शनिवार, 22 दिसंबर 2012

युवाओं ने गेंग रेप के खिलाफ निकाला केंडल मार्च

सरहद से उठी आवाज़ दिल्ली की संसद तक गूंजेगी

युवाओं ने गेंग रेप के खिलाफ निकाला केंडल मार्च



बाड़मेर चलती बस में गैंग रेप पर बलात्कारियो को फांसी की सजा देने तथा इस जघन्य काण्ड के विरोध में सराहा वासियों ने गांधी चौक से केंडल मार्च निकाल विरोध प्रदर्शन किया .ग्रुप फॉर पीपुल्स बाड़मेर के बेनर तले बाड़मेर के युवाओं ने इस बलात्कार काण्ड के खिलाफ जमकर प्रद्फर्शन किया ,ग्रुप फॉर पीपुल्स के पदाधिकारियों और सेकड़ो कार्यकर्ताओ ने शनिवार शाम गांधी चौक से केंडल मार्च निकाल भारत वर्ष में सन्देश दिया की अब इस तरह की जघन्य घटनाओ को बर्दास्त नहीं किया जाएगा ,सेकड़ो की तादाद में जुटे युवाओं ने गांधी चौक से अंहिंसा चौराहे तक पैदल केंडल मार्च निकाल बलात्कारियो को फांसी और मृत्युदंड देने के नारे लगाये .ग्रुप फॉर पीपुल्स के संयोजाक चन्दन सिंह भाटी ,इंद्र प्रकाश पुरोहित ,महेश दादानी ,डॉ हरपाल सिंह राव ,चुतर सिंह ,श्रीमती उर्मिला जैन ,सुखराम जैन ,ललित जोशी ,दुर्जन सिंह गुडीसर ,रमेश सिंह इन्दा ,दिग्विजय सिंह चुली ,अशोक सारला ,हिन्दू सिंह तामलोर ,जीतेन्द्र सिंह भाटी ,अदरीम खान रहूमा ,भेरा राम सुथार ,सवाई चावड़ा ,छोटू सिंह , भवानी सिंह लखा ,जीतेन्द्र फुलवारिया ,शंकर सोनी ,दीपक जेलिया ,गुमानाराम सारण ,बाबू जाट ,घेवर दरजी ,अभिषेक गोसवामी ,प्रकाश खत्री ,रामेश्वर सोनी ,सहित सेकड़ो की तादाद म,इ युवाओं ने केंडल मार्च में भाग लेकर अन्याय के खिलाफ आवाज़ बुलंद की , ,समेत पूरे देश में उबाल है।

मनुश्य को अपने सिवाय कोई नहीं हरा सकता कमलसिंह चूली



मनुश्य को अपने सिवाय कोई नहीं हरा सकता कमलसिंह चूली 

बाड़मेर ’’मनुश्य अपने अमर्यादित आचरण और अनुचित आदतों से ही अपने आप से हार जाता है। श्री क्षत्रिय युवक संघ मनुश्य को एक आदार जीवन पद्धति की सीख देता है और िविरों के माध्यम से अपने आप को जीतने का सतत अभ्यास करवाता है’’यह कथन िक्षाविद कमलसिंह चूली ने स्थानीय मल्लीनाथ छात्रावास में आयोजित श्री क्षत्रिय युवक संघ के 67 वें स्थापना दिवस पर समाज के सैकड़ों लोंगों को सम्बोधित करते हुए कहा।समारोह का आगाज संघ के नगर प्रमुख दीपसिंह रणधा द्वारा ध्वजारोहण कर किया गया। स्वयं सेवक उदयसिंह लाबराऊ द्वारा प्रस्तुत ध्वज वंदना के साथ क्षात्र धर्म के प्रतीक केसरिया ध्वज के सम्मुख सैकड़ों समाज सेवक नतमस्तक हुए। संघ के वरिश्ठ स्वयं सेवक महिपालसिंह चूली ने संघ प्रमुख भगवानसिंह रोलसाहबसर द्वारा समाज के नाम प्रेशित नववशर संदो का वाचन किया तथा छात्र छोटूसिंह जिंजनीयाली द्वारा संघ संस्थापक पूज्य तनसिंह रचित ओजस्वी सहगान प्रस्तुत किया गया। समारोह को सम्बोधित करते हुए संभाग प्रमुख रामसिंह माडपुरा ने कहा कि तनसिंह जी ने क्षत्रिय कौम को पतन से बचाने के लिए संघ रूपी रामबाण औशधि समाज को प्रदान की है। समारोह में वरिश्ठ स्वयं सेवक सांगसिंह लूणू, अगरसिंह जयसिंधर, कृश्णसिंह राणीगांव, भगतसिंह जसाई, कमलसिंह दूधवा, नीम्बसिंह फोगेरा, मांगुसिंह विला, बाबूसिंह सरली, मण्डल प्रमुख कमलसिंह गेंहू, आोकसिंह भीखसर, नरपतसिंह नवातला, रायसिंह उण्डखा सहित समाज के सैकडों मौजीज लोग भारीक हुए। समारोह के अन्त में नगर प्रमुख द्वारा ध्वजावतरण कर मंत्रोच्चार के साथ सभा को विसर्जित किया गया। 

खूंटी में पीट-पीटकर पांच लोगों की हत्या


खूंटी में पीट-पीटकर पांच लोगों की हत्या



खूंटी: झारखंड के खूंटी जिले के मान्हु में ग्रामीण लोगों ने जबरन धन उगाही करने वाले एक कथित गिरोह के पांच सदस्यों को आज पीट-पीट कर मार डाला.

