मंगलवार, 25 दिसंबर 2012

10 साल की बच्ची के बलात्कारी हत्यारे को सजा-ए-मौत



बरेली।। दिल्ली में चलती बस में हुई 23 साल की युवती के साथ हुई दरिंदगी के बाद सारा देश जाग चुका है। जहां सारा देश इस समय बलात्कारियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहा है, वहीं बरेली की अदालत ने 10 साल की बच्ची के साथ रेप के बाद हत्या करने के मामले में अभियुक्त को फांसी की सजा का फैसला सुनाया है। जज ने फैसला सुनाने के दौरान दिल्ली के गैंग रेप का जिक्र करते हुए कहा है कि देश को एक बार फिर बलात्कारियों को मृत्युदंड की बहस से आगे जाकर कानूनों की सीमा के संबंध में सोचने की जरूरत है।
10 साल की बच्ची के दुष्कर्मी हत्यारे को फांसी 
भुता थाने के बुधौली गांव में 27 मई 2000 को अशोक कश्यप नाम ने 10 साल की लड़की मीरा को अपनी हवस का शिकार बनाया और फिर उसकी हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस की ओर से दाखिल चार्जशीट पर सुनवाई के बाद स्पेशल जज यू. सी. पाण्डेय ने अशोक को दोषी करार दिया और उसे सजा-ए-मौत दी। मीरा के पिता हीरालाल की 2010 में बीमारी के कारण मौत हो गई, उसके आठ महीने बाद ही मां गनेशा देवी की भी मौत हो गई थी।बुधौली के पूर्व प्रधान हीरालाल की बेटी मीरा अपने चचेरे भाई के साथ गांव में जानवर चरा रही थी। इसी दौरान वह पानी पीने टयूबवेल पर गई। टयूबवेल चलाने वाले अशोक कश्यप ने मीरा को दबोच कर रेप किया और टयूबवेल की कोठरी में ही उसकी हत्या कर दी। घटना का किसी को पता न चले, इसलिए लाश को भूसे के नीचे दबा दिया। बाद में टयूबवेल की कोठरी में भूसे में दबा हुआ उसका नग्न शव बरामद हुआ। 29 मई 2009 को पुलिस ने अशोक को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। तब से ही अशोक जेल में बंद है।
पुलिस ने भूसे में दबी लड़की की लाश को मौका-ए-वारदात से बरामद किया था। अशोक को पकड़ने के बाद उसकी निशानदेही से टयूबवेल की कोठरी में लड़की के कपड़े बरामद किए। इन कपड़ों में लड़की की फ्रॉक और दूसरे कपड़ों पर खून के धब्बे थे। अशोक की पैंट और कच्छे पर भी खून के धब्बे मिले। मृत बच्ची और आरोपी के अंगवस्त्रों पर शुक्राणु भी पाए गए थे। पुलिस ने इन कपड़ों को फॉरेन्सिक लैब में भेजा और रिपोर्ट से साबित हो गया कि बच्ची से रेप व उसकी हत्या करने वाला कोई दूसरा नहीं अशोक था।

तमाम सबूतों और गवाहों को सुनने के बाद जज यू.सी. पाण्डेय ने अपने फैसले में कहा कि अभियुक्त अपने पाशविक कृत्य से पूर्णतया भिज्ञ था। उसने एक अबोध बालिका की निर्मम हत्या की है। इस तरह का कामांध और बर्बर व्यक्ति समाज के लिए कभी भी गंभीर खतरा बन सकता है। अभियुक्त को धारा 376 के तहत आजीवन कारावास और 302 के तहत मृत्युदंड से दंडित किया जाता है।

दहेज पीडिताओं का दुखड़ा

दहेज पीडिताओं का दुखड़ा
बीकानेर। दहेज के लिए प्रताडित महिलाएं पुलिस की ढुलमुल नीति से आक्रोशित है। पीडित महिलाएं सोमवार को कलक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठी। दहेज प्रताडित महिलाओं ने बलात्कार पीडितों को भी शीघ्र न्याय दिलाने की मांग की है। उन्होंने जिला कलक्टर के माध्यम से गृहमंत्री को ज्ञापन भेजा है।

बाद में पीडित महिलाएं सावधान संस्थान के दिनेशसिंह भदौरिया के साथ कलक्टर आरती डोगरा व एसपी राकेश सक्सेना से मिली और आपबीती बताई। सक्सेना ने मामलों की जांच के लिए सीओ सिटी अनुकृति उज्जैनिया को निर्देश दिए। एसपी से मिलने गए प्रतिनिधि मंडल में विमला, नथीदेवी, रामप्यारी, भंवरी, सुमित, प्रियंका, नेहा भाटी, धनेश्वरी, अनिता, मोहनी आदि शामिल थी।

झगड़े में चले लाठी-सरिए, दो पीबीएम में
रामपुरिया रोड पर भार्गवों के मोहल्ले में सोमवार सुबह दो गुटों में मारपीट हुई और दोनों ओर से लाठी-सरिए चले। इससे चार-पांच जनों के चोटें आई। इनमें से दो जनों को पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों पक्षों ने सिटी कोतवाली में मामले दर्ज कराए हैं।

एक पक्ष से सुनील भार्गव ने रिपोर्ट में कहा कि रविवार रात नरेश व नरसी ने उसके साथ गाली गलौच की थी। इसका उलाहना देकर राजीनामे के लिए वह इनके घर गया तो सुरेश, हनुमान, बजरंग, नरेश, श्यामलाल व विजय ने लाठी व सरिए से उस पर वार किए। इससे वह घायल हो गया। दूसरे पक्ष से श्यामसुन्दर ने रिपार्ट मेंं कहा कि सोमवार सुबह सुनील, सुरेश, महेश व अन्य ने मारपीट की।

