जब वह 4 साल की थी तब उसकी शादी करा दी गई और अब 8 साल की उम्र में उसका तलाक हो गया है. इस तरह वह बच्ची सबसे कम उम्र में तलाक लेने वाली भारत की पहली लड़की बन गई है.
मामला उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले का है. यहां रहने वाले अनिल मंगरे ने अपनी 4 साल की बेटी फातिमा की शादी 10 साल के लड़के अर्जुन से करा दी. हालांकि लड़का जब चार साल बाद अपनी दुल्हन को लेने पहुंचा तो अनिल ने यह कहते हूए मना कर दिया जब तक कि उनकी लड़की 18 साल की नहीं होती तब तक वह उसे ससुराल नहीं भेजेंगे.
अनिल कहते है, 'आखिरकार मुझे यह एहसास हो गया कि छोटी उम्र में बच्चियों का ब्याह करना कितना गलत है. उसका भी बचपन होना चाहिए और यह मेरा फर्ज है कि मैं उसे वह दूं.'
हालांकि अर्जुन के पिता दीपक इस फैसले से नाखुश थे और विवाद बढ़ गया, जिसके बाद अनिल ने तलाक के लिए अर्जी दे दी. फिर दोनों बच्चों का तलाक हो गया. यह मामला पिछले हफ्ते ही सामने आया है.
उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य निर्मला सामंत ने तलाक की विस्तृत जानकारी मांगते हुए एक चिट्ठी भेजी, जिसके बाद राज्य सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए.
निर्मला सामंत के मुताबिक, 'यह एक स्कैंडल है. हमें कार्रवाई करने के लिए ज्यादा जानकारी चाहिए. लड़की के पिता को जवाब देना होगा कि उन्होंने अपनी चार साल की बच्ची की शादी क्यों की और लड़के के पिता को भी बताना होगा कि वो ऐसी शादी के लिए राजी क्यों हुए? और वो ऐसी लड़की को दुल्हन बनाकर अपने घर कैसे ला सकते हैं जो सिर्फ 8 साल की है. यह बेहद असंवेदनशील, विवादित और आपत्तिजनक है.'
हालांकि फातिमा के पिता ने महिला आयोग को लिखा है कि उन्हें माफ कर दिया जाए क्योंकि उन्होंने अपनी लड़की को उसके ससुराल नहीं भेजा.
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