पुलिस अधीक्षक अमरनाथ मिश्र ने बताया कि सुबह 10 बजे के करीब गांव वालों ने धारदार हथियारों और पत्थरों से मार-मार कर इन पांच लोगों को मार डाला.

इनकी पहचान सूरज महतो, पप्पू, प्रेम, राम नायक और महेंद्र लाल प्रसाद के तौर पर हुई और पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरोह का कथित सरगना महतो हाल ही में जमानत पर रिहा हुआ था. उन्होंने बताया कि इन पांचों लोगों के खिलाफ हत्या और जबरन धन उगाही के मामलों में प्राथमिकी दर्ज है.

शास्त्री नगर व्यापारी लूट का पर्दाफाश तीन गिरफ्तार

शास्त्री नगर व्यापारी लूट का पर्दाफाश तीन गिरफ्तार 

बाड़मेर मण्डी के व्यापारी राकेश जैन के साथ  दस रोज  पूर्व शाम 7 बजे मण्डी से घर आते समय शास्त्री नगर रेल्वे फाटक के पास अज्ञात लूटेरों ने बोलेरो वाहन आडा लगा कर व्यापारी को लूट लिया। लुटेरों ने व्यापारी के कब्जे से एक लेपटॉप ,कागजात, एक लाख तीस हजार रूपये लूट लिये और वापिस फरार हो गये। पुलिस को सूचना मिलते ही श्री राहुल बारहट, जिला पूलिस अधीक्षक बाड़मेर ने मण्डी के व्यापारी के साथ हुई लूट की घटना को गम्भीरता से लेते हुए अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु श्री नाजीमअली वृताधिकारी वृत बाडमेर के निर्देशन में थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली को विशोष निर्देश दिये गये। जिसपर श्री नाजीम अली खांन वृत्ताधिकारी बाड़मेर के नेतृत्व मे जिले भर मे नाकाबन्दी कराई गई एवं थानाधिकारी कोतवाली की टीम द्घारा लुटेरों का पीछा किया गया। कोतवाली टीम द्घारा घटना की रात्रि मे ही अज्ञात लुटेरों को नामजद कर लिया तथा उनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किये गये। आज दिनांक 22.12.2012 को कुल 5 लुटेरों मे से छुगसिंह पुत्र जीवराजसिंह जाति राजपूत निवासी दूधवा थाना चौहटन, मगसिंह पुत्र जोगराजसिंह राजपूत निवासी दानजी की होदी, दूर्जनसिंह पुत्र श्यामसिंह राजपूत निवासी खबडाला इन तीन मुलजिमानो को गिरफ्तार कर इनके कब्जा से लेपटॉप बरामद करने मे सफलता हासिल की। इस सफलता को हासिल करने मे श्री देवाराम चौधरी नि.पु. थानाधिकारी कोतवाली ,उपनिरीक्षक महेश श्रीमाली, सहायक उ.नि. रूपाराम ,कानि. बनवारीलाल, कंवराराम, गिरधारीराम, गिरधरसिंह, करणसिंह, सोनाराम की विशोष भूमिका रही है। घटना मे शेंष दो लूटेरों की तलाश जारी है तथा लूट के शेष सामाना ,रूपयों एवं घटना मे प्रयुक्त वाहन की बरामदगी के प्रयास जारी है। लूट की वारदात को लेकर व्यापारी वर्ग ने रोष प्रकट किया था। इस प्रकार श्री राहुल बारहट जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर के नेतृत्व में जिला पुलिस द्वारा अज्ञात अपराधियों को नामजद कर प्रकरण का खुलाशा करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की गई है।


बोलेरो बरामद एक गिरफ्तार 

बाड़मेर कुछ रोज पूर्व रात्रि मे गुरूद्घारा रोड़ बाड़मेर से श्योर संस्था के सामने से एक बोलेरों चोरी हुई जिसका पता लगाने हेतु एक विशोष पुलिस टीम का गठन किया जाकर टीम में ।ैप श्री मूलाराम, कानि. इन्द्रसिंह, गिरधरसिंह, इन्द्रपालसिंह कानि. को शामिल किया गया। विशोष टीम द्वारा मुखबीरो के जरिये पता किया तो वाहन आडेसर गुजरात मे किसी देवीसिंह उर्फ देवूका राठौड़ राजपूत के पास होने की सूचना मिली जिस पर टीम ने आडेसर गुजरात जाकर अपराधी ़ को कल दिनांक 21.12.12 को मय वाहन बोलेरो के गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई।

