बुधवार, 8 फ़रवरी 2012

फिर से हड़ताल की तैयारी में डॉक्टर

फिर से हड़ताल की तैयारी में डॉक्टर

जयपुर। राज्य सरकार की वादा खिलाफी से चिकित्सक समुदाय फिर खफा हो गया है। डॉक्टरों का आरोप है कि दिसंबर माह में हड़ताल खत्म होने पर चिकित्सकों से किए गए वादे से सरकार मुकर गई है। हड़ताल खत्म होने के एक माह दस दिन बाद भी न तो 377 चिकित्सकों के तबादले रद किए गए और न ही 10 बर्खास्त चिकित्सकों को बहाल किया गया है। अब चिकित्सक नेताओं का कहना है कि उनके पास इस मुद्दे को ही लेकर फिर से हड़ताल पर जाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है।

गौरतलब है कि गत दिसंबर माह में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश के सात हजार सेवारत चिकित्सकों ने काम छोड़ दिया था और वे हड़ताल पर चले गए थे। हड़ताल खत्म कराने के विभिन्न प्रयासों के तहत ही सरकार ने सेवारत चिकित्सकों से कई वायदे किए थे। जिनमें हड़ताल के दौरान बर्खास्त किए गए दस चिकित्सकों की बहाली और 377 चिकित्सकों के तबादले निरस्त करना मुख्य मुददा था लेकिन हड़ताल खत्म होने के एक माह बाद भी राज्य सरकार ने इन दोनों मांगों पर कोई विचार नहीं किया, जिसके चलते दोबारा से इन चिकित्सकों में हड़ताल जैसे कदम की सुगबुगाहट शुरू हो गई है।

पत्रावली दोबारा डीओपी में

10 बर्खास्त चिकित्सकों और 377 चिकित्सकों के तबादले निरस्त करने की पत्रावली मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंची लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं हो सका। अब मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस पत्रावली को बिना कोई दिशा निर्देश के डीओपी में भेज दिया है। चिकित्सकों का कहना है कि अब राज्य सरकार इस मामले को लंबा खींच कर चिकित्सकों को परेशान कर रही है।

जेल में संडे हो या मंडे, फल खाओ और हो जाओ


जेल के बंदियों के स्वास्थ्य संबंधी हालात को देखते हुए गृह विभाग का फैसला
जयपुर.राजस्थान की जेलों में अब बंदियों को नियमित रूप से केला, पपीता और सेब जैसे फल सुबह नाश्ते में परोसे जाएंगे। यह जेल के बंदियों के स्वास्थ्य संबंधी हालात को देखते हुए किया गया है।
राजस्थान की केन्द्रीय जेल की ओर से हाल ही फलों की आपूर्ति का अनुबंध देने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस जानकारी के अनुसार राज्य की केंद्रीय जेल साल भर में अपने बंदियों को एक लाख रुपए के केले, सेब और पपीते आदि खिलाएगी।
जेल और गृह विभाग के अधिकारियों पर भरोसा करें तो केंद्रीय जेल और जिला स्तरीय अन्य जेलों से भी इस तरह के प्रस्ताव आ रहे हैं। कुछ जगह तो बंदियों के लिए ड्राइ फ्रूट्स के प्रस्ताव भी भेजे गए हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान की केंद्रीय जेल में बंदियों को नियमित रूप से ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर दिया जाता है। 15 अगस्त और 26 जनवरी पर उनके लिए विशेष भोज भी तैयार होता है। जेल सूत्रों के अनुसार जेल बंदियों के मीनू में लगातार सुधार होता रहा है।
जेल मैनुअल अब बीते जमाने की बात:जेल में रह चुके पूर्व बंदियों का कहना है कि जेलों में आजकल आला अफसर, नेता और आईपीएस भी पहुंच रहे हैं। इन्हें देखते हुए जेल विभाग विशेष व्यवस्थाएं कर रहा है। बंदी कहते हैं कि ज्यादातर फल और ड्राइ फ्रूट्स इन वीवीआईपी बंदियों के लिए ही हैं।

रेप रोकेगा 'रेप एक्स'

दक्षिणी अफ्रीका की एक महिला सोनेटे एहलर्स ने कुछ वर्ष पहले 'एंटी रेप कंडोम' का अविष्कार किया था, जिसका नाम उन्होंने 'रेपेक्स' रखा था।
यह कंडोम मूल रूप से एक ऐसा डिवाइस है जिसके भीतरी हिस्से में दांतों की तरह नुकीली संरचना है। इस फीमेल कंडोम को पहनने के बाद अगर को पुरूष महिला के साथ 'योनि बलात्कार' करने का प्रयास करता है तो उसका शिश्न कंडोम की भीतरी नुकीली संरचना से चोटिल हो जाएगा।
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एहलर्स को यह कंडोम बनाने का विचार उस समय आया, जब वह 'साउथ अफ्रीकन ब्लड ट्रांसफ्यूजन सर्विस' में ब्लड टेक्नीशियन के तौर पर काम कर रही थी। यहां काम करने के दौरान उनकी मुलाकात बलात्कार की पीड़ित एक महिला से हुई। पीड़ित महिला ने बातचीत के दौरान कहा "अगर मेरे गुप्तांग में दांत होते, तो मैं बलात्कारी को सबक सिखा सखती थी।"पीड़ित महिला की बात से एहलर्स को प्रेरणा मिली और उन्होंने यह कंडोम ईजाद किया।

एहलर्स के अनुसार, यह कंडोम बलात्कार करने वाले के शिश्न से चिपका तब तक चिपका रहेगा, जब तक कि इसे सर्जरी के जरिए हटाया न जाए। इस स्थिति में आरोपी की जानकारी पुलिस और अस्पतालकर्मियों तक पहुंच जाएगी और उसे पकड़ना आसान हो जाएगा।

वर्ष 2006 में इस कंडोम का नाम 'रेपेक्स' से बदलकर 'रेप एक्स' किया गया। 31 अगस्त 2005 में इसे दक्षिण अफ्रीका में दुनिया के सामने प्रस्तुत किया गया था। गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका दुनिया का ऐसा हिस्सा है, जहां बलात्कार के सर्वाधिक मामले घटित होते हैं।

