शनिवार, 5 अक्टूबर 2013

मैडोना का फूटा दर्द: चाकू की नोंक पर हुआ रेप, रेंट भरने के लिए देती थी न्‍यूड पोज

न्‍यूयॉर्क. 55 साल की पॉप स्‍टार मैडोना ने खुलासा किया है कि न्‍यूयॉर्क में उनके साथ चाकू की नोंक पर बलात्‍कार हुआ था। 30 साल से पॉप की दुनिया पर राज कर रहीं मैडोना ने यह खुलासा 'हार्पर बाजार' के लिए लिखे एक आर्टिकल में किया है। मैडोना के आर्टिकल वाला यह अंक नवंबर 2013 यानी अगले महीने बाजार में आएगा। इसमें मैडोना ने न्‍यूयॉर्क में अपने संघर्ष की कई बातें विस्‍तार से बताई हैं। मैडोना ने लेख में अपनी किशोरावस्‍था का भी जिक्र किया है।
मैडोना का फूटा दर्द: चाकू की नोंक पर हुआ रेप, रेंट भरने के लिए देती थी न्‍यूड पोज
'हार्पर बाजार' के 'डेरिंग इशू' में मैडोना लिखती हैं, 'मैं जब 'रियल स्‍टार' बनने के लिए न्‍यूयॉर्क आई थी, लेकिन यह वैसा नहीं था, जैसा मैंने सोचा था। मैंने इस शहर में खुद का स्‍वागत बांहें खोलकर नहीं किया था। न्‍यूयॉर्क में पहले साल ही मुझे खौफ का सामना करना पड़ा। मेरा रेप किया गया था। एक बिल्डिंग की छत पर मेरी पीठ पर चाकू लगाकर मेरे साथ बलात्‍कार किया गया।'

मडोना आगे लिखती हैं, 'जब मैं टीन एजर थी, तब लोग मुझे ऐसे देखते थे, जैसे कि मैं अजीब हूं। मेरे ज्‍यादा दोस्‍त भी नहीं थे, शायद मेरे दोस्‍त ही नहीं थे। मैं अकेली थी, एक तरह से यह अच्‍छा भी था, क्‍योंकि उस उम्र में जब आपके बहुत सारे दोस्‍त नहीं होते तो आप अपने बारे में सोचते हो। आपको अपना भविष्‍य बनाने के लिए समय मिल जाता है। मैडोना ने लिखा, 'एक समय था जब मुझे रेंट भरने के लिए न्‍यूड होना पड़ता था। मैं आर्ट क्‍लासेस जाती थी, न्‍यूड पोज देने के लिए। मैं चाहती थी लोग मेरे बारे में सोचें, फिर चाहे कुछ भी सोचें, लेकिन सोचें।'

फेसबुक पर चुंबन की तस्वीर डालने वाला जोड़ा गिरफ्तार

रबात (मोरक्को): मोरक्को पुलिस ने फेसबुक पर चुंबन करते हुए ली गई तस्वीर डालने पर एक किशोर लड़के और लड़की को गिरफ्तार किया है.
‘रिफ एसोसिएशन आफ ह्यमून राइट्स’ के प्रमुख शाकिब अल खयारी ने कहा कि यह किशोर और उसकी मित्र से संबंधित मामला है.

उन्हें उत्तरपूर्वी नादोर शहर में एक दूसरे का चुंबन लेने वाली तस्वीर डालकर सार्वजनिक शालीनता का उल्लंघन करने पर गुरूवार को गिरफ्तार किया गया.

यह तस्वीर उनके स्कूल के बाहर की है जहां ये दोनों पढाई करते हैं.

खयारी ने कहा कि युवा जोड़े को नादोर के किशोर हिरासत केन्द्र में रखा गया है जहां उनकी रिहाई की मांग को लेकर धरना शुरू हुआ है.

