बुधवार, 17 अक्टूबर 2012

रेगिस्तान में रिफायनरी लगाने की कवायद हुई तेज


राजस्थान में रिफानरी की घोषणा को लेकर पिछले कई समय से राजनेतिक सरगर्मिया पिछले एक दो साल से तेज है दरसल राजस्थान के रेगिस्तान के बाड़मेर में पिछले लम्बे समय से तेल का दोहन चल रहा है इस कच्चे तेल को केयन इंडिया मगला टर्मिनल प्लांट से पाइप से गुजरात के जाम नगर में भेजती है पिछले लम्बे से रेगिस्तान के लोगो की यह माग थी कि राजस्थान में पहली रिफानरी बाड़मेर में लगे इस मुदे को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई बार प्रधानमत्री सहित दिल्ली के कई बड़े नेताओ से मिल कर रिफानरी को बाड़मेर में लगाने की पहल कर चुके है इसी का नतीजा है कि रविवार को एक वैज्ञानिक की टीम 

बाड़मेर पहची और सोमवार को रिफानरी के लिए प्रस्तावित जमीन बायतु कसबे के लिलाणा का दोरा कर वहा के भोगोलिक और ज्योग्राफिकल परिस्थियों का जायजा लिया
रिफायनरी के लिए प्रस्तावित लीलना -जन्दुओं की ढाणी में मिटटी परीक्षण का कार्य बुधवार को शरू होगा इस परीक्षण के लिए भू-वैज्ञानिक दल दो दिन पहले बाड़मेर आया है इस दल ने मगलवार को इस इलाके का दोरा भी किया और धरातल की स्थिति को देखा एक भू-वैज्ञानिक के नेत्रत्व में तीन सदस्य दल इन गावो का मुदा परीक्षण बुधवार से शरू किया जो अगले दो दिन तक और चलने की सम्भव है दरसल रेगिस्तान होने की वजह से पहले HPCL पहले परीक्षण करवाकर यह पता लगने में जुटी है कि अगर यहाँ पर रिफानरी लगती है तो किसी भी प्रकार की भोगोलिक और ज्योग्राफिकल लेवल कोई दिक्कत तो नहो होगी इसी लिए HPCL यह TEXT करवा रही है

कुछ दिन पहले ही राजस्थान सरकार ने इस इलाके की जमीन को अवाप्त करने की प्रक्रिया को शरू कर दिया है रिफायनरी के लिए सरकार इस इलाके की करीब 55 सो बीघा जमीन को अवाप्त कर रही है इसके लिए सरकार ने नोटिस निकालने प्रकिया को शरू कर दिया है जब यह भू-वैज्ञानिक दल ने मगलवार को लीलना -जन्दुओं की ढाणी का दोरा किया तो स्थानीय ग्रामीणों ने हल्का विरोध भी किया इस दल के साथ प्रशाशन के अधिकारी भी मोजूद है बुधवार को बायतु इलाके के दर्जनों ग्रामीणों ने रिफानरी लगाने के लिए इस दल और भूमि अवाप्त का विरोध करते हुए जिला कलक्टर को मागपत्र सोपा है

बाड़मेर जिला कलेक्टर भानु प्रकाश अतरु के अनुसार भू-वैज्ञानिक का दल बाड़मेर आया है यह दल लीलना -जन्दुओं की ढाणी में मिटटी परीक्षण कर अपनी रिपोट HPCL को सोपेगा इससे पहले भी करीब तीन साल पहले त्रिपाठी कमेठी और इंडियन इंजीनियर की टीम ने दोरा कर अपनी रिपोट सरकार को सोपी थी जिसमे यह कहा गया थी कि यह जगह रिफानरी के लगने के लिए उचित जगह है और रिफानरी यह पर लगे जा सकती है उसके बाद ही सरकार ने रिफानरी को लेकर गंभीर हो गयी थी
दरसल कांग्रेस यह चाहती ही कि जल्द से जल्द रेगिस्तान में रिफानरी लगने कि घोषणा हो जाए ताकि आने वाले विधानसभी और लोक सभा चुनावो में कांग्रे
स को इसका फायदा मिले  

छात्र संघ शपथ समारोह में हंगामा

छात्र संघ शपथ समारोह में हंगामा 

बालोतरा के एम् बी आर छात्र महाविधालय के छात्र संघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह के दौरान जम कर हंगामा हुआ इस दौरान मंच पूरी तरह से राजनेतिक अखाड़े में तब्दील हो गया और दोनों और से जम कर आरोप प्रत्यारोप लगाये गए !विधायक मदन प्रजापत के संबोधन के समय कुछ एबीवीपी कार्यकर्ताओ ने विधायक से माईक छिनने का प्रयास किया जिसको लेकर एन एस यु आई व् एबीवीपी के कार्यकर्त्ता व् छात्र आमने सामने हो गए !वहा मौजूद पुलिस ने बिच बचाव कर मामले को शांत किया !समारोह में सांसद हरीश चौधरी ,नगरपालिका अध्यक्ष सहित कई गणमान्य लोग भी उपस्थित थे घटना क्रम की शुरुआत तब हुयी जब विधायक मदन प्रजापत ने अपने से पहले वक्ता एबीवीपी के छात्र नेता जोगेंद्र राजपुरोहित के भाषण में कही गयी बातो का जिक्र करते हुए उनपर निशाना साधा तो उनके समर्थक कार्यकर्त्ता भड़क उठे और मंच पर चढ़ गए और उनसे माईक छिनने का प्रयास किया गुस्साए विधायक ने तो पुरे घटना क्रम के लिए कोलेज प्रशासन व् बाहरी असामाजिक तत्वों को दोषी ठहराया वही एबीवीपी ने पहले से कोलेज की समस्यायों को लेकर इस आयोजन के दौरान विरोध प्रदर्शन की बात को लेकर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था और पूरी स्थिति को काबू में में किया वही इस हंगामे से पूर्व सांसद हरीश चौधरी ने कोलेज की समस्याओ को लेकर छात्रों को उनके समाधान का आश्वाशन दिया !

'एचआईवी से बचा सकता है गाय का दूध'

'एचआईवी से बचा सकता है गाय का दूध'

मेलबर्न।। गाय का दूध अब एचआईवी को दूर भगाएगा। जी, हां यह सच है। ऑस्ट्रेलिया में हुए एक रिसर्च से इस बात का खुलासा हुआ है। इसमें दावा किया गया है कि गाय के दूध को आसानी से एक ऐसी क्रीम में बदला जा सकता है जो इंसान को एचआईवी से बचा सकता है।

मेलबर्न यूनिवर्सिटी के चीफ साइंटिस्ट मेरिट क्रेमस्की ने रिसर्च के दौरान पाया कि जब प्रेगनेंट गाय को एचआईवी प्रोटीन का इंजेक्शन दिया गया, तो उसने हाई लेवल की रोग प्रतिरोधक क्षमता वाला दूध दिया जो नवजात बछड़े को बीमारी से बचाता है। गाय द्वारा बछड़े को जन्म दिए जाने के बाद पहली बार दिए गए दूध को 'कॉलोस्ट्रम' कहा गया।

हेराल्ड सन की रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिकों की योजना इस दूध को क्रीम में बदलने से पहले उसके प्रभाव और सुरक्षा का टेस्ट करना है। यह क्रीम पुरुषों से यौन संबंध बनाने के दौरान वायरस से बचा सकती है। प्रभावित सेल्स को दूध के साथ मिलाने के बाद वैज्ञानिक इस वायरस को फैलने से रोकने में सफल रहे थे।

