गुरुवार, 18 अक्टूबर 2012

गरबा रास को लेकर देवी भक्तों में उत्साह



गरबा रास को लेकर देवी भक्तों में उत्साह


बाड़मेर नवरात्र के दूसरे दिन बुधवार को धार्मिक अनुष्ठान व विशेष पूजन का दौर जारी रहा। आठ दिनों तक चलने वाले इस पर्व को लेकर मंदिरों व घरों में भक्त श्रद्धा से पूजा के साथ सुख समृद्धि की कामना कर रहे हैं।

नवरात्र के उपलक्ष्य में शहर के गढ़ मंदिर, स्टेशन रोड स्थित मां वांकल मंदिर, सुभाष चौक स्थित मेढ़ स्वर्णकार मंदिर, ढाणी स्थित सच्चियाय मंदिर व नागाणा के नागणेच्यां मंदिर में सुबह-शाम मां दुर्गा की आरती में भक्तों की कतारें लगी रहीं है।

भजन संध्या का दौर जारी

जटिया समाज की ओर से भजन संध्या का आयोजन हुआ। महामंत्री भैरु सिंह फुलवारिया ने बताया कि गंगे मैय्या मंदिर प्रांगण में शैल पुत्री की पूजा विधि विधान से की गई।

गायक श्यामलाल सुवासिया, शंकरलाल मौर्य, चंदणाराम फुलवारिया व खेमाराम भार्गव ने मां के भजनों की प्रस्तुति दी।

डांडिया की खनक जोरों पर : शहर के मां शेरा वाली ग्रुप की ओर से प्रताप जी की प्रोल, महावीर नगर, माजीसा मंदिर सहित सुमेर गोशाला के पीछे गरबा महोत्सव को लेकर जबरदस्त धूम रही।

शाम होते ही युवतियां एवं महिलाएं रंग बिरंगे परिधान पहने माता के भजनों पर श्रद्धा से गरबा कर रही हैं।

मां हिंगलाज मंदिर में महाप्रसादी का आयोजन : हिंगलाज माता मंदिर जसाई में महाप्रसादी का आयोजन किया गया।

ट्रस्टी आसूलाल ने बताया कि इस मौके जातरुओं व श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसादी का आयोजन विक्रमसिंह जयसिंधर ने किया। बुधवार को नवदुर्गा पैदल यात्रा संघ के 200 पैदल जातरुओं का जत्था मंदिर पहुंच कर आरती का लाभ लिया। इसी तरह ग्राम गेहूं में नवरात्र गरबा समारोह का विधिवत उद्घाटन विकास अधिकारी आईदान सिंह सोलंकी के आतिथ्य में हुआ। सवाई सिंह भाटी ने बताया कि यह आयोजन ग्रामीणों के सहयोग से किया जा रहा है। वहीं मां वडेर गरबा मंडल की ओर से रानी गांव में गरबा रास का आयोजन हुआ।






बधिर व मानसिक रूप से कमजोर बालिका से दुष्कर्म

बधिर व मानसिक रूप से कमजोर बालिका से दुष्कर्म


बालोतरा बालोतरा थाने में मानसिक रूप से कमजोर व गूंगी 14 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस ने राजकीय नाहटा अस्पताल में बालिका का मेडिकल मुआयना करवाया है। आरोपी की तलाश में पुलिस टीम को रवाना किया गया है। बालोतरा थानाधिकारी कैलाश चंद्र मीणा ने बताया कि बुधवार को कालूड़ी गांव में मानसिक रूप से कमजोर व गूंगी बालिका घर में अकेली थी। उसको अकेली देख उसके पड़ौस में रहने वाला कल्याणसिंह पुत्र धनसिंह राजपुरोहित बालिका के साथ दुष्कर्म करने के बाद फरार हो गया। इस बीच घर पहुंचे परिजनों ने पीडि़ता को राजकीय नाहटा अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया । पुलिस ने नामजद मामला दर्ज कर लिया है।

नामजद आरोपी की तलाश में टीमें भेजी है

॥दुष्कर्म का नामजद मामला दर्ज हुआ है। आरोपी की तलाश में टीमें गठित कर भेजी गई है। शीघ्र ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

रामेश्वरलाल, डीएसपी, बालोतरा।

सांसद की कार दुर्घटनाग्रस्त, बाल-बाल बचे


सांसद की कार दुर्घटनाग्रस्त, बाल-बाल बचे


बाड़मेर बाड़मेर-जैसलमेर सांसद हरीश चौधरी बुधवार शाम को एक दुर्घटना में बाल बाल बच गए। जानकारी के अनुसार सांसद बालोतरा में एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद जोधपुर जा रहे थे। रास्ते में उनकी कार संतुलन बिगडऩे से पलटी खा गई। उन्हें जोधपुर से जालंधर (पंजाब) की फ्लाइट पकडऩी थी। लेट होने के कारण चालक कार को तेज गति से दौड़ा रहा था। इसी बीच रास्ते में सामने से आ रहे ट्रक व दूसरी साइट गड्ढा होने के कारण कार का संतुलन बिगड़ गया। इससे कार पलट गई। क ार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, लेकिन सांसद बाल-बाल बच गए। सांसद ने बताया कि वे सकुशल हैं और रात तक जालंधर भी पहुंच गए। पार्टी के एक कार्यक्रम में वे वहां गए हैं।

तीन को जेल भेजा एक रिमांड पर


भीनमाल न्यायालय परिसर से फरार आरोपी व भगाने में सहयोग करने वाले दो आरोपियों को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया, जबकि एक अन्य सहयोगी को 20 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा। पुलिस के अनुसार गत 10 सितंबर को न्यायालय परिसर से चालानी गार्ड को चकमा देकर फरार पुलिस थाना सरवाना बिछावाड़ी निवासी भरतकुमार पुत्र छगताराम पुरोहित व भरत को भगाने में सहयोगी पुलिस थाना धोरीमन्ना अंतर्गत रोयला निवासी ओमप्रकाश पुत्र लादूराम उर्फ भोपा विश्नाई व वाड़ाभाडवी निवासी सुनील उर्फ सुनका उर्फ चुन्नीलाल पुत्र हरिराम विश्नोई की मंगलवार को रिमांड अवधि पूर्ण होने पर न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा। 

छोटिया उर्फ खंगारा फिर गिरफ्तार

भरत को भगाने में सहयोग करने के आरोपी वाड़ाभाडवी निवासी छोटिया उर्फ खंगारा पुत्र बलवंता विश्नोई को गत 12 अप्रैल को वाड़ाभाडवी गांव में फायरिंग करने के मामले में पुन: गिरफ्तार कर 20 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

पटियाला व सिरोही पुलिस पहुंची भीनमाल

मादक पदार्थ की तस्करी के मामले में फरार आरोपी पुलिस थाना धोरीमन्ना अंतर्गत रोयला निवासी ओमप्रकाश पुत्र लादूराम उर्फ भोपा विश्नोई की गिरफ्तारी के लिए पटियाला पुलिस मंगलवार को भीनमाल पहुंची। वहीं, चोरी के मामले में पूछताछ के लिए आबूरोड (सिरोही) पुलिस के अधिकारी भी भीनमाल पहुंचे।

जालोर देख गादी का वैभव, सिरे मंदिर भी मुस्कुराया


गौरवपूर्ण समारोह में हुआ गंगानाथ महाराज का गादी तिलक समारोह, चारों ओर गूंज उठे जयकारे, हजारों श्रद्धालु बने इस ऐतिहासिक दिन के साक्षी, दर्शन के लिए लगी कतार। संतों ने किया अभिवादन



जालोर देख गादी का वैभव, सिरे मंदिर भी मुस्कुराया

जालोर. गादीपति बनने के बाद गंगानाथ महाराज ने भंवर गुफा में स्थित महादेव के दर्शन किए।

