बुधवार, 4 जुलाई 2012

दगाबाज प्रेमी से तंग युवती ने जान दी

दगाबाज प्रेमी से तंग युवती ने जान दी



पाली  प्रेमी द्वारा प्यार में दगा देने से दुखी होकर एक युवती ने मंगलवार दिन में जहर खाकर अपनी जान दे दी। युवक व युवती उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर इलाके के रहने वाले हैं, जो पिछले छह माह से जिले के फालना कस्बे में रह रहे थे। युवक का कहना है कि उसने युवती से शादी कर रखी है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। मरने से पूर्व युवती ने सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें लिखा है कि जिसके लिए उसने अपने माता-माता व घर परिवार को छोड़ा, उसी के द्वारा दगा देने से दुखी होकर वह जान दे रही है। पुलिस की प्रारंभिक छानबीन में पता चला है कि उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर जिले में घर से भागकर युवक-युवती फालना में रह रहे थे। मकान मालिक की रिपोर्ट पर पुलिस ने युवक के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने युवती के शव को मोर्चरी में रखवाया है। उसके परिजनों के आने के बाद ही पोस्टमार्टम कराकर शव उन्हें सौंपा जाएगा।

तीन माह के गर्भ से थी पूजा : बाली सीओ सीएम मीणा ने बताया कि अब तक हुई छानबीन में पता चला है कि यूपी के मिर्जापुर जिले में चुनार तहसील के गोगहरा निवासी रणजीतसिंह पासवान (23) पुत्र विजनसिंह पड़ोस के गांव कोलान की पूजा (20) पुत्री घुरेसिंह पटेल को भगा ले गया था। गांव से भागने के बाद जनवरी माह से दोनों फालना के सुभाष रोड पर शैलेष जैन के मकान में किराए पर रह रहे थे। यहां दोनों ने अपने आप को पति-पत्नी बताया था। रणजीत फालना में मजदूरी करता था, जो चार-पांच दिन मुंबई में बिताने के बाद सोमवार को ही फालना में युवती के पास पहुंचा था। पूजा को संदेह था कि उसके प्रेमी के किसी संध्या नाम की लड़की से अफेयर है, जिससे वह शादी करने वाला है। मंगलवार सुबह रणजीत मजदूरी पर गया तो घर पर अकेली पूजा ने जहरीला पदार्थ का सेवन कर लिया। तबीयत बिगडऩे पर आसपास के लोग उसे अस्पताल ले गया, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पूजा तीन माह के गर्भ से थी, जिसका खुलासा उपचार के दौरान ऑपरेशन कर पेट से निकाले तीन माह का भ्रूण मिलने पर हुआ। शव के साथ भ्रूण को भी मोर्चरी में रखवाया गया है।

जालोर चंडीगढ़ निर्मित १८ लाख की शराब बरामद

 चंडीगढ़ निर्मित १८ लाख की शराब बरामद



मिट्टी के कट्टों के बीच छिपाकर ले जाई जा रही थी चंडीगढ़ निर्मित शराब, चालक व सहचालक को पकड़ा।

करड़ा

करड़ा पुलिस ने मंगलवार तड़के चार बजे के करीब सेवाड़ा गांव के पास एक ट्रक में परिवहन कर ले जाई जा रही चंडीगढ़ निर्मित शराब के ७६१ कार्टन बरामद कर चालक और सह चालक को गिरफ्तार किया है। बरामद शराब की अनुमानित कीमत 18 लाख रुपए है।

पुलिस के अनुसार मंगलवार सवेरे करीब चार बजे थानाधिकारी शंकरसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने सेवाड़ा के पास हाईवे पर नाकेबंदी की। इस दौरान सांचौर से रानीवाड़ा की तरफ जा रही ट्रक के चालक को रुकने का इशारा किया गया, लेकिन वह नहीं रुका। जिस पर पुलिस ने काफी दूरी तक पीछा कर ट्रक को रुकवाया। पूछताछ में चालक चेलाराम के संतोषजनक जबाब नहीं देने पर पुलिस ने ट्रक की तलाशी ली। जिसमें मिट्टी के कट्टों के बीच चंडीगढ़ निर्मित विभिन्न ब्रांडों की अंग्रेजी शराब और बीयर के ७६१ कार्टन पाए गए। पुलिस ने शराब जब्त कर सुआला निवासी चालक चेलाराम पुत्र दाड़माराम मेघवाल व खुडासा बाड़मेर निवासी सह चालक बामाराम पुत्र पनाराम जाट को गिरफ्तार किया। साथ ही ट्रक को भी जब्त किया गया। इधर, शराब तस्कर सफारी गाड़ी से ट्रक की एस्कोर्टिंग कर रहे थे। ट्रक के पकड़ में आते ही वे भाग छूटे। पुलिस शराब तस्करों समेत एस्कोर्टिंग कर रहे लोगों की तलाश कर रही है।

