रविवार, 22 जनवरी 2012

सोमवती/ मौनी अमावस्या (23 जनवरी,2012 ) के दिन करे पित्रदोष/कालसर्प दोष की शांति ---

सोमवती/ मौनी अमावस्या (23 जनवरी,2012 ) के दिन करे पित्रदोष/कालसर्प दोष की शांति ---


Pt. DAYANANDA SHASTRI;
पंडित दयानन्द शास्त्री-
M--09024390067 & 09711060179

 

(ऐसा संयोग 60 साल के बाद बन रहा है और ऐसा ही योग अब 60 साल के बाद ही बनेगा जब होगी इस दिन मौनी अमावस्या, सोमवती अमावस्या और देव कार्य की अमावस्या एक साथ )---
किसी भी महीने की अमावस्या जब सोमवार को होती है. तो उसे सोमवती अमावस्या कहते है. पंडित दयानंद शास्त्री के अनुसार सोमवती अमावस्या कालसर्पदोष शांति व् निवारण तथा पितरो की शांति, तर्पण कार्यो के लिये सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है. इस व्रत को करने के लिये इस दिन उपवासक को पीपल के पेड के नीचे शनि देव के बीज मंत्र का जाप करना विशेष रुप से कल्याण करने वाला कहा जाता है सोमवती अमावस्या के दिन स्नान, दान करने का विशेष महत्व कहा गया है. सोमवती अमावस्या के दिन मौन रहने का सर्वश्रेष्ठ फलकहा गया है. देव ऋषि व्यास के अनुसार इस तिथि में मौन रहकर स्नान-ध्यान करने से सहस्त्र गौ दान के समान पुन्य फल प्राप्त होताहै.
इस के अतिरिक्त इस दिन पीपल की 108 परिक्रमा कर, पीपल के पेड और श्री विष्णु का पूजन करने का नियम है. मुख्य रुप से इससोमवती अमावस्या के व्रत को स्त्रियों के द्वारा किया जाता है. व्रत करने के बाद और पीपल की प्रदक्षिणा करने बाद अपने सामर्थ्यअनुसार दान-दक्षिणा देना शुभ होता है. जनवरी वर्ष 2012 में सोमवती अमावस्या पर हजारों की संख्या में हरिद्वार तीर्थ स्थल पर डूबकीलगाई जाने की संभावनाएं बन रही है.
इस दिन कुरुक्षेत्र के ब्रह्मा सरोवर में डूबकी लगाने का भी बहुत अधिक पुन्य फल कहा गया है. इस स्थान पर सोमवती अमावस्या केदिन स्नान और दान करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है. सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक की अवधि में पवित्र नदियों पर स्नान करनेवालों का तांता सा लगा रहेगा. स्नान के साथ भक्तजन भाल पर तिलक लगवाते है. और पवित्र श्लोकों की गुंज चारों ओर सुनाई देती है.यह सब कार्य करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है.
इस वर्ष 23 जनवरी 2012 को सोमवती अमावस्या , जिस जातक की कुंडली में पित्र दोष या कालसर्प दोष है सोमवती अमावस्या के दिन इसकी शांति करे , भागवान शिव की आराधना करे और साथ ही धर्म स्थान में या नदी के किनारे पीपल और बरगद का पेड़ भी लगायें.. पंडित दयानंद शास्त्री के अनुसार अमावस्या तिथि दोपहर 1 बजकर 9 मिनट तक उसके उपरान्त प्रतिपदा तिथि का आरंभ। उत्तराषाढ़ा नक्षत्र अपराह्न 3 बजकर 31 मिनट तक उसके उपरान्त श्रवण नक्षत्र का आरंभ। वज्रयोग सायं 5 बजकर 34 मिनट तक उसके उपरान्त सिद्धियोग का आरंभ। नागकरण दोपहर 1 बजकर 9 मिनट तक उसके उपरान्त किंश्तुघ्नकरण का आरंभ। चन्द्रमा दिन-रात मकर राशि में ही संचार करेगा। इस दिन मौनी अमावस्या। सोमवती अमावस्या। देव कार्य की अमावस्या एवं स्नान आदि पर्व प्रयाग हरिद्वार और गढ़गंगा। प्रत्येक मास एक अमावस्या आती है। और प्रत्येक सात दिन बाद एक सोमवार। परन्तु ऐसा बहुत ही कम होता है जब अमावस्या सोमवार केदिन हो। पंडित दयानंद शास्त्री के अनुसार सोमवती अमावस्या कालसर्प दोष शांति व् निवारण तथा पितरो की शांति, तर्पण कार्यो के लिये सर्वश्रेष्ठ मानीजाती है. . ; सोमवती अमावस्या के दिन स्नान, दान करने का विशेष महत्व कहा गया है. हमारे धर्म ग्रंथों में कहा गया है कि सोमवारको अमावस्या बड़े भाग्य से ही पड़ती है, पाण्डव पूरे जीवन तरसते रहे परंतु उनके संपूर्ण जीवन में सोमवती अमावस्या नहीं आई। सोमवार चंद्रमाका दिन हैं। इस दिन (प्रत्येक अमावस्या को) सूर्य तथा चंद्र एक सीध में स्थित रहते हैं। इसलिए यह पर्व विशेष पुण्य देने वाला होता है। सोमवारभगवान शिव जी का दिन माना जाता है और सोमवती अमावस्या तो पूर्णरूपेण शिव जी को समर्पित होती...माघ मास की अमावस्या अद्भुत एवं दुर्लभ संयोग में आ रही है। इस दिन मौनी और सोमवती अमावस्या का संगम हो रहा है। कहते हैं कि ऐसे में गंगा में स्नान करने से जन्म-जन्मांतर के पापों का शमन होकर अक्षय पुण्य मिलता है।पंडित दयानंद शास्त्री के अनुसार शास्त्रों के अनुसार माघ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहते हैं। इस बार यह अमावस्या 23 जनवरी को आ रही है। इस दिन सोमवार भी है। इसलिए यह सोमवती अमावस्या भी है। पंचांग के अनुसार, 23 जनवरी को मकर राशि में चंद्रमा व सूर्य नारायण भी विद्यमान है और मकर राशि स्वयं भाष्कर देव की अपनी राशि है। यही नहीं, इस वक्त शनि भी उच्च राशि तुला में चल है। ज्योतिष शास्त्र में ऐसे योग को मकरध्वज योग कहते हैं। ज्योतिष गणना के अनुसार मकरध्वज योग सुबह 6 बजे से दोपहर बारह बजे तक रहेगा, जबकि मौनी और सोमवती का योग दिन भर। ज्योतिष गणना के अनुसार ऐसा संयोग 60 साल के बाद बन रहा है और ऐसा ही योग अब 60 साल के बाद ही बनेगा।
'ऐसा संयोग 60 साल के बाद बना है। ऐसे दुर्लभ एवं शुभ संयोग में गंगा स्नान करने से जीवन की सभी प्रकार की विघ्न-बाधाओं का शमन हो जाता है।'


