रविवार, 6 अक्टूबर 2013

नमो चाय के बाद अब मोदी टैटू और मोदी कुर्ता



अहमदाबाद। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी इन दिनों हर जगह छाए हुए हैं। मोदी पूरे देश में इतने पोपुलर हो गए हैं कि उन्हे अब एक ब्रांड बनाकर पेश किए जाने लगा है। कुछ दिन पहले पटना में जहां चाय की दुकानों के नाम नमो टी स्टॉल कर दिया गया था वहीं अब मोदी कुर्ता और मोदी टैटू बाजार में उतारे गए हैं। नवरात्र में मोदी का जादू सर चढ़कर बोल रहा है। एक अंग्रेजी पत्रिका की वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक मार्केट में मोदी टैटू ही नहीं मोदी कुर्ता, मोदी सूट और मोदी साडियां छाई हुई हैं।
नमो चाय के बाद अब मोदी टैटू और मोदी कुर्ता
मोदी ने फैशन को किया अपडेट

फैशन एक ऎसी चीज है, जो हर वक्त अपडेट होती रहती है, लेकिन इस बार फैशन ने खुद को अपडेट करने के लिए मोदी का सहारा लिया है। गुजरात में फैशन की बात करें तो यहां मोदी ही छाए हुए हैं। यूथ इन दिनों अपने फेवरेट पॉलिटिकल लीडर मोदी का टैटू लगाकर गरबा में धूम मचा रहे हैं। यानी भाजपा के पोस्टरों के बाद अब मोदी यूथ की बाहों और पीठ पर भी टैटू के रूप में छाए हुए हैं। अहमदाबाद के एक टैटू आर्टिस्ट ने मोदी के करीब तीस हजार से ज्यादा टैटू तैयार किए हैं, जिन्हें वे गरबा प्रोग्राम के दौरान लोगों के बीच रख रहे हैं। वहीं यूथ भी इस नई स्टाइल से अपने पॉलिटिकल लीडर को सर्पोट कर काफी एक्साइटेड है।

चलिए अब गुजरात से निकल कर मायानगरी यानी मुंबई चलते हैं। यहां भी मोदी-मोदी ही छाया हुआ है। मुंबई के घाटकोपर के टैटू आर्टिस्ट ने तो मोदी का परमानेंट टैटू फ्री ऑफ कॉस्ट बनाने का एलान किया है। उनकी मानें तो अब तक उन्हें दिल्ली, मुंबई और बैंगलुरू से 15 से ज्यादा एंट्रीज भी मिल गई हैं। उनका कहना है कि वे अपने फेवरेट लीडर को सपोर्ट करने के लिए यह सब कर रहे हैं।
नमो चाय के बाद अब मोदी टैटू और मोदी कुर्ता


मार्केट में छाया मोदी कुर्ता

इस नवरात्र गुजरात के मार्केट में मोदी आपको 20 कलर्स और 12 स्टाइल में मिलेंगे। यहां हम मोदी कुर्ता की बात कर रहे हैं। मार्केट में हाफ स्लीव्स, बॉटम-अप और स्टैंडिंग कॉलर वैरायटी में मोदी अपने रंग बिखेर रहे हैं। मोदी कुर्ता बनाने वाली जेडे ब्लू कंपनी के 18 आउटलेट्स पर आपको मोदी कुर्ता आसानी से मिल जाएंगे। उधर, सूरत के साड़ी मार्केट ने भी खुद को प्रमोट करने के लिए मोदी का सहारा लिया है। यहां मिल रही साडियों पर स्पेशल स्लोगन भी लिखे हुए, जैसे "मोदी लाओ-देश बचाओ"। इतना ही नहीं कैरी बैग्स पर भी मोदी ही हैं। कैरी बैग्स पर "वोट मोदी-सेव नेशन" जैसे स्लोगन लिखे हुए हैं।