मरुधरा पर पेयजल सुविधाआें ने पाया विस्तार गाँव-ढाँणियों तक पहुँचा पानी


मरुधरा पर पेयजल सुविधाआें ने पाया विस्तार
गाँव-ढाँणियों तक पहुँचा पानी
                                                                        - डॉ. दीपक आचार्य
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी,
जैसलमेर
       रेगिस्तान और पानी...।  सदियों तक इनमें जबर्दस्त विरोधाभास का युग अब बीत चुका है। सरकार ने रेतीले धोरों में परम्परागत भीषण जल संकट को देखते हुए पेयजल गतिविधियों को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की और पेयजल योजनाओं व कार्यक्रमों का क्रियान्वयन युद्धस्तर पर किया। इसी का परिणाम है कि मरुभूमि की सबसे बड़ी समस्या पर काबू पाया जा सका है।
      मरुधरा पर मेहरबान रही सरकार
       राज्य सरकार ने हाल के वर्षो में मरुभूमि पर पानी पहुँचाने को सर्वोपरि लक्ष्य मानकर उदारतापूर्वक बजट स्वीकृत किया। इस वजह से पेयजल योजनाओं ने ख़ासी रफ्तार पायी।        सरकार के अनथक प्रयासों की बदौलत आज मरुधरा पर पीने का पानी का संकट नहीं रहा व शहरों से लेकर गाँव-ढाँणियों तक को किसी न किसी योजना से जोड़कर पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकी है। न केवल मनुष्यों बल्कि मवेशियों तक के लिए पीने के पानी के प्रबंध सुनिश्चित किए गये हैं।
      पेयजल सुविधाओं में तरक्की की डगर पर
       सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि अब जैसलमेर में नहरी पानी को पेयजल के रूप में उपयोग में लाने की योजनाओं के साथ ही विभिन्न पेयजल गतिविधियों की पूर्णता के बाद पेयजल के मामले में जैसलमेर दूसरे क्षेत्रों की बराबरी की डगर पर है। जैसलमेर में पेयजल सुविधाओं एवं संसाधनों तथा वितरण सेवाओं के मामले में वर्तमान राज्य सरकार के पिछले चार वर्ष अहम् उपलब्धियों से भरे रहे हैं।
      शहरी क्षेत्र जैसलमेर
       जैसलमेर शहर में जल वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए देवा एवं पोहड़ा के मध्य8000 मीटर तथा पोहड़ा एव गजरूप सागर के मध्य 5500 मीटर पाईप लाईन स्थापित की गई। इससे जैसलमेर शहर में जल उत्पादन में वृद्धि हुई तथा पुरानी पाइप लाईन से लिकेज हो रहे पानी में कमी आई।
       इसके अतिरिक्त शहरी क्षेत्र के लिए विभिन्न स्थानों पर 4 नये नलकूपों का निर्माण करवाया गया। जैसलमेर शहर की जल व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए आर.यू.आई.डी.पी. द्वारा फेज द्वितीय में इन्दिरा गांधी नहर परियोजना की मेन केनाल (मोहनगढ़) से जैसलमेर तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। जैसलमेर शहर में उच्च जलाशयों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
       जैसाण की लम्बी छलांग
    मोहनगढ़ से जैसलमेर शहर तक 57 किलोमीटर पाईपलाईन बिछाकर शहरवासियों तक पानी पहुंचाने की योजना में नहरी पानी पहुंचना शुरू हो गया है। इसका शुभारंभ जिला कलक्टर शुचि त्यागी की पहल पर फिलहाल परीक्षण के तौर पर किया गया। शहर के 75 हजार लोग लाभान्वित करने वाली यह योजना जैसलमेर के लिए उल्लेखनीय उपलब्धि है। इससे जैसलमेर शहर को अब आने वाले कई वर्षों तक पानी की किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं रहेगी।
    आर.यू.आई.डी.पी. परियोजना के तहत मोहनगढ़ से जैसलमेर शहर तक 600 मिमी व्यास की नई 57 किमी पाईप लाईन बिछाई गई एवं मोहनगढ़ में रॉ वाटर पम्पिंग स्टेशन का निर्माण करवाया गया एवं पानी की सप्लाई प्रारम्भ कर दी गई है। इससे जैसलमेर शहरवासियों को नियमित पूर्ण दबाव से पानी मिलना लक्षित है। इस परियोजना की कुल लागत 83.33 करोड़ है।
      शहरी क्षेत्र पोकरण
       पोकरण शहर  में जल वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए 4 नलकूप तथा 4हैण्डपम्पों का निर्माण कर चालू करवाया गयाजिससे पोकरण शहर में सर्विस लेवल में आंशिक रूप से बढ़ोतरी हुई है।
      ग्रामीण क्षेत्र
       जिले में ग्रामीण क्षेत्र के अन्तर्गत जल वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल परियोजना(एनआरडीडब्ल्यूची) मद में राशि 5491.69 लाख रुपएएम.एन.पी. मद में राशि 2933.88 लाख रुपए तथा बी.ए.डी.पी. मद में राशि 1406.21 लाख रुपए धनराशि का व्यय हुआ। इसके तहत 67 नलकूप, 840 हैण्डपम्पों का निर्माण कर चालू करवाया गया।  ग्राम/ढांणियों में विभिन्न आकारों की 580 किलोमीटर पाईप लाईन बिछाई गई।
       नहरी क्षेत्र में जल संग्रहण के लिए 24 डिग्गियों एवं शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए8 स्लो सेण्ड फिल्टर प्लांट का निर्माण कार्य करवाया गया। इन कार्यों से 464 ढांणियों में पेयजल व्यवस्था मुहैया हुई तथा 225 ग्राम/ढांणियों में पेयजल व्यवस्था में सुधार किया गया।
       इसी प्रकार 365 अजा./जजा बस्तियों एवं हेबीटेशन तथा 242 स्कूलोें,  194 आंगनवाड़ी केन्द्रों में पेयजल व्यवस्था की गई। ग्रामीण क्षेत्र में फ्लोराईड़युक्त पानी के शुद्धिकरण के लिए विभिन्न ग्राम/ढांणियों में 110 स्थानों पर डी-फ्लोरिडेशन यूनिट की स्थापना की गई। जिले में पेयजल के क्षेत्र में हुए सुधार और विकास गतिविधियों का बेहतर फायदा आम जनता को मिलने लगा है।