थार चुनावी रणभेरी २०१३ राजनितिक शख्शियत - बाड़मेर जैसलमेर के संसद रहे रामनिवास मिर्धा

थार चुनावी रणभेरी २०१३ राजनितिक शख्शियत - बाड़मेर जैसलमेर के संसद रहे रामनिवास मिर्धा

जीवन परिचय :
कांग्रेस के कद्दावर नेता रामनिवास मिर्धा इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की सरकारों में वर्षो तक विभिन्न मंत्रालयों में मंत्री रहे। उनका जन्म 24 अगस्त 1924 को नागौर जिले के कुचेरा ग्राम में तत्कालीन जोधपुर रियासत के पुलिस महानिरीक्षक बलदेवराम मिर्धा के यहां हुआ। उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान में एमए तथा लखनऊ विश्वविद्यालय से विधि स्त्रातक किया। मिर्धा ने कुछ दिनों तक जिनेवा में भी अध्ययन किया। मिर्धा राजस्थान प्रशासनिक सेवा के भी अधिकारी रहे।

राजनीतिक परिचय :
मिर्धा ने 1953 में राज्य सेवा से इस्तीफा दिया और जायल क्षेत्र से उपचुनाव में कांग्रेस टिकट पर विधायक चुने गए। वो 13 नवम्बर 1954 से मार्च 1957 तक सुखाडिया मंत्रिमंडल में कृषि, सिंचाई और परिवहन आदि विभागों में मंत्री रहे। 1957 के चुनाव में वो लाडनूं और 1962 में नागौर से फिर विधायक चुने गए।

मिर्धा लगातार 25 मार्च 1957 से 2 मई 1967 तक राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष रहे। 1970 में पहली बार इंदिरा गांधी की सरकार में गृहराज्य मंत्री नियुक्त हुए और 1977 तक आपूर्ति एवं पुनर्वास राज्यमंत्री रहे। 1977 से 80 तक राज्यसभा के उपाध्यक्ष रहे। मिर्धा ने 1983 में सिंचाई राज्य मंत्री और 1984 में विदेश राज्यमंत्री का पद ग्रहण किया।

राजीव गांधी सरकार में उन्होंने केबिनेट मंत्री के रूप में पदोन्नत होकर वस्त्र मंत्रालय का भी कार्यभार संभाला। दिसंबर 1984 में मिर्धा ने पहली बार नागौर से लोकसभा चुनाव लडा और नाथूराम मिर्धा को पराजित किया। उसके बाद वो 1991 के मध्यावधि चुनाव में बाडमेर लोकसभा क्षेत्र से भी चुने गए। मिर्धा कई सालों तक राजस्थान ललित कला अकादमी के अध्यक्ष भी रहे। उनके छोटे बेटे हरेन्द्र मिर्धा भी पिछली अशोक गहलोत के मंत्री मंडल में मंत्री थे। हरेन्द्र मिर्धा कुशल राजनेता हें।
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थार चुनावी रणभेरी २०१३। । सिवाना महेंद्र टाइगर के पक्ष में हें कांग्रेस की जीत के समीकरण

थार चुनावी रणभेरी २०१३। । सिवाना महेंद्र टाइगर के पक्ष में हें कांग्रेस की जीत के समीकरण