ग्रामीणों का आक्रोश फूटा, लगाया जाम

ग्रामीणों का आक्रोश फूटा, लगाया जाम

पोकरण  शहर से बीस किलोमीटर दूर स्थित धूड़सर में बने सोलर प्लांट में गाडिय़ों व मजदूरी को लेकर मंगलवार को लवां व धूड़सर के ठेकेदार आपस में भिड़ गए। प्लांट में अपने लोगों की गाडिय़ों तथा मजदूरी पर लगाने की मांग को लेकर लवां के ग्रामीणों ने धूड़सर जाने वाले मार्ग पर पत्थर डाल कर जाम लगाया। जिससे सोलर प्लांट जाने वाले सभी वाहन रुक गए तथा कार्मिकों ने सड़क पर तंबू लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। सुबह 8 बजे से ही सड़क पर धरना देकर बैठे लवां के ग्रामीणों ने मांग की कि धूड़सर में चल रहे प्लांट में वर्ग विशेष का दबदबा है। जिसके कारण लवां के ग्रामीणों को इस प्लांट में मजदूरी करने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब कारीगर काम के लिए जाते हैं तो उन्हें यह कहकर निकाल दिया कि वह काम सही नहीं करते हैं और न ही उनमें किसी प्रकार की योग्यता है। लवां के ग्रामीणों के साथ किए जा रहे सौतेले व्यवहार के विरोध में ग्रामीणों ने लवां से धूड़सर जाने वाले मार्ग पर पत्थर तथा कांटों के झाड़ डालकर मार्ग बंद किया।

सरकारी भवन के प्रांगण में हुई समझौता वार्ता

लवां के ग्रामीणों की ओर से जताए गए विरोध प्रदर्शन के संबंध में पुलिस थानाधिकारी रमेश कुमार शर्मा मय जाब्ता लवां पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों की मांगों को सुना तथा समझौता वार्ता आयोजित कर मामले को शांत करने की कोशिश की।

समझौता वार्ता में लवां के ग्रामीणों के साथ साथ धूड़सर के ग्रामीणों ने भी भाग लिया। इस अवसर पर लवां के ग्रामीणों ने धूड़सर ठेकेदारों पर आरोप लगाया कि ठेकेदारों द्वारा न तो लवां के कार्मिकों को प्लांट में चल रहे कार्य में शामिल किया है और न ही लवां के ग्रामीणों की गाडिय़ों को लगाया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि लवां के कार्मिक जब काम मांगने के लिए प्लांट पर जाते हैं तो धूड़सर के ठेकेदार उन्हें डिसक्वालिफाई कर उन्हें पुन: भेज देते हैं। वहीं लवां के ग्रामीणों की लगी गाडिय़ों को भी हटाकर धूड़सर के ग्रामीणों की गाडिय़ों को लगाया गया है। जिसके कारण ग्रामीणों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं धूड़सर के ग्रामीणों ने कहा कि कंपनी के ठेकेदार द्वारा कार्मिकों को नियुक्ति दी जाती है।

धूड़सर के ग्रामीणों के साथ साथ लवां के ग्रामीणों की गाडिय़ां लगी है। अगर इस संबंध में कोई आपत्ति है तो सोलर प्लांट के एलएनटी कंपनी से पूछा जाए। इस समझौता वार्ता में समाजसेवी संत सीताराम पालीवाल, लवां सरपंच मूलाराम प्रजापत, वयोवृद्ध नेता सतीश पालीवाल, लक्ष्मण सिंह रामसर, आईबक्स पालीवाल, हेमंत पालीवाल, नारायणसिंह चम्पावत, कैलाश पुरोहित, पन्नू खां सहित कई लोग उपस्थित थे।

अनाचार की अंगीठी में उबल पड़ा आक्रोश

अनाचार की अंगीठी में उबल पड़ा आक्रोश


जैसलमेर



श्रीकृष्ण युवा साहित्य संस्थान जैसलमेर के बैनर तले आयोजित काव्य संगोष्ठी को संबोधित करते हुए साहित्कार व गीत विशेषांक के संपादक किसन दाधीच ने कहा कि तानसेन के गीतों में स्वर और कविता के संयोग से ही दीप प्रज्जवलित हुए थे। कवि की विता से मेघ उमड़ आते हैं। यह सभी बातें शब्दों के चमत्कार से ही प्रेरित है। कवि की कृति पर नहीं कवि पर शोध करना आवश्यक है।