क्रेमस्की ने बताया कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का यह सबसे सस्ता और आसान रास्ता है। उन्होंने कहा कि कॉन्डम सस्ते और आसान उपाय हैं लेकिन जहां हर साल लाखों लोग इस बीमारी से प्रभावित हो रहे हैं, वहां ये विकल्प नहीं हो सकते। खासकर, साउथ अमेरिका और अफ्रीका में, जहां औरतों को सेक्स के दौरान यह कहने की आजादी नहीं है कि हमें कॉन्डम का यूज करना चाहिए।क्रेमस्की ने कहा, 'ऐसे में यह दूध एचआईवी को रोकने का सबसे सस्ता और आसान उपाय हो सकता है। अगर आप दवाईयों का यूज करते हैं तो यह सच में महंगी होती हैं।'

चिल्लर टाइप हैं मुझ पर लगे आरोप, राजनीति चमका रहे हैं केजरीवालः गडकरी

चिल्लर टाइप हैं मुझ पर लगे आरोप, राजनीति चमका रहे हैं केजरीवालः गडकरी 

नई दिल्‍ली। अब तक कांग्रेस के केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा पर आरोप लगाने वाले अरविंद केजरीवाल ने अब भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी पर किसानों की जमीन हड़पने के आरोप लगाए हैं। वहीं स्वयं पर लगे आरोपों पर सफाई पश करते हुए गडकरी ने कहा है कि उन्होंने जमीन हड़पी नहीं है बल्कि जमीन उन्हें लीज पर मिली है।



स्वयं पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए नितिन गडकरी ने कहा, 'मैंने कोई भी गैर कानूनी काम नहीं किया है। हम पर लगाए गए आरोप भाजपा को बदनाम करने की साजिश है। मैं लगातार महाराष्ट्र के किसानों के हितों के लिए काम करता रहा हूं। हमारे समूह का उद्देश्य किसानों की उपज को बढ़ाना है। जिस सिंचाई घोटाले की बात यह लोग कर रहे हैं उसका पर्दाफाश भाजपा ने ही किया है। अरविंद केजरीवाल ने अपनी पार्टी को चमकाने के लिएयह घटिया आरोप लगाए हैं। मैंने कम से कम दस हजार ग्रामीण युवाओं को सीधे फायदा पहुंचाया है। मैं जो कर रहा हूं वो मेरा व्यवसाय नहीं है बल्कि यह मेरे जीवन का मिशन है।'



गडकरी ने आगे कहा, ''किसान कर्ज मुक्त हों और उनका जीवन बेहतर बने इसके लिए हम को-आपरेटिव काम करते हैं। लेकिन को-आपरेटिव सेक्टर में राजनीतिक हस्तक्षेप होता है इसलिए हमने प्राइवेट लिमिटेड मॉडल पर यही काम किया। जमीन पूर्ति समूह की एनजीओ को मिली है। सरकार ने यह जमीन अधिग्रहित की थी। जमीन बेकार पड़ी थी। यह जमीन हमें लीज पर मिली है और हम यहां से गन्ने की दस लाख पौध तैयार करते हैं और फिर उसे किसानों को दे देते हैं। सरकार ने अनेक स्थानों पर ऐसी जमीनें चैरिटेबल संस्थाओं को दी हैं।'





गडकरी न आगे कहा, 'मुझ पर लगे आरोप बहुत चिल्लड़ हैं। अरविंद केजरीवाल के आरोप विपक्ष का स्थान हथियाने की साजिश है। कांग्रेस के खिलाफ माहौल बना है, इसका फायदा भाजपा को न हो इसलिए कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर यह षडयंत्र रचा है। मैं किसी भी प्रकार की जांच के लिए हमेशा तैयार हूं।'



सुषमा स्वराज ने कहा, 'पिछले कई दिनों से मीडिया में यह माहौल बनाया जा रहा था कि भाजपा के खिलाफ बहुत जल्द ही भ्रष्टाचार का बड़ा खुलासा किया जाएगा। पहले यह खुलासा 10 तारीख को होने था। और अंततः आज यह खुलासा हो ही गया। मीडिया ने कहा- किस पर पड़ेगा 'केजरीबम'। मीडिया ने माहौल को सनसनीखेज बनाया लेकिन प्रेस कांफ्रेंस के बाद मीडिया को निराशा ही हाथ लगी। हम बहुत प्रसन्न है क्योंकि हमे मालूम है कि वो कितना भी कोशिश कर ले लेकिन कुछ निकाल नहीं पाएंगे। लेकिन बहुत ज्यादा प्रयत्न करने के बाद भी वो भाजपा अध्यक्ष पर एक भी आरोप नहीं लगा सके। अपनी प्रेस कांफ्रेंस के मंच को उन्होंने राजनीतिक मंच में बदल दिया। देश की हर पार्टी पर उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप लगा दिए। सिर्फ उन्होंने अपने लिए वोट नहीं माना वर्ना यह प्रेस कांफ्रेंस एक चुनावी रैली होती।'



गड़करी पर किसानों की जमीन हड़पने के आरोपों पर सफाई देते हुए सुषमा स्वराज ने कहा, 'पूरी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने अपने आरोपों को अंजलि दमानिया के उस झूठे बयान पर केंद्रित करने की कोशिश की जिसमें गडकरी ने कहा था- 'हम चार काम उनके करते हैं और वो चार काम हमारे।' लेकिन वो बहुत कोशिश करके भी तीन आरोप ही लगा सके। नितिन गडकरी पर जमीन हड़पने का आरोप लगाया गया लेकिन यह जमीन गडकरी को नहीं बल्कि उनकी ट्रस्ट को मिली है। पूर्ति स्मृधि सिंचन कल्याणकारी समीति वहां गन्ने का पौध उगाते हैं और फिर उसे विदर्भ के किसानों को दान में देते हैं। वो पौध विदर्भ में 13 रूपये का मिलता है जिसे गडकरी 5 रूपये की सब्सिडी पर देते हैं। उन्होंने नितिन गडकरी के पावर प्लांट पर किसानों की सिंचाई पीने का आरोप लगाया लेकिन सच्चाई यह है कि गडकरी के पावर प्लांट को एक प्रतिशत से भी कम पानी मिलता हैं। हमारी पार्टी का पूरा नेतृत्व और कैडर नितिन जी के पीछे हैं। इस प्रेस कांफ्रेंस से आईएसी की विश्वसनियता पर सवाल खड़े हुए है। अनर्गल आरोप लगाने की कोशिश करने वाली यह प्रेस कांफ्रेंस फ्लॉप साबित हुई है।' सुषमा स्वराज ने यह भी साफ किया कि इन आरोपों के बाद बीजेपी आईएसी के खिलाफ मानहानि का कोई मामला दर्ज नहीं करेगी बल्कि राजनीतिक लड़ाई लड़ेगी।



वहीं अरुण जेटली ने कहा- 'आज की प्रैस काफ्रेंस भाजपा और कांग्रेस के नैतिक स्तर को को बराबर करने की एक नाकाम कोशिश थी। उनका प्रमुख उद्देश्य कांग्रेस और भाजपा को एक बराबर खड़ा करना था। लेकिन अब कुरेदने से भी हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष पर कोई आरोप साबित नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने बिना राई के ही पहाड़ खड़ा करने की कोशिश की।'



जेटली ने आगे कहा- सिविल सोसायटियों की समाज को जरूरत होती है लेकिन इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने ऐसी संस्थाओं की ही विश्वसनियता समाप्त कर दी है। उन्होंने आज अपने पैर पर ही कुल्हाड़ी मार ली है।



कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने केजरीवाल द्वारा नितिन गडकरी पर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा-'आज संगीन इल्जाम भाजपा और भाजपा के अध्यक्ष नितिन गडकरी पर लगाए गए हैं। जब हम पर इल्जाम लगाए गए तब भाजपा जश्न मनाती थी और बिना सच को देखे-परखे उनकी आवाज में आवाज मिलाती थी। आज जब उन पर यह इल्जाम लगाए जा रहे हैं तब भाजपा की जिम्मेदारी यह बनती है कि वो देश को सच बताए। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता बिना सही-गलत को जाने सभी इल्जामों को सच मान लेते थे, अब हम पहला मौका भारतीय जनता पार्टी को देते हैं कि वो इन पर सफाई देश को दे।'