तिहाड़ में कैदियों ने आरोपी को पिलाया पेशाब

नई दिल्‍ली। दिल्‍ली में रविवार को चलती बस में गैंगरेप पर बवाल मचा है और पीडि़त लड़की का हाल अब भी बुरा बना हुआ है। शनिवार को सफदरजंग अस्पताल के डॉक्‍टरों ने जो मेडिकल बुलेटिन जारी किया, उसके मुताबिक लड़की होश में है और बात कर पा रही है। लड़की ने पानी और जूस भी पिया है। लेकिन प्लेटलेट काउंट में गिरावट बनी है और संक्रमण अब भी दूर नहीं हुआ है।
तिहाड़ में कैदियों ने आरोपी को पिलाया पेशाब
इस बीच, पता चला है कि रविवार को हई वारदात के आरोपी से तिहाड़ जेल में बंद कैदी भी नफरत कर रहे हैं। यहां मुकेश की न सिर्फ पिटाई हुई बल्कि उसे मलमूत्र भी जबरन खिलाया गया। कैदियों ने जमकर उसकी पिटाई भी की। इसके बाद जेल प्रशासन ने उसे दूसरे बैरक में भेज दिया। मुकेश की की पहचान आइडेंटिफिकेशन परेड (टीआईपी) के दौरान पीडि़ता के दोस्त ने की थी।

साउथ दिल्ली में अब विदेशी लड़की से गैंग रेप



नई दिल्ली।। चलती बस में गैंग रेप पर इतने हो-हल्ले के बीच देश की राजधानी में एक विदेशी लड़की से गैंग रेप की वारदात हुई है। पीड़ित लड़की अफ्रीकी मूल की बताई जाती है। गैंग रेप की वारदात शुक्रवार रात साउथ दिल्ली में मालवीय नगर इलाके के हौजरानी में हुई। खबर मिलते ही दिल्ली पुलिस के आला अफसरों में हड़कंप मच गया।
तिहाड़ में कैदियों ने आरोपी को पिलाया पेशाब



रात को ही पीड़ित लड़की को मदन मोहन मालवीय हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। बताया जाता है कि युवती के प्राइवेट पार्ट्स में गहरी चोटें आई हैं। डीसीपी छाया शर्मा के मुताबिक, 'युवती से ठीक से बात नहीं हो पा रही है। उससे बात करने के बाद ही सही स्थिति का पता चलेगा। लड़की की भाषा समझने के लिए उसके साथियों को बुलाया गया है। वह यदि रेप का बयान देती है तो उसी हिसाब से ऐक्शन लिया जाएगा।' डीसीपी ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट भी दोपहर तक आने की संभावना है। अभी इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। मामले की तहकीकात में मालवीय नगर थाना पुलिस जुटी है।




पुलिस सूत्रों ने बताया कि 25 साल की युवती कुछ समय पहले दिल्ली घूमने आई थी और यहां मालवीय नगर के हौजरानी एरिया में रह रही थी। रात करीब साढ़े दस बजे वह अपने घर की तरफ जा रही थी। तभी दो युवकों ने उसके साथ गैंग रेप किया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि युवती किसी आरोपी को पहचानती नहीं है। रात साढ़े दस बजे युवती के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर किसी राहगीर ने पुलिस को सूचना दी थी।

झगड़ती रही पुलिस, युवक के शव को नोचते रहे कुत्ते


झगड़ती रही पुलिस, युवक के शव को नोचते रहे कुत्ते


अलीगढ़।। इंसानियत को शर्मसार करने वाली वारदात के तहत उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में ट्रेन से कटकर मरे एक छात्र के शव को कुत्ते नोचते रहे और पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शहर के सिविल लाइंस इलाके में स्थित कॉल सेंटर पर पार्ट टाइम करने वाले कर्मचारी और एमबीए का छात्र इमरान अली (22) शुक्रवार को नई नौकरी की तलाश में निकला था। रास्ते में मीनाक्षी रेलवे क्रॉसिंग के पास पटरी पार करते वक्त मालगाड़ी की चपेट में आ जाने से उसकी मृत्यु हो गई।

उन्होंने बताया कि अली के शव को जिला अस्पताल के पोस्टमॉर्टम हाउस में एक कूडे़दान के पास लाकर रख दिया गया। इसी बीच, आगे की कार्यवाही के लिए रेलवे पुलिस तथा सामान्य पुलिस के बीच सीमा विवाद शुरू हो गया और किसी ने भी शव की शिनाख्त की जरूरत नहीं समझी। इस दौरान घंटों गुजर गए और किसी को भी शव की हालत का होश नहीं रहा।स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, पुलिस पूरे मामले को लेकर काफी इनसेंसिटिव थी। कई घंटे लावारिस हालत में पड़े शव को कुत्ते नोचने लगे। खबर मिलने पर मौके पर पहुंचे कुछ मीडियाकर्मियों के हरकत में आने पर जिम्मेदार लोगों ने मृतक के कपड़ों की जेब से कुछ दस्तावेज बरामद किए जिनके आधार पर शव की पहचान हो सकी।
खबर मिलने पर मौके पर पहुंचे सदर विधायक हाजी जमीरुल्ला ने जिला अस्पताल पहुंचकर सम्बन्धित अफसरों को खरी-खोटी सुनाई और मामले की जांच की मांग की। शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है।

"हां मैंने बेटी के साथ रेप किया"

"हां मैंने बेटी के साथ रेप किया"

जयपुर। "हां, साहब मैंने ही बेटी की तरह पाला अपनी बच्ची के साथ गलत काम किया है।"यह इकबाल-ए-जुर्म है उस व्यक्ति का जिसने सालों के पितृ प्रेम को हवस के आगे छोटा कर दिया। नाबालिग से दुष्कर्म करने के मामले में फरार चल रहे आरोपी पिता को बीते दिन शास्त्री नगर थाना पुलिस ने गुजरात के ओखा बंदरगाह से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया है।

गौरतलब है कि गांधी नगर बालिका गृह में रहने वाली एक 17 वर्षीय किशोरी ने गत माह स्वयं को पिता बताने वाले झुंझुनूं निवासी विद्याधर के खिलाफ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था।

पूछताछ में की पुष्टि
पुलिस के अनुसार विद्याधर ने बताया कि जब वह गुजरात में था,तब उसकी मुलाकात महाराष्ट्र की रहने वाली एक गर्भवती महिला से हुई। वह दोनों साथ रहने लगे। प्रसव के बाद महिला की मृत्यु हो गई और उसकी पुत्री को विद्याधर ने बेटी की तरह पाला। थाना प्रभारी नाथूलाल ने बताया कि आरोपी ने बालिका के साथ दुष्कर्म करने की बात कबूली है।

पूर्व ओलम्पियन कैसे बनी कॉल गर्ल?