आज से शनि चलेगा उलटी चाल, इन राशियों का बदलेगा सबकुछ

शनि दिनांक 8 फरवरी को 9 बजकर 33 मिनट से वक्री हो जाएगा। शनि तुला राशि में ही रहेगा। शनि की ये वक्री स्थिति इसी राशि में 19 मई तक बनी रहेगी। फिर वह कन्या राशि में चला जाएगा। कन्या में ही दिनांक 26 जून से मार्गी हो जाएगा तथा 1 अगस्त से पुन: तुला राशि में आ जाएगा। विभिन्न पचांगों के अलग-अलग मत हो सकते हैं। 
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित मनीष शर्मा के अनुसार शनि का वक्री होने का प्रभाव जनजीवन पर भी पड़ेगा। विशेषकर 19 मई से 1 अगस्त 2012 के मध्य में वक्री शनि का प्रभाव ज्यादा दिखाई देगा। इसके अलावा यह केवल प्राकृतिक प्रभावों में अपना असर दिखाएगा। शनि का तुला राशि में वक्री होना तूफान, चक्रवात, भूकंपन, बाढ़ आदि से हैरान करेगा। जनता को मंहगाई का सामना कर पड़ सकता है। इसके अलावा यह व्यक्तिगत जीवन में यह किसी को परेशान नहीं करेगा। जिन राशियों में शनि का ढैय्या या साढ़ेसाती चल रही है उन्हें भी मामुली राहत होगी।

19 मई से 1 अगस्त के मध्य शनि कन्या राशि में आने से सिंह, कन्या, तुला पर साढ़ेसाती एवं मिथुन एवं कुंभ पर पुन: शनि के ढैय्या का प्रभाव रहेगा। वृश्चिक, कर्क एवं मीन उसके प्रभाव से मुक्त हो जाएगी।

यह स्थिति कैसी रहेगी इन राशियों के लिए, जिन पर सीधा असर पड़ेगा शनि का...

सिंह-लाभकारी।

कन्या- मिश्रित।

तुला-परिश्रम से लाभ।

मिथुन-सम्मान, यात्रा।

कुंभ- धन प्राप्ति, जमीन से लाभ।

मंत्रीजी की सफाई, नहीं पहुंचाया निजी सचिव को फायदा

राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने आरोपों से किया इंकार, कहा, आरोप साबित हो जाए तो सजा भुगतने को तैयार हूं
जयपुर.निजी सचिव की जमीन को बाड़मेर में अवाप्ति से मुक्त कराने में नियमों को दरकिनार करने के आरोपों से जूझ रहे राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने पूरे मामले पर सफाई दी है।
राजस्व मंत्री ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि निजी सचिव सहित किसी को कोई फायदा नहीं पहुंचाया है। उन्होंने ने कहा कि आरोप तो आप चाहे किसी पर भी लगा दीजिए। मेरे पर लगा एक भी आरोप साबित हो जाए तो जो कहे वो सजा भुगतने को तैयार हूं।
भाजपा की ओर से लोकायुक्त जांच की मांग के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोकायुक्त क्या किसी से भी जांच करवा लीजिए, मैं तैयार हूं। एक प्रतिशत भी आरोपों में सच्चाई मिल जाए तो कोई भी सजा भुगतने को तैयार हूं।
गौरतलब है कि राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी के निजी सहायक की जमीन को अवाप्ति से मुक्त कराने में मंत्री की भूमिका के खुलासे के बाद भाजपा ने इसकी लोकायुक्त से जांच कराने और मंत्री से इस्तीफे की मांग की थी।

4 विकेट से जीती टीम इंडिया

 

पर्थ. विराट कोहली (77 रन) और सचिन तेंडुलकर (48 रन) की बेहतरीन पारियों के बूते टीम इंडिया ने कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज के दूसरे मैच में श्रीलंका को 4 विकेट से हरा दिया। श्रीलंका द्वारा दिए 234 रन के लक्ष्य को भारतीय बल्लेबाजों ने 20 गेंदें शेष रहते ही हासिल कर लिया। रवींद्र जडेजा 24 और आर अश्विन 30 रन बनाकर नाबाद रहे।


सस्ते में आउट हुए धोनी, रैना और रोहित शर्मा

टीम इंडिया का मिडिल ऑर्डर सस्ते में आउट हुआ। रोहित शर्मा जहां महज 10 रन बना सके, वहीं रैना ने 24 रन की पारी खेली। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बस एक चौका लगाकर धम्मिका प्रसाद की गेंद पर आउट हुए।

कोहली का अर्धशतक

धाकड़ बल्लेबाज विराट कोहली ने बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए वनडे करियर का चौथा अर्धशतक पूरा किया।

अर्धशतक से चूके सचिन

भारतीय टीम के सबसे अनुभवी बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर दुर्भाग्यपूर्ण तरह से आउट हुए। सचिन एंजलो मैथ्यूज की गेंद को बैकफुट पर जाकर खेलने के प्रयास में बोल्ड हो गए। गेंद बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर स्टंप्स पर जा लगी। सचिन 48 रन बनाकर आउट हुए।

सहवाग 10 रन बनाकर आउट

भारतीय पारी का आगाज सचिन तेंडुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने किया। लेकिन सहवाग अधिक देर तक मैदान पर नहीं टिक सके। वो मलिंगा की गेंद पर 10 रन बनाकर आउट हुए। कुलसेखरा ने दौड़ते हुए एक बेहतरीन कैच लपककर सहवाग को पवेलियन की राह दिखायी।


भारत के सामने 234 रन की चुनौती

ऑफ स्पिनर आर अश्विन की बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर भारत ने श्रीलंकाई पारी को 233 रन तक सीमित रखा है। पर्थ के वाका मैदान पर हो रहे मुकाबले में श्रीलंका ने भारत के सामने 234 रनों की चुनौती रखी है।

