बुधवार, 17 अक्तूबर 2012

रेगिस्तान में मलेरिया का कहर..हालात बेकाबू


रेगिस्तान में मलेरिया का कहर..हालात बेकाबू 

बाड़मेर जोधपुर संभाग में सबसे ज्यादा मलेरिया प्रभावित क्षेत्र थार है जहां लगातार मलेरिया के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। संभाग में मलेरिया के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो आधे तो सिर्फ बाड़मेर के ही हैं। हर गांव में मलेरिया का प्रकोप इन दिनों फैल रहा है। बारिश के बाद अब रेगिस्तान में मलेरिया बीमारी का कहर बढ़ गया है मलेरिया के अरोगियो के बढ़ने के साथ है बोर्डर पर स्वास्थय कन्द्रो की वव्स्थाओ की पोल खुल गयी हैहालात इतने खराब है कि एक बेड पर कई लोगो को एक साथ ड्रिप चढ़ रही है जिससे अब इन मरीजो को यह खतरा सता रहा है कि इन बदहाल अस्पतालों से इनको कोई और नई बीमारी न हो जाए पेश एक खाश रिपोट
 
रेगिस्तान में बारिश के बाद अब बोर्डर के गावो में मलेरिया का भंयकर प्रकोप है हालात इअटने बिगड़ गए है कि बॉर्डर में रहने वाले लोगो मलेरिया का इलाज करने के लिए अपने सामुदायिक केंद्र पर आना पड़ रहा है अब जो आपके तस्वीरे बताने जा रहे है उससे देख कर आप चोक जाएगे मलेरिया इतना प्रोकोप बढ़ गया है कि सामुदायिक केंद्र पर बेड कम पड़ गए और इससे पहले आपने अस्पतालों में देखा होगा कि एक बेड पर एक ही मरीज को सुलाया जाता है लेकिन बाड़मेर जिले के बॉर्डर इलाके की चोह्टन सामुदायिक केंद्र पर एक बेड पर एक नहीं दो लोगो को साथ ड्रिप चढाई जा रही है क्योकि यह पर मरीजो के लिए बेड कम पड़ गए है यह नहीं हम आपको एक चोकने वाली तस्वीर बताता है जब यह बेड कम पड़ गए तो अस्पताल प्रशाशन ने मरीजो को किसी तरह गेलेरी में सुला कर दिर्प लगा दी आप खुद गोर से देखिये यह नहीं हम आपको एक और हेरान करने वाली तस्वीर बताते है जिसे देख कर आप चो जाओगे मरीज को मलेरिया का इंजेक्सन लगा था तो गेट पर ही लिटा कर इन्जेसन लग दिया यह सब तस्वीर हेरान करने वाली है अब आप खुद इस बात से इन्दाजा लगा सकते है कि इन इलाके में मलेरिया का प्रकोप कितना भयंकर है चोह्टन कसबे के पास ही रहने वाले एक बच्चे से हमने बात कि तो उसका कहना है कि मुझे बुखार आ गया है में तिन दिन से गाव में नर्स से इलाज करवाया तो सही नहीं हुआ तो यह आकर पता लगा कि मुझे मलेरिया है तब मुझे डॉक्टरो ने सलाह दी कि तीन दिन तक गुल्कोज चढाने पड़ेगे तो मुझे किसी और के साथ बेड पर सुला कर गुल्कोज चढ्या है अब मुझे इस बात का दर सता रहा है कि मलेरिया तो इस ड्रिप से सही हो जाएगा लेकिन मेरे पास जिससे ड्रिप चढ़ रही है उससे कोई और बीमारी है तो उसकी बीमारी मुझे न हो जाए इस बात का मुझे भयंकर डर सता रहा है
 
इस अस्पताल में तीस बेड है और इस इलाके के आस -आपस करीब सो ज्यादा गाव है इन इलाके में इस बार जमकर बारिश हुई जिसके चलते यह मच्छर जायदा हो गए है इसी करान मलेरिया बड़ा गया है जेसा कि आप खुद फुटेज में देख सकते किसी तरह महिला के वार्ड में भी एक बेड पर दो महिलाओ को सुला कर ड्रिप लगी जा रही है मरीजो कि मने तो इस तरह एक बेड पर दो लोगो को एक साथ ड्रिप चढाने कई स्र्कार्मक बीमारिया हो सकती है लेकिन हमरी बात कोई नहीं सुनता है इस अस्पताल में न तो पूरा स्टाफ है अब हालात इअटने बिगड़ गए है कि एक ड्रिप चढ़ने के लिए कई घंटो का इन्जार कारन पड़ रहा है हमारा इलाके में मलेरिया का भयंकर प्रकोप है



इस पुरे मामले पर जब हमने यह सामुदायिक केंद्र के चिकित्सा प्रभारी अधिकारी शम्भुराम गढ़ावीर से बात की तो उनका खाना है की अभी मलेरिया का प्रकोप भयंकर है इस कारण से मरीजो की संख्या बढ़ गयी है बेड की कमी है इसलिए हम एक बेड पर दो मरीजो को सुला रहे है डॉक्टरो की भी कमी है



तस्वीरे देख कर आप खुद अंदाजा लगा सकते हो कि रेगिस्तान के बॉर्डर के इलाके में मलेरिया का कहर किस तरह बरप रहा है सरकार हेल्थ के नाम पर करोड़ रूपए फुक रही लेकिन इन इलाके केंद्र के क्या हाल है यह सरकार की पोल खोल देते है यह आने वाले हर मरीज को यह डर सता रहा है कि उससे पास में सो रहे मरीज की कोई और बीमारी न हो जाए

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