बाड़मेर राज्य में विधानसभा चुनावो की घोषणा के साथ ही राज्य के दोनों प्रमुख दलों में विधानसभा के उम्मीदवार तय करने को लेकर तेज़ी आई हें। मुख्यमंत्री संभावित उम्मीदवारों की सूचि के साथ दिल्ली जा रहे हें। बाड़मेर में कांग्रेस हर हाल में पिछले परिणाम लाने की फिराक में हें मगर यहाँ व्यक्तिगत स्वार्थो के चलते स्थापित नेता प्रभावशाली नेता को मैदान में उतरने की बजे अपनी जीत के लिए फिर फिसड्डी उम्मीदवार उतरने की जिद पाल रहे हें। सिवान में कांग्रेस के पास उम्मीदवारों के ढेर लगे। कोई त्रिपें लोगो ने अपनी दावेदारी पेश की मगर उनमे योग्यतम तीन चार ही थे जो विधानसभा चुनाव का मतलब भी जानते थे। सिवान में गत चुनावो में बसपा से सिवान में चुनाव मैदान में उतर कांग्रेस उम्मीदवार को तीसरे स्थान पर खिसकने वाले महेंद्र टाइगर कांग्रेस को जीत दिलाने में एक मात्र शक्षम उम्मीदवार हें। मगर जाट नेताओ की मज़बूरी बालाराम चौधरी हें जो गत चुनावो में तीसरे स्थान पर रहे। कांग्रेस की गॉइड लाइन के हिसाब से बालाराम को टिकट मिलना मुश्किल हें। ऐसे में कांग्रेस के पास महेंद्र टाइगर ,संत निर्मलदास और गणपत सिंह के बीच चुनाव करना हें। गनपत सिंह राजपूत होने से होड़ से बहार हो गए। निर्मलदास और महेंद्र टाइगर में से आम जन महेंद्र टाइगर के समर्थन में हें। महेंद्र को जैन समाज के थोक वोट मिलाने के साथ अनुसूचित जाती ,रबारी , राजपूतो के वोट भी मिलने की संभावना हें। महेंद्र टाइगर कांग्रेस को सीट दिला सकते हें ,कांग्रेस उनकी दावेदारी पर गंभीरता के विचार भी कर रहा हें मगर बाड़मेर विधानसभा से भी जैन उम्मीदवार मेवाराम हें इसीलिए कांग्रेस के सामने दो जैन को टिकट देने की मज़बूरी हें। बाड़मेर से उम्मीदवार बदलने की चर्चे जोरो पर हें। महेंद्र टाइगर के सशक्त रूप से दावेदार के रूप में उभरने के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेताओ में खलबली मची हें। अनुसूचित जाती आयोग के अध्यक्ष और सिवाना के पूर्व विधायक गोपाराम मेघवाल भी महेंद्र टाइगर को उम्मीदवार के रूप में चाहते हें। लम्बे समय से कांग्रेस सिवान सीट से वंचित हें। ऐसे में कांग्रेस महेंद्र टाइगर के रूप में रिस्क ले सकती हें .इधर महेंद्र टाइगर को लेकर भाजपा भी सक्रीय हो गयी हें। टाइगर को भाजपा में लेन के प्रयास उच्च स्तर पर शुरू हुए हें। टाइगर गत चुनावो में अपना जनाधार बढ़ने के बरकरार रखने में सफल हुए हें। कांग्रेस के नेताओ ने उन्हें कांग्रेस में इसी शर्त पर शामिल किया था की अगली विधानसभा चुनावो में सिवाना उन्हें उम्मीदवारी दी जाएगी ,मगर नेता जातिगत राजनीती के चलते टाइगर की अनदेखी कर रहे हें मगर उनके बढ़ाते प्रभाव के चलते उनकी दावेदारी सभी पर भारी पड़ रही हें।

शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2013

गुम चिडिया ढूंढो, एक लाख जीतो

गुम चिडिया ढूंढो, एक लाख जीतो
हल्द्वानी। वन विभाग ने हिमालयन क्वैल तलाश का अभियान शुरू कर दिया है। टीमों के साथ ही जंगलात ने दूसरे लोगों के लिए भी इनाम की पेशकश की है। इस चिडिया को तलाशने और साक्ष्य देने पर एक लाख का इनाम मिलेगा।