डॉ.चारण को केंद्रीय नाटक अकादमी पुरस्कार

डॉ.चारण को केंद्रीय नाटक अकादमी पुरस्कार

जोधपुर। प्रख्यात राजस्थानी साहित्यकार व नाटककार डॉ. अर्जुनदेव चारण को केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी की ओर से संपूर्ण नाट्य लेखन पर पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। अकादमी सचिव हेलन आचार्य ने बताया कि पुरस्कार के तहत उन्हें एक लाख रूपए और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।

डॉ. चारण को डा.ॅ चारण को उनके काव्य संग्रह घर तो एक नाम है भरोसे रौ...पर वर्ष 2011 के लिए हाल ही में के के बिड़ला फाउंडेशन का बिहारी पुरस्कार प्रदान किया गया था। वे राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष हैं। उन्होंने राजस्थानी में कुल 17 नाटक लिखे हैं। जिनमें धर्मजुद्ध, जेठवा ऊजली, मुक्ति गाथा, तत्वमसी, बोल म्हारी मछली इत्तो पाणी, जातरा, अजे सैं बाकी है, बलिदान सत्याग्रह और जम लीला आदि प्रमुख हैं।

जवान की जवानों पर फायरिंग,4 मरे

जवान की जवानों पर फायरिंग,4 मरे

रायपुर। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में सीआरपीएफ के एक जवान ने साथी जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इसमें चार जवानों की मौत हो गई जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया।

दंतेवाड़ा के एसपी नरेन्द्र खरे ने बताया कि फायरिंग की घटना बीती रात की है। 111 सीआरपीएफ बटालियन के कैंप में जवान दीप कुमार तिवारी ने सो रहे साथी जवानों पर अचानकर फायरिंग कर दी।

तीन जवानों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक की अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में मोत हुई। गंभीर रूप से घायल जवान को जगदलपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की वजह का पता नहीं चल पाया है लेकिन कहा जा रहा है कि फायरिंग करने वाला जवान मानसिक तनाव में था।

पुलिस वालों ने पीडिता को धमकाया!

पुलिस वालों ने पीडिता को धमकाया!

नई दिल्ली। गैंग रेप मामले में उस वक्त नया मोड़ आ गया जब एक जज ने आरोप लगाया कि पुलिस वालों ने पीडिता को धमकाने की कोशिश की थी। 3 पुलिस कर्मियों ने पीडिता को कैमरे के सामने बयान दर्ज करवाने से रोकने की भी कोशिश की थी। यही नहीं उससे गलत बर्ताव भी किया गया था। जज ने दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से पुलिस वालों की शिकायत की है। शिकायत करने वाले जज ने ही शुक्रवार को पीडिता का बयान दर्ज किया था।

इस बयान को ट्रायल के दौरान यूज किया जाएगा। जज की शिकायत के आधार पर शीला दीक्षित ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे को पत्र लिखकर मामले की जांच करवाने को कहा है। शीला ने पत्र में लिखा है कि जांच प्रक्रिया के दौरान हस्तक्षेप करने वाले वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की जांच कराई जाए।

हालांकि जज ने पीडिता के बयान के कंटेट पर कोई सवाल नहीं उठाए हैं। उधर पुलिस वालों का कहना है कि पीडिता के घर वालों ने ही कैमरे के सामने बयान लेने से मना किया था। पीडिता की मां नहीं चाहती थी कि उनकी बेटी के बयान का वीडियो बनाया जाए।

पुलिस कर्मियों का कहना है कि जज ने जिन तीन लोगों के नाम लिए हैं वे उस रूम में मौजूद नहीं थे जहां पीडिता का बयान दर्ज किया गया था। जज पीडिता से जो सवाल पूछना चाहते थे,पूछ सकते थे। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे फिर से पीडिता का बयान दर्ज करने के लिए तैयार हैं।

प्रेमिका को देह व्यापार में धकेला

प्रेमिका को देह व्यापार में धकेला


अलवर। एक प्रेमी ने पैसे की खातिर अपनी प्रेमिका को देह व्यापार में धकेल दिया लेकिन पुलिस ने समय रहते प्रेमी-प्रेमिका सहित एक दलाल को गिरफ्तार कर लिया। युवती मूलत: टोंक की रहने वाली है तथा जयपुर के एक नर्सिग कॉलेज की छात्रा है। पुलिस ने पीटा एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

डीएसपी (शहर) नरेन्द्र मोहन शर्मा ने बताया कि पिलानी निवासी नरेश सैनी (29) पुत्र ओमप्रकाश दो दिसम्बर को जयपुर से प्रेमिका को लेकर भागा था। पहले कुछ दिन वह प्रेमिका को दिल्ली की तरफ ले गया, लेकिन वहां उनके रहने की कोई व्यवस्था नहीं हो सकी। दस दिसम्बर को वह अलवर आ गया।

यहां वह अम्बेडकर नगर में किराए से रह रहे नायला निवासी दयाशंकर के सम्पर्क में आया। यहां एक मसाज पार्लर पर काम करने की बात हुई थी, लेकिन काम नहीं मिला। इसके बाद छात्रा के प्रेमी नरेश व दलाल दयाशंकर ने एक अखबार में मोबाइल नम्बर सहित विज्ञापन दिया। इसके बाद दलाल के मोबाइल पर फोन आने लग गए। शुक्रवार शाम को पुलिस अधीक्षक उमेश चन्द्र दत्ता को इसकी शिकायत मिली।

