गुरुवार, 4 अप्रैल 2013

जैसलमेर के सीएमएचओ डॉ. आनंद गोपाल पुरोहित को 3.30 लाख रुपए के साथ पकड़ा

जैसलमेर के सीएमएचओ डॉ. आनंद गोपाल पुरोहित को 3.30 लाख रुपए के साथ पकड़ा 


एसीबी ने रास्ते में रुकवा कर रुपए बरामद किए

खरीद का कमीशन और रिश्वत राशि होने का संदेह

जैसलमेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बुधवार को जैसलमेर के सीएमएचओ डॉ. आनंद गोपाल पुरोहित को 3.30 लाख रुपए के साथ पकड़ा है। यह पैसा दवाओं की खरीद के कमीशन और रिश्वत का हो सकता है। हालांकि सीएमएचओ ने यह पैसा अधीनस्थ कर्मचारियों से उधार लाना बताया था, मगर जब ब्यूरो अधिकारियों ने उन कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया। ब्यूरो टीम ने यह रकम जब्त कर ली। सीएमएचओ के जोधपुर व जैसलमेर स्थित मकानों की तलाशी जा रही है। 

ब्यूरो के डीआईजी संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि जैसलमेर चौकी प्रभारी डीएसपी केडी चारण को सूचना मिली थी कि सीएमएचओ डॉ. पुरोहित दवाओं की खरीद में मिले कमीशन और रिश्वत के लाखों रुपए लेकर अपनी कार से जोधपुर जा रहे हैं। इस पर डीएसपी ने जैसलमेर में जोधपुर नाके पर सीएमएचओ को रोका। उनकी कार की तलाशी ली तो 3.30 लाख रुपए मिले। इन रुपयों के बारे में सीएमएचओ ने बताया कि यह पैसा वह अपने अधीनस्थ दो कर्मचारियों से उधार लेकर आए हैं। तब डीएसपी ने उन दोनों कर्मचारियों से पूछा तो बताया कि उन्होंने सीएमएचओ को पैसा उधार नहीं दिया है। इस पर ब्यूरो टीम ने उक्त पैसा जब्त कर लिया।

जोधपुर व जैसलमेर में मकान की तलाशी: अवैध राशि बरामद करने के बाद ब्यूरो टीम ने डॉ. पुरोहित के जोधपुर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड में 1 स 6 मकान की तलाशी ली। यहां 17 हजार रुपए नकद, डेढ़ तोला सोने व दो सौ ग्राम सोने के आभूषण, एलआईसी में निवेश तथा जालोरी गेट एसबीबीजे में लॉकर मिला है। शेष त्न पेज ४



यह मकान सीएमएचओ की पत्नी के नाम का है। लॉकर गुरुवार को खुलवाया जाएगा। उधर ब्यूरो की दूसरी टीम रात को जैसलमेर स्थित उनके किराए के मकान पर पहुंची, वहां देर रात तक तलाशी जारी थी।

गिरफ्तारी मुकदमे के बाद

आकस्मिक चैकिंग में सीएमएचओ के पास मिले अवैध पैसों की रिपोर्ट डीआईजी ऑफिस से एसीबी मुख्यालय जाएगी। इसके साथ उनके दोनों घरों व लॉकर से मिलने वाली संपत्ति का आकलन किया जाएगा। यदि यह राशि रिश्वत व कमीशन की मिली तो पद के दुरुपयोग का मामला बनेगा। इसके अलावा संपत्ति ज्यादा मिली तो आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का भी मुकदमा दर्ज हो सकता है। इसलिए सीएमएचओ की गिरफ्तारी मुकदमा दर्ज होने के बाद ही संभव है।

बुधवार, 3 अप्रैल 2013

युवक को खून के बदले खून की सजा

युवक को खून के बदले खून की सजा


रियाद। विश्व मंच पर आलोचनाओं में घिरे रहने वाले सऊदी अरब के कडे कानून इस बार एक और युवक की जिंदगी लेने के लिए तैयार हैं। अली अल ख्वाहिर नामक इस युवक ने आज से दस साल पहले अपने दोस्त पर चाकू से हमला किया था जिससे उसकी रीढ की हड्डी कट गई थी और वह लकवाग्रस्त हो गया था। अली को सजा मिली है कि उसकी भी रीढ की हड्डी काट दी जाएगी जिससे वह भी अपने दोस्त की तरह हमेशा के लिए लकवाग्रस्त हो जाए।

पश्चिमोत्तर ताबुक प्रांत में रहने वाला अली जब 14 साल का था तो उसने अपने दोस्त पर चाकू से वार किया था। चाकू के हमले में घायल उसका 22 वर्षीय दोस्त अब्दुल अजीज अल मुतैरी लकवाग्रस्त हो गया और दो साल पहले उसका एक पैर भी काटना पड़ा। दोस्त पर हमला करने के आरोप में अली को पहले 10 साल की सजा सुनाई गई लेकिन जब उसके दोस्त के परिजनों ने खून के बदले खून की मांग की तो अली को इस्लामी कानून के तहत सजा से बचने के लिए दो लाख सऊदी रियाल का जुर्माना देने के लिए कहा गया।

बडे आग्रह के बाद पीडित के परिजनों ने जुर्माने की राशि घटाकर एक लाख रियाल कर दी लेकिन अली के परिजन अब भी इतनी बड़ी रकम नहीं चुका सकते थे। जुर्माने की राशि न अदा करने के कारण अब अली के रीढ की हड्डी भी उसके दोस्त के रीढ की हड्डी की तरह काटी जाएगी। अली को मिली 10 साल कैद की सजा के बाद से ही उसकी मां बदहवास हो गई थी।