दाधीच ने सरस्वती वंदना के रुप में गा सकूं मैं जिंदगी को, मां मुझे ऐसी अगन दे सस्वर वाचन किया। राजस्थान प्रगतिशील लेखक संघ जोधपुर के अध्यक्ष सत्यदेव सवितेंद्र ने गुरु पूर्णिमा की महत्ता बताते हुए कल हम फिर आएंगे गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिंदी राजस्थानी के साहित्यकार आईदानसिंह भाटी ने राजस्थानी काव्य परंपरा व शैली पर बात करते हुए नानी-दादी रा आंगणिये कविता पढ़ कर सुनाई। संस्थान के मंत्री उपेंद्र आचार्य ने संस्थान की गतिविधियों का परिचय दिया।

वयोवृद्ध साहित्यकार व शिक्षाविद् बालकृष्ण जोशी ने परशुराम वंदना का सस्वर वाचन कर माहौल को संगीतमय बना दिया। संस्थान के अध्यक्ष व गजलकार नरेन्द्र वासू ने प्रेम के शाश्वत सत्य की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए मेरी बर्बादियों के वो बड़े किस्से सुनाते हैं, मगर मैं जानता हूं वो मुझको आजमाते है। इत्यादि मुक्तक पेश किए। रचनाकार भोजराज वैष्णव ने अनाचार की अंगीठी पर उबल पड़ा आक्रोश व जसवंत सिंह राजपुरोहित ने अपनी खामोशियां पर इतनी गुंजा ईश तो रहने दो गजल पढ़कर मौहाल को गुंजायमान किया। अशोक व्यास ने मैं कभी न दूंगा पुष्प तुझे, व भोपालसिंह ने नाथ नरेन्द्र आया रे, राग भैरवी में गीत प्रस्तुत किए। अध्यक्षीय उद्बोधन में दीनदयाल ओझा ने कहा कि नाद ब्रह्म व शब्द ब्रह्म की साधना से काव्य में चमत्कार प्रकट होता है। काव्य के साधारणीकरण से कवि की दिग्विजय हो जाती है। शब्दों के माध्मय से दृश्य चित्र साकार होते है। उन्होंने मुझको जग के दिव्यकरों ने गिरते-गिरते थाम लिया है। व कहूं किसे सद्बात गीत, कविता प्रस्तुत की। काव्य गोष्ठी में निरंजन पुरोहित, मधु सुदन बिस्सा, नवलकिशोर व्यास, विजय बल्लाणी ने भी विचार प्रकट किए। कार्यक्रम का संचालन अजय पुरोहित ने तथा आभार सुनिल व्यास ने प्रकट किया।

जैसलमेर कलेक्टर व एसपी ने झाडू लगाकर किया अभियान का आगाज



जैसलमेर कलेक्टर व एसपी ने झाडू लगाकर किया अभियान का आगाज

जैसलमेर शहर की बिगड़ी सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए और लोगों को जागरूक करने के लिए आखिरकार कलेक्टर व एसपी को झाडू उठाना पड़ा। मंगलवार की शाम कलेक्टर शुचि त्यागी और एसपी ममता विश्रोई ने अम्बेडकर पार्क में सफाई अभियान की शुरूआत की। इन्होंने पहले पार्क में झाडू लगाया और बाद में कचरे को एकत्र कर ट्रैक्टर में भरवाया। इनके सफाई अभियान को देखते हुए यही कयास लगाए गए कि आखिरकार कलेक्टर व एसपी को ही जिम्मा उठाना पड़ा है। इस संबंध में कलेक्टर त्यागी ने कहा कि शहर की सफाई का जिम्मा केवल नगरपरिषद का ही नहीं है बल्कि पूरे प्रशासन के साथ आमजन का भी है। इसी क्रम में हमने इस अभियान की शुरूआत की है। जिससे जागरूक होकर शहरवासी भी शहर की सुंदरता कायम रखने के लिए आगे आएं।

मंगलवार को चलाए गए अभियान के तहत कलेक्टर व एसपी के साथ आयुक्त रामकिशोर माहेश्वरी, नगरपरिषद के अध्यक्ष अशोक तंवर और प्रोबेशन आरपीएस सुनील पंवार भी थे। इसके अलावा इस टीम में पुलिस कर्मी व नगरपरिषद के सफाई कर्मी भी शामिल थे। करीब दो घंटे तक चले इस अभियान के बाद अम्बेडकर पार्क का नजारा ही बदल गया। जहां मंगलवार सुबह तक अम्बेडकर पार्क में जगह जगह कचरे के ढेर लगे हुए थे वहीं शाम के समय पार्क की दशा ही बदल गई। पुलिस अधीक्षक ममता विश्रोई ने बताया कि पिछले दिनों कलेक्टर के साथ शहर का दौरा किया था। उस दौरान अम्बेडकर पार्क में तथा आसपास काफी गंदगी दिखाई दी थी। उसे देखते हुए पुलिस ने इस क्षेत्र की सफाई करने का बीड़ा उठाया जिसके चलते मंगलवार को अभियान के तहत श्रमदान किया गया।

