बिटिया दो घर को रोशन करती है - एडवोकेट जैन
चौहटन। परम पूज्य कल्पलता श्रीजी म.सा. के सानिध्य में स्थापित कुशल हेम बालिका मंडल की प्रथम वर्षगांठ के कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डा. बंशीधर तातेड़, कार्यक्रम अध्यक्ष जेठमल जैन एडवोकेट ने भगवान महावीर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर किया।
चौहटन के जैन उपाश्रय में परम पूज्य साध्वी अभ्युदया श्रीजी म.सा. आदि की निश्रा में आयोजित बालिका मंडल के वर्षगांठ समारोह में मंगलाचरण करते हुए साध्वी सत्वोदया श्रीजी ने कहा कि नर्इ संस्थाएं स्थापित होती है कुछ दिन उत्साह रहता है और खत्म हो जाता है। संस्था एक लक्ष्य, एक उददेश्य होना जरूरी है। जीवन में परिवर्तन का लक्ष्य जरूरी है, व्यवहार में परिवर्तन, वर्तन में परिवर्तन। किसी संस्था को चलाने के लिए तीन स्तम्भ जरूरी है संगठन, सज्जनता ओर सकि्रयता इसी से संस्था दिनों दिन प्रगति करेगी।
कार्यक्रम अध्यक्ष एडवोकेट जेठमल जैन ने संबोधित करते हुए कहा कि चौहटन हीरों की खान है। यह धरती पांडवों की तपोभूमि रही है उनके तप से पवित्र भूमि है। जिसका ओज भी चौहटनवासियों का प्राप्त हो रहा है। कुशल हेम बालिका मंडल ने एक वर्ष के भीतर जिस तरह से सामाजिक उत्थान के कार्य किए वह प्रशंसनीय है। उन्होने कहा कि हमारे समाज में आज महिलाएं एवं बालिकाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है वहीं पुरूष वर्ग एवं बालक पिछड़ रहे है। आज जहां लड़का होने पर घर में थाली बजार्इ जाती है लेकिन अब हमें अपनी सोच को बदलना होगा अब लड़की होने पर थाली बजानी होगी क्योंकि पढ़ी लिखी नारी एक नही दो घर को रोशन करती है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. बंशीधर तातेड़ ने कहा कि बच्चा दो साल की उम्र में बोलना सीख जाता है लेकिन क्या बोलना है, कैसे बोलना है वह जिन्दगी भर नही सीख पाता है। उन्होने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि धर्म मात्र कि्रया बनकर नही रहना चाहिए बलिक धर्म हमारे जीवन का अभिन्न अंग बनना चाहिए, धर्म दमड़ी की तरह नही होकर चमड़ी की तरह होना चाहिए। हमारे जीवन में विनय ओर विवेक आ गया तो समझो जिन्दगी में सबकुछ आ गया।
उन्होने कहा कि हम आज भी पुरानी सभ्यता में जी रहे है, हमारी सोच आज भी यही है कि पुत्र है तो सबकुछ है उससी हमारा वंश है लेकिन अब जमाना बदल गया है बेटी होगी तो सुख- दु:ख में साथ देगी पुत्र गला दबाने में साथ देगा।
कार्यक्रम दौरान मंडल की सभी बालिकाओं एवं मंडल को मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए अरविन्दभार्इ गुरूजी, सोना छाजेड़ को उनके संस्था में सकि्रयता के योगदान देने के लिए अतिथियों द्वारा प्रशसित पत्र भेंट कर सम्मान किया गया। इसी कड़ी में वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित त्रिदिवसीय कार्यक्रम के प्रथम दिन आयोजित एन्टर जैन खेल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान रचना मालू, द्वितीय रंजिता मालू, तृतीय स्थान सीमा मालू, भावतीर्थ यात्रा प्रतियोगिता में प्रथम सोना छाजेड़, द्वितीय रक्षा भंसाली, तृतीय पूजा रांका एवं जैन प्रश्नोतरी प्रतियोगिता में प्रथम पायल एस. धारीवाल, द्वितीय निकिता धारीवाल, कविता धारीवाल, रूचिका सेठिया, पूजा सेठिया तृतीय स्थान साक्षी डोसी ने प्राप्त किया जिन्हे पुरस्कार प्रदान किए गए। कार्यक्रम में केशल हेम महिला मंडल की अध्यक्षा मंजू मालू, कविता धारीवाल, रंजिता मालू ने अपने उदगार व्यक्त किए। मंडल अध्यक्ष रचना मालू द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन गौतम भंसाली ने किया।
कार्यक्रम में चौहटन जैन श्री संघ के पूर्व अध्यक्ष आसुलाल धारीवाल, महामंत्री हीरालाल धारीवाल, सोहनलाल डोसी, मदनलाल मालू, बाबुलाल'रामा धारीवाल, अरविन्दभार्इ गुरूजी, विपीन भंसाली, पीयुष धारीवाल, चन्द्रप्रकाश छाजेड़ सहित जैन समाज के गणमान्य नागरिक उपसिथत थे।
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