बाडमेर भारत-पाक सरहद वीरातरा माता का मंदिर





बाडमेर भारत-पाक सरहद पर वीरातरा स्थित वीरातरा माता का मंदिर सैकड़ों वषोंर से आस्था का केन्द्र बना हुआ है। यहां प्रति वर्ष चैत्र,भादवा एवं माघ माह की शुक्ल पक्ष की तेरस एवं चौदस को मेला लगता है। अखंड दीपक की रोशनी,नगाड़ों की आवाज के बीच जब जनमानस नारियल जोत पर रखते है तो एक नई रोशनी रेगिस्तान के वीरान इलो में चमक उठती है। 
वीरातरा माता की प्रतिमा प्रकट होने के पीछे कई दंतकथाएं प्रचलित है। एक दंतकथा के
 मुताबिक प्रतिमा को पहाड़ी स्थित मंदिर से लाकर स्थापित किया गया। अधिकांश जनमानस एवं प्राचीन इतिहास से संबंध रखने वाले लोगों का कहना है कि यह प्रतिमा एक भीषण पाषाण टूटने से प्रकट हुई थी। यह पाषाण आज भी मूल मंदिर के  बाहर दो टूकड़ों में विद्यमान है। वीरातरा माता की प्रकट प्रतिमा से एक कहानी यह भी जुड़ी हुई है कि पहाड़ी स्थित वीरातरा माताजी के  प्रति लोगों की अपार श्रद्घा थी। कठिन पहाड़ी चढ़ाई, दुर्गम मार्ग एवं जंगली जानवरों के  भय के बावजूद श्रद्घालु दर्शन करने मंदिर जरूर जाते थे। इसी आस्था की वजह से एक 80 वर्षीय वृद्घा माताजी के  दर्शन करने को पहाड़ी के ऊपर चढ़ने के लिए आई। लेकिन वृद्घावस्था के कारण ऊपर चढ़ने में असमर्थ रही। वह लाचार होकर पहाड़ी की पगडंडी पर बैठ गई। वहां उसने माताजी का स्मरण करते हुए कहा कि वह दर्शनार्थ आई थी। मगर शरीर से लाचार होने की वजह से दर्शन नहीं कर पा रही है। उसे जैसे कई अन्य भक्त भी दर्शनों को लालायित होने के बाद दर्शन नहीं कर पाते। अगर माताजी का ख्याल रखती है तो नीचे तलहटी पर आकर छोटे बच्चों एवं वृद्घों को दर्शन दें। उस वृद्घा की इच्छा के  आगे माताजी पहाड़ी से नीचे आकर बस गई। वीरातरा माताजी जब पहाड़ी से नीचे की तरफ आई तो जोर का भूंप आया। साथ ही एक बड़ा पाषाण पहाड़ी से लुढ़कता हुआ मैदान में आ गिरा। पाषाण दो हिस्सों में टूटने से जगदम्बे माता की प्रतिमा प्रकट हुई। इसे बाद चबूतरा बनाकर उस पर प्रतिमा स्थापित की गई। सर्वप्रथम उस वृद्ध महिला ने माताजी को नारियल चढ़ाकर मनोकामना मांगी। 
प्रतिमा स्थापना के बाद इस धार्मिक स्थान की देखभाल भीयड़ नामक भोपा करने लगा। भीयड़ अधिकांश समय भ्रमण कर माताजी के चमत्कारों की चर्चा करता। माताजी ने भीयड़ पर आए संकटों को कई बार टाला। एक रावल भाटियों ने इस इलो में घुसकर पशुओं को चुराने एवं वृक्षों को नष्ट करने का प्रयत्न किया। भाटियों की इस तरह की हरकतों को देखकर भोपों ने निवेदन किया कि आप लोग रक्षक है। ऐसा कार्य न करें, मगर भाटियों ने इसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। उल्टे भोपों को परेशान करना प्रारंभ कर दिया। लाचार एवं दुखी भोपे भीयड़ के  पास आए। भीयड़ ने भी भाटियों से प्रार्थना की। इसे बदले तिरस्कार मिला। अपनी मर्यादा और इलाके  के नुकसान को देखकर वह बेहद दुःखी हुआ। उसने वीरातरा माता से प्रार्थना की। माता ने अपने भक्त की प्रार्थना तत्काल सुनते हुए भाटियों को सेंत दिया कि वे ऐसा नहीं करें। मगर जिद्द में आए भाटी मानने को तैयार नहीं हुए। इस पर उनकी आंखों से ज्योति जाने लगी। शरीर में नाना प्रकार की पीड़ा होने लगी। लाचार भाटियों ने क्षमास्वरूप माताजी का स्मरण किया और अपनी करतूतों की माफी मांगी। अपने पाप का प्रायश्चित करने पर वीरातरा माताजी ने इन्हें माफ किया। भाटियों ने छह मील की सीमा में बारह स्थानों का निर्माण करवाया। आज भी रोईडे का थान,तलेटी का थान, बेर का थान, तोरणिये का थान, मठी का थान,ढ़ोक का थान, धोरी मठ वीरातरा, खिमल डेरो का थान, भीयड़ भोपे का थान, नव तोरणिये का थान एवं बांकल का थान के  नाम से प्रसिद्ध है। वीरातरा माताजी की यात्रा तभी सफल मानी जाती है जब इन सभी थानों की यात्रा कर दर्शन किए जाते है। 
चमत्कारों की वजह से कुल देवी मानने वाली महिलाएं न तो गूगरों वाले गहने पहनती है और न ही चुड़ला। जबकि इन इलो में आमतौर पर अन्य जाति की महिलाएं इन दोनों वस्तुओं का अनिवार्य रूप से उपयोग करती है। वीरातरा माता के  दर्शनार्थ बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात समेत कई प्रांतों के  श्रद्घालु यहां आते हैं।