श्रीलंका के लिए दिनेश चांडीमल ने 64 रन और दिलशान ने 48 रन की पारी खेली। एंजलो मैथ्यूज 33 रन बनाकर नाबाद रहे।

भारत के लिए आर अश्विन ने सर्वाधिक 3 विकेट झटके। जहीर खान को 2 और विनय कुमार व जडेजा को 1-1 विकेट मिले।

चला अश्विन की फिरकी का जादू

श्रीलंकाई बल्लेबाज अश्विन की फिरकी में फंस गए। महेला जयवर्धने और थिसारा परेरा के बाद अर्धशतक लगाने वाले दिनेश चांडीमल भी ऑफ स्पिन समझने में नाकाम रहे। चांडीमल 64 रन बनाकर अश्विन की गेंद पर स्टंप आउट हुए। हालांकि ये श्रीलंका की तरफ से टॉप स्‍कोरर रहे।
जयवर्धने को अश्विन ने किया आउट

ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने सीरीज का पहला विकेट चटकाते हुए महेला जयवर्धने को आउट किया। जयवर्धने 23 रन बनाकर आउट हुए।

जडेजा ने छीना दिलशान का अर्धशतक

रवींद्र जडेजा ने फिरकी का कमाल दिखाते हुए बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहे तिलकरत्ने दिलशान को चलता किया। दिलशान कट शॉट खेलने के प्रयास में विराट कोहली को कैच थमा बैठे। एक गेंद पहले ही कोहली ने रन आउट का प्रयास किया था, लेकिन उनका थ्रो सटीक नहीं रहा। दिलशान 48 रन बनाकर आउट हुए।


जहीर खान ने फिर किया वार

जहीर खान ने टीम को दूसरी सफलता दिलाते हुए पूर्व कप्तान कुमार संगकारा को विकेट के पीछे लपकवाया। संगकारा 26 रन बनाकर आउट हुए। आउट होने से पहले संगकारा और दिलशान के बीच 62 रन की साझेदारी हुई।


जहीर ने दिया पहला झटका

जहीर खान ने पहला विकेट झटकते हुए उपुल थरंगा को पहली स्लिप पर खड़े सचिन तेंडुलकर के हाथों कैच करवाया। थरंगा 4 रन बनाकर आउट हुए।

टॉस - श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है।

टीम कॉम्बिनेशन
भारतीय एकादश में दो बदलाव किए गए हैं। सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर के स्थान पर वीरेंद्र सहवाग को शामिल किया गया है। तेज गेंदबाज जहीर खान की भी एकादश में वापसी हुई है। इस कारण राहुल शर्मा को बाहर बैठना पड़ा है।

टीमें इस प्रकार से हैं-भारत - वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंडुलकर, विराट कोहली, सुरेश रैना, रोहित शर्मा, महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), रवींद्र जडेजा, आर अश्विन, विनय कुमार, प्रवीण कुमार और जहीर खान।श्रीलंका - दिलशान, उपुल थरंगा, कुमार संगकारा, चांडीमल, महेला जयवर्धने, एंजलो मैथ्यूज, थिसारा परेरा, नुवान कुलसेखरा, लासिथ मलिंगा, धम्मिका प्रसाद और थिरिमने।

थार के रेगिस्तान की भाषा

थार के रेगिस्तान की भाषा 

राजस्थान के मारवा क्षेत्र में बोली जाने वाली मारवाङ्ी का एक भाग ही है। परन्तु जैसलमेर क्षेत्र में बोली जानेवाली भाषा थली या थार के रेगिस्तान की भाषा है। इसका स्वरुप राज्य के विभिन्न स्थानों पर भिन्न-भिन्न है। उदाहरण स्वरुप लखा, महाजलार के इलाके में मालानी घाट व मा भाषाओं का मिश्रण बोला जाता है। परगना सम, सहागढ़ व घोटाडू की भाषा में थाट, मा व सिंधी भाषा का मिश्रण बोल-चाल की भाषा है। विसनगढ़, खूङ्ी, नाचणा आदि परगनों में जो बहावलपुर, सिंध से संलग्न है, माङ्, बीकानेरी व सिंधी भाषा का मिश्रण है। इसी प्रकार लाठी, पोकरण, फलौदी के क्षेत्र में घाट व मा भाषा का मिश्रण है। राजस्थान राजधानी में बोली जोन वाली इन सभी बोलियों का मिश्रण है, जो घाट, माङ्, सिंधी, मालाणी, पंजाबी, गुजराती भाषा का सुंदर मिश्रण है।

वस्तुतः यहाँ प्रयुक्त की जाने वाली बोली को तीन प्रमुख भाषाओं में विभक्त कर सकते हैं -


१. जन-साधारण की भाषा।
२. साहित्यिक भाषा।
३, राजकार्य की भाषा।

जन-साधारण की भाषा का उल्लेख ऊपर किया जा चुका है, जबकि यहाँ रचे गए साहित्य में प्राकृत, अपभ्रंश, संस्कृत तथा ब्रज भाषा का प्रयोग किया गया है।

राजकार्य में प्रयुक्त की जाने वाली भाषा में अपभ्रंश खङ्ी बोली का प्रयोग किया गया है, जो ताम्र पत्रों, शिलालेखों, आदेशों पट्टे परवाने, पत्रों में प्रयुक्त की जाती रही है। १८८० ई. के उपरांत यहाँ पर भारतीय दंड संहिता, दीवानी, फौजदारी आदि इंगलिश अधिनियम लागू होने पर उनके उर्दू में किए गए भाषातरों का प्रयोग किए जाने से राजकीय कार्यों में उर्दु भाषा के शब्दों का प्रयोग अधिक होने लगा था, जो न्याय की भाषा के रुप में भारत में राज्य के विलीनीकरण तक होता रहा।

यहाँ बोली जाने वाली भाषा की अन्य दो विशेषताएँ हैं। प्रथम यहाँ के लोग बहुत जोर (ऊँची ध्वनी) से बात करते हैं, जो सिंधी भाषा का स्पष्ट प्रभाव है। द्वितीय भाषा को बोलने में लय का प्रयोग करते हैं तथा हाथ तथा चेहरे से भी भाव व्यक्त करते हुए वार्तालाप करते हैं, जो घाट एवं मा भाषा का प्रभाव है।

