सोमवार, 23 जुलाई 2012

व्यापारी की बीवी और बार डांसर की हरकत, अब मुंह छिपाने से क्या होगा...


 
चंडीगढ़. सेक्टर-17 के डिस्कोथेक में रविवार रात स्मैक सप्लाई की जा रही थी। स्मैक बेच रही थी एक नवविवाहित महिला और उसके साथ थी एक बार डांसर। पुलिस को इसकी सूचना मिली, तो डिस्कोथेक के बाहर नाका लगा दिया गया।


जैसे ही दोनों बाहर निकलीं, पुलिस ने उनकी तलाशी ली और महिला से स्मैक बरामद कर ली। सेक्टर-32 की रहने वाली इस महिला के खिलाफ पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है, जबकि डांसर से पूछताछ की जा रही है। दोनों को सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।


वीकएंड पार्टी में नशा


डिस्कोथेक में रात करीब 9 बजे वीकएंड पार्टी थी। सूत्रों के मुताबिक यह महिला और डांसर अपने पार्टनर के साथ वहां आईं थी। इस दौरान कई लड़के-लड़कियां उनके पास आते रहे। वह कोई सामान देतीं और लड़के उन्हें पैसे देते। डिस्कोथेक में मौजूद एक लड़के को शक हुआ, उसने थाना 17 पुलिस को इसकी सूचना दी। चौकी इंचार्ज सोहन सिंह ने डिस्कोथेक के बाहर नाका लगाकर उन्हें स्मैक सहित गिरफ्तार कर लिया।


स्टील व्यापारी की बीवी


आरोपी महिला की पिछले दिनों ही सेक्टर-32 के एक बड़े स्टील व्यापारी से शादी हुई है। युवती रईस परिवार से है, ऐसे में पुलिस समझ नहीं पा रही कि उसे नशा बेचने की क्या जरूरत पड़ गई। उसका पति दिल्ली गया हुआ है।


एएसआई के बेटे का भी नाम


सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में इस युवती ने चंडीगढ़ पुलिस के एक एएसआई के बेटे का नाम भी बताया है। पुलिस उससे भी पूछताछ करेगी। इस घटना के बाद शहर में सभी डिस्कोथेक के आसपास चौकसी बढ़ा दी गई।


नशे के साये में डिस्कोथेक


शहर के कुछ डिस्कोथेक में नशे की सप्लाई हो रही है। नशे के सौदागर डिस्कोथेक में स्मैक और कोकीन सप्लाई कर रहे हैं। इस बारे में एनसीबी विभाग भी पुलिस को चेता चुका है। इंटेलीजेंस डिपार्टमेंट ने डिस्कोथेक के संचालकों को इस बारे में सूचित कर दिया था कि वीकएंड पार्टीज में लाखों का ड्रग्स शहर में बिक रहा है। पहली बार इस तरह लड़की के स्मैक समेत पकड़े जाने से एनसीबी के दावे सच साबित हो रहे हैं।


दोहरी रणनीति


डिस्कोथेक के बाहर होने वाले बवाल पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने कई डिस्कोथेक के चारों तरफ नाकाबंदी करने का दावा किया है। कुछ एक डिस्कोथेक के बाहर पुलिस ने पूरा पहरा लगा दिया है। जबकि सेक्टर 26 के कुछ डिस्कोथेक जोकि रसूखदारों के हैं, उनके रेस्टोरेंट के बाहर तो नाकाबंदी की गई है, लेकिन डिस्कोथेक के बाहर पुलिस नहीं है। सूत्रों की मानें तो शुक्रवार को ट्रैफिक पुलिस और पीसीआर की तैनाती इन डिस्कोथेक के बाहर थी, जबकि एक बड़े अफसर के कहने पर एकाएक यहां से नाके हटा दिए गए।

पाक नागरिक नए तरीके से सोना छुपाकर ला रहे हैं भारत!



थार लिंक एक्सप्रेस से आने वाले पाक नागरिकों ने चोरी-छुपे सोना लाने का नया तरीका इजाद किया है। शनिवार देर रात एक पाकिस्तानी पानी के घड़े के नीचे सिर पर रखने वाली कपड़े से बनी ‘ईडाणी’ के भीतर सोने का कड़ा छुपा कर लाया। लेकिन कस्टम अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया और 110 ग्राम सोना जब्त कर लिया। पाक से आई थार लिंक एक्सप्रेस शनिवार रात करीब 11 बजे मुनाबाव स्टेशन पर पहुंची।

 

कस्टम अधिकारियों ने यात्रियों का सामान चैक किया। इस दौरान अधिकारी युधिष्ठिर सिंह को सिंध क्षेत्र में रहने वाले रतनाराम के पास कपड़े से बनी नई ईडाणियां मिली। एक ईडाणी का वजन कुछ ज्यादा होने पर संदेह हुआ। कस्टम अधिकारियों ने उसे खोला तो उसमें 110 ग्राम सोने का कड़ा निकला।



पूछताछ करने पर उसने ईडाणी का कपड़ा ही भारी होना बताया। इस पर कस्टम अधिकारी ने सहायक आयुक्त रचना तंवर और अधीक्षक पृथ्वीसिंह देथा को बुला लिया। कस्टम अधिकारियों ने ईडाणी को खोला तो उसमें 110 ग्राम सोने का कड़ा निकला। कस्टम ने गैरकानूनी तरीके से लाए इस सोने को जब्त कर लिया।



सोने पर पॉलिश कर भी छुपाया :