रूमालों वाली मातारानी तनोट माता

रूमालों वाली मातारानी तनोट माता


रूमालों वाला मन्दिर,हजारों रूमालों में झलकती आस्था


जैसलमेर भारत पाकिस्तान सीमा पर स्थित माता तनोटराय के मन्दिर से भला कौन परिचित नही हैं।भारत पाकिस्तान के मध्य 1965 तथा 1971 के युद्ध के दौरान सरहदी क्षैत्र की रक्षा करने वाली तनोट माता का मन्दिर विख्यात हैं।तनोट माता के प्रति आम लोगों के साथ साथ सेनिकों में जबरदस्त आस्था हैं,श्रदालु अपनी मनोकामना लेकर दार्न करने आते हैं ।इस मूल मन्दिर के पास में ही श्रदालुओं नें श्रमालों का भानदार मनिदर बना रखा हैं जो देखतें बनता हैं।तनोअ माता के मन्दिर की देखरेख ,सेवा तथा पूजा पाठ सीमा सुरक्षा बल के जवान ही करते हैं।इस मन्दिर में आने वाला हर श्रदालु मन्दिर परिसर के पास अपनी मनोकामना लेकर एक रूमाल अवय बांधता हैं।पगतिदिन आने वाले सैकडो रदालुओं द्घारा इस परिसर में अतने रूमाल बान्ध दिऐ कि रूमालों का एक भव्य मन्दिर ही बन गया।श्रआलु मनोकामना पूर्ण होने पर अपना रूमाल खोलने जरूर आतें हैं।मन्दिर की व्यवस्था सम्भालने वाले सीमा सुरक्षा बल के एस चौहान नें बताया कि माता के दरबार में आने वाला हर श्रदालु अपनी मनोकामना के साथ एक रूमाल जरूर बांधता हैं40 हजार से अधिक रूमाल बनधे हैाव्यवस्थित रूप से रूमाल बान्धने के कारण एक मन्दिर का स्वरूप बन गया हे।तनोट माता मन्दिर की ख्याति पिछले पॉच सालों में जबरदस्त बी हैं।तनोट माता के बारे में जग विख्यात हैं कि भारत पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध के इौरान सैकडों बम मन्रि परियर में पाक सेना द्घारा गिराऐं गयें ।मगर एक भी बम फूटा नही।जिसके कारण गा्रमीणों के साथ साथ सेना और अर्ध सैनिक बलों के जवान पूर्ण रूप से सुरक्षित रह गये।मन्दिर को भी खरोंच तक नही आई।ं। भारत पाक युद्ध 1965 के बाद तो भारतीय सेना व सीमा सुरक्षा बल की भी यह आराध्य देवी हो गई व उनके द्वारा नवीन मंदिर बनाकर मंदिर का संचालन भी सीमा सुरक्षा बल के आधीन है। देवी को शक्ति रूप में इस क्षेत्र में प्राचीन समय से पूजते आये हैं।बहरहाल आस्था के प्रतिक तोट माता के मन्दिर परिसर में रूमालों का परिसर वाकई दशर्नीय व आकशर्क हैं।

शनिवार, 5 अक्टूबर 2013

युवा तुर्कपूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र भाजपा में शामिल ,विरासत का सियासी बंटवारा



लखनऊ । राजनीतिक विवादों को सुलझाने में माहिर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर के परिवार की सियासी रार खुलकर सामने आ गई। बड़े पुत्र पंकज शेखर ने भाजपा का दामन थाम कर सलेमपुर सीट से दावेदारी ठोंक अपने भतीजे रविशंकर सिंह उर्फ पप्पू भैया की मुश्किलें बढ़ा दी। वहीं बलिया के अभेद्द दुर्ग में छोटे भाई सांसद नीरज शेखर की राह भी अब आसान नहीं रहेगी।
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ताउम्र समाजवादी सोच के अलम्बरदार रहे चंद्रशेखर का कुनबा विचारधाराओं के अलग-अलग खांचों में बंट गया है। युवा तुर्क की राजनीतिक विरासत पाने की जंग में उनके उत्तराधिकारियों को उनके चिंतन व मूल्यों से कोई सरोकार नहीं रहा। वोट के गणित और चुनावी जीत की चाहत में चंद्रशेखर के बेहद करीब रहे पारिवारिक रिश्ते में पौत्र रविशंकर सिंह उर्फ पप्पू सिंह अर्से पहले ही बसपा के साथ हो चुके थे। वर्तमान में विधानपरिषद सदस्य पप्पू सिंह सलेमपुर संसदीय क्षेत्र से बसपा प्रत्याशी भी है।

उल्लेखनीय है कि नए परिसीमन में स्व. चंद्रशेखर का पैत्रक गांव इब्राहिमपट्टी अब बलिया के बजाए सलेमपुर संसदीय सीट का हिस्सा बन चुका है। इसी सीट पर गत लोकसभा चुनाव में पप्पू सिंह भाजपा से गठबंधन में जनता दल यू के प्रत्याशी थे लेकिन इस बार बसपा के हाथी पर सवारी कर सांसद बनना चाहते हैं लेकिन पंकज शेखर का भाजपाई हो जाना पप्पू सिंह के लिए शुभ नहीं है।