पंडित दयानंद शास्त्री के अनुसार शास्त्रों में काल सर्प दोष के बारे में नहीं लिखा गया है लेकिन पिछले कुछ सालो से इस योग का प्रचलन बहुत तेजी के साथ हुआ है,जीवन में सुख -दुःख तो आता ही रहता है , लेकिन अगर हमें उस दुःख के बारे पता है तो हम उसे कुछ कम जरुर कर सकते है , उपाय के द्वारा ,वैसे देखा जाय तो शर्प योनी के बारे में अनेक वर्णन मिलते है हमारे धर्म शास्त्रों में गीता में स्वयं भगवान् श्री कृष्ण ने कहा है की पृथ्वी पर मनुष्य का जन्म केवल विषय -वासना के कारण जीव की उत्त्पत्ति होती है | जीव रुपी मनुष्य जैसा कर्म करता है उसी के अनुरूप फल मिलता है. विषय -वासना के कारन ही काम-क्रोध, मद-लोभ और अहंकार का जन्म होता है इन विकारों को भोगने के कारण ही जीव को “सर्प “योनी प्राप्त होती है | कर्मों के फलस्वरूप आने वाली पीढ़ियों पर पड़ने वाले अशुभ प्रभाव को काल शर्प दोष कहा जाता है।पंडित दयानंद शास्त्री के अनुसार कुंडली में जब सारे ग्रह राहू और केतु के बीच में आ जाते है तब कालसर्प योग बनता है ज्योतिष में इस योग को अशुभ मन गया है लेकिन कभी कभी यह योग शुभ फल भी देता है, मनुष्य को अपने पूर्व दुष्कर्मो के फलस्वरूप यह दोष लगता है जैसे शर्प को मारना या मरवाना , भ्रूण हत्या करना या करवाने वाले को , अकाल मृत्यु ( किसी बीमारी या दुर्घटना में होने करण ) उसके जन्म जन्मान्तर के पापकर्म के अनुसार ही यह दोष पीढ़ी दर पीढ़ी चला आता है


मनुष्य को इसका आभास भी होता है —-जैसे …
जन्म के समय सूर्य ग्रहण, चंद्रग्रहण जैसे दोषों के होने से जोप्रभाव जातक पर होता है, वही प्रभावकाल सर्प योग होने पर होता है
जातक के लक्षण/ फल/प्रभाव परिलक्षित/दृष्टव्य होते हैं :- अकल्पित, असामयिक घटना दुर्घटना का होना, जन-धन की हानि होना। परिवार में अकारण लड़ाई-झगड़ा बना रहना। पति/तथा पत्नी वंश वृद्धि हेतु सक्षम न हों। आमदनी के स्रोत ठीक-ठाक होने तथा शिक्षित एवम् सुंदर होने के बावजूद विवाह का न हो पाना। बारंबार गर्भ की हानि (गर्भपात) होना। बच्चों की बीमारी लगातार बना रहना, नियत समय के पूर्व बच्चों का होना, बच्चों का जन्म होने के तीन वर्ष की अवधि के अंदर ही काल के गाल में समा जाना।धन का अपव्यय होना। जातक व अन्य परिवार जनों को अकारण क्रोध का बढ़ जाना, चिड़चिड़ापन होना। परीक्षा में पूरी तैयारी करने के बावजूद भी असफल रहना, या परीक्षा-हाल में याद किए गए प्रश्नों के उत्तर भूल जाना, दिमाग शून्यवत हो जाना, शिक्षा पूर्ण न कर पाना। घर में वास्तु दोष सही कराने, गंडा-ताबीज बांधने, झाड़-फूंक कराने का भी कोई असर न होना। ऐसा प्रतीत होना कि सफलता व उन्नति के मार्ग अवरूद्ध हो गए हैं। जातक व उसके परिवार जनों का कुछ न कुछ अंतराल पर रोग ग्रस्त रहना, सोते समय बुरे स्वप्न देख कर चौक जाना या सपने में शर्प दिखाई देना या स्वप्न में परिवार के मरे हुए लोग आते हैं. किसी एक कार्य में मन का न लगना,शारीरिक ,आर्थिक व मानशिक रूप से परेशान तो होता ही है, इन्शान नाना प्रकार के विघ्नों से घिरा होता है प्रायः इसी योग वाले जातको के साथ समाज में अपमान ,परिजनों से विरोध ,मुकदमेबाजी आदि कालसर्प योग से पीड़ित होने के लक्षण हैं.
कैसे करे शांति :-
जातक किसी भी मंत्र का जप करना चाहे, तो निम्न मंत्रों में से किसी भी मंत्र का जप-पाठ आदि कर सकता है।


१- ऊँ नम शिवाय मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए और शिवलिंग के उपर गंगा जल, कला तिल चढ़ाये ।


