जोधपुर.लूणी विधायक मलखानसिंह की बहन इंद्रा विश्नोई को बाल विकास परियोजना विभाग ने निलंबित कर दिया है। अब उसे बर्खास्त किए जाने की तैयारी की जा रही है। सीबीआई ने इंद्रा के साथ फरार चल रहे शिक्षक रेशमाराम का गिरफ्तारी वारंट भी शुक्रवार को जारी कराया है।
इंद्रा कई सालों से बाल विकास परियोजना में बिलाड़ा क्षेत्र की महिला पर्यवेक्षक (सैकंड ग्रेड) के पद पर कार्यरत थी। वह 31 अक्टूबर से नौकरी पर नहीं आई। सीबीआई ने शुक्रवार को इंद्रा के साथी शिक्षक रेशमाराम विश्नोई का भी गिरफ्तारी वारंट जारी करवा दिया है। इंद्रा ढाई माह से फरार है और सीबीआई का मानना है कि रेशमाराम भी तब से उसके साथ है।
सीबीआई ने रेशमाराम के ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला। उधर, इंद्रा, उसके भतीजे पुखराज व दिनेश की गिरफ्तारी के लिए सीबीआई टीम शुक्रवार को फिर से सरस्वतीनगर, मधुबन हाउसिंग बोर्ड और तिलवासनी आदि गांवों में दबिश देने गई। इन तीनों के घरों व रिश्तेदारों के यहां तलाशी ली। दबाव बनाने के लिए उनके रिश्तेदारों को सर्किट हाउस और बिलाड़ा थाने में बैठाया गया है।
मदेरणा- व परसराम की जेल 3 फरवरी तक बढ़ी:
जेल में बंद पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और परसराम विश्नोई की शुक्रवार शाम 4 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी शुरू हुई। महानगर मजिस्ट्रेट ने दोनों की न्यायिक हिरासत अवधि 3 फरवरी तक बढ़ा दी। उधर, भंवरी को ठिकाने लगाने वाली विशनाराम की गैंग के खिलाफ शुक्रवार को तीन गवाहों के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान हुए हैं। सबसे पहले श्रवणसिंह के बयान कराए गए जिसने इस वारदात में प्रयुक्त विशनाराम की स्कॉर्पियो खरीदी थी।
यह स्कॉर्पियो कैलाश जाखड़ ने बेची थी। बाद में जालोड़ा के श्यामलाल के बयान कराए गए। विशनाराम का भाई ओमप्रकाश भंवरी को जलाने के लिए इनके घर से लकड़ियां उठा कर लाया था। फिर पुखराज डूडी के बयान कराए गए।
मुंबई डीआरआई फिर लौटी खाली हाथ:
वकीलों की हड़ताल के कारण डीआरआई मुंबई की टीम को शुक्रवार दोपहर फिर खाली हाथ लौटना पड़ा। डीआरआई लूणी विधायक मलखानसिंह के भाई परसराम को प्रोडक्शन वारंट पर लेने आई थी। परसराम नशीली गोलियां बनाने के मामले में पिछले 9 साल से डीआरआई का वांछित आरोपी है। सीबीआई ने भंवरी केस में परसराम विश्नोई को 2 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। फिर 11 दिन के रिमांड के बाद उसे जेल भेज दिया था।
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