बाड़मेर काले झंडो से विरोध के डर से प्रभारी मंत्री काफिला ले भागे
बाड़मेर रविवार को प्रभारी मंत्री दिलीप चोधरी राजीव गाँधी सेवा केंद्र का लोकार्पण करने के बाद जब एक सभा को संबोधित करने के बाद तय कार्यक्रम के तहत उन्हें सर्किट हाउस जाने था इस दोहरान ही उनके साथ कई और मंत्री और विधायक सहित कई नेता और प्रशाशन के अधिकारी भी मोजूद थे लेकिन जब उन्हें इस बात कि भनक पड़ी कि रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति के लोगो रस्ते में उनका विरोध काले झंडे से करने वाले है तो मंत्री जी के साथ ही पुलिस के हाथ पैर फुल गए और पुलिस ने आनन फानन में धरने पर भारी पुलिस बल तेनात कर दिया और उसके बाद पुलिस के अधिकारियो ने बाड़मेर शहर के विभिन्न रास्ते और गलियों से मंत्री जी के काफिले को शहर के बाहर सर्किट हाउस पहुचाया तब जाकर मंत्री और प्रशाशन ने राहत की साँस ली इस कड़ी में रिफाइनरी को लीलाला में लगाए जाने की मांग को लेकर बाड़मेर शहर में दर्जनों लोगो जिला कलक्टर के आगे आने जाने वाले लोगो को काले झंडे दिखाकर सरकार को चेताया कि अगर उनकी माग नहीं मानी गई तो यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी 22 सितंबर को सुबह 11 बजे रिफाइनरी का शिलान्यास का भू पुरजोर तरीके से विरोध किया जाएगा गोरतलब है कि लंबे इंतजार के बाद बाड़मेर के पचपदरा में लगने वाली रिफाइनरी के शिलान्यास कार्यक्रम को हरी झंडी मिल गई है। यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी 22 सितंबर को सुबह 11 बजे रिफाइनरी का शिलान्यास करेंगी। वे यहां जनसभा को भी संबोधित करेंगी। वही दूसरी और कि अगर सरकार ने रिफाइनरी को लीलाला नहीं लगाया तो आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावो में कांग्रेस को इस बात का खामियाजा भुगतना पड़ेगा इस आन्दोलन के ही चलते बाड़मेर जिले मेंसूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बाड़मेर नहीं आ प् रहे है ऐसे में सरकार और प्रशाशन के लिए सबसे बड़ी चुनोती यह है कि यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी के बाड़मेर दौर के दोहरान कोई हंगामा न हो जाएइसलिए अब पुलिस और खुफिया विभाग अब रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति से जुड़े नेताओ हर हरकत पर नजर रखे हुए है और पल पल की रिपोट जयपुर जा रही है