२ – महामृत्युंजय मत्र : ॐ हौं ॐ जूं˙ सः ॐ भूः ॐ भुवः ॐ स्वः ॐ त्र्यंवकंयजामहे सुगंधि पुष्टि वर्धनम् उर्वारुकमिव वन्धनाम् मृर्त्योमुक्षीय मामृतात्॥ ॐ स्वः ॐ भुवः ॐ भूः सः ॐ जूं ॐ हौं ॐ ॥
३- राहु मंत्र : ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः और केतु मंत्र : ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः।
४- नव नाग स्तुति : अनंतं वासुकिं शेषंपद्म नाभं च कम्बलं।शंख पालं धृत राष्ट्रं तक्षकं कालियंतथा॥ एतानि नव नामानि नागानां चमहात्मनां।सायं काले पठेन्नित्यं प्रातः कालेविशेषतः॥तस्य विषभयं नास्ति सर्वत्र विजयीभवेत्॥
सोमवती अमावश्या या नाग पंचमी के दिन रूद्राभिषेक कराना चाहिए.
नाग के जोड़े चांदी या सोने में बनवाकर उन्हें बहते पानी में प्रवाहित कर दें।
सोमवती अमावस्या को दूध की खीर बना, पितरों को अर्पित करने से भी इस दोष में कमी होती है . या फिर प्रत्येक अमावस्या को एक ब्राह्मण को भोजन कराने व दक्षिणा वस्त्र भेंट करने से पितृ दोष कम होता है .
शनिवार के दिन पीपल की जड़ में गंगा जल, कला तिल चढ़ाये । पीपल और बरगद के वृ्क्ष की पूजा करने से पितृ दोष की शान्ति होती है
नागपंचमी के दिन व्रत रखकर नाग देव की पूजा करनी चाहिए.
कालसर्प गायत्री मंत्र का जप करना चाहिए.
ॐ काल शर्पेभ्यो नमः… अगर कोए इस मंत्र को बोल कर कच्चे दूध को गंगाजल में मिलाकर उसमे काला तिल डाले और बरगद के पेड़ में दूध की धारा बनाकर ११ बार परिक्रमम करें , या शिवलिंग पर ॐ नमः शिवाय बोलकर चढ़ाये तो शार्प दोष से मुक्ति मिलेगी…
इन उपायों से कालसर्प के अनिष्टकारी प्रभाव में कमी आती है...
----------------------------------------------------------------------------------------------------------------
सोमवती अमावस्या / Somvati अमावस्या-----
जिस अमावस्या को सोमवार हो उसी दिन इस व्रत का विधान है। प्रत्येक मास एक अमावस्या आती है। और प्रत्येक सात दिन बाद एकसोमवार। परन्तु ऐसा बहुत ही कम होता है जब अमावस्या सोमवार के दिन हो।यह स्नान, दान के लिए शुभ और सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। इस पर्व पर स्नान करने लोग दूर-दूर से आते हैं।हमारे धर्म ग्रंथों में कहा गया है कि सोमवार को अमावस्या बड़े भाग्य से ही पड़ती है, पाण्डव पूरे जीवन तरसते रहे परंतु उनके संपूर्ण जीवनमें सोमवती अमावस्या नहीं आई।किसी भी मास की अमावस्या यदि सोमवार को हो तो उसे सोमवती अमावस्या कहा जाएगा।
इस दिन यमुनादि नदियों, मथुरा आदि तीर्थों में स्नान, गौदान, अन्नदान, ब्राह्मण भोजन, वस्त्र, स्वर्ण आदि दान का विशेष महत्व मानागया है। इस दिन गंगा स्नान का भी विशिष्ट महत्व है। यही कारण हे कि गंगा और अन्य पवित्र नदियों के तटों पर इतने श्रद्धालु एकत्रित होजाते हैं कि वहां मेले ही लग जाते हैं।सोमवती अमावस्या को गंगा तथा अन्य पवित्र नदियों में स्नान पहले तो एक धार्मिक उत्सव का रूप ले लेता था। पंडित दयानंद शास्त्री के अनुसार इस दिन मौन रहकर स्नान-ध्यान करने से सहस्र गोदान का पुण्य फल प्राप्त होता है। यह स्त्रियों का प्रमुखव्रत है।सोमवार चंद्रमा का दिन हैं। इस दिन (प्रत्येक अमावस्या को) सूर्य तथा चंद्र एक सीध में स्थित रहते हैं। इसलिए यह पर्व विशेष पुण्य देनेवाला होता है।सोमवार भगवान शिव जी का दिन माना जाता है और सोमवती अमावस्या तो पूर्णरूपेण शिव जी को समर्पित होती है।
इस दिन यदि गंगा जी जाना संभव न हो तो प्रात:काल किसी नदी या सरोवर आदि में स्नान करके भगवान शंकर, पार्वती और तुलसी कीभक्तिपूर्वक पूजा करें। फिर पीपल के वृक्ष की 108 परिक्रमाएं करें और प्रत्येक परिक्रमा में कोई वस्तु चढ़ाए। प्रदक्षिणा के समय 108 फल अलग रखकर समापन के समय वे सभी वस्तुएं ब्राह्मणों और निर्धनों को दान करें।
===================================================================
पंडित दयानंद शास्त्री के अनुसार पितृ दोष निवारण या काल सर्प दोष/योग की शांति करने का उपाय-----
कालसर्पयोग मुख्या रूप से १२ तरह के होते है जो मनुष्य के लिए बहुत ही कष्टकारी सीधा होते है , वे निम्न प्रकार के है----
(1) अनंत काल सर्प योग, (२)कुलिक काल सर्प योग, (3) वासुकी काल सर्प योग,
(4) शंखपाल काल सर्प योग, (५)पदम् काल सर्प योग,(६) महापद्म काल सर्प योग,
(७) तक्षक काल सर्प योग,(८) कर्कोटक काल सर्प योग,(९) शंख्चूर्ण काल सर्प योग,
(10) पातक काल सर्प योग, (११) विषाक्त काल सर्प योग,(१२) शेषनाग काल सर्प योग, 
अगर आप की कुंडली में पित्रदोश या काल सर्प दोष है तो आप किसी विद्वान पंडित से इसका उपाय जरुर कराएँ.. आप खुद भी अपने कुंडली में देख सकते है की लग्न कुंडली में अगर रहू-केतु के बिच में सभी ग्रह हो तो काल सर्प दोष बनता है . और सूर्य के साथ राहू की युति (साथ) बनता है तो भी पित्र दोष बनता है, अगर किसी के परिवार में अकाल मृत्यु होती है तो भी ये दोष देखने में आता है ….
आप इन सरल उपायों को खुद कर के अपने जीवन में लाभ उठा सकते है----
(1) पीपल और बरगद के वृ्क्ष की पूजा करने से पितृ दोष की शान्ति होती है . या पीपल का पेड़ किसी नदी के किनारे लगायें और पूजा करें, इसके साथ ही सोमवती अमावस्या को दूध की खीर बना, पितरों को अर्पित करने से भी इस दोष में कमी होती है . या फिर प्रत्येक अमावस्या को एक ब्राह्मण को भोजन कराने व दक्षिणा वस्त्र भेंट करने से पितृ दोष कम होता है .
(२) आप शिवलिंग पर शर्पो का जोड़ा चांदी या ताम्बे का बनवाकर चधयेम, और रुद्रभिशेख करवाएं .
(3) प्रत्येक अमावस्या को कंडे की धूनी लगाकर उसमें खीर का भोग लगाकर दक्षिण दिशा में पितरों का आव्हान करने व उनसे अपने कर्मों के लिये क्षमायाचना करने से भी लाभ मिलता है.
(4) सूर्योदय के समय किसी आसन पर खड़े होकर सूर्य को निहारने, उससे शक्ति देने की प्रार्थना करने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भी सूर्य मजबूत होता है.
(5) सोमवती अमावस्या के दिन पितृ दोष निवारण पूजा करने से भी पितृ दोष में लाभ मिलाता है ,
(6) अगर आप द्वाश ज्योतिर्लिन्ग्प का जाप करें तो महादेव मनुष्य को शुख-शांति प्रदान करते है-----
सोमनाथम ,मल्लिकर्जुना ,महाकालेश्वर , ओम्कारेश्वर , वैजनाथ , भीमाशंकर , रामेश्वरम, नागेश्वर , विश्वनाथ , त्रयम्बकेश्वर,केदारनाथ, सिद्देश्वर
-----सोमवती अमावश्य के दिन या नाग पंचमी पर या महाकालेश्वर मंदिर में जाकर इसकी शांति करें आप को अवश्य लाभ होगा ,
-----""ॐ काल शर्पेभ्यो नमः"""---अगर कोए इस मंत्र को बोल कर कच्चे दूध को गंगाजल में मिलाकर उसमे काला तिल डाले और बरगद के पेड़ में दूध की धारा बनाकर ११ बार परिक्रमम करें , या शिवलिंग पर ॐ नमः शिवाय बोलकर चढ़ाये तो शार्प दोष से मुक्ति मिलेगी…

शनिवार, 21 जनवरी 2012

पोलियो के खिलाफ जंग की जरूरत

clip


विश्व स्वास्थ्य संगठन के वैश्विक पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम के प्रमुख ने कहा है कि भारत में खतरनाक पोलियो रोग के खिलाफ जारी अभियान के उत्साहजनक नतीजे सामने आए हैं। साल भर से वहां पोलियो का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। गौरतलब है कि इस सहस्त्राब्दी के अंत तक दुनिया ने इस खतरनाक रोग पर नियंत्रण का संकल्प लिया था। इस लिहाज से पड़ोसी देश भारत का प्रयास सराहनीय है। यदि वह पोलियो से मुक्ति पा लेता है, तो सिर्फ नाइजीरिया, अफगानिस्तान व पाकिस्तान ही पोलियो पीड़ित देश रह जाएंगे। पाकिस्तान में पोलियो वाइरस की मौजूदगी के कई कारण हैं। इनमें प्रमुख यह है कि यहां माता-पिता बच्चों को टीका लगवाने के खिलाफ होते हैं, क्योंकि मौलाना टीकाकरण कार्यक्रम को मजहब के हिसाब से गलत करार देते हैं। फिर देश में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की स्थिति भी ठीक नहीं है। दूर-दराज के ग्रामीण इलाके स्वास्थ्य की पहुंच से अभी भी काफी दूर हैं। एक बड़ी सच्चाई यह है कि पाकिस्तान में दहशत व बाढ़ के कारण लाखों लोग अपनी जगहों से पलायन कर गए हैं। इससे भी टीकाकरण कार्यक्रम को नुकसान पहुंचा है। वर्ष 2005 में देश में पोलियो के 28 मामले सामने आए थे, लेकिन िपछले साल 170 नए मामले सामने आए। इतना ही नहीं जिन इलाकों को पोलियो मुक्त मान लिया गया था, वहां भी इसके वाइरस मौजूद होने की पुष्टि हुई है। साफ है कि पोलियो उन्मूलन की दिशा में देश कुछ आगे बढ़ा है,लेकिन रास्ता अभी काफी कठिन है। 1990 के शुरुआती दशक में, देश में पोलियो के सालाना 20,000 से ज्यादा मामलों का अनुमान लगाया गया था। अब इस आंकड़े में निर्णायक कमी आई है। फिर भी बहुत कुछ किया जाना शेष है। खतरनाक इस वाइरस के खिलाफ निर्णायक जंग जरूरी है। - द डॉन

दिल्ली के राजपथ पर ‘आमेर का किला!