लिया पीरजी का अशीर्वाद

जालोर. गादी तिलक से पूर्व गंगानाथ महाराज ने अपने गुरूदेव पीर गंगानाथ महाराज की समाधि पर जाकर उनका अशीर्वाद लिया। इसके बाद वे पीरजी के उत्तराधिकारी के रूप में गादीपति बने।



पीर शांतिनाथ महाराज की समाधि के समीप ही मखमली चादर से ढकी गादी, चारों ओर फैली नाना प्रकार के फूलों की मंद मंद खुशबू, आस पास सोने चांदी से सजे छत्र, दंड, चंवर और तलवार लिए खड़े श्रद्धालु। कोई चंवर हिला रहा था तो कोई शंखनाद कर रहा था। भेंट, उपहारों और चादरों से सजे थाल। इस महास्थान की गादी का ऐसा वैभव की खुद सिरे मंदिर भी यह सब देखकर मुस्कुरा उठा। अवसर था पीरशांतिनाथ महाराज के देवलोकगमन के बाद उनके उत्तराधिकारी गंगानाथ महाराज के गादीपति तिलक समारोह का। यह स्वर्णिम अवसर था, ऐतिहासिक दिन था। हजारों श्रद्धालुओं की श्रद्धा, भावुकता और गौरवता का संगम था। सवेरे ठीक 8 बजकर 50 मिनिट पर संतों ने गंगानाथ महाराज को गादी पर विराजमान किया। जैसे ही वे इस महान तपोभूमि के गादीपति बने चारों ओर शंख, टंकारे, ढोल, नगाड़े और जयकारें गंूज उठे। समवेत स्वरों में वैदिक मंत्र सुनाई देने लगे और पुष्प वर्षा होने लगी। संत गंगानाथ महाराज सिरे मंदिर, भैरूनाथ अखाड़े के गादीपति बन गए। वह गादी जो आज तक पीर शांतिनाथ महाराज के तपोबल से जन जन की आराध्य रही। नूतन गादीपति के बाद गौरवांवित हो उठी।

आठ बजे शुरू हुई तैयारी

गादीपति तिलक समारोह की तैयारियां सवेरे आठ बजे से शुरू हुई। एक एक कर साधु संत पांडाल में पहुंचे। यह पांडाल नाथजी की समाधि के सामने ही बनाया गया था। इसके पास ही गादी तिलक समारोह हुआ। साढ़े आठ बजे से समारोह की शुरूआत हुई। जिसमें गंगानाथ महाराज ने सबसे पहले सभी संतों का आशीर्वाद लिया और फिर वैदिक मंत्रों के बीच संतों ने उन्हें गादी पर बैठाया। इसके बाद चादर की रस्म हुई और फिर एक एक कर लाभार्थियों ने अपनी ओर से भेंट दी। गादी तिलक होने के बाद श्रद्धालुओं ने गंगानाथ महाराज के दर्शन किए।





तिलक कर चढ़ाई चादर

गादीपति तिलक कार्यक्रम में पाट पूजन के बाद चादर की रस्म अदा की गई। चादर में सबसे पहली चादर बाकरा गांव की ओर से चादर चढ़ाई गई। इसके बाद राताडूंडा के मंगलनाथ महाराज, दशनाम नवनाथ खट दर्शनम मंडल के अध्यक्ष गोल उम्मेदाबाद महंत रावतभारती, सचिव लेटा महंत रणछोड़भारती महाराज समेत समिति के मठाधीश, देवासी समाज 48 पट्टी के ग्रामीणों, जालोर शहर और खत्री समाज की ओर से चादर चढ़ाई गई। इसी प्रकार गैबानशाह गाजी दरगाह के सदर हाजी अकरम बाबा उर्फ चाहत अली समेत कई जनों ने चादर चढ़ाई।

गूंज उठी जय ध्वनियां

गादी तिलक से पूर्व गंगानाथ महाराज ने मंदिर में पूजा अर्चना की और फिर अपने गुरूदेव पीर शांतिनाथ महाराज की समाधि पर धोक लगाई। इसके बाद वे गादी पर विराजे और वैदिक मंत्रों के बीच उनका तिलक किया गया। जैसे ही तिलक समारोह पूरा हुआ। शंख, टंकारे और ढोल नगाड़े बज उठे। लोगों ने पुष्प वर्षा कर उनका अभिवादन किया। संतों ने भी शंख बजाया। वहीं ढोल नगाड़ों वालों ने भी खूब ढोल बजाए। वहां मौजूद अनेक श्रद्धालुओं ने नृत्य किया। इसके साथ ही बंदूक से सलामी भी दी गई।



ये रहे मौजूद

समारोह में दशनाम नवनाथ खट दर्शनम मंडल के अध्यक्ष गोल उम्मेदाबाद महंत रावतभारती, सचिव लेटा महंत रणछोड़भारती, गंगाभारती, कैलाशनाथ, कमलनाथ, बाबूगिरी, परबतगिरी, सेवाभारती, प्रेमभारती, शीतलाईनाथ समेत जम्मू कश्मीर से आए स्वामी निर्मलस्वरूप और गाजियाबाद के पीठाधीश्वर नारायणगिरी महाराज समेत उप मुख्य सचेतक रतन देवासी, जालोर विधायक रामलाल मेघवाल, सांचौर विधायक जीवाराम चौधरी, कांग्रेस जिला अध्यक्ष नैनसिंह राजपुरोहित, भाजपा जिलाध्यक्ष नारायणसिंह देवल, पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग, शंकरसिंह राजपुरोहित, कांतिलाल सोनी, सत्यनारायण अग्रवाल,नरेंद्र बालू अग्रवाल, बंशीलाल सोनी समेत अन्य कई लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का मंच संचालन ओम आचार्य और अनिल शर्मा ने किया।

जन्म स्थान का होगा विकास

गादीपति तिलक कार्यक्रम के दौरान उपमुख्य सचेतक रतन देवासी ने नूतन गादीपति गंगानाथ महाराज के दर्शन कर करड़ा के समीप स्थित उनके जन्म स्थान दांतवाड़ा गांव में विकास कार्यों के लिए 51 लाख रपए की घोषणा की। यह राशि विभिन्न सरकारी योजनाओं से जुटाई जाएगी। जिस पर लेटा महंत रणछोड़भारती समेत अन्य संतों ने उनका माल्यार्पण किया। इसी प्रकार अन्य कई श्रद्धालुओं ने भी अपनी अपनी ओर से नूतन गादीपति को भेंट और उपहार दिए।

किया अभिवादन

जालोर. गादीतिलक समारोह के बाद दशनाम नवनाथ खटदर्शनम मंडल के संतों ने नूतन गादीपति का अभिवादन किया। मंडल की ओर से महाराज को चादर भेंट की गई। वहीं गंगानाथ महाराज की ओर से मंडल को डेढ़ लाख रुपए की भेंट दी गई।

समारोह की वैभवता

देखते ही बन रही थी समारोह की वैभवता। सवेरे से उमड़ा श्रद्धालुओं का अपार जन समूह, फूलों से सजाया गया समाधि स्थल को। मखमली चादर से ढकी गादी के चारों ओर सुशोभित हो रहे थे छत्र, चंवर, सोने चांदी की छडिय़ां।

श्रद्धालुओं की भावुकता

नाथजी के देवलोक गमन के बाद अधीर हो उठे श्रद्धालुओं के लिए था यह भावुकता का दिन। जब उन्होंने देखा अपनी आंखों से पीरजी के उत्तराधिकारी का गादी तिलक समारोह। कोई भी नहीं रहना चाहता था इस समारोह को देखे बिना।

दर्शन की आतुरता

नए गादीपति के दर्शन के लिए हर कोई नजर आया आतुर। जैसे ही गादी तिलक समारोह पूरा हुआ। उत्साहित हो उठे कतार में लगे श्रद्धालु। बड़ी मुश्किल से सभी को किया गया नियंत्रित। इसके बाद एक एक कर सभी ने किए दर्शन।