पुलिस अधीक्षक ने डीएसपी नरेन्द्र मोहन शर्मा के नेतृत्व में कोतवाल गणपतराम व एनईबी थाना प्रभारी राजेश वर्मा व पुलिस कांस्टेबलों की टीम गठित की। एक दिन बाद ही पुलिस ने दलाल सहित प्रेमी-प्रेमिका को गिरफ्तार कर लिया। जिनके खिलाफ सोमवार को चालान पेश किया जाएगा।

अटल बिहारी वाजपेयी: एक करिश्माई व्यक्तित्व के धनी

जन्मदिवस पर विशेष .......बधाई ......शुभकामनाए 

अटल बिहारी वाजपेयी: एक करिश्माई व्यक्तित्व के धनी


नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी मंगलवार को 88 वर्ष के हो गए। उनके जन्मदिन पर भाजपा के कई नेताओं ने उन्हें बधाई दी है। भाजपा में करिश्माई व्यक्तित्व के धनी वाजपेयी को उनके विरोधी भी पूरा सम्मान देते हैं। वे एक ओजस्वी एवं पटु वक्ता और सिद्ध हिन्दी कवि भी हैं।

अटल की सबसे बड़ी उपलब्धि :-






प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने परमाणु शक्ति सम्पन्न देशों की संभावित नाराजगी से विचलित हुए बिना वाजपेयी ने अग्नि-दो और परमाणु परीक्षण कर देश की सुरक्षा के लिये साहसी कदम भी उठाये। सन 1998 में राजस्थान के पोखरण में भारत का द्वितीय परमाणु परीक्षण किया जिसे अमेरिका की सीआईए को भनक तक नहीं लगने दी। इस परीक्षण की खबर से अमेरिका समेत कई मुल्क सन्न रह गए थे।

यूएन में सुनाई दी हिंदी :-

अटल बिहारी वाजपेयी जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद सबसे लंबे समय तक गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री भी रहे। अटल ही पहले विदेश मंत्री थे जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में हिंदी में भाषण देकर भारत को गौरवान्वित किया था। इन सबसे अलग उनके व्यक्तित्व का सबसे बडा गुण है कि वे सीधे सच्चे व सरल इंसान हैं। उनके जीवन में किसी भी मोड पर कभी कोई व्यक्तिगत विरोधाभास नहीं दिखा।

एक कृति से बदला जीवन :-

वाजपेयी का जन्म ग्वालियर में पंडित कृष्ण बिहारी वाजपेयी के घर 25 दिसंबर 1924 को हुआ। उनके पिता मध्यप्रदेश की रियासत ग्वालियर में अध्यापक थे। लेखन की शैली उन्होंने अपने पिता से ही सीखी। उनके पिता हिंदी और ब्रज भाषा के सिद्धहस्त कवि भी थे। उनकी शिक्षा भी यहीं पर हुई। इसके बाद महात्मा रामचंद्र वीर द्वारा रचित अमर कृति विजय पताका ने उनके जीवन की दिशा ही बदल दी।

राजनीति की शुरुआत :-

छात्र जीवन से ही वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ जुड़े। बाद में उन्होंने कानपुर के डीएवी कालेज से राजनीति शास्त्र में एमए और एलएलबी की पढ़ाई भी प्रारम्भ की। यहीं से उन्होंने राजनीति का ककहरा भी सीखा। उन्होंने पांचजन्य, राष्ट्रधर्म, दैनिक स्वदेश और वीर अर्जुन जैसी पत्र-पत्रिकाओं का संपादन भी किया। उन्हें भारतीय जनसंघ की स्थापना करने वालों में भी गिना जाता है। वह वर्ष 1968-1973 तक इसके अध्यक्ष भी रहे।

1957 में पहली बार बने सांसद :-

1955 में उन्होंने पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। 1957 में वह पहली बार उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से जनसंघ के प्रत्याशी के रूप में विजयी होकर लोकसभा में पहुंचे। अटल 1968 1973 तक भारतीय जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे। मोरारजी देसाई की सरकार में जब वह विदेश मंत्री थे तो उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में हिंदी में भाषण पढ़कर अपनी अनूठी छवि और हिंदी के प्रति अपने लगाव का भी परिचय दिया।

इंडिया शाइन का दिया नारा :-

1980 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की स्थापना के साथ ही वह इसके अध्यक्ष भी चुन लिए गए। उन्होंने 1997 में प्रधानमंत्री के रूप में देश की बागडोर संभाली। 19 अप्रैल, 1998 को पुन: प्रधानमंत्री पद की शपथ ली और उनके नेतृत्व में 13 दलों की गठबंधन सरकार ने पांच वषरें में देश के अन्दर प्रगति के अनेक आयाम छुए। लेकिन 2004 के चुनावों में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिल सका। इस दौरान उनके द्वारा दिए गए इंडिया शाइन नारे की भी कड़ी आलोचना की गई। कांग्रेस ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की स्थापना कर एक बार फिर देश को गठबंधन की सरकार दी। इसके बाद उन्होंने राजनीति से संन्यास ले लिया।

कवि के रूप में अटल :-

कवि के रूप में अटल की मेरी इक्यावन कविताएं प्रसिद्ध काव्यसंग्रह है। इसके अलावा मृत्यु या हत्या, अमर बलिदान, कैदी कविराय की कुंडलियां, संसद में तीन दशक, अमर आग है, कुछ लेख: कुछ भाषण, सेक्युलर वाद, राजनीति की रपटीली राहें और बिन्दु-बिन्दु विचार आदि हैं।