clip


गणतंत्र दिवस की झांकी परेड के लिए आमेर के किले को चुना गया जयपुर के ऐतिहासिक आमेर के किले की झांकी गणतंत्र दिवस परेड के लिए अंतिम रूप से चयनित हो गई है। रक्षा मंत्रालय ने औपचारिक रूप से झांकी के चयन की सूचना दे दी है। चार महीने तक चली चयन की जटिल प्रक्रिया में विषय वस्तु, डिजाइन, थ्री-डी मॉडल और संगीत के विभिन्न चक्रों को पार करने के बाद 28 राज्यों में से अंतिम रूप से चुने गए 13 राज्यों में राजस्थान की झांकी के रूप में आमेर के किले की झांकी का चयन किया गया है। राजस्थान के अलावा असम, बिहार, गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, मेघालय, नागालैंड, सिक्किम, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और छत्तीसगढ़ राज्यों की झांकियां भी गणतंत्र दिवस परेड के लिए चयनित की गई हैं। राजस्थान ललित कला अकादमी के नोडल अधिकारी विनय शर्मा ने बताया कि चयनित झांकी की थ्री-डी माडल को जयपुर के सुप्रसिद्ध डिजाइनर हरशिव शर्मा ने तैयार किया है और इस झांकी में जयपुर के ऐतिहासिक आमेर महलों के प्रवेश द्वार ‘गणेश पोल को और इसकी बगल में आमेर किले के पूर्वी प्रवेशद्वार ‘सूरज पोल को इसके स्थापत्य सौंदर्य के साथ दर्शाया जाएगा। झांकी के पिछले हिस्से में आमेर किले के महलों की भव्यता और स्थापत्य से जुड़े कई डिजाइनों की जालियां, कंगूरे और झरोखों को अरावली पर्वत श्रृंखला पर प्रदर्शित किया गया है। खासकर मुख्य महल के सफेद संगमरमर के साथ और शीशमहल आदि के बाहरी हिस्से के आकर्षण को दर्शाया गया है। इसके साथ ही महलों तक पर्यटकों को सवारी के रूप में लाने व ले जाने के लिए सवारी के रूप में काम में आने वाले सुसज्जित हाथियों को भी प्रदर्शित किया गया है। उन्होंने बताया कि झांकी के आगे राजस्थान लोक कलाकार प्रदेश के सुप्रसिद्ध घूमर नृत्य की मनोहारी झांकी का प्रदर्शन करते हुए चलेंगे। गणतंत्र दिवस की झांकी परेड के लिए आमेर के किले को चुना गया।

"सेनेटिक वर्सेस" में हनुमान का मजाक

"सेनेटिक वर्सेस" में हनुमान का मजाक

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी नेता और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शनिवार को कहा कि विवादित लेखक सलमान रूश्दी को मुसलमानों का वोट पाने के लिए ही आने से रोका गया। यदि उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव नहीं होते तो वह अवश्य यहां आते।

सुश्री उमा भारती ने यहां संवाददाताओं से कहा कि विवादास्पद लेखक सलमान रूश्दी के भारत आने में अड़चनें सिर्फ इसलिए लगाई गईं क्योंकि कांग्रेस को मुसलमानों के वोट चाहिए थे। लेखक के यहां आने से कांग्रेस के इस वोट पर खतरा पैदा हो गया था। उन्होंने कहा कि रूश्दी के यहां आने के सवाल पर जो स्थिति पैदा की गई उससे कांग्रेस के धर्म निरपेक्षता के दावे पर भी सवाल उठता है।

कलम की स्वतंत्रता की वकालत करते हुए सुश्री उमा भारती ने कहा कि विवादास्पद लेखक सलमान रूश्दी ने अपनी पुस्तक "द सेनेटिक वर्सेस" में हनुमान जी का भी मजाक उड़ाया है और आपत्तिजनक बातें लिखी हैं लेकिन उन्होंने कभी भी इसका विरोध नहीं किया। लेखक को अपनी बात कहने या लिखने का हक है लेकिन उसे इस सीमा तक ही माना जा सकता है कि किसी की धार्मिक भावना को ठेस नहीं पहुंचे।

सुश्री भारती ने कहा कि चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन ने भी भारतीय देवी देवताओं का मजाक ही नहीं उड़ाया बल्कि उनकी अश्लील पेंटिंग तक बनाई। वह भारत से कुवैत जाकर बस गए और कभी भारत नहीं आए लेकिन भाजपा ने कभी भी उनके देश में आने का विरोध नहीं किया। सुश्री भारती ने कहा कि वह यह मानती हैं कि कलम स्वतंत्र ही रहनी चाहिए।

अन्ना सिद्ध पुरूष
प्रख्यात समाजसेवी अन्ना हजारे को सिद्ध पुरूष बताते हुए उन्होंने कहा कि राजनीति की आलोचना करना ठीक है लेकिन वैकल्पिक राजनीति भी सुझाई जानी चाहिए। उनका मानना है कि हजारे राजनीति से दूर रहें तो ज्यादा अच्छा है। उन्होंने धर्मान्तरण को तत्काल हर हाल में बंद किए जाने की मांग की और कहा कि धर्म परिवर्तन हमेशा बुरा होता है। चाहे वह हिन्दू का हो या मुसलमान का या अन्य किसी अन्य सम्प्रदाय का। यह गैरकानूनी भी है और संविधान विरोधी भी।

पवार पर अन्ना के बयान से नाराज था जूता फेंकने वाला


देहरादून. देहरादून में टीम अन्‍ना के मंच पर जूता फेंका गया है, तो कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को बांदा के बाद सोनभद्र में भी विरोध का सामना करना पड़ा है। टीम अन्ना के चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत अच्छी नहीं हुई है। पहले हरिद्वार में हंगामा हुआ और फिर देहरादून में किशनलाल नाम के शख्स ने टीम अन्ना के मंच पर जूता फेंक दिया। जब यह घटना हुई तब मंच पर अरविंद केजरीवाल और किरण बेदी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि किशनलाल अन्ना हजारे की उस टिप्पणी से नाराज है जो उन्होंने शरद पवार को थप्पड़ मारे जाने की खबर सुनने के बाद की थी। तब हजारे ने कहा था, 'क्या एक ही मारा?' किशनलाल को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
दूसरी तरफ, सोनभद्र के दुद्धी में कुछ लोगों ने कांग्रेस के युवा नेता को काले झंडे दिखाकर अपने विरोध का इजहार किया। प्रदर्शनकारी योग गुरु बाबा रामदेव के समर्थक बताए जा रहे हैं। लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है। इससे पहले बांदा में भी योग गुरु के समर्थकों ने राहुल गांधी की सभा में उन्हें काली पट्टी और झंडे दिखाए थे, जिसके बाद राहुल सभा छोड़कर चले गए थे।
इससे पहले उमा भारती पर कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की टिप्पणी के विरोध में बीजेपी की महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के सामने राहुल का पुतला जलाया और प्रदर्शन किया। महिला कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि राहुल गांधी उमा भारती से माफी मांगें।
भ्रष्टाचार के खिलाफ उत्तराखंड में अपने चुनावी जन-जागरण अभियान की शुरुआत टीम अन्ना ने आज हरिद्वार से की। टीम अन्ना इसके बाद 22 को रुद्रप्रयाग, हल्द्वानी और 23 जनवरी को श्रीनगर में सभा करेगी। सभा में अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी, मनीष सिसौदिया, कुमार विश्वास आदि शिरकत कर रहे हैं।

अरविंद केजरीवाल ने अपने अभियान के बारे में बताया, '24 और 25 तारीख को टीम अन्ना पंजाब में जाएगी। यूपी में फरवरी में सभा होगी और इसके बाद गोवा जाएंगे। हम न तो किसी पार्टी का समर्थन करेंगे न ही किसी पार्टी का विरोध। हम वोटरों को बताएंगे कि लोकपाल, भूमि अधिग्रहण जैसे मुद्दों पर चुनाव होने चाहिए न कि जाति, धर्म या धन बल, बाहुबल के आधार पर। हम सभी पार्टियों से पूछेंगे कि सत्ता में आने पर क्या वह सशक्त लोकपाल बनाएंगे?' केजरीवाल ने कहा है कि जो लोग चुनावी फायदे के लिए प्रचार में अन्ना की तस्वीर इस्तेमाल कर रहे हैं वह गलत है।