भारत में बसने की इच्छा लेकर आने वाले पाक नागरिक अपनी प्रॉपर्टी बेच कर आते हैं। वे अपना पैसा सोने में बदल कर लाते हैं, लेकिन कस्टम विभाग इसकी इजाजत नहीं देता इसलिए वे चोरी-छुपे सोना लाते हैं। सितंबर-अक्टूबर 2010 में कस्टम ने 8 जनों से 1 किलो 250 ग्राम सोना जब्त किया था। इनमें से रणजीत सिंह ने जेवरात पर नेलपॉलिश कर रखी थी, जबकि तीन महिलाएं नए जेवरात को पुराना रूप देकर लाई थी।



जेवर की इजाजत, नए सोने की नहीं :



कस्टम के कानून में जेवरात जब्त करने के स्पष्ट निर्देश नहीं हैं। जेवरात पहन कर आ सकते हैं, मगर कस्टम ड्यूटी का मामला और जुर्म तब बनता है जब इन जेवरात को छुपा कर लाया जाए अथवा नए सोने को जेवरात का रूप देने के लिए रफ घड़ाई की गई हो, या फिर 24 कैरेट शुद्ध सोना हो। यह सोना कोर्ट से छुड़ाया जा सकता है। पांच लाख तक के सोने की जब्ती के मामले में सुनवाई उपायुक्त स्तर पर तथा उससे अधिक के सोने के लिए अवर आयुक्त सुनवाई करते हैं।

98 की उम्र में नेताजी की कैप्‍टन का निधन, देह कर गईं दान

कानपुर. देश की आजादी में अहम रोल अदा करने वालींस्वतंत्रता संग्राम सेनानी लक्ष्मी सहगल का कानपुर के एक अस्‍पताल में सोमवार को निधन हो गया।
उनका इलाज करने वाले डॉक्‍टर वीके जौहरी ने बताया उन्‍हें 19 जुलाई को काफी तेज दिल का दौरा पड़ा था। तब से ही उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। आजादी की लड़ाई में नेताजी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वालीं लक्ष्मी सहगल को कानपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें पहले आईसीयू में रखा गया, लेकिन बाद में हालत और खराब होने पर शुक्रवार रात को वेन्टीलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था।
 
आजाद हिन्द फौज में कर्नल और 'आजाद हिन्द सरकार' में महिला मामलों की मंत्री रह चुकीं लक्ष्‍मी पेशे से डॉक्टर थीं। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने तब सुर्खियां बटोरी थीं, जब उन्‍हें सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिन्द फौज की 'रानी झांसी रेजिमेंट' की कमांडर बनाया था।
1914 में परंपरावादी तमिल परिवार में जन्‍मी डॉक्टर लक्ष्मी सहगल ने मद्रास मेडिकल कॉलेज से मेडिकल की डिग्री ली। इसके बाद वह सिंगापुर चली गई थीं। पिछले कई सालों से वह कानपुर के अपने घर में बीमारों का इलाज करती रही थीं। उन्‍होंने अपना पूरा शरीर भी एक अस्‍पताल को दान कर दिया था। लक्ष्‍मी सहगल को भारत सरकार ने 1998 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया था। कैप्टन सहगल ने 2002 में एपीजे अब्‍दुल कलाम के खिलाफ वामपंथी दलों के उम्‍मीदवार के तौर पर राष्‍ट्रपति चुनाव भी लड़ा था।

'जैसलमेर बनने जा रहा है देश का पहला मॉडल मिलिट्री स्टेशन'

.डेजर्ट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल फिलिप काम्पोज ने कहा कि भारतीय थलसेना के आधुनिकीकरण व ट्रांसफॉर्मेशन के तहत जैसलमेर में देश का पहला मॉडल व मॉडर्न मिल्रिटी स्टेशन बनाया जा रहा है। नई रणनीति के तहत ही वहां कई नई यूनिटें जा रही हैं और इनके लिए निर्माण कार्य चल रहा है। यह देश के अन्य मिल्रिटी स्टेशनों के लिए एक मिसाल बनेगा।

कोणार्क ऑडिटोरियम में रविवार को गौरव सेनानियों की रैली के बाद पहली बार पत्रकारों से बातचीत के दौरान काम्पोज ने बताया कि 21 वीं सदी में जिस तरह विकसित देशों की सेनाओं को आधुनिक व सशक्त बनाया जा रहा है, उसीके अनुरूप भारतीय थल सेना में भी बदलाव किए जा रहे हैं। आधुनिक युद्धक प्रणाली तथा युद्ध की जरूरत के मुताबिक बदलाव कर नई तकनीक को अपनाया जा रहा है। इसके लिए चुनिन्दा जगहों को हब बनाया जा रहा है।


जमीनों की ऑडिट से सच सामने

सैन्य जमीनों के घोटाले के सवाल पर उन्होंने कहा कि सेना की जमीनों पर अतिक्रमण हुए थे। इसके लिए हाल ही में लैंड ऑडिट करवाई गई है। इससे सैन्य जमीन पर अतिक्रमण का पता चला है और नई जमीन चिह्न्ति हुई है। अब जमीनों के घोटाले नहीं हों इसके लिए जिम्मेदारी तय की गई है। युद्धाभ्यास सुदर्शन शक्ति के दौरान चिंकारा शिकार के बारे में उन्होंने कहा कि यह डेजर्ट कोर के क्षेत्र में हुआ था। कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में कुछ सैनिक मांस खरीदने के दोषी पाए गए है। सैन्य नियमों के तहत उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

अर्जुन मार्क दो का ट्रायल जारी

काम्पोज ने कहा कि डीआरडीओ की ओर से विकसित किए गए स्वदेशी युद्धक टैंक अर्जुन-2 का ट्रायल चल रहा है। यह हमारा खुद का विकसित टैंक है। यह भी अर्जुन-1 की तरह ही सेना की उम्मीदों पर खरा उतरेगा।