श्री हनुमान के एक चमत्कारिक रूप पंचमुखी हनुमान के स्वरुप


श्री हनुमान के एक चमत्कारिक रूप पंचमुखी हनुमान के स्वरुप
श्री हनुमान रूद्र के अवतार माने जाते हैं। आशुतोष यानि भगवान शिव का अवतार होने से उनके समान ही श्री हनुमान थोड़ी ही भक्ति से जल्दी ही हर कलह, दु:ख व पीड़ा को दूर कर मनोवांछित फल देने वाले माने जाते हैं। श्री हनुमान चरित्र गुण, शील, शक्ति, बुद्धि कर्म, समर्पण, भक्ति, निष्ठा, कर्तव्य जैसे आदर्शों से भरा है। इन गुणों के कारण ही भक्तों के ह्रदय में उनके प्रति गहरी धार्मिक आस्था जुड़ी है, जो श्री हनुमान को सबसे अधिक लोकप्रिय देवता बनाती है।
श्री हनुमान के अनेक रूपों में साधना की जाती है। लोक परंपराओं में बाल हनुमान, भक्त हनुमान, वीर हनुमान, दास हनुमान, योगी हनुमान आदि प्रसिद्ध है। किंतु शास्त्रों में श्री हनुमान के एक चमत्कारिक रूप और चरित्र के बारे में लिखा गया है। वह है पंचमुखी हनुमान।
धर्मग्रंथों में अनेक देवी-देवता एक से अधिक मुख वाले बताए गए हैं। किंतु पांच मुख वाले हनुमान की भक्ति न केवल लौकिक मान्यताओं में बल्कि धार्मिक और तंत्र शास्त्रों में भी बहुत ही चमत्कारिक फलदायी मानी गई है। जानते हैं पंचमुखी हनुमान के स्वरुप और उनसे मिलने वाले शुभ फलों को -
पौराणिक कथा के अनुसार एक बार पांच मुंह वाले दैत्य ने तप कर ब्रह्मदेव से यह वर पा लिया कि उसे अपने जैसे ही रूप वाले से मृत्यु प्राप्त हो। उसने जगत को भयंकर पीड़ा पहुंचाना शुरु किया। तब देवताओं की विनती पर श्री हनुमान से पांच मुखों वाले रूप में अवतार लेकर उस दैत्य का अंत कर दिया।
श्री हनुमान के पांच मुख पांच दिशाओं में हैं। हर रूप एक मुख वाला, त्रिनेत्रधारी यानि तीन आंखों और दो भुजाओं वाला है। यह पांच मुख नरसिंह, गरुड, अश्व, वानर और वराह रूप है।
पंचमुखी हनुमान का पूर्व दिशा में वानर मुख है, जो बहुत तेजस्वी है। जिसकी उपासना से विरोधी या दुश्मनों को हार मिलती है।
पंचमुखी हनुमान का पश्चिमी मुख गरूड का है, जिसके दर्शन और भक्ति संकट और बाधाओं का नाश करती है।
पंचमुखी हनुमान का उत्तर दिशा का मुख वराह रूप होता है, जिसकी सेवा-साधना अपार धन, दौलत, ऐश्वर्य, यश, लंबी आयु, स्वास्थ्य देती है।
पंचमुखी हनुमान का दक्षिण दिशा का मुख भगवान नृसिंह का है। इस रूप की भक्ति से जिंदग़ी से हर चिंता, परेशानी और डर दूर हो जाता है। पंचमुखी हनुमान का पांचवा मुख आकाश की ओर दृष्टि वाला होता है। यह रूप अश्व यानि घोड़े के समान होता है। श्री हनुमान का यह करुणामय रूप होता है, जो हर मुसीबत में रक्षा करने वाला माना जाता है।
पंचमुख हनुमान की साधना से जाने-अनजाने हुए सभी बुरे कर्म और विचारों के दोषों से छुटकारा मिलता है। वही धार्मिक रूप से ब्रह्मा, विष्णु और महेश त्रिदेवों की कृपा भी प्राप्त होती है। इस तरह श्री हनुमान का यह अद्भुत रूप शारीरिक, मानसिक, वैचारिक और आध्यात्मिक आनंद और सुख देने वाला माना गया है।