संतों की सानिध्यता

समारोह में जिले भर के सभी साधु संतों के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों से भी संतों ने लिया भाग। अनेक संत मंगलवार रात को ही यहां पहुंचे, अन्य आए अल सवेरे। सभी ने नूतन गादीपति का किया अभिवादन। संत समाज की ओर से चढ़ाई गई चादर।

धार्मिक सहिष्णुता

समारोह बना हमारी धार्मिक एकता और सहिष्णुता का प्रतीक। गैबनशाह गाजी दरगाह के सदर हाजी अकरम बाबा समेत कई मुस्लिम धर्मावलंबियों ने भी लिया कार्यक्रम में भाग। दरगाह की ओर से गंगानाथ महाराज को चढ़ाई गई चादर भी।



भारत-पाक सीमा पर है घन्टयाली माता का चमत्कारी मंदिर




भारत-पाक सीमा पर है घन्टयाली माता का चमत्कारी मंदिर

पश्चिमी राजस्थान में थार के अंतिम जिले जैसलमेर से करीब 110 कि.मी. दूर पाकिस्तानी सीमा से सटे तनोट क्षेत्र स्थित ‘घन्टयाली माता’ मंदिर शक्तिस्थल के रूप में आम श्रद्धालुओं के अलावा भारतीय सैनिकों व अधिकारियों के आस्था स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। यहां पर दिनभर सैनिकों एवं फौज का आना-जाना लगा रहता है। इस मंदिर परिसर में सन् 1965 में भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान द्वारा गिराये ‘बम’ भी देवी के चरणों में नतमस्तक होकर नहीं फटे। ये मङ्क्षदर में आज भी रखे हुए हैं। साथ ही साथ पाक सेना द्वारा इस क्षेत्र में घुसकर मंदिर स्थित अनेक मूर्तियों को खंडित भी किया गया। वे भी मंदिर में रखी हुई हैं। 1965 की लड़ाई के दौरान घन्टयाली माता ने अपने पर्चे भी दिये जिससे सेना व आम नागरिक अभिभूत हो गये।
घन्टयाली माता के मंदिर की देखरेख भी जवान ही करते हैं जो मंदिर में सुबह-शाम पूजा-अर्चना भी करते हैं। यह मंदिर मातेश्वरी तनोट के दर्शन करने जाते समय 7 कि.मी. पहले रास्ते में पड़ता है। घन्टयाली मां के दर्शन अत्यंत ही शुभ माने जाते हैं।
घन्टयाली माता के मंदिर के बारे में यहां रोचक प्राचीन कथा सुनने को मिलती है। इस संदर्भ में मंदिर परिसर में खंडित मूर्तियों के ऊपर दीवार पर पूरी कथा श्रद्धालुओं को पढऩे को मिलती है। ऐसा कहा जाता है कि प्राचीनकाल में कुछ अपराधी प्रवृत्ति के लोगों ने सीमावर्ती गांवों के पास रहने वालों पर अत्याचार किये व इस दौरान एक परिवार के सभी सदस्यों को मौत के घाट उतार दिया गया। उस समय मात्र परिवार की एक गर्भवती महिला ही बची, जो अपने गांव को छोड़कर दूसरे स्थान पर चली गई। कुछ समय के बाद उसने एक पुत्र को जन्म दिया। बड़ा होने के बाद जब उसने अपने परिवार के बारे में पूछा तो उसकी मां ने उसे सारी घटना से अवगत कराया। इस घटना को सुनकर उसने अपराधियों से बदला लेने की ठानी व एक दिन तलवार लेकर घन्टयाली गांव में आया जहां एक छोटा-सा मंदिर था। यहां उसने माता को बच्ची के रूप में देखा। मां ने उसे अपने हाथों से जल पिलाकर उसकी प्यास बुझाकर आशीर्वाद दिया कि तुम्हारी मनोकामना पूर्ण होगी। तत्पश्चात उसने चरणों में शीश झुकाकर अपनी इच्छा पूरी करने का उपाय पूछा। जगत जननी माता ने उसे कहा कि तुम केवल एक व्यक्ति को मारना, बाद में सभी एक-दूसरे पर हमला कर मारे जाएंगे। माता की बात सुनकर लड़के ने कहा कि यदि यह चमत्कार हो गया तो मैं पुन: यहां आकर अपना शीश आपके चरणों में चढ़ा दूंगा। उसके बाद वह लड़का उसी गांव में पहुंचा तो उसने देखा कि एक समुदाय की बारात आ रही है। उसने पीछे से एक बाराती को मार डाला। अचानक इस घटना से क्षुब्ध लोग आपस में लड़ पड़े और देखते ही देखते सारे बाराती मारे गये और गांव के अन्य लोग भी।
दूर से सब कुछ समाप्त हुआ देख वह पुन: घन्टयाली माता के मंदिर के पास आया और मां को पुकारने लगा। काफी देर तक जब माता प्रकट न हुई तो वह तलवार से ज्यों ही अपना शीश काटने लगा तभी मां प्रकट हुई और उसका हाथ पकड़कर कहा- मैं तो यहीं विराजमान हूं और मैं अपने भक्तों को दर्शन देकर आगे भी कृतार्थ करती रहूंगी।
इस घटना के बाद दूर-दूर तक मां के चमत्कारी होने की बात फैल गई व दूरदराज से भी ग्रामीण दर्शनाभिलाषी पहुंचने लगे। धीरे-धीरे मंदिर को दूर-दूर तक फैले रेत के टिब्बों के मध्य भव्य रूप प्रदान किया गया। फिर तो भारत-पाक सीमा पर तैनात सेना के जवानों और अधिकारियों ने मंदिर में नित्य पूजा-अर्चना करनी शुरू कर दी जो आज भी जारी है।
घन्टयाली माता के अद्भुत चमत्कार युद्ध में भी दिखाई दिये जिससे सभी में इतनी आस्था प्रबल हो उठी कि आज जैसलमेर आने वाले हजारों पर्यटक चाहे वे विदेशी हों या भारतीय, घन्टयाली माता व तनोट राय के दर्शन किये बगैर नहीं लौटते है। मंदिर में तैनात फौज के जवान पूरी निष्ठा व नि:स्वार्थ भाव से आने वाले भक्तों की सेवा में कोई कमी नहीं रखते। घन्टयाली माता के मंदिर में सभी तरह की सुविधाएं भी मुहैया करवाई गई हैं जिससे श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं होती।

बुधवार, 17 अक्टूबर 2012

रेगिस्तान में रिफायनरी लगाने की कवायद हुई तेज


राजस्थान में रिफानरी की घोषणा को लेकर पिछले कई समय से राजनेतिक सरगर्मिया पिछले एक दो साल से तेज है दरसल राजस्थान के रेगिस्तान के बाड़मेर में पिछले लम्बे समय से तेल का दोहन चल रहा है इस कच्चे तेल को केयन इंडिया मगला टर्मिनल प्लांट से पाइप से गुजरात के जाम नगर में भेजती है पिछले लम्बे से रेगिस्तान के लोगो की यह माग थी कि राजस्थान में पहली रिफानरी बाड़मेर में लगे इस मुदे को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई बार प्रधानमत्री सहित दिल्ली के कई बड़े नेताओ से मिल कर रिफानरी को बाड़मेर में लगाने की पहल कर चुके है इसी का नतीजा है कि रविवार को एक वैज्ञानिक की टीम 