टाईगर ने बाईक पर शहर की यातायात व्यवस्था को परखा

टाईगर  ने बाईक पर शहर की यातायात व्यवस्था  को परखा 

-- बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिला मुख्यालय पर बेतरतीब यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने की पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट की पहल के चलते सोमवार को पुलिस अधीक्षक यातायात प्रभारी की मोटर साईकिल पर हेलमेट पहन शहर के विभिन्न स्थानों पर यातायात की व्यवस्थाओ से रूबरू हुए ,बाड़मेर में ओवर ब्रिज निर्माण के चलते बिगड़ी यातायात व्यवस्था से आम आदमी परेशां हे इसको लेकर दो रोज पूर्व राहुल बारहट ने बाड़मेर की मीडिया के साथ यातायात दुरुस्त करने को लेकर चर्चा की थी ,इस चर्चा और सुझावों पर अमल करते हुए पुलिस अधीक्षक स्वयं बाईक पर सवार होकर सबसे पहले विवेकानद चौराहे पर पहुँच व्यवस्था को देखा इसी दौरान के बाईक सवार पुलिस अद्फ्हिक्षक की बाईक से भीड़ गया ,,जिसका तत्काल चालान कटा गया .पुलिस अधीक्षक ने किसान छात्रावास के सामने रेलवे फाटक ३२६ पर काफी समय खड़े रहकर यातायात को देखा ,बाद में उन्होंने अहिंसा चौराहा ,स्टेशन रोड ,सुभाष चौक ,चौहटन रोड ,गाँधी चौक ,अम्बर सिनेमा के पास ,सिंधारी चौराहा तथा सब्जी मंदी की यातायात व्यवस्था को परखा .राहुल बारहट ने बताया की आज बाईक पर आम चेकिंग की गयी ,जिससे मुझे ट्रेफिक मो व्यवस्थित करने में आ रही दिक्कतों को समझा जा सके ,उन्होंने बताया की बाड़मेर की टेम्पो चालको ,व्यापारियों ,रेलवे अधिकारियों के साथ य्यातायत को दुरुस्त करने को लेकर बेठको के जरिये दुरुस्त किया जाएगा उन्होंने बताया की बाड़मेर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने जके लिए निजी बस संचालको के साथ भी मीटिंग की जा रही हें सभी के सहयोग से यातायात को दुरुस्त कर आदर्श ट्रेफिक व्यवस्था लागू करने का प्रयास किया जा रहा हें .जिसके लिए आम जन से भी सहयोग अपेक्षित हें

अमीन खान उतरे गहलोत के खिलाफ बगावत पर चुनौती दी शिव विधान सभा क्षेत्र में बाहरी प्रत्यासी मंजूर नहीं

अमीन खान उतरे गहलोत के खिलाफ बगावत पर चुनौती दी  शिव विधान सभा क्षेत्र में बाहरी प्रत्यासी मंजूर नहीं 

बाड़मेर राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के अपदस्थ होने के साथ ही राज्य सरकार में अल्पसंख्यक मामलात राज्य मंत्री अमिन खान की जुबान पर लगा ताला फिर खुल गया .अमीन ने बद्फ्मेर में बदलते राजनीती हालातो का आभास होते ही कांग्रेस को खुली चुनौती दी हें की आगामी विधान सभा चुनावों में शिव विधान सभा क्षेत्र से बाहरी प्रत्यासी को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा .अमीन खान रविवार को सीमावर्ती रामसर में आयोजित मेघवाल समाज के शिलान्यास कार्यक्रम में बोल रहे थे .अमीन ने कहा की वो अगला विधान सभा चुनाव नहीं लड़ेंगे यह सीट युवा वर्ग के लिए खली कर रहा हूँ मगर पार्टी शिव के स्थानीय व्यक्ति को ही उम्मेदवार बनाये ,बाहर प्रत्यासी को किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं किया जाएगा .अमीन खान का बाहरी प्रत्यासी के तौर पर इशारा चौहटन के पूर्व दिवंगत नेता अब्दुल हादी परिवार की और था .गत दीनो से अब्दुल हादी की पुत्रवधू शम्मा खान बाड़मेर ही नहीं राज्य की राजनीति ने तेज़ी से आगे बड़ी हें .अमीन खान के रिश्ते कभी मुकुल वासनिक और अहमद पटेल से नजदीकी हुआ करते थे जिसमे शमा खान ने सेंध लगा दी .राजनीति सूत्रों ने बताया की पार्टी की और से अमीन खान को शिव विधान सभा सीट अग्लेविद्फ्हन सभा चुनावो में खाली करने का संकेत दिया हें अमीन खान को विधान परिषद् का हिस्सा बनाने की बात कोंग्रेस की और से राखी जिसका अमीन ने विरोध किया .अमीन खान और अब्दुल हादी के खात्ते रिश्तो के चलते अमीन खान की दावेदारी के लिए चुनौती बनी शमा खान का अमीन ने सार्वजनिक विरोध कर बिगुल बजा दिया .अमीन को ज्ञात हें की राज्य के मुखिया अशोक गहलोत भी शिव से शम्मा खान की दावेदारी चाहते हें अमीन ने सीधे पार्टी के खिलाफ बाहरी प्रत्यासी को लेकर बगावत के स्वर बुलंद कर दिए .अमीन ने बताया की अगला चुनाव मै नहीं लडूंगा मई अपनी दावेदारी युवा साथियों के लिए वापस ले हरा हू मगर शिव में बाहरी प्रत्यासी को उम्मेदवार बनाया तो बर्दास्त नहीं किया जाएगा ,बहरहाल अमीन खान ने विधान सभा चुनावों से डेढ़ साल पहले ही पार्ट्री को चेता दिया की शिव में उनकी मर्जी के बिना बाहरी प्रत्यासी को उतारा को अंजाम ठीक नहीं होगा .अमीन खान राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के खिलाफ बयां देकर चर्चा में आये थे बाद में अशोक गहलोत ने अमीन से मंत्री पद से इस्तीफा ले लिया था .जब तक प्रतिभा पाटिल राष्ट्रपति रही अमीन खान की जुबान बंद रही रविवार को प्रणव मुखर्जी नए महामहिम बनते ही अमीन खान पुराने ट्रेक पर आ गए अमीन के इस बयान के बाद बाड़मेर की राजनीती में भूचाल आ गया हे अमीन के इस बयां को गहलोत की सीधी खिलाफत माना जा रहा हें ,.

