधार पर जान से मारने का प्रयास, लज्जाभंग व अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। हालांकि मामले की सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी।

इंस्पेक्टर ने बताया कि कुछ दिनों पहले पीडिता के पिता पर उसके भाई-भाभी ने छेड़छाड़ का मामला भी दर्ज करवाया था। इसलिए मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। मामलों के पीछे आपसी विवाद की बातें भी सामने आ रही हैं।

गिल ने कहा, बूढ़ी वेश्याओं जैसे होते हैं राज्यपाल

गुवाहाटी। पंजाब पुलिस के पूर्व प्रमुख केपीएस गिल ने एक साक्षात्कार के दौरान राज्यपालों के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की है। उन्होंने राज्यपाल के संवैधानिक पद को बूढ़ी वेश्या करार दिया है। गिल ने कहा, बूढ़ी वेश्याओं जैसे होते हैं राज्यपाल
गिल ने कहा कि 1993 में राजेश पायलट ने उन्हें मणिपुर का राज्यपाल बनने का अनुरोध किया था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। राज्यपाल बूढ़ी वेश्याओं की तरह होते है जो बिना काम के इंतजार करती हैं। मैं इस जॉब के लिए कभी इंटरेस्टेड नहीं था।

गिल ने ये बातें असम के एक न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में कही। गिल असम एजिटेशन के दौरान 1979 से 1985 के बीच असम में तैनात थे। असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने दावा किया था कि उन्होंने गिल को 2004 में असम का राज्यपाल बनाने की एनडीए सरकार की योजना को विफल कर दिया था।

गोगोई ने आरोप लगाया था कि असम में सीक्रेट किलिंग के पीछे गिल का हाथ था। उस वक्त प्रफुल्ल कुमार मंहत के नेतृत्व वाली असम गण परिषद की सरकार सत्ता में थी। 1996 से 2001 के बीच अज्ञात हमलावरों ने उल्फा के वरिष्ठ नेताओं के परिजनों की हत्याएं की थी। यह आरोप लगाया जाता है कि महंत की सरकार ने उल्फा के सदस्यों पर सरेंडर का दबाव बनाने के लिए हत्याएं करवाई थी।

गिल ने गोगोई के दावों को बकवास करार देते हुए उन्हें झूठा इंसान बताया। गिल ने कहा कि मैंने आज तक इतना बड़ा झूठ नहीं सुना। असम प्रदर्शन के दौरान कथित अत्याचारों के दौरान गिल असम में हमेशा विवादित व्यक्ति रहे हैं। गिल ने असम में विकास नहीं होने के लिए वहां के नेताओं को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि विकास नहीं होने के कारण वहां उग्रवाद का जन्म हुआ।

गिल ने कहा कि पंजाब और असम में उग्रवाद विरोधी अभियानों के दौरान सेना का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। क्योंकि इससे सिविल सोसायटी और सुरक्षा बलों के बीच अविश्वास पैदा होता है। उन्होंने कहा कि पंजाब में ऑपरेशन ब्लू स्टार और असम में ऑपरेशन बजरंग का इस्तेमाल गलत था। उग्रवाद की समस्या के हल के लिए पुलिस बल का इस्तेमाल होना चाहिए।

मरीज से डॉक्टर सहित 5 ने किया गैंगरेप!



जयपुर। कालवाड़ थाना क्षेत्र में विवाहिता के साथ सामुहिक बलात्कार का मामला सामने आया है। पीडिता ने एक निजी डॉक्टर सहित पांच जनों पर आरोप लगाया है। इस्तगासे से दर्ज रिपोर्ट की जांच एसीपी झोटवाड़ा कर रहे हैं।

एसीपी ने बताया कि मालपुरा टोंक निवासी 21 वष्ाीüय विवाहिता ने रिपोर्ट दी है कि गत 12 नवंबर को डॉ. अमर सिंह, मदनलाल, महेंद्र, राजवीर व जुगलकिशोर ने उसके साथ बलात्कार किया और सुनसान जगह पर छोड़ गए। पीडिता कहना है कि डॉक्टर से उसके पेट का इलाज चल रहा था।


उधर,दिखाने के बहाने ले गए जेवर
अशोक नगर थाना क्षेत्र में धोखाधड़ी से लाखों रूपए के जेवर ठगने का मामला सामने आया है। पीडित जवाहरात व्यवसायी सी-स्कीम नंदनम अपार्टमेंट निवासी तरूण ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि उसके परिचित रवि कोठियारी, मोनित व सोनिया ने मिलकर धोखाधड़ी की है।

8 साल की बच्‍ची ने 14 साल के पति से लिया तलाक



जब वह 4 साल की थी तब उसकी शादी करा दी गई और अब 8 साल की उम्र में उसका तलाक हो गया है. इस तरह वह बच्‍ची सबसे कम उम्र में तलाक लेने वाली भारत की पहली लड़की बन गई है.

