मां-बेटी ने शेयर कारोबारी के किए 17 टुकड़े
अहमदाबाद। एक महिला और उसकी बेटी ने अहमदाबाद के मणिनगर इलाके में मुंबई के एक शेयर कारोबारी की नृशंस हत्या कर दी। बताया जाता है कि मां और बेटी दोनों के साथ कारोबारी का अफेयर था और उसकी 17 करोड़ रूपए की सम्पत्ति के लिए मां-बेटी ने उसके 17 टुकड़े कर मौत के घाट उतार दिया।
उल्लेखनीय है कि मुंबई के उपमहानगरीय इलाके कांदिवली के कारोबारी मुक्ति शाह का शव गुजरात के आणंद जिले में 12 दिसम्बर को मिला था। इस मामले में अमिता भट्ट (52) और ध्वनि (30) को आणंद पुलिस ने गिरफ्तार किया,जिन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
शाह की हत्या अहमदाबाद से मुंबई जाते समय वसाड़ गांव के नजदीक की गई। रविवार को स्थानीय पुलिस ने शाह की मुंबई स्थित 17 करोड़ रूपए की सम्पत्ति की पावर ऑफ अटॉर्नी बरामद कर ली। स्थानीय क्राइम ब्रांच इस्पेक्टर आर.डी. डाभी ने बताया कि अभियुक्त संभ्रात परिवार के हैं। पेशे से फैशन डिजाइनर ध्वनि ने छह महीने पहले इस सम्पत्ति की अपने नाम पावर ऑफ अटॉर्नी करवाने की योजना बनाई थी। अधिकारियों के अनुसार मां और बेटी द्वारा इस तरह की जघन्य हत्या को अंजाम देने का यह अपनी तरह का पहला मामला है।
दुपट्टे से मिला सुराग
पुलिस के अनुसार शाह की कार में सब्जी की थैली और दुपट्टा मिला था। इसके बाद अहमदाबाद पुलिस की मदद से जब शाह की कॉल डिटेल्स चेक की गई, तो पता चला कि उनकी अमिता और ध्वनि से कई बार बात हुई है। इसके बाद पुलिस ने दोनों के साथ पूछताछ की। पता चला कि शाह की पहले अमिता के साथ मुलाकात हुई थी। अमिता ने अपने पति के रिटायरमेंट के पैसों से शाह की मदद की थी। इसके बाद शाह अक्सर अमिता के पास आते थे। इसके बाद ध्वनि के साथ भी शाह का अफेयर शुरू हो गया और वे अक्सर मां या बेटी के साथ दूसरे शहरों में घूमने जाया करते थे। विश्वास में लेकर ध्वनि ने उनकी सम्पत्ति की पावर ऑफ अटॉर्नी अपने पक्ष में करवा ली और दोनों उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाने लगीं।
यूं दिया वारदात को अंजाम
अमिता और ध्वनि शाह को जहर देकर मारना चाहती थीं। लेकिन वे इसे सिरिंज में नहीं भर सकीं। इसके बाद उन्होंने चाय में जहर मिला दिया। जब शाह पर बेहोशी छाने लगी तो ध्वनि ड्राइवर्स सीट पर आ गई और इसके बाद दोनों ने मिलकर शाह की नसें काट दी। फिर शाह के शव को कार में छोड़कर वे भाग गई। शाह की मौत सुनिश्चित करने के लिए वे एक बार फिर घटनास्थल पर आई और चेक किया कि शाह की सांसे चल रही हैं या नहीं।
दो बार किए थे प्रयास
ध्वनि ने इससे पहले भी दो बार शाह को मारने का प्रयास किया था, लेकिन वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सकी। शाह के साथ लोनावाला जाने के दौरान ध्वनि ने उन्हें खाई में धक्का देने का प्रयास किया था, लेकिन कामयाब नहीं हो सकी थीं। इसके बाद एक बार ध्वनि ने शाह के ड्रिंक में जहर मिलाया था, लेकिन शाह ने उसे नहीं छुआ था।