जानकारों का मानना है पंकज के इस फैसले से केवल सलेमपुर के समीकरण ही नहीं बदलेंगे बल्कि युवा तुर्क चंद्रशेखर के नाम से पहचानी जाने वाली बलिया संसदीय सीट पर छोटे भाई नीरज शेखर का सपा सांसद बने रहना भी मुश्किल होगा। परिसीमन के बाद भूमिहार एवं ब्राह्मण बहुल वाले इस इलाके में नया समीकरण बनने के कयास लगाए जा रहे हैं। वोटों के विभाजन में भाजपा खुद को अधिक मजबूत मान रही है। पंकज शेखर के आने से ताकत मिलने का दावा करते फेफना क्षेत्र से भाजपा के विधायक उपेंद्र तिवारी का कहना है कि मोदी लहर और सपा व कांग्रेस के खिलाफ माहौल भाजपा के पक्ष में है।

सूत्रों का कहना है कि स्व.चंद्रशेखर के परिजनों में आपसी अनबन की चर्चा काफी समय से होती रही है। तेरहवीं कार्यक्रम के दौरान ही पंकज शेखर ने सियासी विरासत का सवाल उठाया था लेकिन समाजवादी पार्टी ने नीरज को आगे कर उनकी उम्मीदों को झटका दिया था। बता दें कि चंद्रशेखर 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर पहली बार बलिया से लोकसभा चुनाव जीते और उसके बाद से 1984 का चुनाव छोड़कर लगातार विजयी होते रहे लेकिन परिवारिक बिखराव में जीत का यह सिलसिला बनाए रखना नीरज शेखर के लिए आसान नहीं।

केदारनाथ पहुंचा यात्रियों का पहला जत्था



देहरादून  । उत्तराखंड में आई आपदा के करीब साढ़े तीन माह बाद नवरात्र के पहले दिन बदरीनाथ और केदारनाथ की यात्रा एक बार फिर शुरू हो गई। बादलों की आंख मिचौली के बीच सोनप्रयाग से 49 यात्रियों का पहला जत्था देर शाम केदारनाथ पहुंचा। इस जत्थे में दो विदेशियों समेत 15 स्थानीय और 32 यात्री अन्य प्रदेशों के हैं।
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वहीं, जोशीमठ से 30 वाहनों में दो सौ श्रद्धालु बदरीनाथ रवाना हुए। हालांकि, जोशीमठ से दस किलोमीटर आगे पिनौला घाट के पास भूस्खलन से सड़क बंद हो गई, जिससे यात्रियों को दूसरी ओर खड़े वाहनों से बदरीनाथ भेजा गया। गौरतलब है कि गंगोत्री और यमुनोत्री यात्रा पहले ही शुरू की जा चुकी है। इसी के साथ चार धाम यात्रा पुन: विधिवत शुरू हो गई है। नवंबर के प्रथम सप्ताह में कपाट बंद होने तक यात्रा जारी रहेगी।

आखिरकार असमंजस खत्म हुआ और शनिवार को सुबह सवा सात बजे सोनप्रयाग से रवाना श्रद्धालुओं का पहला जत्था देर शाम केदारनाथ पहुंच गया। सुरक्षा की दृष्टि से जत्थे के साथ आपदा प्रबंधन के प्रशिक्षित जवान भी भेजे गए हैं। इससे पहले सभी यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। ये सभी यात्री रात्रि विश्राम के बाद रविवार सुबह केदारनाथ के दर्शन कर वापस लौटेंगे। सोनप्रयाग और गुप्तकाशी में पैदल जाने वाले यात्रियों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। दृसरे जत्थे के लिए 14 यात्रियों का रजिस्ट्रेशन कराया गया है। गुप्तकाशी में तैनात राहत आयुक्त नितिन भदौरिया ने बताया कि केदारनाथ और रास्ते में पड़ने वाले पड़ाव पर यात्रियों के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

हरीश रावत ने किए बाबा के दर्शन : केंद्रीय जल संसाधन मंत्री हरीश रावत ने शनिवार को भगवान केदारनाथ के दर्शन किए। उन्होंने प्रशासन को धाम में चल रहे कार्यो में तेजी लाने तथा पैदल मार्ग को दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए। इससे पूर्व शुक्रवार सायं रावत ने केदारनाथ त्रासदी में मरे लोगों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण भी दिया। उल्लेखनीय है कि रावत करीब 25 किलोमीटर पैदल चलकर केदारनाथ पहुंचे थे।

जबरन पिलाई शराब, फिर किया गैंगरेप



जबरन पिलाई शराब, फिर किया गैंगरेप



ब्यावर (अजमेर)। अस्पताल जाने के लिए सड़क पर टैम्पो का इंतजार कर रही सेंदड़ा रोड निवासी एक महिला के साथ तीन जनों ने रात भर दुष्कर्म किया। वारदात गत 28 सितम्बर को अंजाम दी गई जिसकी रिपोर्ट पीडिता की ओर से एक सप्ताह बाद शनिवार को दर्ज करवाई गई।




पुलिस ने शिकायत दर्ज करवाए जाने के दो घंटे के भीतर कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर वारदात में इस्तेमाल मोटरसाइकिल बरामद कर ली।