पूर्व ओलम्पियन कैसे बनी कॉल गर्ल?
वॉशिंगटन। तीन बार ओलम्पिक में भाग ले चुकी अमरीकी धावक सूजी फेवर हेमिल्टन (44) ने सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि ओलम्पिक में पदक जीतने में नाकाम रहने पर वे डिप्रेशन में आ गई और उसके बाद वे कॉल गर्ल बन गई। हालांकि वे मानती हैं कि डिप्रेशन से दूर रहने का उनका यह कदम पूरी तरह से अनैतिक और गलत था।

सूजी ने यह खुलासा टि्वटर पोस्ट की शृंखला में किया। इससे पहले एक वेबसाइट ने उन पर आरोप लगाते हुए खबर प्रकाशित की थी कि वे दोहरी जिंदगी जी रही हैं। वेबसाइट ने बताया था कि सूजी लास वेगास की एक एस्कॉर्ट सर्विस के लिए काम करती हैं। वे लॉस एंजिल्स, ±यूस्टन और शिकागो में भी काम करती हैं और अपनी सर्विस के लिए एक घंटे के 600 डॉलर चार्ज करती हैं।

उल्लेखनीय है कि सूजी 1992, 1996 और 2000 के ओलम्पिक खेलों में धावक के रूप में हिस्सा लिया था और पदक नहीं जीत पाई थीं। 2000 के ओलम्पिक में 1500 मीटर की रेस में जब उन्हें यह लगा कि वे पदक नहीं जीत पाएंगी, तो वे मैदान में ही गिर पड़ी थीं।

सूजी ने टि्वटर पर लिखा कि उन्हें नहीं लगता कि लोग उनकी मनोदशा को समझ पाएंगे। वे गहरे डिप्रेशन में थीं और उनकी शादी भी ठीक नहीं चल रही थी। उन्होंने यह भी कहा कि उनके इस काम के बारे में उनके पति को भी पता चल गया था और उन्होंने उन्हें रोकने की बहुत कोशिश की थी।

उन्होंने यह काम "केली लुंडी" नाम से शुरू किया था, लेकिन उन्होंने अपनी असली पहचान कुछ क्लाइंट्स को बता दी थी। शायद इनमें से किसी क्लाइंट ने ही इस जानकारी को लीक किया और सूजी का यह काम बेनकाब हो गया।

अनोखा चोर ...पचपन सुहागरात मना चुका ‘जमाई राजा चोर’

अनोखा चोर ...पचपन सुहागरात मना चुका ‘जमाई राजा चोर’


बाड़मेर: राजस्‍थान के बाड़मेर जिले का जीया बिना शादी के 55 सुहागरात मना चुका है, वो भी जमाई बनकर। शायद आपको आश्चर्य हो रहा हो, मगर यह हकीकत है। बाड़मेर जिले के सिणधरी थाना क्षेत्र के निम्बलकोट गांव का निवासी चालीस वर्षीय जीया राम पूरे क्षेत्र में ‘जमाई राजा चोर’ के नाम से कुख्यात हैं। यह ऐसा चोर है, जो रात के अंधेरे में ग्रामीण अंचलों की ढाणियों में जमाई बन कर पहुंचता। रात में कथित पत्नी के साथ सुहागरात मना कर उसी घर में चोरी कर अलस्‍सुबह भाग जाता।

सिणधरी सहित जिले के विभिन्न थानों में जीया के खिलाफ 18 मुकदमे दर्ज हैं। हाल ही में पुलिस के हत्थे चढ़े जीया राम ने बताया कि उसने पहली वारदात 18 साल की उम्र में की थी। राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह का प्रचलन है। बाल विवाह के बाद गौना होने तक लडकी पीहर ही रहती है। जीया ऐसे घरों का पता करता था, जिन घरों में गौना होना होता था। जीया ऐसी ढाणियों में रात्रि नौ-दस बजे जमाई बन कर पहुंच जाता। ढाणियों में आज भी बिजली नही हैं। ऐसे में जमाई राजा की घर वाले खातिरदारी जमकर करते तथा लडकी को सुहागरात के लिए जमाई के पास भेज देते।

जीया ने बताया कि वह सावधानी रख कर ऐसे घरों का चयन करता, जहां जमाई को शक्ल से कोई ना जानता हो। ग्रामीण अंचलों में आज भी जमाई से घर की महिलाएं नही बोलतीं। जीया ने बताया कि सुहागरात मनाने के बाद घर में ही छोटी-मोटी चोरी कर अलस्‍सुबह भाग जाता। लोक-लाज के चलते लडकी के घर वाले जीया के खिलाफ छेड़छाड़ तथा चोरी का मुकदमा दर्ज करा इतिश्री कर लेते। जीया के खिलाफ 18 मामले दर्ज हैं। जीया ने बताया कि वह कभी पुलिस द्वारा नहीं पकडा गया। अलबता ग्रामीणों ने कई बार उसकी धुनाई जरूर की है। जीया अब चालीस पार है। घर में अपनी मां के साथ अकेला रहता है। जीया को अब अपने किये पर पछतावा हो रहा है।