मामला उत्तर प्रदेश के श्रावस्‍ती जिले का है. यहां रहने वाले अनिल मंगरे ने अपनी 4 साल की बेटी फातिमा की शादी 10 साल के लड़के अर्जुन से करा दी. हालांकि लड़का जब चार साल बाद अपनी दुल्‍हन को लेने पहुंचा तो अनिल ने यह कहते हूए मना कर दिया जब तक कि उनकी लड़की 18 साल की नहीं होती तब तक वह उसे ससुराल नहीं भेजेंगे.

अनिल कहते है, 'आखिरकार मुझे यह एहसास हो गया कि छोटी उम्र में बच्चियों का ब्‍याह करना कितना गलत है. उसका भी बचपन होना चाहिए और यह मेरा फर्ज है कि मैं उसे वह दूं.'

हालांकि अर्जुन के पिता दीपक इस फैसले से नाखुश थे और विवाद बढ़ गया, जिसके बाद अनिल ने तलाक के लिए अर्जी दे दी. फिर दोनों बच्‍चों का तलाक हो गया. यह मामला पिछले हफ्ते ही सामने आया है.

उधर, राष्‍ट्रीय महिला आयोग की सदस्‍य निर्मला सामंत ने तलाक की विस्‍तृत जानकारी मांगते हुए एक चिट्ठी भेजी, जिसके बाद राज्‍य सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए.

निर्मला सामंत के मुताबिक, 'यह एक स्‍कैंडल है. हमें कार्रवाई करने के लिए ज्‍यादा जानकारी चाहिए. लड़की के पिता को जवाब देना होगा कि उन्‍होंने अपनी चार साल की बच्‍ची की शादी क्‍यों की और लड़के के पिता को भी बताना होगा कि वो ऐसी शादी के लिए राजी क्‍यों हुए? और वो ऐसी लड़की को दुल्‍हन बनाकर अपने घर कैसे ला सकते हैं जो सिर्फ 8 साल की है. यह बेहद असंवेदनशील, विवादित और आपत्तिजनक है.'

हालांकि फातिमा के पिता ने महिला आयोग को लिखा है कि उन्‍हें माफ कर दिया जाए क्‍योंकि उन्‍होंने अपनी लड़की को उसके ससुराल नहीं भेजा.


 

आंध्र प्रदेश: आ रहा है 'हेलेन' तूफान, 9 जिलों में हाई अलर्ट

 

आंध्र प्रदेश: आ रहा है 'हेलेन' तूफान, 9 जिलों में हाई अलर्ट

 नई दिल्ली, 22 नवम्बर 2013
 


9 जिलों में अलर्ट
महातूफान 'पिलिन' के जख्म अभी भरे नहीं हैं कि एक और तूफान दस्तक देने लगा है. बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवातीय तूफान 'हेलेन' आज दोपहर या शाम तक प्रदेश के तटीय इलाकों से टकरा सकता है.

तूफान के टकराने के समय हवाओं की गति 100 से 110 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. खतरे को देखते हुए 9 जिलों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है.

मंगलयान ने भेजी यह तस्वीर

तूफान कृष्णा जिले के मछलीपुरम तट की ओर बढ़ रहा है. तूफान के टकराने के बाद भारी बारिश की आशंका जताई जा रही है. इससे नदियों का जलस्तर भी बढ़ जाएगा और निचले इलाकों में पानी भर जाएगा. किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए प्रशासन हालात पर निगरानी रखे हुए है. वहां एनडीआरएफ की 18 टीमें लगाई गई हैं.खास बात यह है कि हेलेन की यह तस्वीर हाल ही में अंतरिक्ष भेजे गए भारत के मंगलयान ने मुहैया कराई है. इसरो के सूत्रों के मुताबिक, यह तस्वीर मंगलवार दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर ली गई.

मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में जाने से पूरी तरह मना किया है. समुद्र के किनारे झोपड़ियों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है.