जीवन में जहर घोल रहा है फ्लोराइड

जीवन में जहर घोल रहा है फ्लोराइड

मोकलसर। खारा बेल्ट के गांवों में पानी में फ्लोराइड का कहर लोगों के शरीर में जहर घोल रहा है। ग्रामीणो की मजबूरी है कि उन्हें अन्य विकल्प के अभाव में अधिक टीडीएस वाला स्वास्थ्य के लिए घातक पानी पीना पड़ रहा है। इस समस्या को लेकर हर स्तर पर गुहार के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है।

खारा बेल्ट के खंडप, जालमपुरा, तरकों की ढाणी, सरवड़ी चारणान, गोलिया चौधरिया, कम्मो का वाड़ा, सेवाली, रातड़ी, अर्थडी, डाबली, मोतीसरा, रोजियों की ढाणी आदि गांवों के पानी व मिट्टी में क्षारियता के लक्षण पाए जाने के वर्षो बाद भी रोकथाम के लिए कारगर प्रयास नहीं हो रहे हैं। कृषि विभाग द्वारा वष्ाü 2003 में सिवाना उपखंड क्षेत्र की 40 ग्राम पंचायतों में मिट्टी व पानी का सर्वे किया गया था। इस दौरान अत्यधिक जलदोहन से भौतिक, रसायनिक व जैविक अपघटन के बढ़ते दबाव के चलते जमीन व पानी में तेजी से जहर घुलने के तथ्य उजागर हुए थे।

इन गांवों में सात सौ फीट गहराई तक मीठा पानी सुलभ नहीं है। ऎसे में कृषि उजड़ गई है। बारिश के अलावा खेतों में सूनापन रहता है। सर्वे के बाद कृषि कार्य पर खतरे के बादल मंडराने की चेतावनी विभाग द्वारा दी गई थी। लेकिन रोकथाम को लेकर आज तक कोशिश शुरू नहीं हो पाई है। मजबूरन लोगों को स्वास्थ्य के लिए घातक साबित होने के बाद भी अत्यधिक मात्रा में टीडीएस व फ्लोराइड युक्त पानी का उपभोग करना पड़ रहा है।

अधरझूल में योजना
खारा बेल्ट के इन गांवों में गंभीर पेयजल संकट के मद्देनजर प्रस्तावित उम्मेदसागर धवा खंडप पेयजल परियोजना डेढ़ दशक से दूर की कौड़ी बनी हुई है। वर्षो से खारे पानी का सेवन कर रहे इन गांवों के ग्रामीणों के लिए यह योजना साकार रूप लेने के बाद वरदान साबित होगी, लेकिन अभी तक यह योजना क्रियान्वित नहीं हो पाई है।

बीमारियों की चपेट में
पानी में फ्लोराइड की अत्यधिक मात्रा के कारण कूबड़ेपन से पीडित लोगों की संख्या बढ़ रही है। पानी में क्षारियता बढ़ने से लोग असाध्य बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
शैतानसिंह डाबली अध्यक्ष, खारा बेल्ट संघर्ष समिति

प्रयास जारी
मीठे पानी की उपलब्धता को लेकर प्रस्तावित नहरी पानी योजना के लिए सरकारी स्तर पर प्रयास चल रहे हैं।
मालाराम भील प्रधान सिवाना

सर्वे में मिली थी क्षारीयता
कृषि विभाग द्वारा पूर्व में किए गए सर्वे में इन गांवों की मिट्टी व पानी में क्षारीयता के लक्षण पाए गए थे। पैदावार में बढ़ोतरी व क्षारियता में कमी के लिए जिप्सम के उपयोग की जानकारी दी गई है।
- दूदाराम बारूपाल, सहायक कृषि अधिकारी

झूठे ज्यादा, सच्चे कम! ...एस सी एस टी एक्ट के मामलों की जांच

झूठे ज्यादा, सच्चे कम!

बाड़मेर। अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम व भारतीय दण्ड संहिता की धारा 376 (बलात्कार के मामलों से संबंधित धारा) में दर्ज हुए मामलों में झूठे ज्यादा व सच्चे कम निकले हैं। झूठे मामलों की संख्या में निरंतर हो रही वृद्धि से पुलिस भी चिंतित है, लेकिन पुलिस अभी तक ऎसा कोई तरीका अमल में नहीं ला रही है कि झूठे मामलों को दर्ज होने से रोका जाए। बाड़मेर जिले में वर्ष 2011 में अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत 204 मामले दर्ज हुए, जिनमें से केवल पचहतर मामले ही चालान योग्य निकले। 124 मामलों में तो पुलिस के स्तर पर ही अंतिम रिपोर्ट दे दी गई।

वर्ष 2010 में दर्ज 208 में मामलों में से 98 में पुलिस ने अपने स्तर पर ंतिम रिपोर्ट दी थी। तुलनात्मक दृष्टि से देखें तो झूठे मामलों की संख्या मे वृद्धि दर्ज की गई। इसी तरह बलात्कार के मामलों में सच के आंकड़े से आगे झूठ का आंकड़ा रहा। वष्ाü 2011 में बलात्कार के इक्कीस मामले दर्ज हुए, जिसमें केवल आठ मामले चालान योग्य पाए गए और तेरह मामलों में पुलिस ने अंतिम रिपोर्ट दे दी। हालांकि वर्ष 2010 में दर्ज 34 मामलों की तुलना में वर्ष 2011 में इस अपराध में कमी दर्ज की गई, लेकिन झूठे मामलों का प्रतिशत फिर भी अधिक ही रहा क्योंकि 2010 में ग्यारह मामलों में ही पुलिस ने एफ आर दी थी।