श्री हनुमान बल, बुद्धि और ज्ञान देने वाले देवता माने जाते हैं। श्री हनुमान की भक्ति और दर्शन कर्तव्य, समर्पण, ईश्वरीय प्रेम, स्नेह, परोपकार, वफादारी और पुरुषार्थ के लिए प्रेरित करते हैं। उनके विराट और पावन चरित्र के कारण ही उन्हें शास्त्रों में सकलगुणनिधान शब्द से पुकारा गया है।गोस्वामी तुलसीदास ने अपनी रचना हनुमान चालीसा में श्री हनुमान को माता सीता की कृपा से आठ सिद्धियों और नवनिधि प्राप्त करने और उसको भक्तों को देने का बल प्राप्त होने के बारे में लिखा है। यही कारण है कि हनुमान की भक्ति भक्त की सभी बुराईयों और दोषों को दूर कर गुण और बल देने वाली मानी गई है।
जहां गुण और गुणी व्यक्ति होते हैं, वहां संकट भी दूर रहते हैं। ऐसा व्यक्ति व्यावहारिक रूप से हनुमान की तरह ही संकटमोचक माना जाता है। इसलिए जानते हैं कि आखिर माता सीता की कृपा से श्री हनुमान ने किन नौ निधि को पाया, जो हनुमान उपासना से भक्तों को भी मिलती है। यह निधियाँ वास्तव में शक्तियों का ही रूप है।
पद्म निधि- इससे परिवार में सुख-समृद्धि एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को प्राप्त होती रहती है।
महापद्म निधि - इसके असर से खुशहाली सात पीढियो तक बनी रहती है।
नील निधि - यह सफल कारोबार बनाती है।
मुकुंद निधि - यह भौतिक सुखों को देती है।
नन्द निधि- इसके प्रभाव से लम्बी उम्र और कामयाबी मिलती है।
मकर निधि -यह निधि शस्त्र और युद्धकला में दक्ष बनाती है।
कच्छप निधि-इस निधि के प्रभाव से दौलत और संपत्ति बनी रहती है।
शंख निधि - इससे व्यक्ति अपार धनलाभ पाता है।
खर्व निधि -इससे व्यक्ति को विरोधियों और कठिन समय पर विजय पाने की ताकत और दक्षता मिलती है।
श्री हनुमान शिव के अवतार माने गए हैं। शास्त्रों के मुताबिक श्री हनुमान सर्वगुण, सिद्धि और बल के अधिपति देवता हैं। यही कारण है कि वह संकटमोचक कहलाते हैं। हर हिन्दू धर्मावलंबी विपत्तियों से रक्षा के लिए श्री हनुमान का स्मरण और उपासना जरूर करता है।
श्री हनुमान की भक्ति और प्रसन्नता के लिए सबसे लोकप्रिय स्तुति गोस्वामी तुलसीदास द्वारा बनाई गई श्री हनुमान चालीसा है। इसी चालीसा में एक चौपाई आती है। जिसमें श्री हनुमान को आठ सिद्धियों को स्वामी बताया गया है।
यह चौपाई है -
अष्टसिद्धि नव निधि के दाता।
अस बर दीन्ह जानकी माता।।
अक्सर हर हनुमान भक्त चालीसा पाठ के समय इस चौपाई का भी आस्था से पाठ करता है। लेकिन इसमें बताई गई अष्टसिद्धियों के बारे में बहुत कम ही श्रद्धालु जानकारी रखते हैं। इस चौपाई के अनुसार यह अष्टसिद्धि माता सीता के आशीर्वाद से श्री हनुमान को प्राप्त हुई और साथ ही उनको इन सिद्धियों को अपने भक्तों को देने का भी बल प्राप्त हुआ। जानते हैं इन आठ सिद्धियों के नाम और सरल अर्थ -
अणिमा - इससे बहुत ही छोटा रूप बनाया जा सकता है।
लघिमा - इस सिद्धि से छोटा और हल्का बना जा सकता है।
महिमा - बड़ा रूप लेकर कठिन और दुष्कर कार्यों को आसानी से पूरा करने की सिद्धि।
गरिमा - शरीर का वजन बढ़ा लेने की सिद्धि। अध्यात्म की भाषा में अहंकारमुक्त होने का बल।
प्राप्ति - इच्छाशक्ति से मनोवांछित फल प्राप्त करने की सिद्धि।
प्राकाम्य - कामनाओं की पूर्ति और लक्ष्य पाने की दक्षता।
वशित्व - वश में करने की सिद्धि।
ईशित्व - ईष्टसिद्धि और ऐश्वर्य सिद्धि।

सोमवार, 24 दिसंबर 2012

बालोतरा में वाहन चोर गिरोह दस्तयाब ...

बालोतरा में वाहन चोर गिरोह दस्तयाब ...

दो बाल अपराधी भी शामिल चोरी की वारदातों में 

बाड़मेर बालोतरा शहर में लम्बे समय से जारी वाहान चोरियो की वारदातों में लिप्त शातिर चोरो की गेंग का पर्दाफाश करते बालोतरा ने चार युवको को हिरासत में लिया !पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के अनुसार शहर में बढती दुपहिया वाहनों की चोरिओ को लेकर बालोतरा थानाधिकारी के नेतृत्व में टीम ने नजर रखी जिस पर पुलिस ने चार युवको को गिरफ्तार किया जिसमे दो नाबालिग भी शामिल है पुलिस द्वारा पूछ ताछ में इन युवको ने बालोतरा व् सिवाना में दर्जनों वाहनों की चुराना स्वीकार किया पुलिस को से कब्जे से एक मोटर साइकल व् इनके पार्ट्स बरामद मिले है हालाँकि इनका सरगना अनवर खान (अनिया )अभी फरार है और उसकी तलाश जरी है बालोतरा थाने का हिस्ट्री शीटर भी है और इसके खिलाफ थाने में दर्जनों मामले भी दर्ज है पुलिस थानाधिकारी कैलाश चन्द्र मीणा ने बताया की आरोपिओ को कोर्ट में पेश कर रिमांड माँगा जायेगा जिस पर चोरी हुई अन्य वाहनों का पता चल पायेग प्रारंभिक पूछ ताछ में इन युवको ने बताया की चोरी की हुयी मोटर साइकलो अपने गैराज में लेजा कर इनके पार्ट्स निकाल बेच देते थे

PICS: रेत के झरने है, इन्हें हाथ ना लगाना !

PICS: रेत के झरने है, इन्हें हाथ ना लगाना !


बाड़मेर  आपने पानी के झरने तो बहुत देखे होंगे। लेकिन क्या आपने रेत के झरने देखे हैं। अगर नहीं देखा तो कोई बात नहीं,   रेत के इन झरनों की कुछ खास तस्वीरें..

जैसलमेर के रेगिस्तान में जब तापमान पचास डिग्री के करीब पहुंच जाता हैं। तब इन रेत के झरनों का निर्माण होता हैं।ठीक पानी के झरनों की तरह गिरते हुए..लेकिन गर्मी के दिनों में इन झरनों को हाथ लगाना खतरनाक होता हैं।
PICS: रेत के झरने है, इन्हें हाथ ना लगाना !

साइंस के मुताबिक रेत उष्मा का एक अच्छा चालक हैं। जिसका तापमान मौसम के मुताबिक बदलता रहता हैं। जैसे धूप के समय रेत गर्म होती है और रात के समय ठंडी। इसलिए गर्मी के दिनों में जब तापमान बहुत ज्यादा होता है रेत गर्म हो जाती है।

PICS: रेत के झरने है, इन्हें हाथ ना लगाना !