रविवार, 22 जुलाई 2012

रेप आरोपी स्टाफ सार्जेट को 20 साल कैद

रेप आरोपी स्टाफ सार्जेट को 20 साल कैद
सान एंटोनियो। अमेरिकी वायुसेना के स्टाफ सार्जेंट लुईस वाकर को रंगरूटो के यौन शोषण और बलात्कार का दोषी पाए जाने पर शनिवार को 20 वर्ष कैद की सजा सुनाई गई।

सेना की एक जूरी ने यौन शोषण और बलात्कार समेत 28 आरोपों में लुईस को दोषी पाए जाने के बाद उसे 20 साल कैद की सजा सुनाई। लुईस के खिलाफ 10 लोगों ने गवाही दी। लुईस के खिलाफ सान एंटोनियो में लैकलैंड वायुसेना अड्डे पर रूंगरूटो के यौन शोषण और बलात्कार समेत 28 आरोप थे और इन सभी आरोपों में वह दोषी पाए गए।

राजस्थान में संगमा के पक्ष में क्रॉस वोटिंग

 

नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव में जहां कर्नाटक में यूपीए उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग हुई वहीं राजस्थान में भाजपा समर्थित उम्मीदवार पीए संगमा के पक्ष में क्रॉस वोटिंग हुई। राजस्थान में कुल 200 विधायक हैं। 198 विधायकों ने ही वोट डाले थे। महिपाल मदेरणा और मलखान विश्नोई वोट नहीं डाल पाए थे। प्रणब को 113 वोट मिले जबकि संगमा को 85 वोट मिले। राज्य में भाजपा के 78 विधायक हैं। अगर दो निर्दलीय विधायकों और भाजपा से निलंबित एक विधायक ने संगमा के पक्ष में वोट किया है तो संगमा के पक्ष में वोटों की संख्या 81 हो जाती है। अगर गोलमा देवी ने भी संगमा को वोट डाला है तो संगमा को मिलने वाले वोटों की संख्या 82 हो जाती है लेकिन संगमा को 85 वोट मिले। इसका मतलब है कि सत्तारूढ़ पार्टी के ही विधायकों ने संगमा को वोट दिया होगा। गोलमा देवी ने इसलिए संगमा के पक्ष में वोट डाला होगा क्योंकि उनके पति और दौसा से सांसद किरोड़ी लाल मीणा आदिवासी को राष्ट्रपति बनाने के लिए मुहिम चला रहे थे। राजस्थान में करीब 13 विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से असंतुष्ट बताए जाते हैं।

जैसलमेर शांति भंग में तीन और तार चोरी में एक गिरफ्तार

जैसलमेर शांति भंग में  तीन और तार चोरी में एक गिरफ्तार 
पुलिस थाना जैसलमेर में शांतिभंग के आरोप में 03 गिरफतार
जैसलमेर पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में  रविवार शाम पांच बजे पर चिमनाराम उनि मय जाब्ता द्वारा कस्बा जैसलमेर में गस्त के दौरान कस्बा बाजार से बाबुसिंह पुत्र हुकमिंसह राजपुत निवासी लखा, डूंगरिंसंह पुत्र अमरिंसह नि0 म्याजलार एवं दिलीपिंसह पुत्र शम्भूसिंह नि0 बडोडा गॉव को आपस से लडाईझगडा करके शांतिभंग करने के आरोप में गिरफतार किया गया।

पुलिस थाना खुहडी में तार चोर 24 घण्टो में पुलिस की गिरफ्त में

जैसलमेर जैसलमेर जिले के म्याजलार में तार चोरी के मामले में पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया .पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने बताया की उमगिंसंह पुत्र गोपालसिंह सिक्यूरिटी इन्चार्ज सुजलोन कम्पनी में पुलिस थाना खुाहडी में पेश होकर एक रिपोर्ट पेश की कि सुजलोन कम्पनी की भोपा साईड पर जले हुए पखे का माल चोरो द्वारा चुराकर ले गये है जिस पर पुलिस थाना खुहडी में रिपोर्ट पेश कर जॉच नारायणसिंह हैड कानि0 98 को सोपी गई। नारायणसिंह हैड कानि0 द्वारा उक्त मुकदमे की जॉच करते हुए चोरो की तलाश थाना हल्खा क्षैत्र में एवं अन्य जगहो पर की जिस पर नारायणसिंह हैड कानि0 मय जाब्ता द्वारा चोरी में शरीक चोर पताराम पुत्र भंवरूराम निवासी जीवणे की बस्ती बाडमेर को दस्तयाब कर थाने लाया गया जिससे पुछताछ की गई तो उसने चोरी करना स्वीकार किया तथा अपने साथ ओर भी साथी होना बताया। मुकदमे में आगे का अनुसंधान जारी है। पताराम के साथी चोरो की तलाश जारी है। पताराम को बाद पुछताछ न्यायालय में पेश किया गया, जहॉ से उसे न्यायिक हिरासत में भिजवाया गया।