मीडिया में आई खबरों के अनुसार अली की मां ने कहा है कि मैं पिछले दस साल से एक भी रात के लिए सो नहीं पाई हूं। कम उम्र में ही मेरे बाल अपने बेटे की दुर्दशा को देखकर सफेद हो गए हैं। मैं जब भी अपने बेटे की किस्मत के बारे में सोचती हूं कि उसे कैसी सजा मिलेगी तो मरणासन्न हो जाती हूं। सऊदी अरब अपने खून के बदले खून कानून के लिए आलोचनाओं में घिरा रहता है। हालांकि गत कुछ वर्षो से वह अपनी इस छवि को सुधारने की कोशिश में जुटा है लेकिन हर बार किसी ऎसे ही मामले में उसकी फिर किरकिरी हो जाती है।

पहले भी दी जा चुकी हैं ऎसी सजा

लगभग 13 साल पहले एक ऎसे ही मामले में मिस्र के एक व्यक्ति की आंख आपरेशन करके निकाली गई थी जब उसने अपने हमवतन पर एसिड फेंका था। मिस्र के इस व्यक्ति ने 87 हजार पाउंड का जुर्माना लेने से इनकार कर दिया था और अपने हमलावर की आंख निकालने की सजा को बरकरार रखे जाने की मांग की थी। इसी तरह 2008 में भी एक महिला पर एसिड फेंकने के आरोपी व्यक्ति पर एसिड फेंके जाने की सजा मिली थी।

सऊदी अरब में मौत की सजा देने के मामले में पूरी दुनिया में तीसरे स्थान पर हैं। सऊदी अरब से पहले चीन और ईरान का नाम है। सऊदी अरब में आमतौर पर मौत की सजा सिर कलम करके दी जाती है जिसके बाद धड़ को सूली पर टांग दिया जाता है।

गत सप्ताह सऊदी अरब के जिजान शहर में एक पाकिस्तानी पुरूष के साथ बलात्कार करके उसकी हत्या करने वाले यमन के नागरिक मोहम्मद राशि खैरी हुसैन का सिर कलम करके उसके धड़ को सूली पर टांगा गया है। इस वर्ष अब तक सऊदी अरब में 28 लोगों का सिर कलम किया जा चुका है जबकि गत वर्ष कुल 69 लोगों का सिर कलम किया गया था।

'डीएसपी हक की हत्या में राजा भैया का हाथ नहीं'

लखनऊ: यूपी के प्रतापगढ़ के कुंडा में डीएसपी जिया उल हक की हत्या के मामले में सीबीआई ने प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी है। पीटीआई के हवाले से आई खबर के मुताबिक इस मौत में विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के हाथ के संकेत नहीं मिले हैं।'डीएसपी हक की हत्या में राजा भैया का हाथ नहीं'
सीबीआई सूत्रों के अनुसार पीटीआई का कहना है कि सीबीआई की प्रारंभिक रिपोर्ट कहती है कि इस हत्या में भीड़ के ही हाथ का अंदेशा है।

गौरतलब है कि डीएसीपी जिया उल हक की हत्या उस समय हो गई थी जब वे बलिपुर गांव में कुछ लोगों द्वारा गांव के प्रधान की हत्या की जांच करने गए थे।

छात्र को टीचर से प्यार, टीचर नहीं मानी तो जड़ा आरोप

18 साल की उम्र में 10वीं के छात्र को प्यार हो गया. प्यार भी खुद से दोगुनी उम्र की अपनी ही टीचर से और वो भी दीवानेपन की हद तक. इतना कि फोन पर फोन.
टीचर अपने ही छात्र की बार-बार आने वाली मिस्ड काल से बेहद परेशान थी. उसने छात्र को समझाने की बेहद कोशिश की लेकिन जब छात्र ने तंग करना बंद नही किया तो मजबूरन टीचर ने अपने भाई और पति से इसकी शिकायत कर दी.

टीचर के भाई और छात्र के बीच झगडा मारपीट में बदल गया और मामला पुलिस थाने तक पहुच गया. टीचर के इनकार से छात्र इतना आगबबूला था कि उसने टीचर पर ही यौन शोषण का आरोप लगा दिया. मामले में पुलिस ने टीचर के भाई को गिरफ्तार कर लिया जबकि टीचर की शिकायत पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की.

मामला कोर्ट में पहुंचा तो कोर्ट ने पुलिस को फटकारते हुए टीचर की शिकायत पर जांच करने के आदेश दे दिए. कोर्ट इस मामले में बेहद गभीर दिखा. कोर्ट ने कहा कि ये बेहद संवेदनशील और समाज की आंख खोलने वाला मामला है और सरकार को इस तरह के मामलो में खास तौर से लड़कों के स्कूलों में पढ़ाने वाली महिला टीचरों की गरिमा और सुरक्षा को लेकर गभीर रुख अपनाते हुए ठोस कदम उठाने होगे. साथ ही दोनों की काउसलिंग की भी जरुरत पर जोर दिया.

लेकिन कोर्ट में आया ये मामला ये तो साफ कर ही गया कि समाज के बदलाव के बीच गुरु और शिष्य के इस रिश्ते को सामान्य नहीं कहा जा सकता.

कांग्रेस CBI से डराती है: मुलायम सिंह


कांग्रेस CBI से डराती है: मुलायम सिंह
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने एक बार फिर कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला है. लखनऊ में पार्टी के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि कांग्रेस से लड़ना आसान नहीं है. जेल में डाल देगी. सीबीआई पीछे लगा देगी.

गौरतलब है कि इससे पहले मुलायम ने कांग्रेस को धोखेबाज बताया है. दावा किया कि थर्ड फ्रंट की सरकार बनेगी. और अपने चिर प्रतिद्वंदी आडवाणी की तारीफ भी कर डाली. जिसके बाद से सियासी हलचल तेज हो गई थी.

मुलायम के 'साथ' पर PM को नहीं भरोसा!

पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा, 'मैंने आडवाणी की तारीफ की तो हल्ला मच गया. आज उन्होंने लोहिया की तारीफ की है. देखते हैं क्या होता है. अच्छे नेताओं की तारीफ होनी चाहिए.'

मुलायम सिंह की खुफिया रिपोर्ट, नवंबर में चुनाव!