बाड़मेर पहची और सोमवार को रिफानरी के लिए प्रस्तावित जमीन बायतु कसबे के लिलाणा का दोरा कर वहा के भोगोलिक और ज्योग्राफिकल परिस्थियों का जायजा लिया
रिफायनरी के लिए प्रस्तावित लीलना -जन्दुओं की ढाणी में मिटटी परीक्षण का कार्य बुधवार को शरू होगा इस परीक्षण के लिए भू-वैज्ञानिक दल दो दिन पहले बाड़मेर आया है इस दल ने मगलवार को इस इलाके का दोरा भी किया और धरातल की स्थिति को देखा एक भू-वैज्ञानिक के नेत्रत्व में तीन सदस्य दल इन गावो का मुदा परीक्षण बुधवार से शरू किया जो अगले दो दिन तक और चलने की सम्भव है दरसल रेगिस्तान होने की वजह से पहले HPCL पहले परीक्षण करवाकर यह पता लगने में जुटी है कि अगर यहाँ पर रिफानरी लगती है तो किसी भी प्रकार की भोगोलिक और ज्योग्राफिकल लेवल कोई दिक्कत तो नहो होगी इसी लिए HPCL यह TEXT करवा रही है

कुछ दिन पहले ही राजस्थान सरकार ने इस इलाके की जमीन को अवाप्त करने की प्रक्रिया को शरू कर दिया है रिफायनरी के लिए सरकार इस इलाके की करीब 55 सो बीघा जमीन को अवाप्त कर रही है इसके लिए सरकार ने नोटिस निकालने प्रकिया को शरू कर दिया है जब यह भू-वैज्ञानिक दल ने मगलवार को लीलना -जन्दुओं की ढाणी का दोरा किया तो स्थानीय ग्रामीणों ने हल्का विरोध भी किया इस दल के साथ प्रशाशन के अधिकारी भी मोजूद है बुधवार को बायतु इलाके के दर्जनों ग्रामीणों ने रिफानरी लगाने के लिए इस दल और भूमि अवाप्त का विरोध करते हुए जिला कलक्टर को मागपत्र सोपा है

बाड़मेर जिला कलेक्टर भानु प्रकाश अतरु के अनुसार भू-वैज्ञानिक का दल बाड़मेर आया है यह दल लीलना -जन्दुओं की ढाणी में मिटटी परीक्षण कर अपनी रिपोट HPCL को सोपेगा इससे पहले भी करीब तीन साल पहले त्रिपाठी कमेठी और इंडियन इंजीनियर की टीम ने दोरा कर अपनी रिपोट सरकार को सोपी थी जिसमे यह कहा गया थी कि यह जगह रिफानरी के लगने के लिए उचित जगह है और रिफानरी यह पर लगे जा सकती है उसके बाद ही सरकार ने रिफानरी को लेकर गंभीर हो गयी थी
दरसल कांग्रेस यह चाहती ही कि जल्द से जल्द रेगिस्तान में रिफानरी लगने कि घोषणा हो जाए ताकि आने वाले विधानसभी और लोक सभा चुनावो में कांग्रे
स को इसका फायदा मिले  

छात्र संघ शपथ समारोह में हंगामा

छात्र संघ शपथ समारोह में हंगामा 

बालोतरा के एम् बी आर छात्र महाविधालय के छात्र संघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह के दौरान जम कर हंगामा हुआ इस दौरान मंच पूरी तरह से राजनेतिक अखाड़े में तब्दील हो गया और दोनों और से जम कर आरोप प्रत्यारोप लगाये गए !विधायक मदन प्रजापत के संबोधन के समय कुछ एबीवीपी कार्यकर्ताओ ने विधायक से माईक छिनने का प्रयास किया जिसको लेकर एन एस यु आई व् एबीवीपी के कार्यकर्त्ता व् छात्र आमने सामने हो गए !वहा मौजूद पुलिस ने बिच बचाव कर मामले को शांत किया !समारोह में सांसद हरीश चौधरी ,नगरपालिका अध्यक्ष सहित कई गणमान्य लोग भी उपस्थित थे घटना क्रम की शुरुआत तब हुयी जब विधायक मदन प्रजापत ने अपने से पहले वक्ता एबीवीपी के छात्र नेता जोगेंद्र राजपुरोहित के भाषण में कही गयी बातो का जिक्र करते हुए उनपर निशाना साधा तो उनके समर्थक कार्यकर्त्ता भड़क उठे और मंच पर चढ़ गए और उनसे माईक छिनने का प्रयास किया गुस्साए विधायक ने तो पुरे घटना क्रम के लिए कोलेज प्रशासन व् बाहरी असामाजिक तत्वों को दोषी ठहराया वही एबीवीपी ने पहले से कोलेज की समस्यायों को लेकर इस आयोजन के दौरान विरोध प्रदर्शन की बात को लेकर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था और पूरी स्थिति को काबू में में किया वही इस हंगामे से पूर्व सांसद हरीश चौधरी ने कोलेज की समस्याओ को लेकर छात्रों को उनके समाधान का आश्वाशन दिया !

'एचआईवी से बचा सकता है गाय का दूध'

'एचआईवी से बचा सकता है गाय का दूध'

मेलबर्न।। गाय का दूध अब एचआईवी को दूर भगाएगा। जी, हां यह सच है। ऑस्ट्रेलिया में हुए एक रिसर्च से इस बात का खुलासा हुआ है। इसमें दावा किया गया है कि गाय के दूध को आसानी से एक ऐसी क्रीम में बदला जा सकता है जो इंसान को एचआईवी से बचा सकता है।

मेलबर्न यूनिवर्सिटी के चीफ साइंटिस्ट मेरिट क्रेमस्की ने रिसर्च के दौरान पाया कि जब प्रेगनेंट गाय को एचआईवी प्रोटीन का इंजेक्शन दिया गया, तो उसने हाई लेवल की रोग प्रतिरोधक क्षमता वाला दूध दिया जो नवजात बछड़े को बीमारी से बचाता है। गाय द्वारा बछड़े को जन्म दिए जाने के बाद पहली बार दिए गए दूध को 'कॉलोस्ट्रम' कहा गया।

हेराल्ड सन की रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिकों की योजना इस दूध को क्रीम में बदलने से पहले उसके प्रभाव और सुरक्षा का टेस्ट करना है। यह क्रीम पुरुषों से यौन संबंध बनाने के दौरान वायरस से बचा सकती है। प्रभावित सेल्स को दूध के साथ मिलाने के बाद वैज्ञानिक इस वायरस को फैलने से रोकने में सफल रहे थे।

क्रेमस्की ने बताया कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का यह सबसे सस्ता और आसान रास्ता है। उन्होंने कहा कि कॉन्डम सस्ते और आसान उपाय हैं लेकिन जहां हर साल लाखों लोग इस बीमारी से प्रभावित हो रहे हैं, वहां ये विकल्प नहीं हो सकते। खासकर, साउथ अमेरिका और अफ्रीका में, जहां औरतों को सेक्स के दौरान यह कहने की आजादी नहीं है कि हमें कॉन्डम का यूज करना चाहिए।क्रेमस्की ने कहा, 'ऐसे में यह दूध एचआईवी को रोकने का सबसे सस्ता और आसान उपाय हो सकता है। अगर आप दवाईयों का यूज करते हैं तो यह सच में महंगी होती हैं।'

चिल्लर टाइप हैं मुझ पर लगे आरोप, राजनीति चमका रहे हैं केजरीवालः गडकरी

चिल्लर टाइप हैं मुझ पर लगे आरोप, राजनीति चमका रहे हैं केजरीवालः गडकरी 

नई दिल्‍ली। अब तक कांग्रेस के केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा पर आरोप लगाने वाले अरविंद केजरीवाल ने अब भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी पर किसानों की जमीन हड़पने के आरोप लगाए हैं। वहीं स्वयं पर लगे आरोपों पर सफाई पश करते हुए गडकरी ने कहा है कि उन्होंने जमीन हड़पी नहीं है बल्कि जमीन उन्हें लीज पर मिली है।