सबक सिखाने की फिराक
इन मामलों की जांच करने वाले अधिकारी बताते हैं कि किसी पुरानी रंजिश के चलते एक-दूसरे को सबक सिखाने व परेशान करने के उद्देश्य से मामले दर्ज करवा दिए जाते हैं। हालांकि जांच में सच व झूठ सामने आ जाता है, लेकिन जांच तो मामला दर्ज होने के बाद ही होती है।

समय व श्रम दोनों व्यर्थ
एस सी एस टी एक्ट के मामलों की जांच पुलिस उप अधीक्षक स्तर के अधिकारी द्वारा की जाती है। वहीं बलात्कार के मामले भी गंभीर अपराध की श्रेणी में आते हैं। इसकी जांच भी आम तौर पर थानाधिकारी द्वारा ही की जाती है। झूठे मामलों की तफ्तीश में पुलिस का समय व श्रम दोनों जाया होते हैं।

समस्या तो है
झूठे मामले दर्ज होने की समस्या तो है। झूठे मामले बढ़ना चिंता का विषय है। वैसे झूठे मामलों में पुलिस एफ आर दे देती है और मामला सही होने पर चालान कर दिया जाता है।
संतोष चालके पुलिस अधीक्षक बाड़मेर

जालोर रानीवाड़ा सांचौर आहोर सायला जसवंतपुरा ....न्यूज इनबॉक्स....



छह नीम-हकीम गिरफ्तार

आहोर। पुलिस ने चिकित्सा विभाग के सहयोग से मंगलवार को थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में ऑपरेशन चरक के तहत भोले-भाले ग्रामीणों का उपचार कर उनकी जान को जोखिम में डालने वाले छह झोलाछाप फर्जी बंगाली चिकित्सकों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में दवाइयां व अन्य सामग्री जब्त की।

पुलिस के अनुसार पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के निर्देश पर ऑपरेशन चरक के तहत प्रशिक्षु पुलिस उप अधीक्षक नरेन्द्र चौधरी के नेतृत्व में कांस्टेबल बलवीर, हरिराम व राजेन्द्र की टीम ने थाना क्षेत्र के थांवला गांव से बिना लाइसेंस व परमिट के ग्रामीणों का उपचार कर रहे झोलाछाप फर्जी डॉक्टर आशीषकुमार पुत्र भवानीशंकर पुरोहित निवासी सीमलपुर जिला 24 परगना पश्चिम बंगाल, एएसआई फूलाराम मेघवाल के नेतृत्व में कांस्टेबल रामसिंह व नारायणलाल की टीम ने उम्मेदपुर गांव से फर्जी डॉक्टर अभिजीतराय पुत्र

अमलकिशनराय निवासी बोकसरा जिला 24 परगना पश्चिम बंगाल, हेड कांस्टेबल चिमनाराम के नेतृत्व में कांस्टेबल रामरतन व ओमप्रकाश की टीम ने अगवरी गांव से फर्जी डॉक्टर मिहिर हलधर पुत्र धरेन्द्र हलधर ब्राह्मण निवासी लक्ष्मीपुर जिला नदिया पश्चिम बंगाल, एसआई सोनाराम के नेतृत्व में कांस्टेबल घीसाराम व संपतराम की टीम ने कवराड़ा गांव से फर्जी डॉक्टर अमित व्यास पुत्र नित्यानंद ब्राह्मण निवासी बडामुडागसा जिला नदिया पश्चिम बंगाल, एसआई पदमाराम के नेतृत्व में कांस्टेबल जोगसिंह व रामलाल की टीम ने रोडला गांव से फर्जी डॉक्टर पलास सरकार पुत्र निर्मल सरकार निवासी बारासान जिला नदिया पश्चिम बंगाल एवं एएसआई

किशनाराम के नेतृत्व में कांस्टेबल जुगलकिशोर व मीठालाल की टीम ने भूती गांव से फर्जी डॉक्टर आनंदराय पुत्र उपेन्द्रनाथराय श्रीमाली निवासी रविन्द्रनगर जिला हुगली पश्चिम बंगाल को गिरफ्तार कर उनके पास से बड़ी मात्रा में दवाइयां बरामद की। कार्रवाई के दौरान पुलिस टीम के साथ ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ.वेदप्रकाश मीणा, डॉ.दीनदयाल गुप्ता, डॉ. मुकेश समेत चिकित्साकर्मी मौजूद थे। प्रशिक्षु पुलिस उप अधीक्षक चौधरी ने बताया कि आरोपियों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।


झोपड़ा जलाने पर तीन साल की सजा

जालोर। जिला एवं सत्र न्यायालय ने रहवासी झोपड़ा जलाने के आरोपी को तीन साल के कारावास की सजा सुनाई है। अभियोजन के अनुसार जोडवास निवासी पतिया पुत्र काला ने 23 जनवरी 2009 को मोदरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि मोडसिंह पुत्र जेपा रावणाराजपूत ने उसकी रहवासी ढाणी में अनाधिकृत प्रवेश कर झोपड़े को व खेत की बाड़ को जला दिया। पुलिस ने जांच कर नतिजा न्यायालय में पेश किया।

जिस पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अभय चतुर्वेदी ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद रहवासी झूपा जलाने के आरोप में मोडसिंह को दोषी मानते हुए तीन साल के कारावास एवं एक हजार रूपए का जुर्माना की सजा सुनाई। वहीं बाड़ जलाने के आरोप में एक साल का कारावास व 500 रूपए का जुर्माना तथा खेत में अनाधिकृत प्रवेश का दोषी मानते हुए एक माह के कारावास से दंडित किया। सरकार की ओर से पैरवी पीपी सवाराम पटेल ने की।



सड़क पर गर्भपात

जालोर। जसवंतपुरा क्षेत्र के गोलाना गांव से अपने रिश्तेदारों को मिलने जा रही एक महिला का जालोर में भीनमाल मार्ग पर बस से उतरते ही प्रसव हो गया। जानकारी के अनुसार डीसा निवासी एक महिला अपने पीहर गोलाना आई हुई थी। वह वहां से अपने रिश्तेदारों को मिलने के लिए बस से आहोर तहसील के घाणा गांव जा रही थी।