वहीं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अरविंद केजरीवाल की तीखी आलोचना की। अरविंद केजरीवाल के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा- 'यह निष्कासित व्यक्ति है, अन्ना जी ने ठोक-ठका के इसे बाहर निकाल दिया है, यह खुद अन्ना के साथ घोटाला कर चुका है। इस देश में नेता बनने की बीमारी है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि गाली देकर नेता बनों। तुम्हें कौन जानता है, किसने तुम्हें चुना है। देश के नेताओं को अब इसे जेल में ठुंसवा देना चाहिए।'



इससे पहले बुधवार शाम पांच बजे दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में मीडिया से बात करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी इस देश की विपक्षी पार्टी है या फिर उसकी सत्ताधारी पार्टियों के साथ राज्यों में और केंद्र में सांठगांठ हैं। नितिन गडकरी किसके हितों का प्रधिनित्व करते हैं। गडकरी का बहुत बड़ा व्यावसायिक साम्राज्य है। क्या उनके व्यापारिक हित विदर्भ के किसानों के हितों के विरोध में हैं। क्या महाराष्ट्र के अंदर गडकरी के व्यापार किसानों की कीमत पर हो रहे हैं। क्या विदर्भ में किसानों की आत्महत्या की वजह नितिन गडकरी के व्यवसाय हैं। 70 हजार करोड़ रुपये खर्च हो गए लेकिन किसानों का कोई फायदा नहीं हआ। महाराष्ट्र हाईकोर्ट में पीआईएल भी फाइल की गई लेकिन कुछ नहीं हुआ।'



अरविंद ने कहा-'हमारी आरटीआई कार्यकर्ता अंजलि दमानिया द्वारा इकट्ठा किए गए दस्तावेजों से पता चलता है कि महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या के लिए नितिन गडकरी के व्यापारिक हित जिम्मेदार हैं। महाराष्ट्र सरकार नितिन गडकरी के हितों का ध्यान रख रही है।'



अरविंद ने कहा कि किसानों से बांध के लिए अधिग्रहित की गई करीब 100 एकड़ जमीन महाराष्ट्र सरकार ने नितिन गडकरी को गैरकानूनी रूप से दे दी। अरविंद ने यह भी कहा कि यह जमीन किसानों ने सरकार से वापस मांगी थी लेकिन किसानों को जमीन देने के बजाए जमीन नितिन गडकरी को दे दी गई। अरविंद केजरीवाल ने नितिन गडकरी पर किसानों की जमीन पर कब्जा करने का भी आरोप लगाया। जिस वक्त यह सब हुआ उस वक्त अजित पंवार महाराष्ट्र के सिंचाई मंत्री थे।



अरविंद ने यह भी कहा कि किसानों की जमीन की सिंचाई के लिए बनाए गए बांध का सारा पानी नितिन गडकरी की कंपनियों को दिया जा रहा है।



अरविंद ने कहा कि महाराष्ट्र में 71 पॉवर प्लांट प्रस्तावित हैं। यदि यह पॉवर प्लांट बने तो फिर किसानों को पानी नसीब नहीं हो पाएगा। महाराष्ट्र में एक चलन यह बन गया है कि एक ओर बांध बनता है और दूसरी ओर नेताओं की कंपनियां खड़ी हो जाती हैं।



अरविंद केजरीवाल ने नितिन गडकरी से सीधा सवाल करते हुए कहा कि गडकरी बताएं कि वो एक व्यापारी हैं या फिर राजनेता हैं?



अरविंद केजरीवाल ने सभी पार्टियों के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा, 'हरियाणा में वाड्रा किसानों की जमीन लूट रहे हैं तो महाराष्ट्र में नितिन गडकरी किसानों की जीम हड़प रहे हैं। दोनों पार्टियों के चोटी के नेता देश के किसानों की जमीन लूटने में लगे हुए हैं। दुख की बात यह है कि जब हमने वाड्रा के बारे में खुलासा किया था तब शरद यादव उनके बचाव में सामने आ गए थे। शरद जी एनडीए के संयोजक हैं। अखिलेश यादव ने भी उनका बचाव किया। हमे पता था कि वाड्रा गांधी परिवार के दामाद है लेकिन जिस तरह शरद यादव और अखिलेश यादव उनके बचाव में आए इससे साबित होता है कि रॉबर्ट वाड्रा सभी के दामाद है। सुषमा स्वरजा, अरुण जेटली, रॉबर्ट वाड्रा, मायावती, अखिलेश यादव, सोनिया गांधी, कपिल सिब्बल सभी एक ही परिवार से जुड़े हैं। सरकार किसी की भी हो ठेके सबकी कंपनियों को मिलते हैं, पॉवर प्लांट सभी के लगते हैं।'



अरविंद ने आगे कहा- हम जानते हैं कि इस मामले में भी सरकार कोई जांच नहीं करवाएगी। लेकिन हम देश की जनता के सामने इन लोगों का सच लाना चाहते हैं। देश को लोग डरे हुए हैं और हम यह खुलासे करके देश के लोगों को व्यवस्था परिवर्तन के खिलाफ तैयार करना चाहते हैं। हम भाजपा या सरकार से कोई मांग नहीं कर रहे हैं। हम सिर्फ देश के लोगों से मांग कर रहे हैं कि जागृत हो जाएं और अपने हितों के लिए लड़े।



वहीं अन्ना हजारे की एक सहयोगी ने अरविंद केजरीवाल की प्रेस कांफ्रेंस से पहले अंजलि दमानिया को ही सवालों के घेरे में खड़ा किया। कुछ अन्ना समर्थकों ने अरविंद केजरीवाल की प्रेस कांफ्रेंस में हंगामा भी किया।

एनयूआईसीसी का राष्ट्रीय मुख्यालय जयपुर में

एनयूआईसीसी का राष्ट्रीय मुख्यालय जयपुर में

जयपुर। नेशनल यूएस इण्डिया चैम्बर ऑफ कॉमर्स(एनयूआईसीसी) शीघ्र ही अपना मुख्यालय भारत में खोलने जा रहा है,यह जयपुर में होगा। एनयूआईसीसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ)और ओबामा प्रशासन,संयुक्त राज्य अमरीका के कॉमर्स विभाग की राष्ट्रीय सलाहकार,पूर्णिमा वोरिया ने बुधवार को बताया कि अगले साल जनवरी से एनयूआईसीसी का भारतीय कार्यालय काम करना शुरू कर देगा।

अपूर्व कुमार होंगे भारत प्रमुख

पूर्णिमा वोरिया ने जयपुर में मुख्यालय की स्थापना के साथ ही होटल क्लार्क्स समूह के प्रबंध निदेशक अपूर्व कुमार को भारत प्रमुख चुने जाने की घोषणा की। पूर्णिमा के अनुसार कुमार को आतिथ्य क्षेत्र में तीन दशक से अधिक समय का अनुभव प्राप्त है एवं व्यापार जगत में नामी हस्ती है। एनयूआईसीसी के राष्ट्रीय प्रमुख के नाते देश के व्यापार को दूनिया भर में प्रोत्साहन देने में सहायक होंगे। एनयूआईसीसी के निदेशक मंडल की ओर से अपूर्व का चयन किया गया है।