बाड़मेर  जैसलमेर में रेत के बहुत ऊंचे-ऊंचे टीले आपको मिल जाएंगे। लेकिन गर्मी के दिनों में ये एक जगह टिक नहीं पाते।बहुत ऊंचे धोरों की रेत गर्म होकर नीचे की तरफ गिरने लगती हैं। गिरते समय एक सार दिखती हैं। जो पानी के झरनों की तरह नजर आता हैं।

PICS: रेत के झरने है, इन्हें हाथ ना लगाना !

जैसलमेर और बाड़मेर में गर्मी के दिनों में तेज आंधी के कारण पूरे के पूरे धोरे एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट कर जाते हैं।

PICS: रेत के झरने है, इन्हें हाथ ना लगाना !
हां, एक दिलचस्प वाकया ये भी है। भारत-पाक सीमा के पास जैसलमेर के सागरबल इलाके में पैंतीस किलोमीटर का एक ऐसा क्षेत्र हैं। जहां आज तक तार बंदी सफल नहीं हो पाई हैं। यहां इतनी तेज आंधी चलती है कि तार खंभों सहित हवा में उड़ जाते हैं। ऐसे में सीमा का डिमार्केशन नहीं हो पाता हैं। चाहे दोनों तरफ की सरकारें लाख कोशिश कर लें।

डिप्‍टी सीएम के घर मिला 1.9 किलो सोना, 37 किलो चांदी



बेंगलुरू. बीजेपी शासित कर्नाटक सरकार में डिप्‍टी सीएम के एस ईश्वरप्पा के घर और दफ्तर से 1.9 किलो सोना, 37 किलो चांदी और 10.9 लाख रुपये की नकदी मिली है। पद का दुरूपयोग करके धन जमा करने के संबंध में एक निजी शिकायत के आधार पर लोकायुक्त अदालत के निर्देश पर लोकायुक्त पुलिस ने ईश्वरप्पा के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
डिप्‍टी सीएम के घर मिला 1.9 किलो सोना, 37 किलो चांदी 
लोकायुक्‍त पुलिस ने सबूतों की तलाश में सोमवार को ईश्वरप्पा के बेंगलुरू स्थित और उनके गृह नगर शिमोगा स्थित आवासों पर छापेमारी की। ईश्वरप्पा कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष भी हैं।

एफआईआर दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी के डर से ईश्वरप्पा और उनके पारिवार के लोगों ने शिमोगा की अदालत में अग्रिम जमानत की याचिका दाखिल की है। इस याचिका पर 27 दिसम्बर को सुनवाई होगी।

जल्द ही हमबिस्तर हो जाते है चैटिंग करने वाले

नई दिल्ली। इंटरनेट पर चैटिंग के बाद एक-दूसरे से मिलने वाले लोग जल्दी ही हम-बिस्तर हो जाते हैं। जबकि रीयल लाइफ में मिलने वाले कपल्स को इस हद तक जाने में सालों लग जाते हैं और फिर यह भी जरूरी नहीं कि उनके बीच सेक्स हो भी जाए। हाल ही में एक फिटनेस मैग्जीन द्वारा कराए गए सर्वे के मुताबिक, सोशल नेटवकिंüग साइट्स के जरिए संपर्क में आने वाली पांच लडकियों में से चार और पांच लडकों में से तीन अपने ऑनलाइन पार्टनर के साथ बहुत कम समय में सेक्स तक पहुंच जाते हैं। जल्द ही हमबिस्तर हो जाते है चैटिंग करने वाले 
रिलेशनशिप काउंसिलर्स इस सर्वे से कतई हैरान नहीं हैं। उनका कहना है कि रीयल लाइफ रिलेशंस की बजाय वर्चुअल रिलेशनशिप में दूरियां तेजी से कम होती हैं। दरअसल, आमने-सामने मिलने पर कपल्स कहीं न कहीं शर्म महसूस करते हैं। उन्हें ओपन होने में वक्तलगता है और आसपास के लोगों की भी झिझक रहती है। जबकि ऑनलाइन मिलने वाले कपल्स के साथ ऎसी कोई परेशानी नहीं है। इसलिए वे सीधे सेक्स की बात तक पहुंच सकते हैं।

जाहिर है आमने-सामने नहीं होने की वजह से उन्हें झिझक भी कम ही होती है। आप एक-दूसरे के चेहरे के भावों को नहीं देख सकते हैं, ऎसे में उनके लिए "आई लव यू" से लेकर बेडरूम सेक्स तक की बातें करना आसान है। सोशल नेटवकिंüग साइट्स के माध्यम से मिलने वाले कपल्स के बीच कम समय में सैक्सुअल संबंध बनना युवा पीढी की तेज भागने वाली सोच का नतीजा है। यह सही है कि सोशल साइट्स पर पार्टनर के बीच सैक्सुअल संबंधों का चलन बढ रहा है, लेकिन इस राह में धोखे भी कम नहीं है। हर इंसान एक जैसा नहीं होता। कुछ लोग सोशल साइट्स पर अपनी गलत जानकारी देकर लडकियों का इस्तेमाल करते हैं। इन्हें फंसाकर वे उनके अश्लील वीडियो बनाते हैं या फिर उनकी फोटो का गलत इस्तेमाल करके उन्हें ब्लैकमेल करते हैं। ऎसे में, सिर्फ सेक्स की चाहत में इस राह पर आगे बढने से पहले सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है।