भारत में सालों से चेन्नई के पास मिलने वाली जार्डन क्रसर, मुंबई की फारेस्ट आउलेट और उत्तराखंड (नैनीताल) की हिमालयन क्वैल की तलाश में पक्षी विशेषज्ञ जंगलों और दूसरी जगहों की खाक छानते रहे हैं। इसमें चेन्नई के पास जार्डन क्रसर करीब 100 साल और फारेस्ट आउलेट 68 बाद दोबारा मिल गई पर 137 साल से हिमालयन क्वैल नहीं देखी गई है। आखिरी बार यह नैनीताल में शेर का डांडा के पास 1876 में देखी गई थी। अब जंगलात ने हिमालयन `ैल की तलाश वृहद स्तर पर शुरू की है। इसमें कुमाऊं विश्वविद्यालय, यूपी के करतनिया घाट के पक्षी विशेषज्ञ, जंगलात के अफसर, कर्मी और वालांटियर शामिल किए गए हैं।

भेजे गए 250 विशेषज्ञ
पहले चरण में 250 लोगों की सात टीमों को बनाकर महेश खान, शेर का डांडा, कुंजाखेड़, पंगूट, विनायक आदि जगहों पर भेजा गया है। नैनीताल वन प्रभाग के डीएफओ डा. पराग मधुकर धकाते कहते हैं कि हिमालयन क्वैल की तलाश 6000 से 7000 फीट की ऊंचाई वाले इलाके में शुरू की गई है। यह स्थान पक्षियों से भरपूर रहे हैं। मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं परमजीत सिंह कहते हैं कि इसके अलावा हमने दूसरे लोगों से भी मदद मांगी जा रही है।

अपर सचिव वन ने देखा
जिस चिडिया की तलाश हो रही है, उसको अपर सचिव वन मनोज चंद्रन ने देखा था। मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं परमजीत सिंह कहते हैं कि जब चंद्रन पिथौरागढ़ के वर्किग प्लान अफसर थे, तब उन्होंने पिथौरागढ़ क्षेत्र में चिडिया देखने की बात कही थी, लेकिन उसका कोई साक्ष्य, फोटो, फिल्म आदि एकत्र नहीं कर पाए थे। ऎसे में अब भी चिडिया को लुप्त ही माना जा रहा है।

भिखारियों ने किया सूखे खाने का बहिष्कार

भिखारियों ने किया सूखे खाने का बहिष्कार

रायपुर। छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में भिखारियों ने अपना संगठन बनाकर अजीबोगरीब फरमान जारी किया है। भिखारियों ने बगैर दाल और पकवान के होने वाले भिक्षुक भोजों का बहिष्कार शुरू कर दिया है। कई जिलों में पितृपक्ष के दौरान ऎसा ही देखा गया।

बताया जाता है कि महंगाई की वजह से पितृपक्ष में भिखारियों को खाना खिलाने की परंपरा भी लगभग खत्म होती जा रही है। राजधानी रायपुर के भिखारी खाना खिलाने वाले जजमान को जो "मेनू" दे रहे हैं, उससे उनके होश उड़ रहे हैं। उनके मेनू में दाल और पकवान को जरूरी कर दिया गया है, जिससे जजमान बिचक रहे हैं।

वे भिक्षुक भोज कराने के बजाय सामान्य भंडारा करा रहे हैं। इससे भी भिक्षुक आक्रोशित हैं। ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि हिंदू धर्म के अनुसार, पितृपक्ष में कौओं या फिर भिखारियों को भोजन कराने से मृत व्यक्ति की आत्मा को तृप्ति और शांति मिलती है।

रायपुर के तिल्दा इलाके में देवारपारा, गोवर्धनपारा, स्टेशन चौक आदि जगहों पर भिखारियों का डेरा है। पितृपक्ष में भिक्षुकों की ज्यादा मांग को देखते हुए तिल्दा के भिखारियों ने अघोषित तौर पर यूनियन बना ली है। यूनियन की सहमति के बगैर कोई भी भिखारी भोज में शामिल नहीं होता।