उल्लेखनीय यह है कि चेंबर का भारतीय कार्यालय कारोबारी हितों को प्रमुखता देते हुए व्यापारिक समुदायों के हितों को सुनिश्चित करने के प्रयासों के साथ सफलतापूर्वक व्यापारिक सौदौं के लिए मंच प्रदान करेगा। यह राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक प्रभाव लिए हुए होगा। कुमार ने कहा कि एनयूआईसीसी का यह निर्णय निश्चित रूप से कारोबार एवं उद्योगों को बढ़ावा देगा। वाणिज्य सचिव द्वारा एनयूआईसीसी को यूनाईटेड स्टेटस् गर्वमेन्ट के वाणिज्य विभाग के सलाहकार के रूप में नियुक्त है।


पीएमओ और उद्योग मंत्री ने की प्रशंसा

प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी एनयूआईसीसी के भारत-अमरीका संबंधों को मजबूत बनाने के प्रयासों की सराहना की है। साथ ही साथ राजस्थान सरकार,औद्योगिक और व्यापार संस्थाओं के प्रमुखों ने भी एनयूआईसीसी के जयपुर में कार्यालय खोलने के निर्णय का स्वागत किया है। राजस्थान के उद्योग मंत्री राजेंद्र पारीक ने कहा है कि यह सर्व विदित है कि राजस्थान के औद्योगिक दिग्गजों के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि अप्रेल - दिसम्बर 2010-11 में इण्डिया और यूएस के बीच द्विपक्षीय व्यापार 30 बिलियन यूएस डॉलर से अधिक था। उन्होंने विश्वास जताया कि एनयूआईसीसी राज्य में औद्योगीकरण को बढ़ावा देगा।

इंस्पेक्टर रत्ना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट

इंस्पेक्टर रत्ना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट
जयपुर। विशेषाधिकार हनन के प्रकरण में महिला पुलिस इंस्पेक्टर रत्ना गुप्ता को विधानसभा की विशेषाधिकार समिति ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया। विधानसभा में बुधवार को सर्वदलीय बैठक में जारी यह वारंट ज्योतिनगर थाना इंचार्ज को बुलाकर दिया गया। समिति के आदेशानुसार रत्ना गुप्ता को गुरूवार को 11 बजे तक समिति के समक्ष पेश होना है।

विशेषाधिकार समिति के सभापति सुरेन्द्र जाडावत के अनुसार इंस्पेक्टर को जारी आदेश डीजीपी को भिजवाया गया है। इससे पूर्व भी इंस्पेक्टर को कई बार नोटिस दिए गए लेकिन वह समिति के समक्ष पेश नहीं हुई और आखिरकार गिरफ्तारी वारंट जारी करना पड़ा।

उल्लेखनीय है कि इस मामले में रत्ना गुप्ता की याचिका पर हाईकोर्ट ने विशेषाधिकार समिति के सभापति और विधानसभा सचिव के खिलाफ कारण बताओं नोटिस दिया हुआ है। हालांकि विधानसभा ने इस मामले में क्षेत्राधिकार के बाहर बताते हुए जवाब देने से इनकार कर दिया था।

पूर्व में निरस्त हो चुके हैं नोटिस

उल्लेखनीय है कि पिछली विधानसभा में बहस के दौरान न्यायपालिका के कामकाज पर सवाल उठाने पर हाईकोर्ट ने 6 विधायकों को नोटिस जारी किए थे। इनमें सी.पी.जोशी,नाथूसिंह गुर्जर,माहिर आजाद,दुर्गाप्रसाद अग्रवाल शामिल हैं। तत्कालीन स्पीकर सुमित्रा सिंह के स्तर पर जवाब नहीं देने के निर्णय के बाद हाईकोर्ट ने नोटिस निरस्त कर दिए।

नहीं करें हस्तक्षेप

पीसीसी अध्यक्ष चंद्रभान का इस मामले में कहना है कि न्यायपालिका और विधायिका को एक दूसरे के काम में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी का मानना है कि संविधान के सभी अंग अपनी सीमाओं का ध्यान रखेंगे तो टकराव के हालात नहीं बनेंगे।

अब गडकरी पर फटा "केजरीवाल बम"

अब गडकरी पर फटा "केजरीवाल बम"

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के बाद केजरीवाल ने बुधवार को भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी की पोल खोली है। केजरीवाल ने कहा कि विदर्भ के किसानों की लाश पर गडकरी का बिजनस फला फूला है।

बांध की जमीन हथियाई

नागपुर के खुर्सापुर गांव में 1997 में बांध बना। इस बांध के लिए किसानों की जरूरत से ज्यादा जमीन अधिग्रहीत की गई। बांध बनने के बाद भी 36.5 एकड जमीन बच गई। यह जमीन नियमानुसार वापस लौटाई जानी थी। किसानों ने खाली बची जमीन वापस मांगी लेकिन सरकार ने जमीन किसानों को वापस नहीं लौटाई। यह जमीन गडकरी की संस्थाओं को मिली। सिंचाई विभाग की जमीन किसी निजी कंपनी को नहीं दी जा सकती। लेकिन 37 हेक्टेयर जमीन गडकरी और 11 हेक्टेयर जमीन जेम्स ऑफ इंडिया कंपनी को यह जमीन दे दी गई। जमीन के लिए गडकरी नले अजीत पवार को चिट्ठी लिखी थी। सरकार से ली गई 37 हेक्टेयर जमीन पर गडकरी फिलहाल खेती करवा रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि महज चार दिन में जमीन देने की कवायद पूरी हो गई।

बिजनसमैन या राजनेता
केजरीवाल ने सवाल उठाया कि गडकरी राजनेता है या बिजनसमैन? केजरीवाल ने नितीन गडकरी और शरद पवार के बीच मिलीभगत का आरोप लगाया और कहा कि इन दोनों ने किसानों के नाम पर कमाई की है। केजरीवाल ने कहा कि गडकरी के पांच पावर प्लांट और तीन चीनी मिलें हैं। गडकरी ने न केवल किसानों की जमीन हथियाई बल्कि उनका पानी भी हड़प लिया। केजरीवाल ने कहा कि गडकरी की सरकार से सैंटिंग है। केरीवाल ने कहा कि महाराष्ट्र में 71 बांध बने,ये सब बांध नेताओं के लिए ही फायदेमंद हुए। बांध से सिंचाई के लिए नहरें बननी थी पर नहीं बनी। किसानों को पानी नहीं मिला। इन बांधों का पानी गडकरी के पावर प्लांटों को मिल रहा है। उधर, किसानों के घर तक जो पानी पहुंचता है वह पीने लायक नहीं होता।

देश को लूटने में लगे

केजरीवाल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि लगता है सारे नेता एक ही परिवार के हैं, मिलकर देश को लूट रहे हैं। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि गडकरी को जमीन दिलाने में अजीत पवार का हाथ रहा है। पूरे महाराष्ट में यह कहानी दोहराई जा रही है। गडकरी का बिजनस बचाने के लिए भाजपा सिंचाई घोटाले में चुप्पी साधे रही। गडकरी ने भी अपना बिजनस बढ़ाने के लिए भाजपा का इस्तेमाल किया। वाड्रा पर आरोप लगते हैं तो शरद पवार बचाव में उतर आते हैं। गडकरी सिर्फ दिखावे के लिए कांग्रेस का विरोध करते हैं। जबकि सत्ताधारी पार्टी के साथ इनकी मिलीभगत रहती है। सारे नेता एक दूसरे से मिले हुए हैं। केजरीवाल ने यह भी कहा कि पार्टियों में कुछ अच्छे और ईमानदार कार्यकर्ता भी है पर बेईमान नेता उनकों आगे नहीं बढ़ने देते। ऎसे कार्यकर्ताओं से केजरीवाल ने बगावत करने का आह्वान किया।