मैच पर भी पड़ेगा असर!
हेलेन का असर भारत और वेस्टइंडीज के बीच यहां 24 नवंबर को होने वाले दूसरे वनडे मैच पर भी पड़ सकता है. तूफान चेतावनी केंद्र के मुताबिक, दक्षिण और उत्तरी तटीय जिलों में भारी बारिश की आशंका है और विशाखापत्तनम में तो पहले से ही बारिश हो रही है.

क्रिकेट फैन्स को उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिन बहुत ज्यादा बारिश नहीं होगी और मैच पर असर नहीं पड़ेगा. हालांकि भारी बारिश होने की स्थिति में वाईएस राजशेखर रेड्डी स्टेडियम की सुविधाएं नाकाफी रह सकती हैं.


 

बेटी ने दिया बाप को सेक्स का ऑफर!

केपटाउन। यह सुनने में भले ही अजीब लगे कि किसी बेटी ने अपने बाप को ही अपने साथ सेक्स करने का ऑफर दे दिया हो। लेकिन यह सच है, एक 23 वर्षीय लड़की है जिसने खुलेआम एक रात अपने 62 वर्षीय पिता को अपने साथ सेक्स करने का ऑफर दे दिया।
अपने ही पिता को सेक्स का ऑफर देने वाली मेविस एप्रिल नाम की यह लड़की अपने पिता नजूजो दाइमानी के साथ साउथ अफ्रीका के नानोइहले टाउनशिप में रहती हैं। इसने ही अपने पिता को उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए ऑफर दिया लेकिन इसके पीछे कारण कुछ और था।

दरअसल माजरा ये है कि मेविस ने अपनी मां को बचपन में ही खो दिया था। तब से वो अपने पिता के साथ ही रह रही है। उसकी मां की मौत होने के बाद भी पिता की हरकतें किसी दिलफेंक जवान आदमी की तरह ही रहीं।

मेविस के पिता नजूजो दाइमानी उसकी कम उम्र की लड़कियों को घर लाकर मेविस के सामने सेक्स करते थे जिससें वो काफी परेशान हो चुकी थी। जिससें तंग आकर मेविस ने अपने पिता को सबक सिखाने के लिए ऎसा कि या।

हालांकी बेटी द्वारा सेक्स करने का ऑफर देने के बाद आगबबूला हुए पिता ने ऎसा करने से साफ-साफ मना कर दिया और उसके साथ हाथापाई भी की। मेविस को उम्मीद है उसकी इस हरकत से मानसिक रूप से परेशान हुए पिता अब ऎसी हरकतें करना छोड़ सकते हैं।

पत्नी को प्रेमी के साथ बिस्तर में देख सन्न रह गया पति

पटना। बिहार में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को बिस्तर में उसके प्रेमी के साथ पाया। मेट्रोज में ईएमए के नाम से बदनाम अब ये विवाहेतर संबंध ग्रामीण इलाकों में भी बनने लगे हैं। व्यस्ततम दिनचर्या, दिखावटी व्यवहार और आधुनिक जीवनशैली के कारण जोड़े घर के बाहर मन बहलाते हैं। पत्नी को प्रेमी के साथ बिस्तर में देख सन्न रह गया पति

हालांकि कोई भी यह जानकार चौंक जाएगा कि ईएमए संस्कृति ग्रामीण इलाकों में भी पसर रही है। यह ताजा मामला इसका जीता-जागता उदाहरण है। गत मंगलवार को रात दो बजे कन्हैया छत पर सो रहा था। रात को उसे अपनी पत्नी के कमरे से आवाज सुनाई दी। कन्हैया को लगा कि पत्नी के कमरे में चोर घुस गया है। वह वहां दौड़ा और जो उसने देखा उस पर उसे विश्वास नहीं हुआ।


उसने अपनी पत्नी को बिस्तर में किसी पुरूष के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पाया। क्रोध में कन्हैया ने उस आदमी को बाहर निकाल दिया और पत्नी को मारना शुरू कर दिया। पत्नी के बाद उसने उस आदमी के हाथ-पैर बांध दिए और उसे मारना शुरू किया। वहां भीड़ जुट गई। भीड़ ने भी उस आदमी की पिटाई शुरू कर दी। बाद में उसे पुलिस को सौंप दिया गया।


महिला व उस आदमी के बीच पिछले छह माह से रिश्ता था। मिस्ड कॉल से उनका रिश्ता शुरू हुआ। एक दिन महिला को किसी अज्ञात नंबर से मिस्ड कॉल आया। उसने फोन किया और ऎसे दोनों की प्रेम कहानी शुरू हुई। यह पुरूष गया में रह रहा था और महिला कटिहार में। दोनों से रहा नहीं गया सो इस महिला ने उसे मिलने के लिए बुलाया था।