नागौर नगर परिषद् आयुक्त गिरफ्तार

जोधपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने नागौर नगर परिषद् आयुक्त को आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किया। आयुक्त पर 2005 में बालोतरा पालिका में नियुक्ति के समय आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप है। आयुक्त पोकरराम चौहान को जोधपुर में एसीबी कोर्ट ने 25 हजार के मुचलके पर जमानत दे दी। नागौर नगर परिषद् आयुक्त गिरफ्तार
ये था मामला
वर्तमान में नागौर नगर परिषद में आयुक्त पद पर कार्यरत पोकरराम चौहान पर साल 2005 में बालोतरा मे नियुक्ति के दौरान आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला चल रहा था। सिरोही-जालौर एसीबी टीम ने शुक्रवार को चौहान को नागौर से गिरफ्तार किया। इस पर उन्हें जोधपुर स्थित एसीबी कोर्ट ले जाया गया। जहां कोर्ट ने उन्हें 25 हजार के मुचलके पर जमानत दे दी।

चालान पेश होने के बाद से नदारद थे चौहान
चौहान चालान पेश होने के बाद से नदारद थे। चालान पेश होने के बाद से वे कार्यालय भी नहीं आए। शुक्रवार को वे जैसे ही कार्यालय आए जालौर-सिरोही एसीबी की संयुक्त टीम ने उन्हें धर लिया।

मरीज की जांच डाक्टर को पड़ी भारी अस्पताल परिसर से गाड़ी चोरी

मरीज की जांच डाक्टर को पड़ी भारी
अस्पताल परिसर से गाड़ी चोरी

बाड़मेर। बाड़मेर के राजकिय चिकित्सालय में स्त्री रोग विषेषज्ञ डा. खेताराम सोनी का अस्पताल परिसर में अपने एक मरीज की जांच करना बेहद भारी पड़ता नजर आया। महज 10 मिनिट की मरीज जांच के बाद अज्ञात चोर एनकी मोटरसार्इकिल को अस्पताल परिसर से पार कर गया। जानकारी के मुताबिक राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर में कार्यरत स्त्रीरोग विषेषज्ञ डा. खेताराम सोनी ने पुलिस थाना कोतवाली में मामला दर्ज करवाया कि 1 अक्टुबर की रात अस्पताल से आए आपातकालीन काल पर वह एक मरीज को देखने के लिए अस्पताल गए और जब दस मिनिट बाद वह वापस बाहर आए तो उनकी मोटर सार्इकिल सीबीजेड आर जे 04 2एम 0879 सिल्वर कलर को अज्ञात चोर चुरा कर ले जा चुका था। इस पर पुलिस थाना में मामला दर्ज करवाया गया जिसकी जांच हैड कानिस्टेबल शंभुराम को सौंपी गर्इ है।

20.5 ओवर में ही अफगानिस्‍तान ने रच दिया इतिहास, 2015 वर्ल्‍ड कप क्रिकेट का टिकट किया पक्‍का

शारजाह. शारजाह में हुए मैच में अफगानिस्तान की टीम ने 7 विकेट से केन्या को पराजित कर इतिहास में पहली बार वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई कर लिया। 2015 में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले क्रिकेट के सबसे बड़े घमासान में अफगानिस्तान दिग्गजों को टक्कर देगा।
20.5 ओवर में ही अफगानिस्‍तान ने रच दिया इतिहास, 2015 वर्ल्‍ड कप क्रिकेट का टिकट किया पक्‍का
अक्‍सर अफगानिस्तान का नाम हिंसा और युद्ध को लेकर सुर्खियां बटोरता है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से यहां के खिलाड़ियों ने इस नकारात्मक छवि को तोड़ने का प्रयास किया है।

शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में हुआ केन्या के खिलाफ मैच अफगानिस्तान के लिए करो या मरो का मुकाबला था। सभी गेंदबाजों ने अपने एकजुट प्रयास से केन्या की टीम को पहले महज 93 के मामूली स्कोर पर ढेर किया। फिर बल्लेबाजों ने कप्तान मोहम्मद नबी की अगुवाई में इस लक्ष्य को महज 20.5 ओवरों में 3 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया।