कुत्तों नें तरकी की या इन्सान गिर गया।


नारायण बारेठ की फिलोसफी को सलाम 


कुत्तों नें तरकी की या इन्सान गिर गया। 

महात्मा इसरदासजी के जन्मोत्सव समारोह में भाग लेने आऐ बी बी सी संवाददाता नारायण बारेट ने समारोह में भाशण दिया उसो आं आपके सामने रख रहा हूॅ।सुत इसरदासजी की पावन धरा को भात भात नमन।भारत के आरे में कहा जा रहा हैं।आजादी के पैंसठ सालों में जोरदार विकास हुआ हैं।िक्षा के क्षैत्र में भी ।लोग िक्षित हुऐ तो आज सभ्य और िक्षित समाज में बलात्कार ,दहेज हत्याए,भाई भाई खून के प्यासे ,जमीनों के लिऐ परिवार क्यों टूट रहे हैं,चरित्र पतन क्यो हो रहा हैं।दो में धर्म के प्रति आस्था जितनी बी उतनी तेजी से जुर्म बे।आज करोडों लोग मंदिरो की चौखट पर जाते हैं फिर जुर्म क्यों ब रहा हैं।बारेट ने कहा कि जयपुर में कुत्तों की संख्या अस्सी हजार हैं जो पालतु हैं।कुत्तों के लिऐं रेस्तरां खुल गये।तीन सौ करोड का कुत्ता उद्योग मायने रखता हैं।मेरी समझ में यह नही आ रहा कि कुत्तों नें तरकी की या इन्सान गिर गया। 
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खास रिपोर्ट शिक्षा की यह नीति तो विनाश की ओर बढाऐगी


अथःरक्षम्......चन्दनसिंह भाटी 


खास रिपोर्ट शिक्षा की यह नीति तो विनाश  की ओर बढाऐगी 

वर्तमान सरकार की शिक्षा नीति पर भायद कोई बोल रहा हैं,केन्द्र सरकार के शिक्षा मंत्री कपिल सिब्बल ने दो के कर्णधारों को गर्त में धकेलने में कोई कसर नहीं छोडी।गत सत्र में उनके द्घारा उच्च प्राथमिक कक्षाओं तक के छात्रों को फेल नहीं करने के निर्णय को भायद सभी ने चाहे अनमने से स्वीकार कर लिया हो मगर मुझे इसमें किसी साजि की बू आती हैं।सिब्बल साहब ने तो परीक्षा के मायने बदल परीक्षा को इतिहास बनानें की ठान ली ।कल आपको और हमें बच्चे जब यह पूछेंगे कि परीक्षा क्या होती हैं तब क्या जवाब देंगे।ायद उस वक्त आपके पास कोई जचाब नहीं होगा।आप और हम किस तरह परीक्षओं से पहले रात भर जाग के पा करते थे।परीक्षा के नाम से धडकने तेज हो जाती थी।कडी मेहनत के बाद भी किसी बच्चें को प्रथम श्रेणी नही आती थी तो अभिभावक बच्चों से खफा होते थे।बच्चों को परीक्षओं की तैयारी में अभिभावक किस कदर जुटते थे ।यह आपकी और हमारी उम्र के अभिभावक अच्छी तरह जानते हैं।सरहद पर बसे इस जिले की बात करें तो आ शिक्षा के कारण उच्च सेवाओं में जाने वाले अंगुलियों पर गिनती के लायक लोग थे।िक्षा की नींव को मजबूत करने में सदियॉ लग गई।अब जाकर शिक्षा का स्तर कुछ सुधरा तो सिब्बल साहब नें फिर लोचा डाल दिया।उच्च प्राथमिक स्तर के छात्रों के लिऐ परीक्षा का प्रावधान ही समाप्त कर दिया।आखिर एक छात्र की योगयता का आंकलन कैसे होगा।बिना नींव के इमारत की कल्पना बेमानी हैं।आखिर भारतीय बच्चाके को कमजोर करने की साजि का हिस्सा तो नही बन रही केन्द्र सरकार ।बिना पै लिखे पास होने वाले छात्रों का भविश्य साफ साफ दिखाई दे रहा हैं।प्रतियोगिता के जमानें में बिना परीक्षा दिऐ पास होने का कानून नेताओं की दिवालिया हो चुकी सोच का परिणाम हैं।कहीं यह भारतीय नींव को कमजोर करने की साजि तो नही।अभिभावकों को इस व्यवस्था का विरोध करना चाहीऐ। 



प्रेमी युगल के कपड़े उतारे, पेड़ से बांधा, बाल काटे और फिर...