मां ने 4 साल की बेटी के सीने में 21 बार घोंपा चाकू


नागपुर।। अपनी ही बेटी की निर्दयता पूर्वक हत्या करके सबको चकित कर देने के बाद मां ने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान देने की कोशिश की। शीला नाम की इस महिला ने अपनी चार साल की बेटी वैशाली के सीने में 21 बार छुरा मार कर निर्ममता पूर्वक उसकी जान ले ली। घटना 28 जून की है। नागपुर के रघुजीनगर में हाउसिंग बोर्ड के अपने क्वॉर्टर में महिला ने इस हत्या को अंजाम दिया।
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घटना के वक्त महिला का पति बेटे के साथ बाहर गया हुआ था। जांच में लगी पुलिस का मानना है कि शायद इसके पीछे कोई अंधविश्वास या बाबाओं का चमत्कार हो सकता है। शीला के बेटे अभिषेक की मदद से पुलिस ने बाबा सैलानी नाम के एक तांत्रिक को ढूंढ़ भी निकाला है और उससे पूछताछ की जा रही है। अभिषेक से ही पुलिस को यह पता चला कि उसकी मां उसे लेकर अक्सर बाबा के पास जाती थी।

बच्ची का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि हत्या के लिए एक सुनियोजित तरीका अपनाया गया था। सभी वार बच्ची के दिल के पास के सीमित दायरे में किए गए। उसके अलावा पूरे शरीर पर कहीं चोट का कोई निशान नहीं है। अंधविश्वास के नाम पर इस तरह की घटनाओं के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाने जाने चाहिए।

पुलिस फिलहाल इसमें बाबा का हाथ होने की बात को सही न मानकर कह रही है कि महिला मानसिक रूप से विक्षिप्त है। असिस्टेंट पुलिस इंसपेक्टर विनोद दिघोरे ने बताया, फॉरेंसिक टीम से बात करने पर पता चला है कि शीला संभवतः मानसिक रूप से पीड़ित है। दिघोरे ने यह भी बताया कि बाबा से पूछताछ में कुछ पता नहीं चला है। बाबा ने माना कि वह शीला को जानता है लेकिन उसने कभी महिला से पैसे की मांग नहीं की।

पुलिस के अनुसार, बाबा से पूछताछ में किसी तरह से इस हत्या में शामिल होने के सबूत नहीं मिले हैं। घटना के समय बाबा शहर में नहीं थे वह कानपुर गए हुए थे। हालांकि शीला के बेटे अभिषेक और परिवार के नजदीकी लोगों का कहना है कि बाबा ने महिला से एक लाख रुपये की मांग की थी और शीला इसके लिए अपना घर बेचना चाहती थी।

3 साल की बच्ची को मां-बाप की मौत पर 92 लाख का मुआवजा



चेन्नै।। 3 साल की कविनाया को अपने माता-पिता की मौत के मुआवजे के तौर पर 92 लाख रुपए चुकाए जाएंगे। उसके नाम से 50 लाख रुपए बैंक में रखे जाएंगे जिनकी हकदार वह 18 साल की उम्र में होगी। जबकि, 20.9 लाख रुपए उसके दादा और दादी को (अलग-अलग) दिए जाएंगे। चेन्नै की एक अदालत ने यह अलहदा फैसला सुनाया है।
BABY WHO LOST HER PARENTS 
दरअसल, कविनाया के माता-पिता की मौत जब हुई तब वह 75 दिन की थी। मौत एक रोड़ ऐक्सिडेंट में हुई जिसमें अपनी मां की गोद में बैठी कविनाया छिटक कर दूर गिर गई लेकिन उसके माता-पिता मर गए। तीनों लोग उस समय बाइक पर थे जब एक रेत से भरे ट्रैक्टर ने उन्हें टक्कर मारी।

कविनाया के पिता कनाडा में सॉफ्टवेयर इंजिनियर थे जबकि मां प्राइवेट नौकरी करती थीं। पिता 10 दिन की छुट्टियों पर यहां आए हुए थे। यह हादसा 20 नवंबर 2009 में हुआ जब टक्कर लगने के तुरंत बाद कविनाया के माता-पिता की मौत तुंरत हो गई।

कनाडा की कंपनी कुमारम सिस्टम में अच्छे पद पर काम कर रहे कविनाया के पिता कुमार की सालाना इनकम 6.53 लाख रुपए थी। कंपनी ने इस बात की पुष्टि की कि वह हर साल टैक्स भी चुका रहे थे और यदि जिन्दा होते तो उनकी सैलरी अब तक 10 लाख रुपए सालाना हो चुकी होती। कविनाया की मां एक प्राइवेट कंपनी में रिसेपशनिस्ट थीं।