मैच में 2 विकेट लेने के साथ नाबाद 46 रन बनाने वाले अफगानिस्तान के कप्तान मोहम्मद नबी जीत के हीरो रहे।
सचिन तेंडुलकर ने 100वां शतक लगाने के बाद बस एक ही बात कही थी - सपने देखो, सपने पूरे होते हैं। मास्टर ब्लास्टर के मुंह से निकली यही बात अफगानिस्तान टीम के लिए सच साबित हुई है।

सानिया मिर्जा ने फिर किया कमाल, चाइना ओपन के फाइनल में पहुंचीं



बीजिंग. सानिया मिर्जा ने अपना बेहतरीन फॉर्म जारी रखते हुए चाइना ओपन के फाइनल में जगह बना ली। जिम्बाब्वे की कारा ब्लैक के साथ उन्होंने टूर्नामेंट की शीर्ष वरीय जोड़ी को सीधे सेटों में हराया।
सानिया मिर्जा ने फिर किया कमाल, चाइना ओपन के फाइनल में पहुंचीं
महज 1 घंटे 12 मिनट तक चले मुकाबले में सानिया और ब्लैक की जोड़ी ने रोबर्टा विंची और सारा ईरानी के इतालवी पेयर को 6-4, 6-4 से पराजित किया।


इंडो-जिम्बाब्वियन जोड़ी का खिताबी मुकाबले में दूसरे सेमीफाइनल की विनिंग जोड़ी से होगा। दूसरे सेमीफाइनल में वेरा दुशेविना और अरांतक्सा सांतोन्जा का सामना सू वी सीह और शुआई पेंग की जोड़ी से है।

वायुसेना स्टेशन जैसलमेर में 81वें वायुसेना दिवस के उपलक्ष में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन


वायुसेना स्टेशन जैसलमेर में 81वें वायुसेना दिवस के उपलक्ष में

अनेक कार्यक्रमों का आयोजन

जैसलमेर 81वें वायुसेना दिवस ;08 अक्टूबर 2013द्ध के उपलक्ष में वायुसेना स्टेशन जैसलमेर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। कार्यक्रमों की शुरूआत 01 अक्टूबर 2013 को आयोजित रक्तदान शिविर से हुर्इ जिसमें वायु योद्धाओं और स्टेशन की महिलाओं ने रक्तदान किया। इसके अलावा वायु सेना स्टेशन जैसलमेर के कैम्पस के भीतर वृक्षारोपण अभियान, खेल-कूद गतिविधियां, वायुयोद्धाओं एवं उनके परिवारों के लिए सांस्कृतिक संध्या के आयोजन हुए। इस पखवाड़े के दौरान अन्य गतिविधियां जैसे कार्मिकों द्वारा शपथ-ग्रहण, एयरो-माडलिंग, पैरा-सैलिंग आदि कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में कल हाक एयरक्राफट के साथ एयरो-माडलिंग फलार्इंग का भी प्रदर्शन होगा।
वायु सेना स्टेशन जैसलमेर के वायु अफसर कमाणिडंग एयर कमोडोर चन्द्रमौलि ने सभी वायुयोद्धाओं को सभी कार्यक्रमों में भाग लेने का आव्हान किया। इन आयोजनों में वायु सेना के सेवा निवृत्त वायु योद्धाओं को भी आमंत्रित किया गया है।
ये कार्यक्रम वायुयोद्धाओं एवं उनके परिवारों में सदभाव को और मज़बूत करेंगे। इस दौरान वायु अफसर कमाणिडंग बड़ाखाना में वायु योद्धाओं के साथ शामिल होंगे।



जैसलमेर वायु सेना स्टेशन वर्तमान में व्यस्तम बेस में से एक है। नियमित होने वाले फायर पावर डेमोन्सट्रेशन की व्यवस्था अस्सी के दशक से ही इसी स्टेशन के तहत होती हैं। यह स्टेशन थार रेगिस्तान में स्टेट-आफ-आर्ट संकि्रयात्मक एवं प्रशासनिक सुविधाओं वाला स्टेशन है।