गौरतलब है कि श्रीलंकाई तमिल मुद्दे पर जैसे ही डीएमके ने सरकार का समर्थन वापस लिया. बाहर से सहारा देने वाले मुलायम सिंह ने अपने बयानों से इस कदर खलबली मचा दी कि अकसर चुप रहने वाले मनमोहन सिंह को सरकार की स्थिरता पर बयान देना पड़ा.

मुलायम सिंह यादव का आरोप है कि कांग्रेस डराकर समर्थन लेती है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्‍होंने कहा था, 'मैंने सरकार का बुरे वक्त में साथ दिया लेकिन बदले में मेरे पीछे सीबीआई लगा दी गई.

कांग्रेस सरकार घोटालों की सरकार
मुलायम सिंह यादव ने केन्द्र की कांग्रेस सरकार घोटालों की सरकार भी बता चुके हैं. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि केन्द्र के कर्ज माफी में घोटाला, कोयला घोटाला और हेलीकाप्टर खरीद में घोटाला सब कांग्रेस सरकार की देन है.

सपा क्‍यों है सरकार के लिए महत्‍वपूर्ण
लोकसभा में समाजवादी पार्टी के 22 सांसद है जो DMK की समर्थन वापसी के बाद से कांग्रेस को सहारा दिए हुए है. बेनी प्रसाद वर्मा द्वारा मुलायम के ऊपर दिए गए बयान से दोनों पार्टियों के बीच रिश्‍तों में काफी तल्‍खी आ गई थी. ऐसा लग रहा था कि मुलायम कभी भी समर्थन वापस ले लेंगे. हालांकि अभी तक ऐसा नहीं हुआ है. मुलायम सिंह समर्थन जारी रखने और समर्थन वापस लेने के फैसले के बीच अभी भी झूल रहे हैं.

क्‍यों डरते हैं मुलायम
मुलायम सिंह यादव, उनके बेटे, और उत्तर प्रदेश मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव सहित परिवार के कई सदस्‍यों के खिलाफ वर्ष 2005 में आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज हुआ है. पिछले दिनों उनकी बहू डिंपल का नाम मुकदमे से हटा दिया गया. बाकी परिवार पर सीबीआई जांच की घटा छाई हुई है और मुलायम सिंह कांग्रेस पर वार करते हुए भी कांग्रेस के साथ बने हुए हैं.


"सुराज" से पहले वसुंधरा के "रथ" से जाम!

"सुराज" से पहले वसुंधरा के "रथ" से जाम!

जयपुर। भारतीय जनता पार्टी की सुराज संकल्प यात्रा के लिए तैयार रथ(बस) ने बुधवार को राजधानी में टोंक रोड पर ट्रेफिक जाम जैसे हालात खड़े कर दिए। दोपहर करीब 1 बजे 12 मीटर लम्बा यह रथ जब रिजर्व बैंक तिराहे पर यू-टर्न ले रहा था तो अच्छी खासी चौड़ाई वाला टोंक रोड़ सकड़ा नजर आया। ड्राइवर को इस टर्न के लिए करीब दो-तीन बार रिवर्स गियर लगाना पड़ा और तब जाकर रथ मुड़ पाया।



रथ के कारण टोंक रोड का यातायात कुछ समय के लिए बाधित हुआ और इस मौके पर वहां से गुजरने वाली कई लाल बत्ती वाली वीआईपी गाडियों का सफर भी प्रभावित हुआ। यह हालात तब बने जब सुराज संकल्प यात्रा का यह रथ रामबाग सर्किल से अजमेरी गेट की ओर से आते समय रिजर्व बैंक टी-प्वॉइंट से यू-टर्न ले रहा था।



उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे 4 अप्रेल से इसी रथ पर सवार होकर चारभूजा से अपनी सुराज संकल्प यात्रा शुरू करने जा रही है। लेकिन यातायात मामलों के विशेषज्ञों की माने तो राजे की 33 जिलों में 8458 किमी की इस यात्रा में इस रथ की राह आसान नहीं होगी। उनका कहना है कि जो रथ राजधानी की विकसित और चौड़ी सड़कों पर सीधे-सीधे नहीं मुड़ पा रहा हो,वह प्रदेश की खस्ताहाल रास्तों पर भला कैसे चलेगा और यदि यही हालात रहे तो वहां की यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुए बिना नहीं रहेगी।



सुविधाएं अंतरराष्ट्रीय,सड़क पर खस्ताहाल



राजे की करीब साढ़े तीन महीने चलने वाली यात्रा के लिए तैयार इस रथ को विमान जैसी सुविधाओं से सुसज्जित बताया जा रहा है। लेकिन सड़क पर उतरने के बाद पहले ही दिन जयपुर की सड़कों पर इसकी रियल परफॉर्मेस का अंदाज लगाया जा सकता है। टर्निग रेडियस के हिसाब से रथ का सकड़े रास्तों पर लेकर जाना मुश्किलों भरा होगा।



इन खूबियों से सुसज्जित है "रथ"



जानकारी के अनुसार लग्जरी कुर्सियां,आरामदायक सोफे,हाइड्रोलिक सिस्टम वाली लिफ्ट और दरवाजों के साथ फ्रीज,कॉफी-टी मशीन,माइक्रोवेव आदि तमाम सुविधाओं वाले इस रथ में एक मॉर्डन बाथरूम और वन सीटर ड्रेसिंग रूम भी बनाया गया है। रथ में मनोरंजन और यात्रा के कवरेज हेतु दो टीवी सैट भी लगाए गए हैं।

दुनिया से खत्म हो जाएंगे मर्द!

दुनिया से खत्म हो जाएंगे मर्द!