पीडिता गत 28 सितम्बर की शाम अमृतकौर अस्पताल जाने के लिए सड़क पर टैम्पो का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान राजेन्द्र मोटरसाइकिल से गुजर रहा था। राजेन्द्र ने उसे अस्पताल छोड़ने की कहते हुए मोटरसाइकिल पर बैठा लिया।




रास्ते में उसने अस्पताल से पहले पीडिता को पेय पदार्थ पिलाया जिसे पीने के बाद वह अपनी सुध-बुध खो बैठी। पीडिता के अनुसार अस्पताल की बजाय राजेन्द्र उसे अपने साथ रास के निकट धुलेट गांव में पहाड़ी की तलहटी में ले गया।




यहां पर राजेन्द्र ने पीडिता को जबरन शराब पिलाई। शराब पिलाने के बाद राजेन्द्र ने मौके पर गांव से ही अपने दो अन्य साथियों पप्पू व किशोर को भी बुलवा लिया। तीनों आरोपियों ने पीडिता के साथ पूरी रात दुराचार किया।

सुसाइड...पीएम को ठहराया जिम्मेदार

सुसाइड...पीएम को ठहराया जिम्मेदार

बेंगलूरू। कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरू में जूता कंपनी के एक सेल्समैन संतोष गौड़ा (32) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। चौंकाने वाली बात ये है कि उसने अपनी मौत के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जिम्मेदार ठहराया है।


सुसाइड नोट में संतोष ने लिखा है कि प्रधानमंत्री के खराब प्रशासन और आए दिन पाकिस्तानी हमलों को रोकने में सरकार की विफलता के चलते उसने यह कदम उठाया।


संतोष टुमकुर रोड़ पर रहता था और मूल रूप से चिकमगलूर जिले के सकलेशपुर का रहने वाला था। सुसाइड के बारे में गुरूवार शाम 7:30 बजे पता चला। संतोष के पड़ोसी ने देखा कि उसका शव घर की छत से लटक रहा है।


पुलिस को उसके घर से कन्नड़ में लिखा तीन पन्नों का पत्र मिला है। जिसमें पहले इस बात पर दुख जताया है कि वह बेंगलूरू में कोई संपत्ति नहीं खरीद सका। वहीं बाद में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर आरोप लगाते हुए संतोष ने लिखा है कि वे अच्छा प्रशासन नहीं दे सके।के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जिम्मेदार ठहराया है।


सुसाइड नोट में संतोष ने लिखा है कि प्रधानमंत्री के खराब प्रशासन और आए दिन पाकिस्तानी हमलों को रोकने में सरकार की विफलता के चलते उसने यह कदम उठाया।


संतोष टुमकुर रोड़ पर रहता था और मूल रूप से चिकमगलूर जिले के सकलेशपुर का रहने वाला था। सुसाइड के बारे में गुरूवार शाम 7:30 बजे पता चला। संतोष्ा के पड़ोसी ने देखा कि उसका शव घर की छत से लटक रहा है।


पुलिस को उसके घर से कन्नड़ में लिखा तीन पन्नों का पत्र मिला है। जिसमें पहले इस बात पर दुख जताया है कि वह बेंगलूरू में कोई संपत्ति नहीं खरीद सका। वहीं बाद में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर आरोप लगाते हुए संतोष ने लिखा है कि वे अच्छा प्रशासन नहीं दे सके।

नवरात्र के पहले दिन मंदिर में छोड़ गए "देवी"

नवरात्र के पहले दिन मंदिर में छोड़ गए "देवी"

हरनावदाशाहजी (बारां)। शक्ति आराधना पर्व नवरात्र के पहले दिन ही एक मां ने अपनी नवजात बेटी को सड़क किनारे झाडियों में छोड़ दिया।

हरनावदाशाहजी-अकलेरा मार्ग स्थित भीलखेड़ा हनुमान मंदिर के निकट दोपहर करीब 2 बजे झाडियों से बच्चे के रोने की आवाज सुन कुछ लोग वहां पहुंचे। उन्हें प्लास्टिक कट्टे में नवजात बालिका नजर आई।


उन्होंने नवजात को संभाल तत्काल पुलिस को सूचना दी। बाद में नवजात को उपचार के लिए झालावाड़ भिजवाया गया। पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। मौके पर कपड़ा भी मिला है, जिसके आधार पर पुलिस को सुराग लगने की उम्मीद है।

दस-बारह घंटे पूर्व जन्म
मौके पर पहुंचे चिकित्सा प्रभारी डॉ. मनोहर ने बताया कि नवजात का जन्म संभवतया 10-12 घंटे पूर्व हुआ है। मौसम सर्द होने से बालिका का शरीर ठंडा था। ऎसे में उसे तुरंत अकलेरा ले गए। जहां उसे वार्मर पर रखने एवं प्राथमिक उपचार के बाद झालावाड़ रैफर कर दिया गया।

पीडिता को दे डाली दोबारा सेक्स की सलाह

पीडिता को दे डाली दोबारा सेक्स की सलाह

जयपुर। महिलाओं की मदद के लिए शुरू की गई "गरिमा हेल्पलाइन" महिलाओं को ही शर्मसार कर रही है। इसका हालिया मजमून हेल्पलाइन पर बैठे पुरूष कर्मचारी की एक शर्मनाक सलाह है।