अस्पताल कार्मिको के खिलाफ कार्यवाही की मांग दुसरे दिन भी नहीं उठाया शव


इलाज में लापरवाही से महिला की मोत से मचा बवाल


अस्पताल कार्मिको के खिलाफ कार्यवाही की मांग दुसरे दिन भी नहीं उठाया शव



बाड़मेर -बाड़मेर जिला मुख्यालय पर निजि चिकित्सालय डीएचटी में इलाज के दौरान तारातरा निवासी लुणी देवी की मौत के बाद परिजनो ने चिकित्सको पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव उठाने से इंन्कार करते हुए दोषी चिकित्सको के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर धरने पर बैठ गये । दरजी समाज ने आज जमकर प्रदर्शन किया तथा जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर निजी अस्पताल का पंजीयन निरस्त करने तथा चिकित्सक को गिरफ्तार करने की मांग की। दरजी समाज समाचार लिखे जाने तक महिला का शव उठाने को राजी नहीं हुए। .पुलिस उप अधीक्षक ओम प्रकाश गौतम ,उप खंड अधिकारी सहित समाज के लोगो के बीच समाझाईस का दौर चल रहा हें 
बाड़मेर शहर में निजी अस्पताल में एक महिला को इलाज के आभाव में अपनी जिदंगी से हाथ धोना पड़ा महिला चिलत रही लेकिन निजी अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टरो का कलेजा नहीं कापा और सोते रहे आखिर में महिला की मोत हो गई घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनो से समझाईस की लेकिन परिजनो ने चिकित्सको पर आरोप लगाते हुए कहा की रात भर कोई चिकित्सक कई बुलाने के बाद भी नही पहुंचे जिसकी वजह से पुरी रात तड़पते हुए महिला ने दम तोड़ा है अगर मौके पर चिकित्सक पहुंचते तो शायद हम आगे लेकर जाते लेकिन चिकित्सको की लापरवाही से महिला की मौत हुई है 

जिसके लिए जब तक दोषी चिकित्सको के खिलाफ कार्यवाही नही होगी तब तक शव को नही उठाया जाएगा । वही चिकित्सा प्रबंधन ने कहा की महिला की मौत हार्ट अटेक से हुई है और परिजन अब मुआवजे की मांग कर रहे है हमारी कोई लापरवाही नही है । 



इस घटना को करीब को सामने आए आज दूसरा दिन हें लेकिन पुलिस ने अब जाकर मामल दर्ज कर जाच शरू की है वही परिजनो का साफ़ तोर कहना है कि जब तक अस्पताल के प्रबंधक को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा तब तक हम शव नहीं उठाएगे परिजनों ने चेतावनी दी है कि अगर अगले कुछ घंटो में कोई कारवाही नहीं की गई तो हम धरना प्रदशन शरू कर देंगे

जालम राजपुरोहित राजस्थानी छात्र परिषद् नगर अध्यक्ष मनोनित

जालम राजपुरोहित राजस्थानी छात्र परिषद् नगर अध्यक्ष मनोनित


बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा राजस्थानी छात्र परिषद् के नगर अध्यक्ष पद पर जालम सिंह राजपुरोहित को मनोनित किया हें। समिति के जिला प्रवक्ता रमेश सिंह इन्दा ने बताया की प्रदेश महामंत्री राजेंन्द्र सिंह बारहट और संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह बहती के निर्देशानुसार जालम सिंह राजपुरोहित को नगर अध्यक्ष मनोनित कर उन्हें सात दिन में कार्यकारिणी गठित करने के निर्देश दिए हें।

