शनिवार, 21 जनवरी 2012

"सेनेटिक वर्सेस" में हनुमान का मजाक

"सेनेटिक वर्सेस" में हनुमान का मजाक

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी नेता और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शनिवार को कहा कि विवादित लेखक सलमान रूश्दी को मुसलमानों का वोट पाने के लिए ही आने से रोका गया। यदि उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव नहीं होते तो वह अवश्य यहां आते।

सुश्री उमा भारती ने यहां संवाददाताओं से कहा कि विवादास्पद लेखक सलमान रूश्दी के भारत आने में अड़चनें सिर्फ इसलिए लगाई गईं क्योंकि कांग्रेस को मुसलमानों के वोट चाहिए थे। लेखक के यहां आने से कांग्रेस के इस वोट पर खतरा पैदा हो गया था। उन्होंने कहा कि रूश्दी के यहां आने के सवाल पर जो स्थिति पैदा की गई उससे कांग्रेस के धर्म निरपेक्षता के दावे पर भी सवाल उठता है।

कलम की स्वतंत्रता की वकालत करते हुए सुश्री उमा भारती ने कहा कि विवादास्पद लेखक सलमान रूश्दी ने अपनी पुस्तक "द सेनेटिक वर्सेस" में हनुमान जी का भी मजाक उड़ाया है और आपत्तिजनक बातें लिखी हैं लेकिन उन्होंने कभी भी इसका विरोध नहीं किया। लेखक को अपनी बात कहने या लिखने का हक है लेकिन उसे इस सीमा तक ही माना जा सकता है कि किसी की धार्मिक भावना को ठेस नहीं पहुंचे।

सुश्री भारती ने कहा कि चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन ने भी भारतीय देवी देवताओं का मजाक ही नहीं उड़ाया बल्कि उनकी अश्लील पेंटिंग तक बनाई। वह भारत से कुवैत जाकर बस गए और कभी भारत नहीं आए लेकिन भाजपा ने कभी भी उनके देश में आने का विरोध नहीं किया। सुश्री भारती ने कहा कि वह यह मानती हैं कि कलम स्वतंत्र ही रहनी चाहिए।

अन्ना सिद्ध पुरूष
प्रख्यात समाजसेवी अन्ना हजारे को सिद्ध पुरूष बताते हुए उन्होंने कहा कि राजनीति की आलोचना करना ठीक है लेकिन वैकल्पिक राजनीति भी सुझाई जानी चाहिए। उनका मानना है कि हजारे राजनीति से दूर रहें तो ज्यादा अच्छा है। उन्होंने धर्मान्तरण को तत्काल हर हाल में बंद किए जाने की मांग की और कहा कि धर्म परिवर्तन हमेशा बुरा होता है। चाहे वह हिन्दू का हो या मुसलमान का या अन्य किसी अन्य सम्प्रदाय का। यह गैरकानूनी भी है और संविधान विरोधी भी।

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