ग्रामीणों का आक्रोश फूटा, लगाया जाम
पोकरण शहर से बीस किलोमीटर दूर स्थित धूड़सर में बने सोलर प्लांट में गाडिय़ों व मजदूरी को लेकर मंगलवार को लवां व धूड़सर के ठेकेदार आपस में भिड़ गए। प्लांट में अपने लोगों की गाडिय़ों तथा मजदूरी पर लगाने की मांग को लेकर लवां के ग्रामीणों ने धूड़सर जाने वाले मार्ग पर पत्थर डाल कर जाम लगाया। जिससे सोलर प्लांट जाने वाले सभी वाहन रुक गए तथा कार्मिकों ने सड़क पर तंबू लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। सुबह 8 बजे से ही सड़क पर धरना देकर बैठे लवां के ग्रामीणों ने मांग की कि धूड़सर में चल रहे प्लांट में वर्ग विशेष का दबदबा है। जिसके कारण लवां के ग्रामीणों को इस प्लांट में मजदूरी करने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब कारीगर काम के लिए जाते हैं तो उन्हें यह कहकर निकाल दिया कि वह काम सही नहीं करते हैं और न ही उनमें किसी प्रकार की योग्यता है। लवां के ग्रामीणों के साथ किए जा रहे सौतेले व्यवहार के विरोध में ग्रामीणों ने लवां से धूड़सर जाने वाले मार्ग पर पत्थर तथा कांटों के झाड़ डालकर मार्ग बंद किया।
सरकारी भवन के प्रांगण में हुई समझौता वार्ता
लवां के ग्रामीणों की ओर से जताए गए विरोध प्रदर्शन के संबंध में पुलिस थानाधिकारी रमेश कुमार शर्मा मय जाब्ता लवां पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों की मांगों को सुना तथा समझौता वार्ता आयोजित कर मामले को शांत करने की कोशिश की।
समझौता वार्ता में लवां के ग्रामीणों के साथ साथ धूड़सर के ग्रामीणों ने भी भाग लिया। इस अवसर पर लवां के ग्रामीणों ने धूड़सर ठेकेदारों पर आरोप लगाया कि ठेकेदारों द्वारा न तो लवां के कार्मिकों को प्लांट में चल रहे कार्य में शामिल किया है और न ही लवां के ग्रामीणों की गाडिय़ों को लगाया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि लवां के कार्मिक जब काम मांगने के लिए प्लांट पर जाते हैं तो धूड़सर के ठेकेदार उन्हें डिसक्वालिफाई कर उन्हें पुन: भेज देते हैं। वहीं लवां के ग्रामीणों की लगी गाडिय़ों को भी हटाकर धूड़सर के ग्रामीणों की गाडिय़ों को लगाया गया है। जिसके कारण ग्रामीणों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं धूड़सर के ग्रामीणों ने कहा कि कंपनी के ठेकेदार द्वारा कार्मिकों को नियुक्ति दी जाती है।
धूड़सर के ग्रामीणों के साथ साथ लवां के ग्रामीणों की गाडिय़ां लगी है। अगर इस संबंध में कोई आपत्ति है तो सोलर प्लांट के एलएनटी कंपनी से पूछा जाए। इस समझौता वार्ता में समाजसेवी संत सीताराम पालीवाल, लवां सरपंच मूलाराम प्रजापत, वयोवृद्ध नेता सतीश पालीवाल, लक्ष्मण सिंह रामसर, आईबक्स पालीवाल, हेमंत पालीवाल, नारायणसिंह चम्पावत, कैलाश पुरोहित, पन्नू खां सहित कई लोग उपस्थित थे।
पोकरण शहर से बीस किलोमीटर दूर स्थित धूड़सर में बने सोलर प्लांट में गाडिय़ों व मजदूरी को लेकर मंगलवार को लवां व धूड़सर के ठेकेदार आपस में भिड़ गए। प्लांट में अपने लोगों की गाडिय़ों तथा मजदूरी पर लगाने की मांग को लेकर लवां के ग्रामीणों ने धूड़सर जाने वाले मार्ग पर पत्थर डाल कर जाम लगाया। जिससे सोलर प्लांट जाने वाले सभी वाहन रुक गए तथा कार्मिकों ने सड़क पर तंबू लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। सुबह 8 बजे से ही सड़क पर धरना देकर बैठे लवां के ग्रामीणों ने मांग की कि धूड़सर में चल रहे प्लांट में वर्ग विशेष का दबदबा है। जिसके कारण लवां के ग्रामीणों को इस प्लांट में मजदूरी करने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब कारीगर काम के लिए जाते हैं तो उन्हें यह कहकर निकाल दिया कि वह काम सही नहीं करते हैं और न ही उनमें किसी प्रकार की योग्यता है। लवां के ग्रामीणों के साथ किए जा रहे सौतेले व्यवहार के विरोध में ग्रामीणों ने लवां से धूड़सर जाने वाले मार्ग पर पत्थर तथा कांटों के झाड़ डालकर मार्ग बंद किया।
सरकारी भवन के प्रांगण में हुई समझौता वार्ता
लवां के ग्रामीणों की ओर से जताए गए विरोध प्रदर्शन के संबंध में पुलिस थानाधिकारी रमेश कुमार शर्मा मय जाब्ता लवां पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों की मांगों को सुना तथा समझौता वार्ता आयोजित कर मामले को शांत करने की कोशिश की।
समझौता वार्ता में लवां के ग्रामीणों के साथ साथ धूड़सर के ग्रामीणों ने भी भाग लिया। इस अवसर पर लवां के ग्रामीणों ने धूड़सर ठेकेदारों पर आरोप लगाया कि ठेकेदारों द्वारा न तो लवां के कार्मिकों को प्लांट में चल रहे कार्य में शामिल किया है और न ही लवां के ग्रामीणों की गाडिय़ों को लगाया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि लवां के कार्मिक जब काम मांगने के लिए प्लांट पर जाते हैं तो धूड़सर के ठेकेदार उन्हें डिसक्वालिफाई कर उन्हें पुन: भेज देते हैं। वहीं लवां के ग्रामीणों की लगी गाडिय़ों को भी हटाकर धूड़सर के ग्रामीणों की गाडिय़ों को लगाया गया है। जिसके कारण ग्रामीणों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं धूड़सर के ग्रामीणों ने कहा कि कंपनी के ठेकेदार द्वारा कार्मिकों को नियुक्ति दी जाती है।
धूड़सर के ग्रामीणों के साथ साथ लवां के ग्रामीणों की गाडिय़ां लगी है। अगर इस संबंध में कोई आपत्ति है तो सोलर प्लांट के एलएनटी कंपनी से पूछा जाए। इस समझौता वार्ता में समाजसेवी संत सीताराम पालीवाल, लवां सरपंच मूलाराम प्रजापत, वयोवृद्ध नेता सतीश पालीवाल, लक्ष्मण सिंह रामसर, आईबक्स पालीवाल, हेमंत पालीवाल, नारायणसिंह चम्पावत, कैलाश पुरोहित, पन्नू खां सहित कई लोग उपस्थित थे।
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