27 जून को आए मोटर ऐक्सिडेंट्स के मामलों के ट्राइब्यूनल के जज एन गुनावाथी ने यह फैसला दिया। कुल मुआवजा 91.78 लाख रुपए देने का निर्देश दिया गया। कोर्ट ने बच्ची की हालत और उम्र को ध्यान में रखते हुए यह फैसला दिया है। जज ने कहा कि मामले की एफआईआर तुरंत दर्ज हुई और चश्मदीदों के बयान भी हादसे के बारे में सही-सही जानकारी देते हैं। ड्राइवर की लापरवाही भी साबित हो चुकी है।

यह पूरा अमाउंट ICICI लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को तीन महीने के भीतर ट्रक ड्राइवर ए शेख मोहम्मद के हवाले से कविनाया और उसकी दादा-दादी के नाम बैंक में जमा करनी है। इस रकम पर दिसंबर 2009 से 7.5 परसेंट की दर से ब्याज लागू हो कर भी मिलेगा। दिसंबर 2009 में क्लेम के लिए पिटिशन दायर की गई थी।

'गॉड पार्टिकल' के करीब पहुंचे साइंटिस्‍ट

 

जिनेवा.वैज्ञानिकों ने आज दावा किया कि उन्‍हें महाप्रयोग के दौरान नए कण मिले हैं जिनकी कई खूबियां 'हिग्‍स बोसॉन' या 'गॉड पार्टिकल' से मिलती हैं। उन्‍होंने बताया कि वैज्ञानिक नए कणों के विश्‍लेषण में जुटे हैं। हालांकि वैज्ञानिकों ने यह भी कहा कि इन नए कणों के कई गुण हिग्‍स बोसॉन थ्‍योरी से मेल नहीं खाते हैं। फिर भी इसे ब्रह्मांड के रहस्‍य खोलने की दिशा में एक अहम कामयाबी माना जा रहा है।

वहीं एटलस एक्सपेरिमेंट प्रोजेक्ट पर काम कर रहे ब्रिटिश भौतिकशास्त्री ब्रॉयन कॉक्स के मुताबिक सीएमएस ने एक नया बोसोन खोजा है जो कि स्टेंडर्ड हिग्स बोसोन की तरह ही है। हालांकि कॉक्स ने यह भी कहा कि अधिक जानकारी के लिए हिग्स सिग्नल को प्रत्येक इवेंट में 30- प्रोटान-प्रोटान कॉलिजन कराना पड़ेगा जो कि काफी मुश्किल होगा क्योंकि यह एटलस प्रोजेक्ट की डिजाइन क्षमता के बाहर की बात है।

कुछ दिन पहले यहां स्थित पार्टिकल फिजिक्स की दुनिया में सबसे बड़ी प्रयोगशाला यूरोपियन ऑर्गनाइजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च (सर्न) के वैज्ञानिकों की कामयाबी का वीडियो लीक हो गया था। इसके आधार पर कहा जा रहा था कि वैज्ञानिकों को वह कण (जिसे उन्‍होंने 'गॉड पार्टिकल' नाम दिया है) मिल गया है, जिसके बूते यह पता चलेगा कि दुनिया में किसी चीज में भार (वजन) क्‍यों है और किसी चीज में वजन क्‍यों नहीं है।


सर्न में वैज्ञानिकों ने सेमिनार (देखें लाइव वेबकास्‍ट) के बीच प्रेस कांफ्रेंस कर वैज्ञानिकों ने बताया कि लीक हुए वीडियो में ऐसा कुछ भी नहीं था, जिससे उनके प्रयोग को कोई नुकसान पहुंचे।


क्‍या होगा फायदा



गॉड पार्टिकल की खोज का फौरी तौर पर फायदा यह होगा कि वैज्ञानिकों का 60 साल पुराना यह असमंजस खत्‍म हो जाएगा कि किसी चीज को आकार और द्रव्‍यमान कैसे मिलता है? इसके अलावा और भी कई अनसुलझे सवाल हैं जिनका जवाब मिलने की उम्‍मीद है। यह भी पता चल सकेगा कि धरती के भीतर धधकते ज्‍वालामुखी को इतनी ऊर्जा कहां से मिलती है?