लंदन। आपको यह बात शायद चौंकाने वाली लगे,लेकिन महिला-पुरूषों के क्रोमोजोम्स पर हुए एक अघ्ययन से यह बात सामने आई है कि आने वाले सालों में पुरूषोंं की प्रजाति लुप्तप्राय: हो जाएगी। इसकी शुरूआत भी हो चुकी है।

ऑस्ट्रेलिया की एक महिला वैज्ञानिक ने दावा किया है कि पुरूषों की प्र्रजाति खत्म होने के कगार है। इसके लिए उल्टी गिनती भी शुरू हो गई है। प्रोफेसर जैनी ग्रेब्स ने कहा है कि करीब 50 लाख सालों में पुरूष प्रजाति का धरती से सफाया हो सकता है।

ग्रेब्स का कहना है कि महिलाओं के क्रोमोजोम्स पुरूषों से ज्यादा शक्तिशाली होते हैं। इसी
कारण महिलाएं,पुरूषों से ज्यादा दिनों तक जीवित रहती हैं।

ग्रेब्स के मुताबिक इस रेस में महिलाएं ही जीतेगी और पुरूष पिछड़ जाएंगे। पुरूष प्रजाति के खात्में की शुरूआत खुद उनके वाई क्रोमोजोम्स की वजह से होगी।

थाने पर पथराव,पुलिस बस फूंकी

थाने पर पथराव,पुलिस बस फूंकी


मकराना/जयपुर। राजस्थान के नागौर जिले के मकराना उपखंड में बुधवार सुबह फेसबुक पर अनर्गल टिप्पणी मामले में एक समुदाय विशेष की उग्र भीड़ ने कस्बे में जमकर उत्पात मचाया।


सुबह 10 बजे एक विरोध रैली के रूप में एकत्रित भीड़ उग्र हो गई और पुलिस स्टेशन पर पथराव करना शुरू कर दिया। इस दौरान भीड़ ने पुलिस बस को भी आग के हवाले कर दिया।


थाने पर पथराव के बाद उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोलों का सहारा भी लेना पड़ा। करीब दो-ढाई घंटे तक चले इस घटनाक्रम में थानाधिकारी सहित एक दर्जन पुलिसकर्मी जख्मी हो गए।



घटना की जानकारी के बाद से नागौर और अजमेर जिले के आला पुलिस अधिकारी और कलेक्टर भी मौके पर पहुंच गए। फिलहाल स्थित नियंत्रण में है। हालांकि,कस्बे का बाजार पूरी तरह से बंद है।



जानकारी के अनुसार मंगलवार रात एक युवक ने धर्म विशेष के खिलाफ फेसबुक पर टिप्पणी को लाइक किया और इसके बाद उसके विरोध शुरू हुआ। रातों रात समुदाय विशेष के लोगों ने पुलिस में नामजद मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को रात में ही गिरफ्तार कर लिया। इसी मुद्दे पर बुधवार सुबह संगठित युवाओं ने विरोध रैली निकाली।

नो चिंकारों का शिकार ग्रामीण भड़के ,


नो चिंकारों का शिकार ग्रामीण भड़के ,
बाड़मेर राजस्थान के बाड़मेर जिले में चिकारा हिरण के शिकार मामले थमने कानाम ही नहीं ले रहा है आए दिन बाड़मेर चिकरा हिरण का शिकार किया जा रहा हैबुधवार को बाड़मेर जिले के गिडा थाना क्षेत्र के सवाऊ पदमसिंह गाव में सडक पर नौ चिकारा के शव ग्रामीणों को पड़े मिले जिसकी सूचना उन्होंने तत्काल वन विभाग और पुलिस को दी .जिस पर वन विभाग और पुलिस के दल तत्काल मौके पर पहुँच गए इससे पहले मौका स्थल पर ग्रामीणों की भारी भीड़ एकत्रित हो गई तथा सवाऊ गिडा मार्ग जाम कर दिया .गुस्साए लोगो ने सडक पर जमकर प्रदशनकिया और आरोपियों की गिरफ्तारी की माग की।
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जब मोके पर पुलिस और प्रशाशन के अधिकारी पहचे तो उन्हें गाववाला के विरोध का सामना करना पड़ा गाव वाला का यह भी आरोप है कि पुलिस औरप्रसाशन को सुचना देने के बावजूद भी देरी से पंहुचा है गिडा थानाधिकारीधनाराम का कहना है कि 9 चिकारा का शिकार किया गया इनके सर में लाठी याकुछ और मारी गई है इस इलाके में शिकार नहीं हुआ है या शिकारी शिकार केबाद इनको कई ले जा रहे थे और इन्हें इस बात की सुचना मिल गई की आगे नाकाबंदी है इसलिए उनके शवो को यह फेक कर भाग गए अब हम इस मामले की जाच कररहे है वन विभाग के अधिकारी भी इस मामल की जाच कर रहे है
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बाड़मेर शहरी रोजगार योजना के प्रशिक्षण में गड़बड़ी छोटा मोटा, अरे बहुत बड़ा मामला है


सरकार को करोडो रुपयों का चुना


शहरी रोजगार योजना के प्रशिक्षण में गड़बड़ी छोटा मोटा, अरे बहुत बड़ा मामला है

सच्चाई सामने : सिर्फ कागजो में प्रशिक्षण शुरू 


बाड़मेर स्वर्ण जयंती योजना के तहत बाड़मेर जिले की दो नगरपरिषद क्षेत्रों में देना है 22 सौ महिलाओं को स्वरोजगार का प्रशिक्षण, कई जगह शुरू नहीं हुए प्रशिक्षण, कई जगह कागजों में हो रही है ट्रेनिंग 

संवाददाता द्वारा की गयी पड़ताल में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। एक बड़े अधिकारी से जब इस योजना में गड़बडिय़ों को लेकर जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि आप प्रशिक्षण में गड़बड़ी की बात कर रहे हो, जबकि यह मामला तो इतना बड़ा है कि इसकी गहराई से जांच हो तो कई बड़े पेच खुलेंगे। इस अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि योजना में गड़बड़ी तो दिसंबर से ही शुरू हो गई थी जब आदेश आए थे। इस अधिकारी ने यह भी बताया कि जनवरी से शुरू होने वाले प्रशिक्षण केंद्र फरवरी से ही क्यों शुरू हुए और बाड़मेर परिषद क्षेत्र में यह शिविर अब अप्रैल में जाकर क्यों शुरू हो रहे हैं। इनकी जांच होनी चाहिए। 