पोकरण विधानसभा क्षेत्र भाजपा कांग्रेस में वर्चस्व कि लड़ाई


पोकरण विधानसभा क्षेत्र भाजपा कांग्रेस में वर्चस्व कि लड़ाई


गाज़ी फ़क़ीर ने डैमेज कण्ट्रोल के बाद जीत को प्रतिष्ठा का सवाल बनाया



बाड़मेर जैसलमेर जिले कि और जोधपुर लोक सभा क्षेत्र में शामिल हुई पोकरण विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के आलाकमानों कि नज़रे हें। दूसरी बार हो रहे विधानसभा चुनावो में भाजपा के शैतान सिंह राठोड और कांग्रेस के वर्त्तमान विधायक साले मोहम्मद आमने सामने हें ,इन दोनों के बीच कड़ी टक्कर कि संभावनाए नज़र आ रही हें ,गत बार 337 मतों से हारे भाजपा के शैतान सिंह आज तक आरामदायक स्थति में हें ,कांग्रेस को उनके परम्परागत अन्य धुडो के मुस्लिम वोटो के खिसकने कि खबरो से हड़कम्प मचा हें वाही नरेंद्र मोदी और वसुंधरा राजे कि लोकप्रियता शैतान सिंह के लिए वरदान साबित हो सकती हें ,


कांग्रेस में गाज़ी फ़क़ीर हुए सक्रीय। । मुस्लिम धर्म गुरु और विधायक साले मोहम्मद के पिता गाज़ी फ़क़ीर ने पर जीत को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ कमान खुद सम्भाली हें इस सीट को जितने के लिए फ़क़ीर परिवार ने जैसलमेर सीट कि बाली दी हें। फ़क़ीर परिवार के हस्क्षेप के कारन सामान्य सीट पर कांग्रेस ने राजपूत उम्मीदवारो को दरकिनार कर अनुसूचित जाती के रूपाराम मेघवाल को मैदान में उतरा हें ताकि मेघवालो के वोट साले मोहम्मद को मिल सके। मगर हवा के रुख से फ़क़ीर परिवार के समीकरण बिगड़ते नज़र आ रहे हें ,जैसलमेर प्रत्यासी रूपाराम धनदे कि उपस्थिति के बावजूद सभाओ में अनुसूचित जाति के मतदाता नदारद हें। सेल मोहम्मद का एक काण्ड भी लोगो के बीच चर्चा का विषय हें ,कांग्रेस पूरी ताकत से जुटी हें ,मगर इस बार राजपूतों के कांग्रेस के खिलाफ लाम्बड़ होने के बाद सेल मोहम्मद को राजपूत मतदाताओ के मत मिलाने कि आस नहीं हें। गाज़ी फ़क़ीर खुद अपनी इज़ज़त का हवाला देकर वोट मांग रहे हें ,फ़क़ीर के आह्वान पर उनके मुरीद तो वोट देंगे ही मगर दूसरे मुस्लमान उनके साथ नहीं हें यही कांग्रेस कि सबसे बड़ी कमजोरी हें।


भाजपा। । भाजपा प्रतिसी शैतान सिंह को सबसे बड़ा लाभ गत चुनावो में नाम मात्र वोटो से मिली हार से सहानुभूति ,हार के बाद शैतान सिंह पोकरण के लोगो के बीच सक्रीय रहे ,लोगो के साथ खड़े रहने का फायदा उन्हें मिलता दिख रहा हें। शैतान सिंह को दूसरे धुडो का समर्थन हासिल हो रहा हें जो उनमे उत्साह जगा रहा हें ,पोकरण राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का गढ़ हें। संघ हर हाल में जीत चाहता हें ,अन्य समाजो का भाजपा को मिल रहा समर्थन भी शैतान सिंह को फायदा दे रहा हें ,वाही वसुंधरा राजे और नरेंद्र मोदी कि लोक प्रियता का फायदा भाजपा को मिलता नज़र आ रहा हें। गत चुनावो में राजपूत समाज एक साथ नहीं थे मगर इस बार राजपूत एक होकर लामबंद हो गए हें।