सचिन बाहर, रहाणे जाएंगे श्रीलंका

नई दिल्ली. भारत और श्रीलंका के बीच होनी वाली वनडे सीरीज के लिए विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को टीम में शामिल कर लिया गया है। लेकिन सचिन तेंडुलकर टीम में शामिल नहीं है।सचिन ने इस सीरीज़ से खुद नाम वापस लिया है। सचिन की जगह आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले अंजिक्य रहाणे को मौका दिया गया है। 

महेंद्र सिंह धोनी कप्तान और विराट कोहली उपकप्तान रहेंगे। लेकिन हरभजन सिंह की वापसी की उम्मीद टूट गई है। भज्जी को अभी टीम से बाहर रखा गया है। श्रीलंका के खिलाफ 21 जुलाई को पहला वनडे खेला जाएगा।
टीम में शामिल अन्य खिलाड़ी हैं :सुरेश रैना, आर अश्विन, प्रज्ञान ओझा, जहीर खान, अशोक डिंडा, उमेश यादव, अंजिक्य रहाणे, रोहित शर्मा, गौतम गंभीर, विनय कुमार, राहुल शर्मा, मनोज तिवारी।
सेलेक्‍शन कमेटी के चेयरमैन के श्रीकांत ने टीम का एलान करने के बाद कहा कि वह चाहते हैं कि युवराज टी-20 वर्ल्‍ड कप में वापसी करें। गौरतलब है कि युवराज सिंह कैंसर से उबरने के बाद आजकल प्रैक्टिस कर रहे हैं।
कार्यक्रम
भारतीय टीम दौरे में 21 जुलाई को पहला वनडे मैच खेलेगी। 27 जुलाई से होने वाले लंदन ओलिंपिक के दौरान श्रीलंका में क्रिकेट सीरीज का आयोजन होगा।
(सभी मैच डे-नाइट) : पहला वनडे-21 जुलाई, दूसरा वनडे-24 जुलाई, तीसरा वनडे-28 जुलाई, चौथा वनडे 31 जुलाई, पांचवां वनडे-4 अगस्त, टी-20 मैच-7 अगस्त।

कलयुगी बेटे की करतूत, पिता को गोली मारी, मां को भी नहीं छोड़ा



जोधपुर.शहर के उदयमंदिर क्षेत्र में स्थित कर्नल साहब की हवेली में रहने वाले एक वृद्ध पर मंगलवार दोपहर उन्हीं के एक बेटे ने फायरिंग कर घायल कर दिया। पति को बचाने पत्नी बीच में आई तो आरोपी बेटे ने देसी पिस्टल के कुंदे से मां के सिर पर वार कर दिया। वारदात के बाद आरोपी वहां से भाग निकला, लेकिन बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
 
अस्पताल में भर्ती वृद्ध की हालत देर रात नाजुक बनी हुई थी। एडीसीपी (कानून-व्यवस्था) ज्योतिस्वरूप शर्मा ने बताया कि रियाजुद्दीन (80) पुत्र नियाजुद्दीन अपनी पत्नी अफरोजा व दो बेटों के साथ उदयमंदिर क्षेत्र में कर्नल साहब की हवेली में रहते हैं। उनका तीसरा बेटा जलालुद्दीन (42) उदयमंदिर आसन क्षेत्र में रहता है। जलालुद्दीन के साथ उनका संपत्ति को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है।

मंगलवार अपराह्न जलालुद्दीन कर्नल साहब की हवेली पहुंचा और पिता के साथ झगड़ा करते हुए उन पर पिस्टल तान दी। इसके बाद उसने पिता पर फायर कर दिया। यह देखकर अफरोजा अपने पति के बचाव में आई तो आरोपी ने उसके कुंदे से अफरोजा के सिर पर वार किया।वारदात के बाद आरोपी वहां से भाग निकला। पुलिस टीम ने कुछ ही देर बाद आरोपी को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर घटना स्थल से वारदात में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया।




सिर व गर्दन के बीच फंसी है गोली :
एमडीएम अस्पताल के न्यूरो सर्जन डॉ. सुनील गर्ग ने बताया कि रियाजुद्दीन के सिर व गर्दन के बीच रीढ़ की हड्डी (सर्वाइकल) के सी2 हिस्से में गोली फंस गई। परिस्थितियों को भलीभांति जांच कर उनका ऑपरेशन किया जाएगा।

शिक्षक भर्ती परीक्षा में बाबूलाल जीनगर रहा प्रथम


शिक्षक भर्ती परीक्षा में बाबूलाल जीनगर रहा प्रथम 

तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा में सिणधरी निवासी बाबूलाल जीनगर ने बाड़मेर जिले में प्रथम स्थान पर रहा। 

बाड़मेर। तृतीय श्रेणी शिक्षक सीधी भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा 2012 में सिणधरी निवासी बाबूलाल जीनगर बाड़मेर जिले में प्रथम स्थान पर रहे। जीनगर ने कुल निर्धारित 200 में से 181.07 अंक प्राप्त किए। 
सिणधरी के जीनगरों का वास में रहने वाले बाबूलाल जीनगर के मुताबिक भाुरूआती दौर में करीब एक साल तक रोजाना एक घंटे तक अध्ययन करते थे। इसके बाद परीक्षा से एक माह पूर्व रोजाना 8 से 10 घंटा पाई करते थे। वे अपनी सफलता का श्रेय अपने मातापिता एवं साथी अध्यापकों को देते थे। उन्होंने किसी कोचिंग सेंटर की मदद इस प्रतियोगी परीक्षा के लिए नहीं ली। स्वयं के बनाए नोटस के आधार पर उनको यह सफलता मिली है। जीनगर के मुताबिक किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उसके प्रति पूर्ण लगन के साथ मेहनत करनी चाहिए। छोटेछोटे लक्ष्य को प्राप्त करते हुए आसानी से बड़ा लक्ष्य भी प्राप्त किया जा सकता है। जीनगर ने कुछ समय तक एक प्राइवेट स्कूल में अध्यापन का कार्य भी किया। जीनगर के जिले भर में प्रथम स्थान पर रहने पर इनके गांव में खुशी  का माहौल है। 