उसके करीब पांच माह का गर्भ था। आकोली के नजदीक उसके पेट में दर्द होने लगा। जालोर में प्रवेश करने पर अत्यधिक दर्द होने पर वह और उसके रिश्तेदार भीनमाल बाईपास पर रावण का चबूतरा जाने वाले मार्ग पर बस को रूकवाकर उतर गए।

इस दौरान महिला बेसुध हो गई। उसके बेसुध होने पर वहां पर आसपास की महिलाएं इकटी हो गई। इसी दौरान उस महिला का गर्भपात हो गया। लोगों ेने महिला को अस्पताल पहुंचाया व भू्रण को सड़क के पास ही फेंक दिया। भू्रण के फेंकने पर वहां लोगो की भीड़ जमा हो गई। बाद में पुलिस को सूचना मिलने पर उप निरीक्षक प्रेमाराम मौके पर पहुंचे व भू्रण को लेकर अस्पताल गए। महिला अब अस्प्ताल में उपचाराधीन है।


हत्या के आरोप में तीन गिरफ्तार

सायला। पुलिस ने अपहरण कर युवक की हत्या करने के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं एक आरोपी जयंतीलाल पुलिस की गिरफ्त से दूर है। थानाधिकारी सुमेरसिंह राठौड़ ने बताया कि भूंडवा निवासी मनोहरसिंह को गांव के ही प्रकाश पुत्र वगता पुरोहित, अशोक पुत्र आईदान पुरोहित, कान्तिलाल पुत्र आईदान पुरोहित व जयन्तीलाल पुत्र आईदान पुरोहित 27 जनवरी को जोधपुर घुमने का कहकर अपने साथ ले गए। घर नहीं लौटने पर मनोहरसिंह के परिजनों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। परिजनों के शक के आधार पर पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने हत्या करने की बात कबूल की।

आरोपी अशोक, प्रकाश व कान्तिलाल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वे मनोहरसिंह की हत्या के लिए एक माह से योजना बना रहे थे। आरोपियों ने बताया कि मनोहरसिंह उनकी बहिनों को बुरी नजर से देखता था। जिस पर उन्होंने उसकी हत्या कर दी।

फरार इन्द्रा की सम्पत्ति खंगाल रही सीबीआई

फरार इन्द्रा की सम्पत्ति खंगाल रही सीबीआई

जोधपुर। भंवरीदेवी प्रकरण में वांछित इन्द्रा विश्नोई सीबीआई के लिए चुनौती बनती जा रही है। परिजनों पर दबाव व तलाशी के बावजूद उसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है। ऎसे में उसकी सम्पत्ति कुर्क करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। सीबीआई ने मंगलवार को विधायक मलखान सिंह के पुत्र महेन्द्र से रामसिंह मेमोरियल ट्रस्ट के बारे में पूछताछ की।


इन्द्रा एएनएम भंवरीदेवी की राजदार है। सीबीआई इस मामले में उसका महत्वपूर्ण रोल मान रही है। इन्द्रा पिछले करीब तीन माह से लापता है और उसे 10 फरवरी तक पेश होने के निर्देश दिए गए हैं। इन्द्रा पर दबाव डालने के लिए सीबीआई ने लूणी, बिलाड़ा, बासनी व कुछ अन्य स्थानों से सम्पत्तियों का ब्यौरा मंगवाया है। जिसके आधार पर सूची बनाकर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।


नोटिस देकर बुलाया : मलखान के घर महेन्द्र को तलब करने के लिए सीबीआई सुबह रातानाडा स्थित घर गई व लिखित में नोटिस दिया। महेन्द्र को पूछताछ के लिए जल्द से जल्द सर्किट हाउस पहुंचने के निर्देश दिए गए।
ट्रस्ट के कागजात मांगे : रामसिंह विश्नोई मेमोरियल ट्रस्ट की संरक्षक अमरीदेवी है। ऎसा माना जा रहा है कि इन्द्रा ने कुछ सम्पत्ति ट्रस्ट में शामिल की है। इसके लिए सीबीआई ने महेन्द्र से पूछताछ की तथा ट्रस्ट सम्बन्धी कागजात भी लिए। उधर लूनी विधायक मलखान सिंह की माता अमरी देवी को पूछताछ के लिए बुलाने पर विश्नोई समाज का विरोध झेल रही सीबीआई के खिलाफ मंगलवार को वकीलों ने भी गुस्सा जताया।

खेतासर नहीं हुए पेश


प्रकरण में पूछताछ के लिए शम्भूसिंह खेतासर सीबीआई के सामने पेश नहीं हो रहे हैं। वह तीन दिन पूर्व जैसलमेर रोड पर मड़ला के पास कार पलटने से जख्मी हो गए थे। उन्होंने सीबीआई के नोटिस का जवाब देते हुए जानकारी दी है कि वे सड़क हादसे में जख्मी होने के कारण गुजरात के किसी अस्पताल में भर्ती हैं। स्वस्थ होने के बाद वे उपस्थित हो जाएंगे। उधर, तिलवासनी सरपंच व मलखान सिंह के चचेरे भाई छोगाराम विश्नोई का भी पता नहीं चल पाया है।

डर्टी पिक्चर देखने वाले मंत्रियों के इस्तीफे

डर्टी पिक्चर देखने वाले मंत्रियों के इस्तीफे

बेंगलूरू। विधानसभा में पॉर्न साइट देखकर लोकतंत्र को शर्मसार करने वाले कर्नाटक के तीन मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। बुधवार सुबह भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में मंत्री लक्ष्मण सावडी, सीसी पाटिल जे. कृष्णा पालेमर ने इस्तीफे सौंपे। मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा ने तीनों के इस्तीफे मंजूर कर राज्यपाल के पास भेज दिए। भाजपा आलाकमान ने मंत्रियों से इस्तीफा देने को कहा था।