गडकरी बोले,आरोप बेबुनियाद

उधर, गडकरी ने केजरीवाल के कई आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। गडकरी ने कहा कि जिस जमीन की बात केजरीवाल कर रहे हैं वह लीज पर ली गई है उस पर मेरा कोई हक नहीं। ऎसी जमीन कई चेरिटेबल संस्थाओं को मिली हुई है। जिस किसान द्वारा जमीन की मांग की बात केजरीवाल ने कही है उस बारे में बता दूं कि वह अब भी अपनी जमीन जोत रहा है। उसकी जमीन किसी ने नहीं ली।

गडकरी ने चुटकी लेते हुए कहा कि केजरीवाल बार बार मुझे सांसद कहकर संबोधित कर रहे थे, उन्हें यह भी नहीं मालूम कि मैं सांसद हूं या विधायक। मैं किसानों के कल्याण के लिए काम करता रहा हूं। केजरीवाल ने मुझे बिल्डर भी कहा, बता दूं कि मैने नो लॉस नो प्रोफिट की तर्ज पर बेघर असंगठित कामगारों को मकान बना कर दिए। मेरे पावर प्लांट होने की बात भी कही जा रही है। जबकि सच यह है कि पावर प्लांट शुगर फैक्ट्री का पार्ट है, अलग से मेरे पास ऎसे कोई प्लांट नहीं।

महाराष्ट्र में सिंचाई घोटाले पर चुप रहने के केजरीवाल के सवाल पर गडकरी ने कहा कि मैं महाराष्ट्र से हूं पर राष्ट्रीय पार्टी का अध्यक्ष भी हूं। राज्य स्तर पर अगर कोई मामला होता है तो उस पर टिप्पणी करने के लिए स्थानीय लेवल पर प्रवक्ता होते हैं। महाराष्ट्र के मामले में वहां पार्टी के प्रवक्ता ने बयान दे दिया है। आखिर में गडकरी ने इस तरह की कवायद को कांग्रेस पर विपक्ष के वोट बांटने की चाल करार दिया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए मुझ पर आरोप लगाए गए। मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं।

रेगिस्तान में मलेरिया का कहर..हालात बेकाबू


रेगिस्तान में मलेरिया का कहर..हालात बेकाबू 

बाड़मेर जोधपुर संभाग में सबसे ज्यादा मलेरिया प्रभावित क्षेत्र थार है जहां लगातार मलेरिया के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। संभाग में मलेरिया के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो आधे तो सिर्फ बाड़मेर के ही हैं। हर गांव में मलेरिया का प्रकोप इन दिनों फैल रहा है। बारिश के बाद अब रेगिस्तान में मलेरिया बीमारी का कहर बढ़ गया है मलेरिया के अरोगियो के बढ़ने के साथ है बोर्डर पर स्वास्थय कन्द्रो की वव्स्थाओ की पोल खुल गयी हैहालात इतने खराब है कि एक बेड पर कई लोगो को एक साथ ड्रिप चढ़ रही है जिससे अब इन मरीजो को यह खतरा सता रहा है कि इन बदहाल अस्पतालों से इनको कोई और नई बीमारी न हो जाए पेश एक खाश रिपोट
 
रेगिस्तान में बारिश के बाद अब बोर्डर के गावो में मलेरिया का भंयकर प्रकोप है हालात इअटने बिगड़ गए है कि बॉर्डर में रहने वाले लोगो मलेरिया का इलाज करने के लिए अपने सामुदायिक केंद्र पर आना पड़ रहा है अब जो आपके तस्वीरे बताने जा रहे है उससे देख कर आप चोक जाएगे मलेरिया इतना प्रोकोप बढ़ गया है कि सामुदायिक केंद्र पर बेड कम पड़ गए और इससे पहले आपने अस्पतालों में देखा होगा कि एक बेड पर एक ही मरीज को सुलाया जाता है लेकिन बाड़मेर जिले के बॉर्डर इलाके की चोह्टन सामुदायिक केंद्र पर एक बेड पर एक नहीं दो लोगो को साथ ड्रिप चढाई जा रही है क्योकि यह पर मरीजो के लिए बेड कम पड़ गए है यह नहीं हम आपको एक चोकने वाली तस्वीर बताता है जब यह बेड कम पड़ गए तो अस्पताल प्रशाशन ने मरीजो को किसी तरह गेलेरी में सुला कर दिर्प लगा दी आप खुद गोर से देखिये यह नहीं हम आपको एक और हेरान करने वाली तस्वीर बताते है जिसे देख कर आप चो जाओगे मरीज को मलेरिया का इंजेक्सन लगा था तो गेट पर ही लिटा कर इन्जेसन लग दिया यह सब तस्वीर हेरान करने वाली है अब आप खुद इस बात से इन्दाजा लगा सकते है कि इन इलाके में मलेरिया का प्रकोप कितना भयंकर है चोह्टन कसबे के पास ही रहने वाले एक बच्चे से हमने बात कि तो उसका कहना है कि मुझे बुखार आ गया है में तिन दिन से गाव में नर्स से इलाज करवाया तो सही नहीं हुआ तो यह आकर पता लगा कि मुझे मलेरिया है तब मुझे डॉक्टरो ने सलाह दी कि तीन दिन तक गुल्कोज चढाने पड़ेगे तो मुझे किसी और के साथ बेड पर सुला कर गुल्कोज चढ्या है अब मुझे इस बात का दर सता रहा है कि मलेरिया तो इस ड्रिप से सही हो जाएगा लेकिन मेरे पास जिससे ड्रिप चढ़ रही है उससे कोई और बीमारी है तो उसकी बीमारी मुझे न हो जाए इस बात का मुझे भयंकर डर सता रहा है
 
इस अस्पताल में तीस बेड है और इस इलाके के आस -आपस करीब सो ज्यादा गाव है इन इलाके में इस बार जमकर बारिश हुई जिसके चलते यह मच्छर जायदा हो गए है इसी करान मलेरिया बड़ा गया है जेसा कि आप खुद फुटेज में देख सकते किसी तरह महिला के वार्ड में भी एक बेड पर दो महिलाओ को सुला कर ड्रिप लगी जा रही है मरीजो कि मने तो इस तरह एक बेड पर दो लोगो को एक साथ ड्रिप चढाने कई स्र्कार्मक बीमारिया हो सकती है लेकिन हमरी बात कोई नहीं सुनता है इस अस्पताल में न तो पूरा स्टाफ है अब हालात इअटने बिगड़ गए है कि एक ड्रिप चढ़ने के लिए कई घंटो का इन्जार कारन पड़ रहा है हमारा इलाके में मलेरिया का भयंकर प्रकोप है



इस पुरे मामले पर जब हमने यह सामुदायिक केंद्र के चिकित्सा प्रभारी अधिकारी शम्भुराम गढ़ावीर से बात की तो उनका खाना है की अभी मलेरिया का प्रकोप भयंकर है इस कारण से मरीजो की संख्या बढ़ गयी है बेड की कमी है इसलिए हम एक बेड पर दो मरीजो को सुला रहे है डॉक्टरो की भी कमी है



तस्वीरे देख कर आप खुद अंदाजा लगा सकते हो कि रेगिस्तान के बॉर्डर के इलाके में मलेरिया का कहर किस तरह बरप रहा है सरकार हेल्थ के नाम पर करोड़ रूपए फुक रही लेकिन इन इलाके केंद्र के क्या हाल है यह सरकार की पोल खोल देते है यह आने वाले हर मरीज को यह डर सता रहा है कि उससे पास में सो रहे मरीज की कोई और बीमारी न हो जाए

पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने किया ग्राम्यांचलों का दौरा


पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने किया ग्राम्यांचलों का दौरा