जीया ने बताया कि उसने कुल 55 वारदातों को अंजाम दिया, 55 युवतियों के साथ सुहागरात मनाई। पूरे क्षेत्र में बदनाम हो जाने के कारण जीया को कोई लडकी नहीं दे रहा। जीया को अब अपने किये पर पछतावा हो रहा है। सिणधरी थानाधिकारी मूलाराम चौधरी ने बताया कि जीया पूरे जिले में जमाई राजा चोर के नाम से बदनाम था। ग्रामीण लोक-लाज के कारण जीया के खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराने की बजाय छेड़छाड़ तथा चोरी के मामले दर्ज कराते थे। उसके खिलाफ इस तरह के 18 मामले दर्ज हैं।

एक्ट्रेस हुमा खान को तीन साल की जेल

एक्ट्रेस हुमा खान को तीन साल की जेल
मुंबई। अस्सी और नब्बे के दशक में सी-ग्रेड फिल्मों में काम करने वाली अभिनेत्री हुमा खान को नाबालिग नौकरानी को प्रताडित करने के मामले में तीन साल के करावास की सजा सुनाई गई है। अतिरिक्त जिला न्यायाधीश ए.आर. वाघवते ने हुमा (47) को अपनी नौकरानी की 16 वर्षीय बेटी को बंधक बनाने और प्रताडित करने के आरोपी माना और उन्हें यह सजा सुनाई।

इस मामले में उनके भाई शमिउद्दीन मोइनुद्दीन शेख को बरी कर दिया गया, क्योंकि अदालत ने माना कि वे नपुंसक हैं। उन पर हुमा की नाबालिग नौकरानी के साथ ज्यादती का आरोप था। गौरतलब है कि दहिसर निवासी हुमा खान को अपनी नौकरानी की नाबालिग बेटी को बंधक बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पीडिता का आरोप था कि उसे जून 2007 से फरवरी 2008 के बीच पुणे ले जाया गया और वहां हुमा के भाई ने उसके साथ तीन बार ज्यादती की। इस मामले में 25 फरवरी 2008 को पीडिता की मां ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसमें कहा गया था कि अभिनेत्री और उनके भाई ने पीडिता को जबरन बंधक बनाया और सिगरेट से दागा। पीडिता के शरीर पर चोट के 66 निशान पाए गए थे।

मुख्य लोक अभियोजक आर.जे. कादरी ने बताया कि अभिनेत्री को विभिन्न धाराओं के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया था और बाद में उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया था। जानकारी के अनुसार नौकरानी के साथ उसकी नाबालिग बेटी भी अभिनेत्री के यहां काम पर जाती थी और कॅरियर खत्म होने के बाद अभिनेत्री पुणे में शिफ्ट हो गई। उन्होंने नौकरानी से कहा कि वे उसकी बेटी को अपनी बेटी की तरह रखेंगी और उसकी पढ़ाई का खर्च उठाएंगी। इसके बाद प्रताड़ना की खबरें सामने आई।

ख़ास रिपोर्ट ..प्रशासन शहरों के संग बना कमाई का जरिया ...लाखो कूट लिए अधिकारियो ने

ख़ास रिपोर्ट ...प्रशासन शहरों के संग बना कमाई  का जरिया ...लाखो कूट लिए अधिकारियो ने

ख़ास रिपोर्ट  भूमाफियो की चांदी ,दलालों की पौ बारह


बाड़मेर राज्य सरकार द्वारा आम शहरी जन को राहत पहुँचाने के लिए शुरू किये गए प्रशासन शहरों के संग अभियान नगर परिषद् के अधिकारियो और करम्चारियो की मोटी  और काली कमाई का जरिया बन गया हें ,भर्ष्टाचार  की आड़ में आम शहरी जन को राहत कम और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हें वहीं भूमाफियो की चांदी हो गयी ,उन्हें घर बेठे सुवीधाशुल्क के चलते सरकारी जमीनों पर कब्जे के पट्टे मिल रहे हें ,शिविर में कर्मचारियों और अधिकारियो ने अपनी अपनी फीस तय कर राखी हें .निर्धारित फीस देने पर ही फाईल आगे बढ़ पाती हें ,चार दिन शिविर में रह कर जो देखा उससे नगर परिषद् के अधिकारियों की पैसा कमाने की मंशा साफ़ जाहिर होती हें .पालिका के जन प्रतिनिधि और पार्षदों ने दलाली को अपनी कमाई का जरिया बना लिया वही क्षेत्रीय विधायक के ख़ास चहेते लाखो रुपये दलाली में कमा रहे हें विधायक की शिविर में नियमित उपस्थिति से इनके काम खास प्राथमिकता से किये जा रहे हें ,भूमाफियाओ ने इन्ही परशादो और विधायक के चहेतो को अपने गलत काम करने के लिए दलाल बना रखे हें ,जो एक साथ तीस तीस चालीस चालीस फाईले आराम से निकलवा देते हें वही आम नागरिक को एक फाईल निकलने के लिए पापड बेलने पड़ते हें ,शिविर में काम कराना होता हें तो बाबू को पांच सौ रुपये जे ई एन को एक हजार रुपये ,ऐ ई एन को दो हज़ार रुपये ,देने पड़ते हें ,परिषद् के सहायक अभियंताओ ने अपने घरो पर सुविधा शुल्क लेकर आराम से लाखो रुपये कूट रहे हें एक मोटे अनुमान के तहत एक सहायक अभियंता घर पर एक से दो हज़ार रुपये लेकर और की मौका देखे बिना रिपोर्ट कर देते हें ,परिषद् ने ऐसे सेकड़ो स्टेट ग्रांट के आवासीय पट्टे जारी किये जो व्यवसायीक केंद्र थे ,भूमाफियो के उन सरकारी जमीनों को भी नियमित कर पट्टे जारी किये जो कई वर्षो से परिषद् में चक्कर लगा रहे थे ,नगर परिषद् के आला अधिकारी से ले कर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सुविधा शुल्क से लाखो रुपये एन्थ रहे हें ,मयः सब विधायक की उपस्थिति में हो रहा हें ,शिविर के बहाने अधिकारियो के घर पैसे से भरने का अभियान बन गया हें प्रशासन शहरों के संग ,

