जेलों के लिए 70 मोबाइल जैमर
जयपुर। राजस्थान की जेलों में मोबाइल फोन के प्रयोग को पूरी तरह से रोकने के लिए जल्द ही राज्य सरकार करीब सत्तर मोबाइल फोन जैमर लगाने की तैयारी कर रही है। ये जैमर आठों सेंट्रल जेलों समेत कुछ अन्य जिलों में भी लगाने की योजना है। इसके लिए केंद्र सरकार से भी कुछ सहायता लेने की योजना है। साथ ही राज्य की जेलों में कुछ और परिवर्तन करने की भी तैयारी है।
जेल सूत्रों के अनुसार जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर समेत तमाम आठों सेंट्रल जेलों में जैमर लगाने की योजना है। पहले चरण में सेंट्रल जेलों में जैमर लगाने के बाद कुछ जैमर अलवर, दौसा, सवाईमाधोपुर, धौलपुर जैसे बड़ी जिला जेलों में भी लगाए जाएंगे, जिससे मोबाइल फोन का प्रयोग पूरी तरह से बंद हो सके। गौरतलब है कि जेलों में मोबाइल फोन का प्रयोग बेधड़क जारी है। जयपुर, जोधपुर और अजमेर जेलों में तो हालात सबसे ज्यादा खराब हैं।
आधुनिक होंगे जैमर
जेल सूत्रों के अनुसार जेलों में पहले लगाए गए मोबाइल जैमर नाकाफी साबित हो रहे हैं। पहले लगाए गए जैमर एक सीमित स्थान से ही मोबाइल फ्रीक्वेंसी को जाम करते हैं लेकिन इन दिनों मोबाइल फोन में अत्याधुनिक फ्रीक्वेंसी होने के कारण जैमर मोबाइल के प्रयोग को बैन करने में असमर्थ हैं। यहीं कारण है कि नए लगने वाले जैमरों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाकर उनको लगाया जाएगा।
छोटे बच्चों के लिए खुलेगें क्रेच
महिलाओं के लिए इस समय राज्य में जयपुर और जोधुपर में ही जेलें हैं। इनमें करीब एक सौ दस से भी ज्यादा महिलाएं रहती हैं। जो विभिन्न अपराधिक धाराओं में बंद हैं। दोनो जेंलों में इन महिलाओं के साथ ही करीब चालीस बच्चे भी जेल में रहते हैं। इन बच्चों के लिए जेल में ही क्रेच खोलने और उसमें बच्चों को पूरी तरह से भरण पोष्ाण करने की भी योजना बनाई गई है।
जयपुर। राजस्थान की जेलों में मोबाइल फोन के प्रयोग को पूरी तरह से रोकने के लिए जल्द ही राज्य सरकार करीब सत्तर मोबाइल फोन जैमर लगाने की तैयारी कर रही है। ये जैमर आठों सेंट्रल जेलों समेत कुछ अन्य जिलों में भी लगाने की योजना है। इसके लिए केंद्र सरकार से भी कुछ सहायता लेने की योजना है। साथ ही राज्य की जेलों में कुछ और परिवर्तन करने की भी तैयारी है।
जेल सूत्रों के अनुसार जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर समेत तमाम आठों सेंट्रल जेलों में जैमर लगाने की योजना है। पहले चरण में सेंट्रल जेलों में जैमर लगाने के बाद कुछ जैमर अलवर, दौसा, सवाईमाधोपुर, धौलपुर जैसे बड़ी जिला जेलों में भी लगाए जाएंगे, जिससे मोबाइल फोन का प्रयोग पूरी तरह से बंद हो सके। गौरतलब है कि जेलों में मोबाइल फोन का प्रयोग बेधड़क जारी है। जयपुर, जोधपुर और अजमेर जेलों में तो हालात सबसे ज्यादा खराब हैं।
आधुनिक होंगे जैमर
जेल सूत्रों के अनुसार जेलों में पहले लगाए गए मोबाइल जैमर नाकाफी साबित हो रहे हैं। पहले लगाए गए जैमर एक सीमित स्थान से ही मोबाइल फ्रीक्वेंसी को जाम करते हैं लेकिन इन दिनों मोबाइल फोन में अत्याधुनिक फ्रीक्वेंसी होने के कारण जैमर मोबाइल के प्रयोग को बैन करने में असमर्थ हैं। यहीं कारण है कि नए लगने वाले जैमरों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाकर उनको लगाया जाएगा।
छोटे बच्चों के लिए खुलेगें क्रेच
महिलाओं के लिए इस समय राज्य में जयपुर और जोधुपर में ही जेलें हैं। इनमें करीब एक सौ दस से भी ज्यादा महिलाएं रहती हैं। जो विभिन्न अपराधिक धाराओं में बंद हैं। दोनो जेंलों में इन महिलाओं के साथ ही करीब चालीस बच्चे भी जेल में रहते हैं। इन बच्चों के लिए जेल में ही क्रेच खोलने और उसमें बच्चों को पूरी तरह से भरण पोष्ाण करने की भी योजना बनाई गई है।
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