जैसलमेर, 17 अक्टूबर/पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने कहा है कि राज्य सरकार ग्रामीण विकास के लिए बहुआयामी प्रयासों के साथ संकल्पित है और इसके लिए ढेरों योजनाओं, परियोजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से बेहतर गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को इन सभी गतिविधियों की जानकारी पाने के साथ ही अपने लिए उपयोगी योजनाओं का लाभ लेने के लिए पूरी जागरुकता के साथ आगे आना होगा।

पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने बुधवार को जैसलमेर जिले के थाट, केलावा, रामदेवरा आदि स्थानों पर ग्रामीणों से चर्चा करते हुए यह आह्वान किया।

इस दौरान साँकड़ा पंचायत समिति के प्रधान वहीदुल्ला मेहर, जिला परिषद सदस्य हाजी रसीद, पंचायत समिति सदस्य जुगताराम, समाजसेवी रमेश माली, नितेश छंगाणी आदि कई सामाजिक कार्यकर्ता और ग्राम्य प्रतिनिधिगण उनके साथ थे।

पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने इन क्षेत्रों में ग्रामीण विकास व निर्माण गतिविधियों, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के कामों तथा क्षेत्रीय विकास कार्यों की जानकारी ली और ग्रामीणों से चर्चा करते हुए पानी एवं बिजली, लोक स्वास्थ्य आदि के बारे में चर्चा की।

उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि गांवों में बुनियादी सुख-सुविधाओं की उपलब्धता के साथ ही ग्राम्य समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए सरकार एवं जिला प्रशासन तथा स्थानीय प्रशासन पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्य कर रहा है।

उन्होंने कहा कि ग्रामीणों का फर्ज है कि जहां कहीं किसी भी प्रकार की कोई समस्या सामने आए, इसके बारे में ग्राम पंचायत तथा क्षेत्र के राज्यकर्मियों एवं अधिकारियों को बताएं ताकि इन समस्याओं का समय पर समाधान हो सके।

पोकरण विधायक ने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं को गिनाया तथा जैसलमेर जिले में इनसे संबंधित उपलब्धियों के बारे में आंकड़ों के साथ जानकारी दी और बताया कि मरुस्थलीय इलाकों की समस्याओं का समाधान तथा इनका दूरदर्शितापूर्ण विकास राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में है और इसके लिए सरकार पूरे मन से हरसंभव प्रयास कर रही है। इन प्रयासों का परिणाम भी परिवेश में दिखाई दे रहा है।

शिक्षकों की मांग को लेकर स्कूल को जड़ा ताला


शिक्षकों की मांग को लेकर स्कूल को जड़ा ताला 
ग्राम पंचायत राजमथाई के अन्तर्गत लोंगासर राजस्व गांव के राणसिंह की ाणी राउप्रावि में शिक्षकों की कमी के चलतें ग्रामीणों नें बुधवार कों विद्यालय पर ताला जड़ दिया। ग्रामीण वयोवृद्व स्वरूपसिंह के नेतृत्व में  उम्मेदसिंह, तनेरावसिंह, भीमसिंह,भंवरसिंह,भोमसिंह,खंगारसिंह,अर्जुनसिंह,चनणाराम,जीवणाराम,बालाराम,धनपालसिंह , अमरसिंह, सहित सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण मौजूद थें। ग्रामीण डेपुटेशन पर गए विद्यालय के दो शिक्षकों को मूल पद पर नियुक्ति नहीं देनें,तथा विद्यालय प्रशासन के ुलमुल रवैये से नाराज थे।अपनी मांगां को लेकर ग्रामीण अड़े रहे।दोपहर करीब दो बजे एबीओ भंवरलाल सूडिंया,एबीओ हिंगलाजदान व नोडल प्रधानाध्यापक जालमसिंह मौके पर पहुचें तथा ग्रामीणो से समझाइश की। एबीओ नें आश्वासन दिया कि प्रतिनियुक्ति पर चल रहे अध्यापक भगवानसिंह को चांदसिंह की ाणी से मूल पद पर राण्सिंह की ाणी लगाया जाएगा। जिससे विद्यालय की शिक्षण व्यवस्था में सुधार हो। इसके बाद ग्रामीणों की रजामंदी से स्कूल का ताला खोलकर शिक्षण व्यवस्था सुचारू की गई।

तालाब के पानी में उतरा रोशनी भरा आसमान..


तालाब के पानी में उतरा रोशनी भरा आसमान..



जसेदर तालाब में आयोजित हुआ दीपदान 

जलसंरक्षण की अनूठी पहल का हुआ आगाज 

बाड़मेर 
बुधवार की अलमस्त सुबह स्थानीय जसदेर तालाब े पानी में रोशनी भरा मानो आसमान उतरता नजर आ रहा था मौका था जलस्वास्थ्य अभियात्रिकी विभाग और सीसीडीयू े आईईसी अनुभाग द्वारा नवरात्रा े पावन पर्व पर जल संरक्षण े लिए अनूठी पहल े रूप में दीपदान कार्यक्रम का। 
स्थानीय जसदेर तालाब में बुधवार प्रातः गौरव विद्या मन्दिर उच्च माध्यमिक विद्यालय और भीमविद्या मन्दिर उच्च प्राथमिक विद्यालय तिलक नगर े सैकड़ो बच्चों ने चौहटन प्रधान शम्मा खां और अधीशाषी अभियन्ता बीएल जाटोल े साथ मिलकर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और सीसीडीयू े आईईसी विभाग द्वारा आयोजित जल संरक्षण े लिए दीपदान कार्यक्रम का आगाज किया। सीसीडीयू े आईईसी कन्सलटेंट अशोकसिंह ने बताया कि भारत भर में दीपदान एक परंपरा है और इसे पीछे कई सारे अर्थ छीपे है हालांकि धार्मिक परंपरा े मुताबिक दीपदान हमें बूरे कर्मों से बचने का संदेश देता है। राज्यभर में सरकार द्वारा आम जनता में जलचेतना को लेकर कई कार्य कर रही है। उसी सदर्भ में इस दीपदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और सीसीडीयू द्वारा जिले े विभिन्न तालाबों और नाडियों में दीपदान का आयोजन किया जाएगा उसी क्रम में इस आयोजन का आगाज बुधवार की रोज स्थानीय जसदेर तालाब में किया गया । इस दीपदान े जरिए प्रकृति और परमात्मा को इस बात का विश्वास दिलाया कि हम प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करेंगे। इस मौे पर सैकड़ो बच्चो को सम्बोधित करते हुए चौहटन प्रधान शम्मा खां ने कहा कि किसी भी बदलाव े लिए हमें अपनी परम्पराओं का साथ निभाना होगा और दीपदान शरीखे पारम्परिक कार्यक्रम े जरिये जलचेतना की बात सही मायने आमजनता तक सीधे पहुंच करने वाली बात रहेगी। इस मौे पर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग े बीएल जाटोल ने कहा कि सीसीडीयू े आईईसी विभाग द्वारा किया गया आयोजन जनजागरण की नवीन पहल होगा। सीसीडीयू े आईईसी अनुभाग द्वारा दीपदान े इस आयोजन े जरिए जिले भर में दस हजार े करीब दीप जल स्त्रोतों में प्रवाहित कर संकल्प दिलाने का लक्ष्य रखा गया है। आगामी दिनों में इस अनुठे आयोजन े लिए जहा चौहटन े छीपल नाडी, शिव े मानसरोवर तालाब सहित कई तालाबों और नाडियों में दीपदान किया जाएगा। इस मौे पर सीसीडीयू े भू-जल वैज्ञानिक डॉ शंकरलाल नामा, गौरव विद्या मन्दिर उच्च माध्यमिक विद्यालय े प्रबंध हरीश चौधरी, भीमविद्या मन्दिर े प्रबंधक प्रेम परिहार, पृथ्वीसिंह सेवड़, गजेश कुमावत और सवाईसिंह गोदारा सहित कई गणमान्य लोग उपिस्थत थे।