स्वयं पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए नितिन गडकरी ने कहा, 'मैंने कोई भी गैर कानूनी काम नहीं किया है। हम पर लगाए गए आरोप भाजपा को बदनाम करने की साजिश है। मैं लगातार महाराष्ट्र के किसानों के हितों के लिए काम करता रहा हूं। हमारे समूह का उद्देश्य किसानों की उपज को बढ़ाना है। जिस सिंचाई घोटाले की बात यह लोग कर रहे हैं उसका पर्दाफाश भाजपा ने ही किया है। अरविंद केजरीवाल ने अपनी पार्टी को चमकाने के लिएयह घटिया आरोप लगाए हैं। मैंने कम से कम दस हजार ग्रामीण युवाओं को सीधे फायदा पहुंचाया है। मैं जो कर रहा हूं वो मेरा व्यवसाय नहीं है बल्कि यह मेरे जीवन का मिशन है।'



गडकरी ने आगे कहा, ''किसान कर्ज मुक्त हों और उनका जीवन बेहतर बने इसके लिए हम को-आपरेटिव काम करते हैं। लेकिन को-आपरेटिव सेक्टर में राजनीतिक हस्तक्षेप होता है इसलिए हमने प्राइवेट लिमिटेड मॉडल पर यही काम किया। जमीन पूर्ति समूह की एनजीओ को मिली है। सरकार ने यह जमीन अधिग्रहित की थी। जमीन बेकार पड़ी थी। यह जमीन हमें लीज पर मिली है और हम यहां से गन्ने की दस लाख पौध तैयार करते हैं और फिर उसे किसानों को दे देते हैं। सरकार ने अनेक स्थानों पर ऐसी जमीनें चैरिटेबल संस्थाओं को दी हैं।'





गडकरी न आगे कहा, 'मुझ पर लगे आरोप बहुत चिल्लड़ हैं। अरविंद केजरीवाल के आरोप विपक्ष का स्थान हथियाने की साजिश है। कांग्रेस के खिलाफ माहौल बना है, इसका फायदा भाजपा को न हो इसलिए कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर यह षडयंत्र रचा है। मैं किसी भी प्रकार की जांच के लिए हमेशा तैयार हूं।'



सुषमा स्वराज ने कहा, 'पिछले कई दिनों से मीडिया में यह माहौल बनाया जा रहा था कि भाजपा के खिलाफ बहुत जल्द ही भ्रष्टाचार का बड़ा खुलासा किया जाएगा। पहले यह खुलासा 10 तारीख को होने था। और अंततः आज यह खुलासा हो ही गया। मीडिया ने कहा- किस पर पड़ेगा 'केजरीबम'। मीडिया ने माहौल को सनसनीखेज बनाया लेकिन प्रेस कांफ्रेंस के बाद मीडिया को निराशा ही हाथ लगी। हम बहुत प्रसन्न है क्योंकि हमे मालूम है कि वो कितना भी कोशिश कर ले लेकिन कुछ निकाल नहीं पाएंगे। लेकिन बहुत ज्यादा प्रयत्न करने के बाद भी वो भाजपा अध्यक्ष पर एक भी आरोप नहीं लगा सके। अपनी प्रेस कांफ्रेंस के मंच को उन्होंने राजनीतिक मंच में बदल दिया। देश की हर पार्टी पर उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप लगा दिए। सिर्फ उन्होंने अपने लिए वोट नहीं माना वर्ना यह प्रेस कांफ्रेंस एक चुनावी रैली होती।'



गड़करी पर किसानों की जमीन हड़पने के आरोपों पर सफाई देते हुए सुषमा स्वराज ने कहा, 'पूरी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने अपने आरोपों को अंजलि दमानिया के उस झूठे बयान पर केंद्रित करने की कोशिश की जिसमें गडकरी ने कहा था- 'हम चार काम उनके करते हैं और वो चार काम हमारे।' लेकिन वो बहुत कोशिश करके भी तीन आरोप ही लगा सके। नितिन गडकरी पर जमीन हड़पने का आरोप लगाया गया लेकिन यह जमीन गडकरी को नहीं बल्कि उनकी ट्रस्ट को मिली है। पूर्ति स्मृधि सिंचन कल्याणकारी समीति वहां गन्ने का पौध उगाते हैं और फिर उसे विदर्भ के किसानों को दान में देते हैं। वो पौध विदर्भ में 13 रूपये का मिलता है जिसे गडकरी 5 रूपये की सब्सिडी पर देते हैं। उन्होंने नितिन गडकरी के पावर प्लांट पर किसानों की सिंचाई पीने का आरोप लगाया लेकिन सच्चाई यह है कि गडकरी के पावर प्लांट को एक प्रतिशत से भी कम पानी मिलता हैं। हमारी पार्टी का पूरा नेतृत्व और कैडर नितिन जी के पीछे हैं। इस प्रेस कांफ्रेंस से आईएसी की विश्वसनियता पर सवाल खड़े हुए है। अनर्गल आरोप लगाने की कोशिश करने वाली यह प्रेस कांफ्रेंस फ्लॉप साबित हुई है।' सुषमा स्वराज ने यह भी साफ किया कि इन आरोपों के बाद बीजेपी आईएसी के खिलाफ मानहानि का कोई मामला दर्ज नहीं करेगी बल्कि राजनीतिक लड़ाई लड़ेगी।



वहीं अरुण जेटली ने कहा- 'आज की प्रैस काफ्रेंस भाजपा और कांग्रेस के नैतिक स्तर को को बराबर करने की एक नाकाम कोशिश थी। उनका प्रमुख उद्देश्य कांग्रेस और भाजपा को एक बराबर खड़ा करना था। लेकिन अब कुरेदने से भी हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष पर कोई आरोप साबित नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने बिना राई के ही पहाड़ खड़ा करने की कोशिश की।'



जेटली ने आगे कहा- सिविल सोसायटियों की समाज को जरूरत होती है लेकिन इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने ऐसी संस्थाओं की ही विश्वसनियता समाप्त कर दी है। उन्होंने आज अपने पैर पर ही कुल्हाड़ी मार ली है।



कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने केजरीवाल द्वारा नितिन गडकरी पर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा-'आज संगीन इल्जाम भाजपा और भाजपा के अध्यक्ष नितिन गडकरी पर लगाए गए हैं। जब हम पर इल्जाम लगाए गए तब भाजपा जश्न मनाती थी और बिना सच को देखे-परखे उनकी आवाज में आवाज मिलाती थी। आज जब उन पर यह इल्जाम लगाए जा रहे हैं तब भाजपा की जिम्मेदारी यह बनती है कि वो देश को सच बताए। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता बिना सही-गलत को जाने सभी इल्जामों को सच मान लेते थे, अब हम पहला मौका भारतीय जनता पार्टी को देते हैं कि वो इन पर सफाई देश को दे।'



वहीं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अरविंद केजरीवाल की तीखी आलोचना की। अरविंद केजरीवाल के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा- 'यह निष्कासित व्यक्ति है, अन्ना जी ने ठोक-ठका के इसे बाहर निकाल दिया है, यह खुद अन्ना के साथ घोटाला कर चुका है। इस देश में नेता बनने की बीमारी है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि गाली देकर नेता बनों। तुम्हें कौन जानता है, किसने तुम्हें चुना है। देश के नेताओं को अब इसे जेल में ठुंसवा देना चाहिए।'



इससे पहले बुधवार शाम पांच बजे दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में मीडिया से बात करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी इस देश की विपक्षी पार्टी है या फिर उसकी सत्ताधारी पार्टियों के साथ राज्यों में और केंद्र में सांठगांठ हैं। नितिन गडकरी किसके हितों का प्रधिनित्व करते हैं। गडकरी का बहुत बड़ा व्यावसायिक साम्राज्य है। क्या उनके व्यापारिक हित विदर्भ के किसानों के हितों के विरोध में हैं। क्या महाराष्ट्र के अंदर गडकरी के व्यापार किसानों की कीमत पर हो रहे हैं। क्या विदर्भ में किसानों की आत्महत्या की वजह नितिन गडकरी के व्यवसाय हैं। 70 हजार करोड़ रुपये खर्च हो गए लेकिन किसानों का कोई फायदा नहीं हआ। महाराष्ट्र हाईकोर्ट में पीआईएल भी फाइल की गई लेकिन कुछ नहीं हुआ।'