अहमदाबाद। एक महिला और उसकी बेटी ने अहमदाबाद के मणिनगर इलाके में मुंबई के एक शेयर कारोबारी की नृशंस हत्या कर दी। बताया जाता है कि मां और बेटी दोनों के साथ कारोबारी का अफेयर था और उसकी 17 करोड़ रूपए की सम्पत्ति के लिए मां-बेटी ने उसके 17 टुकड़े कर मौत के घाट उतार दिया।
उल्लेखनीय है कि मुंबई के उपमहानगरीय इलाके कांदिवली के कारोबारी मुक्ति शाह का शव गुजरात के आणंद जिले में 12 दिसम्बर को मिला था। इस मामले में अमिता भट्ट (52) और ध्वनि (30) को आणंद पुलिस ने गिरफ्तार किया,जिन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
शाह की हत्या अहमदाबाद से मुंबई जाते समय वसाड़ गांव के नजदीक की गई। रविवार को स्थानीय पुलिस ने शाह की मुंबई स्थित 17 करोड़ रूपए की सम्पत्ति की पावर ऑफ अटॉर्नी बरामद कर ली। स्थानीय क्राइम ब्रांच इस्पेक्टर आर.डी. डाभी ने बताया कि अभियुक्त संभ्रात परिवार के हैं। पेशे से फैशन डिजाइनर ध्वनि ने छह महीने पहले इस सम्पत्ति की अपने नाम पावर ऑफ अटॉर्नी करवाने की योजना बनाई थी। अधिकारियों के अनुसार मां और बेटी द्वारा इस तरह की जघन्य हत्या को अंजाम देने का यह अपनी तरह का पहला मामला है।
दुपट्टे से मिला सुराग
पुलिस के अनुसार शाह की कार में सब्जी की थैली और दुपट्टा मिला था। इसके बाद अहमदाबाद पुलिस की मदद से जब शाह की कॉल डिटेल्स चेक की गई, तो पता चला कि उनकी अमिता और ध्वनि से कई बार बात हुई है। इसके बाद पुलिस ने दोनों के साथ पूछताछ की। पता चला कि शाह की पहले अमिता के साथ मुलाकात हुई थी। अमिता ने अपने पति के रिटायरमेंट के पैसों से शाह की मदद की थी। इसके बाद शाह अक्सर अमिता के पास आते थे। इसके बाद ध्वनि के साथ भी शाह का अफेयर शुरू हो गया और वे अक्सर मां या बेटी के साथ दूसरे शहरों में घूमने जाया करते थे। विश्वास में लेकर ध्वनि ने उनकी सम्पत्ति की पावर ऑफ अटॉर्नी अपने पक्ष में करवा ली और दोनों उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाने लगीं।
यूं दिया वारदात को अंजाम
अमिता और ध्वनि शाह को जहर देकर मारना चाहती थीं। लेकिन वे इसे सिरिंज में नहीं भर सकीं। इसके बाद उन्होंने चाय में जहर मिला दिया। जब शाह पर बेहोशी छाने लगी तो ध्वनि ड्राइवर्स सीट पर आ गई और इसके बाद दोनों ने मिलकर शाह की नसें काट दी। फिर शाह के शव को कार में छोड़कर वे भाग गई। शाह की मौत सुनिश्चित करने के लिए वे एक बार फिर घटनास्थल पर आई और चेक किया कि शाह की सांसे चल रही हैं या नहीं।
दो बार किए थे प्रयास
ध्वनि ने इससे पहले भी दो बार शाह को मारने का प्रयास किया था, लेकिन वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सकी। शाह के साथ लोनावाला जाने के दौरान ध्वनि ने उन्हें खाई में धक्का देने का प्रयास किया था, लेकिन कामयाब नहीं हो सकी थीं। इसके बाद एक बार ध्वनि ने शाह के ड्रिंक में जहर मिलाया था, लेकिन शाह ने उसे नहीं छुआ था।
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