देखिये तस्वीरे कमांडो दस्ते की मंगला में तैनातगी





कमांडो दस्ते की मंगला में तैनातगी 
देश के सबसे बड़े ज़मीनी तेल भंडारों के रखवाली अब कमांडो दस्ते की चुस्त निगाहों तले होगी. राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों से चुने गए 120 जांबाज जवानों को दो महीने के गहन कमांडो प्रशिक्षण के बाद थार रेगिस्तान के मंगला तेल क्षेत्र में तैनात किया जा रहा है. यह पहला मौका है जब कि बोर्डर   होमगार्ड को इस प्रकार का विशिष्ठ दायित्व सौंपा गया है. 
हाल ही में महानिदेशक (होमगार्ड) के एल बैरवा ने कमांडो दस्ते कि काबिलियत का जीवंत प्रदर्शन पश्चिमी राजस्थान के एक पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर आयोजित दीक्षांत परेड में देखा. उन्होंने इन जवानों की हौंसला अफजाई करते हुवे  कहा कि उच्च स्तर की ट्रेनिंग के कारण इन कमांडो की क्षमता किसी सैन्य कमांडो के स्तर की हो गयी है और वे अब किसी भी चुनौती से रूबरू होने के लिए तैयार हैं. 
ज्ञात रहे कि थार में पेट्रोलियम का उत्पादन कर रही केयर्न इंडिया ने एक अनूठी पहल करते हुए बोर्डर होमगार्ड के इस दस्ते के चयन, गहन प्रशिक्षण और तैनातगी पश्चात तैनातगी का जिम्मा उठाया. विषम भौगोलिक परिस्थितियों के लिए शारीरिक रूप से तैयार करने के लिए रेगिस्तानी क्षेत्र के जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर से जवानों का चयन किया गया. आपसी तालमेल के साथ कार्य करते हुए मेजर जनरल दलबीर सिंह कि अगुवाई में राज्य के कुशल कमांडो प्रशिक्षकों कि निगरानी में कड़े और गहन प्रशिक्षण से गुजरा गया.  हर पल चौकस निगरानी के लिए तैयार किये गए इस कमांडो दस्ते को अचूक निशानेबाजी, आतंकवादी गतिविधियों से निपटने और आपात स्थिति में बचाव कार्य के लिए भी प्रशिक्षित किया गया है.  दीक्षांत परेड के दौरान प्रशिक्षित कमांडों ने पेट्रोलिंग, फायरिंग, और आतंकी हमलों से निबटने का भी प्रदर्शन किया. कमान्डेंट सवाई सिंह गोदारा ने ट्रेनिंग कि जानकारी महानिदेशक और केयर्न के अधिकारियों को दी. देश के सबसे बड़े मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल पर इन कमांडो कि तैनातगी यहाँ के सुरक्षा तंत्र को अभेध्य बनाने कि दिशा में एक और कदम होगा.  

मंगलवार, 3 जुलाई 2012

नर्सिगकर्मियों ने छलकाए जाम

नर्सिगकर्मियों ने छलकाए जाम
सिरोही। शहर के जनाना अस्पताल में रविवार रात कुछ नर्सिगकर्मियों ने जमकर जाम छलकाए। नशे में मरीजों व तीमारदारों से बदसलूकी की। मुख्य आयोजक नर्सिगकर्मी मदनलाल की ड्यूटी बच्चों के आपातकालीन एफबीएनसी वार्ड में थी, लेकिन हल्ला होने पर वह छुट्टी का आवेदन कर भाग गया।

इससे वार्ड कई घंटों तक खाली पड़ा रहा। परिजनों ने आरोप लगाया कि वार्ड में भर्ती बच्चों को समय पर दवा तक नहीं मिल पाई। इससे बच्चों की जान पर बनी रही। हालांकि नर्सिüगकर्मी का अवकाश स्वीकृत नहीं हुआ है। मामले की जानकारी सुबह हो सकी। अस्पताल प्रशासन ने सुबह मामले की छानबीन की और परिजनों के बयानों के आधार पर नर्सिगकर्मी मदनलाल से जवाब मांगा है।

प्रणब ने हत्यारे के साथ किया लंच!