अरविंद ने कहा-'हमारी आरटीआई कार्यकर्ता अंजलि दमानिया द्वारा इकट्ठा किए गए दस्तावेजों से पता चलता है कि महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या के लिए नितिन गडकरी के व्यापारिक हित जिम्मेदार हैं। महाराष्ट्र सरकार नितिन गडकरी के हितों का ध्यान रख रही है।'



अरविंद ने कहा कि किसानों से बांध के लिए अधिग्रहित की गई करीब 100 एकड़ जमीन महाराष्ट्र सरकार ने नितिन गडकरी को गैरकानूनी रूप से दे दी। अरविंद ने यह भी कहा कि यह जमीन किसानों ने सरकार से वापस मांगी थी लेकिन किसानों को जमीन देने के बजाए जमीन नितिन गडकरी को दे दी गई। अरविंद केजरीवाल ने नितिन गडकरी पर किसानों की जमीन पर कब्जा करने का भी आरोप लगाया। जिस वक्त यह सब हुआ उस वक्त अजित पंवार महाराष्ट्र के सिंचाई मंत्री थे।



अरविंद ने यह भी कहा कि किसानों की जमीन की सिंचाई के लिए बनाए गए बांध का सारा पानी नितिन गडकरी की कंपनियों को दिया जा रहा है।



अरविंद ने कहा कि महाराष्ट्र में 71 पॉवर प्लांट प्रस्तावित हैं। यदि यह पॉवर प्लांट बने तो फिर किसानों को पानी नसीब नहीं हो पाएगा। महाराष्ट्र में एक चलन यह बन गया है कि एक ओर बांध बनता है और दूसरी ओर नेताओं की कंपनियां खड़ी हो जाती हैं।



अरविंद केजरीवाल ने नितिन गडकरी से सीधा सवाल करते हुए कहा कि गडकरी बताएं कि वो एक व्यापारी हैं या फिर राजनेता हैं?



अरविंद केजरीवाल ने सभी पार्टियों के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा, 'हरियाणा में वाड्रा किसानों की जमीन लूट रहे हैं तो महाराष्ट्र में नितिन गडकरी किसानों की जीम हड़प रहे हैं। दोनों पार्टियों के चोटी के नेता देश के किसानों की जमीन लूटने में लगे हुए हैं। दुख की बात यह है कि जब हमने वाड्रा के बारे में खुलासा किया था तब शरद यादव उनके बचाव में सामने आ गए थे। शरद जी एनडीए के संयोजक हैं। अखिलेश यादव ने भी उनका बचाव किया। हमे पता था कि वाड्रा गांधी परिवार के दामाद है लेकिन जिस तरह शरद यादव और अखिलेश यादव उनके बचाव में आए इससे साबित होता है कि रॉबर्ट वाड्रा सभी के दामाद है। सुषमा स्वरजा, अरुण जेटली, रॉबर्ट वाड्रा, मायावती, अखिलेश यादव, सोनिया गांधी, कपिल सिब्बल सभी एक ही परिवार से जुड़े हैं। सरकार किसी की भी हो ठेके सबकी कंपनियों को मिलते हैं, पॉवर प्लांट सभी के लगते हैं।'



अरविंद ने आगे कहा- हम जानते हैं कि इस मामले में भी सरकार कोई जांच नहीं करवाएगी। लेकिन हम देश की जनता के सामने इन लोगों का सच लाना चाहते हैं। देश को लोग डरे हुए हैं और हम यह खुलासे करके देश के लोगों को व्यवस्था परिवर्तन के खिलाफ तैयार करना चाहते हैं। हम भाजपा या सरकार से कोई मांग नहीं कर रहे हैं। हम सिर्फ देश के लोगों से मांग कर रहे हैं कि जागृत हो जाएं और अपने हितों के लिए लड़े।



वहीं अन्ना हजारे की एक सहयोगी ने अरविंद केजरीवाल की प्रेस कांफ्रेंस से पहले अंजलि दमानिया को ही सवालों के घेरे में खड़ा किया। कुछ अन्ना समर्थकों ने अरविंद केजरीवाल की प्रेस कांफ्रेंस में हंगामा भी किया।

एनयूआईसीसी का राष्ट्रीय मुख्यालय जयपुर में

एनयूआईसीसी का राष्ट्रीय मुख्यालय जयपुर में

जयपुर। नेशनल यूएस इण्डिया चैम्बर ऑफ कॉमर्स(एनयूआईसीसी) शीघ्र ही अपना मुख्यालय भारत में खोलने जा रहा है,यह जयपुर में होगा। एनयूआईसीसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ)और ओबामा प्रशासन,संयुक्त राज्य अमरीका के कॉमर्स विभाग की राष्ट्रीय सलाहकार,पूर्णिमा वोरिया ने बुधवार को बताया कि अगले साल जनवरी से एनयूआईसीसी का भारतीय कार्यालय काम करना शुरू कर देगा।

अपूर्व कुमार होंगे भारत प्रमुख

पूर्णिमा वोरिया ने जयपुर में मुख्यालय की स्थापना के साथ ही होटल क्लार्क्स समूह के प्रबंध निदेशक अपूर्व कुमार को भारत प्रमुख चुने जाने की घोषणा की। पूर्णिमा के अनुसार कुमार को आतिथ्य क्षेत्र में तीन दशक से अधिक समय का अनुभव प्राप्त है एवं व्यापार जगत में नामी हस्ती है। एनयूआईसीसी के राष्ट्रीय प्रमुख के नाते देश के व्यापार को दूनिया भर में प्रोत्साहन देने में सहायक होंगे। एनयूआईसीसी के निदेशक मंडल की ओर से अपूर्व का चयन किया गया है।

उल्लेखनीय यह है कि चेंबर का भारतीय कार्यालय कारोबारी हितों को प्रमुखता देते हुए व्यापारिक समुदायों के हितों को सुनिश्चित करने के प्रयासों के साथ सफलतापूर्वक व्यापारिक सौदौं के लिए मंच प्रदान करेगा। यह राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक प्रभाव लिए हुए होगा। कुमार ने कहा कि एनयूआईसीसी का यह निर्णय निश्चित रूप से कारोबार एवं उद्योगों को बढ़ावा देगा। वाणिज्य सचिव द्वारा एनयूआईसीसी को यूनाईटेड स्टेटस् गर्वमेन्ट के वाणिज्य विभाग के सलाहकार के रूप में नियुक्त है।


पीएमओ और उद्योग मंत्री ने की प्रशंसा

प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी एनयूआईसीसी के भारत-अमरीका संबंधों को मजबूत बनाने के प्रयासों की सराहना की है। साथ ही साथ राजस्थान सरकार,औद्योगिक और व्यापार संस्थाओं के प्रमुखों ने भी एनयूआईसीसी के जयपुर में कार्यालय खोलने के निर्णय का स्वागत किया है। राजस्थान के उद्योग मंत्री राजेंद्र पारीक ने कहा है कि यह सर्व विदित है कि राजस्थान के औद्योगिक दिग्गजों के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि अप्रेल - दिसम्बर 2010-11 में इण्डिया और यूएस के बीच द्विपक्षीय व्यापार 30 बिलियन यूएस डॉलर से अधिक था। उन्होंने विश्वास जताया कि एनयूआईसीसी राज्य में औद्योगीकरण को बढ़ावा देगा।

इंस्पेक्टर रत्ना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट

इंस्पेक्टर रत्ना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट
जयपुर। विशेषाधिकार हनन के प्रकरण में महिला पुलिस इंस्पेक्टर रत्ना गुप्ता को विधानसभा की विशेषाधिकार समिति ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया। विधानसभा में बुधवार को सर्वदलीय बैठक में जारी यह वारंट ज्योतिनगर थाना इंचार्ज को बुलाकर दिया गया। समिति के आदेशानुसार रत्ना गुप्ता को गुरूवार को 11 बजे तक समिति के समक्ष पेश होना है।