भलिसर हत्याकांड ग्रामीणों का धरना जरी

भलिसर हत्याकांड ग्रामीणों का धरना जरी


बाड़मेर जिले के धोरिमाना थाना क्षेत्र के भलीसर 24 दिन पहले हुए दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश करने के सम्बन्ध में ग्रामीणों ने तीसरे दिन धरना जरी रखा ग्रामीणों ने संभागीय आयुक्त के नाम ज्ञापन भी सुपुर्द किया


धोरीमन्ना गुरूवार को बंद रखा गया था इस घटना के विरोध में , धरना स्थल पर सेंकडो ग्रामीणों द्वारा आज तीसरे दिन धरना जारी रखा तथा संभागीय आयुक्त जोधपुर को जापन तहसीलदार धोरीमन्ना के माध्यम से भेजा तथा मामले के जाँच की मांग की

क्या होती है आदर्श चुनाव संहिता


क्या होती है आदर्श चुनाव संहिता


जिस दिन चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों का ऐलान करता है, उसी दिन से आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है।


कोई भी पार्टी या उम्मीदवार ऐसी गतिविधियों में शामिल नहीं हो सकते, जिसके कारण अलग-अलग जाति, समुदाय या धर्म के लोगों के बीच तनाव बढ़ने की स्थिति पैदा हो।

- दूसरे दलों की आलोचना उसकी नीति, कार्यक्रम और किए गए काम के आधार पर की जा सकती है। निजी जिंदगी पर टिप्पणी नहीं किया जा सकता।

-वोट सुनिश्चित करने के लिए जातिगत और सांप्रदायिक भावनाएं नहीं फैलाई जा सकतीं।

मीटिंग

- प्रस्तावित मीटिंग के वक्त और जगह की सूचना पार्टी या उम्मीदवार को लोकल पुलिस प्रशासन को देनी चाहिए।

- मीटिंग के सिलसिले में अगर लाउडस्पीकर आदि का इस्तेमाल करना है, तो संबंधित अधिकारियों से पहले इजाजत लेनी होगी।

रैली

- पार्टी या उम्मीदवार को रैली की तारीख और जगह के बारे में पहले तय करना होगा। साथ ही रैली किस रास्ते से गुजरेगी और किस वक्त कहां खत्म होगी, यह भी पहले ही बताना होगा।

-आयोजक को रैली के लिए जगह की दिक्कत ना हो इसलिए पहले से इंतजाम करना होगा ताकि ट्रैफिक जाम न हो।

पोलिंग के दिन

-पोलिंग के दिन और इससे 24 घंटे पहले कोई पार्टी या उम्मीदवार शराब नहीं बांट सकता।

- पोलिंग बूथ के पास बने उम्मीदवारों के कैंप पर गैर जरूरी भीड़ जमा नहीं हो सकती।

पोलिंग बूथ

-वोटर के अलावा कोई भी शख्स चुनाव आयोग से जारी एंट्री पास के बगैर पोलिंग बूथ में प्रवेश नहीं कर सकता।

पर्यवेक्षक

- अगर किसी उम्मीदवार या उसके एजेंट को चुनाव से संबंधित कोई शिकायत है तो वह इसकी जानकारी पर्यवेक्षक को दे सकता है।

सत्ताधारी पार्टी

- कोई भी सत्ताधारी पार्टी चाहे वह केंद्र की हो या राज्य की, चुनाव प्रचार में अपनी ऑफिशियल पोजिशन का इस्तेमाल नहीं कर सकती। कोई मंत्री आधिकारिक भ्रमण को चुनाव के काम के साथ नहीं जोड़ सकता और न ही प्रचार के लिए सरकारी तंत्र का इस्तेमाल कर सकता है।

- चुनाव के दौरान मीडिया कवरेज को प्रभावित करने के लिए किसी तरह के सरकारी विज्ञापन नहीं दे सकते और न ही सत्ताधारी दल की उपलब्धियों के विज्ञापन दे सकते हैं।

- कोई भी मंत्री इस दौरान सहायता राशि जारी नहीं कर सकता है।