इस ऑपरेटर ने शिकायत दर्ज करने के बजाय पीडिता से कहा कि आरोपी के खिलाफ पुख्ता कार्रवाई के लिए "फिर से सम्बन्ध बनाओ।" इससे आहत पीडिता ने कॉल रिकॉर्डिग के साथ पुलिस में शिकायत दी। अब जिला कलक्टर इस मामले की जांच करवा रहे हैं।

युवती ने 15 सितम्बर को शाम साढे छह बजे हेल्पलाइन में फोन कर यौन शोषण की शिकायत की थी। युवती का आरोप है कि हेल्पलाइन पर बैठे पुरूष कर्मचारी ने शिकायत दर्ज करने के बजाय उसे पुख्ता कार्रवाई के लिए सलाह दे डाली।

कहा कि आप आरोपी के साथ फिर से सम्बन्ध बनाओ। इसके बाद दोनों का डीएनए टेस्ट कराओ, तभी यौन शोषण का पता चलेगा। इस शर्मनाक सलाह को युवती ने फोन में रिकॉर्ड कर लिया। उसने 18 सितम्बर को हेल्पलाइन में फिर फोन कर कार्रवाई के बारे में जानकारी मांगी तो पता चला कि कोई शिकायत नहीं दर्ज हुई है।

इस पर युवती ने महिला थाना गांधी नगर के महिला सलाह एवं सुरक्षा केन्द्र की प्रभारी डा. रेणूका पामेचा को शिकायत दी। पामेचा ने जिला कलक्टर को लिखे पत्र में घटना को चिंता का विष्ाय बताया और ऑपरेटर के खिलाफ कार्रवाई के साथ हेल्पलाइन पर सिर्फ महिलाओं की ड्यूटी लगाने की सलाह दी है। पत्र में उन्होंने कहा है कि अगर रात को ऎसा सम्भव नहीं, तो हेल्पलाइन सिर्फ दिन में ही संचालित किया जाए।

तीन दिन बाद भी दर्ज नहीं की शिकायत
युवती ने 15 सितम्बर की शाम साढ़े छह बजे गरिमा हेल्पलाइन 7891091111 में कॉल किया।
शिकायत करने पर पुरूष ऑपरेटर ने शर्मनाक सलाह दी। युवती ने यह कॉल रिकॉर्ड कर ली।
तीन दिन बाद फिर कॉल किया। पूछने पर पता चला कि उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई।

"संतान सुख" के बहाने 5 महिलाओं से सेक्स

"संतान सुख" के बहाने 5 महिलाओं से सेक्स

अगरतला। दक्षिणी त्रिपुरा में साबरूम की एक अदालत ने पिछले तीन महीने से कई महिलाओं के साथ दुराचार करने के आरोपी ढोंगी संत को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने के निर्देश दिए हैं।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि सिलाचारी की रहने वाली पांच आदिवासी महिलाओं ने इस कलयुगी संत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी कि संतान प्राप्ति के धार्मिक अनुष्ठान की आड़ में उसने उनका कई माह तक शारीरिक शोषण किया। ये सभी महिलाएं निसंतान बताई जा रही हैं।

मोदी को यूपी में नहीं घुसने देंगे अखिलेश!

मोदी को यूपी में नहीं घुसने देंगे अखिलेश!
कानपुर। भाजपा के प्रधानंमत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की उत्तर प्रदेश के कानपुर में 19 अक्टूबर को प्रस्तावित रैली पर ग्रहण लग गया है। यूपी सरकार ने मोदी को कानपुर के फूलबाग में रैली करने की इजाजत देने से फिर इनकार कर दिया है। जिला प्रशासन ने तर्क दिया है कि रैली के आयोजन से कानून व्यवस्था पर असर पड़ने की आशंका है, इस रैली को इजाजत नहीं दी जा सकती। अखिलेश यादव पहले ही कह चुके हैं कि मोदी को प्रदेश में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। ....

मालूम हो कि इससे पहले भी कई राजनीतिक रैलियां फूलबाग मैदान में होती रही हैं। लेकिन पहली बार जिला प्रशासन ने कानून व्यवस्था एवं यातायात संबंधी परेशानी का हवाला देते हुए यह मैदान देने से दो टूक मना कर दिया। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पहले ही कह चुके हैं कि मोदी को प्रदेश में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। भाजपा ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि ऎसा करना लोकतंत्र के खिलाफ है।

इससे पहले 15 अक्टूबर को कानपुर में मोदी की रैली होने वाली थी, तब दशहरा और बकरीद का हवाला देकर बीजेपी उसे 19 तक बढ़ा दिया गया था। कानपुर में प्रस्तावित रैली को राज्य सरकार की इजाजत नहीं मिलने के कारण सपा-भाजपा अब आमने-सामने आ सकती हैं।