जैसलमेर के सोनार किले की दशा सुधारेगी सरकार

जैसलमेर के सोनार किले की दशा सुधारेगी सरकार

जयपुर.दुनिया भर में लिविंग फोर्ट के रूप में मशहूर जैसलमेर के सोनार किले की जर्जर हालत सुधारने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने इसकी सुध ली है।
सोनार किले की स्थिति सुधारने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर एक उच्चाधिकार प्राप्त स्वतंत्र प्राधिकरण के गठन का फैसला किया है। केंद्रीय संस्कृति मंत्री कुमारी शैलजा ने शनिवार सुबह सचिवालय में कला, संस्कृति, पर्यटन, पुरातत्व और नगरीय विकास विभाग के अफसरों की बैठक लेकर सोनार किले की स्थिति सुधारने की रणनीति पर चर्चा की।
बैठक में सोनार किले की जर्जर स्थिति को सुधारने के लिए उच्चाधिकार प्राप्त स्वतंत्र प्राधिकरण के गठन का फैसला हुआ। प्राधिकरण के कार्य क्षेत्र, अध्यक्ष और सदस्य और रूल ऑफ बिजनेस जल्द ही तय किए जाएंगे।
सोनार की मौजूदा स्थिति :सोनार किला दुनिया के उन गिने चुने किलों में शामिल है जिनमें आबादी निवास करती है। सोनार किला अभी जर्जर अवस्था में है। आबादी रहने से यहां पानी के रिसाव और नालियों की समस्या है। सीवरेज और ड्रेनेज की उचित व्यवस्था नहीं होने से पानी रिसकर दीवारों में चला गया है। अगर जल्द मरम्मत नहीं हुई तो यह किला कभी भी ढह जाएगा।

क्यों नहीं हुआ किले का जीर्णोद्धार :सोनार किला भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के नियंत्रण में आता है और संरक्षित किले की श्रेणी में है। यहां एएसआई की मंजूरी के बिना निर्माण का कोई काम नहीं हो सकता।
किले में रहने वाले लोगों ने सीवरेज और ड्रेनेज की व्यवस्था के साथ नालियों की मरम्मत के लिए स्थानीय नगरपालिका से कई बार मांग की। लेकिन एएसआई के नियमों के तहत इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती। इसके चलते नगरीय विकास विभाग भी वहां किसी योजना के तहत काम नहीं करा सकता। बैठक में यह मुद्दा भी प्रमुखता से उठा।

प्राधिकरण बनने से होगा फायदा :सोनार किले के संरक्षण के लिए प्राधिकरण बनने से इसकी मरम्मत और जीर्णोद्धार के काम में तेजी आएगी। यह प्राधिकरण एएसआई, राज्य और केंद्र की एजेंसियों के बीच समन्वय का काम करेगा जिससे औपचारिकताओं को पूरा करने में लगने वाला समय कम होगा।

जानिए शनि की साढ़े-साती निवारण हेतु उपट/टोटके------

जानिए शनि की साढ़े-साती निवारण हेतु उपट/टोटके------
पंडित दयानन्द शास्त्री-
M--09024390067 & 09711060179


१॰ किसी छोटे मिट्टी के बर्तन में या मोटा मजबूत कपड़े में २५० ग्राम तम्बाकू (बनाकर या बना हुआ खरीद कर) तथा ५०० ग्राम तेल डालकर उस बर्तन या कपड़े में नीचे एक छोटा-सा छेद करें तथा उसको शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर बाँध दें । फिर ५ सप्ताह तक प्रति शनिवार उसमें ५०० ग्राम तेल डालें ।
२॰ जिस पेड़ पर शहद का छत्ता लगा हो उस पेड़ के नीचे हर शनिवार के दिन तेल का चिराग जलायें । कच्चे सूत को शहद के छत्ते के समीप से जड़ तक बाँधें । सात शनिवार तक करने के बाद उस छत्ते को तोड़ कर उससे जो शहद निकले उसका प्रतिदिन सेवन करें ।

बारह राशियों पर साढ़े-साती-----

मेष राशि की साढ़े-सातीः- जौ का सवा पाँच किलो आटा पिसवायें और उस आटे से रोजाना सवा सौ ग्राम आटा चीटियों के बिल पर चढ़ायें । यह क्रिया करने के प्रथम तथा आखिरी दिन चीटियों के बिल पर तेल का दीपक जलायें ।
वृष राशि की साढ़े-सातीः- पूर्णमासी के दिन सवा ५ किलो चावल का आटा बनवायें, प्रतिदिन उस आटे में से सवा सौ ग्राम गाय के दूध के साथ गाय को खिलायें । हर रोज पीपल के पत्ते या पीपल पर किसी भी चीज से अपना नाम लिखें । आखिरी दिन पीपल पर घी की ज्योत लगाके मीठा प्रसाद चढ़ायें ।
मिथुन राशि की साढ़े-सातीः- गाय का सींग अपने घर रखो, प्रतिदिन उस सींग को अपने माथे से लगायें । सवा महीने तक प्रतिदिन गाय को बाजरा, चौलाई तथा मीठा मिलाकर खिलायें ।
कर्क राशि की साढ़े-सातीः- हर रविवार के दिन कन्याओं (छः वर्ष तक की) को हलवा पूरी से भोजन करायें तथा उन्हें सवा रुपया भेंट करें । किसी कन्या की शादी हो रही हो तो उसमें कन्यादान करें, बारातियों के लिए बन रहे खाने में यथा-शक्ति धन का योगदान करें ।
सिंह राशि की साढ़े-सातीः- भूखे-गरीब, गरीब-कन्याओं को भोजन-कपड़े दें । प्रत्येक मंगलवार भूखे को रोटी-कपड़ा दें । पीपल पर तेल की ज्योत जलायें ।
कन्या राशि की साढ़े-सातीः- जो मनुष्य पागल की स्थिति में हो, जिसको सांसारिक विषयों का ज्ञान न हो, उसे अपने हाथों से खाना खिलायें और अपने हाथों से नहलायें, नये कपड़े पहनायें । यह कार्य करने के बाद किसी अनजान जगह पर शनिवार के दिन तेल का चिराग जलाकर हल्दी की दो गाँठ रखकर आ जायें । यह कार्य पाँच शनिवार करना है ।
तुला राशि की साढ़े-सातीः- रविवार के दिन सवा किलो सरसों का तेल लेकर पीपल की पाँच बार प्रदक्षिणा करें फिर उसी दिन उस तेल से हलवा, पूरी तथा सब्जी बनायें तथा बारह वर्ष के कम-से-कम दो लड़कों को भोजन करायें ।
वृश्चिक राशि की साढ़े-सातीः- सोमवार के दिन खीर बनाकर कुछ खीर लेकर उसमें गुलाब के पाँच फूल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ायें । फिर उन फूलों को शिवजी के आशीर्वाद-स्वरुप वापस उठाकर ले आयें तथा शेष बची खीर में उन फूलों को तोड़कर मिला दें । साठ वर्ष से अधिक आयु के कम-से-कम पाँच बूढ़ों को वह खीर खिलायें ।
धनु राशि की साढ़े-सातीः- सोमवार के दिन अपनी मेहनत की कमाई से नये कपड़े खरीद कर अपने माता-पिता को नहला-कर पहनायें । उनसे अपनी पिछली गलतियों के लिये माफी माँगे । घर में ज्योत जलायें । उसके बाद आने वाले अन्य चार सोमवार नये कपड़े आवश्यक नहीं है लेकिन शेष क्रिया करनी है । अगर किसी के माता-पिता न हो, तो दूसरे किसी दोस्त आदि के माता-पिता की सेवा कर सकते हैं ।
मकर राशि की साढ़े-सातीः- रविवार की रात्रि में किसी छोटे बच्चों की स्कूल के सामने सरसों के तेल में भिगोकर पाँच हल्दी की गाँठ किसी भारी वस्तु के नीचे दबा कर रखें । फिर सोमवार से अगले सोमवार तक स्कूल में काले चने उबालकर ले जाकर बाँट दें । अगर स्कूल में नहीं कर सको तो कहीं बच्चों का समूह हो उन्हें बांट सकते हैं । उक्त क्रिया प्रत्येक रविवार व सोमवार को करनी है ।
कुम्भ राशि की साढ़े-सातीः- सोमवार से अगले सोमवार तक प्रातःकाल शिवलिंग पर घी की ज्योत लगाकर हाथ में गंगाजल लेकर २१ प्रदक्षिणा करें तथा अन्तिम प्रदक्षिणा में गंगाजल शिवलिंग पर चढ़ादें ।
मीन राशि की साढ़े-सातीः- सतनजा बनाकर २१ दिन लगातार चलते दरिया में रोज एक मुट्ठी डालें । प्रतिदिन नदी के किनारे एक तेल का दिया जलाकर एक मुट्ठी सतनजा चढ़ावें