दोनों प्रत्यासी जोर आजमाईस में जुटे हें कड़ी टक्कर का मामला हें ,भाजपा कि प्रारंभिक बढ़त के बाद गाज़ी फ़क़ीर का चुनाव प्रचार कि कमान अपने पुत्र के लिए थामने के बाद कांग्रेस प्रत्यासी को कमज़ोर आंकना भाजपा के लिए बड़ी भूल होगी ,सट्टा बाज़ार में शैतान सिंह साले मोहम्मद पर बढ़त बनाये हुए हें। वाही जातिगत समीकरण भी पक्ष में हें।

बहर हल पोकरण सीट गाज़ी फैक्लीर परिवार ने अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ ली हें गाज़ी फ़क़ीर के हिस्ट्रीशीट प्रकरण के बाद यह चुनाव उनके परिवार कि राजनीती के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण हें। कांग्रेस प्रत्यासी राजनीती में पैसो का खेल खेलने में माहिर खिलाडी हें ,इस खेल को भाजपा कितना समझ पति हें ,उसी पर जीत तय होगी ,फ़क़ीर परिवार धन बल को आधार बना रहा हें चुनाव में ,वाही भाजपा सीधे सीधे मतदाताओ से जुड़ने का प्रयास कर रहे हें।

सरहदी जिले जैसलमेर के पोकरण विधानसभा का गठन 2008 के चुनावो से पूर्व परसीमन के दौरान हुआ। स्वतंत्र रूप से पहला चुनाव 2008 में हुआ। जिसमे कांग्रेस के उम्मीदवार साले मोहम्मद ने भाजपा प्रत्यासी शैतान सिंह को कुछ सौ मतों से पराजित कर पोकरण के प्रथम विधायक बनाने का सुख हासिल किया। मतगणना के अंतिम राउंड में शाले मोहम्मद ने भाजपा के शैतानसिंह को पोकरण निर्वाचन क्षेत्र में मात्र 339 मतों से हराकर जिले में पहली बार एक मुस्लिम विधायक बनने का गौरव हासिल किया। इस बार चुनावी रंगत में बदलाव नज़र आ रहा हें। भाजपा और कांग्रेस अपने शक्तिशाली नेताओ की प्रारंभिक सभे कर चुके हें ,कांग्रेस के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भाजपा के लिए वसुंधरा राजे चुनावी बिगुल की शुरुआत कर चुकी हें।

संसदीय चुनावो में पोकरण विधानसभा को जोधपुर संसदीय क्षेत्र का हिस्सा बनाने से लोगो को परेशानी हो रही हें। परिसीमन के बाद पोकरण विधानसभा जैसलमेर बाड़मेर संसदीय क्षेत्र से हटा कर इसे जोधपुर में शामिल किया गया।

जातिगत समीकरण पोकरण विधानसभा में सेंतीस हज़ार राजपूत ,उनचालीस हज़ार मुस्लिम ,उनीस हज़ार अनुसूचित जाती बारह हज़ार अनुसूचित जन जाती तेरह हज़ार जाट विश्नोई चार चार हज़ार बाकी अन्य जातीय के वोट हें। वैसे देखा जाये तो जातिगत आंकड़े कांग्रेस के पक्ष में हें। मुस्लिम एस सी एस टी और जाट विश्नोई कांग्रेस के परम्परागत वोट रहे हें।
गत जीत। । गत चुनावो में साले मोहम्मद कांग्रेस के गढ़ में महक तीन सौ उनचालीस मतों से ही चुनाव जीते ,इसका सीधा अर्थ हें कांग्रेस के परंपरागत मतों में सेंधमारी हुई थी।

कांग्रेस गाजी फ़क़ीर प्रकरण से परेशां। … पोकरण विधायक साले मोहम्मद पर जिला पुलिस रास्ग्त्र द्रोह के संगीन आरोप जड़ चुके हें जिसमे पाकिस्तान नागरिक को विधायक द्वारा पनाह देना ,पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट। के आलावा उनके पिता गाजी फ़क़ीर की बंद हिस्ट्रीशीट वापस खुलना घटक साबित हो सकता हें इस प्रकरण से विधायक परिवार को नुकसान होता हें या फायदा मिलता हें देखने वाली बात हें। हल ही में गाजी प्रकरण की जांच पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने रिपोर्ट तलब की हें। फ़क़ीर परिवार के सबसे छोटे पुत्र के भरष्टाचार के कारनामो की गूंज राष्ट्रीय चेनलो तक जा पहुंची हें। जैसलमेर और पोकरण की सरकारी योजनाओ के सारे काम इनके या या इनके समर्थको की फार्म को दिए गए हें। सरकारी योजनाओ के काम गाँवों में हो नहीं रहे मगर फर्जी उपयोगिता प्रमाण पत्रों के जरिये करोडो रुपयों का फर्जी भुगतान उठाया गया हें। यह सब पोकरण की जनता की जेहन में हेंपांच साल की उपलब्धिया। । साले मोहम्मद के पांच साल के कार्यकाल की कोई खास उपलब्धि पोकरण के लिए खास नहीं रही उनका सारा ध्यान जैसलमेर विधानसभा में रहा। विधायक कोष का पैसा जरुर पोकरण में लगा। मगर योजनाओ की जिस कदर वर्ग विशेष के खास लोगो में बंदरबांट की गयी उससे जनता जरुर खफा हें।