उदयपुर। सराड़ा उपखंड क्षेत्र के पाल सराड़ा के करकोली गांव से पंद्रह दिन पहले भागी विवाहिता और उसके प्रेमी को ग्रामीण पकड़ कर लाए फिर दोनों को पेड़ से बांधकर उनकी पिटाई की। बाल काट दिए। महिला के कपड़े उतार दिए। पुलिस के बीच बचाव करने पर ग्रामीणों ने विरोध स्वरूप पथराव किया, जिससे मौके पर मौजूद 20 से 25 पुलिस कर्मी व अन्य घायल हो गए।
 


ककोली निवासी विवाहिता दुर्गा पत्नी हामजी उसके पड़ोस में रहने वाले अविवाहित युवक प्रकाश पुत्र भीमजी के साथ पंद्रह दिन पहले घर से भाग गई थी। दोनों ग्रामीण रविवार को खेरवाड़ा व कल्याणपुर के बीच किसी स्थान से पकड़ कर कोलर गांव के लिंबाथड़ा लाए। यहां दोनों को अलग अलग पेड़ों से बांध दिए। दोनों के बाल काटे महिला के कपड़े उतार दिए। बाद में किसी ने महिला को साड़ी ओढ़ाई।



इस बीच सूचना पर पहुंचे प्रशिक्षु थानेदार महेश कुमार ने दोनों को छुड़वाने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने उनका जमकर विरोध किया। बाद में सूचना पर मय जाप्ता पहुंचे सराड़ा थानाधिकारी शिव प्रकाश टेलर ने दोनों को मुक्त करवा कर थाने ले जाने का प्रयास किया तो जीप में बिठाने से पूर्व ही ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया।



इससे वहां मौजूद पुलिस कर्मी व अन्य को चोटें आई। ग्रामीणों का कहना था विवाहिता के भागने और लाने के संबंध में उन्होंने थाने में किसी प्रकार का कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया। वे पुलिस कार्रवाई के बजाय जाति पंचायत में फैसला करना चाहते हैं। पुलिस जबरन हस्तक्षेप कर दोनों को सराड़ा थाने लाई है। गांव में दोनों पक्षों व ग्रामीणों के बीच वार्ता का दौर जारी है।

नरक बनी 'टीनेजर मॉम' की जिंदगी

बेंगलुरु।। वह सिर्फ 13 साल की है और उसे भी अपने हमउम्र टीनेजर्स की तरह कार्टून देखना, दोस्तों के साथ खेलना और बेपरवाह होकर जीना पसंद है। लेकिन अब उसकी मासूमियत कहीं गुम हो चुकी है। हर सुबह स्कूल जाने से पहले वह अपने 3 महीने के अपने बेबी को फीड कराती है और स्कूल से लौटने पर भी उसे अपने बेबी का ख्याल रखना होता है। जिस उम्र में इस बच्ची को खुद पैरंट्स की देखभाल की जरूरत है, उस उम्र में उसे खुद अपने बेबी की देखभाल करनी पड़ रही है। लेकिन 8वीं क्लास में पढ़ने वाली इस टीनेजर के संघर्ष की तो यह शुरुआत भर है।Teenager Mom 
इस टीनेजर की लाइफ एकदम से बदल गई। अप्रैल में पेट दर्द की शिकायत पर इस टीनेजर को लोकल हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां पता चला कि वह प्रेग्नेंट है। इस टीनेजर ने एक बेबी बॉय को जन्म दिया। लेकिन परिवार को उस वक्त यह जानकर और भी सदमा लगा कि उनकी बेटी को उनके एक पड़ोसी ने अपनी हैवानियत का शिकार बनाया है। रेप का आरोपी वह पड़ोसी अब जेल में है।

13 साल की उम्र में ही मां बनी इस मासूम ने पूरी गर्मियां अपने बेटे का ख्याल रखते हुए गुजार दीं। छुट्टियों के बाद जब यह टीनेजर अपने स्कूल लौटी, तो उसे बेहद शर्मनाक हालात का सामना करना पड़ा। उसकी क्लासमेट्स के पैरंट्स नहीं चाहते थे कि उनकी बेटियां उसके साथ बैठें। बल्कि वे तो चाहते ही नहीं थे कि यह टीनेजर मॉम उनकी बेटियों की क्लास में पढ़े। स्कूल ने भी पैरंट्स लॉबी के दबाब के आगे झुकते हुए रेप की शिकार इस टीनेजर को ट्रांसफर सर्टिफ़िकेट थमा दिया। लेकिन अब, पिछले हफ्ते ही कर्नाटक हाईकोर्ट ने स्कूल को आदेश दिया है कि वह तुरंत लड़की को फिर से ऐडमिशन दे।

कम उम्र में मां बनने के बाद इस टीनेजर की जिंदगी पूरी तरह बदल गई है। अब वह स्कूल से लौटकर खेलने नहीं जाती, उसे ज्यादातर वक्त अपने बेबी को देना पड़ता है। इस टीनेजर का कहना है कि बेबी का ख्याल रखने में उसकी ममी भी मदद करती हैं। जब वह बेबी के साथ नहीं होती, तो उसकी मां ही बेबी को बॉटल्ड मिल्क देती हैं।

वेस्ट बेंगलुरु के रामचन्द्रपुरा में 2 कमरों के एक छोटे से घर में रहने वाली इस टीनेजर के पैरंट्स ने परिवार में आए नन्हे मेहमान को स्वीकार कर लिया है। रेप का शिकार हुई टीनेजर के पिता का टूटी हुई टाइल्स का छोटा सा बिजनेस है। उनका कहना है कि वह पहले से ही 4 बच्चों की परवरिश कर रहे थे, ऐसे में वह परिवार में आए नए सदस्य का भी पूरा ख्याल रखेंगे। लेकिन साफ है कि इस टीनेजर मॉम की जिंदगी का सफर आगे भी चुनौतियों से भरा रहने वाला है।

देखिये तस्वीरें पूर्व सैनिकों का कल्याण स्थायी सहायता





देखिये तस्वीरें पूर्व सैनिकों का कल्याण स्थायी सहायता
सरकार ने पूर्व सेनाकर्मियों के कल्याण की योजनाओं में सुधार लाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाते हुए पिछले तीन वर्षों में कई कदम उठाये गए हैं। इनमें 2200 करोड़ रूपये प्रति वर्ष तक के प्रत्यक्ष लाभ शामिल हैं। छठे केन्द्रीय वेतन आयोग के कि्रयान्वयन के बाद मिलने वाले लाभों के अतिरिक्त सशस्त्र बलों के कर्मियों के लिए पेंशन में महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं।