सावडी के पास को-ऑपरेटिव और पाटील के पास महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का प्रभार है। दोनों मंत्री बीजापुर जिले में हाल ही में पाकिस्तानी झंडा फहराए जाने को लेकर चल रही गर्मा-गर्म बहस के दौरान पॉर्न फिल्म देखने में लगे हुए थे। इन दोनों के क्लोज अप शॉट्स टीवी चैनलों पर मंगलवार शाम प्रसारित हुए, जिससे सनसनी फैल गई।

टीवी विजुअल्स के अनुसार सावडी के मोबाइल फोन पर पॉर्न फिल्म चल रही थी और दोनों मंत्री उसे देख रहे थे। राज्य विधानसभा में पहली बार ऎसी घटना सामने आई है। चैनलों पर वीडियो चलने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सावडी के घर के बाहर प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने बीजेपी के इन दोनों मंत्रियों की हरकत को शर्मनाक बताते हुए उन्हें तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है। उधर, भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने दोनों मंत्रियों का इस्तीफा मांग लिया है।

खुद फंसे तो तीसरे मंत्री को भी लपेटा

मामला सामने आने पर दोनों मंत्रियों ने अपने साथी पर्यावरण एवं बंदरगाह मंत्री जे. कृष्णा पालेमर का नाम लिया। सावडी और पाटील ने कहा कि मोबाइल पालेमर का है। विपक्ष के नेता सिद्धरमैया तथा जद (एस) नेता वाईएसवी दत्ता ने दोनों मंत्रियों के इस्तीफे की मांग की। कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष के.जी बोपैया ने घटना को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच डीजी इंटेलीजेंस को सौंपते हुए जल्द रिपोर्ट मांगी है।


मैं और सावडी मोबाइल पर विदेशी महिला से बलात्कार का वीडियो देख रहे थे। वीडियो को खोलने के तुरंत बाद ही मैंने सावडी को मोबाइल फोन बंद करने के लिए कह दिया था। सीसी पाटील

मैं उडूपी में हुई रेव पार्टी का वीडियो देख रहा था। सदन में मोबाइल का उपयोग गलत है, लेकिन मैं इस मामले से जुड़े कुछ तथ्यों की जानकारी जुटाने के इरादे से ही ऎसा कर रहा था । लक्ष्मण सावडी

बहा लोक संगीत का दरिया


बहा लोक संगीत का दरिया

   

जैसलमेर। रेत के मखमली व लहरदार धोरो के बीच धरती से मिलन को आतुर सूरज के अस्तांचल पर पहुंचने से ज्योही आसमान मे क्षितिज पटल पर लालिमा छाई, त्यो ही रेतीले सागर मे धवल चांदनी बिखेरकर शशि ने अपनी उपस्थिति का अहसास कराया। माघ शुक्ल पूर्णिमा को प्रकृति के इस अनूठे नजारे के बीच वाद्य यंत्रो की संगत पर लोक कलाकारो ने ऎसा समां बांधा की यह सर्द शाम वहां मौजूद हजारो लोगो के दिलो की गहराइयो में उतरकर मन को तरंगित करने लगी।




इस दौरान सर्द शाम मे दूर-दूर तक पसरी हुई रेत के धोरे से टकराकर लोक संस्कृति के रंगों व रसों के दरिया उफनते रहे। देश ही नहीं बल्कि सात समंदर पार से आए सैलानियो के हुजूम के बीच धोरे रंगीन हो उठे और फिजाओ में लोक संस्कृति की अनूठी गंध फैल गई। तीन दिवसीय मरू महोत्सव के आकर्षित कार्यक्रमों ने चारों ओर लोक मंगल का जबरदस्त उत्साह व उल्लास बिखेरा और लगा जैसे माघ पूनम की सांझ को समूची दुनिया सम का आनन्द लेने में मस्त हो।




कार्यक्रम के दौरान जोधपुर की पार्टी ने कालबेलिया नृत्य, गाजी खां बरना ने डेजर्ट सिम्फनी, उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक क्षेत्र इलाहाबाद के कलाकारो के समूह नृत्य, मध्यप्रदेश के कलाकारो की ओर से पेश किए गए मयूर नृत्य, आनंदसिंह के राजस्थानी नृत्य, रामावतार के भवई नृत्य, हरियाणा के राजेश गांगुली ने फाग, अनवर खां ने राजस्थानी कार्यक्रम, मध्यप्रदेश के अरविंद यादव ने नृत्य, रामप्रसाद निवाई ने अलगोजा व उत्तरप्रदेश के कलाकारो ने गायन की प्रस्तुतियां देकर हर किसी का मन मोह लिया। कार्यक्रम मे जिला कलक्टर एमपी स्वामी, पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई, यूआईटी अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर, पोकरण विधायक शाले मोहम्मद सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।




उद्घोषको ने किया सुधार

मरू महोत्सव के दौरान सम मे आयोजित कार्यक्रम मे उद्घोषको की ओर से हिन्दी व अंग्रेजी की उद्घोषणा करने से सैलानियो को समझने मे आसानी रही। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने 7 फरवरी के अंक मे उद्घोषक की ओर से मारवाड़ी अंदाज मे भाषा का प्रयुक्त करने से सैलानियो हो रही समस्याओ को लेकर परिचर्चा का प्रकाशन किया था। इस पर प्रशासन ने सबक लेते हुए इस भूल को सही किया।




आकर्षक ऊंट दौड़

शाम को जहां ऊंटों की दौड़ खासी आकर्षक रही। ऊंट दौड़ मे जगमाल खां प्रथम, पीरू खां द्वितीय व पीरू खां तृतीय रहे। सूर्यास्त के समय सैलानी समुदाय धोरो से होकर अस्त होते सूरज को देखने और सनसेट के नजारों में मग्न होता रहा। धोरों पर आसमान में उड़ने वाले पंतगों ने बेहद आनंद लिया। आसमान मे ताजमहल की प्रतिकृति की पतंग लोगो के लिए आकर्षण का केन्द्र रही।