पीएम का भाषण शुरू होते ही जाने लगे...

जयपुर। रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की गुरूवार को हुई चुनाव सभा में जनता ने प्रधानमंत्री को सुनने में कम ही रूचि दिखाई।
पहले ही पूरा मैदान नहीं भर पाया था और बाद में स्थिति यह रही कि प्रधानमंत्री का भाषण शुरू होते ही लोगों ने जाना शुरू कर दिया। उनका भाषण समाप्त होने तक करीब आधे लोग जा चुके थे।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाषण तक लोग जमे रहे। मुख्यमंत्री का भाषण भी गौर से लोगों ने सुना। एक-दो बार जनता ने तालियां भी बजाई। लेकिन जैसे ही प्रधानमंत्री भाषण के लिए मंच पर आए। वैसे ही जनता ने जाना शुरू कर दिया। वे करीब 21 मिनट बोले।

शहर कांग्रेस का भीड़ मैनेजमेंट फिर फेल
प्रधानमंत्री की दो माह में जयपुर में हुई दूसरी सभा में भी शहर कांग्रेस का भीड़ मैनेजमेंट फेल साबित हुआ। चांदपोल पुलिस लाइन में सितम्बर में हुए सभा आधा पांडाल खाली रहा था। कुछ ऎसी ही स्थिति गुरूवार को रामलीला मैदान में दिखी।

हालांकि यहां भीड़ पिछली सभा से ज्यादा रही। सूत्रों के मुताबिक सभा स्थल पर करीब चार से पांच हजार कुर्सियां लगाई गई थी। अलग-अलग ब्लॉक बनाए गए थे। लेकिन ऎसा कोई ब्लॉक नहीं था, जो पूरा भर गया हो। कुछ ब्लॉक एक चौथाई खाली दिख रहे थे।

राहगीरों को कार्ड बांट भरा सभा स्थल
सभा के लिए कांगे्रस ने बकायदा कार्ड छपवाए थे और इसी से सभा स्थल में प्रवेश दिया जा रहा था। सभा प्रारम्भ होने से एक घंटे पहले तक रामलीला मैदान में करीब आधी कुर्सियां खाली थीं।

इसे भरने के लिए सभा स्थल के मुख्य द्वार पर खड़े कांग्रेस कार्यकर्ता राहगीरों को सभा के कार्ड बांटते नजर आए। मंच से भी बार-बार यह अपील करनी पड़ी कि बाहर खड़े लोगों को रोका न जाए।

उम्मीदवारों के लगे नारे...
पार्टी सूत्रों के मुताबिक सभा स्थल पर भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी सांसद महेश जोशी, लालचंद कटारिया, महापौर ज्योति खण्डेलवाल व शहर अध्यक्ष के अलावा उम्मीदवारों को सौंपी गई थी। ऎसे में सभा स्थल पर कई उम्मीदवारों के समर्थक तो उम्मीदवारों के नाम व फोटो लगी टोपी पहनकर ही पहुंच गए।

समर्थकों ने प्रधानमंत्री के आने से पहले प्रताप सिंह खाचरियावास, माहिर आजाद, अमीन कागजी के नारे भी लगाए। मंच संचालन कर रहे सांसद महेश जोशी को बार-बार कहना पड़ा कि एकजुटता दिखएं और सिर्फ कांग्रेस जिंदाबाद के नारे लगाएं।