मिनी पाकिस्तान के रूप में कुख्यात है,बाड़मेर का गागरिया गांव


मिनी पाकिस्तान के रूप में कुख्यात है,बाड़मेर का गागरिया  गांव

आईएसआई और पाकिस्‍तानी घुसपैठियों का अड्डा बना बाड़मेर का गागरिया  गांव






बाड़मेर : सीमावर्ती बाड़मेर जिले के सरहदी गाँव गागरिया , जो मिनी पाकिस्तान के रूप में कुख्यात है, पर पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई की मेहरबरनी बनी हुई है, भारतीय ख़ुफ़िया और सुरक्षा एजेंसियां गगरिया पर नज़रें गडाए हुए हैं. गगरिया की प्रत्‍येक हरकत पर सुरक्षा एजेंसियों की नजर है. सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि सरहद पर पकडे़ गए सभी संदिग्ध घुसपैठियों को अजमेर से रवाना कर बाड़मेर के गगरिया गाँव में उतरने का कहा गया. पिछले ,साल में पकडे़ गए पाकिस्तानी नागरिक नूर आलम शेख, बंग्‍लादेशी नागरिक को अजमेर से रवाना कर गगरिया गाँव में एक व्यक्ति का नाम बता कर उससे मिलने को कहा गया था. यह खुलासा पकडे़ गए घुसपैठियों ने सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त पूछताछ में किया था.

इसके बाद से बाड़मेर की पुलिस, सुरक्षा एजेंसियां गगरिया में उस व्यक्ति को तलाश रही हैं, जिसका नाम घुसपैठियों को बताया गया था. गगरिया गडरा रोड गाँव से सात किलोमीटर पहले आता है, जो मुख्य सड़क पर आबाद है. इस गाँव से से सटे सज्जन का पार, चांदे का पार, लकदियाली, कंटाल का पार, नवा टला जैसे सरहदी गाँव आते हैं, जिसके सामने पाकिस्तान का गोगासर गाँव है. गोगासर पाकिस्तान के कुख्यात तस्करों का मुख्य अड्डा है, इस गोगासर के तस्करों के सीधे संबंध गडरा तहसील के तस्करी के मुख्य केंद्र मापुरी, खालिफे की बावड़ी, बुथिया, गगरिया, सज्जन का पार, देतानी, तामलोर, हमिरानी के स्थानीय तस्करों से है.पाकिस्तानी तस्करों के माध्यम से आईएसआई ने गडरा क्षेत्र के तस्करों को पुनः सक्रिय कर दिया है. हाल ही में पकडे़ गए इनामी कुख्यात तस्कर कल्ला खान, नवाब खान इसी मपुरी गाँव से है. मापुरी गाँव के अंतरराष्‍ट्रीय कुख्यात तस्कर बाबला के गैंग से जुड़े तस्करों ने अपना नेटवर्क पुनः स्थापित कर दिया है. इस नेटवर्क में कई नए युवा भी जुड़े हैं. सुरक्षा एजेंसियां गगरिया गाँव की समस्त हरकतों पर नज़र रखे हें. गगार्य गाँव में तबलीग जमात का बहुत बड़ा नेटवर्क पिछले दस सालो में काम कर रहा है.

गगरिया तथा आसपास के गाँवों में इस वक्त लगभग 80 से अधिक मदरसे चल रहे है. गगरिया के साथ हमिरानी और तमालियर शुरू से एजेंसियों के लिए संदिग्ध रहे हैं, इन गाँवों के तस्कर कई बार माल के साथ पकडे़ गए हैं. चिंताजनक बात है कि इन गाँवों पर तबलीग जमात के लोगों की पूरी पकड़ है. गगरिया गाँव इसका मुख्य केंद्र है. इस गाँव में प्रतिदिन सुबह आठ बजे से ही संदिग्ध लोगों का जमावड़ा शुरू हो जाता है. सैकड़ों लोग किसी भी वक्त इस गाँव में मिल जायेंगे. इस क्षेत्र के मदरसे भी हमेशा संदिग्ध रहे हैं. एजेंसियों की हमेशा से इन मदरसों पर नज़रें रहती हैं. घुसपैठियों द्वारा बार-बार गगरिया आकर उतरने से एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं. एजेंसियां उन लोगों तक पहुंचने का प्रयास तेज़ी से कर रही है. गडरा थाना के अधिकारी लक्ष्मी नारायण केवलिया ने बताया कि गत माह दो बंगलादेशी तथा एक पाकिस्तानी नागरिक को गगरिया के आसपास से ही पकड़ा था. यह लोग गगरिया से आगे वाले बॉर्डर को पार कर पाकिस्तान जाने की फ़िराक में आये थे. बाकायदा इन घुसपैठियों को आईएसआई द्वारा गगरिया के किसी व्यक्ति के संपर्क नंबर तक दिए गए थे.