बैंक के बाहर से 5 लाख की लूट

बैंक के बाहर से 5 लाख की लूट

अजमेर। शहर में सोमवार दोपहर को दो बाइक सवार बदमाश बाप व बेटे से 5 लाख रूपए से भरा बैग छीन भाग गए। कचहरी रोड़ पर दिनदहाड़े लूट की इस घटना के बाद अजमेर पुलिस इलाके की नाकेबंदी करते हुए लूटेरों की तलाश में जुटी हुई है।

जानकारी के अनुसार पीडित मोहनदास व उसका बेटा विनोद कचहरी रोड स्थित आईसीआईसीआई बैंक से 5 लाख रूपए निकाल कर जा रहे थे। इसी दौरान दो बाइक सवार बदमाश आए और विनोद से बैग छीन कर भाग गए। मोहनदास और विनोद उनका पीछा किया लेकिन वह फरार हो गए। पीडित मोहनदास ने पुलिस को बताया कि दोनों बदमाश काली जाकिट पहने थे और उन्होंने हैलमेट लगा रखा था। हड़बड़ाट में बाइक के नम्बर भी नोट नहीं कर सका। इस घटना कि सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंची और शहर में नाकेबंदी करते हुए लूटेरों की तलाश शुरू कर दी।

सीसीटीवी कैमरे से उम्मीद

पुलिस ने बताया कि यह घटना बैंक के पास ही हुई है। ऎसे में बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे से कुछ सुराग मिल सकते हैं। पुलिस कैमरा फुटेज से लूटेरों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। हालांकि अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।

जैसलमेर में जगविख्यात मरु महोत्सव 23 से 25 फरवरी तक


जैसलमेर में जगविख्यात मरु महोत्सव 23 से 25 फरवरी तक
पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन ने शुरू की तैयारियां
जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने दिए बेहतर प्रबन्धों के निर्देश
       

जैसलमेर, 24 दिसंबर/देश-दुनिया में मशहूर जैसलमेर का परंपरागत मरु महोत्सव आगामी 23 से 25 फरवरी तक धूमधाम से आयोजित किया जाएगा।
       इसे लेकर पर्यटन विभाग और जैसलमेर जिला प्रशासन की ओर से व्यापक तैयारियाँ आरंभ कर दी गई हैं। इस बार यह महोत्सव नए रंगों और अभिनव आकर्षक कार्यक्रमों के साथ नयापन लिए हुए होगा और देशी-विदेशी हजारों सैलानियों को भरपूर मनोरंजन का सुकून देगा।
       मरु महोत्सव की तैयारियों को लेकर जिला कलक्टर शुचि त्यागी की अध्यक्षता में सोमवार को जैसलमेर जिला कलक्ट्री सभाकक्ष में आयोजित बैठक में इससे संबंधित सभी कार्यक्रमोंतैयारियों आदि पर चर्चा की गई और विभिन्न प्रायोजकोंविभागों तथा पर्यटन विकास के क्षेत्र से जुड़े लोगों को दायित्व सौंपे गए।
       बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक ममता राहुलजिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलदेवसिंह उज्ज्वल सहित विभिन्न प्रतिष्ठानोंहोटल्स के प्रतिनिधियोंवायु सेना,बीएसएफपर्यटन तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियोंपुलिस अधिकारियों आदि ने हिस्सा लिया।
      नए कार्यक्रमों के साथ मनाएं महोत्सव
       जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने मरु महोत्सव को नवीन आकर्षणों के साथ भव्य एवं व्यापक ढंग से आयोजित करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस बात का हरसंभव प्रयास किया जाए कि जो भी महोत्सव में आएउसे भरपूर आनंद और आत्मतोष मिले तथा मीठी और अविस्मरणीय यादों के साथ लौटे। इसके लिए मरु संस्कृति से परिपूर्ण आंचलिक रंगों का भी बेहतर समावेश हो तथा स्थानीय लोगों एवं आने वाले सैलानियों सभी की अधिक से अधिक भागीदारी हो।
      बहुआयामी आकर्षण जगाएं
       जिला कलक्टर ने सभी अधिकारियोें एवं महोत्सव आयोजन से संबद्धजनों से कहा कि वे मरु महोत्सव की गरिमा और गौरव के अनुरूप इस आयोजन को ऎसा बहुआयामी आकर्षण प्रदान करें कि सभी को यह महसूस हो कि यह उनका अपना आयोजन है। इस भावना को साकार करने के लिए पूर्ण समन्वय एवं सहयोग के साथ हरसंभव प्रयासों में जुटना होगा।
      इस बार मरु महोत्सव का आगाज सोनार किले से
       बैठक में तय किया गया कि इस बार मरु महोत्सव का शुभारंभ सोनार किले में शोभायात्रा से होगा तथा 23 एवं 24 फरवरी के सभी प्रकार के कार्यक्रम शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में होंगे।
       बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार इस बार साफा बांधमूमल महिन्द्रामूंछमिस मूमलमरुश्रीऊँट श्रृंगारशान ए मरुधरारस्साकशीपणिहारी मटका आदि प्रतिस्पर्धाएं होंगी। इन सभी प्रतिस्पर्धाओं के बीच-बीच में आकर्षक लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समावेश भी होगा।
       इसी प्रकार मरु महोत्सव के अंतिम दिन कुलधरा एवं खाभा में भ्रमण के साथ ही सम में रेतीले धोरों पर धोरा दौड़ व ऊँट दौड़ प्रतियोगिताएं होंगी। इनके बाद सम के धोरों पर ही सायंकालीन लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं आतिशबाजी होगी।
      क्राफ्ट मेला भी लगेगा
       बैठक में जानकारी दी गई कि पूनमसिंह स्टेडियम में जिला उद्योग केन्द्र की ओर से क्राफ्ट मेले का आयोजन होगा। इसी प्रकार इस अवधि में जैसलमेर शहर के विभिन्न पर्यटन स्थलों तथा कुलधरा में लोक कलाकारों का प्रदर्शन भी होगा।  विभिन्न स्पर्धाओं के लिए प्रायोजक तय करने की प्रक्रिया भी आरंभ कर दी गई है।
       पर्यटन विभाग के उप निदेशक हनुमानमल आर्य ने मरु महोत्सव के लिए पर्यटन विभाग द्वारा की जा रही तैयारियों की जानकारी दी और बताया कि इसके लिए सरकार की ओर से सत्रह लाख का बजट स्वीकृत है।
       जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने मरु महोत्सव में पश्चिमी राजस्थान की लोक संस्कृति तथा आंचलिकता का पर्याप्त समावेश किए जाने और सभी प्रतियोगिताओं के लिए विभिन्न विधाओं में दक्ष विशेषज्ञों का पैनल बनाने के निर्देश दिए और कहा कि सारी प्रक्रियाएं पूरी तरह स्पष्ट  और पारदर्शी होनी चाहिएं।
      सभी विभाग जुट जाएं तैयारियों में
       इसके साथ ही उन्होने सभी विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे अपने जिम्मे के सभी दायित्वों को बेहतर ढंग से पूर्ण करने के लिए अभी से तैयारियां आरंभ कर दें।
       जिला पुलिस अधीक्षक ममता राहुल ने मरु महोत्सव आयोजन को पिछले वर्षाें के मुकाबले इस बार और अधिक आकर्षक बनाने के लिए सुझाव दिए और कहा कि पुलिस विभाग इस बार बेहतर व्यवस्थाओं को अंजाम देगा। विभिन्न संभागियों एवं प्रायोजकों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