पचपदरा : वही चेहरे, वही पुराने मुद्दे इस बार दोनों के सामने यह है चुनौतियां



पचपदरा : वही चेहरे, वही पुराने मुद्दे इस बार दोनों के सामने यह है चुनौतियां

  बालोतरा  विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी अमराराम चौधरी भारतीय जनता पार्टी से जहां चौथी बार व कुल आठवीं बार इस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे है, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी मदन प्रजापत कांग्रेस से दूसरी बार व कुल तीसरी बार इस सीट से चुनाव मैदान में है। गत विधानसभा चुनाव में भी दोनों प्रतिद्धंदी आमने-सामने थे।
दोनों प्रत्याशी लोकल समस्याओं की जड़ से वाकिफ हैं। समस्याएं भी वहीं पुरानी जस की तस बनी हुई। हालांकि कुछेक समस्याओं का आंशिक समाधान जरूर हुआ है। भास्कर ने पचपदरा विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं और आगामी विकास की योजनाओं को लेकर पड़ताल की तो ढाक के तीन पात वाली स्थिति सामने आई।




बालोतरा को जिला कोई न बनवा सका

बालोतरा को जिला बनाने का मुद्दा बनाकर दोनों प्रत्याशी पिछली बार चुनाव लड़ चुके हैं और आज भी उनके भाषणों में यह मुद्दा सुना जा सकता है। न तो मौजूदा विधायक मदन प्रजापत बालोतरा को जिला बना सके और न ही पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी शहरवासियों की इस सबसे बड़ी मांग को पूरा कर सके।

अस्पताल में अत्याधुनिक व्यवस्थाएं नहीं

जिले का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बालोतरा में है, जिसमें अत्याधुनिक व्यवस्थाओं की पूरी कमी है। न डॉक्टरों की संख्या पूरी है और न ही वो पर्याप्त सुविधाएं है जो उपखंड स्तरीय अस्पताल में होती है। इस समस्या की मार शहरवासियों के साथ उपखंड के ग्रामीण अंचल के लोग कई वर्षों से झेल रहे हैं। इतने वर्षों में आबादी रफ्तार के हिसाब से अस्पताल की व्यवस्थाओं में न तो सुधार हुआ और न ही डॉक्टरों की कमी की समस्या का समाधान हो पाया। आज भी अस्पताल पहुंचने वाले मरीज व उनके परिजन पर्याप्त इलाज नहीं मिलने की पीड़ा भुगत रहे हैं। जनप्रतिनिधियों की कमजोर पैरवी के चलते आज भी अस्पताल की स्थिति वहीं पुरानी है। ट्रोमा सेंटर तक यहां नहीं खुल पाया। 

मीठे पेयजल की समस्या 
लंबे अरसे से शहरवासी फ्लोराइडयुक्त खारा जल पीने को मजबूर है। इसी समस्या को निपटाने का वायदा कर पिछले चुनाव में उतरे थे मौजूदा विधायक, लेकिन समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है। हालांकि एक पेयजल परियोजना की लिंक योजना के तहत नागाणा से पाइप लाइन बिछाकर बालोतरा लाई गई है, लेकिन अपर्याप्त पानी मिलने से शहरवासी इसे अस्थाई समाधान ही बता रहे हैं। मौजूदा विधायक (कांग्रेस प्रत्याशी) मीठा पानी शहरवासियों को पीला कर अपने वायदे को बखूबी निभाने की बात कर रहे हैं। वहीं भाजपा प्रत्याशी, जो 20 साल तक लगातार विधायक रहे। जिनका भी हर बार चुनाव लडऩे में यह एक अहम मुद्दा था, लेकिन 20 सालों में वो यह काम नहीं करा पाए। 

नहीं बना रेलवे ओवरब्रिज 

शहर की यह एक जटिल समस्या है। रेलवे फाटक बंद होते ही शहर दो भागों में बंट जाता है। आवागमन के सभी रास्ते बंद। यातायात व्यवस्था सुधारने व शहर के सौंदर्यीकरण के लिए इसकी बेहद जरूरत है, लेकिन शहरवासियों की इस समस्या का समाधान आज तक नहीं हो पाया। हालांकि मौजूदा विधायक के कार्यकाल में विधानसभा चुनाव 2013 में आचार-संहिता लागू होने से थोड़े दिन ही पूर्व आनन-फानन में ओवरब्रिज का शिलान्यास किया गया, लेकिन अभी तक यह अधरझूल में ही अटका पड़ा है। निर्माण कार्य शुरू नहीं होने की स्थिति में इसका निर्माण भविष्य की बात है। 