नवरात्र में मोदी का उपवास शुरू

भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी शनिवार से शक्ति आराधना में लीन हो गए हैं। नवरात्र में वे सिर्फ नींबू शरबत एवं उबला पानी ही लेंगे। इस अवधि में वह अन्य कोई आहार नहीं लेते। मोदी अब शरद नवरात्र पूरा होने के नौ दिन बाद फिर से सार्वजनिक कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। इस दौरान वे मुख्यमंत्री आवास से ही जरूरी प्रशासनिक कार्यो का संचालन करते हैं। वह अन्य किसी सार्वजिनक कार्यक्रम में शिरकत नहीं करते। वर्षो से निभाते आ रहे मोदी ने इस आध्यात्मिक कार्यक्रम को बरकरार रखते हुए इस बार भी मुख्यमंत्री निवास में घट स्थापना की है।

बिटिया दो घर को रोशन करती है - एडवोकेट जैन



बिटिया दो घर को रोशन करती है - एडवोकेट जैन

चौहटन। परम पूज्य कल्पलता श्रीजी म.सा. के सानिध्य में स्थापित कुशल हेम बालिका मंडल की प्रथम वर्षगांठ के कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डा. बंशीधर तातेड़, कार्यक्रम अध्यक्ष जेठमल जैन एडवोकेट ने भगवान महावीर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर किया।

चौहटन के जैन उपाश्रय में परम पूज्य साध्वी अभ्युदया श्रीजी म.सा. आदि की निश्रा में आयोजित बालिका मंडल के वर्षगांठ समारोह में मंगलाचरण करते हुए साध्वी सत्वोदया श्रीजी ने कहा कि नर्इ संस्थाएं स्थापित होती है कुछ दिन उत्साह रहता है और खत्म हो जाता है। संस्था एक लक्ष्य, एक उददेश्य होना जरूरी है। जीवन में परिवर्तन का लक्ष्य जरूरी है, व्यवहार में परिवर्तन, वर्तन में परिवर्तन। किसी संस्था को चलाने के लिए तीन स्तम्भ जरूरी है संगठन, सज्जनता ओर सकि्रयता इसी से संस्था दिनों दिन प्रगति करेगी।

कार्यक्रम अध्यक्ष एडवोकेट जेठमल जैन ने संबोधित करते हुए कहा कि चौहटन हीरों की खान है। यह धरती पांडवों की तपोभूमि रही है उनके तप से पवित्र भूमि है। जिसका ओज भी चौहटनवासियों का प्राप्त हो रहा है। कुशल हेम बालिका मंडल ने एक वर्ष के भीतर जिस तरह से सामाजिक उत्थान के कार्य किए वह प्रशंसनीय है। उन्होने कहा कि हमारे समाज में आज महिलाएं एवं बालिकाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है वहीं पुरूष वर्ग एवं बालक पिछड़ रहे है। आज जहां लड़का होने पर घर में थाली बजार्इ जाती है लेकिन अब हमें अपनी सोच को बदलना होगा अब लड़की होने पर थाली बजानी होगी क्योंकि पढ़ी लिखी नारी एक नही दो घर को रोशन करती है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. बंशीधर तातेड़ ने कहा कि बच्चा दो साल की उम्र में बोलना सीख जाता है लेकिन क्या बोलना है, कैसे बोलना है वह जिन्दगी भर नही सीख पाता है। उन्होने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि धर्म मात्र कि्रया बनकर नही रहना चाहिए बलिक धर्म हमारे जीवन का अभिन्न अंग बनना चाहिए, धर्म दमड़ी की तरह नही होकर चमड़ी की तरह होना चाहिए। हमारे जीवन में विनय ओर विवेक आ गया तो समझो जिन्दगी में सबकुछ आ गया।

उन्होने कहा कि हम आज भी पुरानी सभ्यता में जी रहे है, हमारी सोच आज भी यही है कि पुत्र है तो सबकुछ है उससी हमारा वंश है लेकिन अब जमाना बदल गया है बेटी होगी तो सुख- दु:ख में साथ देगी पुत्र गला दबाने में साथ देगा।

कार्यक्रम दौरान मंडल की सभी बालिकाओं एवं मंडल को मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए अरविन्दभार्इ गुरूजी, सोना छाजेड़ को उनके संस्था में सकि्रयता के योगदान देने के लिए अतिथियों द्वारा प्रशसित पत्र भेंट कर सम्मान किया गया। इसी कड़ी में वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित त्रिदिवसीय कार्यक्रम के प्रथम दिन आयोजित एन्टर जैन खेल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान रचना मालू, द्वितीय रंजिता मालू, तृतीय स्थान सीमा मालू, भावतीर्थ यात्रा प्रतियोगिता में प्रथम सोना छाजेड़, द्वितीय रक्षा भंसाली, तृतीय पूजा रांका एवं जैन प्रश्नोतरी प्रतियोगिता में प्रथम पायल एस. धारीवाल, द्वितीय निकिता धारीवाल, कविता धारीवाल, रूचिका सेठिया, पूजा सेठिया तृतीय स्थान साक्षी डोसी ने प्राप्त किया जिन्हे पुरस्कार प्रदान किए गए। कार्यक्रम में केशल हेम महिला मंडल की अध्यक्षा मंजू मालू, कविता धारीवाल, रंजिता मालू ने अपने उदगार व्यक्त किए। मंडल अध्यक्ष रचना मालू द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन गौतम भंसाली ने किया।