विशेषाधिकार समिति के सभापति सुरेन्द्र जाडावत के अनुसार इंस्पेक्टर को जारी आदेश डीजीपी को भिजवाया गया है। इससे पूर्व भी इंस्पेक्टर को कई बार नोटिस दिए गए लेकिन वह समिति के समक्ष पेश नहीं हुई और आखिरकार गिरफ्तारी वारंट जारी करना पड़ा।

उल्लेखनीय है कि इस मामले में रत्ना गुप्ता की याचिका पर हाईकोर्ट ने विशेषाधिकार समिति के सभापति और विधानसभा सचिव के खिलाफ कारण बताओं नोटिस दिया हुआ है। हालांकि विधानसभा ने इस मामले में क्षेत्राधिकार के बाहर बताते हुए जवाब देने से इनकार कर दिया था।

पूर्व में निरस्त हो चुके हैं नोटिस

उल्लेखनीय है कि पिछली विधानसभा में बहस के दौरान न्यायपालिका के कामकाज पर सवाल उठाने पर हाईकोर्ट ने 6 विधायकों को नोटिस जारी किए थे। इनमें सी.पी.जोशी,नाथूसिंह गुर्जर,माहिर आजाद,दुर्गाप्रसाद अग्रवाल शामिल हैं। तत्कालीन स्पीकर सुमित्रा सिंह के स्तर पर जवाब नहीं देने के निर्णय के बाद हाईकोर्ट ने नोटिस निरस्त कर दिए।

नहीं करें हस्तक्षेप

पीसीसी अध्यक्ष चंद्रभान का इस मामले में कहना है कि न्यायपालिका और विधायिका को एक दूसरे के काम में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी का मानना है कि संविधान के सभी अंग अपनी सीमाओं का ध्यान रखेंगे तो टकराव के हालात नहीं बनेंगे।

अब गडकरी पर फटा "केजरीवाल बम"

अब गडकरी पर फटा "केजरीवाल बम"

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के बाद केजरीवाल ने बुधवार को भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी की पोल खोली है। केजरीवाल ने कहा कि विदर्भ के किसानों की लाश पर गडकरी का बिजनस फला फूला है।

बांध की जमीन हथियाई

नागपुर के खुर्सापुर गांव में 1997 में बांध बना। इस बांध के लिए किसानों की जरूरत से ज्यादा जमीन अधिग्रहीत की गई। बांध बनने के बाद भी 36.5 एकड जमीन बच गई। यह जमीन नियमानुसार वापस लौटाई जानी थी। किसानों ने खाली बची जमीन वापस मांगी लेकिन सरकार ने जमीन किसानों को वापस नहीं लौटाई। यह जमीन गडकरी की संस्थाओं को मिली। सिंचाई विभाग की जमीन किसी निजी कंपनी को नहीं दी जा सकती। लेकिन 37 हेक्टेयर जमीन गडकरी और 11 हेक्टेयर जमीन जेम्स ऑफ इंडिया कंपनी को यह जमीन दे दी गई। जमीन के लिए गडकरी नले अजीत पवार को चिट्ठी लिखी थी। सरकार से ली गई 37 हेक्टेयर जमीन पर गडकरी फिलहाल खेती करवा रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि महज चार दिन में जमीन देने की कवायद पूरी हो गई।

बिजनसमैन या राजनेता
केजरीवाल ने सवाल उठाया कि गडकरी राजनेता है या बिजनसमैन? केजरीवाल ने नितीन गडकरी और शरद पवार के बीच मिलीभगत का आरोप लगाया और कहा कि इन दोनों ने किसानों के नाम पर कमाई की है। केजरीवाल ने कहा कि गडकरी के पांच पावर प्लांट और तीन चीनी मिलें हैं। गडकरी ने न केवल किसानों की जमीन हथियाई बल्कि उनका पानी भी हड़प लिया। केजरीवाल ने कहा कि गडकरी की सरकार से सैंटिंग है। केरीवाल ने कहा कि महाराष्ट्र में 71 बांध बने,ये सब बांध नेताओं के लिए ही फायदेमंद हुए। बांध से सिंचाई के लिए नहरें बननी थी पर नहीं बनी। किसानों को पानी नहीं मिला। इन बांधों का पानी गडकरी के पावर प्लांटों को मिल रहा है। उधर, किसानों के घर तक जो पानी पहुंचता है वह पीने लायक नहीं होता।

देश को लूटने में लगे

केजरीवाल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि लगता है सारे नेता एक ही परिवार के हैं, मिलकर देश को लूट रहे हैं। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि गडकरी को जमीन दिलाने में अजीत पवार का हाथ रहा है। पूरे महाराष्ट में यह कहानी दोहराई जा रही है। गडकरी का बिजनस बचाने के लिए भाजपा सिंचाई घोटाले में चुप्पी साधे रही। गडकरी ने भी अपना बिजनस बढ़ाने के लिए भाजपा का इस्तेमाल किया। वाड्रा पर आरोप लगते हैं तो शरद पवार बचाव में उतर आते हैं। गडकरी सिर्फ दिखावे के लिए कांग्रेस का विरोध करते हैं। जबकि सत्ताधारी पार्टी के साथ इनकी मिलीभगत रहती है। सारे नेता एक दूसरे से मिले हुए हैं। केजरीवाल ने यह भी कहा कि पार्टियों में कुछ अच्छे और ईमानदार कार्यकर्ता भी है पर बेईमान नेता उनकों आगे नहीं बढ़ने देते। ऎसे कार्यकर्ताओं से केजरीवाल ने बगावत करने का आह्वान किया।

गडकरी बोले,आरोप बेबुनियाद

उधर, गडकरी ने केजरीवाल के कई आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। गडकरी ने कहा कि जिस जमीन की बात केजरीवाल कर रहे हैं वह लीज पर ली गई है उस पर मेरा कोई हक नहीं। ऎसी जमीन कई चेरिटेबल संस्थाओं को मिली हुई है। जिस किसान द्वारा जमीन की मांग की बात केजरीवाल ने कही है उस बारे में बता दूं कि वह अब भी अपनी जमीन जोत रहा है। उसकी जमीन किसी ने नहीं ली।

गडकरी ने चुटकी लेते हुए कहा कि केजरीवाल बार बार मुझे सांसद कहकर संबोधित कर रहे थे, उन्हें यह भी नहीं मालूम कि मैं सांसद हूं या विधायक। मैं किसानों के कल्याण के लिए काम करता रहा हूं। केजरीवाल ने मुझे बिल्डर भी कहा, बता दूं कि मैने नो लॉस नो प्रोफिट की तर्ज पर बेघर असंगठित कामगारों को मकान बना कर दिए। मेरे पावर प्लांट होने की बात भी कही जा रही है। जबकि सच यह है कि पावर प्लांट शुगर फैक्ट्री का पार्ट है, अलग से मेरे पास ऎसे कोई प्लांट नहीं।

महाराष्ट्र में सिंचाई घोटाले पर चुप रहने के केजरीवाल के सवाल पर गडकरी ने कहा कि मैं महाराष्ट्र से हूं पर राष्ट्रीय पार्टी का अध्यक्ष भी हूं। राज्य स्तर पर अगर कोई मामला होता है तो उस पर टिप्पणी करने के लिए स्थानीय लेवल पर प्रवक्ता होते हैं। महाराष्ट्र के मामले में वहां पार्टी के प्रवक्ता ने बयान दे दिया है। आखिर में गडकरी ने इस तरह की कवायद को कांग्रेस पर विपक्ष के वोट बांटने की चाल करार दिया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए मुझ पर आरोप लगाए गए। मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं।