मदन प्रजापत : भाजपा छोड़ी तो दिन बदले 

इधर कांग्रेस प्रत्याशी मदन प्रजापत भाजपा का दामन छोड़कर वर्ष 2003 में बसपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरे और हार गए, मगर अच्छे वोट आने को आधार बनाकर कांग्रेस की सदस्यता ले ली। इसके बाद वर्ष 2008 में कांग्रेस ने प्रजापत को टिकट दिया और वे चुनाव जीते। अब फिर चौधरी व प्रजापत आमने सामने है। 
सपने नहीं दिखाता 

समाज के सभी वर्ग को साथ लेकर चलता हूं। मैं सपने नहीं दिखाता। व्यावहारिक धरातल पर काम करता हूं। पिछले 40 से राजनीति में हूं। अभी तक कोई कलंक नहीं लगने दिया। इस बार मीठे पानी, किसानों को भरपूर बिजली, ओवरब्रिज निर्माण, अस्पतालों में सुविधाएं, बेरोजगारी मिटाने के प्रयास आदि मुद्दे हैं, जिनके समाधान का विश्वास दिलाता हूं। 

अमराराम : कांग्रेस की टिकट पर दो बार हारे 

भाजपा प्रत्याशी अमराराम चौधरी ने पहली बार वर्ष 1980 में कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ा और जीते। इसके बाद 1985 व 1990 में दो बार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे और दोनों बार हार गए। फिर वर्ष 1993 में कांग्रेस से टिकट कट गया तो निर्दलीय चुनाव लड़े और जीतकर भाजपा में शामिल हुए। कर ली। इसके बाद वर्ष 1998 व 2003 में भाजपा की टिकट पर चुनाव जीते। गत चुनावों 2008 में चौधरी कांग्रेस प्रत्याशी मदन प्रजापत से चुनाव हार गए। 

सबका दुख-दर्द बांटता हूं 

हर वर्ग, हर तबके के लोगों के सुख-दुख दर्द में शरीक होकर उनके दर्द बांटता हूं। हमेशा यह उद्देश्य रहा है कि कोई भी पात्र व्यक्ति सरकारी योजनाओं से वंचित नहीं रहे। इस बार मेरे मुद्दों में बालोतरा को जिला बनाना, मीठा नहरी पानी हम लाएं है, इसको घर-घर तक पहुंचाना, पूरी बिजली, ओवरब्रिज का शिलान्यास कर दिया इसे शीघ्र पूरा करवाना, उद्योग बढ़ा वे के लिए प्रयास करना प्रमुख है। 

आमजन के सुख-दुख में भागीदार रहा हूं : कर्नल

आमजन के सुख-दुख में भागीदार रहा हूं : कर्नल

बायतु. कांग्रेस प्रत्याशी कर्नल सोनाराम चौधरी ने कुंपलिया, लापुदंडा, रूपजी राजा बेरी, मेहराज की बेरी व परेऊ का दौरा कर सभा को संबोधित किया। चौधरी ने कहा कि कांग्रेस ने हर क्षेत्र का विकास किया है। मैं हमेशा आमजन के सुख-दुख में साथ रहा हूं आगे भी सहयोग के लिए तत्पर रहूंगा। सांसद हरीश चौधरी ने कहा कि विपक्षी लोग आपसी मनमुटाव की अफवाह फैलाकर माहौल को अपने पक्ष में बनाने की फिराक में है। उन्होंने कहा बायतु विधायक कर्नल विकास पुरुष है जिन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। जिला परिषद सदस्य पूनमाराम घाट ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी कर्नल सोनाराम के सहयोग के लिए आमजन तत्पर है। ब्लॉक अध्यक्ष नवाराम मेघवाल ने बताया कि एससी एसटी के विकास के लिए बायतु विधायक ने जो कार्यकिए वो पिछले सौ वर्षों में नहीं हुए। इस दौरान जिला प्रमुख मदन कौर, सरपंच लक्ष्मणराम, रोशन अली छीपा, फादल खां, हनीफ खां लोलावा, आईदानसिंह गोदारा, राजूसिंह महेचा, बांकाराम तरड़, केसाराम, शेराराम सहित पार्टी कार्यकर्ता साथ थे।

चौहटन. पदमाराम चौधरी के समर्थन में कर्नल सोनाराम चौधरी ने लखारा फांटा नेहरों की नाडी में जनसभा को संबोधित किया। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सचिव भोमाराम नेहरा, जीएसएस अध्यक्ष जुगताराम नेहरा, जेताराम नेहरा, बामणोर सरपंच गुलामशाह, सहित पार्टी कार्यकर्ताओं ने विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर मेघवाल को जिताने का आग्रह किया।