मां-बेटी ने शेयर कारोबारी के किए 17 टुकड़े

मां-बेटी ने शेयर कारोबारी के किए 17 टुकड़े

अहमदाबाद। एक महिला और उसकी बेटी ने अहमदाबाद के मणिनगर इलाके में मुंबई के एक शेयर कारोबारी की नृशंस हत्या कर दी। बताया जाता है कि मां और बेटी दोनों के साथ कारोबारी का अफेयर था और उसकी 17 करोड़ रूपए की सम्पत्ति के लिए मां-बेटी ने उसके 17 टुकड़े कर मौत के घाट उतार दिया।


उल्लेखनीय है कि मुंबई के उपमहानगरीय इलाके कांदिवली के कारोबारी मुक्ति शाह का शव गुजरात के आणंद जिले में 12 दिसम्बर को मिला था। इस मामले में अमिता भट्ट (52) और ध्वनि (30) को आणंद पुलिस ने गिरफ्तार किया,जिन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।


शाह की हत्या अहमदाबाद से मुंबई जाते समय वसाड़ गांव के नजदीक की गई। रविवार को स्थानीय पुलिस ने शाह की मुंबई स्थित 17 करोड़ रूपए की सम्पत्ति की पावर ऑफ अटॉर्नी बरामद कर ली। स्थानीय क्राइम ब्रांच इस्पेक्टर आर.डी. डाभी ने बताया कि अभियुक्त संभ्रात परिवार के हैं। पेशे से फैशन डिजाइनर ध्वनि ने छह महीने पहले इस सम्पत्ति की अपने नाम पावर ऑफ अटॉर्नी करवाने की योजना बनाई थी। अधिकारियों के अनुसार मां और बेटी द्वारा इस तरह की जघन्य हत्या को अंजाम देने का यह अपनी तरह का पहला मामला है।


दुपट्टे से मिला सुराग

पुलिस के अनुसार शाह की कार में सब्जी की थैली और दुपट्टा मिला था। इसके बाद अहमदाबाद पुलिस की मदद से जब शाह की कॉल डिटेल्स चेक की गई, तो पता चला कि उनकी अमिता और ध्वनि से कई बार बात हुई है। इसके बाद पुलिस ने दोनों के साथ पूछताछ की। पता चला कि शाह की पहले अमिता के साथ मुलाकात हुई थी। अमिता ने अपने पति के रिटायरमेंट के पैसों से शाह की मदद की थी। इसके बाद शाह अक्सर अमिता के पास आते थे। इसके बाद ध्वनि के साथ भी शाह का अफेयर शुरू हो गया और वे अक्सर मां या बेटी के साथ दूसरे शहरों में घूमने जाया करते थे। विश्वास में लेकर ध्वनि ने उनकी सम्पत्ति की पावर ऑफ अटॉर्नी अपने पक्ष में करवा ली और दोनों उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाने लगीं।


यूं दिया वारदात को अंजाम


अमिता और ध्वनि शाह को जहर देकर मारना चाहती थीं। लेकिन वे इसे सिरिंज में नहीं भर सकीं। इसके बाद उन्होंने चाय में जहर मिला दिया। जब शाह पर बेहोशी छाने लगी तो ध्वनि ड्राइवर्स सीट पर आ गई और इसके बाद दोनों ने मिलकर शाह की नसें काट दी। फिर शाह के शव को कार में छोड़कर वे भाग गई। शाह की मौत सुनिश्चित करने के लिए वे एक बार फिर घटनास्थल पर आई और चेक किया कि शाह की सांसे चल रही हैं या नहीं।


दो बार किए थे प्रयास

ध्वनि ने इससे पहले भी दो बार शाह को मारने का प्रयास किया था, लेकिन वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सकी। शाह के साथ लोनावाला जाने के दौरान ध्वनि ने उन्हें खाई में धक्का देने का प्रयास किया था, लेकिन कामयाब नहीं हो सकी थीं। इसके बाद एक बार ध्वनि ने शाह के ड्रिंक में जहर मिलाया था, लेकिन शाह ने उसे नहीं छुआ था।