रेगिस्तान में मलेरिया का कहर..हालात बेकाबू


रेगिस्तान में मलेरिया का कहर..हालात बेकाबू 

बाड़मेर जोधपुर संभाग में सबसे ज्यादा मलेरिया प्रभावित क्षेत्र थार है जहां लगातार मलेरिया के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। संभाग में मलेरिया के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो आधे तो सिर्फ बाड़मेर के ही हैं। हर गांव में मलेरिया का प्रकोप इन दिनों फैल रहा है। बारिश के बाद अब रेगिस्तान में मलेरिया बीमारी का कहर बढ़ गया है मलेरिया के अरोगियो के बढ़ने के साथ है बोर्डर पर स्वास्थय कन्द्रो की वव्स्थाओ की पोल खुल गयी हैहालात इतने खराब है कि एक बेड पर कई लोगो को एक साथ ड्रिप चढ़ रही है जिससे अब इन मरीजो को यह खतरा सता रहा है कि इन बदहाल अस्पतालों से इनको कोई और नई बीमारी न हो जाए पेश एक खाश रिपोट
 
रेगिस्तान में बारिश के बाद अब बोर्डर के गावो में मलेरिया का भंयकर प्रकोप है हालात इअटने बिगड़ गए है कि बॉर्डर में रहने वाले लोगो मलेरिया का इलाज करने के लिए अपने सामुदायिक केंद्र पर आना पड़ रहा है अब जो आपके तस्वीरे बताने जा रहे है उससे देख कर आप चोक जाएगे मलेरिया इतना प्रोकोप बढ़ गया है कि सामुदायिक केंद्र पर बेड कम पड़ गए और इससे पहले आपने अस्पतालों में देखा होगा कि एक बेड पर एक ही मरीज को सुलाया जाता है लेकिन बाड़मेर जिले के बॉर्डर इलाके की चोह्टन सामुदायिक केंद्र पर एक बेड पर एक नहीं दो लोगो को साथ ड्रिप चढाई जा रही है क्योकि यह पर मरीजो के लिए बेड कम पड़ गए है यह नहीं हम आपको एक चोकने वाली तस्वीर बताता है जब यह बेड कम पड़ गए तो अस्पताल प्रशाशन ने मरीजो को किसी तरह गेलेरी में सुला कर दिर्प लगा दी आप खुद गोर से देखिये यह नहीं हम आपको एक और हेरान करने वाली तस्वीर बताते है जिसे देख कर आप चो जाओगे मरीज को मलेरिया का इंजेक्सन लगा था तो गेट पर ही लिटा कर इन्जेसन लग दिया यह सब तस्वीर हेरान करने वाली है अब आप खुद इस बात से इन्दाजा लगा सकते है कि इन इलाके में मलेरिया का प्रकोप कितना भयंकर है चोह्टन कसबे के पास ही रहने वाले एक बच्चे से हमने बात कि तो उसका कहना है कि मुझे बुखार आ गया है में तिन दिन से गाव में नर्स से इलाज करवाया तो सही नहीं हुआ तो यह आकर पता लगा कि मुझे मलेरिया है तब मुझे डॉक्टरो ने सलाह दी कि तीन दिन तक गुल्कोज चढाने पड़ेगे तो मुझे किसी और के साथ बेड पर सुला कर गुल्कोज चढ्या है अब मुझे इस बात का दर सता रहा है कि मलेरिया तो इस ड्रिप से सही हो जाएगा लेकिन मेरे पास जिससे ड्रिप चढ़ रही है उससे कोई और बीमारी है तो उसकी बीमारी मुझे न हो जाए इस बात का मुझे भयंकर डर सता रहा है
 
इस अस्पताल में तीस बेड है और इस इलाके के आस -आपस करीब सो ज्यादा गाव है इन इलाके में इस बार जमकर बारिश हुई जिसके चलते यह मच्छर जायदा हो गए है इसी करान मलेरिया बड़ा गया है जेसा कि आप खुद फुटेज में देख सकते किसी तरह महिला के वार्ड में भी एक बेड पर दो महिलाओ को सुला कर ड्रिप लगी जा रही है मरीजो कि मने तो इस तरह एक बेड पर दो लोगो को एक साथ ड्रिप चढाने कई स्र्कार्मक बीमारिया हो सकती है लेकिन हमरी बात कोई नहीं सुनता है इस अस्पताल में न तो पूरा स्टाफ है अब हालात इअटने बिगड़ गए है कि एक ड्रिप चढ़ने के लिए कई घंटो का इन्जार कारन पड़ रहा है हमारा इलाके में मलेरिया का भयंकर प्रकोप है



इस पुरे मामले पर जब हमने यह सामुदायिक केंद्र के चिकित्सा प्रभारी अधिकारी शम्भुराम गढ़ावीर से बात की तो उनका खाना है की अभी मलेरिया का प्रकोप भयंकर है इस कारण से मरीजो की संख्या बढ़ गयी है बेड की कमी है इसलिए हम एक बेड पर दो मरीजो को सुला रहे है डॉक्टरो की भी कमी है



तस्वीरे देख कर आप खुद अंदाजा लगा सकते हो कि रेगिस्तान के बॉर्डर के इलाके में मलेरिया का कहर किस तरह बरप रहा है सरकार हेल्थ के नाम पर करोड़ रूपए फुक रही लेकिन इन इलाके केंद्र के क्या हाल है यह सरकार की पोल खोल देते है यह आने वाले हर मरीज को यह डर सता रहा है कि उससे पास में सो रहे मरीज की कोई और बीमारी न हो जाए

पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने किया ग्राम्यांचलों का दौरा


पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने किया ग्राम्यांचलों का दौरा

जैसलमेर, 17 अक्टूबर/पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने कहा है कि राज्य सरकार ग्रामीण विकास के लिए बहुआयामी प्रयासों के साथ संकल्पित है और इसके लिए ढेरों योजनाओं, परियोजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से बेहतर गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को इन सभी गतिविधियों की जानकारी पाने के साथ ही अपने लिए उपयोगी योजनाओं का लाभ लेने के लिए पूरी जागरुकता के साथ आगे आना होगा।

पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने बुधवार को जैसलमेर जिले के थाट, केलावा, रामदेवरा आदि स्थानों पर ग्रामीणों से चर्चा करते हुए यह आह्वान किया।

इस दौरान साँकड़ा पंचायत समिति के प्रधान वहीदुल्ला मेहर, जिला परिषद सदस्य हाजी रसीद, पंचायत समिति सदस्य जुगताराम, समाजसेवी रमेश माली, नितेश छंगाणी आदि कई सामाजिक कार्यकर्ता और ग्राम्य प्रतिनिधिगण उनके साथ थे।

पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने इन क्षेत्रों में ग्रामीण विकास व निर्माण गतिविधियों, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के कामों तथा क्षेत्रीय विकास कार्यों की जानकारी ली और ग्रामीणों से चर्चा करते हुए पानी एवं बिजली, लोक स्वास्थ्य आदि के बारे में चर्चा की।

उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि गांवों में बुनियादी सुख-सुविधाओं की उपलब्धता के साथ ही ग्राम्य समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए सरकार एवं जिला प्रशासन तथा स्थानीय प्रशासन पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्य कर रहा है।

उन्होंने कहा कि ग्रामीणों का फर्ज है कि जहां कहीं किसी भी प्रकार की कोई समस्या सामने आए, इसके बारे में ग्राम पंचायत तथा क्षेत्र के राज्यकर्मियों एवं अधिकारियों को बताएं ताकि इन समस्याओं का समय पर समाधान हो सके।

पोकरण विधायक ने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं को गिनाया तथा जैसलमेर जिले में इनसे संबंधित उपलब्धियों के बारे में आंकड़ों के साथ जानकारी दी और बताया कि मरुस्थलीय इलाकों की समस्याओं का समाधान तथा इनका दूरदर्शितापूर्ण विकास राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में है और इसके लिए सरकार पूरे मन से हरसंभव प्रयास कर रही है। इन प्रयासों का परिणाम भी परिवेश में दिखाई दे रहा है।