स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के नाम पर नगरपरिषद, ांख्यिकी विभाग व कुछ स्वयं सेवी संस्थाएं जिले में कागजी खानापूर्ति में जुटी हैं। जिले में 22 सौ महिलाओं को योजना का लाभ देना था ताकि वे अपने पांवों पर खड़ी हो सके, अपने स्तर पर छोटे मोटे काम करके घर परिवार चलाने में मदद कर सके। मगर जिले में कई जगह तो इस योजना के तहत ट्रेनिंग का काम शुरू ही नहीं हुआ है। कई स्थानों पर एनजीओ ने सांख्यिकी विभाग के अधिकारियों के साथ बंदरबांट करते हुए कागजों में ही ट्रेनिंग दे दी। 

अधिकृत सूत्रों के अनुसार स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के तहत बाड़मेर जिले में 22 सौ महिलाओं को स्वरोजगार का प्रशिक्षण दिया जाना था। यह कार्य वैसे तो जनवरी 2013 में ही शुरू हो जाना था, मगर जिले में कई स्थानों पर पालिका व सांख्यिकी विभागों के अधिकारियों की बीच की खींचतान व कमीशन की सेटिंग नहीं बैठने से यह काम समय पर शुरू नहीं हो पाया। बाड़मेर में तो पूरा गड़बड़ झाला नज़र आ रहा हें .एक भी वार्ड में प्रशिक्षण आयोजित नहीं हुआ .एक वार्ड में मेडिकल शिविर कुछ देर के लिए लगाया गया जिसका उद्घाटन कराया गया था उद्घाटन करतो के जाते ही शिविर समेत लिया .आयुक द्वारा सी एस डी कम्मेती में बिना अनुमोदन के कई संस्थाओ को काम दिया गया हें जबकि कम्मेती में मात्र दो संस्थाओ के ही प्रस्ताव आये थे .आयुक्त के गृह जिले की एक संस्था को लाखो रुपयों का काम फर्जी वादे में दिया गया हें .आयुक्त के स्वजातीय रिश्तेदार की इस संस्था को बिना अनुमोदन के कार्य दिया गया .

शुरुआत अप्रैल में क्यों

योजना के तहत बीपीएल परिवारों की गरीब महिलाओं को प्रशिक्षण जनवरी में ही शुरू हो जाना चाहिए था, मगर बाड़मेर ,बालोतरा पालिका क्षेत्रों में यह कार्य फरवरी माह में शुरू हो पाया। बाड़मेर नगर परिषद क्षेत्र में तो यह कार्य अब अप्रैल में शुरू हो रहा है। परिषद क्षेत्र में तो इस योजना के तहत आठ स्वयं सेवी संस्थाओं को ट्रेनिंग देने का जिम्मा सौंपा गया है, मगर अभी 2 अप्रैल को केवल मात्र एक संस्था की ओर से ही कार्य प्रारंभ करने की पुष्टि हो पाई है। आयुक्त ने 28 मार्च को ही प्रशिक्षण कार्य शुरू करने के आदेश दिए थे।

1 करोड़ 98 लाख की है योजना

सूत्रों ने बताया कि स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के तहत जिले में जिन 22 सौ महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जाना है उसमें करीब 1 करोड़ 98 लाख रुपए का बजट प्रस्तावित है। इसमें प्रत्येक महिला के नाम पर नौ हजार रुपए तक का खर्चा एनजीओ के माध्यम से किया जा सकता है। मगर जमीनी स्तर कितनी महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाना है और कितनी महिलाओं के नाम दर्ज है और कितनी महिलाओं के नाम से पैसे उठाए जा रहे हैं, यह भी अब जांच का विषय बन गया है।


इस तरह खर्च होता है पैसा

तीन माह के प्रशिक्षण के दौरान प्रत्येक प्रशिक्षार्थी महिला को 500 रुपए प्रति माह के हिसाब से 15 सौ रुपए का चेक स्टाइपेंड के तहत देना है। इसके अलावा 15 सौ रुपए का टूल किट भी दिया जाना है। प्रशिक्षण के बाद इन महिलाओं के स्वयं सहायता समूह बनाकर बैंकों से ऋण दिलवाने का काम भी एनजीओ का है। इसमें प्रति समूह 1.25 लाख रुपए का अनुदान परिषद व पालिकाओं द्वारा दिया जाता है। यह राशि सरकार ने पालिकाओं व परिषदों के खाते में भी जमा करा दी।



बाड़मेर जिले की नगर परिषद् में गत पांच सालो से इस योजना का काम एक मात्र संस्था को ही दिया जा रहा हें ,परिषद् द्वारा कभी संस्थाओ से प्रस्ताव नहीं मांगे गए ,इस बार भी दो संस्थाओ के प्रस्ताव आये थे जिला कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी ने जिसका अनुमोदन किया था .सरकारी आदेश के अनुसार कार्य जनवरी में आरम्भ किया जाना था ,मगर आपसी बन्दर बाँट और सेटिंग में समय लगने से अप्रेल में कार्यादेश किये गए ,इधर इस योजना में संस्थाओ को काम करने की बजे पचास फीसदी कमिसन की सेटिंग पर कागजी कार्य के निर्देश दिए जाते हें ,पांच सालो में करोडो रुपयों का आंवटन फर्जी तरीके से किया गया हें ,--