धोरों पर लगा मेला

मरूमहोत्सव के अन्तिम दिन सम के धोरों पर मेला लगा रहा और पूरे क्षेत्र में देश-विदेश सैलानियों का भारी जमघट सर्द हवाओं के बावजूद धोरों के आंगन में मस्ती लूटता रहा। सैलानियों ने ऊंट गाडियों व ऊटों पर बैठकर रेत के समुन्दर में भ्रमण का आनंद लिया। देशी -विदेशी सैलानियों ने सम के धोरों की यादगार को अपने कैमरे में कैद किया और फोटो खिंचवाए व बच्चों ने मखमली धोरों पर जमकर उछलकूद का आनन्द लिया। रंग बिरगें परिधानों में हजारों संख्या में उमड़ें सैलानियों की वजह से सम के धोरे दूर से रंगीन दिखाई दिए। कई सैलानियों ने केमल सफारी का आनंद लिया।




हर जगह वाहन

जैसलमेर से सम तक पूरा रास्ता विभिन्न प्रकारों के वाहनों की श्ृंखला से अटा रहा और दोपहर बाद सम की ओर पहुंचने का दौर निरन्तर जारी रहा। महोत्सव के तीसरे दिन मंगलवार को पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के मजबूत बनाने के लिए इंतजाम किए।




उठाया लुत्फ

सम के धोरों पर देशी- विदेशी सैलानियों ने रेगिस्तानी जहाज की सवारी करते हुए गजब का आनन्द लिया और डेजर्ट सफारी ने रोमंाच भर दिया। सम के धोरे दूर- दूर से आए सैलानी ताजगी और उर्जा का अहसास दिलाते रहे और सर्द हवाओं के आनन्द के महासागर में गोते लगाते रहे।

गहलोत भ्रष्ट मंत्रियों की सम्पत्ति जब्त कराएं : वसुंधरा

गहलोत भ्रष्ट मंत्रियों की सम्पत्ति जब्त कराएं : वसुंधरा

कोटा। नेता प्रतिपक्ष वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भ्रष्ट लोगों की संपत्ति जब्त करने संबंधी बयान का स्वागत करते हुए कहा कि गहलोत को इसकी शुरूआत अपने घर से ही करनी चाहिए। जो मंत्री भ्रष्टाचार कर रहे हैं, उनकी संपत्ति जब्त कर अस्पताल-कॉलेज बनाने चाहिए। मुख्यमंत्री सिर्फ बातें करते हैं, कार्रवाई नहीं। अभी तक राज्य में किसी भ्रष्ट मंत्री के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

झालावाड़ जाते समय मंगलवार रात पत्रकारों से बातचीत में राजे ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 24 घंटे भ्रष्टाचार हो रहा है। मंत्री भ्रष्टाचार में डूबे हैं। मुख्यमंत्री केवल बयानबाजी कर रहे हैं।


बहुत कम है निवेश: प्रदेश में 15 हजार करोड़ रूपए के निवेश की खबरों पर राजे ने कहा, यह बहुत कम है। भाजपा के समय 1 लाख 70 हजार करोड़ रूपए की बात हुई थी। इनमें करीब 35 हजार करोड़ रूपए आ भी गया, लेकिन उनकी सरकार चली गई।

जीरे और मिश्री को ऐसे खा लेने से पथरी के हो जाएंगे टुकड़े-टुकड़े

पथरी एक ऐसा रोग है जिसमें रोगी को असहनीय पेट दर्द होता है। कई बार पेशाब होना रुक जाता है। मूत्र मार्ग में संक्रमण और पानी कम पीने से गुर्दे में पथरी बनने के लिए अनुकूल परिस्थितियां पैदा होती हैं। इसके साथ ही रोजमर्रा में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ भी हैं, जिनका सेवन पथरी बनने का कारण हो सकता है। 
उन्हीं के अंशों से स्टोन का रूप धारण करते जाते हैं। धीरे-धीरे इन छोटी पथरियों पर क्रिस्टल जमा होते जाते हैं और बड़ी पथरी का रूप धारण कर लेती है।जैसे खाने के चीजो से पथरी हो सकती है ठीक उसी प्रकार खाने की चीजों से ही पथरी का इलाज भी हो सकता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं पथरी के इलाज के लिए कुछ ऐसी ही टिप्स....



- तुलसी के बीज का हिमजीरा दानेदार शक्कर व दूध के साथ लेने से मूत्र पिंड में फंसी पथरी निकल जाती है।

- एक मूली को खोखला करने के बाद उसमे बीस-बीस ग्राम गाजर शलगम के बीज भर दें, उसके बाद मूली को भून लें,उसके बाद मूली से बीज निकाल कर सिल पर पीस लें। सुबह पांच या छ: ग्राम पानी के साथ एक माह तक पीते रहे,पथरी और पेशाब वाली बीमारियों में फायदा मिलेगा।

- जीरे को मिश्री की चाशनी बनाकर उसमें या शहद के साथ लेने पर पथरी घुलकर पेशाब के साथ निकल जाती है।

- यदि मूत्र पिंड में पथरी हो और पेशाब रुक रुक कर आना चालू हो गया है तो एक गाजर को नित्य खाना चालू कर देना चाहिये,इससे मूत्रावरोध दूर होगा,और पेशाब खुलकर साफ होगा,पेशाब के साथ ही पथरी घुल कर निकल जायेगी।

- प्याज पथरी के इलाज के लिए औषधीय गुण पाए जाते हैं। अगर आप सही ढंग से इस घरेलू उपचार का पालन करेंगे तो आपको इसका हैरान कर देने वाला परिणाम मिलेगा। आपको इसका रस पीना है लेकिन पके हुए प्याज का। इसके लिए आप दो मध्यम आकर के प्याज लेकर उन्हें अच्छी तरह से छिल लें। फिर एक बर्तन में एक ग्लास पानी डालें और दोनों प्याज को मध्यम आंच पर उसमें पका लें। जब वे अच्छी तरह से पक जाये तो उन्हें ठंडा होने दें फिर उन्हें ब्लेंडर में डालकर अच्छी तरह से ब्लेंड कर लें। उसके बाद उनके रस को छान लें एवं इस रस का तीन दिनों तक लगातार सेवन करते रहे। यह घरेलू उपाय रामबाण का काम करता है।