जोधपुर एम्स का नामकरण पुन: भक्त शिरोमणि मीरा बाई एम्स करने की मांग

जोधपुर एम्स का नामकरण पुन: भक्त शिरोमणि मीरा बाई एम्स करने की मांग 
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा जोधपुर एम्स का नामकरण पुन: भक्त शिरोमणि मीरा बाई एम्स करने की मांग को लेकर जिला कलक्टर को, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री, राज्यपाल मुख्यमंत्री व सांसद के नाम ज्ञापन गुरूवार को जिला कलेक्टर को सौंपा जाएगा ।

समिति के महासचिव विजय कुमार ने बताया की राजस्थानी संसक्रति प्रेमियो को इस बात को लेकर भारी रोष है कि मीरा बाई नाम तय करने के बाद भी जोधपुर एम्स से हटा दिया गया। राजस्थान के समस्त प्रबुद्ध नागरिको और साहित्यकारों में मीरा बाई का नाम हटाने पर आपत्ति है।

एम्स से मीरा बाई का नाम हटाने पर बाड़मेर ने नाराजगी जाहिर की है। 
मीरा का नाम मारवाड़ में स्थापित जोधपुर एम्स में शिलान्यास के बाद हटाना, उस महान् आत्मा का अपमान करना है।अतः एम्स का नामकरण पुनः मीरा बाई के नाम से करने को लेकर गुरूवार को ज्ञापन दिया जाएगा ,

पधारो म्हारी लाडो’े’’ का हुअुआ आगाज

पधारो म्हारी लाडो’े’’ का हुअुआ आगाज 

बेिटियां बचाने को लेकेकर स्वास्थ्य विभाग का अनूठूठा प्रय्रयास, एक वशर चलेगेगा जागरूकता

महाअभियान, केयेयर्न देगेगा िक्षण व स्वास्थ्य सामग्री्री 

 
बाडमेरेर। बेटियों को लेकर हमें और हमारे समाज को सोच बदलनी होगी और इसके जिए जरूरी है 

कि हम जन्म से ही बेटेबेटियों के बीच के भेदभाव खत्म करें। यह भी बहुत बुरी स्थिति है कि 

पुरूश की बजाए महिलाएं भी बेटियों के साथ भेदभाव करती हैं। इसलिए आज प्रण लें कि हम इस 

भेदभाव को जड़ से समाप्त करेंगे। ये भावनाएं बुधवार को जिला प्रमुख मदनकौर ने व्यक्त की, जो 

स्वास्थ्य विभाग, केयर्न इंडिया, हेल्पेज इंडिया और स्माईल फाउंडोन इंडिया के संयुक्त तत्वावधान 

में आयोजित ॔॔पधारो म्हारी लाडो’’ जागरूकता महाअभियान को संबोधित कर रही थीं। इस मौके 

पर चौहटन प्रधान भामा बानो, सीएमएचओ डॉ. हेमराज सोनी, केयर्न इंडिया की वेरोनिका ज्योरज, 

सुमन तालुकदार, यावंत सिन्हा, सीपी राजावत एवं उर्मिला स्वामी मौजूद थी। अभियान की 

भाुरूआत वार्ड नंबर 20 के आंगनबाड़ी केंद्र और बायतु ब्लॉक के खानजी का तला ग्राम पंचायत से 

हुआ। इस अवसर पर बालिकाओं का जन्मदिन केक काटकर मनाया गया और उन्हें विभिन्न उपहार 

दिए गए। 

चौहटन पंचायत समिति की प्रधान भामा बानो ने कहा कि कन्या भू्रण हत्या और बेटेबेटियों के बीच 

के भेदभाव का कम करने के उद्देय से जो यह कदम उठाया गया है, वह बेहद सराहनीय है। 

मुझे खुाी है कि धीरेधीरे बेटियों के प्रति समाज की धारणा बदल रही है, लेकिन इस धारणा को 

पूरी तरह से बदलने के लिए हमें सामूहिक प्रयास करने होंगे। केयर्न इंडिया की वेरोनिका ज्योरज 

ने कहा कि किसी भी समाज या दो की प्रगति के लिए जरूरी है कि बेटेबेटियों के बीच के 

भेदभाव को समाप्त किया जाए। विभाग द्वारा उठाए गए इस कदम की सराहना करते हुए उन्होंने 

कहा कि इससे समाज में सकारात्मक संदो जाएगा और बदलाव की बयार आएगी। जिला आईईसी 

समन्वयक विनोद बिनोई ने बताया कि अभियान के तहत आगामी कार्यक्रम भाहरी आंगनबाड़ी केंद्र 

के साथ ही धोरीमन्ना ब्लॉक में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। बुधवार को आयोजित 

कार्यक्रम में पंचायत समिति सदस्य आईएम खान, प्रधानाध्यापक हेमाराम, हेल्पेज इंडिया के केदार 

भार्मा, स्माईल फाउंडोन इंडिया के संजय जोाी, आयुश अधिकारी डॉ. अनिल झा, आा समन्वयक 

राको भाटी, आा सहयोगिनी रेणुका, अरूणा, मनसा आदि भी मौजूद थे। 

छलक आते हैं ैं आसंसं ू 

जिला प्रमुख मदनकौर ने कहा कि अब तो हर रोज नवजात बच्चियों को झांडियों में फैंकने की 

खबर अखबारों में पॄने को मिल जाती है, जिसे देख दिल पसीज उठता है। उन्होंने कहा कि यह 

हमारे समाज व दो के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है, जिससे हमसब को मिलकर मुकाबला करना 

होगा। उन्होंन आह्वान किया कि ऐसे लोगों को हमें कड़ी से कड़ी सजा दिलानी चाहिए और इनका 

जिला ग्रामीण स्वास्थ्य ग्रा्रामीण्समिति, बाड़म़मेरेर 

कार्यालय मुखुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बाड़म़मेरेर 

फोनेन ़919829762729 पमबण्इंतउमत/हउंपसण्बवउ 

बहिश्कार करना चाहिए। जिला प्रमुख मदनकौर ने कार्यक्रम के दौरान अपने व्यक्तिगत अनुभवों को 

भी आमजन के साथ साझा किया। उन्होंने बच्चियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे अधिक से 

अधिक िक्षा ग्रहण कर बाडमेर और दो का नाम रोान करें। उन्होंने बच्चियों के परिजनों से भी 

बालिकाओं को िक्षित करने के लिए प्रेरित किया। 

हुइुई बेटेटी, बजी थाली 

स्वास्थ्य विभाग के आईईसी अनुभाग और केयर्न इंडिया द्वारा आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की 

आगामी कड़ी में बेटी के जन्म पर थाली बजाने की प्रथा भाुरू की जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य 

संस्थानों में एएनएम व आाओं के जरिए मुख्यतः थाली बजवाई जाएगी। बुधवार को आयोजित 

कार्यक्रम के दौरान जिला प्रमुख मदनकौर द्वारा बेटी के जन्म पर थाली बजाने की प्रथा भाुरू करने 

की घोशणा की गई तो वार्ड में बच्ची के जन्म अवसर देखते हुए आंगनबाड़ी केंद्र पर थाली बजाई 

गई। आाओं एवं आमजन ने भी इस प्रथा में सहभागिता अदा करने का निर्णय लिया। 

बेिटियों ें की हुइुई मनुहुहार 

वार्ड नंबर 20 में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर राधिका, पूनम, भूमिका और मानसी का जन्मदिवस केक 

काटकर मनाया गया। अतिथिगणों ने सभी बालिकाओं को िक्षण सामग्री उपहार स्वरूप प्रदान की। 

वहीं यहां मौजूद सभी बच्चों को टॉफियां भी वितरण की गई। इसी तरह बायतु ब्लॉक के खानजी 