कार्यक्रम में चौहटन जैन श्री संघ के पूर्व अध्यक्ष आसुलाल धारीवाल, महामंत्री हीरालाल धारीवाल, सोहनलाल डोसी, मदनलाल मालू, बाबुलाल'रामा धारीवाल, अरविन्दभार्इ गुरूजी, विपीन भंसाली, पीयुष धारीवाल, चन्द्रप्रकाश छाजेड़ सहित जैन समाज के गणमान्य नागरिक उपसिथत थे।


भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महासम्मेलन में भाग लेने के लिए अजमेर रवाना

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महासम्मेलन में भाग लेने के लिए अजमेर रवाना

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महासम्मेलन में भाग लेने के लिए अजमेर रवाना हुए प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य असरफ अली खिलजी ने बताया कि जिले भर से 20 गाडि़या अजमेर रवाना हुर्इ दस गाडि़यों को सिणधरी चौराहें से जिला उपाध्यक्ष बसीर खां धारेजा के नेतृत्व में पूर्व विधायक हरिसिंह सोढा ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस महासम्मेलन को पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सिन्धीया पूर्व केन्द्रीय मंत्री शाह नवाज हुसैन, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुख्तायार अबास नकवी, पूर्व सांसद कर्नल मानवेन्द्रसिंह, मोर्च के प्रदेष अध्यक्ष अमीन पठान, पूर्व मंत्री युनुस खानं विधायक सगीर अहमद, विधायक हबीबुर रहमान, संबोधित करेंगें। अवसर पर पूर्व विधायक हरिसिंह सोढा ने कहा अल्पसंख्यक अब कागेसं के झूठें झासों में नहीं आने वाले है अब जागरूक हो चुके है और काग्रेस से जल्द से जल्द निजात मिलने वाली है। मोर्चे के जिला उपाध्यक्ष बसीर खां धारेजा ने कहा कि काग्रेस मुसलमानों को भाजपा के नाम से डराकर अपना वोट बैंक पक्का रखना चाहती है अब भाजपा के नहीं डेरगी और वसुन्धरा राजे की सरकार में अल्पसख्यकों की पूर्ण भागीदारी होगी।

इस अवसर पर मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलवी ताज मोहम्मद सययद भुरे शाह भंवार जिला मंत्री मोलवी नूर मोहम्मद, हाजी साले मोहम्मद, गनी खां पाबूसरी सयद मिठन शांह, बचाया खां, बच्चू खां कुम्हार, मौलवी कमालुदीन, गफूर खां खड़ीन, अब्दुर रहमान खिलजी, उरस खां जुनेजा, कमरूदीन रहुमा, डा. र्इनायत खां रहुमा, मौलवी हबीब, अली खां थाने की बेरी, सहित कर्इ गणमान्य लोगे रवाना हुए।

इन्दा ने मुख्यमंत्री से की मुआवजे की मांग

इन्दा ने मुख्यमंत्री से की मुआवजे की मांग 


 बाड़मेर भाजपा नेता रमेषसिंह र्इन्दा ने बताया कि बाड़मेर क्षेत्र में गत दिनों बेमौसम बारिष होने से कर्इ किसानों की खरीफ की फसलें खराब हो गर्इ और किसानों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। इस संदर्भ में युवा नेता रमेषसिंह र्इन्दा ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन फैक्स किया जिसमें उन्होनें मांग की है बाड़मेर जिले के किसनों की कर्इ महीनों की मेहनत बेकार गर्इ बेमौसम बारिष के कारण पुरी फसल चौपट हो गर्इ। खराब फसल का किसानों को मुआवजा देने की मांग की गर्इ।

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक 7 को

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक 7 को


बाड़मेर। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक 7 अक्‍टूबर को जिला कांग्रेस कार्यालय में 11.00 बजे आयोजित की जाएगी। यह जानकारी देते हुए कांग्रेस के जिला उपाध्‍यक्ष यज्ञदत्‍त जोशी ने बताया कि बैठक में कांग्रेस कार्यसमिति के सभी पदाधिकारी और सदस्‍यों के साथ ही समस्‍त विधायक, सांसद, जिलाप्रमुख, समस्‍त ब्‍लॉकों के अध्‍यक्ष, पंचायत समिति प्रधान और सदस्‍य, जिला परिषद सदस्‍य, सभी प्रकोष्‍ठों के अध्‍यक्षों और सभी प्रमुख अग्रिम संगठनों के जिलाध्‍यक्षों को आमंत्रित किया गया है।


जोशी ने बताया कि प्रदेश कार्यसमिति के निर्देशानुसार बैठक में पार्टी के सद्भाव सप्‍ताह के तहत आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों के साथ ही आगामी चुनावों के मदेनजर विभिन्‍न कार्यक्रमों और गतिविधियों पर विचार विर्मश किया जाएगा।