जैसलमेर ....पुलिस न्यूज़ इनबॉक्स .. 21 जनवरी, 2012


सडक सुरक्षा अभियान अपने परवान पर, 58 चालान काटें । 


जैसलमेर जिले में वाहन दुर्घटनाओं के दृष्टिगत इस पर प्रभावी रोकथाम हेतु जिला पुलिस द्वारा सडक सुरक्षा सप्ताह का अभियान दिनांक 16 जनवरी से प्रारंभ किया गया हैं जिसके तहत छठे दिन यातायात शाखा जैसलमेर द्वारा 12, यातायात शाखा पोकरण द्वारा 10, पुलिस थाना जैसलमेर द्वारा 15, पुलिस थाना पोकरण द्वारा 01, पुलिस थाना रामग द्वारा 07, पुलिस थाना खुहडी द्वारा 02, पुलिस थाना सम द्वारा 02, पुलिस थाना नोख द्वारा 02, पुलिस थाना नाचना 02, पुलिस थाना मोहनग द्वारा 03 तथा पुलिस थाना सांगड द्वारा 02 वाहनों के खिलाफ एमवी एक्ट के तहत कार्यवाही की जाकर चालान काटे गये ।पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने बताया की  सडक सुरक्षा सप्ताह के दौरान इस अभियान में ओवरलोडिंग वाहन, नो पार्किग वाहनों, शराब पीकर वाहन चलाने वाले, बिना हेलमेट पहने व तेज गति से वाहन चलाने वालें वाहन चालकों के खिलाफ पुलिस द्वारा मोटर वाहन एक्ट के तहत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जा रही हैं तथा इसी के साथ उनसे समझाईस भी की जा रही हैं कि भविष्य में इन बातों को अपने कार्य व्यवहार में लेकर एक अच्छे नागरिक होने का परिचय दें। जिला पुलिस अधीक्षक ने आम जनता से अपील की हैं कि वह भी इसमें पुलिस का सहयोग करें। जनता की जागरुकता उनकी भावी पी की बुनियाद तय करती हैं, आज जो व्यवहार वह लोग करेंगे वैसा ही कार्य उनके वारिस भी करेंगे । पुलिस द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं एवं अभियानों से जनता को ही सुविधाजनक यातायात व्यवस्था मिल पायेगी तथा दुर्घटनाओं पर भी अंकुश लग पायेगा। । 




चोरो के विरूद्ध जिला पुलिस के अभियान मे तेजी 


मोबाईल टावरो की बैटरी चोरी का पर्दाफाश 


जैसलमेर हाल ही के दिनों में जिला जैसलमेर में चोरियो की वारदातो को देखते हुए मन पुलिस अधीक्षक द्वारा जिला जैसलमेर के समस्त थानाधिकारियो/वृताधिकारियो को चोरियो का खुलाशा करने व चोरो को पकडने के लिए कडे निर्देश दिये गये तथा अलगअलग टीमो का गठन किया गया। उक्त गठित टीम द्वारा श्री विपिन शर्मा वृताधिकारी पोकरण के निर्देशन में रमेशकुमार थानाधिकारी पुलिस थाना पोकरण ने संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ के दौरान काबलखाँ पुत्र श्री करीमखाँ जाति मुसलमान निवासी सोजियों की ाणी चाँधन पुलिस थाना कोतवाली जैसलमेर को टावरों से बेटरीयाँ चोरी करने के जुर्म में गिरफ्तार कर व चोरी का माल जिस वाहन से परिवहन किया गया, उस गाड़ी के चालक नबीबक्स उर्फ मगजी पुत्र श्री जेतेखाँ जाति मुसलमान कंधारी निवासी मदरसा रोड़ जैसलमेर को भी गिरफ्तार किया गया। उक्त मुल्जिमो से पूछताछ में और भी चोरीयाँ खुलने की सम्भावना है, अनुसंधान जारी है। 
पवन उर्जा कम्पनी में तार चोरी करने वाला 6 घण्टो में गिरफतार 
हाल ही के दिनों में जिला जैसलमेर में चोरियो की वारदातो को देखते हुए मन पुलिस अधीक्षक द्वारा जिला जैसलमेर के समस्त थानाधिकारियो/वृताधिकारियो को चोरियो का खुलाशा करने व चोरो को पकडने के लिए कडे निर्देश दिये गये तथा अलगअलग टीमो का गठन किया गया। जिस पर श्री हेमसिंह सउनि पुलिस थाना रामग मय जाब्ते ने त्वरित गति से अनुसंधान करते हुऐ दिनांक 20.01.2012 को सुजलोन कम्पनी में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले अज्ञात चोरो को पुलिस ने मुस्देदी का सबुत देते हुए मात्र 06 घंटो के अंतराल में ही चोर रोशन पुत्र रूपाराम नि0 नागपुऱ पु.था. रामग़ को गिरफतार कर तथा माल मसूलका जब्त किया। 


संदिग्ध अवस्था में घुमता हुआ पाये जाने पर 01 व्यक्ति गिरफतार 


जैसलमेर पुलिस थाना कोतवाली जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में हरीश उर्फ गुटका पुत्र तेजाराम प्रजापत उम्र 25 वर्ष निवासी खीया हाल गफूर भट्टा जैसलमेर को संदिग्ध अवस्था में घुमता हुआ पाया जाने पर श्री दुर्गाराम उनि पुलिस थाना कोतवाली जैसलमेर द्वारा धारा 41/109 सीआरपीसी में गिरफतार किया गया। 

चार जिलों की टीमें करेगी बाड़मेर के टांकों का अध्ययन


चार जिलों की टीमें करेगी बाड़मेर के टांकों का अध्ययन 

बाड़मेर,21 जनवरी। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत बाड़मेर जिले में टांका निर्माण से जुड़ी प्रकि्रया एवं उपयोगिता से जुड़े विविध पहलूओं का चार जिलों की टीमें अध्ययन करेगी। इसके लिए चारों जिलों से मुख्य कार्यकारी अधिकारी के नेतृत्व में टीमें बाड़मेर आएगी। यह टीमें अध्ययन के उपरांत जिला कलेक्टर एवं ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग को रिपोर्ट देगी। 
आयुक्त एवं शासन सचिव तन्मय कुमार ने एक आदेश जारी कर बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर एवं प्रतापग़ से अध्ययन दल बाड़मेर जिले में टांका निर्माण,उपयोगिता के बारे में अध्ययन करने के लिए भेजने के निर्देश दिए है। चार जिलों से आने वाली इन टीमों में संबंधित जिले के मुख्य कार्यकारी अधिकारी/अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियंता, विकास अधिकारी एवं तीन सरपंच शामिल होंगे। इन दलों के ठहरने एवं भ्रमण के समय वाहन की सुविधा जिला कलेक्टर एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक की ओर से उपलब्ध कराई जाएगी। इस अध्ययन दल पर होने वाला व्यय नरेगा योजना के तहत उपलब्ध प्रशासनिक व्यय से उपलब्ध कराया जाएगा। जबकि सरपंचों का यात्रा भत्ता संबंधित पंचायत समिति से वहन किया जाएगा। प्रत्येक जिले की टीमें बाड़मेर जिले तीनतीन दिन भ्रमण कर नरेगा टांकों के निर्माण की समस्त प्रकि्रया एवं उपयोगिता का अध्ययन करेगी। 