का तला गांव में सलमा व भानूप्रिया का जन्मदिन मनाकर उन्हें िक्षण सामग्री दी गई। वहीं तीन 

माह तक की बच्चियों दुर्गा, बबली, भगवती, मीरां, गंगा, बरजू एवं अचली को स्वास्थ्य सुरक्षा सामग्री 

प्रदान की गई। 

एक वशर चलेगेगा अभियान 

केयर्न इंडिया के सुमन तालुकदार ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि ॔॔पधारो म्हारी लाडो’’ 

जागरूकता महाअभियान एक वशर तक नियमित रूप से चलेगा। केयर्न द्वारा जिले के चार ब्लॉकों में 

तीन माह की बेटियों को स्वास्थ्य सामग्री और एक से तीन वशर तक की बच्चियों को िक्षण सामग्री 

दी जाएगी। अभियान के तहत प्रत्येक माह इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित कर आमजन में 

जागरूकता पैदा की जाएगी। जबकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चियों का 

जन्मदिन मनाया जाएगा। इसके साथ ही अन्य जागरूकता गतिविधियां भी जल्द ही भाुरू की 

जाएंगी।

सलमान खुर्शीद ने केजरीवाल को धमकाया

सलमान खुर्शीद ने केजरीवाल को धमकाया

नई दिल्ली। ट्रस्ट पर लगे आरोपों के कारण केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद अपना आपा खोते जा रहे हैं। अब तो वह खुले आम आरोप लगाने वाले अरविंद केजरीवाल को धमका रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने फर्रूखाबाद में खुर्शीद के खिलाफ आंदोलन की बात कही है। इससे खुर्शीद उखड़ गए हैं।

उन्होंने कहा कि मैं केजरीवाल को वहां जाने का वीजा नहीं दूंगा। फर्रूखाबाद जाने के लिए लंबा रास्ता है। दिल्ली से फर्रूखाबाद 300 किलोमीटर दूर है। केजरीवाल को वहां जाने दीजिए। उसे यह ध्यान में रखना चाहिए कि वहां से वापस भी आना है। बहुत दिनों से मेरे हाथ में कलम थी। मुझे वकीलों का मंत्री बनाया गया था। मुझे कहा गया था कि कलम से काम करूं लेकिन अब मैं लहू से भी काम करूंगा। सवाल करने वाले भूल जाएंगे कि सवाल कैसे पूछा जाता है। कानून मंत्री ने यह बात अपने घर पर समर्थकों के सामने कही।

खुर्शीद की इस धमकी पर केजरीवाल के सहयोगी कुमार विश्वास ने कहा कि हम हर हाल में फर्रूखाबाद जाएंगे। खुर्शीद को जो करना है कर ले। हमें तो खुर्शीद के ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई करने को लेकर भी संदेह हो रहा है। विश्वास ने कहा कि प्रधानमंत्री खामोश बैठे हैं इसलिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को खुर्शीद की धमकियों को संज्ञान में लेना चाहिए।

इससे पहले खुर्शीद ने जब दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस की थी तो उन्होंने स्टिंग ऑपरेशन करने वाले पत्रकार को भी धमकाया था। उन्होंने चैनल के खिलाफ 200 करोड़ का मानहानि का केस भी किया है। निजी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन के खुलासे के बाद अरविंद केजरीवाल ने खुर्शीद के इस्तीफे की मांग को लेकर दिल्ली में तीन दिन तक आंदोलन चलाया था। वह तीन दिन तक संसद मार्ग पर धरने पर बैठे रहे। जब खुर्शीद का इस्तीफा नहीं हुआ तो उन्हें ही अपना धरना समाप्त करना पड़ा।

मोदी को बनाओ प्रधानमंत्री

एक्स्क्लूसिव: इस पत्र से भाजपा में हड़कंप

मोदी को बनाओ प्रधानमंत्री 


नई दिल्ली। गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले ही मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का समर्थन मिलने लगा है। राजस्थान से राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी ने बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी को पत्र लिखकर मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाने की वकालत की है। इस पत्र को लेकर बीजेपी में हड़कंप सा मच गया है और पार्टी अध्यक्ष गडकरी ने इस सवाल पर चुप्पी साध ली है ।

अगले आम चुनाव के लिए पार्टी में अभी तक राय यही है कि किसी भी नेता को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया जाए,क्योंकि पार्टी के कई नेता इस लायक हैं। नाम तय करने से पार्टी के कई बड़े नेताओं के बीच आपसी विवाद बढ़ सकता है। पार्टी में मोदी के अलावा लालकृष्ण आडवाणी,अरूण जेटली, सुषमा स्वराज,राजनाथ सिंह, शिवराज सिंह चौहान आदि खुद को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार मानते हैं।

इससे पहले 1996,1998,1999 और 2004 में अटल बिहारी वाजपेयी और 2009 में लालकृष्ण आडवाणी बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे,लेकिन इस बार अभी तक किसी एक नाम पर आमराय नहीं बन पाई है। हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि संघ परिवार ने मोदी के नाम पर अपनी हामी भर दी है। बीजेपी की हाल में सूरजकुंड में हुई नेशनल एक्जीक्यूटिव में नहीं बुलाए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए जेठमलानी ने 27 सितंबर 2012 को पार्टी अध्यक्ष को पत्र लिखा था।

जेठमलानी ने कहा है कि मैं नेशनल एक्जीक्यूटिव में अपने नेताओं के सामने अपनी कुछ बात रखना चाहता था लेकिन मुझे नहीं बुलाया गया। ये तय किए बिना कि हमारा प्रधानमंत्री कौन होगा, 2014 से पहले के चुनाव प्रचार की एक्सरसाइज बेमानी सी होगी। जेठमलानी ने तो एक शेडा कैबिनेट बनाने की सलाह भी दी है जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों को सरकार में शामिल किया जाए। हालांकि इससे कुछ लोगों को परेशानी हो सकती है लेकिन वोटर को अनिश्चितता में रखने के बजाए बेहतर होगा इस सच का सामना किया जाए।

नेशनल एक्जीक्यूटिव में तो जेठमलानी के इस पत्र को गडकरी ने चर्चा के लिए नहीं रखा, लेकिन जेठमलानी ने कहा है प्रधानमंत्री का उम्मीदवार चुनना कोई मुश्किल काम नहीं है और नरेन्द्र मोदी की काबिलियत पर शक से परे है। उन्हें माइनोरिटी विरोधी प्रचार का शिकार बनाया गया है और इस धब्बे को हटाना ज्यादा मुश्किल काम नहीं है। जेठमलानी ने दो पन्नों के इस पत्र में सेक्यूलरिज्म को ठीक से समझाने का सुझाव भी दिया है और कहा है कि अल्पसंख्यकों को उनकी सुरक्षा और प्रगति का भरोसा दिलाया जाना चाहिए। पिछली बातों को भूलने और माफ करने की जरूरत है।

भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पार्टी के कुछ नेताओं के रवैये को लेकर जेठमलानी ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि अगले दो साल हमें भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाना चाहिए। लेकिन इससे पहले इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि हमारे नेताओं और उ?मीदवारों के चेहरे भी साफ हों। जेठमलानी ने इस बात पर व्यंग करते हुए नाराजगी जाहिर की है कि पार्टी के कुछ नेता ये कहते फिर रहे हैं कि ब्लैक मनी कोई मुद्दा नहीं हैं और हमारे प्रवक्ताओं को ये इशारा किया गया है कि वो ब्लैक मनी के मुद्दे पर जोर ना दें। जेठमलानी ने आखिर में लिखा है कि और भी बहुत सी बातें हैं जिन पर बात करनी है,उम्मीद है कि अगली मुलाकात से पहले आप इस पत्र पर ध्यान देंगे ।