प्रणब ने हत्यारे के साथ किया लंच!
नई दिल्ली। यूपीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी एक नए विवाद में घिर गए हैं। मंगलवार को यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ में मंगलवार को प्रणब के सम्मान में भोज दिया। लंच के दौरान जेल काट रहे दो-दो विधायक मौजूद थे। लंच में सपा विधायक विजय मिश्रा और कौमी एकता दल के विधायक मुख्तार अंसारी शामिल हुए।

अंसारी पर हत्या का मामला दर्ज है जबकि विजय मिश्रा जुलाई 2010 में एक बम ब्लास्ट के मामले में आरोपी है। अंसारी पिछले सात साल से तो मिश्रा पिछले तीन साल से जेल में कैद हैं। कोर्ट ने दोनों विधायकों को केवल विधानसभा की कार्यवाही में ही हिस्सा लेने की इजाजत दी थी लेकिन नियमों को धत्ता बताते हुए दोनों लंच में पहुंच गए। मीडिया को जैसे ही यह खबर लगी तो कुछ पत्रकार तस्वीरें लेने वहां पहुंचे लेकिन पुलिस अधिकारियों ने पत्रकारों को ऎसा करने से रोक दिया।

तेरह साल से फरार हत्या का आरोपी गिरफ्तार,

तेरह साल से फरार हत्या का आरोपी गिरफ्तार,


गिरफ़्तारी से बचने के लिए बनाया था खुद का  पालिया मंदिर 
 
बाड़मेर बाड़मेर पुलिस ने स्थाई वारंटियो की धरपकड़ के लिए चलाये जा रहे अभियान में आज बड़ी सफलता हासिल कर तेरह साल से फरार ह्त्या के आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की खीमा पुत्र सामथी जाति रेबारी निवासी पतरासर की हत्या करने पर थाना सदर बाड़मेर पर प्रकरण संख्या 192/1979 धारा 147,149,302 भा.द.स. मे आरोपी हरीसिह पुत्र श्री महादानसिह जाति राजपुत निवासी आटी को माननीय सेंशन न्यायाधीश बालोतरा जिला बाडमेर द्वारा आजीवन कारावास की सजा से दण्डित किया गया था सजा भुगतने हेतु दण्डित बंदी को केन्द्रीय कारागृह जोधपुर मे स्थानान्तरण किया गया था जिसको जिला कलेक्टर एवम जिला मजिस्ट्रेट बाडमेर के आदेश से दिनांक 09.03.1999 को केन्द्रीय कारागृह जोधपुर से 15 दिन की पैरोल पर रिहा हुआ था । पैरोल पर रिहा होने के बाद दण्डित बंदी केन्द्रीय कारागृह जोधपुर मे नियत दिनांक 23.03.1999 को उपस्थित न होकर पैरोल से फरार हो गया था। दण्डित बंदी हरीसिह की गिरफ्तारी बाबत पिछले कई सालो से प्रयास किये जा रहे थे । उक्त अपराधी का घर आटी गांव से लगभग 0304 किलोमीटर की दुरी पर एकान्त मे आया हुआ है । जब भी इसकी गिरफ्तारी हेतु इसके घर पर दबिश दी जाती तो पुलिस जाब्ता, गाडी को देखकर ,गाडी की आवाज सुनकर व गाडी की लाईटें देखकर इसके घर से लगभग 02 किलोमीटर दुरी पर स्थित पहाड़ो की तरफ जंगल मे होता हुआ पहाड़ो मे जाकर छुप जाता जिससे इसकी गिरफ्तारी नही हो पा रही थी । थानाधिकारी कैलाश चन्द्र मीणा निरीक्षक पुलिस मय जाब्ता द्वारा उक्त लोकेसन का सादा वस्त्रो मे कई किलोमीटर तक पैदल चलकर अवलोकन किया गया था । तत्पश्चात इसी कार्य योजना के तहत गत दो दिन की रात्री मे थानाधिकारी सदर बाड़मेर मय पुलिस पार्टी द्वारा पहाड़ी को घेरकर उसके घर पर दबिश दी गई । जिस पर दंडित बंदी हरीसिह को गिरफ्तार करने मे सफलता हासिल की गई। दंडित बंदी हरीसिह द्वारा पुलिस की नजरो मे अपने आपको मरा हुआ साबित करने के लिऐ घर के आंगन मे चबुतरा (पालिया ) भी कई वर्षो से बनाया हुआ है । ंजब भी पुलिस इसके घर पर दबिश व गिरफ्तारी हेतु जाती तो इसके घर वालो द्वारा हरीसिह के कई वर्षो पुर्व मरने की बात बता कर उसके याद मे चबुतरा (पालीया) बना होना पुलिस जाब्ता को दिखाया जाता था ।