जालोर जिला मुख्यालय पर भरा शीतला सप्तमी का मेला


शीतला सप्तमी की पूर्व संध्या पर हुई भजन संध्या 
जिला मुख्यालय पर भरा शीतला सप्तमी का मेला, दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं को लगना पड़ा कतार में, गेर नृत्य ने मन मोहा 
  जालोर शहर समेत जिलेभर में मंगलवार को शीतला सप्तमी का मेला भरा। मां शीतला के आशीर्वाद और मेहर की कामना लिए श्रद्धालु शीतला सप्तमी पर माता को ठंडे भोजन का भोग लगाने पहुंचे। शहर के सिरे मंदिर मार्ग स्थित शीतला माता मंदिर क्षेत्र में भी मेला भरा। लोग ठंडे भोजन की थाली और गुड़ की प्रसादी लिए माता के जयकारे लगाते हुए मेला स्थल पहुंचे। मेला स्थल पर सवेरे से ही लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। दोपहर तक मेला परवान पर नजर आया। मेला परिसर लोगों की भीड़ से खचाखच भर गया। लोग बसों, ट्रेक्टरों और निजी वाहनों में बैठकर मेला स्थल पर पहुंचे। मां शीतला के प्रति अटूट आस्था और श्रद्धा दर्शाते हुए लोगों ने बासोड़ा का भोग लगा कर मां से निरोगी और दीर्घायु की कामना की। बच्चों ने मेले में लगी दुकानों और झूलों का जमकर लुत्फ उठाया। मेले में सजे बाजार में महिलाओं ने घरेलू साज सज्जा की खरीदी की। 




भीनमाल  शीतला सप्तमी के उपलक्ष्य में सोमवार रात्रि को शीतला माता मंदिर पुनासा में भजन संध्या का आयोजन हुआ। जिसमें कई कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को देर रात तक भक्ति रस में डुबोए रखा।

पुनासा महंत बाबूगिरी महाराज की सानिध्यता में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भजन कलाकार महेंद्रगिरी महाराज ने गणपति वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद कलाकार दुर्गा जसराज ने खम्मा-खम्मा ओ अजमालजी रा कंवरा... और एक बार आओ नी म्हारे आंगणिये शीतला माता... सहित दर्जनभर भजनों की प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। इस दौरान नृत्य एवं गायक कलाकार की ओर से प्रस्तुत अमर हो जावे थारो नाम मां गोदावरी... और बाबा रामदेव की महिमा... की प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं की दाद बटोरी। हास्य कलाकार जगदीश प्रजापति ने शराबी की हरकतों सहित विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से श्रोताओं को हंसा-हंसाकर लोट-पोट कर दिया। इस दौरान भजन कलाकार राकेश जोशी एंड पार्टी ने भी प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं की जमकर तालियां बटोरी। इस अवसर पर पंचायत समिति सदस्य शक्तिसिंह राठौड़, पूर्व मंडी अध्यक्ष लाखसिंह राठौड़, भाजयुमो मंडल अध्यक्ष नरेंद्रसिंह, बन्नेसिंह राठौड़, खंगारदास वैष्णव व रविंद्र सोनी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।

झूलों का लिया आनंद

मेले में मनोरंजन के लिए विभिन्न प्रकार के झूले लगाए गए, जिसमें बच्चों के साथ साथ बड़े और बुजुर्गों ने भी आनंद लिया। इसके अलावा मेले में सजी स्टॉलों पर लोगों ने चाट और पकौड़ी का भी आनंद लिया। गृहिणियों ने मेले में घरेलू आवश्यकता की वस्तुएं खरीदी।

सेवा केंद्र बना सहायक

मेला स्थल पर प्रशासन की ओर से बनाया गया सेवा केंद्र आमजन के लिए काफी उपयोगी साबित हुआ। मेले में परिवार से बिछड़े बच्चों को अपनों तक पहुंचाने और परिजनों तक सूचना पहुंचाने का काम किया। दिनभर सेवा केंद्र से एनाउंसमेंट होते रहे।

गेरियों ने दी प्रस्तुति

माता के मंदिर में दर्शन के बाद श्रद्धालुओं ने गेर का आनंद लिया। मंदिर के पास पांडाल में गेर नर्तकों ने प्रस्तुति दी। गेर को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी। इस दौरान लोगों ने गेरियों की प्रस्तुति को सराहा।

चाक-चौबंद रही व्यवस्था

मेले को देखने के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं के लिए समाजसेवी संस्थाओं की ओर से ठंडे पेयजल व शरबत की व्यवस्था की गई। इसके साथ ही प्रशासन की ओर से भी मेले में पानी के लिए टैंकर से पानी की व्यवस्था की गई। मेले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से जाब्ता तैनात रहा। इसके साथ ही वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था भी की गई।

जालोर. शीतला सप्तमी में माता के मंदिर में दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं को कतार में लगना पड़ा।

जालोर दो जीपों की भिड़ंत में एक की मौत, 17 लोग घायल


दो जीपों की भिड़ंत में एक की मौत, 10 लोग घायल 

डूंगरी  चितलवाना थाना क्षेत्र में गांधव -बाखासर सड़क मार्ग पर कुंडकी गांव के पास में मंगलवार सुबह 7 बजे बोलेरो तथा कैंपर जीप में हुई भिड़ंत में बोलेरो जीप चालक की मौत हो गई, जबकि दोनों जीप में सवार 10 लोग घायल हो गए। ये सभी लोग बाड़मेर के रहने वाले थे, जिनमें से दो घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। 

पुलिस ने बताया कि मंगलवार सुबह बोलेरो जीप (आरजे 37 यूए 0297) बालोतरा से वेडिय़ा जा रही थी। इस दौरान कुंडकी गांव के पास सामने से आ रही बोलेरो कैंपर (आरजे 16 जीए 2423) से उसकी भिड़ंत हो गई। हादसे में बोलेरो चालक गुलाम खां पुत्र कासम खां निवासी आकल(बाड़मेर) की मौत हो गई। इस दुर्घटना में बोलेरो जीप में सवार हबीना पुत्री हमीद खान,जरीना पत्नी हमीद खान, अब्दुल पुत्र हमीद खान, मोहम्मद पुत्र हनीफ, शेर खान पुत्र अलबक्स,रेशमा (5) पुत्री शेर खान, लूणे खान पुत्र अब्दुल खान निवासी इंदिरा कॉलोनी (बाड़मेर) हाल वेडिय़ा घायल हो गए। ये लोग वेडिय़ा में अपने परिचित से मिलने जा रहे थे। वहीं बोलेरो कैंपर में सवार जेताराम पुत्र सुड़ाराम विश्नोई, दिनेश पुत्र ठाकराराम विश्नोई निवासी कुंडकी (सांचौर) व लादुराम पुत्र हीराराम विश्नोई निवासी कबुली (बाड़मेर) भी घायल हो गए। घायलों को सांचौर के सरस्वती अस्पताल में पहुंचाया गया।