छठे केन्द्रीय वेतन आयोग की स्वीकृति के बाद सशस्त्र बलों से संबंधित पेंशन और अन्य मामलों पर विशेष रूप से विचार करने के लिए एक समिति गठित की गई थी, जिसके अध्यक्ष मंत्रिमंडलीय सचिव थे। इस समिति ने 30 जून, 2009 को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। इस समिति की 7 प्रमुख अनुशंसाओं को सरकार ने लागू कर दिया है जिसके लिए 2200 करोड़ रूपये प्रतिवर्ष खर्च किए जाऐंगे। इस राशि के एक बड़े हिस्से के रूप में 1636 करोड़ रूपये तक की रकम वर्ष 2006 में मंत्रि समूह की सिफ़ारिशों के आधार पर अधिकारी रैंक से नीचे के कर्मियों की पेंशन में और सुधार लाने के लिए खर्च की गई।

पूर्व सेनाकर्मियों की एक दीर्घकालीन मांग को स्वीकार करते हुए सरकार ने 1997 के पहले और बाद के अधिकारी रैंक के नीचे के पेंशन भोगियों के बीच समानता लाने के लिए 470.66 करोड़ रूपए की एक और राशि निर्धारित की थी। इस मंत्रिमंडलीय सचिव समिति द्वारा अनुशंसित अन्य कल्याणकारी उपायों, जिनकों 01 जनवरी, 2006 से जुड़ने वाले लाभों के साथ सरकार द्वारा मंजूरी दी गई थीं, में 33 वर्षों के साथ पूर्ण पेंशन के लिंकेज को खत्म करने, अधिकारी स्तर से नीचे के कर्मिंयों के लिए वर्गीकरण भत्ता शामिल करना, लेफि्टनेन्ट जनरल के लिए कए अलग वेतनमान तैयार करने के साथ उनके पेंशन में संशोधन करना, 01 जनवरी, 2006 के पहले अपंग/युद्ध के दौरान चोटिल पेंशन प्राप्तकर्ताओं के लिए अपंगता/युद्ध के दौरान चोट से संबंधित पेंशन के प्रतिशत की श्रेणियां व्यापक बनाना और ॔ई’ श्रेणी से संबंधित अपंग पेंशन प्राप्तकर्ताओं की स्थिति में पेंशन में युद्ध के दौरान चोट वाले घटक पर नियंत्रण को खत्म करना शामिल है।

पूर्व सेनाकर्मियों की सुविधा के लिए महानियंत्रक रक्षा लेखा ;कंट्रोलर जनरल ऑफ डिफेंस अकाउंट्सद्ध की वेबसाइट ूण्बपिकंण्दपबण्पद पर पिछले वर्ष से सुविज्ञा नामक एक सरल एवं बहुउपयोगी साफ्टवेयर जोड़ा गया है। इसकी सहायता से पेंशन प्राप्तकर्ता अपनी पेंशन की गणना एवं जांच खुद कर सकते हैं। यदि पेंशन में कोई त्रुटि नजर आती है तो वे संबंधित पीसीडीए को उससे अवगत करा सकते हैं। इसके अलावा जिला सैनिक बोर्ड में पूर्व सैनिक कल्याण विभाग द्वारा समयसमय पर लगाए जाने वाले विशेष शिविरों के द्वारा भी अपनी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं। पूर्व सैनिक कल्याण विभाग की जल्दी ही शुरू होने वाली वेबसाइट के जरिए भी पूर्व सैनिकों के साथ सतत आनलाइन सम्पर्क बनाया जा सकेगा और उनकी समस्याओं का समाधान भी तलाशा जा सकेगा।



अधिकतम पेंशन के फलस्वरूप प्रत्यक्ष मौद्रिक लाभ के अलावा, पूर्व सैनिक कल्याण विभाग ने कई अन्य महत्वपूर्ण व कल्याणकारी कदम उठाए हैं। खास बात यह है कि अब इस विभाग का नेतृत्व सचिव स्तर के अधिकारी को सौंपा गया है। सौ प्रतिशत अशक्तता के कारण सेना से पृथक किए गए सशस्त्र सेना कर्मियों के लिए बीते साल 1 अप्रैल से 9 लाख की क्षतिपूर्ति राशि मंजूर की गई है। 2 प्रतिशत से 99 प्रतिशत तक की अशक्तता के लिए यह राशि अशक्तता की स्थिति के मुताबिक कम होती जाती है। सशस्त्र सेना कर्मियों की नि:संतान विधवाओं ;वीर नारियोंद्ध के लिए फैमिली पेंशन को कुछ शर्तों के साथ उसी तिथि से पुनः शुरू कर दिया गया है। दरअसल यह पेंशन अब तक वीर नारियों के पुनर्विवाह की स्थिति में बंद कर दी जाती थी। इसका लाभ 1 जनरी 2006 से पहले शहीद हुए अधिकारियों एवं पीबीओआर दोनों की वीर नारिकयों को मिलेगा।



पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना ;म्ब्भैद्ध, पूर्व सैनिक कल्याण विभाग को ऐसा ही एक आदर्श कदम है जिसने प्राथमिक चिकित्सा देखभाल से लेकर विशेषज्ञतापूर्ण उपचार की सुविधा देश के कोनेकोने में फैले पूर्व सैनिकों तक आसानी से पहुंचा दी है। यही नहीं, ईसीएचएस का लाभ पूर्व सैनिकों के साथसाथ वीर नारियों और उनके आश्रितों को भी मिल रहा है। लगभग 39 लाख पूर्वसैनिक और उनके आश्रित फिलहाल ईसीएचएस से जुड़ी सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। ईसीएचएस को मिल रही शानदार सफलता से उत्साहित सरकार ने अक्तबर 2010 में 199 अतिरिक्त ईसीएचएस पालीक्लिनिक खोलने को मंजूरी दी है ताकि चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार और भी ज्यादा पूर्व सैनिकों तक किया जा सके। अभी तक ईसीएचएस पालीक्लिनिक की संख्या 277 है। नए खुलने वाले 199 पालीक्लिनिक में से 61 तो मार्च के अन्त तक काम करने लगे हैं।



इस वर्ष ईसीएचएस को और व्यापक बनाने के लिए, सरकार ने जनवरी में फैसला लिया है कि अब इन सुविधाओं का विस्तार नेपाल तक किया जाएगा ताकि नेपाली मूल के उन पूर्व सैनिकों को भी इसका लाभ मिल सके जो वहां बस गए हैं। इसका लाभ नेपाल में रहने वाले ाई लाख से ज्यादा गोरखा ;छक्ळद्ध और उनके आश्रितों को मिलेगा।



एक अन्य कल्याणकारी उपाय के रूप में सरकार ने पिछले साल अक्तूबर से वीर नारियों, युद्ध निशक्तों तथा इस श्रेणी में आने वाले अन्य अशक्त सैनिकों के बच्चों के लिए युद्ध स्मारक छात्रावास सहायता राशि 900 रू से ब़ाकर 1350 रू प्रति रहवासी कर दी है। निशक्तता की उपरोक्त श्रेणी में नहीं आने वाले मामलों में यह राशि 450 से ब़ाकर 675 रू की गई है।



योजना

पुरानी दर



नई दर

टिप्पणी

निर्धनता

अनुदान

एक बार में एक मुश्त 30,000 रू या दो साल तक 500 रू प्रति माह



जीवन पर्यन्त 1000 रू

प्रति माह

हवलदार रैक तक के नानपेंशनर के लिए 65 वर्ष तथा अधिक तक

शैक्षणिक अनुदान

लड़के की ़2 तक

200 रू

प्रति माह

1000 रू प्रति माह

बिना किसी लिंगभेद के स्नातक तक



लड़कियां को ़2 तक

400 रू

प्रति माह







लड़कियां को स्नातक तक

600 रू

प्रति माह





विधवा स्नातकोत्तर तक

200 रू प्रति माह



निशक्त बच्चा अनुदान

500 रू प्रति माह



1000 रू प्रति माह

हवलदार रैक तक पेशनर /नानपेंशनर

क्राईम रिपोर्ट बाड़मेर पुलिस आज की ताज़ा खबरे

क्राईम रिपोर्ट बाड़मेर पुलिस आज की ताज़ा खबरे 

96 पव्वे अवैध शराब सहित 1 गिरफ्तार


बाड़मेर पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की जिले में अवेध शराब की रोकथाम बाबत चलाये जा रहे अभियान के तहत हरलालसिंह स.उ.नि. मय पुलिस पार्टी थाना पचपदरा द्वारा कस्बा पचपदरा में मुलजिम ओमप्रकाश पुत्र मांगीलाल खारवाल नि. पचपदरा के कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स के 48 पव्वे अंग्रेजी शराब व 48 पव्वे देशी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना पचपदरा पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
निजी वाहन चालक को पीटा
बाड़मेर बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्थित कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर एक निजी वाहन के चालक को पित कर वहां के साथ तोड़फोड़ करने वाले लोगो के खिलाफ मामला दर्ज किया गया मोहम्मदखां पुत्र कायमखां मुसलमान नि. भणीयाणा, पोकरण ने मुलजिम भानू प्रतापसिंह गांव ताणू वगेरा 45 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा कलेक्ट्रेट गेट के आगे मुस्तगीस की बस के आगे अपनी गाड़ी नम्बर आरजे 04 टीए 3250 देकर मुस्तगीस से शराब के लिए पैसे मांगना नही देने पर मारपीट कर बस के कांच तोड़ना व रूपये चुराकर ले जाना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना कोतवाली पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

राज कार्य में बाधा
बाड़मेर आसूराम पुत्र नवलाराम जाट नि. खारड़ा चारणान हाल प्र.अ. रा.प्रा.वि. गुलाणी भीलो की ़ाणी, खारड़ा भारतसिंह ने मुलजिम बुधाराम पुत्र धीराराम भील नि. खारड़ा चारणान वगेरा 4 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगिस को सरकारी स्कुल में राजकार्य करते समय कार्य में बाघा पहुंचाना व मारपीट करना वगैरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना गिड़ा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।


रुपये हड़पने का मामला
बाड़मेर गिरधारीलाल पुत्र तुलछाराम जाट हाल सिणधरी रोड़ बाड़मेर ने मुलजिम दलवती पत्नि चिमाराम जाट नि. विशाला हाल गांधीनगर बाड़मेर वगेरा 4 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगिस के बचत खाते की राशि 17100/रूपये हड़प कर अमानत में खयानत करना वगैरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सदर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
दहेज़ प्रताड़ना का मामला दर्ज

बाड़मेर श्रीमति खुशबू उर्फ खुशानी पत्नि वृजकुमार उर्फ विजयकुमार नाई नि. रूपनगर बाड़मेर ने मुलजिम वृजकुमार उर्फ विजयकुमार निवासी विधानगर जयपुर वगेरा 2 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगिसा को दहेज के लिए प्रताड़ित करना वगैरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सदर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।