जेलों के लिए 70 मोबाइल जैमर

जेलों के लिए 70 मोबाइल जैमर
जयपुर। राजस्थान की जेलों में मोबाइल फोन के प्रयोग को पूरी तरह से रोकने के लिए जल्द ही राज्य सरकार करीब सत्तर मोबाइल फोन जैमर लगाने की तैयारी कर रही है। ये जैमर आठों सेंट्रल जेलों समेत कुछ अन्य जिलों में भी लगाने की योजना है। इसके लिए केंद्र सरकार से भी कुछ सहायता लेने की योजना है। साथ ही राज्य की जेलों में कुछ और परिवर्तन करने की भी तैयारी है।

जेल सूत्रों के अनुसार जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर समेत तमाम आठों सेंट्रल जेलों में जैमर लगाने की योजना है। पहले चरण में सेंट्रल जेलों में जैमर लगाने के बाद कुछ जैमर अलवर, दौसा, सवाईमाधोपुर, धौलपुर जैसे बड़ी जिला जेलों में भी लगाए जाएंगे, जिससे मोबाइल फोन का प्रयोग पूरी तरह से बंद हो सके। गौरतलब है कि जेलों में मोबाइल फोन का प्रयोग बेधड़क जारी है। जयपुर, जोधपुर और अजमेर जेलों में तो हालात सबसे ज्यादा खराब हैं।

आधुनिक होंगे जैमर

जेल सूत्रों के अनुसार जेलों में पहले लगाए गए मोबाइल जैमर नाकाफी साबित हो रहे हैं। पहले लगाए गए जैमर एक सीमित स्थान से ही मोबाइल फ्रीक्वेंसी को जाम करते हैं लेकिन इन दिनों मोबाइल फोन में अत्याधुनिक फ्रीक्वेंसी होने के कारण जैमर मोबाइल के प्रयोग को बैन करने में असमर्थ हैं। यहीं कारण है कि नए लगने वाले जैमरों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाकर उनको लगाया जाएगा।

छोटे बच्चों के लिए खुलेगें क्रेच

महिलाओं के लिए इस समय राज्य में जयपुर और जोधुपर में ही जेलें हैं। इनमें करीब एक सौ दस से भी ज्यादा महिलाएं रहती हैं। जो विभिन्न अपराधिक धाराओं में बंद हैं। दोनो जेंलों में इन महिलाओं के साथ ही करीब चालीस बच्चे भी जेल में रहते हैं। इन बच्चों के लिए जेल में ही क्रेच खोलने और उसमें बच्चों को पूरी तरह से भरण पोष्ाण करने की भी योजना बनाई गई है। 

बिना इन्टरनेट चलेगी रजनीकांत की वेबसाइट!

बिना इन्टरनेट चलेगी रजनीकांत की वेबसाइट!
कोलकाता। सुपरस्टार रजनीकांत पर आधारित यह बात एक जॉक लगे लेकिन एक ऎसी वेबसाइट लॉच की गई है जो इस अभिनेता पर समर्पित है और वह साइट बिना इंटरनेट कनेक्शन के चल सकती है। डबल्यु डबल्यु डबल्यु ऑल अबॉउट रजनीकांत डॉट कोम पर जाते ही एक मैसेज के जरिए स्वागत करता है। यह मैसेज आता है "रजनीकांत एक आम इंसान नहीं हैं" ये एक साधारण वेबसाइट नहीं है। ये रजनी की शक्ति से चलती है और इसमें वेबसाइट से जुड़ने के लिए इंटरनेट कनेक्शन को बंद करने की सलाह दी जाती है।

जब इंटरनेट बंद हो जाता है तभी इस वेबसाइट को जाकर देख सकते हैं। इस वेबसाइट पर रजनीकांत के शुरूआती करियर, उनकी फिल्मों के बारे में खबरें, पर्दे के पीछे हुए सीन और रजनीकाके चुटकुले जिसमें कहा गया है कि उनके लिए कुछ भी करना नामूमकिन नहीं है।

इस वेबसाइट को चलाने वाली कंपनी वेबचटनी के निदेशक गुरबख्श सिंह का कहना है किसी वेबसाइट को बिना इंटरनेट कनेक्शन के चलाने में रजनीकांत की बड़ी उपलब्घि है। साथ ही यह भी कहा कि वेबसाइट पर कई लोग आ रहे हैं और इसे हजारों की संख्या में हिट्स मिल रहे है और लोग फेसबुक और टि्वटर पर भी इस वेबसाइट के बारे में चर्चा कर रहे है। उन्होंने कहा कि कुछ टेस्ट के बाद हमने कोड को पता लगाया जिससे की इंटरनेट के बिना दुनिया की पहली वेबसाइट को चलाया जा सके।

पैदल चलने वालों का भी कटेगा चालान?

पैदल चलने वालों का भी कटेगा चालान?

जयपुर। वक्त बदलता है, हालात बदलते हैं और बहुत कुछ बदल जाता है। वाहनों की रेलमपेल में पैदल चलने के भी नियम बन रहे हैं और उसके कायदे तय किए जा रहे हैं। कुछ अर्से बाद वाहनों चालकों को टोकने वाले ट्रैफिक पुलिस वाले राहगीरों पर भी निगाह रखेंगे। अब पैदल चलने वालों पर भी जुर्माना लगेगा और चालान कटेगा। दिल्ली में लागू इस नियम के शीघ्र ही जयपुर में भी लागू होने की संभावना है।

जानकारी के अनुसार, यातायात पुलिस की ओर से शीघ्र ही शहर के यातायात दबाव वाले मुख्य स्थानों को चिन्हित करते हुए इन स्थानों पर बिना नियम कायदे पैदल सड़क पार करने वालों के चालान काटे जाएंगे। यातायात पुलिस की ओर से यह कार्रवाई रूल ऑफ रोड रेगुलेशन एक्ट.1989 के तहत की जाएगी। शहर में भूमिगत पारपथ, फ्लाई ओवर होने के बावजूद लोगों का इनका उपयोग न कर मुख्य सड़क मार्ग पर वाहनों के बीच घुसते हुए सड़क पार की जाती है। इस बारे में यातायात पुलिस की ओर से अधिकांश मुख्य सड़क मार्गो पर लाउड स्पीकर के जरिए वाहनों के बीच नहीं चलने के संकेत भी दिए जा रहे हैं लेकिन कार्रवाई नहीं होने के कारण आमजन का इस नियम के प्रति ध्यान ही नहीं है।

पचास रूपए होगा जुर्माना
दुर्घटनाओं को रोकने व सड़क के बीच दौड़ लगाकर वाहन चालकों के लिए मुसीबत कम करने के मद्देनजर रूल ऑफ रोड रेगुलेशन एक्ट.1989 के तहत चालान काटने की कार्रवाई होगी। इसके तहत सड़क नियमों का उल्लघंन करने वाले लोगों से पचास रूपए जुर्माना वसूला जाएगा।

इनका कहना है
रूल ऑफ रोड रेगुलेशन एक्ट.1989 के तहत बने नियमों को लेकर स्टडी जारी हुई है। शीघ्र ही बिना नियम कायदे के पैदल चलने वालों के खिलाफ चालान कीा कार्रवाई की जाएंगी। - रोहित महाजन, डीसीपी, ट्रैफिक पुलिस

बीकानेर में तैयार ऊंट आहार की विदेशों में मांग

 

बीकानेर। रेतीले धोरों के तापमान में ऊंटों के लिए बने आहार की मांग अब देश विदेश में भी होने लगी है।

राष्ट्रीय ऊंट अनुसंधान केंद्र बीकानेर द्वारा तैयार किए गए प्रोटीन युक्त सम्मिश्रित ऊंट आहार को शीघ्र ही दुबई, आबूधाबी भेजा जाएगा।