अनियंत्रित होकर जीप पलटी, ७ घायल, १ रेफर 




केशवणा गांव से जालोर की ओर आ रही थी जीप, तड़वा गांव के समीप अनियंत्रित होकर पलटी, चालक गंभीर घायल, जोधपुर रेफर

 जालोर
मंगलवार दोपहर में केशवणा गांव से जालोर की ओर आ रही एक जीप तड़वा गांव के पास अनियंत्रित होकर पलटी खा गई। 

दुर्घटना में जीप में सवार सात लोग घायल हो गए। इनमें से ड्राइवर की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे जोधपुर रेफर किया गया। जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर करीब 2.30 बजे केशवणा गांव से जालोर की ओर आ रही एक जीप अनियंत्रित होकर तड़वा गांव के समीप पलटी खा गई जिससे जीप में सवार सात लोग घायल हो गए। जीप में सवार ड्राइवर नेननाथ, दिनेश भील, भोमाराम, बीजाराम, राजू, होगा देवी व छोना कुमारी घायल हो गए।

घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे 108 एंबुलेंस के पायलट इंसाफ खां व एएमटी बहादुरमल की सहायता से घायलों को उपचार के लिए जालोर के राजकीय अस्पताल लाया गया। घायलों में ड्राइवर नैनाराम की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे जोधपुर रेफर किया गया। वहीं अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

भाखराराम मेघवाल हत्याकांड संघर्ष समिति ने कलेक्ट्रेट के बाहर दिया धरना और लगाया जाम


हत्या के मामले को लेकर जुलूस व प्रदर्शन 


भाखराराम मेघवाल हत्याकांड संघर्ष समिति ने कलेक्ट्रेट के बाहर दिया धरना और लगाया जाम 



 जैसलमेर



भाखराराम मेघवाल हत्याकांड संघर्ष समिति ने गत 14 मार्च को देवड़ा गांव में 15 वर्षीय बालक भाखराराम की हत्या के मामले को लेकर मंगलवार को जिला मुख्यालय पर जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। समिति के अनुसार 14 मार्च को भाखराराम की हत्या कर दी गई थी उसके बाद उसके परिजनों को हत्यारों की ओर से धमकियां भी मिलने लगी। समाज के लोगों द्वारा विरोध करने पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और मृतक के शव को बाहर निकालकर उसका पोस्टमार्टम किया। समिति ने आरोप लगाया कि इसके बाद भी पुलिस द्वारा मामले की निष्पक्ष जांच नहीं की जा रही है।

धरना देकर मुख्य मार्ग पर लगाया जाम: मंगलवार को भाखराराम मेघवाल हत्याकांड संघर्ष समिति के बैनर तले समाज के लोगों ने विरोध स्वरूप जुलूस निकाला। अंबेडकर पार्क से रवाना होकर यह जुलूस कलेक्ट्रेट पहुंचा। जहां संघर्ष समिति के सदस्यों व समाज के युवाओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। करीब दो घंटे तक सड़क मार्ग पर जाम लगा रहा और नारेबाजी चलती रही। इस दौरान प्रदर्शनकारी कलेक्टर को नीचे बुलाने पर अड़े रहे। बाद में एडीएम परशुराम धानका प्रदर्शनकारियों के पास पहुंचे और उन्हें समझाईश की।

प्रतिनिधि मंडल को कलेक्टर किया आश्वस्त : एडीएम की समझाइश के बाद समिति के संयोजक नेमा राम पन्नू के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल कलेक्टर से मिलने पहुंचा। जहां उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच कर हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की। कलेक्टर ने प्रतिनिधि मंडल को बताया कि मामले की जांच पोकरण डिप्टी को दे दी गई और निष्पक्ष जांच करवाई जाकर हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आरोपियों को गिरफ्तार करने तक संघर्ष समिति के बैनर तले कलेक्ट्रेट के सामने धरना शुरू कर दिया गया।

ये थे शामिल

संघर्ष समिति के बैनर तले हुए प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पुरुष व महिलाएं शामिल थी। इस अवसर पर एडवोकेट जोधाराम बाम्भणिया, वरिष्ठ कांग्रेस नेता दलाराम राठौड़, धुड़ाराम इणखिया, रामदेवरा सरपंच भोमाराम मेघवाल, दलित अधिकार अभियान कमेटी के अध्यक्ष फ रसुराज मेघवाल, उम्मेद इणखिया चांधन, ओमप्रकाश गर्ग, युवक कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष प्रदीप राठौड़, बालाराम धन देव, रागाराम मंगलिया खाभा, हरीश धन देव, रेशमा राम भील, आत्माराम बासनपीर, जयराम बारूपाल, श्रवण कुमार, एडवोकेट किशनलाल, कानाराम हींगड़ा, हनुमानाराम हटार, केवलाराम हींगड़ा, सुभाष जयपाल आरंग, हदाराम मेघवाल डाबला, गेमराराम मेघवाल, निम्बाराम बारूपाल, ओंकार राम पंवार, हरिराम जोगा, राजू राम मेघवाल, नरूराम पन्नू, तोगाराम पन्नू सहित समाज के सैकड़ों लोग मौजूद थे।

जैसलमेर. भाखराराम हत्याकांड के आरोपियों को पकडऩे की मांग को लेकर निकाला जुलूस व ज्ञापन देते परिवारजन।










शीतला माता को लगाया ठंडे का भोग



शीतला माता को लगाया ठंडे का भोग 

जैसलमेरवासियों ने उत्साह से मनाई शीतला सप्तमी, मंदिरों में माता की पूजा-अर्चना की 