सुरक्षा एजेंसियां तथा पुलिस दल नियमित रूप से इस क्षेत्र पर निगाह रख रही हैं. आईएसआई द्वारा गगरिया के किन लोगों से संपर्क किया जाता है, कौन आईएसआई के संपर्क में है, इसका पता लगाया जा रहा है. बहरहाल आईएसआई ने पूर्व नियोजित तरीके से इस पूरे क्षेत्र में तबलीग जमात जैसे कट्टरपंथी लोगों को बड़ी तादाद में बसा दिया है. सुरक्षा एजेंसियों ने भी कभी इस क्षेत्र में बस रहे बाहरी लोगों का न तो विरोध किया न ही रिपोर्ट भारत सरकार को भेजी. इन गाँवों के मूल निवासी लम्बे समय से विशेष कर युवा लोग पडोसी राज्य गुजरात में रहकर कम्बले बेचने का कार्य कर रहे हैं, इसके बावजूद गाँवों की जनसँख्या में कभी कमी दर्ज नहीं की गई. बाहरी लोगों के इस क्षेत्र में आकर बसने से बाड़मेर जिले की सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है.

ग्रामीणों का तहसीलदार पर हमला

ग्रामीणों का तहसीलदार पर हमला
नागौर। खेण की खिन्दलाई नाडी के जलग्रहण क्षेत्र में से 132 बीघा जमीन का आबंटन रद्द कराने की मांग को लेकर कलक्ट्रेट के सामने बैठे अनशनकारियों को जबरन हटाने के विरोध में शुक्रवार को ग्रामीणों ने यहां कलक्ट्रेट के सामने जमकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने तहसीलदार पर कुर्सी फेंकी और उनसे हाथापाई कर डाली।

बाद में ग्रामीणों के दबाव के आगे प्रशासन को तीनों अनशनकारियों को पुन: धरना स्थल पर ले जाया गया, तब जाकर ग्रामीण शांत हुए। इससे पहले ग्रामीण रैली के रूप में धरना स्थल से अस्पताल पहुंचे। ग्रामीणों के साथ महिलाएं भी काफी संख्या में थी और ग्रामीण पशुओं को भी धरना स्थल पर ले आए। इधर जिला प्रशासन की ओर से तहसीलदार, मेड़ता उप पुलिस अधीक्षक पुनाराम डूडी, नागौर थानाधिकारी नगाराम चौधरी, श्रीबालाजी थानाधिकारी मनोज माचरा, त्रिलोक सिंह, रणजीतसिंह, मूण्डवा थानाधिकारी अनिल बिश्नोई मौके पर मौजूद रहे।

तहसीलदार पर किया हमला
अस्पताल में रैली के रूप में पहुंचे ग्रामीणों में से कुछ नागौर तहसीलदार रामजस बिश्नोई के पीछे दौड़े। इस दौरान नागौर थानाधिकारी नगाराम चौधरी, मूण्डवा थानाधिकारी अनिल बिश्नोई व अन्य पुलिस कर्मियों ने बीच-बचाव कर तहसीलदार बिश्नोई को अस्पताल परिसर के बरामदे में भेज दिया। पीछे से एक ग्रामीण ने तहसीलदार पर कुर्सी फेंकी। हालंाकि उन्हें कुर्सी की लगी नहीं। इस दौरान एक ग्रामीण ने तहसीलदार की बांह पकड़ ली।

पहनाई मालाएं किया स्वागत
अनशनकारियों को अस्पताल से डिस्चार्ज करने के साथ ही बाहर इंतजार कर रहे ग्रामीणों ने खुशी से जयकारे लगाए। तीनों अनशनकारियों को मालाएं पहनाई गई तथा कंधों पर बैठाकर धरना स्थल पर लाया गया।

तो हो जाता हंगामा
ग्रामीणों के पहुंचने और चेतावनियां देने के लहजे से स्पष्ट हो गया कि मामला कभी भी बिगड़ सकता है। इसके बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को शांत करने में कोई रूचि नहीं दिखाई। अस्पताल पहुंचने तक मामला गरमा गया। गनीमत यह रही कि पुलिस अधिकारियों ने पूरा संयम रखा।

भेड़-बकरियां तक ले आए
ग्रामीणों ने अम्बुजा सीमेन्ट कंपनी को गोचर जमीन का आवंटन करने के विरोध में मवेशियों, गायों का हवाला दिया कि हमारे पशुओं का क्या होगा? विरोध की बानगी देखिए कि एक पिकअप में भेड-बकरियां भर लाए और रास्ता रोकने के लिए उन्होंने भेड़-बकरियों को भी सड़कों पर उतार दिया।

ट्रोलियों में भरकर आए ग्रामीण
जिला प्रशासन की ओर से अनशनकारियों को जबरन अस्पताल भेजने की कार्रवाई गुरूवार रात की गई। कार्रवाई की जानकारी मिलने के साथ ही शुक्रवार सुबह गांव से टे्रक्टर ट्रोलियों, जीपों व अन्य वाहनों से ग्रामीण धरना स्थल पर पहुंच गए। धरने पर पहुंचकर ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी दी और कहा कि जबरदस्ती अनशनकारियों का अनशन तोड़ने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम धरने पर पुन: बैठने से पूर्व अस्पताल में जबरदस्ती भर्ती किए तीनों साथियों को यहां लाएंगे। इतना कहकर एकत्रित ग्रामीण रैली के रूप में रवाना हो गए। अस्पताल पहुंचकर उन्होंने तीनों साथियों को बाहर बुलाने के लिए नारेबाजी की।