राष्ट्रीय ऊंट अनुसंधान केंद्र के निदेशक डॉ एनवी पाटिल ने बताया कि दुबई व आबूधाबी के ऊंट पालकों ने अनुसंधान केंद्र द्वारा तैयार किए आहार के प्रति रुचि दिखाई है। केंद्र में तैयार आहार की मांग अन्य देशों से भी आई है। केंद्र आहार की आपूर्ति के लिए शीघ्र ही समझौते पर हस्ताक्षर करेगा।

उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में ऊंटों के लिए चारे की कमी को देखते हुए केंद्र ने दो साल पहले सम्मिश्रित आहार तैयार किया था। उन्होंने कहा कि यह आहार ईंट के आकार के ब्लाक के रुप में तैयार किया गया है, जिससे ऊंट पालकों को आहार की मात्रा तय करने में दिक्कत न हो।

डॉ पाटिल के अनुसार तैयार किए गए सम्मिश्रित आहार में मूंगफली का चारा, मोठ की फलगट्टी, बाजरा, ग्वार के दाने व नमक की संतुलित मात्रा है। यह आहार एक सामान्य ऊंट के लिए चारे में सात प्रतिशत प्रोटीन, तीन प्रतिशत वसा, विटामिन डी व ई की पूर्ति होना जरुरी है।

भाग्यम् तेल क्षेत्र से तेल उत्पादन शुरू

 

बाड़मेर राजस्थान के बाड़मेर जिले के भाग्यम् तेल क्षेत्र से तेल उत्पादन शुरू कर दिया है। ओएनजीसी एवं केयर्न राजस्थान के इस संयुक्त उपक्रम ने बाड़मेर क्षेत्र के भाग्यम् ब्लॉक आरजेओएन 90.1 के बाड़मेर बेसिन में केयर्न की ओर से की गई 25 तेल खोजों में भाग्यम् दूसरी सबसे बड़ी खोज है।

प्रदेश के सीमावर्ती थार रेगिस्तान में स्थित 18 तेल भंड़ारों वाले मंगला तेल क्षेत्र से फिलवक्त रोजाना 1 लाख 25 हजार बैरल तेल का उत्पादन किया जा रहा है। केयर्न इंडिया के सूत्रों ने बताया कि भाग्यम् में धीरे-धीरे उत्पादन को सुरक्षित तरीके से बढ़ाते हुए वर्तमान अनुमोदित शीर्ष स्तर 40 हजार बैरल तेल प्रतिदिन तक पहुंचाया जाएगा। भाग्यम् में तेल उत्पादन सुविधाओं की शुरूआत इस वित्तीय वर्ष के अन्त तक एक लाख 75 हजार बैरल तेल प्रतिदिन के लक्षित उत्पादन को प्राप्त करने की दिशा में एक महलवपूर्ण कदम है। ध्यान रहे कि मंगला, भाग्यम् एवं ऐश्वर्या एमबीए तेल क्षेत्रों में कुल मिला कर प्राप्त होने योग्य तेल रिजर्व व संसाधन एक अरब बैरल के लगभग है। सूत्रों के अनुसार उपक्रम द्वारा देश के घरेलू तेल उत्पादन के 20 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया जायेगा। सूत्रों के अनुसार कंपनी ने अब तक भाग्यम् क्षेत्र के विकास के लिए 25 करोड़ डॉलर रखे हैं। जबकि क्षेत्रीय विकास योजना के तहत इसके लिए 47 करोड़ डॉलर खर्च का अनुमान लगाया गया है। सूत्रों के अनुसार ओएनजीसी व केयर्न के बीच राजस्थान तेल क्षेत्र की रॉयल्टी एवं तेल पर उपकर के भुगतान को लेकर चल रहे विवाद की वजह से नई मंजूरी मिलने में देरी हुई। अब केयर्न एनर्जी अपने 70 प्रतिशत हिस्से पर रॉयल्टी एवं सेस भुगतान के लिए तैयार हो गई है। सूत्रों के अनुसार राजस्थान तेल क्षेत्र में प्रतिदिन कुल 3 लाख बैरल उत्पादन की संभावना है। मंगला के बढ़े हुए डेढ़ लाख बैरल प्रतिदिन उत्पादन व भाग्यम् से 60 हजार बैरल के साथ ही एश्वर्या क्षेत्र से 25 हजार बैरल तक उत्पादन हो सकता है। इसके अलावा क्षेत्र के अन्य क्षेत्रों से भी प्रतिदिन 65 हजार बैरल तक तेल उत्पादन हो सकता है।

भंवरी के भंवर में घिरी इंद्रा निलंबित, अब होंगी बर्खास्त!


जोधपुर.लूणी विधायक मलखानसिंह की बहन इंद्रा विश्नोई को बाल विकास परियोजना विभाग ने निलंबित कर दिया है। अब उसे बर्खास्त किए जाने की तैयारी की जा रही है। सीबीआई ने इंद्रा के साथ फरार चल रहे शिक्षक रेशमाराम का गिरफ्तारी वारंट भी शुक्रवार को जारी कराया है।

इंद्रा कई सालों से बाल विकास परियोजना में बिलाड़ा क्षेत्र की महिला पर्यवेक्षक (सैकंड ग्रेड) के पद पर कार्यरत थी। वह 31 अक्टूबर से नौकरी पर नहीं आई। सीबीआई ने शुक्रवार को इंद्रा के साथी शिक्षक रेशमाराम विश्नोई का भी गिरफ्तारी वारंट जारी करवा दिया है। इंद्रा ढाई माह से फरार है और सीबीआई का मानना है कि रेशमाराम भी तब से उसके साथ है।

सीबीआई ने रेशमाराम के ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला। उधर, इंद्रा, उसके भतीजे पुखराज व दिनेश की गिरफ्तारी के लिए सीबीआई टीम शुक्रवार को फिर से सरस्वतीनगर, मधुबन हाउसिंग बोर्ड और तिलवासनी आदि गांवों में दबिश देने गई। इन तीनों के घरों व रिश्तेदारों के यहां तलाशी ली। दबाव बनाने के लिए उनके रिश्तेदारों को सर्किट हाउस और बिलाड़ा थाने में बैठाया गया है।

मदेरणा- व परसराम की जेल 3 फरवरी तक बढ़ी:

जेल में बंद पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और परसराम विश्नोई की शुक्रवार शाम 4 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी शुरू हुई। महानगर मजिस्ट्रेट ने दोनों की न्यायिक हिरासत अवधि 3 फरवरी तक बढ़ा दी। उधर, भंवरी को ठिकाने लगाने वाली विशनाराम की गैंग के खिलाफ शुक्रवार को तीन गवाहों के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान हुए हैं। सबसे पहले श्रवणसिंह के बयान कराए गए जिसने इस वारदात में प्रयुक्त विशनाराम की स्कॉर्पियो खरीदी थी।



यह स्कॉर्पियो कैलाश जाखड़ ने बेची थी। बाद में जालोड़ा के श्यामलाल के बयान कराए गए। विशनाराम का भाई ओमप्रकाश भंवरी को जलाने के लिए इनके घर से लकड़ियां उठा कर लाया था। फिर पुखराज डूडी के बयान कराए गए।



मुंबई डीआरआई फिर लौटी खाली हाथ:



वकीलों की हड़ताल के कारण डीआरआई मुंबई की टीम को शुक्रवार दोपहर फिर खाली हाथ लौटना पड़ा। डीआरआई लूणी विधायक मलखानसिंह के भाई परसराम को प्रोडक्शन वारंट पर लेने आई थी। परसराम नशीली गोलियां बनाने के मामले में पिछले 9 साल से डीआरआई का वांछित आरोपी है। सीबीआई ने भंवरी केस में परसराम विश्नोई को 2 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। फिर 11 दिन के रिमांड के बाद उसे जेल भेज दिया था।