स्वच्छता एवं आरोग्यता की अधिष्ठात्री है शीतला माता
ऐसा माना जाता है कि भगवती शीतला के इस आधि दैविक स्वरूप के चित्रण में स्वच्छता एवं आरोग्यता की अधिष्ठात्री का दर्शन होता है। देवी अपने दाहिने हाथ में झाड़ू लिए हुए हैं। जो कि स्वच्छता का प्रेरक है। देवी के हाथ में कलश स्वच्छ एवं शीतल जल के सेवन की बात सिखाता है। शीतला माता गर्दभ पर आरूढ़ बताई जाती है। इसका तात्पर्य यह है कि इनके पूजन पर समाज के सभी वर्गों का अधिकार है तथा इनकी आराधना में किसी प्रकार के आंडबर की आवश्यकता नहीं है।

जैसलमेर जैसलमेर में मंगलवार को शीतला सप्तमी का त्योहार हर्षोल्लास से मनाया गया। संक्रामक रोगों से मुक्ति दिलाने वाली और चेचक रोग से बचाने वाली शीतला माता को बुधवार को ठंडे का भोजन और पकवानों का भोग लगाया गया। गृहिणियों ने सोमवार को ही पकवान बना लिए थे। मंगलवार को जल्दी उठकर घर के सदस्यों ने सज-धजकर दुर्ग स्थित शीतला माता मंदिर में पूजा-अर्चना की और शीतला माता को ठंडे पकवानों का भोग लगाया। गर्दभ पर आरूढ़ तथा दिगंबरावस्था में अपने एक हाथ में झाड़ू और दूसरे हाथ में कलश धारण किए मां शीतला की प्रतिमा की भक्तों ने मनोयोग से आराधना की। जो श्रद्धालु मंदिर नहीं जा सके उन्होंने अपने-अपने घरों में पेयजल स्थल 'परींडे' पर मटकी की पूजा-अर्चना की। मटकी पर स्वास्तिक बनाया गया और ठंडे भोजन और भांति-भांति के पकवान माता को प्रसन्न करने के लिए चढाएं गए। 

शीतला सप्तमी यानी पुराना भोजन

शीतला सप्तमी पर बासी भोजन का महत्त्व है। जैसलमेर में मंगलवार को शीतला सप्तमी के दिन अधिकांश घरों में चूल्हा नहीं जलाया गया। भगवती को बासी भोजन का ही भोग लगाया जाता है। एक दिन पूर्व गृहिणियों ने खाना बनाकर रख दिया था। भोजन में दही, छाछ और घी के भांति-भांति के पकवान बनाए गए। नमकीन पूड़ी, मीठी पूड़ी, दाल की पूड़ी, दही, रायता, करबा, हलुवा, लापसी, पुलाव, दही बड़े और कई प्रकार की मिठाइयां छठ के दिन ही बना ली गई थी। शीतला सप्तमी के दिन माता को भोग चढ़ाकर प्रसाद स्वरूप भोजन ग्रहण किया गया।

कहीं सप्तमी, कहीं अष्टमी

रोग विनाशिनी शीतला की पूजा का लोक पर्व पारंपरिक रूप से कहीं सप्तमी तो कहीं अष्टमी को मनाया जाता है। जैसलमेर के मूल निवासी शीतला सप्तमी को ही शीतला की पूजा करते हैं। जबकि जैसलमेर को छोड़ कर मारवाड़ और देश भर के अन्य भागों से आए गृहस्थ अष्टमी को भी इस पर्व को पारंपरिक रूप से मनाते हैं।

राष्ट्रपति ने जारी की आचार्य लोकेश लिखित पुस्तक की पहली प्रति




नागौर



राष्ट्रपति डॉ. प्रणव मुखर्जी ने महिला अपराध एवं कन्या भ्रूण हत्या की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसकी रोकथाम के लिए धर्म गुरुओं और सामाजिक संगठनों को आगे आना होगा। प्रवण मुखर्जी मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक और बाड़मेर के प्रसिद्ध संत आचार्य डॉ. लोकेश मुनि द्वारा कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ 'द अरबन क्रश' तथा 'टेरेरिज्म दी ग्लोबल चैलेंज' पुस्तक के नवीन संस्करण की प्रथम प्रति जारी कर रहे थे। इस अवसर पर केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल भी मौजूद थे। राष्ट्रपति ने कहा कि महिला अपराध तथा कन्या भ्रूण हत्याओं को केवल कानून से नहीं रोका जा सकता। इसके लिए लोगों की मानसिकता बदलनी होगी। कन्या भ्रूण हत्या की घटनाओं से समाज में हिंसा, अराजकता तथा नैतिक मूल्यों का संकट बढ़ेगा। उन्होंने आचार्य लोकेश द्वारा समाजोपयोगी विषय पर लिखी दोनों पुस्तकों की सराहना की। यह किसी एक जाति वर्ग या संप्रदाय की चिंता का विषय नहीं बल्कि समूचे समाज की चिंता का विषय है। इसमें बदलाव के लिए समूचे समाज को प्रयास करना होगा।

अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य डा. लोकेश मुनि ने कहा कि कन्या भू्रण हत्या की घटनाएं अशिक्षित से ज्यादा शिक्षित और साधन संपन्न वर्ग में हो रही हैं। यह और अधिक चिंता का विषय है। संवाद के जरिए व्यक्ति, समाज व राष्ट्र के बीच टकराव की घटनाओं को रोकने के लिए सरकारी स्तर पर अहिंसा प्रशिक्षण के कार्यक्रम संचालित किए जाने चाहिए। केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा कि भारतीय संस्कृति अहिंसा, करुणा एवं सह अस्तित्व के मूल्यों को विकसित करने वाली रही है। ऐसे देश में कन्या भ्रूण हत्या तथा हिंसा और आतंक की घटनाओं का पनपना आश्चर्य का विषय है।

नई दिल्ली में राष्ट्रपति को पुस्तक भेंट करते मुनि।